X



トップページPCサロン
77コメント379KB
ゲーミングマウス探してる [無断転載禁止]©2ch.net
0001まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/05/19(木) 11:27:17.44ID:IPYXJ9QI
なんかマウスの後ろのセンサから画像を撮って識別してるゲーミングマウスが一つだけあるって聞いたんだけど
誰か知らない?
0002まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/05/20(金) 06:24:25.64ID:???
--__-_--_-_-___---_______----_____--___-----_-------__-__--_---_---______-__
_-_---_--___-__--_____-_-_-_---_---____-----___--___-----__--_-_-_-_-__-_-__
_-_-__-------__----__--__-__----____-_---__-__--__--_-_-_-__--__-___--_-____
__-_-__----_-_--__-_----___-_---_-_-_--_-____-___-__-_-_--_--___-__-----_-__
--__-____-_---__-----___---___---___-___---_---__---___--_-_-_---____-_-___-
_-_-__-___-_--_--_---_--_--_-_--__-----__---_--______-_-__-__----__-_--_____
__--_--_-__-__----_-_-_--_--__------__----__-_-_____--_-__-_---___-___--____
---____--__-----_---_-_----__--__-___-___---_-___-___--__-_----______---_-__
-_-_--_______-_-_-__-_--______--_____-_------_____-__--------_-----___--_---
-___--_-__--__-__-__---_----_-_--__-_---_--__--_______---___-__-_-___-_-----
-_--__--___---_---___----___-___-_-_-_--____--_-_-___--__--_-_--_-_-__--_-_-
_-_-_----__--___-_-_--_-__-_-_---____-__---__--____-__-_--_---_-___--_--_-_-
_---__---_-__-__---_---__-__-___---_-_----____--_-_-_-___-__-___-_-_--__-_--
___-_-__--___--_-__-_-_-_-_---____-_----_-__--_-----__-_____-----__---____--
_-_-__---___-_----__-_-_-__---___--__--_--__--__--_-_--__-__-___--___----_-_
-__---__--____----_-___---__-_----___-_---_-_-_-___-_---__-___---__-__---___
___--_-_-----____-___---__--_---___-__---__-_--___-_--_-__-__-__--__-_-_----
__-__-_-_-----___-___-_____---_-_-_----_-___--_-___-_---_---_-____--_--__---
_____----___-_------_--_-____-_--__----_-_-_-__-__-_-----_-_---_-_____-___-_
--__-____-____-_-___-----______--__-__--__-_-_---___--_-_--__----__-----_---
-_-_----_-__-_--_--______--__--__-_-_--_-__---__-__--__-__-_-__--_--_-_-_-_-
-__--__--____-__--_-----_-_-_-_-____--_--___-_---_-__--_-_-_-_-__---__-__-_-
_-_-__-__-__---__--_-__-_-_---______-----_____-_-----__--_---__-_-----____-_
_-_----_-_-____-__-__----_-__--_-__-__--_-_--_-_--__-__---___--_---_-__--___
-____-__--___--_--__-____-__--___-_----_--_--_----_____---_-_-----_-___---__
-------____--_-__---_--_---_-__-_-___-____-__-____---___-__-_--_--_-----____
---_--_-__---_--_--__-_-______-----_------_____----___-_-_--_-_______--_-___
-_---__-___--____--____----___---__-_--_-___-_--__-______-----_-__----_--_--
--_--__--__-___--_-_----_-__--_-__-_-_-__-__---_--_-_--_--_-__-______---_-__
____-_--______----___---__---_-_-_---__-__--____-_---__----_--___--_-_-_-_--
__---___-___-___-_-----__---_-__-_---___-_--_---_-___--__--_-_--_-_-_-__--__
-_---__---___------____-___--_________-_--___----_--_----___--___--_--__-_--
--_-___-------_---___---____-___-__-__--_-___-___--______---_----__--__---_-
___-----____-----__-----___-_---___--__-_----_--__-_--_-_---__-___-_-_______
-----_---__--____-------__--_----____-_--___-__-_____---_--_---______--_____
-_-_____--_--____-___--_-__-__-----_----______-_--_----_-__--____--_--_-_---
_-_--__---______---_-__---__-_-__---__-_---__-_-__-_-_-__--___--_---____----
_-_--__-_____--____--_____-_--_-_--_-_-___--_--_--_---___---_-_-------_-_-__
-_-_-_---_-__-__-____--_-_--_--__----_-_-_--__---__--_-_-_--__---_-__-______
---_-__---__--___--__---_---__-----_-___-----_-_______-_--___--_____---__-__
--_----------_--_-____---_____-_-___-______--__-__-----_-___--____--_--_-_-_
_-_---__--__---__-__-_-_______----__------__--_-_-_--__-_--___-__----_____--
-__-__----__--__--__-__-__-__---_--_---_-_-_-__-__---_-_-_-_---___--___-__-_
--_-_-_____---__-_-______--_-___-__-----_____--__-_---_-_-_---__-_--_--_----
-__---__---__--____-_--__-_-_-__-__-____---__-_--_-_--_---_-___-__-----___--
___----_-___--__-_--____--_---_----_-_--__-_---_-_-_____---__---__-__--_-___
_-_--_----__-____-___-___-_---___-___-__-_-_-___---__-_--------___---___----
-----___-__----_______-_____--__---__-_--_---__---____-_--_---_--__-_--_-_-_
--__-_--___---____-_-_-_-_-___-_--___---_--___-____--_--_-_---___--_--__----
_-___---_-___------_-_-_-_----____----____-__-__-_____---_-_-_-_---_--____--
0003まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/05/27(金) 07:09:19.78ID:???
_-_-__---__--___--__-__-_--___--____-------_--__---__-__---_----__-___-___-_
--_-____-______-_-_-__-_----___-_-__------___---__-_-__---_---_-__---__--__-
_-_-_---_-_-----____-_--_--_-__-----___-_____---__--_-__-__-__--__-_---__-__
--_-___-__---__----_________--__-__-_---_-___---_----___--___-_-_-__------_-
-_---___----_-_-__----_-_--____-_-_-_-_-_______---__-__-_--__-__---_-__--_--
---_-----_--_--_-_-___-_-__-___-_______---_-----__--_---_-_-_____-__--_-__-_
-_--_---_-_---_-__-__-__-_-_-_-__---_--__-___----_-___--_-_-_--__--____-_-__
_--__-_-___-______-_-_-__-_--___-__-__----___--_--____-_---_--__-------_----
__-_----_-___-__--_--_--___-_----_-_-___--------_-______---_-__--_____---___
___-___----_-___----__--_---_-----_____--__-__---_-__-_----__--_--____-_-___
--__-____--___-__-_-_--_-_--_-__-__-____--_-_---_--____---_____--_-----_----
--_--_-_____-__---____--_---____--__-___--_----_-_-_-_--___------_--__-_-___
_-_---_-_--__-----______---_-___-__-______---_---__---__-_-----_-__----_____
----_____-_-_--_-____-___----__---_---_-___-_____-_--_--___-_---__--__----_-
-_----___-_---____--_---____-_-______-___-___----_--_---_-____----_--__---_-
_-_----__-___----_--____-__--___-__-----_-__-__-_-__-_-_-_----_____---_-_-_-
--_____--__-__-___-_---_--___--_-__--_---_-__-------_-___-_--_---__-___--___
-_--_---__-_--__--__----_-_-___--____-_-_-___-_-_--__-_-_-_--_----_--___-___
__-_----_-_---__--_-__-_-__--_-_-_-_-__-_---__-_-_--__-_--_____----__--___-_
___-__--_-_--_-_--_---_-__-_-__-_-___-_-_---_-_-_--____--_----__-_-_----____
-___--_--_-_---__-____-----_-_--____--_-_--__--___----____--_---_____-_---__
-___----_-___-__-___-_-_-______-______--_--_--_------_-___-_---_--_---_--_--
_-_--__--___-_----___-----_--___-___--_--_-_-__--_-_-___-----_-_____---_-___
--__--_-__-_--__----__--__--_-_---_---_--------_-___---_-__-________-_______
_--__-_---_---_--_-_--___--___-___---_-____-____---__--_____--_---___--_----
__----_-_--_-__-__---_---___--______-----_-__-___--___--------___---____-___
_--___-___----____-___---_-_--_-_--_-_-_-_____--_--_---_--___--_-_-__---_--_
_____---_-_-_--__--_--__----__-_-___-__--_-_--__-_____--_-_----___---_--__--
-__-__--_-_--_--_----__-__-_-__-_--__-___----__--_--_---_--____-_____-_-_--_
_---_-_----_-____--_--_--___--_____-____-___--___-_-_---_-_----____---__----
-_______---_---_-_--__-_---_-_-__--_---___-___-_-_-----__-_-___--__-__--_-_-
_--__--___-_-__-__-____-_-__-___-__--_--_---_---_--_-__-_--_-_---__-__--_---
---___--_-__-____-______--__-_--__---_-__-_---___-__------_-___---___--_----
-----_-_-_-_-___-__---_-__-----___-___-_---_--__----__-___-_-____-__--__--__
___-__---__---_-_--_-__--_-_-_------___---_-_-_-_-___-_-__----_--_____-__-__
_---_---_-_-__--_----__-_-__---__-__--__---_-__--__-_--_----____--________-_
__-_--___-_---_-_--_-____--__-___------__-_--_--_--___--_-__-__--_--_---____
---__-___-__-_--_----__-____-_-_--____-_-___-------_-___--_-_--__-_--_-___--
-____-_-_------_____-___--___---_-_-_-__-__--__-____---____--_-__----_------
_--________-____---_-__-_----__--_--____--_-__-----_--_--___-_--------__-___
___--____---___----____-_--_-_-__-_-__--__-_-------__-_--__---__-__---___--_
__-_---_-__---_____----____----_-_--__----__-_-___-__---_--____-_-----__-___
__---__-_______--_--__-_-___--_-___-----_-__-____----___--__-__-_--_--------
-_-______-__-__-_-_____--__-____--_-_---_-_--_--_---_-_----__-__--_-----__--
------_-_-___---___--__-_--_---____---_-__-------_--__-___-____-___---______
_--_--_--__--___-_--_-__---_-_-_----__-_--_-_____-___--__-_--__--_---_-_-___
_---__-___-_-_---_-_---_---__-__-__-_--__---__---___---____------_____-__-__
____--____-_____-----_---__---_--_-_-_--___-___--_---__-__-_-----_-_-___--_-
_--___----______---_--___-_--_----__-___-__--__----_-_______--__----_----__-
______-_-_-___--_---___--_--_---__---__--_-_---_------__--____-__--____--__-
0004まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/06/03(金) 07:10:42.46ID:???
___-__-_____-____---__--_-_____-----_----____---_--____--_-_--_--_-----__---
__-__--_-__---______-_-----_-__-----_-__-_____----_-__------___--_-__---____
____-__--_--___----_-_____--___-_--_-__---__-__-__--_-_-___--__-_--------_--
__-_-_----_----_-___--_--_-_-___-__-_--_-_____---_-_---___--__-___--_-__---_
___-__-___---____---__-_----___-__----_---___----___--_---_-___---_--_____--
_-___-___-___--____--__-___-_---_----_-___-_----_-----___---___--_-_-_-_-_--
_-_--_____-_-____--____-__-----__-__--___----__----__-_--__-____------_-_---
--__-___-__-----------_____-----__--_------__--_-__-____-_-_____--_-____-___
_-___-__-------____-__-------_____--_--_--__-_--_-----____--____-___-__-_--_
-__-___-_-_-__-_---_---_____-_---__-_-_--__---_-___--__-_--_---___---____---
--_---___----__---_-_-__-__-_-___----__--_--_-_-----___-__-_-_-___-_--______
--_-------_-_------_-__---__--___---___________--____-_-_-______---__----_-_
---_---_-__-__-__--_-_---___--__-___---_---_--_-___-___-____-__-_-_----_-_-_
_-_--__-_-_---____-_-____-_-_-___-_-----_--_------_-____-_--__-_-__----___-_
-__-_--_---_--_-___--_--_-___-__--__--____-_--_-__-_-----_____-_--_----____-
-__---__--__-_---_____--_-_--_____-____--___-_-__-__----___-__-_-------_----
--__----__-_-______--_-_-__-_-_--_____-__--_-_--__----_--____-_-_------_--__
_-_----_--___-____----_--_----_---_--_____-__-_-__--__-__---_-__--_--_-_____
-----_--_-_____--_-__--_-_--___--_-____-____-__--_---_-__-__-_-_------____--
-__-__---------_-_-__-_---___-----_----__---______--____---__-___-_-__-_____
_-_____-__--____---__----____--__-___--___--_-_----__-_--__------_---_-___--
_-----_-__-_-_____--_-----_--_-_--___--____--_---_-_-_-_--____-__-_____--_--
----__-__--____-___-__---_----_-----_-__-_-______---_-_-____---_-___-___----
_--_-_-____------_-____-_----__--___--_--_--_--_-__-__-___-__-_----_-_--____
___--_-___--____--____-----_-___---__--___-_---_____--_--_-___-----_---_-_--
__----_-_--_-_--_--_--__-----___--_-_-_-_----______--____-____--_-_---___-__
--__-__--__---____-_----___-_--_-----__-__-__-_-____-_-__-_-__-----_-__-_-_-
---_--_--___--____-_--______--_------_-_-__-___-_-__-_-_-_--__---___----__-_
__--_--__-___-_--_____--_--__-_------_-_--___---_---_-----___-_-__-___-_-___
--_-_-___-_-__--__----__-_--_-__-_-_-_-_-_-_-__--___-__--_-___---_-----__-__
_____-_--_--_---__--___--_----___-____---_----___-_-----__-__----_____--__-_
-_-__-__-___-___-__----___-----__--_-_---_-______--_____-_---_-_-_--_----_--
_-__---_--_----_-___-__-__-__-_-----____-_____-_-_--____-__-----__---___----
__-________--_-_----_-_____----__-__-_-__-------_---_____----__------__-_-__
-__---_______-__----_____-___-__--_-----_-_--__-_---_-__--__-_-------___-__-
_-_--___-_-__--_-_--___---__-__-__--__-_-_____---__------____----_____------
-_--___-_-_----___-_____-___-_-_-----___------_---__-----_____-_--_-_-___-__
___-_---_-----_-----__-__--_-_-_-_-__--___-___-_--_-__-__--_--___-_---_-____
--___----__-_-_-_-_--__---_-____-__-__----_____-___--__-__--_--__---__-_----
_----__-___________--__--__----_______--_------_-__---__--___-_--_----_-_---
_---___-_-_____-___-_---_-_-___--_------_-___---__--_---__-__---____-_-__---
__--_----_-__-_-----_____--_--___-_---_-_-_---_-_-_---____-___---__--_-_____
--_____-_---____-_-___-_-__--__-_--_-_--_-------__-_--__-___--__---_--_--___
-____-______--_---_---_--___-__--_-_-_--__-__--_____------_--_--__-_-__-_---
--_-__--_----_-__-_-_--_--___-------__--____-_-_-_--_____-_-__-_____----__-_
____-_--_-__-___---___--_-_-__---__---__-_-_-_-_----_----_--_---__-_-___-___
-_-_-_-__-____---_---_--_---___-____----_____--_-_---_-__--__-_-_----_-_-___
_-_----_-_---__-_---__-__-_-_--_-__--_--_--_---_-____-_--____-____--__-_-_-_
_--_--___--_-_----_---__-_-____-_-__-__--___------_-______-_---__----__-_-__
----___-_---__-__---__--_____-_--_-__--__-__-_-------__-______-_____-_------
0005まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/06/10(金) 07:07:26.19ID:???
-_-_-___-__----__-__--_-_--___-_-__-----_---_-___--_---___-__-__--_-____--_-
_---------_--__-_--____-___-_-_-____---_--_________--_---_-----_--__-__--___
_-__--___-___--_-----___-___-_-_-____---_-_---_--___----___-_-__-----__--_-_
-_--__--__--_---_--__-___-__-_-_-_--__--___--_-___-____--_--_-_---___-_-_---
___-_---___-____----_------_-_--_-_-__--_---__-_-_-----___-__--_-__-_____-__
-__-_-_--_-___-__-__---_-_----_-_--_-__-__-----__-__-___--____-___----_-__--
_-__-__-_--_-__---__---_-_-_----_______-_---------____-_---_--_--_-_-_______
_--_----___---_-_--_--_--__--_--_--_--_____-______--_--___-__--___-_----_-__
_---_--__-____---____-__-_--_-__---_---__-_--__-_--_-----_____---_-_-____-_-
-_-_____-_---___-_----_--____-___--_--------____-____---__--_______-------_-
__---_-___--___-_-_______----__-----_-_--_--__-----_________-_--_-_-_---_---
_-_------_____--_-_-__--_-________------_--_--__-_-_-_---_--___-_--____--__-
-------__-_----_------___-___---_____----_----_-__-_-__-_______-_--_____-___
____-__----_-___--___-_----_-_-_____--____-__---_--__-_------_--__-____-----
--________-_----_-----_--___---___--_-__-_---__---_-__-____-_-____--_----_-_
-_-_----__--__---_-_---_---_____--_--___---_--____-_____-_-_-__-_--_--___--_
__--_-__-_--__--__-___---___-_____--__--_----___--___---_-_-_-_------_-___--
---__---_-_--_-___--__-_-___-_-____-_---__--_-_--__---___--__---___---_-__-_
-_-_--____--_---__--_-_-__-__----_-___-__--___--___-__----_--_---_--_--_____
_--_-_---__--__-_-__--_-_-__-_-_--___--__-_-_____-_-__-_--_-_--_-____-------
___-__-__-__-_-___-__-----__--_--__------___--__-----___------_-__-_--______
--------__-__---__-___-_-_-___--_----______-_---_____---__-__--_--_-_-_--___
--_--__---___-_---_-_-___----_-__--_---__-____-_--__--_-__-___---__-_-_-_-__
_--__---_-_-_-_----__-_-_---___--_-_____-_-_--_-__-___-____--_---_-_--__--_-
-_--__-_--_-_-__-_----_--___---_-_-__---__-_--_----____--_-_-___-_-_____-_-_
-_-________----_-_-_---_-_-__-___---_---_---__--__--__-_--_-_-___--___--_-_-
_--_-_--__-_--__--_-___--_____-__---_-___-__-__--_-_-_----_--_--__-__----_-_
_-_-__------_-__--___-___---_-_-----__-___-__--_--__--_--_-___-_--__---_____
-----_----_--____---_------______-_-_-_-__-__-_-____-_--_-_____--__-----____
-------___-___--__----__----___---_____--_-__-_----_-_----__-___-____--_____
__--_---__-----__--_--__-__---_-__-_____-__-__--_-_----__-_---___-_--_-___-_
____--___-_-___--_-_______------____--_--_-_--__-__------___-__----___------
--__---______--_-_-_--_-_-_-_--_-_-_-___--_____-__-_____-_--_-_----__-------
_______-_--_-_-_--_-_-_-_----_-_---_-_---_--__--___-_-_--_--______----_-_-__
_-___-_-__-_--_--___----_____---_-_-_--_--______-_-_-____--_--_----__-_-----
---_-_-__-_-__--___-____---______-__-__-_-_-__--_----__-_-----_-_-__-_--_---
__-______---__--___-___----__--_______-_------_-_-_-_--__---_-___--_---_----
--__-__-__--_-____-_----_------_-____-_---______-_-__-_--__--_---_----__-___
-_---__--__--_-_-_-_____--_---____--___-___----___-------__----____-__--__-_
--___-_--__---__------_____-___-_-____-_____---_-____-_-------__-_--__----_-
--_-__-_-______--_--_---___-_--_-____--_-_---__--_---_-_--__---_-____-_---__
-__-_--__-_____-____-_----_-____-_--__--_-____-_--_--_---__-__----__-_------
_____---__-_-_____-_-___--_--_-_--__--_--_-__----__--_--__-__-__-_--_---_---
_-___---__---__--_-_--------____-___-______-_----_-_--____-__--_--__--_-__--
---_--__-_-_-_-_---___-___--_-___-__--__-_----_---______-___-------___---___
-__--_--_--_-_-_--___--_-_------_--__-__------_---______-___-_-__-_-___-____
-_--__-----_-_---_--_____---___-_--_-__-_-_-_--_-__--__----__--__-____--____
_-_--___--__-_---_--__---_--_-__--__-_-__-_-____--_--_----_-___-_-__-_-_--__
_---__--_--_---_---_-__-_--____-----_-_---__---__---___-_-____--__-_-_______
_--__-_-_-____---_--__---_-----_---_____-_-___--___--____---__-___--__-_----
0006まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/01(金) 07:17:40.12ID:???
____-----____-__-_---__--_--__-_--_____----_------_---__-_-___-_---__-____-_
_-_-_-_-_-____-____-_---_-----_-_--_--_-___---_-___---____---__---___---_-__
_-___-_-_---_-____---_--------____------__-__-_--__-__-___-__-_--___-_-__--_
_-____---___----_-__--___--___--__--_--_---_-_-__---_--__--__--__-_-_____---
-__-____-_---_-_--__---____-_-_-_--_--_-_-__---_-_-_-____---__---_---_____--
-_----_--____-___-__---_-_--___--_--_____----_____--_--__--_----______----_-
__-_____-_-___-__-_-_--__-__---_-____-_-_--_---__----_-----______------_-_--
___--___-__-_--__-_--__-____--_-----__--__-_--____--_-__---_-_-___--_----_--
__--_-__-_-___-_-_---_-_--_-___-_-_-___-___-___---_-_--____-----_--_-_---_--
--__-__--_-_---_-___---_-_-___--_-_--__------_-__-___--__-___---__-_-___-_-_
__-----____--_--__-__--__--_-----_----__--__--_--_____----___-_-________---_
-__-__--____--_--_-_-_____------_-_--_-_--___---_--_____-----_-_--_-__-__-__
_--_-_-_--_--_---_--__-_____-__-_--__-___-_-___-___----__--_--_-----__-__--_
-_____-_-_-_---_-_-_---___--____-_-_--_-_-__----_-____--__-_---_--__--_---__
-_--__-_--____-__-__----_---_-_-___--___--_--____-----_--_-_--_--____-_-__-_
_--_-_----_-__-__--_-_------__-____--______--__-_-_-_-____---__--__-__-_----
_--___--_-_____-_-___----_____-_-_--_---___-_---_---_---____--_---_--__--__-
__---_____-___-_-__-_-__-__---_--____-_--_--__--_-----_-_-__--------_-___-__
____-__----__--_--_---_-_-____-_--_-_-___---_--___--_--__-___--__------___-_
_---_-_--______--_--___----_-__-__-----___--_-__--_--____-_-_____-_-----__--
_---_-____----___-_----__--__-_--___--_-__-_-_-_-_-_--___----__--___----____
----_-_-__-_--__-_--__-__--____-_-_-_-_--_-_------___-_---__-___-_---_-_____
_-____--_-----__-_-_--__-__-_-----__--_-_-_-_----____-_-__--_-_--_-____--___
-__-_--_-__---_---_-_-___-__--_----__-____-_--_-__---_---__-___---_-______--
_----__----_-_-_____-__---_-__----_-----_-__-_--_-__-________---_--__-_-__-_
---_-_-_-_____-_-__---___---_____--__---_-_-__-___-_----__-_--__--__-_--_---
_-____--_--___-__--_--___-_-_--_-_-_-_-----___-_-_-___--_-_-___-___----_----
--_-_---__-_--__---__-_-----___-_-_--_--____-____-___--__-__-__-___-__------
---_-_---_________---__------___-_----_-----_--_-_-__--_-__---_-_-__________
__--___-_____-_--__-_____--_-_-____-__------_--_-_--_---___-_--_-------__--_
-__-_-_-----__--_--_----___-_-_-___--_____-_----_-__----_-__---______-_-_-__
___-__-__-___---_-----------_____-__-----_-__-_____-__-_---__-___-_-___-----
____-__-_--___--___-------__-___--_-________--_--__-__-__----__--_---_------
___-----_-_---__-_-_-----_--___-______---_-_-__-__--____-___--_-___-_-----_-
___-_-_-___--_-__-_--_---___---__-___--_-----__-----_--__-____-__---_-__--__
--____----_-____--_--__--_----_-__-_-__-__--_-_---_-___-_--___-_---_-___--__
_--_---_-______________-_-_---_---_--_---__-__-----------__--_--_____-_--___
-__----__-___-_---_---______-____--_--__-_---_---__-___----_--__-----______-
--_-_-_-_--__----------_______----__-_-____--_-_--______-----__-__--____-__-
____-___-_______-_--_--__--____-__-_--_--_------_--_---__--__------___---_-_
___-_----__--_--_----_--_--_--___-_-_-__----_----_____--_____---_-_____--___
--___-____-_---_-_-_--_-____-_--__-_-_-_-__-__-__----_---_--_--_-_---_-___-_
-____--____--_--__--_-_---_--_---_--_---_-__-__--_---_-_---__-___--_-_______
-_-__-_-------_----_---_-__-_---_--_____---__---__-_-_-__-_______--_-____-__
-___-_______--_------_--___--___-_-____-_---__-__-_---__-_---_-____----_----
-___--__-_-___-_-_--____--_---_---___--___-__--______----__-_-----___---_---
_-__-___--__-___----_-__-_----_-__---_-_-___--___---_-___-_---___-____------
_--_----__-______-___-__---------_-__--___--___--_-__--_______-_--_---_--_--
___---_--__----__-----__--_--_--_-__---____-_-___--_---__-_--__--__-_-______
-_______-__-__-_-___-__----_-----_-_--___--_--__--_-_------_-_-_----______-_
0007まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/15(金) 07:05:52.95ID:???
_---__---_-_--_----_-_-_-_--_-__-__---_---_-__--__--___--_-_-____-_--_______
_______-____---____--_----_---__-__----___---_--_-_---___-_--__---_-_-_-__--
---_--_-_-___-__--___--__-_-__-_-______-_-____-----__----------____-_-__-_--
-----___-___-_--__-____--_---____-_---___---__-_-_--__--_------__-___--___-_
__-_-_-__-_---_-__-__----___----__--_-_-_-_-__------__-_-___--__--_-____--__
---_--__-_---__-_-_--_-----___-__-__---__--__--__--_---__-_---______--______
__--___-_-__----_----_-_-___--__--_-__---__-_--__-___-___--__-__---__-_--_--
-_--_--_-__-____------__-___-_-_--_----___--__--____----_--__-_---_--_______
___-_-----_---__-___----_--_-____---__--_-__-__-__-_-_-_--_--_-___---__-__-_
--_-_--___----__-_-_-_------__-_____--___--_-_--__--___---__--_-____---_-___
____--_-_-___-__-_----__---_____-----_---_--___---_-_-__-_-_---___---___-_-_
____-__-_--_-___---__-_--_-_-___--_--_-_-_-__--___------_---___-_-__---___--
______--__-_-__-__------_-__-_---_-___-__------_-_____-_---__--_-__-__---_--
------_-__-_-_-______-__--_--_-_-_--_-_--___--_-_-_---__-_-_______-__--_----
___---__---__---_-_-__-_-__----____-----_-___-__----__--_-_______---__--__--
-_----_----_--__-_-__-_-___--_____-___--__-__-__----_--_-_----__-_-__-___-_-
-_-__-----_--_-__---_---_-----__--_-___-_-_______--__--____-___----_-___-_-_
_-__--__-_-_--_---____---__________--_----_-_--__-_-___--_---___-_-----__---
-_----__-----____-_-__-_--____--___-_-_-_-__---_-_-__---__-----__-_--___-___
----____--_-___----_---_---_____---___--__-_-____-_---_____-_--_____--_-----
_-_____---_--_--_-----____---____-___-____---__-__--__---___-_---__-----_-_-
------_-_---_____-____--____-_---_-_-__-__-___-_----__-___--_-_-___--_-_----
__-___-__--_-_-_-_-____--___--_-------__-_____-____-_-----_--__--__----_--_-
____---_-_-__---__-_-__-__-_-_--_---___----_-----_______----___-----_-___-__
--__-_-___-_--_---__--_--___-_--_--_-___---_-__-_--------__--___-__--_______
__--______---_--_----__---------_-_-__-__--__-__-____-_----______-_---_--___
_---_-____----__--_------__--_--__-__-_____-___-_---_--_____-_-__-------____
-_--------_--_-____-_----_---_-___--_--_--_--__-_______-___-____-__-__----__
---_----__-___--__----___--_---_-_____-----______---_--__-__-_--___---____-_
-_---__--__-_-___-____---_--___-_---__-----_--___---____-__-__---_--__--_-__
______--_-_-__-__-_-_--____-__-__--_-_---___-_-----__-_---_-__--_--_--_--_--
--_-__-_-_--_-_-_----------_____-_--_-____-____--_--_-_--___--__-__---___-__
_----____--____-___-_--_____-_-_-___----_-_-_--__-__--___-__---_-_---_------
__-_-_--_-___-_------__-__---___-----__--_-_-_____--_--_-__-_-__---_-__--___
----_-___-_-_---_-__-_--_----_--__-_--____-__-____---___-___-_-__-----__-_-_
__--____-_-___--_-_____--_-_--__-_-_-_--__-_-_-___---_----_---__-_----___---
_-_--_-_-----_--_-_--_--_-___---__--_-_---_-___-__-_-________--__--___---__-
____-___--_-----_--_--_------_-________---___--_---_---__--___-_-_-_--_-____
-_-___-_____--__-__--_-_-_--_-_--__-_-___-----_-_---_--_-__-___----____----_
____-__-_--_-___---_---_____--__-__-__---____-----_--_----__-__--__---__--_-
_----___---_-____-___---___---___--__--_--_---_--_-__---____-____---_---__-_
___-_-____-_-_-----_---__---___-_-_---__--_--__---___--___----_--_-__--_____
_-_____-_-_-_-_----__-_-_--_--___---_-----______-___-_--_---__--__----_-_-__
-__-_-___-__--_-_____-__-_-__------__-_---___--_--_-----__-_-_-_--_--_--____
----__---_-_----__-_-____--____----_-----_-_-__________-----_--__--__-_-____
__------_-__-__-_--_______-_-_---_--_-_--__---___-__----_-______-_---_---__-
_-__-__----___--_--___--__-___-_-_--_-__---_--_------__--__-____-_---__-__-_
---_-----____----_--_--_-_____-_-_-_--__--_--__--_--__-__----_-______--_____
-__---_--___--____---__-___----_-_-_--_--------_-_-_---__-__-_____-_____--__
-__---______--_----__---____---__-__--____-___---____-_-___---___-------_---
0008まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/22(金) 07:04:58.01ID:???
---_-____--_--____--__----_---_--_----_---_--_-_-___---___--__-___-_____-___
___-__-____-------_---_-_--_-__-_--_-_--_---___-____------___-__--_-____--__
-____--____-_-_--_-__---_--_--_-__-_---_-___---_-__-___-_----_--______--_---
_-_-_--__-___--__---__--__--___--__----___---_-_--_-__-__-----_-_-_-__-__-__
_-___---____-__--__-__-______--__--__--___---_-_--_-------_-__--_--__-__----
--_-_-_--___-_--__-_-___--_---____---_-_---__----_--_______-_--__--__-___---
_____--_-__-_--_-_-_-_--_--_-_-_-_-_--_-_____-__-----_-_-___-_-----__-_-_--_
--_---_____---__-_---___-_-_--_-__---__---_-_--____-_---__---_-_-_-__-__-___
_-----__---___----_-_--_____--____-_--_--___----_-__-__--_---__--___-____--_
_-___-_-__-__---__--_-___--____------__--_____-__-_-_--------_-___-____-----
_-__-__-_---____---__-_-_-____--_-_--_--_---__-__--____-___---_-_--_---__---
---_-_---__------_______-_----_-__-_--___-_-_-__-__----_----___-_--___-_____
---_---___-----_--_-____--_--_---___-__-___---_-__--__-______-_--____-_--_--
_-___-_-____-_-_----_-_-__-__----__-----____-----_---_-_-__-_-__-_-__-_-_-__
__---_-__-__-_-_-------___-_-_-____-_-_--_----_-___--__-__------___-__--____
_-_____-_-----_-_-_--____--_____---_-_---_--____-_--__--___--_---__--_--__--
_-_-_--___-__-__--__----___-_-_-_-_---_--_-__-----_----___---___--____--____
-_---_-__-_-__-_--_-_-_-_--___-____-__---_---_-____-__--_-_--_-__-_------___
_--__-----___-------_--__-__--___-_---_--_______-__---__-__-__-----____-_-__
__-__--_-_-_-_____-_____-_-__-_-_--_--_--__--_----_----__----___-_-_--__---_
-__---________---__--_--__-___---_-_____--___---__-_---_____-_-----_------_-
---__-_--_-__-_______------___-_--__-_---___----_---_---____-_-_____-_--_--_
_____--__---_---______-__---___--_----____--____----____-__--__-_---_-------
---_----_-_-----___-__-_-__-_-_-----__________-__-__-_--_-_-___--_--___--_--
--_--____-__--_-_-_-------_____---_-__-_-_-__--___-_-_---_-___----_-_-____-_
-___--_-_-_--_--_---__-_-____--__-_------__-__--___-----_-__--___-_-_--_____
----___-__-_----____-___-_-_---__-___-------__--_----___--_-_-_---_-________
--------______-_-_-_-___-_----_-_---________----__--_-__-__-_-_----______---
_------____-_-__-__---_____-_-_-_-_-__----__-__-____-_--_----___----_-_--__-
_---_-_-__-_-_---____--_-_-_-__-_-__-__--_--__--___----_--___-_-_-_____-----
_____-_----_--_-_--___-____-----_-_----__--_---_-_____--_---___--__---____-_
-----___-----_-_______--__-_____--____-----_-__-____----___-_----_-__--__---
---_--___-----___-_-_-_-__-___-___-___--__-_---_----_-__-_-----___-_-_-____-
_-______--_-_--_-__-_---_--__--_--_---_______-_--_---_--_--_--_-_--___--__-_
_-_-__---__-___--__-_-_----__--_-__-_-___------_--__-_-_-__--__----__-__-___
__-___-__---____---_-__--_-_-_-_--__----___--_-----_-___-___--___---___----_
__--_---____-_----__-_--__-__--_--_--__--___-_-_-___----___----__-_--_--____
__--_---__--_________-_---______------_-___-_-_---_---___--------_____----__
--_--____-_-_--___-__---_--__-_---___-______-----_--_-____---_-___----___---
-__--__-_--__--_-___-____---__-__-__----_--_-___-_--_--___-----___-_-_-__---
___-_--_--_--___--__-_-_-___-__--_-____-----_________-_--_-_---_---_------_-
-___-__-_-__-_-_--_-__-_-_-_--__--_____-_--____-------_--_-_____---_---_--_-
__-_--_--__-_-_-_-_--__-____--__--__---__-_------___-_-_--____-_--___-_-_---
_--___----_-----__-__-_-_-_-_--__--__--_-__---___--_-___-__--_-_-_-_-__-_-__
_____________--___-__----_-------__-_-___-_---__-__---_--___-_-_----__------
___-_-__--__-__--___---_---_---__-_---__-____---_-_--_-___----__-_----___-__
--_____--_--____--___---_---__-___----_-___-_-__-__--_--__-_--_____---_-----
--___--_-_--_--________---___-_---_-------___--______-_----___---___--__---_
---_--__-___---__--_---__-_--_-_---_-__--_-__-__--_-_-___-__--_-_-_-____-_-_
___--__---_--_____--___-__--_-_--__---_-------_____-_-_-__-_-_--_-___-_--_--
0009まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/29(金) 07:07:46.89ID:???
_-----_---___----_-_--___-__-----_-_______--_---__-___----__-_-_-_--____-___
-__-_----_---_-_-___-__-_---_-__--___--_-------_____-_--___--__--_-____--___
___-_--_______--_---___-____--__-----___--__-_---___-----_---_---_-_--____--
___--_--_-_-------_-____-___--__-__---__-------__-__-__-_--__-_-___-___--_-_
____--_--_----_____--__---_----_-__---__-_------___-_-_-_-_______-_-_-_-_--_
__-_-_-_-_-____--___--__---__-_-___-_-___-_---___---_--_-__--_---_--__---_--
_-_-____-___--__---____--------_---__---___-_-__-____---_-_-_--___--_----___
-______--_--____---_--__-__-__-__--__-----_-_----__---___-_----__--_-___--__
--___--____---_-__-__-___--_-_----_-__-__-_-_---__--___--___-__-__------_-_-
_----_-_____-_-___---__--____-_______--_-_--_----------___-_-_-___----__---_
--_-_-__--_-_-_-------_--_______--_-__--_--____-_-_--_-__-_---___---___--___
___----__-----_______-_--_-____---_------_-_-_-----__---___-_____---__-_-___
--__--____--_-___-_-__--_-___------____--__--_-_---__--_--__-_------_____-__
--_____--_--___------__-__-----_-----_-_--______-_-_-__-__-__--_----__-_____
------__-_---_____--_---___--_-_---_---__---_-_-_____-_--_---____-__-___-___
----_-_---_-___-----__-_-_--__-__--_-__---___-__-__-__--_-_--_____-__-_--_-_
-__--__----____-______--_----_____-----_-_---_--_-___-_--_____-__-----_-__--
---____--__----_---__-_----__-_---__---_-_-_______--_-__----_-_-__--____-___
-_----__---___-_--_----__---________-__-__-_---_---_--_-_--__--______-_--__-
_-----___--____-_-__-_-_-__-_---__-_-__----_--_-_-_---__-_---__-___---___-__
-_-__-___---__-_-_-_---_-_--_--_-__-_------_-_--__----_--____-___-_____--___
_-__--_-_-__-_____-----__--__-_----_-_-_-__---______--___---_-_-__-__----_--
_-_-_------____-_-_--_---____-_--__________--_-_-_-_-___---_-_-----_--__--_-
_-------___________-_---__-_--_-_--_-__-------__-_-__--__-_---__--_-____--__
--_-_-_-_-__-__-______--_--_-_--_----_-__-__-_--_--___-_--_-_-____-__---_---
-_-___--_--__-_---_--______--_---__---__-____----__-__--___------_--___--___
--_-__--_-_--_-__--_______-__--___-_-_--_--__-_--__-_---_-_---_-_-----__-___
___--__-_----_____-_-__-____-----____-----_--__-_---_____-_--__--_--__--_---
-__--_-____----_-_-------_--_---_-_____-_---___---_-__-_______--_--_-_-_-___
_---__-__--_----_-__-_---------_-_-__-_-__-__--___--_____-___-_____------___
--_-_--_-__-_-__-_______-__----_-__---_--_---_-__--___--__---____----___-_--
-__-__------_----_--_--___-___-__-----______-__---__-_____----__-_-_-_-__--_
____-___-__---_--________----__---_-__---___-_--_--_---___-_-___----_-----_-
__-_-__----_------____-_--_-----_---__-____-____--_-___-_____--_----__-_--__
--_-_-_-------_------___--_____-_-___--_-_____-_----__-_____-___--____-_----
-_-_--_-__-__-_-------_-__-_-_-______--__-__-----_-___--_----_-_--__-____-__
_-_-_--__-_---_---______-___-_--_-_-_-_--_-__-___--_--_-_--__---___---_--__-
_--___--_---__-___--_--_--___--_-___-----__--_---__-____--_____-__-__-_-----
----_-_-_--_---____-----___-_-_---____-__-_-__-_--_____-_-_-_-_----_-___--__
-__-__--__--_-_-_-_-_----__-----___---_-____-___------_--___--____-_--___-__
__---____--_-__-_-_--_-_____-__-_----_--_--_____--_--_--____--____---------_
--___--__-__-__-______--__---__-__---_-_--__--___-__-__--_-_-_-_--------__--
-_---____-_----_---____-----_-_-_-----______--_---_-----___--______-_-______
-_-_-_-_-_--__--__-__-_--_-_---_-_-_----_-____---___---_-_----_____--___-___
-_--__---__-__-____----__--_--_____-__-------____------__-_--_-_--_-__-_____
-_______------__-___--___-_-__--_---_-_-_-_---__---__----___-_-__----___--__
_-__-_-_--__-_---__--_------_------____---_-_--___-__--_-__--___-_-______-__
_---_____-_-__-__---_-___-__-___-_--_-___--_-__---_---_-_____------_-_--_---
-___-___--_-_-__--_--_-_-_--_____-_--_---_-----___-__--___-__-__-_--__---_--
--___---------_--_--_--__-___-_--_----___--_____-_____--_---____-_-_____--_-
0010まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/08/05(金) 07:02:30.57ID:???
____-_-_---__----___-_-____-_-__----_--_--__-_--_-_---_-_---____-___-_-_--_-
-_-__--__--______-_--___-_------__-_-__-_----_-_-----_-_-_-__---____-_--____
____-----__--__--_-__--_-__--__----_-__-__-__---_--_-_--___-_-_--_--__-_-___
---_-___-_--_---__--____---__--_---_--___-__-_--_--___-_-_---___-_---____-__
_---__-___----_--_-_-_-__________----_-___--___----_--__--_____--__---_-----
----_--_----__-_--___---__--____--______--_-__-_-____---__-_____-----_-__---
-__-____-__-_---_-_-____-_---_----_-_--_____-_-_-_--_________-----_----_----
_---_--___-____-_-__-____--_-_-__-_-__-_-_-_-_-_-____---_-_---_-----_-_-_---
-_____-___--_-_-__----__-_--_-___--___-_-----_--_------__-_-_-_--_-___--____
_--_-__-_-_-_-_-___---__-------_------______-_---___----_-__-___-_-_-___-___
-_____--_-__----_-_-____----__----___-_-_-_---_____--_--_____--__-_---_-_---
__---_-----__-__-________-__-__-_-_--__-___------__-----___-__--_-__-__-----
__-----__--_-_---_-------_---__---___-----_______-_---________-__--__-____-_
____-_-___-____-_-__-_-_-_--_--_-__------_--_----_______-_-------____-_--_--
--_--___-_-_--_-_-_-__-__-_-__-__-_--___-_-_----_-__-______--___----_-----_-
-__-_-_-_-_---___--___-___---_----__-_-------__-____-___-__-__-__-_----___--
_--___--_-__--_-_-_-_---_____------__--_---_--_--___-_-__--_-_--_--_____-___
___-_-__--_--_--__-_-----------_-____-_--____-__-_-___-_--__-_---_--___--___
----___-__----_-_--__-_-----_____--___-__-__-_-____----_----_-__-_---____-__
---_-_--___-__-______-__---__-_-_-__--_-__-----__-__--__-----___--_-___--_--
-_-__-_-__-__-_--__-____--_---___-__-__---_---__--_-_-----_--_-__-__-_-_-_-_
-__---_-__--_-__-_-___-_-_---_-_---_--_-__-___---___-_---__-__-___-_-_---_-_
-_--__---_-_-_-__-_---__--____-__-_-__-__---_-_-__--___---____----____--_---
__--_-_-__-___-_--_-____--_-___----___--___-_----__-____--_---_-__----_-_---
--------_-_-___-_---__-_------__-_____-_---___-_--_------_________-__--_____
-_--_---______-__----__--_-_--__-__--____-______--------____--__----___-_---
_--__-_-___---_--_---__-_-_--____-_-_-----__-_-____--_--___--___-_-_--_-_--_
_-_--_------___--_____-----__-_-_-___----__---__--_-_-___-_-___--____-_---__
-__----_____-___-_-_-_-_---__--__---_--_---__-_-----_-__--_-____--__-__-_-__
____--_-__--_-____-__-_-_----____--__-____------__---_--_-__--_-__-__--_----
-__-___-__-------_--_--__--_--_-_-__--__-__-____-___---___---___-_--_--___--
-_----_-_-__--__-_-__---__--_-_-_--_-_______---__-____-___-_----__----__-_--
__----___--_-_____-__-----_____-----__-__------_____--_---__-__-_--_-__--_-_
--__-_--_---___--_-_----_-__------_-_______-___-__--_-_-___----____---_-_-__
_-_-____----__-__---_----___-_---_____-__--__-__------__--_-___--_--_--__-__
--_---_-___--_____--_-__-__--__--___-_-__---_--__--_-_-----__-__-__----_-___
---_____-____----__-_-----_------_-__--___-_-_-_-_--___-__-_----__-__-___-__
_-__-----____--_____-_-_--____-_------_-___--_------__-_--_-_--________--_--
----_-_-_-___--_--_-_____-__-_-_-___-__-_--_-__--_----_-_--_--__-__-_----___
_--____-_-----_-_-__-_----_-__----_---__-_---_-__-__-_-_-___-_--__-__--_____
-__-__--_--__-_----___-___-_-----_-__---_-_--__----____--___-_--___-_-__--__
-_-__-__-_---_----_____---_--__-----________--____-----_--_-___----_-___-_-_
_-_--_____--__-----__---_-__-__---_--_---__-__-_-_-__-__-____-___-_---_-_---
-___-_____--_-____--_-----__-_-_--___--_--__-__---_-__--_--_--_-_---____-_--
-_-_---_--_--_--_--__------___------_-___-__-__-___-__-___-______---___---__
-__-_-__-_------__-_--_-_-_-_____----_-_----_-__---__--_____-_-__-__---___-_
--_---_-_--_____-__--_---___-_-__-__-_-_--__---_-___-_---___-_--_------_____
--___--__-__-__-__---___---___-_-----____-__-----_-_-_-___---_---__-_--__-__
_--_-_-_-----___--___--_----___--__-_---_--____-----___-_--_-_____---___-___
-___-_---_---__________--___---_-_--____----_---------__--_----_-_-_____-___
0011まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/02(金) 07:02:59.83ID:???
_---__-__-___-_____-__--_-------___----_---____-_---___--_--__-__-_--___-_--
-_---__--_--_-__--_---__--__-_-_____---__----_-_--_-___-_---_-__-_-_-_____-_
___-_____-__-_----___-_---_-__---_____--__-__-_--_----___---__-__-----_--_--
--__-_--__-__-_--_-----__--_-_--___--_-__-__---_-___-_-_---__-__---___-__-__
_____--_-_--___-----_-_--___--_______---_----___----_-__--_---__--__-_--_-__
-_-_---_--_--__-__-___-__--_--___----__--_--_--__----____--_-_-_-_--______-_
-_____--__-___-_-_------____---__---___-__--_---_-____----_-_---_-----______
--_-___-_-__-___--__-__--__-______--_-_---__---___-_-_-_-_---_-_---_--_---_-
-__----__---_--_----_---_-__-___-----______--_--_-__--___-_-_____--______---
-_-----_-_-_-_--__-_-__-_-__---_-___--_-_---_---___--_--____---_--__-_______
___-_-_-____--___-___--_--_--_-____---___----___---_--___-----_-__-_--__----
-__-_----_--_--____-_--__---_--_-_____-__--____--_--__--___-__--__-__-_-----
------_-___--__--_--__-___--_-___------_-_-___-_____-__-_---___-_-_---_-__-_
-__-_-_---__--_--_____-__----_-_-----__-__-_--_-__---_----_-_____--___-_-___
_---_--_-______-_-_--_-_--_--__-_-_----___-_-_--___-__-_-_-_----___-_---_-__
-_--__-_-_----_---___-_-_-_____--__-----_-_----____--_--_--_-_-_______-__-_-
_----_-_-_-__----____-_-----___-----------_-____-_---__--____--________-____
_---____-_-_-___-__-_-_--_--____----___---_-___-___--____---_--_-------___--
---__--_---____--_----____-___-_____-__---_-___---_--_-_-__-_____----_-----_
-__--___--_-_---_-___-_--___-_--___-_-_---_-_-__--___--___--__-__-------___-
-_-____-_-_-___-----_-_____---___-__-__-_-_-------__-_--_-_--_____-_-_-_----
--_----__-_-_--_-__-_---_--__-_-__--_-_---_-_--_____-__---_-___-__-____--_-_
--_---_-___-_---___--___-____----_-_-----_--_-_-_--____-_--_-_-_-__-_-____-_
_-_--___-___--_---_---__-__-_-_--__-_-_--___--_--__________-------_-__--_---
_-__---____----_-_-__-_--_-_-_-_-_-_____-____---_-----___--_-_------_____--_
-____-__-__---___-___--______-_---__--___--_---_-_--_--__--_-_-----_-__---_-
_-__--_---__--__-_-_-----______----__--____-_--_-_--__---__---_--__--______-
---__-_-__-__-___-_______-___--_--_-__--_---_---___--_--__--__-_----_--_-_--
_--__-_-__--_--_-__--_-_-___-_-------__------_____-__-__-_-___-----__--_____
-__-__-____---_-_-_-_-_--_-_-_-___-_-____---_-___-_--_-__-_-_--_--_-_---_---
_-__-___--__--_____-_-_-_---_-___-_---_---__-___-_------_--_-___-_---_--_-__
---___--___-___--------__----________--_-_-__-------___-_-__---___-___--__-_
___-__-_-_-_-__--_-------_-__---_--___---___-_--_--_-____----__-_--_-____-__
_-_-__----____---_--_---___-__----__-____-____-__--__---_--_-___-_---_--__--
-_-__--__-_-___--_-__-_-___---___-----_---__-_----_-____-__--_--__-___---__-
___-----_--__-_-_----_-_-_--____-----_-___------____--__--_____-___---_-____
_-----__--___-_______--_-__------__----------__-__-__-_---___--__--_-_______
____---__-_---____-----___--_---_--_---_--_-____-_--_--__-___--__-_---____-_
-__--___--__-__-_-_--_-_----_---_-_-_-_---_-__-__-----__-_----___-__-_______
__---_-_--____---____-_--___-_-_--_---__---__-_--_-__-_-_-__-_-_-___-_-_----
_____-__-__-------____--_---__--_----___--_-_-_-_____--_--_--__--_----____-_
--_-___-_-_--_-----_-____-_-_--___-__---__-_-_---_--_____--____-----_-_-_-__
_--___-______-_-----__-___----_-_--_---__-_-_--________----_----_-_____-----
__----____-__---_-____-__--_--___--_--_______-____-_-_---_-_-_-_--------_---
-_---_-___-_---__-----__--______-__-_--_-_-_---_--__-__------____-__--__-___
_--_--_--__--___-------_-____-__-_-_-_--_-_-_---____-_____--___-_--__-_--_--
-_---__-_-_-_-_--_---__---_--__----____-___---_-____-_-_-_-_-_---_--_____-__
____-__----__-__-_--_-_--_-__--____----_-_--_--_-__-_-_-__-_-_---__-___---_-
--_-___--_____-_-_-__-_--__-__-----__-__-__--_---_---_____----___------____-
-_--__---____-_--_-_--_----_--_-_--_--_--_-___-____-__-___--_--___-_-___---_
0012まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/09(金) 07:10:26.20ID:???
_--_-_-__-_-_--_---_-_---___-_--___--___--___-__--_--__-__--_-_-_-__-----___
-_-_--__-_-__-__-_-__-----_-_-______-_-______-__-_---_-------__-_--___-_----
-_-__-_----__-_--_-_------____----_--_--__--__-_--___-___-_____-___---__-__-
-_----___-_----__---__-____--_-_-__-__--_--___-_-___-_-__--__---_---_-_--___
_----____-_-_-__--_--_--__----_---___---------__--_-____-_-__-_-______-_-___
---_____-___-__---_-_-_--___-__----___--__-_--__-_-_-----_--_--____-_---__-_
-__-__-___----____-___-____-__-----_--__----_-__--_--__---_-_____-___-------
-__-__-______-___-_---___--__-_-___-_-_------_-_--_--_---_--_--_-_--_-_-_-__
--_----___-______-__-__-__-_-___-___-__---_---__---_-_-__-----_-_-__-_---_--
____--_---__----------____-_--___--_-_--_____--__-__-_-_--__--_-_-_-_-__-_-_
__-__--_--------_-_____---___-_-----------__---___-_-__-____-___-____---____
----___-_--__--_--__-__-_____----_-_-______-_---_-_-__---_____-_---_----__--
__--___-__--_-_-_--_-_--____--_--_-_-_-_---_-_-_--_--___-__-_-___--_-_-_-_--
----___-__--__---_-___-_--_--__--__----_____--____--_-___----_--__--___---__
-_-__--__-_____----_-__-__-__--_---___--___--_-_-_-_--___-_--__--_--__-_----
----_-_--_-___---_-___-_--_-___-_-_--_---__---___--___----____-_---_-_-_____
-_--_-_-_-___--_--______--_-__-__-_-__---_----___-_--__-_--_---_-__-_---_-__
---__---_--__-_-_--____---_---_---___-_--__-______-_--__--__-_-_-__--__-_--_
___----____----___---_-_--_--__--_--------_-__--__--_-_____--__-__-__-_-____
____-__--_-_--__--_-_-__-__---_--_--_____-__---__-___-_----____-_-----_-_---
--_--_--_-_--___--_----__-__-___---__-_-___-_--__---__-__-__-__-_-__----_-__
__-_-__-___---___-_--_--_--_--_---_-_-_--_-__-_--_-_-_-_-_---__-__--___-__-_
____-_-_--_----__-_-_-___--_--_-__---_-__--___-___----_-__----_-_-__-_---___
_-_-___-_--_----__--_----____-___-_-__---__--_--_--_--_-___--__-_-__-____---
_-_-__-__-____-__--__-___----___-----_-_---_-_------__---_-__--_-_-__-_-____
--_-____--_---_-__--_----__--_-__--__-__-___----__-_-_______-_---_--____----
__--_-----__-_-__--__--_-----_--____-__--__-__--_-__-_-_--_--_---__-______-_
____--__-___--__-_-_-_-_---__-____--__----_---___-__-_-_-_-_-_---_--_-_--_--
-_____--___-_-__---_--__-_--_______--_-_----_----_--__-_-_-_-__-__----_-__--
___---___-__-__-__---_--_--___--___---__---_---____--__---_-_-_-_-_-_-__-_--
_-_-__-_--_____--_-_-_---__----_--_-__-____---__-----_-----__-___-_-_____--_
------_-_-___-_--____--_----_-_--___-_-___-_--__-_-___--_--__---__-______---
-_-_----___-_-____-__--_-___--------_----__-----___-___--___-___-_-_-__-__-_
__-_-__-_-____-----__-_-_--_-____--____---_-_----__---_-__--___-_-___---_---
--_____--_-----__-_--__--_--_-______-_------_--___-_________---_-_-_--_--_--
_---___--___-__-_-_____--__---__-_-__-_-_-_-_-_--_-__------_-_____-_-----_--
-____-_----__--__--___--__-__-___-_----__-__-____---_----__--__-_--__--__---
-__----__-__-_----_--_---_-___-_-_--_-__-___----_-_--_______----__-_-_-_-___
____-__-_--_-_-___-___--_----_-__--__-_-___----_-_----_-____---_-_-__-__----
--___---_---_--___-__--___-_-__-_____--_---------__-__-_--__-----_-__-______
--_-__--_--___-____--_-_--_--_---__-__--_---__-_-_-__---__-___----_-__-__-__
--__-_-____-_--_-_---__-_____-__---_-___--_--__-_--_-_-_-____-----__--_----_
_----_-__---_-__--_--_-----___------------______-_____-_-__-___-___--_____-_
_--__---__--_--_--__-_-_-___-_-_-_-_-----__--_--_-_____--_-_--_-____---_-___
_-_____-__--_-_----_-___-__-___--__---__--_-___-_-_--_-__-_-_-__---_------_-
___-_-_--_-__--__-_--_---__-_--___--_-_--_-__--____-_____-___-----__--_-----
--__-_-_____--_-_------_____-_-_-_____--______--_-----_____--------_--_-_--_
-----_--_--___-__-__-________-____-_-____-__----_--__-_----__-_---_---__----
-_----_--_-_____-_-______---____-------_----__-__--_-___-____-_---_---_-_-__
--____-_--__---_----_---____---_-_-_--_-__-_-_-_--_-_--_-____-_-__-____--_-_
0013まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/16(金) 07:06:21.11ID:???
-__--__----___-_______-___------__-__-__-_____--_-__---_---_--_-_--_--_--_--
-__--_--_----_---_-__----_--_-___-____-___-_____--_--_-__-_-_--_---_--___-__
_--_--__-_____-_-_____----_______-----__-----_--_--____-_--_--__--_-_-_-_---
-_---_---___-___---_--_-_-_---_-_-______--____--___--____---_-__-_-__-_-----
------_-_--_-__--_-___-_____---____--_---___-_-_-_-_--_-__-__--__--__-___---
-____-__-_-__-__-----__---_----_-----_-____-_--________---_----_--_-___--___
-------_----__--___-__-_-_-_-___-_______----__-__--__-----__-___--_-____-_--
_--_-_-__-_--____--_---__--__---___----_-___-____-__--_--_-_--_----____---__
___---__--__--_---____-_-___--__-_-_--___-___-_-----_-----___-___-_--_---_-_
___-_-__-_--_---_-_--___-_-_____-_---____--_--_--____-_--__---__-------_-__-
_-_-__-__-_-_-_---_--_---_--_--__--__---_-_---___-___--_-__-----__-____-____
-_-__--------_-_-_-___--_---___-_-_-_-_-__--_--____-_--_-___-_-_--__-_-_-___
_-----__--__---_-___--___-_-__--____-_---___-___---__---_----__--___--_-___-
------_____-__-____-___-_--___-_-_-_-----____-_---_-__-___-----__-_--_-_-_--
-___---_---___-_---_-_--___--__-----_---__--_-____--_--_---___-___-_--______
__-----__-_--_--_____--__--_-_-_--__-_---__----_-_---_-_----___-_-_-________
_---____-____----_--____-_----_-__---_____--_-___--_--_--__---___---_--_--__
_-_-__-_---___-___-_-__----____--_-------___-__---_-----_--__--____-_-____-_
__-_-_-_-_-________-_--_------_---_----_-_---_-_-__--___--_----_-__-______-_
--_--____---___-_______-_-_--__--_--__-_-___------___-__-___--_-_----_--_---
--__-_-----_-___-__-_-_-_-___--__-_--_-_---_-____--_---____-___--_---_-_--__
__-_---_-----___-____-_-_--____--_-_____----_---_---___-__-_-_-__--__--_-_--
__---___------__-_-__-_-_-_---_--__-__--_-__---___---_-__--__---__-_--______
-____----_-_____--___-_-___--__---____-_-__-_-----___-_--_--__--_----_-__---
_-__---_------_-----__-_-_-___--___----_-_-__________---_-----__---_____-___
__-__-__-__-__-_-----_-_-___---__--_---_---_-____--_---_-__-__---___-_-_--__
_____-___-__-__-_____--_---_---_---_-____--_____----____-_-----_-------_-_--
__-__-_--_-_____--_--_---_----__-____-__---_---_-____--__-_---_-_-_-___-_---
---___-__---___-____------_-_-__------____--__-_--_____--_-__--_--__-_--___-
-_-___--_-_--_-_------__--_____-_-----_--________---__-____----_---_-_-_-___
-----_---_--_-----___-_--_--__-_--__-_____-----___-___-____---__-____-_-__-_
__--___--_--_____-_--_----__-_----__--_-__-____--___--_---___-_-_-_--__-_---
--_--_-_-_--_--_________-__--_--_--_-_-__----____--___--_----_--___-_---__-_
--_____-_-_-__-_-_-_----_-_-__-_--___--_---_-_-___------_-__----_-_-______-_
--__-__--__---_-_--_-_____----_-_-___-------____--_-----_____-____--__-__-_-
-__-_-__----____--__---__----__-_-_____-_----___--_--__---__--__--_-_--_-___
_____-_-_____-------__-__-_--__-_-----__-_--__-__-___-_-_-_-___------_-_--_-
__--_--__--__-__---________-__--__------_---__-____---_--_--_-___-__-_----_-
--__-_-____-__---_-____-_-----__--_---__-_-____-_-__-_--_____----_-_-__-----
_-_-_---___-___--_-_-___----__-_----____-_-___________----_----_----_-_-_---
----_---__---_-____-_-___----______-__-_-_-___-_---_-_-_----_____-___--_----
_-_--_---_--__--__-____--_-__-_--_--___------__-_____-__---__-_-----__-_-___
___----__-___--_--_____-___-----____-_-_-_------_--_-_--__-_---____-_--_--__
---__-_-__-__-_-----__--_-__---__-__-_--__--_--_--_-_______---_____--_--_-_-
___--_----____-______-_--_-__-_----_____-_-----__-_--__-___---__----__--_---
__----_--_--____-___-__-____-_--__-_-_-_----__-__----_-_--_-_--__--__-__--_-
---__-____-__-_-_____------__--_-_-___-__-___-_-------_--___-_-__---_-_-_-_-
----_-_-_----______-_-_---__-__--____--__-__-____---__--__-__----_-__-__----
_-_-_----___--________-_-___-_---_-___-_----______--__-_-___--_--------_----
--_-_-_---__-_-_-_-__---_______---___-_-_-------_--_-___-_-___-_--___-_-__--
0014まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/23(金) 07:03:07.13ID:???
-___---___-_--___-__-__--______----_--_--_--__----__--__--__-_-___----_-_-_-
---_-_-___--_--_------_-___--_-_----__---______-_---_-_-___-----_______-____
_-_-_-__---_-_-__--___-----___-__-___-_--____-__-----__--_-__-_---_-_--__-_-
_-___-___--_---_---__-----_-_--_____-__-___--_--_-__--___--_-_-__--_-_--__--
__-_--_-___-_-_-_-_--___-_--____------_---___--___---__-______-__----_----_-
--_---_-_---___--__--_--__-_---_---___-_-_-_-_______-_______--_-----_-__--_-
__-__-____-_--_-_-_-_--_-__---__-___---____--_--__-------_-__-__-_-__--_--_-
_-_--__-----_-______-___-_-__-__---------_-___-___-_-__-_--_-__--__-_--__---
-___-_-__---_---___-______-__--_----_---_____--___---__-___-__--__--_-------
-___----_-_--_---_----_-_-__-____------_-_-___-_-_____-_--_-____-_--__--__-_
-_-_-___----__---_-_---__-_-_-_-___--___----_-___--_------__-_--____--______
-_-______----__-__-------______-_----__--____-_-____-__-------____----___---
-__-_---_--_--_-_--_-__--_--_---------_--_-__-__--___--_______-___--______-_
---_--______-_--_-__-__-___--_-_-_---___-_--_-___-___-_--_-__-----__---_-_--
-----___-_--_--__----_--____-___---_--___--__-_-_-_____-_---_-_--_-_-_-__-__
__-___-_-_-------_--__-_-___--_-_---_--_---_-_--___-__--_-__-______-_-_--_-_
--_--__-_----__-_-_-__-___-_-__--_-_---___--_--_-___---__-__-_-___--_-_-__--
_______-_-_---_--_--_--__----___-----_-_-_-__-_-____-____-___-_----_-__-----
_-_--_______-_---____-__-_-_-___-----_---_--_--_-_-__-___-_-__-_---_--_-_---
-----_--__---_---____-------_-_---_--____-___--__-___-__-______-__-_-___-_--
---_-_-_-_-----_____-----___-___-_-__-----_-___-_--__-_-_-____-__--_-__-_-_-
_---__-_-_-----___---_-__-____--_--_-_-___-____---_---_--__----___---_-_____
_-__--__-___-__-_-__--_-----____--______-_--___--__--_-_--___--_--------__--
_--_--_-_--_----___--__--_-_-__----___-_-_--__-_____---_-_____--_-__-__---_-
___---_---_--____-__-___-_--__-__-__--_--_--___-_-__--_--_-__-__---_-_-----_
-__--_--____---___-_____--__---___-_-_----_-_-__---__-__-----___--___-_---_-
---------_--___-_---__-----_-_--___-___-___-__-_--_-____---__-___-_-_-__-___
_--_---_-_____-_-__-__--_-__---_----__-_-___-___---__---_---__----_-__-__-__
_--_--__----______-____----___--_--____-_-_-_------_-_____-__-----__-_---__-
--____-___---_---_--___--___---___--_--__--__--____--__-__-___----_--__-_---
-_--___-_---_____-_---__--___--_-___-_----__-__--_--______-__-_-__----_-----
__-___----_---___--_-_---__--__-_-_-----______-_----_----____-____-_---__-__
__--__-_--___-_-----__--___-___--_--_-__-_-----__-__--_-____---__-_-_-__-_--
_-----____------_-----_______-_---_---__-_-__-_____-__-__-------__--__-_____
---_--_-____--_--___-_--___-_--_-_-________------____--__---_----__--_-___--
_---_-___---__-_-_-----_-_--_-_-___-__-__-___-__-_---__-___-____--_-----_-_-
_----__-__-__-__--_-_-_-_--____--------_-_-_-__--__-____---___--__--__-__-_-
__-_-_-_--__--_----___-_____---_-_-_--_-_--_-_-____-__---_____--__---_---_--
-__-____-__---_--_--_-___-_-_-_-__-_---__-_--_-_-___--__---_---__-_-__-_-_--
__-_--_---___----_---_-----_--___-__-___---____--___-_-__--_-_---_-____-_-__
________--_--_-----_--_---_--__-__-_-__--_--_-__------__-___-________---_---
-__--___--_-______-___---_----_--_-__--_-_-__--_--__-__-_--_-__----__-__--_-
__----_-_--_-__--_--___--_____--_-_-_-__--_--__--_-__-___--_--_--___---_-__-
__--____-_-____--__-------_-_-___--____--_-_-__--_____----_--_-----__--__-_-
--_-___------__---_-____-__-_---__-__-__---_-_-_-_-_-_-___-----_-______-_--_
_--_-__--__-_-__-_-__--_-_--_----___-__--_--__-____-_-__-___-_--_---___-----
_-_-__---__-_-_--_--__-___--__-__---_--_-___--_--_--___-___-__--__-___------
_-_---_---_---__-___-________-_-_____-----_-_--_-_-------__-___--_--_-_--___
____-_--__-_-_-------__-__-_-_--_____-_-_---__--__---_---___-_--___--_-_--__
__---__-__-__-__--_--_--__-__----_--___-__-_--_-__-___-_--_--____----_--__--
0015まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/30(金) 07:07:02.64ID:???
---___-_-_-_--_--__-__-______-__-____-___-__----___-_---_-_---__--_------_--
_--__-_------_____---_-__-_-_---__---_--_--__---__-_---______-____-_--_-_-__
-__-__-_--___--_--___-_-_--___--_--___--_--__-___--__---__--__-_---___---_--
-_---___--__---___--___---_-__--_--_-________--_--___-__---_--____-_----_---
-___-_----__-__-_-_-__----_--__---____-__---_--_--_-_-_---__-_-__-___-_-__-_
--_-_-_-_-_--_-_-_____-_-_-_----_____--________-_--_-------_--__--_-__----__
_-__--__-_-_-_-_-_---_----__-_--_-_-_-__--_-_--_-----___-______-_---__-__-__
___--___-____-____-_---_-_-_---__-_--___--__-__---__-------_-___---__--_-_--
_--_--_--_-__------_-_--__--_-____-_-_---_-_-__-_-_-__-__-_---_____-_-_-_-__
-__--__-__-_____--_--_-____--_---__--_-------_-____-----_-_-_-__-_-__--_-___
__----_-__---_---__---__-_-____--___-______-_-____---_--_-___--_--_-----__--
--__---__--_-_-_-__--_-_---______-___--_--_----__--________--_-_-_-_--_---_-
___--___-_-__--__-_-_--___-_---___--__-__-__-----_____-__---____---_--------
-___-__-_-_--____-__-_-__--_--_-----_-_-_-_-_---_--_____-_--_--___-----__-__
-__-_-----_______--------__----______-_--__-___-__--_-__-_---_---__--_--____
_-__-_-__-----_____-_-__---_------_--__---_---_--_---__-_-_-_-__-__-________
-_______---__-___-_--__---___--_--____-_--_-___---_--_--__--_---_-_-__-_----
_____-_--___-__--_-_--_--__-__--__-__---_----_-----___------_-____--___-_-__
-----_____-_-_____------__-__---_-_____----__-__-_---___--__---__--_--__-_-_
-------_-__-____----_--___--_-_______-_-____----_-_-_-_-__--_-----__-___-_-_
__-_--__-_-__--_--------_--__-_--___--_-__--_---_--_-________-__-___-----___
__-_---_-___--__-----___--_-_-_-__-__-___-_---_-_--__----__-_-_--___--__-_-_
--__-_------___-_--_-_-__--_----__---_-_____-_--__-_----__---__-___-_-______
__-__--__-_------_-_-_--_-_-__----__-___-_--___-_-_--___-_-_____---__---_-_-
-___--_-_-----____-_-_-_-_--___-___--___-__-__--__--_--__--_----____----_-_-
---_-_-_-_--______-_-_--___--_--_--___-__-__---__-___--__----_-__-__---_-_--
-__----____-_______--__----___--__--____-___--------_-___---_--_---_-__--__-
-_-_-_--_-_-_--_--_--__--_-_-__-_-----__--_-_____-__-_-_--_-__-___---_-_-___
-___--__-----__-__-_____--_-_--____--_---_-_--_--___-___-__----_--_-__-__---
----_--__-_--_--__-__--__------_-_---___-__-_--_-_-____-__-___---_--___-____
-___---_-_-----___---_--_--__--_--_-____----__-__-_---_-___--_____-___--___-
__-_--_--__-__--_-_--__-__---__--___-_---_____---_-_--____--__--_-__----__--
__--_-__-__-__-_-__---___--_--___-----_____-_------___----_---______---___--
--_-__-_-_____-__-----_-__-__--_-_--___-__---__----____--_-_____--_-_-_-----
---_----_-_-__---_----___--__---____-__-_____--_-_-___-_-___--_-----___-___-
__-----_-__-_--__-----__-_____-_--_---__--_-_-____-__-_--__---____-_-__--_--
__-__--__-_---_--_-___-_-___-__-___---___-___-_---__-____-----_---_--_-_----
_-__-----___--_-__-_-__-______---_-_-_-__-_---_-___-_-----___-_-_---__-_--_-
____--___-_---___-_-_-_---___-__---_-___----_-_--_-_------_-__---__--_____-_
_--___-_--__-_-_--_-___---_---_-_-_----_-_-__--__--_-----__-_-__-___-____-__
__-_-_---_-_-_______-_------__--__--_-_-___---___-_____--__-___--_--_-------
_-___-_--___--___-_-_-----__-____-_____------___------__---_--_-_-_--_-____-
--___-___--------_---___-__--_-_----___-______--__--_--_-__-___-_--_--__-_-_
_______---_----__--__-__-_-__---_-_--_--____-_---__--___--_--_---__----___-_
-_-_-_---_-_---_________------__-___----____--_-_-___-_---_-__-_---_____----
---_--_-__-_____---_-_-__-_-__--_---__-___-_-_---_--__-__--_-_-__-_---_-__-_
----_--_____----__---_-__-___-__--__-_--___--_-_---_----___--__-___-__--_-__
__--______-__--_-_-___---_----_-__-----_--_----__------__-____--___-__-____-
__---_--_---_______--_-__--_----___-_-___--_____--_--_--__-_-__-----__--__--
--_-_-_--_-____---__--__---_____-_--__-__-_--_--_-___-_____-_--_-_--_--_----
0016まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/07(金) 07:05:41.07ID:???
______--__-___---_----__---_-____-_------_-_-_----___--_-_-_---_-_____-___--
-__-____-__-------_-___---__---_--____--_-_--_-___--__----__-_----__-__-____
_---_-__-_--__--____-___---_-_-__--____-_----__-_-__-_--____-_----__---__---
--_-_---_-_-_____-------_--___-___--_-----_-__-___-___--___--_-__--__--_-___
-_--__-_-__--___--_--_---____-___-_--_____--_------____---_-_-___---_-_--__-
___--_----____-_-__-____-_--_-_-----__------_--_-____--_-___--_-___-__-__---
_----__---__-_____---__-___-_--__------__--____-_-_-__----_--__--_--__-__-__
_--_-_-_____--_-_--_-__-_---_-_-------___-__--__-__-_---______---_--__-___--
--__---_--_---__--______--__--___-__--_---___--__-_--_-_---_--__-_--____-__-
_-____-_---_-__-_-_____---__-_-_---___-_-_--_------_-__--______--_-_-_--_---
--__--___--__--_---_____----_--_---_----_-___-__-____-_---__-____-__-_---_-_
_-__-_____-____----_-__---_----__----______---____-__---__---__-----__-_-_--
--__-__-___-_-_--____-__-_-______--__-------__--_-___-_--_-_-_---_---_--__--
-_-__-_____--_--__-____--__-----__-_----_--_-_-_-_-__-_-_---___----___-_--__
_---___-_-_---_---_-___--_-_--_-_-_-___-_-___-----___-_-__--_--_-_-___-___--
_-__-_-_-_-_-____--___--_-_--____-____-----___----__----_-__---__---__-_-_--
---____--__-__-_---___-_--__--___-_-__-_---------_--_-__-__--___-___--_--___
---__-_--___---_---__-______----_-_-_----_-__-__-__----_---____-_-_-__-__-__
_--__-_--_-_-----_--_-_--_______-__-_--_--__-_--____---__----__-_-_--____--_
____----_-__-__--_-_----_--------__---_--___-__-_-__-_____--_-_---_-_____-__
-____--_____-__-__-_-------______-_----__-____-_---_----_-__-_-_-_-__---_---
_----_----_-_--______--_-_-_------___--_-_-_-_---_--__--__-____-__--____-___
-__-_--___----___-__--_-_-__-_--_-__-__--__---___-_-__-_-___-__-_------_-_--
--___-_----_---___---_----____-_-__--___--_--__--__---_____-_----_-___-___-_
--____-_---_-_-_-_____----____-__-__--____--_-_--_-----_____--_--_--_-_---_-
__-__-___--_______----___--_____--__-__-_-____--_-_--____--------_----------
_-____-_-__-_____-____---_-_____-__--__-_------_-__--_-_-_---_-_---_--_-----
__--____-_--___-_------_-__-____-_-___--_----__---_-_-__--_-----____-_--_-__
___-_-_--_-_-______-_-_-_---__------__-__-________---_--_---_--_--_-_----__-
_--_-----_-________--_--_-----__-__-___--_-_-_--_-__-_-_-_-_-_-_-__----__-__
____-----____-_---_-_-_-___--___--_-_--__------_-_-__-_-_---___--_--_--_____
_----_-__--_______-___-__--_-__--___--__--_--_-_____-__--_--------___-_-----
__-___---___--_-_-_----___-_-___-_-___-__-__---_-----_-_---______----_-__---
___-___-_---_-__---------_-__-_--____---_----_--_-_________-_-_-_--__-_--__-
___---___---_-----_----_-_____--___----_-_-_-_-__--_--__-___--__-__---____-_
_-_---_-__---_-__-__--__-_-_---___-_-_--___---_--_---__-_--_-______-----____
___--__-_-_---__-_-_--__--_-__-_-__-_------__--_---_-__-_---__---____--_____
__-___--_____-__----___---_--__-______-_----_---_-__--__--_-_---_-__---_-_--
--_-__-__-_--__--_____--_--__-_-_--_-__---____-_--_-_-__-_-_-_-__----_-_-_--
__---_-___-__---_--_-_----_-_-_-__-______--___-____-__--_____-----__--------
-__----_-_-____-_-__--_---_-____-_-_---__-_---__-----_---__-_--_-______--___
-_---_--__-__-_____-_---_---_-____----__-___--__--___-_---__-__--__---__--_-
__-_-__-_--__---_____---____-_---_--_----_-_-____--__--__----____-__-_-_----
__---_----_---_--------_____---_-----______--__-_-_-____---__-_-_____-__-___
-___-_-______---_---__--_--__--____-__-_--_--_-_-_-___-__-____-----__-------
----_-__----___-_--__-____----_____----__-____----__-_-_----__--_-____--__-_
_-----_--_--_--___----_____---__-_-__-____-_-__--__-_-_--_____--_--__-__----
_-_---_-___--__-___-___-__-_-_---_--_-_-____-__---------_-_-_-___--__---_-__
--___-______--___--_------_-_-__-___--_--_-_-_-_--_-----___-__--___-_--_--__
__--_-_--_-___--_-_-__--_-___---__-_---____-_------_-_--_-____--______-_----
0017まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/14(金) 07:04:05.94ID:???
__-----_--__--_--_--_---__-_-_---___-___-_-_----_____----__-_-_--____-_-____
-__--_-_______--___---_-__--_____-_-___-____----___-----__-___--------_-----
_____---_-__--__--____-_-_-__-___--______--__----_--_--___----------_-___---
__-------_------_-___---_--____-_-__--_-___-__--___-__-_-----____-_-__-__-__
-_---_-__--__---____---_---_-_--_----_--__-__-_-_---__-_--_-________-___--__
___--___---__--___-_-___----____-___-----_--_---___-_---__--_--_--_____----_
-___-___--__----___---_--____-_-----_-_-_-__-_-___----___--__-___----___-_--
-----__---____---____--__-_--_--__-____----_-____----__--_-_-____---_____---
-----___-_-__----_--_------_-_-__-_---_-_--_--_--____-______-______-___-_--_
_-__-_-__-___--______--_-_---_--_-__-__--_--___----_--__-_-_-__--_-_---__---
-____-_-__--_____-_____--__--_---__---_-_--_--_--__-____--_---_-__-_---_----
_-___-_-_---__-_-_____-__-___-_--_-__--___---_--_--___--_--_----_--_-_-_-_--
_-_-__-_--------_-___-__-__--_-___-_-_-__-___-_-_____---_--__------__-_-_-_-
---__-_-_--__-_--_________-__-----_____--_-_-___----___--_--_------____----_
-_--_-_--_-_-_----__-___---_--_-___--_-_-_---_-___--_-_-___---__-_--_-______
_--__-_-_------_-_-_---__--__----___-________-__-_-_---__-__---__-_--_-_--__
-_-___--__-_-_-_-_---__--_----_--_-----_-____--_-_--________----_-_-___-_-__
_---_--_-__--___-_----_-_____-_---_----___-_-_-_-_--___-_-_-__----_-___--___
_____--_-_--__-_____-__----_--_-__-_----__---_--____----_-_-____-_-__-_-----
_-__--_--_____---_--_--__--___-_----___-_-_-_____---_____----__-------____--
--_------_-_----__----__---__---__--_-____--_-___-___-___-______-_-_--__-_-_
_-_----__-_---___--____---______-_-_----_-_-_-__--_-___--_-_---_-___-_--__--
_____-_-_----_-----_-__-_---____-___-_-__-_-_--_---_-----___-__---_---______
--_------__--__-__-__-___--_-_-__-___-_--_-_-_-_-_--__-__--__--_--____--__--
-___-__-_-_-----___-___--__---__--__-_-_-_-__--_-___--_-__------_-___--_--__
-__--_-_--_-_____-_-_-----__--__---_-_-_-___---_----_-__-_-_-_____---__-_-__
-_----__-_______-__-__--_-___--____----__-_--_---_---_--___-__-_--_-__-_----
_--__-_-----_---_-_____-_-----__-__-_--____----_--_-_-_-__-____--___-_-_-_-_
_----__-__-___-_-____--_---_-___-____-__-_-_----__----_-___----____---__----
__-___-__----__-___-__-___----__---------___----_--_-____-_---_--_--___-____
_-__--____-_-----__--_--__-_--_--__---__---____--____-__-_-_-___-_---__--_--
_______---__--_----_-_---__-_----_-_--_-_----___-____--_-_--___---___---____
-_-__-___--___-_----___-__----___--_----___---___-____-_-_---_-_---__-___---
--_---_--____-__--_-__----_----__-___---_----_-__-__-_--__---__-______-_-___
_-_-----____-_--__--_-----_-_-__--______-__---___-__-_-_-_-__---__-__-_-_---
____--------_-_-______-_-__---____--_-_-______------_-__--_---_-_--_-__-_--_
_____---___-_-----_____---___---___--_--_---______-_---_--___----_--__-_-_--
--___-__-_______--_-__-_----_-_-_------___-_----_-___-______---___----_--_--
____--__----___--__--_-_-----__---_-_-__--_-____-___-_-__-_-_--__---__-_--_-
_--_-___--__------__--_--__----__-___--_---_--__-_--_-___-___-_--_--_____-__
____--__---__-_-_-__--_----__-__-------___-___---__-__-_-_-___----___-_-_--_
-------__---______-_-----____---_-____-_--_-__--__-_--____------__--______-_
_-_--_-_-_---_-----__-_-__-_-___-_----__-__---_-_-_-____---_-____---_-____-_
--_--_---_--__---__-_---__-_____-__-___-_--------___-_-_---___--_______--_-_
----_-_----_-_-_---__-_--____-____-____--_-_-_--_-____-_--_--__----__--__-__
---_----____-__-_----__--____-----_--________-_---_-___----_--__-___-_--___-
---__-__---____----__--____----_-__--_--_--_-__-_--_---____--___-____-___---
-_--____---___-_____-___-_-----___--_-___--__---------____---__-___-___-----
_-_-_____---___-__----_-_-___-__----_-_-__----_-__-_-__--_--_--_-_-_--_-__-_
____-_______----__--_------__----_----_____--__-___--_---______-_-_-_-----_-
0018まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/21(金) 07:10:10.86ID:???
____--_-_--__--------__-_--_-_-_-_-_-__---_--__---__-___--___-___--__-___--_
-----___--____--_--_____--_-_---_-_---_--_____--_---____-__----___---_-___-_
_---___-__-_--_-_--_---_-__----____--_-_-_--_-_-_---__-__-__-__-_-_---___-__
-__----__----_____-__--___-_--__-_------_--_---____---_____----__----_______
__-__--______-_---___-__--_----___-____-__---_--___--_--_-_-__------_--__---
_---__--______-_--__---_-----_-_-----_-___-__-_--___-__---__-_----___-_-____
__---___-------_-_-_-___---_____-----___---__--_-_-_-__-____--__-_-___--__--
-______-----_--__----_-_-_-______---_---__-__----_--_-__--_---_-__-__-____-_
-__--_--_---___---__-__-_-_---_-_-__---__---_-___-___-__--_-__-_--___--_-_-_
_---_-____---______-_-_-__--_--_--__-__-__---_--_-_-__---_--_-__-__-___-----
---_-__---___-___-_---_-_--___---___--__-__---_--____----__----_-_--______-_
_---__-__-----_-_-_--__--___-_-_--__-_--_----___-_-__--__--_--______-_-__--_
_-____----___---___--__--_--_____-___--_--___-__--_--_---__-_---_-_-__----_-
-___-_-_---__--_-_-___-_--_-__--__-_____-_--__--__-_--_-_-_-_-_--_-_--__----
--_-__-_----_--___----_____-____-_____---_-----___-_----______-___---_---_--
-___-_-_-_-___-_--__----_--___-_-___--_--___-_---_--____---___--_-_----__--_
_-___--__--___--___-_--_---_---_-__--_-____-_--_---_-__-__-_-___-_-_----__--
____--_-____-_-__---_-____---__--_---_--_-__-__--_____--____-_--_---_-------
-___-___-_--___--__-__--_-____-___---___--_-_-_---_---_------_-__-___-_--_--
_-__--_---_-__---___-_--___--_--_____--_-__-__-__--_--_---__----____---___--
__--_--_________-_-_-----_-_--------_-----_-_-_---_---_____-___-_____---____
_--_--__-____--_-_---__--__--___-__-----_---_-___--_-_-_-_---____-_-_-_--___
-_-_--___--__---_____--__-__-__----_-_--____--_-_-_-______-___-_-----_------
-_-_____----__-__-__-__-_____-_--__-_-_---___-_--_----_-_--__-_-_-_--_----_-
-__--_---__-__-___---_--_-_-____-----_-_-_-_-_-__--_---_--_---_-___-__-_____
__-__--__-__-_-__-_----_--__-_----_--_---________--_---__-_--__-_--_-__---__
-______--_-__-__-_-__--_____-_-_---_-___-_-_---__-__-----_---_-_-__---__----
_-__--_---_____--____--------_---_-___-_-__--_---______-_--__--_-__-_--_--__
--__--_-_--_-____-______--_-------___-__---_----_----__-_____--_-_-___-_-__-
--_-_--___-__--_-__----___-__--__-_-_--_-----_---____-_--______--___-___----
__--__--_____-__-_--_-__-_--_-___-_-_-----___-___-_-___--_-_--__--_------_--
---_--___-____-___-_--__---__--_---------_--____-_-____-__-_-__---___-__--_-
___-__--_--_-_--_-__-_---_------_-_-_-_-_---__--_-_-__-__----_--_-__________
-___------____-_--_-----------__---_--_______-_--__--_____-_-_-__--__-_-____
_--_---__--_-__--_--_----____---___-_---__-___-_--__--__--__-_---_-___--____
-__--_-_-__--___-_-_---------__-_--_-------____--_-__--_-_-___-_-_______-___
--_---_---_--__-----___-_-_-_-___-_----__________--__-_---_-_-___-_-_-__--_-
---___-_________----_----------__-_-_-_-_---____-___--_---__--_____--__---__
-_----_-_-_---__-_---___---_--___-----__-______----_-_-_-_-__-_---_-________
-_-__-___---_-_-------__--__---_-___--__--_--____-____-_---_-_-___---_--____
_-_-__-_--__---_--_---___---__---____-___----__---_----___-__---_-_-_____-__
----_--__-____-__----------_----_----_____--__-___--__--____-__--______-_-__
-----____----___-_-__-_-___---_-___-______----_--_-__-_--__-__-_---_-_-_--_-
-_----__--_-_----_______----_-__---__---__----________---__-____-_-----____-
___----_----___-_--_---_-__-_---__-__--_---_-----_-_____-_--_-_-_______-__-_
_---_--___----_-_--_-_--_-__---___--___--_--__-----_-___________-_-__----_-_
---_-___--______-__-_-__--__---_-__--___-_-___-__----_-_--------_-_---___-__
_--_--_-____--__-___-_____----_---__-----_-_-_---___-__-_---___--_____---_--
-----____---__--___-___-_-_-__-_---__--_-____---__-_--___-__-__-_-_-_----_--
---___-__----__--_-_-__----_____-_--_-_-__---___-_--___-__--___-_---_-__--_-
0019まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/28(金) 07:11:41.72ID:???
_-___---__-__--_____-__-_---___-_-___--_-___--_-------_--_---_--__--_-___--_
_____-__--__-_-_-_--_-__--_-_---__----------_-___-____-_--__-___--__-_-_-_--
-_-___--___-__---_-----___-_-_-____---__--_-_____________---_-_------_------
-____--_---_-_-_-_-_--_-----___-___-----__--__-__---_---_-______--_-____-__-
--_--___-__-__--__--________-_---_-----_--__-__--___-__-_---_-_-_--__----__-
-___----_--_---_-_--__-_-____--_--__-__--------___--______-__---_-___-__-_-_
_---_-_-_-__-_-_-__-_-___------_-__-__---_-_--__--_-__---__---___--_--______
_-__---__-__-__-_-_--__-_-_------_-___-__---__-_-__-___------_--_-__-_-___-_
-____-_--_-_--__-___---_---___-__--_-_--_--_-_--_--_--____-_-___-__-_--__---
____-------___--_--_-__-__----_-_____--_-_-_-_-_-___---_-_____--_-_--_-_-_--
_-_----___-----_--______---_____-----____-_-__-__--_---_-___-_-_-_-___--_---
__---_----_-_-------_____----_-__----_______--_-_-__-_-____--____----__-__-_
--__-__-_-_--__-_-_--_--__-_--__-__-_____-_--____--_-_---_-_--_--__-__----_-
_---___--_----_-_---___-__--_--_-___--___-_____--__--_-__-_----_-___--_-__--
_____-_-__------_-_-___-_-____-___---___-__-----_-_---_-_-__---_-_-___--_---
__-_--__-_-_---__-___---____-___--_------_-_-_-__-_-___--____---_--_-__--_--
______--__--___-_-_-_----_____--_-_-__---_____-__-_-_--_---_-__---_----_----
--_-_________-__----____-------__-_--_-_-__--_-_-___---__-__---__---__--__--
__-_--_-__-__---_---_-_---____-________---_---___----__-_---___---_--_-__--_
--_____---__--_--_---__-_-_--_-_____-__-_--_--_-_--_-_---_-----___--_____-__
-_--_-_--_-_----_-_---__-_-_-__-_--_______---_---_-_-_____-__---_-_---__-___
___---___-_-_--_-__-----__-_--_-__-___-___--_--_---__--____-__--_-____------
--_---_-_-___-_-__----_--_____-___-___-_---_--_-_--__--_-_--__-__-_-_-__---_
--___-__-_-___-_----_---__-__-_-__-__--____--_-____------_-_-___--___-----_-
_-_-_____--__----__---__----_-_--_--____-_-__---__----_-______-___--_-_----_
_--____-___---_-_-__--_-_-_-_--__-_---_-_____-_-_-_--_---___-_---_---__--_-_
__-____-_------______--___-_---___--_---_-__--__-_--_--_-_-_---_-___--_-_-_-
-_-----__--_____-_-_--____-____-__---_---_-_-__---_--_-_--_---_-_-____-_--__
-_-_--___-----___--__-___-_---____--_____---_____-_--__--_--__-_-_-_----_---
-_-____------_-----___-_---__---_-----_-___-____-__-_-__-______--_-_-__---__
---__--___----___-_-_--_--__--__--__-_--__-----__--___-_-----___--_____-____
-___-_-_-_-____--__---_--_-------__-_-_--__-___---___--___--_-__---_-___-__-
--_-__-___-_-_--__---__-__--_-----__-___---_----__-__--___----_--_-_-_______
-_-____-___--_--_-_-___--___-----____-__--_-_-_-_-___-_-----__-_-__-_-_-----
_-_------_-___-_______--_-_---_-___-____-___--___-__------__-_--___--_------
--__--_--_______-_-______-__---__-_---__---__--_-__--_----__--_---___----__-
_-__-__--_-__--_-----_-----___-__---__----__-_-________--__--_____-__--_----
----_-_---__-_--_-___-__-_--___------_-___-_--__-___-__-_-__---____-_-_-_-_-
-___----_-_--___-_-_-__-_-__--___---_---_--__-__--__---_-_---______-_---_-__
-_____-----_--_____-_-__-_-_-___--__--__---___----_--____--__-__---_--_-_---
___--_--_-___--_____-_--__-__---_--_-_---____---__-__--___--__-----_-_-__---
-___-___-_--_-_-_-------_____---_-_-____----_-__--_--__----_---_-__-____-___
_--___-______-_-_----____-_____-_----_--_-_------_-_-___-_-_-_-_-----_--__-_
_--___--_---_-___---_--__-__-___------_-_-____--___-----__--___-__---___--__
--__--_--__-__-___--_----__--_------_-_---__-___---___--____-____---___-_-__
_-___-_-_-_--_--_-_-____----_-__-__---_-_-_-__---__--____-_---_-__-_-_---__-
____-_-_-_-_--_--_-_-_-_-_--__---__--__--____---_--_-_____--_-___-_--_--_---
__-_--__-------_-_---_---_____--__--_---______-____-__-__--_-____--__--_----
---___--_-_--_----_--__-_-_-_-_-__-__-__-_------__-__-_-_-___-__--__-_-____-
_----__-_-_-----_--_--__---_-__-_---_-__-_----_-_-_---______--________-___-_
0020まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/04(金) 07:04:11.68ID:???
_-_-----_____---_______-----____--_-_--_-_-------_---__--_-____----____-____
---___---_-_-_---______----_----_----__-----__----_-__--_____-___-____-_____
_--_-_-_-_-_-_--_-_____-___--_-_-_-________-____-----_--__-----_--__---_----
--_-____-__---_----_-_--____-___-_--_---_-__--_-_--____--_--_-_-_-____-_--_-
--__-_-_-__-_--___--_---_-___------___-_-_--__-__-__-----_---___-__-_-_-____
_-_--_-__--___-_-_-_--__---__--_---_--__----__-_--_--_____-_-_---__-__-_-___
_-__-_--___--__---_----__--___-_____-_---_--_-_-_-_---___-___--_-__-_-----__
-__----_-_--_______-__---_--____-____---_----_---_----__-__--__--_----______
--____-_-_-___-_----_--_-_-_---__-__------_-___-______-_-___-----_---_-__-__
_-__-_---____-_____-_------_-_-____-__---_--_---________--_-_--_-_---_-_----
----------_-----____--__--_____--_______-__-__-_-__-__----_---__-_--___-_-__
-__-__-___-_-__--_-__-_--__-__-_-__-__-----____--_-__----_---_--__-_----_-__
__-------___---__-_-_-_--_______--__-_-__-----__--_--__-_--_---____-_-_-_-__
_-_-_-_-___----_--_-__-___-__--__--_--_-__---__-___-_--_---_-___-_---__-_-_-
-_------__-----_---___--___-____--_-_-___-_-_-_-___-_-___-------_-__-_-_____
_-_-__--__---_-___---_--_-_---_-_-___-_--_-_--__--_-____---_-_-_---_-____-__
------_-____-__-_--__-_-_--__--_-____-_-_____-----_-_---_-_----_---______-__
--__-_-_-__-_-__--_----____-__--____-_---___-__-_-__-_-__-__----_--_-_--_---
___--_-_------__--___-_--_-----__-_-_-____---_---_-_-__-_-__---__-__-_____-_
_-_---_--_-_____-______-_-_--_-_____-__---_-_-----__-_---_-_--_----__-__--_-
-__-__----_--__-__--__-___--__-___---_--__--_---_-_-_----___----___-__--____
___----__--_---___---_-__-__-_--_--_--_____-__------_---___--__--__--____-__
---___---__--_-___-----____----__-_--__-______-___--__-__--_-_-_-_-_-_----_-
----__-______---_-_--_--_-__-_---_---_-______--___-__----___-_--_-_-_-_--_-_
---___-_--__-_-_----_-------_--___-_----__---_____-_________-_-_-_-_--_-_-__
_-__-_--___-_-___-__-_-_-_-_-__-_----_---__-___-_--_---_-----_-__--____---__
-_----_-___-_-_--__--_-_--_---__-______-____-_---__-___--__-_--_---__--__---
------_-_--__-_----__--_--_----_-_____--___--__-___-_-__-_--_---_-___-______
_-_--______-__-_---__-___-__---_-___--__--_-_---____-__-----_-_-_-__---_----
-_____--__--______------_---___-___-_-__-__-___-__--_-----_----___-----__-_-
--___-_-_---_-_______--__--_--_-_-_-___-___--_--_--__-_-_----___-----___-_--
_-_-_-___----__--_-_-----_-____-__--_--___---__----_-_____----___--_-__-___-
_-__-_____--_-___----_______--_-__-_----_-__-----__------_-_--_-__--__-_-__-
-_--____-___--_-_-_-___--_-__-_--___-__---_--_-_-___--_-_--__-_-_----_--_-_-
-_-_-_-_------_---_-_--___--__-_----__-_--_---_-__--_-__-____-_-___-____-___
--_------__---__--__-__-_---___-_--_--_--___-_---______-___---_--__-_-__-___
--__---__-_--__-_--_-_______--_--_--_--_--___----__-_--_--__--__-__-__--_-__
___-__--_-_---_-_--_----_-__-_---_--_---__-___-__---____----___-__-_-___--__
---_--_-_-___--___-_--_-_-_-___-___---_--_----_--____--__-___--____-----___-
--_____--_---___----_-------_____---___-___--__--_______---_--_--__--_-_--__
-----___-__-_--__----___---__-__-__--___-_---_-__--_---_-__--__--_-____--___
--_______-_--_---_-_____-_-_-_---___------__-______--_---____--_--_----__---
_--___--__-____--_-___---__-_____-___---___-__--------_-_----__--_---__-_-_-
-_----_-_---_-_-__-_--__-__-_---_-_-_-____-_-_-__-_--_-__-_--__---_-__-__-__
-_----_-__-__--_--_-____-__--_-_---__-___--_-_--______-_-----__--_-_-____---
-_-_____-_--___-_-__--_------_-_-_-__-_---_----__-_____-____-----_-_-__-_--_
___-___---_-_____-____-_---_--__--__--_-____--_--_-_-_-_-_----___-__--------
--_--_-_-___--__-___-_--__---____-_-__-___----_-_---__-_---___-----_-_-_-___
---__-_--_-_-____-_-_--_--_____-__--__-_--_---__--__-_-_--_-_--__-__-__--_--
_-----__-_-_-_--__-_____--_____--__-_--_-_-_-_--_--_--_-__-__--__-_--_-_-_--
0021まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/11(金) 07:03:22.77ID:???
-_------____--_-___-_-__-__-_---_--__-_-__--____--__--_-____-__-_--___------
_-__--__-_-____--___---__-----_--__-------_____--_--__-_----____-__--_--____
_---_____---__-_--_-----____-__---___-_-____--__-____-__-__-----_-----_-__--
__-_-_------___------___--_-_-___-_---_-__-__-_--____-----_-_-____---_-_____
-_---_-_-_--------__-__________--------___-__-__----__-_-_-_----__-___-_____
---__-_--_--_-____-_-_-__--__-_--__-__--__--_-_-_--_-___----_____--_-___----
-_---_----__-_-______-_---_-__---____-___--_-__----__-----_-___-_--__-_--___
-_-__-_-_-_-_---_--______-_________--_---_----_-_-___--_----___-----_---_-__
___-____--_-__--_--_------_-_--_-_____--____-_-_---_-_-_--_______------_--_-
-_-_____-___-____---___-----_-__---_-_-__-_-__----_-______----_-__---_-_----
-----____---__-_-_-__-_--_-_----_--__-_____-____-_---__-_-----___--_-___-_-_
-_---____---_-____---__-_-___-___--_--__----___--__-_-__----_-_-__--__--__--
--_-___---_____---_-_-__-_--____--__-__-_--_-____-__--___------_-_----_--__-
__---_-___-___--__---_----_-___-__--__--__-___-_-_-_---___---__-__---_---_-_
_--____-___-_-_---_-_-_-__-____-_-_-_-_---_---__---------___-__--_--_-_-____
__--___--_-_--_--_-----_----___---___----___-_____--__-_--_-__-_____-_-__---
_--__--_-__-_-_-_--__-_----_---___--______--___-_-_---_-_____-_---__-__-----
___----_______---_-___-_-----__-__----__--_--_---__--__---_-____--_-___-_--_
_--__-_-_---__-_--_-_------_--__----________-_--__-_-_-__-__-_---_--_-__-___
__-_-____-___-__-_---___-__---____-------___---_-_--__----_-_____---_--__---
-_--_--_--_-__--_--_-_-_-_--_-_-__-______-_-_--_--_-_-__---_--______-_--_--_
_-_____-___--__-______--__------_-----_-_-_-_-_-----_-_-____---_-____--_-_--
-__-_-_--__-_--__---_---__--_--___-----__-____-----____-__---_----______-___
-____--_-___-----_--_----_-_-_-__-__-_--_____---_____-_____--_-__---_-----_-
--_-_-__----_--_--__-_--___--__-___-____-_--_-_---___-_-__-___-__-------__-_
------_-_-____-_-_-__-__-----_-___-_---____-__--_-_---_-___---_-_--__-___-__
_-_______-_---_---_--------___-__---_-_-__-______-___-___----_-_--___----_--
_-__--_-____-_-_----_----__-_-_-_---__-__-_-__----____--_-_--_-____--__---__
--___-_----_-__---__-___-_-__---___---__--__--_---___----__-__-_--__-_-_-___
----_-_--________-___--__--_-_----_---_--_--___-_--___--_-----_____--___-_-_
---__-__--_____-_--_--_____-----_-___-----_-_-_--___-_-__--_--_-_-__-__-__--
_-_-_-__-__-_--__-__________-__--_____------_-_--_-__-__---_-_-----__-------
_--__-__--_--_-____--___-_-__-----_---___-__--__-_--__--_--____--_--_--___--
_-_____-_-___-_-_--_--___--_--_----___---_---______-----_----_--_-______-_--
_____-_-__-___-_-__---_-_---___----___---__--__--_-_----_-_-__--__-___-_----
-_----___-_---_____--____-_-__---____-_-_--_---_-__-_-____------___--___----
__-__-_-__-_----___-_-__-__---__-__-_--_-_--__--_-_--__--___-__----_-___----
-_----_-_-_--__------_--_-_----_-__-_-___-___--__-_-_____--___-__--____---__
--_-_-_--_---__--_----_____--_--_-----__-______-_--__-_-____-__-_--_-__-_--_
__--_-___-___--__---__-__-__-__--_-_-_-___-_---_-_--___-----_----_--____-_--
--__-__--__--__-_-_----_-____-_--_-_____-_-____---_-_-_-___-__---------_-__-
__-___--__------__-------____-___-___-__-_-___-___------__-_--__-__----_--__
_-__-_-___-__------_-_-_--_-__-_---____---__-_--__-___-_-_---__--_-__--___--
-__--__--____--__-__-_---____-___---_-__---___--_--_____-_--_------_-_-_--_-
_--_--___-_----_--____-_-_----_----_-_-__-_-____-_-__----_-_--__-_---_______
_-______-___-__---_____--____---__------_---_-__-___---_---_-------__--____-
___--___--___--______--_-__---___--_-__--_--__-_--_--_--_----____--__--_----
_-_---_____---__-_-_-___--__-___-__------_-_--___-------_-___---___-_-_-_-__
-_----_----_-__-___-_-_-___-_------_--___-_---___--__-__-__--_-__--_-__-____
---_--___---_-_--_-_-_-_-_---_-_---____-__-_---___-_-___---_-__--___-__-__-_
0022まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/18(金) 07:07:57.93ID:???
---__---______-_--____-__--____-_-_-----_---_-__-_-_-_-__--_---______---_---
_-_--______--____-_--_--_-----_-__-_-_--____--___-_--__-_--____-_--_------_-
--__--____-__-_-_-------__-_-_--___-_--_----_--__---__-_---_____-___--_-____
--_--_-__-_--__-_-__---__-_---_-----_--_--___-___-___--__-___-__----__-_-___
_-_----__--___--__----_-__-__------_--_---_-__--__--__--_-_________-_-__--__
__-_-__-----__--_---__-__-_---__--__--__-_-___-_-___-_---_-_-___-_-----_-___
-_-___-_--_-_____-__-----_-__----______--_--_-_-______---__-__---_--_-----_-
-___-__---___-_-___---_--_--_--___-_-__--_---__------_--___--___-_-_--__-___
-_-___-__--_-_--_-_-___--_-___-____------_-__-_-_----_____--_---_--_-__-__--
_---_-___--_----_------_-_-_-___---__--___-__----_-__-__--__-__--____-___-__
--_-----_-__----__--_-__--_--___-_-_-_--______--_-_--______---_--__--__-_-__
-___--_-_-----_-_-____-_-___--___----_-_-_--_-____-----_____--____--__-_----
___-------_-_-_-___-_---_---_---_-_-_-_-_-__-_____-_---__--_-___-__-___-__--
_-_-_----_---_____---_--_-_--_---______-__-_---_____--------__---___-_-_____
_-----_---__-_-_____-__-_--_-_--____--_-_-_-_--__-__-_-_----__-_--__---_-___
----_--_-_-_---_-_-__-____-_-_--_--_-_-___-_-_--__-_-----_-_______---_-____-
_-__--___--__-_____-___-_-_--_--___-__---_---_-_-_----_--_-_-_--_-_-__---__-
__--_-____---_-_-_-__--_____-__-_____--__---------__---__--_-_-____-_--_----
__-__-____-_--___---_-_-_-_--_-_-____-_-_-_-_----------___-_-_--_-__-__-__--
_-_-_--______---__________-___-_---__--__-_----_---_-_----_--_--_-----___-_-
_----___-_--_____--_---_------_--_--___-___--_____--__--___-__--___-_-__----
_--_-_-__---____--__--__----________--__--__--_----_-_---___-_--__---____---
-__-_-____--__-_-_-_---_-_---_-_----___--__----____----_-_-__--____-__-___--
-_------___-_-_-_-_-_------_-_-__-___---_-________---__-_-__-_-_---__--__-__
-----_--_-_-____-__----_-_--_----_-_--_--_-___-___-_-_-__-_-___--_-__-_-____
__--______-_-_-_--_------__---__-_____-__--_------_---_-____----__--____-_-_
-_-_-_--_-----___--____-__-_---__--_--------__--________-___-__---_-__-_--__
_--__-___--___---_____-_--_--___--____--__-_-__---__---_--_-_-___---_----_--
____--_--_-__--____--__-----___----_-_---_-__----_-_-____-___-_-_--_-_--_-__
--__-_-_-___-_-___---__---_____---_----_--___-_--__-_--_-__-_--_-_---_-_-___
--_--____---____---_-__--_-_____-__-__---_----_--_-__-__-----_-_--__-__-_-__
-_-__--___---_-__-___-_-_-__-______--______-_-___--_--__---------_-__-------
_-__-----_---_-__-----_---____-__-__----__--__-_-__-__-_-____-_-_--___---___
_---_--__--_--_--__---_----___--_--_____-_-__-_---_-_--_-_____-__--___-_-_-_
__-------__-----_---_____---___--_-------__-__-__-_-_____-____---_-____--___
_-____---_--____-----_--____--_----___--____-_-_-___--_-_-----___-_--___---_
--_-__-_--__--_-__--__-_-__--____-___-__-_--_---_---_-_____--__----___-----_
__-__-_-__-__---____---__----____-_--___--_-__-___---_---__-__-_-------_-__-
__--_---__-_----_-_-_---_-__-_-_--__-_-_--_-____--_--_-____-_---____--_--___
_--__-_--__--_-_--__---_____-___-_---_-_-__--__--__--_-__-_--_--___-_--_-_--
--___---___-__-____-_---___-_-__-_----_--_---_-------_--__---_-__-______-___
-_----__-___-_--_--_--_--_-_---_--___-_--_-_-_---___-__-----___-___-_-______
__----_-_-----___--____-_____-_---_-_--_-_-_-----------__---______-__-______
_--___-----_-___-_----___--_--______--__--_-_-_--____--__--____------__-_-_-
__-_-_---_-_-___-_-__-___----_-___-_-_----__----____-_-----__--____-__-_--_-
--__----__-_---_-_--_--__--______---__-____-___-_-_--_-__-_-_--__-__----__--
------___-__-___-___-__--___-____----___-_--___-_---__--_---_-___-_---_---_-
-__---___-__-__-_-__-__-_-_-----_---_______-_-__--___-_--_-_-__--_-----_-_--
-__-_-_-_-___-_-_-___-___-_-----__-_-_-__----__-___-__--_-__-__-----__--_---
__--_---__-_-_--_--_-__-___----___--__-__-----_-_---__---______---__--_-____
0023まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/25(金) 07:11:29.63ID:???
___---__--_-___----_--_-_----_----__----__-__-_-_-_-_---_-__-____-__-_-_____
__-_---___--__-_-_______-___-__-_-_-_--____----__---_----_-_--_---__---_--_-
_--_--____--_-_------__--____-_--_--__----___-----___--_-____--___--___-__-_
_-___-_-____--___-_____-_---____--___-----___---___----_---_--_--__---_--_--
_--__-__-__-----_-___-___---_---_-_-_--_-______-_-_-__-_-_---__-_-----__-__-
--__-__-_----_-___---_-____------_____-_--_---__-----__-__--_---___-_-______
___-_-_--___-_____-_-_-____-_-_----_-_----_-___-__---_-____-_--__----_------
____-_---_---_---_--__---_______-___--__-----__-_--_--__--_--_-_--__---_____
__-----__----____-__--_--____----__-_-_--_-_-___-____-__----___--____--_----
_-___--__-_____-__--_-_-----_--_-__-----_-----_--__-_______--_-___--__-_-_--
--____-_-__-_-_-_-_-__-----_----_-_--_-__----_-__--_-__-______-_-___--___---
__-----_-_----____-______----__-_----_-___--------_-__---____-__-______--_-_
-___-__--___-__-__-__-_---__-___-_--_---_-_----__-_--__----__----____--__-_-
_---___-__-___-_-_---___----_----__-_--_--______-__-_-_-_-__--____---_--_---
--__-_-----__-__-_--_-____--____----__---__--_----_-__-_---__-___--___-___-_
-_---__-_-__----__-__--_-_---____-_-_-_---__-_---__-__----__-__-_____-_---__
-_-__--_-_----___-----___--------___--__--__---_-___-_-_-_-___-___-__-___-__
_-___-_-__--_---__-_-_---__----___-_--__--__--------_-__-_-_______----_-____
_---_-_-___--___-__---_--_-___-_____-___--_-_--_---__-_--_-__---_--__-_-_---
_--___----______-___----___----_-____-_-_---_-_--___--_-_---__-_-_-___---_--
_---_________-___-___------_____-----_--__--_-_-____---__----_--_-_-_--_-_--
__-__-_----------____-_-_---__--_-___---_--_-__-_----__--_--___--_______-___
------_---_____--__---_-___--_______--__-_____---___--_-___---_-__-__-------
----_-_------_--_-__-__-__-_--__---_---_______-__-__--_--_-____--__-_-_-__-_
___-_----____---__---_-_---_------__--_--_-____-__---_-_-_-__-_---___-______
--___--__--____--__---__--_-_-_-_-___-_____----__--_-__---_-_--_____----_---
-----__----_-_-_----_-____-_-_-_____--__--__--____--_-____--_-----__--__-___
-_____-_______-----_--___---_-_-___-_------_--_-__-_-__-_____--__---_---_---
__-------_____-_-__---__--_---_----__-__-_-___--_-__-_-__-_-__--___---_--___
--__-_--_-__-____---__---_---__-_--_----_-___--__--_-_-__---_____-__----____
_--__----______-_--______-__-----_----__-_---__--_-----_-__---___-__--___-__
---_-_-----___--_--_-__-__-_--_______--_---__--_-__--_--_-_--_-___--__-__-__
___-_-__-_---__----__-_-_--_--_--__---__-_--___-_____---___----__-_-_-_---__
_______-_-_-_____----_-_--_-_-_----_____-__---__---_----___-__--_---__-_----
---__---___-_------__-_-----__-_-_____-_----_____---___-_--___-_-__-_-_--___
-_-_-_-__----_--___-__-__---_-_-__--------___-_---__-__--_--__-_-_____-__-__
___---__--__---_-__--_---____-_----_--_--___-__-___-____---_-___--__---_--_-
---_-__--_--_-___--_--__----__--_-__--_--___-_---__-_-___-_-__-_-----_______
_-__--------__-__-_--____--__--_--_--____----_-_-_-____-_----_-____----_____
__----__--_--_-_-----_-__-___---____----___-_---__-__--__-________-_---__---
-___-__-_---_--_-_-___---_---_--___----______----_-_-___--_-_--_--___-_-_-__
--___________---_--_---____-__--__-_----__--_-_--_-_-__--_--____-----___----
__-----___-_---__--_----_-___---_-__-__-___-___----___-____---_-_-_--_-___--
_------__--__-_--__-_-_-____--_------_--_-________-------__-_--_____-_-__-__
___-_----_--__-____-_--___--__--_----__--_-_________--_-----__-__---__--_---
--__--_-_-____-_-__-_-__-__--__--___-_--____-__-----___-___----_-------_--__
-_-__--_-____-_----_---_--__-___----__---_--___-__-_--_-____-_--__--_--__-__
---__--_--__--___--__---_-_----_______-_---_-----___--_____---_-_---______-_
---_---___---_--_______-___-_---_--_---_-_-___-_-_-__-_---___-----___--__-__
-_-_--_-__-------_-_-_--_-_--_-_-----___-___--____---___-__-_-_--__-___-____
0024まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/09(金) 07:09:04.95ID:???
-_______--___---__-_--__----___--____---_-_-_----_____----_-_-_--_--_--_-__-
___---____-______----______-_-_---_----------_-______-__-_--_----_-_--__--_-
_-___---_-_-_-_-----__---_-_--____-_-___-___-_------_-_-__-_---__-__---_____
_--_--_---_-_---___-------____--__--_--___-_-__-___--_-_---_____--___--__-__
_-_-_--_-_____--____-__-_-_-_______-----__-__---__----_----___-_---___------
--___-_--_-_-__--_-_-_---_-_-___---_----____-___-----_-_-_____-_--_-_---____
_-__--_------_---___-__-_---___-____-__-___-__-__--_-__--_--_----___-_--__--
__-----_-__--____-__-___-_-_-_-----___-_--__--__-_-_-__--___--_--__---__---_
-_________--_--__-----______-_------__-_-____---_--__---__----__--__-_--__--
-_---_____--_---_-_---_-_----_-_-____-___--__-____--___---__-_--_-__-----___
__-__-----___-_---___--__--_-_-__-_--_----______-___-__--____-__--_-------_-
__-_----__-___---_--_-__-_-____-__---__-_-_--_-_-______-----___----_--_--_-_
__--_-_-----______--_--_---__--_-______-_---_---_--_____-__---_----_-___-_-_
----_______--_------_----_-_____-_-____-_-__-__--_-___---__--_-_-__--___----
---_-__-_-_--_---__-----__---__-__-____--___--_-_-____---___-__-_--_-__-__--
--__-_-__----___-__-_---_--_--__--_-____-_--___-----_---___-_-__-_-_-__-_-__
___---_-_--_-_-__-__---__-________----_--__--_-___-_---__-----__-__---_---__
-________-__---__-_-_--_--__-_--_---_-_---_--_-------_________--___-----_-__
_________----__--_-__---_-_-_---___-_--_--_-------_-_-_--_--____-_--___--___
_-___--_-_---_--_-_----__----__-___--_-_-__----__-__--_--_-_--____-_____--__
___-__-----_--___---__-___-_--___--__---____---__-__-___---_-____-_-_-------
-_-___----_--__-_____---__-_----___----_--_--_____-__-_--_-----____--_-_-___
__-_____-_--__---__-__--___-_--_-_-_-_-_---_----___-_--__-_-_-__--_---_---__
-_-___-_--____--__-____-_-__--___----_---_---_--_--__-__-__-___------_--__-_
_-_---___-_-----_-_----_-___-_-_---_---_---______-_---___-___----_-____-____
---__-------__-____-__--______---------_--__-__--_-___-_---_---_-________-__
____---_--_--_-_-_______-----___-___-_-__-___-___-----------_----_--_-_-____
-___-_-___-_-___----_-_-----___-__----__-_--__-_-______----_-_---____-_-_---
-_-__-_-__-_-__---_----_--__--_-_____---___-----____-_-__--___-__-_--__-_---
---____------____--_-_--_-__-_--__--__-___-__-_------_-_-_-_---_-_-___-_____
-__-___------___-____-__---_-_--_-__---_-_-_----_--_-_-_____-___-___----__--
_--_--__--_--_-__---___-_-__-__-_---______-__-__-_-___--_-_-_-_---_--__-----
______-_--_--__--_-_--_-__--___-_-_---_-----_-_---___-____-_-_-_-__--__-_---
_--_-_-_--____-__-__-__-__--_-_-__-_-----____--_----_-__-__-__--_----_--__-_
-_____-_-_----_--_-__-_--------_--__-_-_---_--_-__--__--_-____-_--_________-
____-__-____-_-_____-___-----_--__-----__-_--_-_-_---_--__-_-_---____---_---
-___-__-_-_--___-____-_-_--_-__-_-____------_--____-----_-_-_--__-_---_--_-_
__-__-_-___--______---__-____----___-___--__---_-_-----_-_----_--____--_----
__-_--____-_-_---__-_--_-__--_____--_-_-_--_--___-_--_--_-_---__-_--___-_---
__--__-__-__-_--__-_---_-___-__-__--_-_-_--_____-_--_----___---_-__-_-_-----
---___---_---_--__-____----_____---__--_-__-_--_-__-__--__-----____-_-_--___
--______-____-_--_----_--____--__-____--__---_-_--_-_-_-_---__-_-__--_--_---
---_-__-__---__-_----_-____--__--_-_-_--_--_--___--_-_-_-___-_-__---____--__
_-_--_---_--___--____---_-__-___-_---________---_--_-__--_-__-__--__-----_--
__-__---_-_-_---_----_------_-__-_-_---_--___--_-_-_____-_-_--_-______-_-___
___----_--_--__--_--____-___-_---__-----__---___--_--_-_---___-___--_-_-____
-_----_-___-____--___---___--___-_-__-__-_-___-_-__-_--_--_--_-__-_-----_---
-_-_---___-_-___-___----_--_---___-_-____-_---__-_-__-_--___-__-_-_-_---_---
-___-___--___--___-_--__-_-__-_-_-_--_-_-__----_----____---_-___--_----_--__
_--____-__--____-_--_---_-__--_-_-__--_____--___--_-_-____-_----_------_--_-
0025まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/16(金) 07:07:58.04ID:???
---__--_-_-----_-_____-___--__---_--____-_-_-_--_----___-_____--__--___-_---
---_-______-------____--_--__-___--_-_-__--_-__--___-_-_-_-_--_---__----____
___-___-_---_--_-__-_--_--_--__--_-____--------_--_____-__---_-_-____---_-__
__-_-___----_-_--_---_-__-_--__----___--_-_--_-____--------__-_____-_--_____
--_-__--_-_-__-____---_-____---_-_---_--_-_-_-_-__----_-_--__-_-__---__-____
_-_---_-___--_-__--___---_--_--_-_-_-___-_-_-__-_-_-___-__-__-___--_-_------
____-_-------__-____----_---_-__--________--____--_-__-----___---__-_-_--_--
____-_-_-_-_---_---_--_---_-_______-_-__-_----_-_---_-__-_-__---__---___-_-_
-__--_----_-_-----_---__--___-___--_---___-_-____-___-_----_-_____-----_____
--____---_----__--_-____-_----__---_-_-__--_--__--__-_--_--_____--_-__-_-___
__-__---____-____-_-__--_-__-__---_-_--__-____-_-___-----_------__---_-_-_--
_____-_--------____-_-__---____-_-___-_---___-__----_--_-_-_-____---_--_-_--
----__---____--_--_______-_____----------_---_---____-_-____-__-__---_---___
__-_-_-_-_-__-_--__--___---_---__-_-___-_---_-----__--_----_-_-____-_-__-___
-__-___-__--_-__---__-_-__---_---_-_-_-__----_-_---_____-__---_--____-_--_-_
__----_--__-_--____-__-_---____-___-_---__-_-_--_-_-__-____--___---_-_------
_-_----_----____--______-----__-_-__-_--__-_----_--___--__-____-_--_--_-__-_
--_--__-_-_____--_____--_--__-__--_-__-_--_--_----_-_-____-_---_-__--_----__
---__----_-_--___----_-___--__--_----____-_-____---_-_-_-__-__---___--___-__
-_--_--_-__-____----__-_--__-__----_-_-__---__-__--__-____-____--_--_--__---
--_--_-_-_-__-_-__-__--___---__----__-_-_--_-_---_-_--_-____-__-_---_-__-___
_--_-------_-__-______--_---__-_-___-__--_--__-___--__-_--_-_--_--_--_-__-__
-_---___----__-_------__-__--_____-_-__-__----__--____-_--__---__--___-_-_-_
--____-_-__--__--_-____-__-___--_-__--_---_______--___-_---------_--_----__-
--_-_-____-_-------_-_-----_____-___-__---_-__-_--_-__--__-__-_-__---___-_-_
-__-----___-_--_-_--___--__-__-________---__-_-_--_-_--_-__-_-_------__-__--
___--____-___-___----__--___-_____-----___-____-_---_--___--_-------_----_--
--__----____-__---_-_-_-__--_-__-__--_-_-__-__-__-_---_---_-_--___---_--____
----__-_---_-_--__-_-__-_--_______-_--_-_---_-_-_-_-___--_-____--_--_---_-__
-_-_--_____--__--_-_---_--_-__---___--_-_--__-__--____---______-----_--_--__
-_-_----_----___----_-__-_-___-_--__-____-___-__-___--_--___----___-----__-_
__-_-----_-_-----__-_-_-____-_----_--_-_--_-_---_--____---__--__________-_-_
___--__--_--____-----___-__---_--_-__-____------___--_-_-___-----__-__--___-
__-_-_---_-----------_--____----_-____-___--___-_--_-___---__-___--_-__-____
-_---_--____-__--_----__-___-_-___--_--_-___-_--_---__-__-__--_-__---___--_-
_-_---_--_--__---___-_-____-___-_-_-_---_-___--___--_-__-___-----_---_-__-_-
-_-___-_-__--____-___--_____---__-__---_---__--__----_-----__-_--_-_----____
_-_--____----_____-_--__-_____------__-__---_----___--_----_-_-___---____--_
_----____--___-_______-_---____-_-_--__------_--___---__-__-___--_-_-_------
__--_--_-_-_-_-_--_--_-_-____-----________-__-___-_-_--_---__--_-__-_----_--
__-_--_---_--_-_-___-___---__-_-_-___---__-__-_----__-_-______-___-_--------
__----___-_---_----_-__-__-_-__-___-_--__-_-__---_-_--_-___---_-__-_-__--_-_
___-_---------_--_-_-_-__--______---_---_-____--____-----____--__-_--___--__
---_-___--__--__-_-_---_-_---___-_--__---_-__-_-_-_-_--____--___--_-_-__--__
-_--_-_----__--__----___---_-__---__-___--_--_-_---_--____-_______--_-__-_-_
__--__-_--__----__--__-_-_-_--_-_---_--_--_---_-_--______--_--___--_____--__
-__---_-____---___--__---__-_--_-_-__-_-_--_-_--_-___--___----_-__-_---__-__
-_---__________-_-_-_--_-___----____--_--__-__---_--__-_----_-_-___----__---
-___-_---_-_-___--_---__-_--__--_-___---___---_-_---_-___--_-___-_-_----____
_-_-_-_-___-_-_-__________--_-----_-------__-_-____-__-_-_-_----_-_---___---
0026まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/23(金) 07:07:32.09ID:???
__-_-__----___-________-_---_-_--_-__---_--___--___-----_-___-_--_--_---_--_
_-__-_---__----__-____---_-_----_--__--__-_____-_---_----__---__-__-_-__-___
__-__-___-____---_____-_--___---_-_-_-_--___-__----_-_--_--__-_------___----
_-_--_---_-_--_-----___--__-_-__-_-_--____---__-_-__-__---____-_---__--_-___
__-----_----__--__-___-_---___-_-____-_-_-_-_----_-_---___-_____-_-__--__---
--________-----___--____--_-_--_-____-__--_-_-_-_-______-_--_--_-_----------
-___--__-__---___-_--____-----_-__-_-__-____----___--_-__--_-_---_-_-__--_--
_-_-_-_-__-_---__---_-_-__-____-----_______-_--___---_--_-_____--_-_--_-----
-_-_--__-_-__-_-_-__-_----__------____--__-_-_-___-_-_-__-______--_---_-_---
___--_--_--___--__---__--___-----_--_-________--_--_-_--_--_-__-_-_-___----_
_-_---_______----_-__--__-_-_-____-_----_____--_-_-_----_-_--_-_----_--__-__
_--___----_______--____----___----____---__--_---_----_-----__-__-_-_--_____
-----___--_-__--_-___------____--__---_-___--__-___-__-_--__--__--_-_-_-__-_
_---_----___-----___-_-_--___---_---_-__-___--_-_-__-_--_---_____--__-__-___
-_-__--_-______-_--__-___----__-__-----___-_-_-_--__-_-_-__-__-__-_---_-----
__--___---___-----_------_-__---_-_-_-_---__-_---_----__-_______--_-________
_----_-__-___-______---_-_-_-__---___--_-__--__----__-------_______-__--_---
__-_-_-----_-__-_-___---_---___-_-__---____-----_-__---____-_--_-_--____--__
-_-_--__-_-__--___-_-_-__----_-___-__---___-------__--_-__-______-_--___----
-_--___-_-_---_-__-__--_-_---_-_----__--____-----_-__-__-___--___-__--_-_-__
____-_--_---______--_____--_--_---_--__-___-_-__--__--__--__--_---_----__---
___--_-----_-__--__-----_-____-__-_-__---__-----_---____-_-_---_-____-___-__
_-_-__-___-------__--_-_---__-____-_----_-_-__---___-------_--_-___-________
-__---_-__--_---____-_-______----_-___--____--_-__-___-____-_---------__----
-__-_-___----_-__-_---_---____-_-_--__-_-----___--__--___-_--__-__--_-__-_-_
__--___-_----_-_-___-_--_-_---___-__-__--_--___-__---___-_----_--___-_---_-_
---____-_-_-_-___-___-__--________--_---___---_--------_--_---_-_-___---__-_
_-___------_-_-----__-___-__-__-_____-_------____-__-_--___-__---_---___--_-
__--__--__-------__-__---_-__-__--_---_--__--_-_--_-____-_--_-__-_---_______
_-_--_-_-_-____--_-__---_-__-_--_-_-__---_--__-------_-___---____-_-____-_-_
-----_---__---____-__-_-_----__--_-_----_--_----__--__-_____-_-_______-__-__
-___----______-_---__--_--___--_____---__---_-________-_-_-_-----_--__------
__-_--_-_-_-_-__--_-_--___-__-_____----_-_-----_-_---_----___-_---_-____-___
_--_--____----__-_____-_--_----__-___--_---___-_-___---___-_--_---___-_-_---
-_-_-----_--_--_----_------___-_-_--_-__---___-_--___-__-___-__-_____-__-___
______-----__-_-____-_----_--_------__-___-_____------___--______------___--
-_--__--_-___-_____-__--_--__--__------_-___-_---___-_-__---__-_--__-__--_--
_---_-_-__---____-_--_--_--___-__---_-_-------_-__-__-_-_-____-_--__-___-_-_
__-_-_-------_--_-_-_-----_-_-____-_-___-___----__-___--___--_______--__----
-__--_--_----------_-____-_--_-_____-_-_____-_-_----____-____--_--_---__--__
____-___--__-__-___--_----_-__-_----___-_----__--_---__--_---_-__-__--___-_-
__----__-___-_---__-_------_-__-_-----__-_--______--__-__--__-__------______
_--_-_--_-_--_-_-_-__---_--___-_--_____-_--_----__-_-__-_______-_----_--__--
--___-__-_-_-__--_-_-_____--_---_---__-_-____-_----_--_----_-_-____-___---_-
__-_-_-_-_-__-________---__-_---_------____--____---__-_-_-_--_----__---__--
_---_--__--___-_-_-_-__-_-__-_-___---_--_---_---_---_--___-----____-____-___
-__-__-_----_-_---_____--____-_--_---__-----__-_____--__-_----__--___-_-__--
__-_--__-_---__-__-__-_---__-__-_--__---__--_-_-_-_--_----_--___-_--_-____-_
-__-_______-__-_-----_-___-_----____--_-_--_-_----__-_-_-_-_---___-_---_-__-
-__--_-_----__--__-_--_--_--_--__-_-_--___-___-_---_-___---___-_---_-_-_____
0027まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/30(金) 07:02:03.98ID:???
--__--_-_---_-__--__-_-_---_-__--__--_-_--_--___--__----__----_-______-_____
----____-_-___-_-__-__--_-__----_------__--__--_-__---__--_-__--___--____-__
_--_-_-_-----______---_-__-_-___-_--__-____---____-_---_-__---___-_--_-_----
--_-_--_----_--______-__-_--_-___--_--_-_-_--_---_--__-_-____--_--____-_-_-_
-__---___--__-___-__-_--__-___-__--__---___--------___----____--_--___---_-_
-__--__-__-_--_-_-___---__-_-_---___-_-_---__--__-_--___-___----__--___-_---
-_-__--___----__--_---___----___-_--_-___-----_-_____--__-_---_---_-____-___
_-_-------___-__----_------____-__-_-___-_-__--__-_--__-_---_-_____--_-____-
_---_____-__---__-__-_----_--________-___-____-_-------__-_-_---_-__------_-
-__-___--_---__--_-_----__--_-______-----_---_--______-_-_--__-_--____---__-
----_-___-__-_-__-__-_-_-_--__----__-_-____-_-_----_--_-_--___-_-__---_--___
----______--_-_----____---_--_-_--___--_--___---_-_-_-___----_-__--___--____
---___--_--__________---_-__--_-_-_---_--_--________---____--_----__-_------
______--_-_-__-_--_-___-_-_----_-__-_-___-_-----__-__-___---__--_---__----_-
__----___-_-_-____----_--_-_-___--____-__-------___-__--___----___-_-__--_--
_-__-_-__-_-_-_____-----__---_-_-_---_------____--_-____-_-____-___----__---
---___----___-_--___--__--__--__--___-__------_--_-_-_-_____---_-_--_-_-____
_-_-_____--_--__----__---______-___-_--_--_----_----___---__-_---_____-__---
_-____-__-_-__-__-_------_-_--____---_-___--_--_-_-____----____-_-_-_----_--
-__-__--__--_-_-____-_--__--_-----_-__---_-------__--__-____-___----___-____
-__----_------__---_--_--_-_---_-___-____--__--__--_____----_-_____-_--_____
_---__---___---_---_--__-_____-_-_-__-_--_---_--__---__-_----______-____-_--
-_-____-__-___-___----_-__-_-__-_-_-___--_----_-------_-___-__-_--_---__-_-_
_-_-_----____-_---_---__-----_--___--_-_----__-_-_--____--_-__-__-______--__
-_-_---__--_____-_-_--__-_____--_-______--_-_-__----_-_-_-----__-_-_--_--_--
_---____----___--___-___-----_-__-___-_-_-_-__-_--____--___---_-----___--_--
_---_---_-__---_____---_----___-__--____-____----_-_-_-__--___-_--_-_--_--__
_-___---_-_--_---___-----_________---_-_-_--__-__-----___--_-__-__-_--_--__-
___-_-__--___------___-___-_-_-----____--_-____--__-__-_--_--____-----__----
-_-__----_--___-___----_--_----____-_--__---__--__--_-_____-___--__-____----
______---_--_____--_--_------_-___--_______--____-____-_---_-----_----_-_---
_-__-_-_-___-__--_-_-_-_______-_--_-----___----__-__---___---_-_-__----_-_--
__-_-_--____---_-_-_--__--__-_-_---___---_-____-___----___--__---_____------
--___--_--_-_----__-__--___-____----__-__-_--_-_----__--_--__-_-___--___--__
_-_----_-_-----___-_--_-_--__-__--____--_-___-_-----_--_---_-___-__-____-___
____--_----__-_--___-__----____-_____------------_____---___-__-_--_-_-_--__
_---_---___-___-____---_-_-----__--_--__--___----_-_--__--_-_-_-___--__-____
--______---_-_-_-______--_-__--_--_--_-__-__-----_---__-___-_-_-_----___-_--
-__--__----___---__--__--__-_--____-_-----__-__-____--_--_-_--______----_-_-
_-_-_-___--__---_----___--___---_-__--_----__-_---_-____---__-__-___--_-__-_
_-_-_--___-__-_------_-_-_-___---_---__-_--_-__-_---__-__-__--_-___--_-_-___
--__-_____-__--_---_-__-_-_-___-__--____----_---___-___-_-_--__-_------_-_--
---_-_--____-_--___---_--__-__-__-____----_-_-__-_--_-_-_-__-___-__--__-----
_______-__-_----_-__-_---_-__-___-___-_---____-__--__-_--------__-_-_--_----
___-__--___----___-___-__----_-_--_-__----_---____--______-_---_-___-_------
_-_-_--_--_-----___-----___-___-_---__--_-___-__----_-__---______-__-___---_
-__--_-___-_-__--____-__--_-_----_--__-______-_-___-_---_-_--_---__-__------
_---__-_--___---_-__-_-___-_-_--_---__-____--_-----_---___-_-_--____----____
_-__-----__----___----____-____-_-----____-__--_-_------_---_-__-_-______-__
___-_-_--_-____----_--__--____-_______---_--_-___-------_--_--_-__--_--__-_-
0028まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/01/06(金) 07:05:58.57ID:???
--__--____---_--_---_--___--_-___-_--____--_-_---_-____--------_-__-_____-__
-_-_--__--__---_--_--_-_--_-__---_-__-----__---___-_-__--______-______--_--_
____-__-_------__-_-----_--___--_----__-_---___--____-_----_-__--_-_____-___
-_-__-_--____-_-_-_-_-_-----_-___---_--___-__-_--__-__--_----___-_--_-_-_-__
-_-__---_-_---___-_--__-___-____-_-__--_----__--_-_-_____-____---_-_-_------
_-___--___-----___--_----_--____----_-___---____---_-___--__--_-___-__---__-
_-____-_-__----_--_-__--______--____---_--_---__-_-__-__-__-__----_----_-_--
_-_-_--___----_-_-_-__--__-_--__--____-_-___--_____----_--__--_--___-_---_--
_--___-___-____-_-----_--_---_______-----_____----_-_--_-_---_--__--__--__-_
--_--_----_-_---__-___-_-_--_-__---_-_______-__-_-_--_----_-_---___-_-___-__
--__-_-____-___-__-_-_-_-__--___--_----_-___------_-_-_-----_--__-____---___
_--_---__--___-__-_----___-_-----_---_----_-__---____-_---__-________--___-_
_--___-_---_-_---__-_-__---_--_-_--_-___-_--_--__-_-__-__-_-_--_----_-______
-__-_--_--_-_---__--__--___-__-_-____--__-_-__-___------____-----___-__-_---
---____-----_----____-_--___--_-------___-_-__---_-___-___-_--_-_-______-__-
-_--_----____--__-___--__-___-----_-__-_--_----______-__----_-_____-_--__---
------_-___-_-_-_-_--_-__--___--___--__---_-__-_-_-_-__--___-_-____--__-_---
-__-___--__-_--_-____-__-__------_-___-_-_-_-__--_---_-_-_--_-___--_-_--_-_-
_-__--_-___-__--_--__----_____-_-__--_---_-__----___---__-----_-_-____---___
_-__---_----_____-__--_---_____--_--___-_-_----__-_--_---_--____-_-__----___
__-_-----_-__-_---___-_--__-_____-___-__-_--___-_---__-_---__-_-__--_--_----
__-_-___--_------__-_--____-_-___-_-_--_-__---_--_-_-----_--______---____--_
_-__-_-___-_---_-_-_--_--_-___-----_--_-_--_--_--___-__-_-_-____--__--____--
___---_---_-__---_--___--____--__---___-_----_--____-----__-_-_--___-____--_
-----____---__-_-_-__--___---_-_-_---_--__-___-_--_____-----______-__---_-_-
___-_______---_--___---__--___-_------_-_-___--__-____---__----___---_--_---
-___-_-___--_--__--__-_-__-----_------_-__-__--_____-_-----_--__-_____-___--
_---_____-___-___-----__-_---__-_-_______-__--_--_-_----_---_-_-_-___----_--
__--_---__-_____--_--_-__-_-__----_--___--__--_-_--_-_--____--__-_---_-___--
_---____--__---____-_-_-_-_-__--__----_----_-___-__--_--_--___-----___--____
----_---___-__-_----_-_--__-------__---__-_--_-_-__-__-_-_--__-________-____
-----____------__--__-__--_--_--__--____-_---_-__---__-____-_--_-_--_____-__
----_-__---__----__-____----_-__--_---______---______-___-___-___--_--_-----
-_----__---___-_-_---___--_---__--______-____-__--___-_----___-__--_--_---_-
__---__-__--__-_______-----_-_---___-_-_--__------______-__--_-___----_---_-
----__-_-_-_--____-_____--_----_-_____-_-__-_-_--___-__-_--_----__-_-_-----_
______--_--____----_-_-_-__-_---_-----_-___-___----__--_____--__-_--_-----__
---__----_-__--____-_-_-_----_-_---_-_-___---___----____-__--___-__-_---____
__--_-_-_--__--___-_-_-_---_--__-___----_-_-_-_-__--___---__----___---____-_
--_-_---__-_____---__-_--_--__-----_-__-_--__-___-___-_-----____-_-____-_---
_-___--------_-_-_-_-_-__--_--__---_-_-____--___-__-__--_--_--_-__--____-_-_
--_______--__-_-__--_--_--_-___-----___---_--____--__----___-_-_-__--__-_---
---______---_---_____--_---_--_---__-_-----_-______--_-____-___--_-_--__---_
--_-_---_-___-___--___-_----____-_--__-_----__-_---__--_----_-_-_-_-______-_
_---__----_-____--_---____--__---_-_-__----_-__--____-___--_--__-_-_---_-___
__-_-_-_____-_-----__-----____--__-____--_--_---___-__---_-_-__--___--__----
_--___---_--__--____--_-__---_-_---_-_--_________---_-__-_-__---_--_-__---_-
_-__-__--___-_---___-_-__-____--___----__-_-_--__-_---__----_-_-_--_---_-__-
___-__-__-------_-_____---__---__----_-____-_---____-_____--__-__------_---_
____-_-_--------_-_---___---_-_-__--__-_--______-__-__-__-_--__--_---___--_-
0029まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/01/13(金) 07:07:10.50ID:???
_-______---__-_-_--_--_-__--_-_---------___--_-_-_-__-_____---___-__-----___
__-___-__-______-_-_---___--_---_--_-_----_____---_----___---__-__--_--_-_--
_-_--_-___--_---_-__-_--___----_--_--__----_____-_-_-_______---__---__-_--_-
-__-_-__-_-------_--_--_-__-_-------____-___--_______-____----___-__-__---_-
__-_____--____-_----___----_-----_---__-___---____--_____---_-__---___-_----
-__-___------_____-_-______------_--___-_-___---___---__-_-_--_-----_--__-__
--___-_-_--_--_-_---_-_-____-----_--____--___--_-_-_____--_-_--_-___--___---
_____---____---____-------_-_---_----_-___-______-_--__--_-_-_-_-____--_----
-_-__-_-_-__--__-____--__----_-__-____--____-----_-_-_--_-_--__-_------__-__
--_____--_---_-___--___-_-__-__-_-_---__-_-_-----__--___----_--_--___-__--__
___----___-__--_-_----_-_-__-_---_____-_--__-_---_-__----__-__--__-__--__--_
--_-__--_----__--___--__---_____-----__-_-_-_-_---_--___-__-_-_-_--______--_
___-_-_-_-----_-----__-___-__-_--_----_______-_-___--_----____-_--__--__--_-
-____----_---___-__-_-__-_____--_-_----_--__-____--_-_--___-_-_---__--_---_-
---_-_____-__-___-_--__--_-_--__-__---_-__-__-_---__-----_---__-_-__-____---
_-__-_--_-_----_-__----_-_--__-_--____---____--_-____-___-_--___---_--_-__--
____--_______----__---__--_-_--_----_-____-__-_---_-___-_-__--_--_-__--_----
_--_----_--_--_--_---_--_-_____----_-__-__--__-_---__-__--___-__--___-_-____
_---__--__-_----_--_---__-_----_-__---_-_--_-_-_-__-_-_-__-___-_-______-__-_
---_-__--__---__---_--_____-_-____-_-_--__-____--_---_--_-_-__-_-__---_--_-_
___-_____---_-__-_---_____--____--_---_-__-_--_-_-__--_---_--__--___-_------
-_-_------____---__-___-_-_______---_--_-__-___-_-__-_--------_-____-__--_--
___-----_--_-__---_---_-__-__--____----_---____-_-_-__--__-_--_-____--_--___
_--__-__-_--_---__--_--___-_-_-_______----_-____------_-____---__-----_-_-__
_--_----____---_--__-__-_-_-_-_---___-__-___-__---_--_-_-___-_-__---__--_--_
---__-_--__-_--__-__--_-__-_-___-----___-_-_---_-__-__-__-___----_-_--__--__
_--__----__--_-_--_---_--___-__-___---__--____-__--_-_---__-_--__-___--__-_-
---_--____--_-_-_-______--_--_--_--____---_--___-_--_--_-___----___--__-_--_
_-_--___-_-_---_-_-____-----_-_-___---______-_--__-____--_-----__-__-_---_--
_-_-----___-_-__-_-___--_-__-____-_--___-------__--_-____----_---__-_--__-__
__--------_--_-___-_-_--__-_-_---_-_--_-_-_---___-----_________-__---_____-_
__-_--__-___-_-__----______--_-_---_-_-_----_-__--_-_-_-_--__----__-____---_
---___-_--_----_---_-___---_---_____----__-_-____--____-_-___-_--_-__---_-__
__-__-_-__-___--_--__-__-___--__--_-_---___-___-_-_-_----_-__---_-__-_------
-_--__---___--____--_-_-_-_---__--___-_--____-_--__-_-_-__---_-____-_---_---
__-_---_-_--___-_--___-_-_--___---_-_--_-_-_-__-__--_-_-__----__-__--__--_-_
__---__-__--_---__----___-__--__-_-___--__-___-___-___-_--_-_--_-_--_---_---
___--____-_-__---_---_--_-_-----_-_____-_-_-__-__--___-------______--_--__--
__----__----___-_-__-_-_--_-_----_-_--______--_--_--___-_--___-_-_--__--_-__
-___---_--_--_-_--__---__--____--_--_-______--_-__--_-_--_----___--__---____
-___---__----_-_----__--_--___--_-_--____-_---_-____--_-_-_-__-_-__--_--____
-____--_____--_-_--_-__--_--____-___----_-_-___---_--__---_-_-_----_-_---___
_-____-_----__---_--___---___--_-_--__--_-_-__-___--__--__--_--__-_-___-_---
_-___-_--_---_-----___-_--__--__---_----_-____________--_-___-_-_-_-----__--
_---_--___-__---_-_____-_---_--_-___-_--__--_---_______---____---__-_----_--
_---_--__-_----___--___-__----__--_-___-___--_-----__-_---______---___---___
_----_______-_---_-___--_-------_--_--__---_--___--____---__-_______---_-_-_
__--__---_----_--_-_--__----_-____----__-__-___-____-_--_-___---_-_____--_--
--____--___-___--___----__--_-----__---__--_-_-_____--_-___-----___-_---___-
-_--_--_-___----_-----___-___-_--___-__--___-_-_-_--_-_-__--_-___--__--__-_-
0030まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/01/27(金) 07:08:02.37ID:???
___-__--__-_------_--_-__--__---_-______-----___--___--__---_____--_---___--
_-_------_--__----__-__--_-__-_-_--__--_----_-__-_-__--_-___-____-_--___-___
---_---__--__--_--_-__-___-__--_-_-__-_-_-_-_--_-________-_--_-_----__-_--_-
_---_----_--_------_-_--_-_-_______---__--____--__----_--__-_-__--_______-__
-------___-___-_-__-_---_-__-___-_-----__-____--_-___---_---_--____--__--___
-__--_---_--_-__-_-_---_______-___--____---_-_-__-___-------_-_---_-_--____-
--_-____-_-_---_--_--__---_-____--_-_---____--_-__-_-_--_-___-_---____-_---_
--_--__--___--_--___---__-__-____-_--____--_--_-_-_-_---_--__---__-_--____--
--_--_-___----___-__-----_-______--_____-___-----_-__-_-__-_----_-_---_-_-__
------__-____-_-____-_---______--__-__-__-__--____---_-_-----___-__-----_---
_--__---___--_-_---_-___-___--__--_--_------_---_--_____--_______-_-__--_-_-
-_-_-_-__---_--_-_-__--_-_-_-____--_-_---_-__---_-_-_-_-__-_______-__-_-----
---_-_--_-___-_-___-_-___------_--___--_--__-_____-__-__------____--__-_--_-
-_---_____--__-___-----_-__--__--_------_-_-_-______---__--_-__--__-_-__--__
--_-__-_____---_-__-_-----__---____-_--__-_________---_-__-_-------__--__---
__--__---_------__-_---______---_-___-___--__-----_---______--___-____-_----
_-_--_-----__-__----____--__----_-----_----__--____-_--_________-__-_--_-___
_____-_--_-_-_-_-___--__---_---__-___-_____-___-__----_-_----_------_---__-_
-_--__---_---_-_--_-__-____-___---_-_-_-_-__-_--_-__---_-_---__--__-__--____
-__-_-_____-____-_-__-_-_---__--_-___----_-__--_-__-_-_--_--_-__-_---_-_----
-_--_-_----_-_--_-_-_-_--_-_-_--____-__-_-__-_--_-____-----_-__-__-__--___-_
__-__------___-----___--_-----_--__-_-__-__--____-__---_____-__-_---_--___-_
--___-___-__---__-______----__-_-_-___-_--_-_-_-__-___--_---__-----__---_---
_-_-------_-___------_-_-___--_______--__-__-__------__-__---__-__--_-___-__
_--___-----_--__-_---___-__--____---_-_--___---_____-_----__-_-_--____-_-_--
_--__-___-_------__--____-_--__-_____-----____-__--___---_--_---_-----__-___
__-__--_---_-_-_--_--_--______-_---_---_--____-_--_---__-__--_--___-_____---
-_------_-_---___-_-__-_--_-_-_-__-_--_-______--__---__--_______---_-_--__--
_-__-_-______-_-_-----_-___--_--_---_-______--__-_-__--_---__---__--__---_--
_--_--__-__---_____--____-___--_-__-_---_-----___-_-_-__--_---____--_-_---_-
-__-________----_---_-__------__--_---_-_-_-___-____--_-_-_--__-__---_-_-__-
--_-___---_-____-_--___-__--___--_---_----_-_---__--_----_---_______--____-_
__---_-_-_--_-_-_-__-__-_-_-__--_-__-___--__-___-----__--_-___-___------_-_-
-__----_-__-_____--_---__-__-______-_--_---___--_--__---__--_--------___-___
--___-_-__--_-__-__--_-__-__---_-_-__--__-_-_--_----___--__----___-____-_---
--_-__--__--__---__-__----_--_-_--_--_-_--_---_____--___-__----___-_-_____-_
--_-___-_-_--___---_-____--_--_--__--_------_-____-_--_-__--__--__-____---__
_------__---------_____--___-_--__-_-___-__--__-____---____-__--__--_-___---
--__--_____-____--__-__-___--_-__---___----__-_-__-_------___-_-----__--__--
----___-_-___--_-_-_-_--_--___---_---_-__------__--___--___---___--____-____
-_-_--_--_-___-__---_-__-__---__--_-_-_--__-__---_-_-_--____-___-_-___---_--
__-___--_--___-----_____-_-___-_-_---_-__-----__--____-_-__---_--__---__--_-
----_-__-____-_----_-__-_-____--_--_-___-_---_-_--_--___------_-__--__-_____
_-_---_---______--_--__-__----___--__-___-__-__--____-_---_---_--_---__-__--
___---_-_----__----_-_-__--_-_------__--__--___-----__-_--_____-____-___-___
___----_--_--_-__--___-_-__-__--_-_--_-__-______--____------__-___--_----_--
---__-________--_-____-----_-___-_--_---__---__--_-_-_-____-_--__-_-----_-_-
---__-__-______-_-_-___--_--_--_--_-_--_---_____----_-__--__-_-__--_-_---__-
_----_---__--_-_____-___-_-_---_-__--_____-__-______-------___-_--_---_---_-
_-_----_-_------_--__--___---_--___-_-__-___________--_----__-_-____----_--_
0031まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/02/03(金) 07:01:45.95ID:???
_-_-__-_-_--_-___-_------_--_____--_____-_--_-_-___--_--_-_-__-___----_--
_--__-_-________-___-_-_---___--____--_-_-----____--_---__---_--_--_--_--
__-_-_-----_-____-__--_---_----____-_____-_-----_--__--__---___-_---_____
_--______--_-____-_-_-___-__-__-_-__-_--_--___-_-__---_----_-_---_-----_-
_-_-__-_-__--_---_-_-_-__--_-_----_----__--_-__-_-_-____--___-_--_-__-___
--_-_-__-__----_____--_-_--__--_---__-__--__--_---_--_-_--_--_-___-______
___--__-__---____--_-__-____--_--__----__-___---_--___-_-__-__---_--_----
__-_-_-__-___-_---___-_-_-___--_----___-__--____-_---_--___-_--_---__----
-_--_---__--_-____---_-_--_---___-_--_-___-_--__--_-___-_-_-_-_-_-__--___
-_-__---_-___-__----_-__-_-_________---__-_--_-__--_--___---_--____------
-_--------__--___----__-____-__-______-__-_-----_--__---_--__-__-__-__-__
-__-------____-__--_---_______---__------__--_-_______-----____--__--__-_
---__-_--__--_-_-__----_-_____-_--__-_-_---_---__---_____-__--___-_--_-__
__-_-_-____---_____--___--__---___-_-___---_--____--_-------------_____-_
-__-_---_-_-__---___-____-__-__--__---_-_-__--______-__--_---_-___-------
-__--_----_---___---__-_-____--______-----__-___-__---__--_--_-__----____
-_--_____-__---___-___-____-_-__-_-_----_-_-----_---___---___---____-_---
-_____-_--_--_--___-__--____-__--_-___--_-__----__--_-_-__--_----___--_--
-_--------_----_--_--___-_-_____-__-___-__--_-_--__--___-____--___-_--_-_
---___-_-__-_-_--_-_--__------__---___--_---____---___---_-__-______--___
__--_-___--____-_-______------__-___-_----__--____--_-___---__--_-----_--
-____--_----_____---__--__--_-___-_----_------__-_--__---__-___-_-__-____
__--____----_____---_----___---_-_-____--_----_--_-----_--___-_--________
-_-_-----____---_------_-_-__-__--__-___---_-___-____-__-_-____-_-___----
--_-_______--__--__-___-_-__-_-_____--_---_----_--_______-------_---_-_--
-_----__---_-_--__-----_-__-_-__-_--_-_-__-_-_-_-____--__-_-_-_-____-__-_
0032まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/02/03(金) 07:07:42.96ID:???
-__--_-__--_-__-_-__--_-_-__--__-__-----_-___-____---_--_-___---___-_--__---
_-_---_-__----__-_---_--__--_-_---_--_--___-__-_--_-__-_____--___-___----___
-_--__----__-_--__-_-_-____-__--__----_---____-___--__---__--_--___---_--___
____-___-___-_-_-_--__-__-____-_-----_--_-_-_-_-_--_-_-_----__-____--_------
_-__----__---_-__--_____---____-_---_----____-___-_-___------_--_--___-__--_
-___--__-_-_--__-_________-_----___---------__--_--__-__--__-_-----___-___--
_--__---_--_-_-_-_-____-___-__-_--_------_-__--_____----_--__----___-_-____-
__-_--____--_-_-_____-__--_--_--__-_--_-____--__----_--_-_-__-__-_------__--
__-----_-___--___--_---__---____-_--__-___------___--_-_---_____-_--__-__-_-
------______-____-_----_-_-_---__--___--___-_-_--_--__-_-_-___-_---_--____--
_-__--_-__--_--_-______-___----_--_-_--_-_-____----___-_---___---_-__---__--
_______-____--___-_-----_-_----__-_--_-__-_-_--__-_--__-----_--_-___--_--__-
--____-_--_---_-----___--_-___-------____-_--___-__---___-___---__---__-____
-----__-----_-_--_--__-_-___-__-_-_--__-_---____--_-___--_-____--_--__-___-_
-__--_____---_-----__---____-_-___-----__-_--_---__--__-_--___-_--__-____--_
__________---_____-______--_-_-_---_-_--__--__---------------_-_-_-____--_--
_---___------_-__-____-____--___---_____-_____--__----_---_---_--_-__-_--_--
___-__---__-______-___-__--_--__--__-___---__----_---______----_----_---_---
_--___--______----___-__-_-__-__--__---___----___---_----_--_-__--_-__-_-_--
----__---____-__-__---_____-_-___-_-_--___------_-_---__--_-___-_----__-_-__
--_--_-___-___---__-__-____--__--_____--__-----_-_-_---____-___-_--_--_-----
_--_-_--____-___---_----__-_-___-____--___-__--__--_--_-_-------__--___-_-_-
--_-_--______-_____--_---____-----_____-----__--___----__---__-______-------
-___-_--__-____-_-__-___----__-----_--_--__---_-___-_-_-_--_-_-__--__--__-_-
_-----_---___-_--___-_-___--_-__-_------____-_--_--_____--_-__-__-____---_--
----__------________-_--____-_--__-__-_-----_--____-___---__---_--_---_-____
--____-_____-_-__-____-----_--_--_--_-_----_-__--_---_-__---_--___-_-____-_-
--_-__----__-__--_-_-__-__-_---_---___-__--__---_--____--_----______-___--_-
--___-__--_-_-__----_--_-_______------___--_-----_---_--___-__-__---_-______
__--___-___--_--_---__-_-_______---_--_--__---__--__-_-__--_-----__-__---_-_
_-_--____-___-_---_-__--_-----__--_-__--_-----_-_-_-___-___---__-__-_--__-__
_-_-__-_--__--___----__--_-_-_-_--_-----___-_--_-__--__---_-_--_-__-__-_____
---__-__--___--__------___-__-_-_--__-____--_-_-__----_--__--__--__--____--_
-_-------____-_---___-_------__-_-_--_-_---_-______-______--_-____-_---_--__
_-_--__--_-____-_-___----__--_-_--_--___-___-_-_-__--__-----__-__---_-_--__-
--_-__-_---_-__----_-______-__-__-__-_____-_--_------__-___-_-_--_-----_-__-
_--_--_-____-_---__-----____----__-_____--------__-__-_-_-_-____-_-_-__---__
___-_--___-_---__--__---_-__--__-___-_----_-______-----__-__-___---_--_-_---
____-_--_-_-----_------_-_-_____-_---___----__-__-__---_-_-___-_-____----___
--____-_-_-__-_-_--_____---______-_--__-___---_-___-_---------_--__-_--__---
___-___-____----___-_-_-_-_-_-----____---_-__----_--___--___-_-_---_-_--__--
---___--_--__--_-___-__--___--_------_-__---__________---_-----_-__-_---____
_-_--____--___--_-----_---_-_-____--___-__-___--_-_--___-_--_----_-___--_-_-
___---_-____-_-__---_--_-_--_---___-_-__---__--_-----_---____--_-__-___-_-__
-__--_------__-------_-_-_-____-_-_--_____-__-__--_---__--__--___----_______
_-----___-_-__-___--_-____-_-____--__-__----_--_-_-___----___-_----__----__-
--__-____--___-_--__---__-___-_---__--_-_--__--_----_-_-_---__--_-_-__--____
--_-_--_--_-_-____-__-___-_----_____-_-_-_--__--___---____----_--_---__-__--
__-__--_--_____-__---_-----_-__----__-_----_----___--__--_____-__----_-_____
--____--_---_-_--____--___---___----___-____------_-_-_-_--____----__--__-__
0033まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/02/10(金) 07:08:39.11ID:???
-________--_--_-___-_-__--_---------___-----_--___-__--____-_-_-___--_--_--_
_-_-__--_-__-_-___-___----------__--------__-__--__-__-_-______-_--__---____
_-_-___---_------__-___----___-____-_-___---____-_____-_---__--_--_----_-_--
----_--______-___-_--__--____-_-__-_----_-_--_-------_---_-____-_-_____-_--_
-__-_--__-_--_-__-__-__--__-__-_------_-___--__-_-_-_-_____---_----__--_-_-_
_---__----_-___-__----_-____---__-_-_-__--__---_-_----__-__--___-__--___--__
--_-_-------_---_---_-_----___--______--_--_-_--___--______-_____--_-___--__
_____--------___-_--____--_---_____-__-_----_-_-___-----_-_---_--___-_-_-___
_--__-_-___-___--_-__-_-____---____-_---_____-__--_--_-_--------_----___-_--
--_---_--_--__-_---_---_____--___----__-___-_____-------______-__---_--__-__
__-_---__-_---___-__-_--__--___-________---__--__-__--_--__-------_-_-_-_---
---____---_-__-_-_-__---____-_--_--_----_-_-_-____---_-_-_---_____--__-_--__
__-----__-__--____-_--______----_____--_----__-_--_-__---_----_-_-_--_-_-___
----_-___--__-_-___--__-__---__---__-_____-_---_____-_----__-__--_-___------
-_-_-__-__-_--_-_------_____-----_---_-_-___-----_-__---__-_-_____--_____-__
__-__--_-_-___-_-_-__--_-_-___-___-_--__--_-__--_---_-_--_--_-_-_-___------_
____-_---___-__--_--_-_-___---___-_-____---_-___-_-_--___--__-----_-_-----_-
_-_--_-_---_-_-_---_-_-__---_----_-_-_--__--_-_-__-_-____----_-___-____-____
---___---__-_----_--__-__--_---_---_-__--____-__-__-___--_--__---___-_-___-_
---_-_-___-__-__-_-__--______--___-___-----___-_--_-----_-___----__-__---_--
___-__---_-_-----___----_---___--___-_-_--_---____----__-____-_-____---_-_-_
_-_--___________-__---_----_---_------_--_-___-_-__--____--____--_---__--_--
-_-___-_-__---_--_____---__-_____---_--__--_---_-_-_-_-_-_----______---__---
--__-_-_---_---_____-_--__-________--_-_____-_--_-------_--__--_---__--_-_-_
_-___---__-__--_--__-_-----___-_-__--_------_____-_-___-__----_-__----__-___
-___---__-__------__-_-_-_-__-__---_---__-_--__-___-__-_--__--_-_---_-_-____
-_____-___-_-----_-_-____--_-_-_----_---_-__-_-_--_--_-__-_____---__----_-__
___--____--__-__-_------____--__-__-_--_____--_---___-_-_--------___--___---
___-__-__-__----_--_--____-_-----------_-__-___----__---___-__-_-_-____-___-
_--__-_---__-____-_-_-___--___-_----_______--___-_-___-_----__-----_-_------
__-_---____---_-_-_--_-_---____-__--___--____--_-_-____----_-__--__--_-_----
_---__-_--__-__--_---____-_-_-___-__-_----____-__---_-_-__--___------_--_-__
--___---_-_--_-_--___--___-_-__--_---__-__-----_---___-__-__-_--_---__-_____
_____--__-___----_--_--_-_-_____---_--_--__---__-__-_--_-___----__-___----_-
-_-_-_---__-______--__-_---__-_-_-_-_-__-_-------_--_----___--_--__-___-____
__-_-_____-_-_---_-_-___-__-____------__---__-_____--_-_----_--_-_---_-__---
_--_-----_-__--__--_-_--_---___--______---_-_--____-_-_--__---_-_-_-__-___-_
-____-_-__-__-___----__--___---_--____-_-_--__--___-_----__-_-__--_-_----_--
__--_--_--___-_--__--_-__-_-__--_--_-_--____-___-_-____---_-_--__-__-_------
---_---_--__--_--_-__-______------___-_-___------__-___-_--_-__--____-_-_-__
_----_--__-__---_--__-----__-_-----__--_-_-_-____-_______-_--_--__-_--___-__
---_-_---___---___--____-____-_-_-___-_--_------__--__----___-__-_-_--_-__-_
-_---__-___-______----_-_-_----_-__--_______----___--_-___-_----__--_--_--_-
____--__-__---__-__--_---__--_-_---_---_---_-____-_-_--_--_--___---___-__-__
__---_-___---_---________---_-_____----___-_---_---____--_-_---____--_---_--
-__----____--__-___-_-----_--_--____--_-__--________---_-____-------_---_-__
--_-_-__-_____-__---_-_--_---_-_-__-___--__-__----_--_-____--__-_-___------_
___--___-_-___-_---_-____---__----_____--__--_-__--_-____-_--__-----_--_----
--_------_-----_-_-_-_-___-_____-_-_---__-__-_____--___---_--__---_-_--_____
_--_--__-__--_--_--_-_------_---__-_---___--__--__-_____--_--_--____-____-__
0035まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/05/05(金) 07:26:20.76ID:???
__-_-_-_---_--___-_-_-____-_---__------_--___-______---_--__--__-_--__-__---
---__----__-_-----_--__-_-_--___-_----______-__--_-_------__--__-________-__
-___-_--__--__-_-____--_---_--__-___---_---_----_--_--_-_____--_-_-____--_-_
_-__-__---_---__----_----__--__----___--__--_____-_-----__-_-_-__-___-___-__
-_-___--___---__--_---______-_____---__---_-_---_---_--_-___--_-__--__--__--
-----_--____---_-_-_-__-_-_-__-___-----__-_-__-__-______-___--_--_--_-_--_--
___---_-__-__---__--_-____-_-_--__-__-_-_--_--_--_-___-_-_-__-----__-_-__---
_-__-_-_---_-__-__--_-_-_--_-___---___-___-____----__-_____------___---_----
___-_-----_-__-_--_-_-_----_-______-___-__--_-_--___---__-_-___---___-_-----
-_---___-___----_-__-___-_-----_--_-__-__---__--_--____-_-___-___-_-__-_----
-_----_-_----_-_-_-----__--_-_--__---_--____--____--___-_-_--____-____-_-___
--___-_-_--_-----__--_--___---__-_--___-_---_-__---______-_-_-_--__-_-_-__-_
-___------_------__--_-_----__-__-__-___-___-_---_---____-_--_-_____--___-__
__---_-_---_-_-_----_____-_-_--____-___-_--_-----_--_-__---_----____-____-__
_--_--_-_-____-----___---__-_-__--_--__-_----_---__-_____---_--____-_--_-___
_---_----__----_-----_-_____-__---_--_-___-__--___--_-___-_--__-__-__-_--___
-___-_---_-_----_-_-_-__--___-________--__-_----_--_--_-_--___-____----_--_-
_--__-_-_--___-_--_-_-__--_--__-__---__-___-_-_---__-_-_---__-_---_-__-_-__-
-_--_-_-_-_____---_-_--__---_--______-_-----____-_-_-_----__--_---_-__-___-_
--_--__-_--_--__--_--__-_____-----_-_---------___--___-___--__--___-______-_
------_--__-___---_-_--_--_-_____---__-_-__--___-__-__---__-___-_---___-_--_
-_---_----_--_-_---_--_-_____-_--_-_-__-___-______-_-__----__-____---_--_-_-
__-____-_-_------_------_---_----___-__-_-_-_-_____---_--___--__-_____---___
---__-_-_----____-__-__---_--___--_-___-___---_-___-_--_--_--_-_-__---_-__-_
-_--_-_-_--___---__---___----_-__-_--_--_-____--_-_-_-__---___-_--_-_-_-____
__--_----_-___-___-__-_---_--____---_-_____-___-____---_----_-__-_----__----
-__-____---_-____-_------___--_-_-_---_---__----_-__-__----___-___-_--_-____
--_-_--___-__-----__-_---__-_--_--_______-______-__-----__---_-_-__-__---_--
-____----_-___-__-_--_-___-_-____-_-_---__-_____-__---__---__--__--------_--
_-____--------__-_--_--_-_-_-_____-_-__--_-_--____--____---__--_-__-----__-_
----_----___---__---_---____-__--__--_-_----_______-_--__-_-__-___-_-__-_--_
_--__-__-_--_--_--_-_-----_--___-__-_-_--_-_---__-__-_-_____--__-___---___--
--_-___-_--_-_-_--_---___-___-_-_-----___-_-__-____-_-__-__----___---_----__
-_--_--_-___-__-___--____----___-_--------__-___---_-____-__--____--_--__---
_____---__-_-_-------__-_-_-----_-____----_---__-_-__-__-___-_-___-_-__-__--
__-_-___--___----_-_-______-___--__-_-_-_-----__-_---_-__-_-__-___--_-------
_______-__-_--_-----__-_-_---__-__-___--_--___-_--_--_-__-__-_-_-__---_-----
_--_-__---__-_-_-__---__----__-___-__----_-_----_-_-_--_-_-___-_____-__--__-
____-_-____---__--_--____-___--__-___-_-__--_-_-_--_-_--____--_---------_---
_------____--_--__--_-______--__--____-_-_----_---_____----__-____-----___--
_--___----___-___-_--------_---__---__-___-_-_---_----_-____-______--_-___-_
--__-_-_-__---____----__-_-__---______---_-__--___-__----___--___----_-_--_-
----___--_____-----_-__-____-_--__-_-_-__---______---_-_-___--_-_-__----_---
-_--_--___--__-_____-_--_--___-____--_-_--_--_-_-_-_--____--___--_------__--
__-__--_-__--_--_-_----_--___-___-__-_---___---__-_------___----_-___-_-____
-__-_-_-_____-___--___-_---_-------_----_--__--___-----__--__---__-_-_______
_-_-----___-___--_--------_-__--__-_-_-_-___--__---__---______-__-_--_-__-__
_-__--___-_-__-__---__-----___----_____-_---________--------__-_-_-__-_--_--
_-_--__--_---___--_-__--____--_--__-_-__-_-_-___---__-___-__--_---_--_--__--
_--____------__-_-___-___--_-_--___---_-----__-__-___---_--_-___-___-_--_-_-
0036まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/06/02(金) 06:42:53.68ID:???
--_---__-_-_-____---____-__----__-__-__---__-_-__-_-_-----_-_____----_-_-_-_
-_-__-__--__-_-_----___---_-_-_-_-___-_-___-___--__-_-_--__---_---_-_--__-_-
-__-_--___-__-_--_-_-__--____--__--___-_--_--_-__--__--__--___-----_--__--_-
-----_--__-_-__-__-_--__--__-_____--_---__-__-____----_-___-_--__--___-_----
--_--__--____-__-_--_---__-__------____-__-----__--__-___-__-_-_-_-_---___-_
___-___-_-_-___---_---___---___-_-__---_-__----_____-_-__--_-_--_---_--__---
__-_----__--__-__-_--_-___-----_-_---__-__-______-_-_--------___---__-_-____
___-----_-_---_---_----___-__-_-___---__-__---__-__--___-_-__-__-_---_-____-
-___-_-___-__-_-------_-____-__-----___-____-_____--____-_---_--_----_---_--
__-_--_-_______-_-___--_--___-_-_---_-___---------_-----__-_-___-_--_--___-_
----_-__-___--____--_---________-__-_-____----_---_--_--_-___-_--_-_-__-----
_--__---__-__--__-_______---_--_-----_-__-_-___--_______------___--_----__--
-___-__-_--_______-__-_-__--__--_--_-----_--_-_-___--_-__-_-_--_-_-_--_--_--
--_--_-_----__--___-_-----___----__--__--__-_-_-___-_-___-_-_-_-_-_-_-_____-
--___-_-___--_--___--_-__-_-__--_-_-_____--__-----___-____---__---_---_-_---
_-__-_____--_-___-_----_--_----__-___-__-_---___-__--_-_-___----_-----___-_-
-_-_____---_---_-_---__-___---_--_--__-_-___-_------_--____--__-___---___-__
_--__-_---_-_-__--_-__---_--______--_--_-_-_-__-__-_-_-___---_---_____-----_
_--_----__---_-_--_-_-_-_--_--__--__-_-_--_-____-__-__-____-_-__-__-----_-__
___-____--_--__-_-_--___----_-___----__---__--_-____---____-____-_----_-----
--____-_____-__--_-____--___-_-__--___-----__---__----__-_-_--_-_--_---_-_--
-__--____----_--__-----_--___--____-_---___-___--_-_-_-_---__---_-_-__--____
-____-__-_-__-_--_------___---_----__--_-_-_-__------_--__-__-____--____-___
--_--_-__----____---_-__--_---__-_-_-__-__-_--__---__----_-______-_--_-__-__
________--__----__-_-__--_-_________-_-_-_-_--__-__---__-_--_-----------_---
----------___-__-__-__-______--__-__--____-__---_----_--_---_____-_-_--_--__
_-_-----_-_---_-________-___-___--_-_-______---__-_--_-_--___------_--_---_-
-__--__-__-__-_-_-_______----_--_-------_-_---___-----_--_--___-_______-_--_
_--_--__---__-__--_---___------_----____--_____------____-____-_--_--___-___
__-___----__-_--_--_--_-_-_-_-___--____-_---_-__-__---_----_-_____-_-_-_--_-
--_----_--__--_____-_---_--__-_---_______--_-__-_---_--_-_-_---_-_--____-___
__--__-___-_-_------_-_-_-__--_-____--_--___-------___--_---__--___-___--___
-_------__---_--_---__--__----_____-_----__-______-_-_---_-____-__--__-___-_
___--__________-__------_-___---__-_----___--____--____----_--__--_----_----
_--____--_---------___-__---___-______----_------_--___--_-____--_--____-___
---_---_--_-_-----_-______-__--_____-_--_-_-___---_----___-_---____-_-__--__
-___-_----------_--_--__-_----___----__-_-__-____-_____--_--__-__---_-______
-_--__-_---_--__--__--_-__-__----_-_---___-___---___-_---__-____-_-_--___-_-
_-------_-___--__-__----_-___--___-_-__-_---___-__--__---_-__-___-___----_-_
---_________-_-_____--_--__-__-_-___--_--___--_--__--_-_-_--_---------_--__-
-__-____-____----__-_---_--____------__--__--__-----__-___--_-___--_--_-__-_
--__---___--_--_--_---__-_--__-_--___--_-__--___-__----__-____--_-__-_-_--__
---_---_-____--__-----__--_-___-__---_______--__-----__--__-______--_---_--_
--_--_-_-___-_-_-___-__-------_---_-_-_____-__-_-___-_-___-_----_--_-__---__
_-_---_-_-_-__-__--------_---__-_--_-____-_-_-__-____-_-_-___-_-___--__-_---
_-__------__-_-____-_----_--_--_--_____-_--__-____--_--__--___--_--_____----
_---_----_---_---_-_-----_-_--__--________-_-___-__--__-__--____-_-_-___---_
_-_---__-_-__---__-_---____---_____----___-_---__-__-_-_----_---____-__--__-
_--__---_-_-_--_-_-__-_-__--__-_____----____--_-____--__-___-_------__-----_
--___-___-__--____-__-_--_--_-_--_--__--_---_-_____-_------__--__--__-___---
0037まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/06/09(金) 07:05:21.70ID:???
--__-_-__--___---_-_-_----__----_____-_-_-_-___-_-_----__-__-___----__-__--_
--__--_-_-_--_-_-__--_-_-_--___-_-____--_-----_-_-__--__--__-__---_-_-____-_
_-__-_______-___---__--__----_-_---_-_-_--____-_--_----_-_-_--_-_---_-____--
--_____-_-_---_-_-___-_--_--__-------_-__-__--_-____-_--__----_--____-_-__-_
-________-__---_---_-__----__--_---_---___-----____--____---_-___-_--____---
--_-_-__--_----_-_--__--_-______-____-__-----__-_-_---_-_-____---___---_-__-
--____-__---__-_-__--_--_-__-__-_-__---_-____----_-_-_--_-_-_--__-_-_-___---
_-_--___---------__----__-_-__--___-___-_--_---______-_-_---___-__--____--_-
___---_--_---__-__-__-__-_-_-___-_--_-_---__-_-----_-_-__--_-_--__-___---___
-________---_----_-----__--_--____-_-_--__---___-___--___---_-_---_-_--__-__
--__--___-__----__-_-_---------_--___---__-_-___-_______--__-_-----___-__-__
_-____--_---_-_-__---_-__-__--_--_--_-_--__--_-___-_---__--_----__--__-_____
__--_____---____-_---__-_---__-__-_-____-_-__--_-_-_-_---_-___-----__-----_-
-_-____---_-_-__-__--__--__-----__--_-_-__-____--___----___-_--__----____---
-_-____---_-__--_-__-_-__-_-___-__--_----_---_--___-_-__-__-__-_---__--__---
_____-__-__--_------___--__----__--__--_____--_--_---__--__--_-----_-___-___
---_--_-__--_-__--_-____------____-__-_----_-_-_--_-_-_-__-____-_--_-_-___-_
___-_-_-_--_-__--__-____--__-___-___-------_-_-_----__-_---_---___-__-__---_
-_---_-___-____-_--_-________---___-_---__------_---_____---_-_--_-___-_----
-____-_----_---____-_------_--__-__-_-__---__-_--___-__-__-_---_--__---_____
-_-___--_-_-_-__-----__-______-____-__-__---__--__--_-__-_--_-------___---_-
_---_--_-_-_--__-__-_-__--_-_--_-_-_____-_--_-___-_-__---_-_-----____-_-__--
--_--_-----_----_-_-_--_____-------_-____----___-_--_____-_-_____-___---____
___--___--_-_-__-__--____---__-__-___-----_----_--_---___-__---_-___--_-__--
_-__-__--_-_-__--_-__--_--_----__--____-_____-_-_-_-_--__---__--_-___--_----
---__--_________-----__-__-_--_----__--_-_____--__---_---------_-_-_____-___
-___-_---___-______-___-_---_---_----__-__----_-___---_--__-_-_---__-____---
-_-___-___-_--_----_--_-__-__-___--_-_-___-_--__-_-_-_--_--_-_-_--___--__---
___-_-___-_---__-_---_-__-_--_--__-_-_-__-_------__-__-----__---_____--_-___
--__-_-___-______---_-_----_--__-_-_-______--__---_-_--__-__-_--------_-__-_
_-_----__--__---_-_-__-_--_--_-_-_-_-__-__---_-__--_-___------_--__-________
--_-_-__-_-__-__-----_______--_---__-____--__---_--_-__-_-_-_--____-_----_--
----__--__--_-__-_--__-_--_-_--______-_-__---_---__-____-_--___---__--_-__--
-__-----__--_--__--_---__-_--__-____-_________--_-___-----_---_-_----___-_-_
----_---_----_--___--___-__--__--____-____-_----_-_--_-__---_____-_-__--___-
-----___-_-----_-___--__-_-_-_----__--_-__--__-______-____----__----_-__-___
----_-----___-_-_______-_-__--_-_---_----____---_--_---_---_---_____-_______
____-_--_----_-__---_--_---__-_---_-_-_--_____-____--_--_-___--_-____--__---
_-__--__--_---___-_-_-__-_---___-_--__-----_____-_-_-_--___-__---__-_-_--_--
_--____-__-_-_-_--__---__---___---______-_-__-_---__-__-_-------_---___-__--
_-_-_--___-_-__--__-_-___-_-----__-_-------_-----_-__-__-----__-______-_____
--__-__--____--_---___--_-_--------__-----______-________-____-__--_----_---
_--_____---_-_-__-__---_-___-_----_---_-_----__-_-_-_________----_--_---__-_
______--__-_-_-_--___---_-__-_--_____-_-_______-----_-----__-_---------_--__
-_--__---_----_-_______-___-_--__-___-__-_---__--_---_-__-___-_-_--__---_---
_-------____--_---_-_-_-__--__-_--__-____-__-_--_-----____--_----___-_____-_
-__-_-__--_----_---_-___-_--_-____-_-_--_-_--__------______---_-__-_-_-__-__
___--_____---___-_-_-_---_-_-___--___--__-_--_---__-_---__--_-__-__----__---
-___---__-___-_-_---_--__---_--_---_-_-_----____---__--_-__--______-_-_-_-__
__---__-_--__--__-___-_-___---_----_--_-_----_-___-__--_-_---___-__-_--_-___
0038まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/06/16(金) 07:05:00.35ID:???
__---_-___--__-__--_-----__---_-__-__-__-_-_--__-____-_-__--__-_----____----
_-______------____-__---__-_-___----_-___--------_-_-__-__--__-__--__-__-_--
-___---___--___---_---_--_-__--___-----_-__--_-_--__--_-_--__--___-____-___-
__--_--_---_---_-__-_-__--___------_-____-__-_____-__--_--__-__---_-____----
_--___--_-_--_---_-_-_-_----__--___--__-_-__-___-_--_-_-__---______-__--_---
-_-_-___--___---___-_--_--___---_--_____--_-_----____----___--_-_-___---__--
-___-_-_-_---_---_-__----____-__-_---__-___--____-___-----_-_--_--____----__
-_--__--__-_--_--___--___---__-____-_-_---_--_-___-__-_-_------_____----___-
--_--__-___---_-_-____----_-__--_--_---_--_________----_____-___-_---_---_--
_---__-_-__-___---_-_---__-__--_-_--__-__---__-_-_-_-_-----__--_-_-_-__-____
-__--_-_-_--__-_-_-__--__-_--_-_-__-_-__---__--_-__-_-____-_-_--__---__---_-
__-_-__--____--___--_--_--__-_-__----__--_--_-_-__----_-__-___-__---___---_-
__-__-__-___---_-_--_-_--_--_--___----___-------_--_--_-_______-___-_----___
_-____--__---_-__--_--__-_-_-__--_---_--__-__-_---_-__-__--___-_--__--_-__--
_---_--___--_---_-__--__--__--____---__--__-___-_------___--_--_-____-_-_-__
----------____---__-___-____--_-_______----__-__--_---_-__----_--_-_-___-___
------_---______-_--_-___----___-_--__--_______--_--_----__---_--___-_-___-_
-_-_--___-___---_-_--_---_-___--__-__-----_-___--_-___-_-_-____--_---_-___--
-_-_-_-__---_-_--_-_---_--_---_-__-__--_-____----____-__-_-_--_-____---__-__
--__-_--_-____-___--_-_----___-____-_--_-__------__-___--_-_-_-___-_---_---_
_-__--__-----_-----_-__-_--_---__---___________-_-_--_----___-----__-____-__
____--__-__--_--_--_-____--_-_-____--_---__-_-__---_---_____---__---_-__----
---_-___----__--_______-_--___---_-_---__-_-_----__--_--_-_____--___-__-_---
-__--___-__--__--__--____---__---____--___----_-__-_--_-_--__-_-__-_-_-_----
____-_--__--_----_-__---_---_-___-___---_--_-_-_--____-----_---__-____-___-_
__-___-_--_--_-__----_---_-_--_--____------___-__-__-___-___-_-_--__-_-_--_-
-_-_-__---_--_---_--_-___-_---_-__-_-_---_____--__-_---_-_-_----__-___-_____
_-__----_-_-----_-____-___--_--___---_---_____--_---_-____-_-__-_-----____-_
_----__--__-_-____-___---_----_--___-_-_---_--____-__-_-__-_--_--_-_-_-_-__-
__--__________------___--__-_--__-_--_----_---__--_--___-___-_-_-_-_--_--_--
-__-_---____----_____-__-_--____-_-_--___--__---__----____---_-----____---_-
_----___-_-____---_---_-_-------_____----_____---___-_-_-_--__---_--_-______
__-___-__-__--_-__--_-__--_----_-_-_-__-__--__--__-_-_---__---___-___--_----
--_-_--_-_--------__--_----___-_---__-______-___--__-_-_--_-_-_-__--_____-__
__-__--__-____-_-___-_-____-__-----_--_-___-_-___----_--___--__----__-------
__--__---____--__-_---_----__---__----__--__-----_______--______-_----___--_
-_----_---___-__--_--__-_--___-_--_-_-____-_--__--___-_--_____---___-__-----
_--_--____-_----__-____-_---_--_-_--_-_--___--_-----_--_____--__-_---_____-_
--_-------__-___-_-__-_----_---_--------___-______-__-____-_-_-_-______-_--_
_--____--____--__-_--_-_---_-_-_-_----_-__-____-_____-____------_-----___---
_---____-_-__--_-_------_-_______-__-_-_--_-__-_-__--_-_-_--_--__-___-----_-
--_--__---___--__-_---_-___-_--__-_-_-______-__-----_-_-_--_---_--___---____
-______--_--____-_--___-_-_---___---____---____--_--_----___-_---_----_-__--
--_--_----_-__-__-___-__-__-_------__-_-___----__-_-__---_-_--__-_-_-_____-_
__-_______---__-_-__-___---_--____-----_-_--__--__-_-___---__--_-_-_----_---
-___--_--_--_--_-_-_--__-__-___-__-----_--_-_-_-__----_-_-_--_____-__-_--___
-__-_-____-----_--_-___--__-___----_-__-_--_---_----_____-_---_____---___--_
_-___-_-__--_---__--______-_-_-_-__------_-_-___--__-__-_--_-_-_-__----_-_--
_--__--_-_-----_______-_----____--__---_---__________-_-__---__--_-_---_----
---_--____-----_-_--__---_---_-____-_-___-_--_-__-__--_--_--__-__-_---______
0039まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/06/30(金) 07:12:01.29ID:???
--_---__--_-___--____-___-__-____--__-----__-___--_---_-_-__---_-----___--__
-_-_-_--_-_-_-_-_______---_--_-_-_-__--_-_--___-__--_--_-_-____-_--___------
-__-_-_----_-_-____-_-_-__--_----___--__-_-_-_-_--_-_-_____-_-_--_----___-_-
__-----_---__---____--__-_--_-___---_-----_-___-______-----__--_-_---_______
_-__--__-_--__-----___-----__--___-___-________-____--_--------___--_--__---
-__-_____---_---_--___-_--__-__--_--_-_-__---__-___--_---_----_-_-___-_-_-__
__-_-___-_-____-_--_---_--___--__---_-___-___-_--_-_____---__----_-_---_----
-_-__-_---_-_-_____-_----_-_-_----_-_-_-_--___-_---_-__-____--_--__--____--_
--_-----___-_-___---__-_-----_----____-_-__-_____----__---__-_____--_--____-
-___----_------_--_---____-__--_-___--__-__---_____--_---___--___--___-_--__
-__---__--_-_--_--_-__-_-___--_____--_-_-__-___-_-_--__---_---_---_--_-___-_
_---___--___----__-_---__-___----___-__--_----_-____---_-___-__-_-_---_--___
----_-_---------__-----___---__-_-__-___--_--___-_-___-_-____-___--______--_
----_-____-_-----___---____-_____---___-__----__-_----____--_-__---_-_---___
_-_-_--__-__--__---------__--_-__----__________---_-_--_-_---_-__-_____--_-_
-_----_---__-__-__-_-_-__----__-_____-_-__-_____---__-__--__-_--___----_----
-_-_---_--_-_____-__-_--__--__-__---___-__-___---_--__---_-__-_--_-__-_--_--
____-_-----____-__-_-__-_-_-_----_--___--__-----_-----___--__----_-_____-___
_--_-_---_--_-__-___-_--____--_---_--________-_-_____---_--__--__-_-----_---
---___--_____---_-__------_-_-_-_-_____-__--___-__-_-_-__---__---__-__---_--
_-_-___----__-------____-_-_-__-__-__-_-__----__-____-__-__-_-_-_---_--_---_
--_-____-___-__-_____----____---_----_-_-___--__--__-_-_---_-__-_-__--_-----
___-__-_-_---_--__-___-__-----__--____-_--_-____--_-_--_-__-___-__--------_-
--_-----_---_--__-_____-_-_-_---____-__-__--_-__--__-__--___-___--___---_---
_--_-_-----___-___-_-__-_-___-__--_--_______-_-------__--______-_----__-----
-______--_----_---___---__-_-___-___-_-___--_-_-_-_--__--___--__-_-------__-
---________----_-__--_-__-__________---_-_--_---_--_----__---_-_--__-----___
__---__--__---___-_-____---___-_-_----_----__--_-___--_-_-__-_---_-_--_-____
_-__-___--___-_-_-______---_-_--___-----_-__--_-____----_-__---_--___-_-----
___------_--_--_-___-_-_--__--_--________---_--__---__--__--___-_--___---_-_
___-------__-_-__-_-_--__-_-__--__-_---__-__-__---__--__-____-__-----_-__-_-
__--_-______--__---_---__-_____-___-_--------____--_--_---_-__--_____---_---
---_--__-____-_-__-_-_-_-_--____--___-_--_-_____----_-_-_---_----_--_--____-
__-_-_---__--_----__--____----_---__--___-_-__-____--__-_-__---_-____--_-_--
___-_-__--___--_--_-__--_-___------____---_---_--_________------_----__-__-_
--__-____-__-----_-_-----__---____-_--_-___--_----____-_-_-___-_--_-_---____
--___--___---_-----_-_-_-__--_____---___-___--__--___---__---_-_--_--_-_-___
__-__-_-__--____--_----_______--__-__-___--___-_-__--------_-_-__-_--_------
__------____-_-__-____--__-_--_-__-_--__-----_------___---_-______-_---___-_
-__-_---_--_-_-_-_-___-_-__---_-----___-___-__-_---_---_____-__-_-_--_-_-_-_
__--___--__---_-_--___-_-__--__-----_------____---____-_----_-__-___--____-_
-___--_-_-__-_--__-_____--_-___---_-__--_-__-----_--_--__---_____------_-___
-_-_-_-------______--_----_--__-__--_--__-----____-___--_-___---_--___-_____
_--_-_-__-__-__-_____-_-___-_--_-__--_----_--------__----__-_---___--______-
-_-_--_--___-__----___--_--_-_____-_-_--_---_-_-_-_---___--_----__-_-__-____
-_--__------_--__--___-_-___-__-_--_-_--_-_____-_--_-____-___-___--_-----_--
----_-_-__-_-_-____----__---__-__--_-____-__---__-_-_-_--_--__---____---_-__
-_____-____----_--__-_----_--_____-__-_--_----_-_-------____-__-__--__---___
__-____--_---_-__-__-___-___--__-_---_-___--_-_--_-___------_----____-_--_--
__----__----___--__-___----__-_-_-_--___-_----_-_-___--__-__-______-_---_---
0040まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/07/07(金) 07:02:46.35ID:???
_--__---__--____-___----_____-___----__-_-_---__----_-___--_-___-_---_----__
--_----_--_-__-____--_---_-___-__-__-__---_-__----_-_-___-_--_-__-__---_-___
-__---___-_----__-___-_--_-_-__--_-___--____-__-_-__---_-__--___----_-__----
_--_-__---__--__--__--_-__---_--___--__--_-__--_--___--___--____---__--_--__
____-___-___---_---__-__--__--_______-_----__---_-_-_---_----_-_-___-_-_----
-_--__--_-__-_--___-__-----_--__----__----__-_____--_-_-__--_--___-_-_--____
_-__-_-_--_---_------_-_-_---_---_--__---_-_-----___-_____-__-__-____-______
_-------__--_-__--_______--___---__----_---______--______--_-__--_--__--_---
-_--____--__-__---_--_---_-----_-_-___--_-_--__-_-_-_____-____---_-_-_-__-_-
_-___-_----_---__-___--__--__-__-_-__--___---__-_-_-_____---_-_-----____----
_-__----_-----_-___-_-_-___-________--_-_-__-_--_-_---_-____---____-------_-
__--___-___-------_-_-_--_----__--_--_-___--_-_-----_--____--_-____-_____-__
--_______-_-___-_--_--_--_-__-_-__---_---___-_----__--_---_-__-__-_--_-_--__
-__________-___-_-_--_--_-_--_-----__-_-_-_-___---_-_-_-_--_-_-_--__--_-_---
___-_-__-__--___-_----__-_-------_-__--__--____-_-__-__--_-_-_------_-_-____
--___-______--__-_--_____----_____---__---__--_-_--___-_--_--__-__-------_--
_--_-_-____------__--____------____---------__-__-_______-__--____-_---__--_
-__---------_---__---__-______-___----_--___-__-_-__--__-__-____--_----_-___
___-_-_-__--__----__-__-_-____-_-_-_-_---_---_---_-____--_-__--_-_-__----__-
-____-__---___--__-_----_-__-_--___-_----_--____-__-___--_-__------__-___---
_-_--__-_---_____---_--_---__-_-__-------____-_-_____---_____-__-_-_----__--
-__-___-_-_--__-_-___---_____-_----___---_-_-_--_---___-______------__--_---
----_----_-_--_-__-_--_-_--__--_-____-_--_--_-----____---_________-_-_-_-___
_-_--_--__-___---_-_____--_---__-____---_---__-_-__--___--------_____-__-_--
__--_____-_-___----_-__--_--_--_-_-__-----_-____-_--__---_-__-__----__-_-_-_
--_--_----_--____--__---__-_--------_______--___-__-___-__-_-_---_-_-_--____
_--_-__-___--_-______--------_-__--_---_-_-___----_____-_-____----___--_--_-
--_--_-___-_---_--____--_-___-_--_---_-_--_--__-----____-_---_--_____-_-____
___--_-_----____-----____-____--__--__-----__--___-----_-_---__-___-___-_-_-
_--_-__--_-_--__-_--_-_--_---__----_-______---_---_--_______--_-___---____--
__---___-__-___-_--_-_-___--_---_____-_-_--_--_-_-_-_-_-----_-____-___------
---_-___--___------__-______-__--_-___---____-_-_---_--_----___--__-_--__-_-
-_-_---_-_----_---___-_-____--_-_-___---_---_-___--___-_-_--_-____-_-_-__--_
____-__-_-_----__-_---__-_--_---_-___----___-__--_--_____----__-_-_-_--___--
___--__----_---__----___-___-_-__-_--____---___--_---_-----___-__-_-_--___-_
----__---_--_---_--__---_---_-____--__--__--__--____----_-_--___-______-____
-_______----__-_-_---_-___--_--------___-__-_-_-__-_-_----__---_-__-__-__-__
____---_____----__-___-_-_--_------__-_---__-_--_-_---____-_-___--_--__-_-_-
--_--__---_---_-_-_-____---___-_____-__--____--_-____--__-__--_---_-_---_---
-_--_-__----___-_-_--__-_--_---_-____--_-_---_---______-_-___-___-_--__-_---
---_-_-_-_____--_--_-_-_--_-____--_-----_--_--__-___----____--___--__--_-___
--_---__--_-_-_-_-_-_---___---_-_--____-_____-_---____---_--__-_-____-__----
-_-_--_-____--_--_-_-________---_--_-_--__--____------_-_--_-_---_-_-____--_
_----__-_-__----___-_---_-_--_-___--__--_--------___-_-_-_______---___-__-__
-___-__---_-_-_--_--------_-__--___----__--_-___-__---_-____-_----________-_
__-__----_---_--___-_----_----_-_-___-_____-______--_-_--__---_-_----___--__
_-_---__-_-___-__-----___-_-__-__-__--___-__-__-_------__-_--_-_---__-_-_-_-
__--_--_-__-___--___--___--___--_-_--_--__-__--__-----__-__-_-__-__----__---
---____--_---___-_----__---_-___---___--_-____-____-__--____-_--_--_----__--
__-_-_-___-_----_-___--_--__-_-_------_____--__---_--_-__-___-_--_-___-__---
0041まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/12/19(火) 11:19:53.11ID:LxYhGn6Z
友達がPCで稼げている情報など。参考までに。
⇒ http://dietdiet324.sblo.jp/article/181868184.html

興味がある人のために書きました。

0L9F6KRI84
0042まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/05/01(火) 06:57:46.00ID:Xhv/syhE
知り合いから教えてもらったPCさえあれば幸せ小金持ちになれるノウハウ
時間がある方はみてもいいかもしれません
グーグルで検索するといいかも『金持ちになりたい 鎌野介メソッド』

9EM45
0043まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/05/13(日) 10:56:34.22ID:lGyk6YpK
確実にどんな人でも可能なネットで稼げる情報とか
一応書いておきます
グーグルで検索するといいかも『ネットで稼ぐ方法 モニアレフヌノ』

BVF30
0044まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/04/26(金) 07:07:33.36ID:???
__-_---___---__--____-_--__--_-_-_---____-__----__--_-_--__-____-_-__---_---
-__--__----_-__--______-__-____-_--___-_--_-___--___------_--__-_--_----__--
--___-___-_-__---_--__--_------_--_-___---___-_____------_____-_--_--_-__-__
------___-_-_---__--__-____--___-_--_-___-_--_-_-___--------__--_-___-__-___
__--_-_--_-___----___--_--__-__--_-_-_-__-___-__--_-_-_---_--_----___--__-__
-_____-__--___-_-_--_--___---_---_-____-_--___--_--___--_----_---___--__--_-
_-_---_-___--_____-_----___-_--_-_----_----__-_---__--_-______-_-_---____--_
_---_-__--__-_--___-__---_-___-_--_--____-_---_-_-____-_------___-___-----__
--_--__--_-_---__-___-___--------___-______-____--___-__---_--_-_---__-_-_--
____-___-__------__---_---____-__---_----____--___-__-_---__--_--___-_-_---_
---__---_--__----_-__-__-_-_--_____-__-__---_-_--_--___-__--___-----_____-_-
-_-__---_-___--_--__--_---_--_-_--__-_-___---____-__---_____-______------_--
_-_-_____--_--_-_-_---_---__--__--___-_---______-----_--------_-___-____-___
--__-__-_-_-_-__--__---______--_-_---___----___--__-__-___-_---_--__-__-----
_-_-_--___--_----_-_-_-___-____-___---_-___-_-_-_--_-_-_--__---_---__--_--__
--_-__-_---___---_--____--_----_---_--_--_--____-_-_-____--_-_---_-___-_____
_---_-_--_-___--__--_-___-_-_________-__---__--_--___--_----__--__--__------
______----_-----__---__---__-_-____-____--__--__----_---_-__--_-____--__--_-
_____-_-_____---_-__-_-_-__-_-_-_-_--__--_-_--_---_---_-_--_---_-__-_-___---
-__--_-_-----__________----_--__---___--____-_--__-_----_----_-___----__-___
______--______-_-__-__-_-_-_------_------_--_-____-_-_-__---__-___---__-----
_-_-_____----__--_-___-_-___----___-_---_-__-__-_--_-___-_-_-__------_---__-
--------_-_________---_____-_____------_------_-_--________-_-___--_--_-_---
--____-_----_-__-------_---__-_---____-_-____-___--_--___--_____-_-----_-___
-_____-__--__-__---_---________-_-___---_-----__--_____-__-__----_-----_----
-_--___--__--_--____----_--____--___--___----_--_---_----____-_____-__----__
__-__-_--___-___------_--_----_--__------_-_-_--_-__-__-__-_--___-___-____-_
--__-_---__-_--___-___---_-__-___----__-__---_-__-_-----__-_-_____-__-_---_-
--_--_--__-__------_---____--__-__--_-_______---_-_---______-__---_-__-_--_-
--____-------_-___-_----_--_--_-_---___--_---_-__--_-_____-____-__-_--_-____
_____--____-__---_-------_-_-___-___-___-__--_--__-_-_-_-_-_----__-_-_---_--
_-__--___---_-___--__-_-_--_____--_-_-_---_-_---_-_-_-__----__-_-___-__-_---
-_____-_---_--__---_----_-__-_--______--_-_---___-__--__-_---______---_-_---
-___-_-----_-_____-_-_-____--______-__-_---___---__-_-----_--_-__-_---_---_-
_--_--_____---_-_--___---_-____-----_--_____----_---_-__-_----__-____-_--___
___-_____------_-__--_--_____-__-__----___---_-_____----__------_-_--__-_-_-
--_____-_----_---_-___----_____-_---_-_-_--_--_-_-__---_-__----__-_____-_-__
__--_-___-_-____-_---___-_-_-__-_--_--______---____-_-___-----_---__--------
---_-_-__-____--_--_------__-_------__---__-__-___--__-___-____-_---__-___-_
-_______---_--___-____-_---__---___-_--_-__-__-_-_---_---__---_---_-___---_-
_-__-_-____-_--_____---__-__-_-___--__-_--_-__-_-__-----__----_------__-_--_
-__-__--__-_--__-_---__------__-_---_--__-_--_-__-__----_--______--__-__-___
-__--____-_--____-_-------__-____-___-----____---_-_____-_--___-----___-----
___--__-_-__---_--___-___-____--_----__-_--____------_--__--___-_---_-___---
--___-__-------_-_--__-__--__-_____-__-____-_-_----_-_--_----_-_____-__--_--
__--__-----_______-_----_--_-_----______-_-----__-_--_--___-___-____--_-_---
----_---__--_____--_----___--__-----__-_-___-_-_-_--__--_-_---__-_____--____
__-__-__--_--__-_--__----_-_----___-_-_----__--__-___--__--_-----_-___-_____
-__--___---_---_-_-__--_-__-_____---------___---__-_--_-___-__----__-___-___
_-___-_-____-_--__-_--__-_---_--_--___---_______-_-_____----_-_--_-_--------
0045まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/05/10(金) 07:05:20.60ID:???
_-_----____-__---__-__-_--_--__--____-------_-_----_-__-___-_______--_-__---
__-__-_-__---___-_--_-__-__-_-__-____--_-_-----__-_----____-_-__--__-_------
____-_____---_--__-_-_-__-___-___-_----_----___-----_-_-_---___-_-_--__-_---
---__-_-__---____-__-__--_____-_------_--_-_-___--_-_-------__--__-___-_-___
-----__-__-----____-_--__-_----_-__-_--____-__--___-____-----__-_--___---___
-_--_____---__-_-_--____--___------___--_-___-___-----___---__-_-_----__-__-
__-----_-__-_-_-_---------___--_-__-__--_--__-___--____-----__-_-_-_-_______
--_---_--___-_--__-___--___----___-___-----___-____-____-__--___--_-----_---
-____----__-_-____---___-_____-_-__---_-_-_-_--__-__--_-_-_---_-----__---__-
_-__-----_-____-___--_-_-__-__-_--_-_-__----______---______--_---_-_-------_
__-__------_--__-_--__-__-----__-____-_-___---_____--_-__--___-_-_----_-__--
_--_____-__----__--___---_-_--_-___-_-___-__----_-__--_-_-_--_-__--_---__--_
__--_---_-----_-__---_-_--_--_____--_---_--_____-__--__-__-_--_---___-_-____
-_----_-_---_-_----__-___-_---_-_-___-__-_---___--__-_-_-__----_-___-_-_____
_-__--___---_--__-_--___---__-__-____--_---___-_------_-______---___-----__-
--___-_-__--__-__----_-----___---__-_----__-_--___--___--____-_-__-_--__-_-_
___-_---_-_-___---_----_---__-_------_-___-_____---___-___--_--__-__-_--__-_
_--___-___---_---_----__---__--____--_---_--_--____--__-_--_-__-_-_-_-___-__
__-___-----___--__--_----__---_--_--__--_-_--__--_-_____-_---_-__-_--__-____
--___-____-__----_-__-_-______--_-__-_-_-_-__-__-----_--_------_-_-_---_-___
-_--_-_--__--__---____-__-_--_------___-___--_----____----_______-_-__---_-_
_-_______-_-_--___-_-_---_-______---__-_--__-_-----_-_----____-_-----_--_--_
-_-----_-____--__---__------_--__--__--_--__--__--__-_--__-_______--_-__-___
--_____----_-_-___--____-----__-_--__-__--_-_---__---__-__-___-_____----_---
------__--_____----_____-______-----_--___-___-----__-___---_--__----__-__-_
____---__-__--___---_---_------__-__-_-___---_--__-_-_--____---____---_-_-__
_----____-__-_--_-_---__-_----__-_-------___-__--_-___-_______--__-_----___-
_-___-_-_--_---_--_--_______-----_-_----_-__--_--__-______---_--_---____--__
-_-___---_--__---__---______--_-__--__----_-___-__-__--___-_----__----____--
-_-_-__------__---_-__--_--_--_--_-__------__-_-__-__-____-_-___-_---_______
-_-___----___--__---_---_--_---_----_-__-_-----___-______--___-_--____-___-_
_-_____-_---_--__-__--___----_-_----__-_____-_-__---__-----_-__--___--_-__--
--______-___--__--_-_-_____---___-_--___--____-__-____-----_-----------_-_--
-_-_-_--_---____---__-_-_----___---_______--_---_--___--__--_-_-__-_--_-_-__
_--_--_---___---_-----___----_--_____-_____-----_-___--_-__-_-_-__-____---__
-___-__-_----_-__-___--___--__-_-_---___----___---_--_____-____---__---_----
_--_---___-_-___-_----____-___--------_-_____---_-__-____-_---___----___---_
_____-__-_--____-__-__--_--____------___--__--_--------__----_-_-__-__-__--_
-_-_-_--_--_-_--_----____--__--_-_-_-____---_--__-____-__---_--_---____-__-_
-_-_-____-_--_-___-___--_-_--_-_-_-_--_---_-__---_-_-__-_-_--_---___-_---___
___-__-__---__-___-_-_---__-_-_-_-----__--__-----____-_-_-___-____----_--_--
-_-_-_-----_--__-_-_-___---_-___--___-_---_--_---_----____---___--______-___
-_-_---_-__-__---_-_-_--_-_--__-_-_--_-_-__-_______--_---_--__---_--______--
____----__--___-___-_--___---___--____-----_----___-____-_-_---_--_--__-_---
----_-_-__--__--__-__-___-__-__-____--_---_--_--_--___------_-___--_-___--__
-_-_--_-__-----____---_-_---___-_-_-___-_-_____-_--_-___--_____-_-------_-_-
_-__----_--_-_-_--_--__---_---___-----_-__--___-_---_--_____--____--___-____
-____---_----_-_---__---__-_-_--___-___---___----__--__---__-__--__--_-_____
_-_---____-_-_----_-_--__-_-_-_-_-_--_-_____-_-----__-_-----___--___-__-_-__
--__--_-_-_-_--_-_--_-_---_-_---___---__-__--__--_____--_-__-_-_----____-___
0046まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/05/17(金) 07:09:47.35ID:???
---_-___--_-____-_-_-_-_-__------__-__---_-_-_-_-_______--_-__---__-_-_---_-
---_-_-_--__-__----____-__--_---__-___--_-_--__-_--__-_-__--_-__-_-----_____
-_-__-_--_--__--_-_--_--_-___-_-_----_______---__-____-_--_---_-___-_--_--_-
_---__--_--____--_-_-----____--_----_--_________--_--_-___-___-__--_-----__-
_--__--_---__-___-__-_-_---__--___--_-___-__--__--_---_-______--_--_---_-_--
----__-_--__-__-__--_-_-_____-_--__-_--____--_--_--_---__--_---__---_-_-____
---__-__--__-__-__--__---_--_--_-__-__--___---_-___-_---___--_--_-_-____-_--
--_-_--_--__-___--_-_-_-_--_---_--_-_-__----__--__-__-_-____---__-___--___-_
__-----___-__-__-_-_-_-_---___--_-_--__-___---_----___-_--_--__-__-_-___-_--
_______-----------_------_--____--__-__-___------__-___---___--__-_____-__-_
-_--_-__--_---__--__-__-__-_--_-__--__--__----_--__---_-_-____-___-___-__---
--___-___----_--_-_________--___--__-__-_---__-_-____-_-------_-___---_-----
____-_-_-_--__-_----_--____-_---_-_---__---__--_--_-______--_--__--__-_---__
-__--_-_---_-_-----_---_----_____---_-____-__-__--____-_---_--__-__---______
____---_-__---__----__---__----________----____---_---_----_-__-___--__-_-__
_-__-___-_-___--_------_--_-____------_--___----__-__-_-__-_-_---____--___-_
_____--_-__--__----__------__---__-_-____---__-_-_---__-___---_-_-----______
---___-__-_-_-___--_-__--_-___---_---______--_--_---_-__-__-_-_----____--_--
----_---_______-----____-___-_-_---_-___-_-----_-_--_____---_-_-__-_---_-___
_-__-___---_--____-_---_-__-_--__---__-_-_-----__-____-_--_-_--__--_----____
_--__---___-__-_--__--_-----___-_--__--__-_-_--------_-_______---_--_____-__
-_-_--____-_-_-_---__-__--_--_-__-___--_-_--____-_-___-__---__--_---_--__---
__-__-___---__----_--____-----_--_-___--__--____---_-_-_---__-__-___-__-_---
---___-__--__--____---__-_-_-___----_-__-__-_-__---------__---_-__-___-___-_
__----__-______---_-_-____-_-__---_-_----__-_---_-_-_-__-______---_--_--_---
_----____----___-__--___-_--_-_-_-___-_-_-_------_--___-__----__---_____--__
_------____-__--___-__---___--_-_---____-_----___-_-____-_-_----__-____-----
__--___--___-__________--_--_--_------_----____--_--__--__-__-___-----_-_---
__-_----__----___--___--___---_-____---_---____--__------____-__--_--_--____
-_--_----___-_-_--__--__-_-__---_-----___-__-_______--___--_-____---__----_-
-_--__-------_--_--_--____--_______-----__--_-_-___----__--__--_-_____-_-___
____---_-__--__-__-____--_-------_--_--__---_--___----____--_-_-----________
--__-_-__--_--__--__--_-___-___-_--_-_-_-_-__-_---___-----__--___-_---__-_-_
-_--__----_-_-__-_--___-___------__-__-_-_--___---______----____-___-_---_--
-______--_-__---_-___----__-____-__-_-__--_---_-__--_-_--_---_--_-_-_-_-__--
-_----___--_----__--_-_____--__-_--___-__-__----__--____-_---___----_-_-__-_
__---____-_--_-_--_--_-_--_---_--__--_---__---__-___-___-_---_--_-_-__-_____
-_--_-___---_-___--_------___-_--_-_-_-__--____--_----_-__-_-_--__-_--______
---_---____--__--__--_-__-___-_-__--___-----___---_----_--____---__--___-___
--__---_---____---__-_-_____-----_--_--_----____--___-____-_-_-----___--____
-_-____-_--___---_--_----___-___---__--__--__-_-____---__---__-_-__-_-_---_-
_--___-__---______-____-___--_-----__----_-___-____-------_------__----_____
__--_______--_-__--__-__---_-____--__--_---_____-_--__---__-__---_-_--------
-____--__--_--__--_---_-_--__--_-_--_____-_-_-_-__----___---__-_-___--_--_-_
__-_-______--____-_____-_-_-_--__---_----__--___-------_--__--_-__-__-_-----
__-_______--___--__----_---_-____----_-_-__-_--___--__-_-_-_--___----__-----
-__-__-_-_-___--__-___---_---_--_--__-_----_---__-_-___-_---__---_-____--___
------_---_____--__-__-_--__-_____---_---------_-___--__-__-___--_-_-_-_____
----__-__-__-_-__--_--___-_-___-------_-___-__--_---_-___--___---_-__-_--___
_______---_---------_-_--_-___-_---_--_--_---____-___-_-____--___--__---___-
0047まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/05/24(金) 07:14:04.93ID:???
_-_-_-_---____-_-_-----__-_---__--____-_-__-___-_-__---__----_-_----_-____-_
___-__-_---____-_-_-_-_-_-_-----__------____--------____-__---_--_-____-____
_--_---_-__--__-_-__--__-___--__-_---_-__------_-_-_-____-__-__----__-__-__-
-___-_--____--__--__-___------_--_---_--_-_-_-_-__-__-___-_------__-____-_-_
--___--_--_-_--__--___-______---_-___---_--___--_-__-___--_-_-_-__-_-_------
__--_--_-____-_-_--_-_--_---__----_-__-__--_-_-__--_-_-_-_---_-___--____-__-
-__-_-_--___--__-_____---_-____------_____-_____--__----__--__-__---------_-
__--__-_-_--_-_-____-_---_-____-----________--_-__----_----_---_--__---__-__
__---_-__---_---_-_--_---_---_____--__-_--_---_-__---_-_____________-__-----
--_--___-_-_----_____--________-_---_------___-_____-___----__---_------_-__
_-----_--_--_-_____-_--____-__--_-_--_____---____-_-_-___-_--_-_--_--_-_----
-__--_-_-_____-_-_---____---____--__-_--_---___------__-_-__---_---_-___--__
-_-__----__-_--__-___----__-_---_-_-----_____-__--_--_-_-__---_-__--___-____
--_____----_------_-___-____-__-_______--_----_-__-----_-----_-_-_-_-_-_____
-____-_____-_--_---_----__--__------__---_-_---____--_-__-----__-__-__-_____
-__-_---__--__-__-_-_---_-__--_-_--_----___-__--_--__-----_-_______--___--__
-_-____--__-__----__----__--___-___--___-_-_--__-__-_-_-_-__-_------____----
_----_------___-___-_____---_____-__-_-____------_--_-_------__--__-_-_-____
---__----_-_-----_---__-_---_____-___-___--_--__--_--_-_--_-____-__---______
--_-_---__-_--_-__--_________-_--_-__---_--__---_-___-_-_---__----__-_---___
_-_-__-___---__---_----_----__-_--__--___-___--___-_-_-__-____----_-_---__-_
_-_____----__--_--_____-_-__-__-_--__----__-___-_---__-----__-_-___-__------
---___----_----_-__---____-__-------__-__----___-_--_--____-____-__-___--___
__-----_---___-_-_--____-----__-__--_---____---_-_-_-_--__--__-_-__--__-____
--_----___-__----_--___----__-___-____-__-_-___-______----___--_---_----__--
__--_---_---_--____-_----__-----__--__________----_--_-_-__-__-___-----_-___
-__--____--_-__-__-----__----____--__--_-_---_-__---_-____---_____-_-___----
_--__-_-----_-_--_____--__--____-__--_--_---_--_______-__-----_---___-_--__-
-_--_-__-_-__---_---__-_-___-_____---___--__-___---___--____-_----__-_------
__-_-_---_____-_-_____-_-_-___-_---__----__-_--__-__---_--__--_--_---__--_--
-_-__-____--_-__---____-_--__--____----____--___--___-__--_--_---_----_---_-
__-__-___-_-_-_-_-_-_-_---____--_-____-_----___-------__--_--_-_-_-_-_--__-_
---_-______-_-____-_-__-_------____--_-__--_---_-----_-__-___-_-___--_-_--_-
-__---__--_----_____---_---__-_---__---___--_---_--_______--_-___-___--__--_
-_----_____--___--_-_-----__-__---_-_____-_-____-_-_-_--___---__--_-_-_-_---
_---_---_---___--______---____--_-----___---_----__-__---__---_-_--_________
--_-----_-___-__--_-__-____---_-___-___---___-_--__--_-___-_--___--_-----_-_
_-_-____--_-_----____---__----__----__--_-__-__---___-_---_-______--___--_--
-_-----__------__-___-_-___-_---___-__-_-___---_---____----_-_---______-___-
---__-_----_-__-_--_-_____--_-_--__--_-_--______-__--_-__---_--_____--__----
-__-__--___------__-_-------_____-_-_-_-____------_--__-_--_-___-__-__-___-_
-_-____--_______--_-----_--_--_------__--____---_-----__-_-_-__-_-____-_-___
___-_------_--____-_--_-__---_-_-___-_--_----_-_-___---__-___-_--_-_--_-____
___--_-_-____--____-__--_--_---____-__-----___--_-___--_--_-_-_--_-_-_-_----
___-__---___---_---_-_--__-_-_-----________--__-_--_-_-__---_---____--_-_-_-
--_---_-_-------_-_______----____-____-_----_-_--____-_-_----_--___--_____-_
_--___----_---_____--___-_-__--__--_-____--_---__----_---_-_-___---__--_-___
_---_--___------_-_____--___---_--_-___--_-_-_----__-_-_-_-_-_______----__-_
___-__--_-_-_----__-___-__---____-__---_--_--_---__-______-_------_---_-_-__
_-_---_---__-_--__-__-_-___---_-_-__-_--__-_--_---___-_---___--_--_-_-__-___
0048まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/05/31(金) 07:13:40.41ID:???
___-__-_--_-_-__--_-----__-_--___--_--__-_--_-__--_-_-_-_--__--___-_----____
_----___-___--_-_--___--____-__---_--___--------______----___-_-_-__-_-_--_-
-_-_--_--_-_-___-____-_--_----___-__--_-___-___---_-_--_-___-__----_--_-_-_-
_--__-_-------_____-__---__----_-_-___--_-_--_---__-__-_-____------_______-_
---___-_----_---____-__---_-_____--___---____-__---_---_--___-___---__-_-_--
_--_----___---_---_-_--__--___---_----_-_--_-----____-_-_-_______-___-_-____
____-___--_--_-__-_-__------__----__-____-_--_--_-_-_-__-_---___-__---__-_--
-_---__-______-__---_-_--_--___--__-----_____--_--_-__-___-_------__-_--_-__
_--_-_-_-_____--__-----____-__-___---____--_--_--_-__-_---_--_---__-_-_-__--
--_-_______-___---_-_-__---__--__-_---_-_-______---____----___-_---------_-_
_---_--__-_--_---_---__-_____-__------_-____----___-_--_---_--____-___-___-_
__-__--__-_-_-_-_--_--_---__--__--_-_-______-_-----_--_---_-_---__-____-__-_
----_-_--_--_-___-__----_------___-______-_-_-_-_-_---_-_-___-_-_-___-__--__
___-____-_--_-__------__--_----__----__--_--_-_--__--____--___-_---__--_____
_-_-__-----_----__-__-___---_--__--_---__----____-----_-__-_-_-_______-__-__
_____--_-_------__-__---_--_-____---_-__-_--_---_----_---____-__-_-___--____
_--___---_______-__---_---_---__-__-_-___----_____----_---___--__-------____
-__----__-_----____----__--_-_-____-_-----__------_-_-__--__---_________-___
_-_-__-_--_-___-____-_----_-__--_-_--_-__------__-__---______----___-__----_
-_-----__--__-____-_--_----__-_---____-___--_--_-__-_--_-_-___-_---__-__--__
__-__-__---__--__-_-_-____--_----_---_---__----__---____--__-__-_-___--___--
_--___-_--_-_-_-__-_-_--_____---__--____-__-_--_-_---__----___-_-----__-__--
-_-____----_-_-___----__-_-__-----________-_--_-_-__--__-__-__----_--___----
_----_--_-_--_--_-_---_-__-___-_-_--__-___-__--__-__--__--__-__--_---___-_-_
-_-_______--_--_-_-_--___-_------____--___-_-_______-___-----_---_--_----_--
-_----_---_-_----__---___-__-_--___-_-_-_-__-_-____--__-__---_-_-_-___-__--_
__-_-_-___--___-----__-_------___-_-_--__-__-_--_--__--_______-_-_--_-_--_--
-----__---_-_-______-_-__-_---_---------__---_-_-__-___-_--_-__-____-____-__
--___----__-_-___---__--__-----__-__-__-------___-__--_-___---__-__-____--__
_---___-_-___-_-_____-_---_--_--_---_-_-_-_-_--__-_-_-__--__-___-__---__----
_____-__-_-_------_-__-___--__-_-__-_--_--_-__-___---___-_-_---__----__-_---
----_--_---___-_-__-__-___-__----__--__-_-_-_-__-_--_-___----____---_--__-__
-__-___-_----__-_---__-__-__--_-_----_--_-__-------_____-_-__---__-_-___-___
--_--_-__-_-_---_---__--_-_-__----__--___--_--__---_--_______-_---_-_-______
___-____--__--__---_-_--_--_--_------__-_-___--___-----____--__----____-__-_
-___-----__-----__--____--___--_-__-_-_-----__----____-_-_-_-_-___--____-_-_
--__-__---__--__---__--_-_-___-__-_-__----__--___--____-___--_--_-----_-__-_
_-__-_--___-_----_-_--_-----___-__-_-_---____-__---_-_________----_-_-----__
-_--__-_--_-__--_--___--_--__-----_----___-_-_-_--_--______-__-_-_____-_-_--
-_--__--____---_--__-_--_--_---_-___--__-_-_-----___-_--_---__--____-_____-_
------_-_-_--_-___-_--__---_______-___----_-_____--____-_---_----_--___--__-
__-_---_-_---_________---__-__--_--_--_-__----_-__---__-_-__--_-_---_-__-__-
_________---_-_-___----_--__--_-_---__---__---_________-_---_--___------_---
_--___----_-_--_-__-_----_------__---_-_-__-__--__--_-__-__-___-_-_____--___
__---_-___--_--_____-_-___--_---_----_____-___-__-__-_-_-_-__---_--_-_------
----__---__-______--__---___-_---__--_-__-_-_--_-_-______--__---_--_--_-__--
__--_--__--_-_--___------_-___--_--_------_____-_--______--_-_--_-_-_-__-___
___-_____---_--___-___--__-_--_-_----__--_--__-_----____--___--_-_---_-_--_-
_-___----_-----____-__-__----__-_-_-----_______-__--___-__-__---_-___--_----
---__--_--__--____-----__-____---_-__--___---______---__---_--____-_-_--__--
0049まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/06/14(金) 07:07:54.90ID:???
-_---_-___-_--___-__--_-_---_---___-_--__--_-__-_--_____----_----___-__--___
__--_----___-___-__-_--_-_-___----____-_-_-_--_--__----_-_-_---__--____---__
_-___-----_-__-____---_---__---_--__------__-_-_-__-_____--_----__-__-____-_
---______--__-___-__----_-_-_--_-----____---_--___-_-_-__-____----_____-----
_--_-_____-__-__---_--_-_---__-_--_---_---__--_--_____---______-__-__---_---
_---____-__--_-____-_--------_-____--_-__----___---___-_--_-_--_--_-__-___-_
---____--_----_-_--__-__--_-__-_-__-_-----_-_-_--_-____--_--_--___-_-____-__
_--_-__-____---__-__-_-_----__-__-_----__----_--___-__-___------_-__---_____
_-_---_---____-____-____-__-----_-__-----__--__-_-__-___-_---_--_-_---_--___
_-_-_-______--__---____-___-_-____---_--_-__----____----___--_--__-_--------
_-_-_-____-_--_-_____----__--__--__---____--__---_-__-_-_--_---___-_---__---
___-_--_-_--__--_-__--_-_-_-_-----_____-_-_-__-_--___-_--_-_-__-_----__-_-_-
---_-_-____--__--_-_---_--_-__-__-_--_-_-_---_-__-__-__-______------___--__-
_-_-__-__---_-__-_-___--_-----_---_-----_-__-____--_-_-____-__---_--_-_-____
__-_-_--__--__-_--___-----___---_-_---_-__-_-___-___---____-_-_--__----__-_-
_---_---__-_-_-----_-_-_--_-_-_-___--_-_--_---_----__-___-___--_______--____
_____--__--__-_-______-_---_--_--___---___---__-_--___----_-_--_--___-----_-
--_-_---___-___-_--_------_-___---_---___-_-________--_--_--_--_-__--__-__-_
-_--_--__-__-_--_-_-__--____--__-_--____-_-_-__--_--___-____-_--__-_--------
_---_____--__--_-__--___---_-___--__--_--_-_-_-__-_--_-_-_-__--__-_-__----_-
----_-_-_---_--_-----_-_-_______-_-___-_-_------__-__--_--__-_-_____-_--____
--------_--_____---_-_-__-_-__-_--_--_--___-_-_-___-__-_-_-__-____--_-_-__--
_--_____---__--_-_-----__------_--_--____--_-__-__-_--_-__-_----__--________
__-_-_--_-_-_-__-___-_____-_-_---__---_-----__--____--__--__--__---__-__----
_--__-_--_-___--__-__--__-_____-----_---__-----__-_____--_-_--___-_---_-_-_-
__--_-_---------_--__-__---___-________-_-_-_-_-_----_---__---___--__-_-____
__-__--_-__-_-____----_-____-_-____---_-_----_-__---_-_-_-__--_____---_-----
_-_--_-__-__-_-___---_--__-_----__------___-___-_-__--_-------_-___-_____-__
_---_--____-_--__--__-_--_---__-_-_-__-_--_----__--__-_____-__---__-_-__--_-
---_-__---_-_--__--_-__--__--___-_----__----_--____----__-__--___-______-_-_
_-_-_-_-_-__--_-__-_----______------_---__-__--_-__-___------__--____--___-_
---__-___--_-__--____-__----_-_____----_-_--_---_-_-___-__--_--__-_--_--___-
__------__-___----___--____-_-_--__-_--__-----__---_-_--_-_---_______-_-_-__
-__----___--__-___-__-------_----__----___--___--_--_-_-_-____--__-_____--__
-____-____-__-_--_----_-_-__-__-----_-___---_---___-____-_--__-_--___---_---
-_-_---__----_-_--_-_____-_---_---_-_--_-__-_---_----___---__-________-__-__
------__-__--_--_____-____----__-----__-________-_--__-__---_-___----_--_-_-
-__----_-____--_-___-_--_--_-_-___-_-_____-----___---_-----__-__-_--__-__-_-
_-_----__-__--_--___--___---__-_-___--_-----______--_-__-__---__-_--_--___--
---__---___--_-----_-__--___----_-------__--_-_--____-___--_________-_--____
_--_--__---_-_--____--_____---___--_-_--__---_--_--_-_-__-__---_____-__--_--
__---_---_-----___-__-________---__-__---_--------__-_--_-_____----___-___-_
___-__-----__--_---_-__-____----_-_-__--_---_---___--_-____--_--___-_-__-_-_
---__-__-__---_--_-_-_---__--___--___---____--_-__-_---_--___-_-___--__-__--
-----_-----_----_-__-____-____--______---___--__-_--__-_____----_-___-_---_-
--_---__-__-___-_____--_----__-_--__--___-_------__--_---_--____-__-_-_-___-
-___--___-_-___--_---_-_--___------_-_______-_---_-____--_--_-_____-------_-
_-_---__----_--_--_____-_____--__-_--___-----__-_-__--_-----_--__--______--_
--_-_-___-__----_-_--_--____-__________----_--__-----__--_----_-___-__----__
-__-_-__-__-_-_-_-___------_-_-___--__-_-----___-___--_-_--___---_--__--__-_
0050まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/06/21(金) 07:06:31.23ID:???
-____-_---__-_-__-__-__-_--_--_--_--_-_--_--__--__-_--_-___-___-__----___---
_-__--__-_--_-_-__--_--_-_--_--______-___-___-_-_-__-_--_-__-_-_-_--------_-
_----___-_-__-__-____------_----___--_-_-_-__--_-______-_-___-__-_-_--_-----
__---__-_-_----_-___-_-__--__-__-_--_-_--_-__---__--_-_-_-_-__--___---_-__-_
-___-_-__-_---_--_-___-_____--_---_-___---__-_---__-__-__---_--__-----__-_-_
--___-_----_---__-__-_-___---__--__----__--_-_-_-_-__--____--_----_-__-_____
__----_-----------_-_-___--__-__-__---___--_--_-_---______-__---__-_-_______
--___-_-_---_---____-_--____----__-__-__-__---_---___--__---___---__-_---___
_-_---_-____--____-----_--__-_-___---_----_--__--_-_-_-_-_--_-__-___-__--___
-_-_---__-_--__--__---_----___--_-__--___-__--__-_-------_-_-_______-__--___
__-__-_---___-__--_-----____-_______-_-_-----------_--____-_---_-_____--__--
----_-_-_------_-----____-_-_---_-_-_-___-___-------___-__-_-__-_______-____
_----__---_----_-----_-_--_--_--__-_____-__-_-___---______-______-_-_--_---_
_---___-_--____---_--_---_-_---___-________-_-__-__----__--_____-_------_---
--__-__-_-_---_-_-___------___-----_-_--___-____----_--_____---__-__-__--___
_-___-__-_-________--_----___--_-___-___-_-_-__-__-_----_-_-_---_-------_---
-____--_-_-__-__--_____---_-___-_-__--__--_--_-_---_-_---__-____-__-_-------
---_-____--_--_-_____-_-__-__--__-_-___-_--_-_-_-----__-___--_-_-_--__-_----
__--_--_--___-_------_-__-_-_----______-_-_----____-___-_-_-----___-__-_-_-_
______--_--__-_-_----__---_-__-___-__-___-_--___-_--_----__--_---__-_--_--_-
--___-____----_--____----__---_---_____-_---_--__-----_---___-__-______--_-_
_--_--__-_-__---_-_--__--_--_-____-___-__--_-_--__--___-_--_-__--_---__-_--_
__----------__-__-__-_____-__-___-_--_---__-__----__----_----___--_____-___-
___----__-_---____-____--__--___--__-__-_--_--_-___-_-__-_---_-_----___-----
_---__-______-_-__-_-__--__-_-_-_-___---____---__-----__----___--__--__-----
_____-__-___--__----_--_--__-----___--_---____--------_-__-_----___-__-_____
___---__-_-_--___--__-____---__-_-_----__-_--__-___-_-_---___----_-_---_-__-
-__-__-_--_-__-__---__-_-_____--------_-___---_-_________-_-_---_-_---_-_---
-_-____--___-__----___-___-_---------____-_____--_--_-_-__----------____-___
-----_-_-_-_---_-___-____--__---____-------__--__--__-__-________----_-___--
-_-_____----_-_-__--___-_____--_---______------___-----_--___--_-_-__----_-_
__-__--_----__-_--_-__----_--____----_-__--__-_--__--_-----_-__-__-_-_______
----_-__-_-__----_-_-___-__--_---___---_-_----___-__-_--_____-_--___-_-_-_-_
_-___-__-__--_-__-___-__-__--__--_----_-_-___-__---_-_-_----_---_____----_--
___---__----_--_----__--__-___-_--_-----__----__-_-_____---__-_-_-_--_______
-___-____---_-_____-__----__-_--_-_-_-__-_-_----_-_-__-_------__-_-__-___---
___--__-_--_----_-_-__---_-_-_----_---_-_----___--____-___-_-_--____--_-____
-_-__-_-_-__----____--____-_-------_--_---_--___--__-_-____-___---_--_-___-_
__----_--_-____----__-_-__-__-__-___--_---______-_-___-_---_---_-_--_--__---
-____--_-_--____---_____--_--___-__--_--__---_____-_------___--__---_-_---_-
__--___-------_____---_----___--__---___--_-__-_-_____---_--___-_-_-___---_-
-__--_____-__-_---_---_-_------_____-__--___-_--__--_-_-_---__-----__-____-_
__----_-_-_-_-___-_-_-_--____-_-___-_-_--_-_--___-__-_----__--__-----_--_-__
-_--___----_-----_____-__-__-_--___-___-____-__---_-_-___--__-_-_-_---_-----
-__-_-_--__---_---_----__---_-__----_-_----__-______-___-_--_-__-_-_____-_-_
-__-_--_-_-__-_--_--____---_--___---__-__-_-----__-__-__--__--_-_--__--___-_
-----__---_-_-__----_--____------___--__-_-___-----__-___-_-_-__________-_--
__--___-_--__---_-_-___--______--____--_--_-_-___---_--___-_----_-------__-_
_---___-__--___-__-_--_---_-_-__-----___--___---_-____-___---___-----__-__--
-_--__--_-___-_-----_-__---_-_-_---___-----_--___--__-___-__-__---__--______
0051まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/07/19(金) 07:04:47.24ID:???
_-_-__---__-_____-__-_-____----_-_----_-_-_-----___-______-_-__----_--__----
____-----_-_-___-__-__---_-----_---_-_--_-_--_--_-_--_-____-__-__--__--_____
---__-_---__-_-_____-__-_------_-__-_-_--_-_---__---__-_____-__----_--__-___
--_____--____-_-_-_-__-_---___-__-__---_-----_-_--_-_-_-___---_-_-__---__-_-
_--_----___---_-_-_-__--___-_--_-_-_-_-___-_____-_---__-----___-__---_-_-_-_
_-__-_-_____-___--__-_--_-_-_-_----__---_--_____-_---____--___------_-__----
__---___--__-_---_-_---_--_--______-__----_----_-_-_---__-______-__-_-___---
-_-__----___--____-______----_--_--_-__--__-_--_-_-____--__-_------____---_-
___--____-_-__--_-------_-__-_--___-----__-----_-_-_-_-_________--_--__--_-_
-___--_--_-_-_--__-_-----___--_--_-____-________--_--_---__-_--_-_-__-__----
_____-__-_--______--------_-----___-_-______-_-_---___---___--_-_---__---_--
__--_-_____-_-__-__---_---_-_--___-__-_-_-_---_-___---_--_---___---_---_-___
-_---_-_-_-__--_---___-_--__----_-__--__-_-----__-__-__--_-__--__-_-___-____
--_---____-_-_--__-_----_-___-_______---__----___-_-_-_--_-_--__--_-_-___---
-_--__-_--___---_-_--____-__-___-_--__-_____-----__---___--__-_-____--------
___---__--_--_--___---_----__----_-_-_-_--__-___----____-__--_---__-______-_
_-__--___-______-__--___----__-__---__--_-_-___--_--__--_---__-----__---_-_-
-____----__---_-_--_--___---__-_-____---__---_-_____-_--_-__-__--__-__--_---
---_-________--_-_-__--___-_--__-___--_----------__-__--__-__-_-_-_--___--_-
_-__-__-___---_-____-__-__---_-----_-_---__-__---__-_---____-----____-_-_--_
___--______---_---_-___--_--_-_-_--_____--_____--_----_-_---_----____--__---
____----_-_-____--_---_----__--_-_-_--___-__---_--___--_-_-____-__---_-_--__
-__-_--___---__--____---_--_---____-_---__-__-_---___-__-__---_---_--__-___-
_-___----__-_--__-__---_---__-__-_--_-___----_--__-__-___-___-____---_-_----
-_-__-_----__-__-_-__-_--_------__-_-----__-_--____-_---__---____-_____-_-__
---__-__-_-_-___--_--_-_--_---__--____--__----------_____--_-----___________
-______---_-_-_-____--___--__---____---_-_--_------___-__--_--_--_---_--____
__-___-___-____--_--__--_-__-_---__----_-_--__-_---_-_--__---___-_-_-_--_--_
__--__-----_--_---_------__-_--____-____-___-___-_-___-_---__-_-_---_--___-_
_--__-_-__-_-___-__-_--___-__-----__--____-___--_-_--__-_--_--_-----___--_--
-___-_------_--______--__-___-_---___-__------__-_--_--_-_-_-_--_-_-__-_-___
_---_-_____--------__--______-_-_-_--_---_--__--____--_-____---__----____--_
-_--_____---___--__-__-_-_-_---___-------___-___--_-_--_---_--_-_-_---______
----____--_______-_-__-_--___---__-__-_--_---_----__-____--_--_-__-_----_-_-
-___--__--_____---__-__--__----___--_---___----_-_--__-__-__--___-__------__
---_--_-___-__-_-__-__--_---__-_--_-_--__-__-_-_-__-__-__--_--__-_---_-__--_
_--____-_--__-_----_-__-----_-____---_____-__---_-_-_---_--____-_-__-__---_-
_----_-___--___--_---__-_-___--___-__-__---_-___---___----____-_-__--_--_---
_---___-___---____-_--___-_---_-_---_-___----__--_-_---____---___--___-_-_--
_-___-----__--_--__-_--_--__--__--__-_____--_-_-_---_---_-___-_-___-_-___---
-__-_--____-_--_-__--_--__-_-__--_-_-_-__-_--_---____--___-_---_---__---__-_
_--__----_---_--___-_--_-_---__-_-____-____--______--__----___-_---__-_-_---
_-_-------__---____--___-__-_____---__-___-_-___--_--__-_--__---_--__--__---
_____--_---_-___-__--________-__-------_---__-_-__--__--_---__-----___-__---
-__----_-_--_-_--__---_------__---__--____-_-__-_--__-__-_-__--__-_-_____-__
__----_______--____---__-_----__-____---_---___----_-_------_-_-_-_-__--____
--_--_--__---____--__-_-_-___-_---__---_-__-___------_-___-_--_---_____-_-__
_-_--___-__-_-_-__-__-__--__-_-_-__-_---____-_--__-_----__---_---_----_--___
_-______-------__-____---___---___-_-----_--_-_-_----_-____-----___--_____-_
_-______-__-__-__-----__--_--___-_____-_-_---__-__-_-__-------_--_---_---__-
0052まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/08/02(金) 07:04:23.96ID:???
-__-____-----_--___-__-________-_--_-___--__---_-__--__-___-_--_-----------_
_-_-_-_-___-__--__---__-__-_-_____-___-_-__--__-_--_--_---__--_---_-_---_---
____----_-__---__-_----_-___-_--__---_-___-_---_-__--_-_--_____-_--_-__---__
_-_---_--_-_-_-_--_---_--__-__--__--_-___---___-__---______-_---___-__-_-_--
_--_--_-____-_--__-_----__-___-_--__--____-_----_-_--_-_-___--__-_-_--__---_
---__----__--_--___-____--__-_-____-____----_-_-_--______-----__----_---_-__
--__----____-__--__----_--_---_-_--_-___-____-___-__--_---___-__----___---__
-_-_-_---_---_-_--_-_-____-_-__---_---___-__---_-_--__--__-_--_--______--___
-_-_--__---_---___-___-_____---_---_---_-_-_---__-_--_--_-_-_-__-_--___-____
---___--_-_---------_-_-----___-__-_-___--__-----_______---__---_______-____
--__-_-----__-__-_____-_-_--_--_---__-_----_____--_--__--__---_-____--_-_-__
__-_-__-_--_-__-_--___-__-______-_----_-_-_---__----_-----_--_-___--____-_--
_-----__-_---__--__-__-----________--_-_-__---_---_---_-__-_---______--__-__
_-_-_____-_-__-_------__-__---_______---_--__-_-____-_-__----------__-__-_--
__---_____-_-_----_--_--___--_____---_-__-_---_____--__--__-_--____---_-----
_-_-___-_--_--_--__--___-__--_____--_-_-__--__--_----_--__--_---____--_-_-_-
-_-___-___--_-_-_--_----_-_-__---__--_-_--______--_-__---_-_-___--_----____-
__-____-____----___-_--__-_--_-_--------_---_-_--____-_-_-_-_--__--_--_____-
___--_-_---_--_--_-_-_--____-_-__--__---_-_-_____--_-_-_-_-__----___--_-__--
__-_-_-_-_---_-__-_-_____--___---___-___--___---_-__-----_---_--___-___-----
-_--_--_--__--_--_____--____---___--_-_-_--_-__---__-_-_----_-__--__-__--___
_-_-_-------__--_-_-___--_--_---___--_--_____------___-_-_-_-_______-_-_-_-_
_-__--__--------__---__----_____--_-__----__-_____-__-_____-----__--__-__-_-
___--___---_-_-_--_-__-__-_-------_-___------__-_____-_-____-__-____-----_--
__--__-____-_-_--------_-_--____----_____------_--_____--_____-_--__-_--__--
__--_---_-----__-_____-__--_-___-__-__-_---___--_-----_-___--____--___--_---
_-_-_-_-----_-_---_-_--______--__-_--_-_-____-_-_---_-___-_-_--_--__---_-___
__----__--___----_-_-_-__-__------_--_--__-__-_-___-_----___--__-_______--_-
_---_--__---_-_----_-_-__--__---__---___-_-_--_______-_-_--___--__--__--_-__
_-___--__-_--___--__--___-_-__-_-_-_-____---_-_---__--_-_-_---____--__------
--__-__-_-__--__------__--___--__--_-___-----____-_--_---_____-____-----___-
__-_------_----__----_---_-__--____-___-__-----___---__--__--_______-_--____
---_----__-_------_---__-___--___-__-___-_______---____-_-----_-_--_-_-____-
-_--------____-_-_--___-__---__-__--_-___-_--___-__--_-___-_--____--__-_----
_-__--____---___--_-_---___---_-__--____-----_--__---_--___----_____-___--_-
_-___-_-___-___---_--__--_--____--_--_---__---__--__---_-----_-____-__-_--__
--__---___-_--------____-__-_--_---__-_____-_--_-__--_-___-__------_-____-__
-__--_-----_-____----__-__-----__--__---___--_---_-____--___-___-_---___-___
-__----_-_-----_____---__---_---___--____-_---____-_-_-__--_-_-_--____--_-__
--____----_----__--_--__----__--_-___--__-____-_---_-_-_-_-__---_-__--______
__----_----___-__-----___-_-__-_-__-_-_-_----___-___---___-___-_--___--__---
-_-__-_____-----__--___---_--_-_---_--_-_-__--_-__-_------_-__--_____-____-_
-----__----_--__---__-_-_--_--_----__-_-_____--__-_-___-___--_-__-_-_-___-__
---_-----___--_-_---_-_____-____-___-__-__--__-_---_-_--_--____--_-_--_-_-_-
--__--_-----_--_______-_---_____---------___---_-_____-_--__---____-_-___--_
-__-_---__-_---___--_---_-_-_-___-_-__-_---__---___-_--_-_-_--_--__-_--_____
-------_-___-_--_____------_---___-_-__--_____-_-_---____-___-_-__-__---_--_
_---_-___-__-__-------_--__-__--___------_-_____----__-__-_-_-__-__-_-_--___
__--__----____-_----__-___-__---_-_-----___--_--_--__-_--_-____--____-_--_-_
____-__-___----_-_-_-_-__-__-_--______-_-_-___-_-_---_-------_--__--__--_---
0053まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/08/23(金) 07:03:49.75ID:???
---~--~--~-~--~~--~~~~-~~-~-----~--~--~-~--~~~~~~--~-~~-~~-~--~-~~~~-~~~--~-
-~-~--~-~-~~~~----~--~~~-----~--~---~~~~-~~-~~~~~-~~-~--~---~--~--~--~~~~-~~
-~~-~~~---~~--~~--~~~~-~--~-~-~-~-~~-~----~~~-~-~-~~~~---~--~~--~~-~~~------
--~-~~---~-~--~~-~~---~~----~~--~-----~-~----~~~~~---~~---~-~~~~~~~~-~~~~~-~
--~--~--~--~-~~-~~--~~~-~-~~-~-~--~----~-~--~-~~~-~-~--~~~--~~-~-~~~--~~-~-~
~~~~--~--~~~-~-~--~-~~--~~-~-~~~~~~-~~~--~~--~~--~~-~--~--~--~-~-~---~------
-~--~~--~~~-~---~~------~~--~--~~--~-----~-~~-~~~-~~--~~-~~~~-~~--~~-~~~--~~
~~~---~~---~~~~~-~~~--~-~~~-----~~--~--~~~-----~~-~-~~-~~~~~~-~---~-~---~---
~~~~----~~~~----~-~~~~~--~~---~--~--~-~-~~~~~--~~~--~~-~~----~--~~-~~---~---
-~~~-----~---~~--~~--~~~---~--~~~~--~~~----~~--~~~~~~~---~--~-~~~-~~~---~-~-
--~~~--~--~--~---~~---~~--~~~~~~--~--~--~~--~--~~-~~-~~--~-~~-~--~-~~---~~~~
---~-~~~~---~~~-~-~-~~-~~-~-~~----~~~~~-~~-~~--~~~--~-~-----~----~~~---~~~--
~-~~~~--~-~--~-~~--~-~--~~~--~--~--~------~~-~~~-~---~~~~~~-~------~~--~~~~~
-~--~-~~-~~--~--~~~~~~--~~~---~----~~-~-~~~---~-~~--~-~~-~--~~-~~~-~~--~----
-~-~--~~--~---~~~------~~~~-~--~~~~-~~--~~~~~~-~---~~~~----~~~---~~--~---~~-
~-~~-~-~-~--~~~--~~--~~--~-~-~-~~~--~-~--~~~~~~~-~---~~----~-~~---~---~-~--~
----~---~---~~-~~~~-~--~--~--~~-~~-~~-~--~~-~~~~--~-~~-~--~~~~~~~---~-~~----
--~~--~---~----~-~-~~~---~-~~~-~---~-~~~--~--~--~~~----~-~~-~~~~~---~~~~-~~~
~--~--~-~~~--~~---~-~~-~-~-~----~-~~-~~~~---~--~~---~-~-~----~~~-~~~--~~~-~~
~-~~~---~-~~~~~~~-~--~-~-~--~---~----~~~---~-~~-~--~--~~-~~-----~~~--~~--~~~
---~~-~~-~-~-~-~--~~~--~--~-~-~--~~~~~~-~---~--~~~-~~~-~-~--~---~-~~~---~--~
-~-~~~~---~-~---~---~~~--~~~~--~~~~~---~-~~-------~~~~--~-~~~-~~~~---~~-~---
--~--~------~-~~~~~~-~--~~--~~-----~--~~~~-~--~~-~-~-~~--~-~~~-~~~---~~--~~~
-----~~--~~~~---~~~-~~-~~-~-~~---~----~-~~-----~~~-~~--~~~--~~---~~~-~~-~-~~
~~~~~~-~-----~--~~~~~~~~-~~~-~-~--~~----~~-----~~-~~~-----~-~-~---~~~--~--~-
---~~--~-~~~~~~-~~~~---~----~-~--~----~~~---~-~~-~~-~~---~-~~--~--~~-~-~-~~~
-~-~~----~~~-~~~~--~~-~~~-~--~~-~~--~~----~~-~--~---~~~~~~----~~----~---~-~~
--~----~--~~~-~~~-~-~~~--~---~~-~~-~~~--~-~~-~~------~~~~~~~----~~-~-~---~~-
~---~~~--~~~~~~-~~--~~-----~--~---~---~~-------~~-~-~-~~-~---~~~~~~-~~-~~~-~
---~~--~-~~~-~~~--~~-~~----~----~~----~~-~-~-~-~~~-~~--~~----~-~~~--~~-~~~-~
~~--~-~~~~~---~---~~~-~-~~-~-~~-~~~~-~-~-~-~-~--~-~~~-~--~-~~-~-------~~----
-~~---~~--~~~~--~~-~-~~~~-~~~~~---~~~~-~~------~~-~----~~~---~---~~~-~~-----
-~-~----~~-~-~~~-~~-~~~~-~~~--~---~~~~~~-~--~~~~~~-~-------~-~~---~-~----~--
~~---~~----~~~~~~~-~-~~~--~---~---~--~~~~---~--~~~~~---------~--~-~~-~~~~-~~
~~~-~--~---~~~~-----~-~~~-~---~~----~~~-~-~-~--~-~-~~--~~~~-~---~~-~~---~~-~
~-~~~-~~~~--~-~--~-~~~-~-~-~-~~~~---~-~~-~-------~-~-~-~~--~~~--~--~----~~~-
~~-~~---~~~-~~~--~~--~-~~-~~-~~~------~~~~~~--~~-~-~-~~-~-~-~-----~--~~-----
-~~---~~~~~-~---~--~-~~~-~~-~-~~~--~-~~~--~----~---~--~~~~--~--~----~~~~--~~
~--~---~~-~--~~-~---~-~-~~--~-~-~~--~----~~-~~~-~-~--~-~~~--~-~~-~---~-~~~~~
~~-~-----~~--~~~~--~~-~~~----~-~~----~---~--~-~~-~--~-~--~-~~-~-~-~~~~-~~~-~
~~~-------~--~-~~--~--~-~~~--~-~~~~~-~--~---~~~~-~~--~~~~--~-~-----~~~--~~~-
-~--~~--~-~--~-~--~~~~-~-~-~----~---~-~~--~~~-~-~-~-----~~~--~-~~~--~~~~~~-~
-----~~~~--~~-~----~~---~~--~~~~~~~--~-~--~~~-~-------~-~--~~~~~---~-~~~-~~~
~~~--~~--~-~~~-~-~~-~--~~~-~--~---~~~~~---~~-~---~-~-~~~-~~--~--~~--~--~----
-~-~-~~--~~--~~-~~~---~~-~--------~-~-~~-~--~--~--~~~--~~~-~-~---~~-~~~~-~~~
~--~-~~~-~--~-~---~~~~~-~~---~-~~~--~~--~-~--~~-~~~-~-~~--~---~--~-~~~---~--
~--~~---~-~--~~~~~~-~~-~-~---~------~-~~-~-~~-~--~--~~-~~~-~--~--~~~~---~~~-
-~--~~~-~-~~--~---~----~~~~~~~--~-~-~--~~--~-~~-~~~~~~~--~-~--~--~----~~~---
~~~~~~-~---~~-~~--~~---~~--~~~-~--~--~-~~-----~---~~-------~~~~~~---~~-~-~~~
-----~~-~-~-~~~--~~-~~-~~~~--~--~~~~-~~~~~~--~~--~---~~-~---~--~-~--~----~~-
0054まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/09/06(金) 07:11:10.08ID:???
~------~~~~~---~~--~~~~--~--~~-~~-~--~---~~-~-~~~-~--~-~~-~-~--~~~-~~-~~----
~--~-----~~--~~~-~~-~--~~~~~~-~----~~-------~--~-~~-~~~--~~~--~-~~~-~-~~--~~
--~~~-~--~~~~~-~~----~-------~--~-~-~--~~---~--~-~~~--~~~-~~----~~--~~~~~~~~
---~-~~-~-~~-~~---~~-~~-~-~~-~---~~~~---~--~---~--~~~-~~------~-~~~~-~~-~~-~
~-~-~~~-~~-~----~-~--~~~---~--~-~--~--~-~~~-------~-~~~-~-~~~~-~~-~~---~~-~~
~-~-~-~----~--~~-~~~~----~-~----~~~~-~-~--~~~~-~~~~--~~--~-~-~-~~-~~---~~---
~-~-~~~-~-~----~~~---~~~--~--~-~~---~~-~~~---~--~~-~-~~--~~~----~~---~~-~~-~
-~~--~-~---~~--~~-~-~-~~---~~~~~~--~--~~~~--~--~~~-~-~~~~-~----~--~-~~--~---
----~-~~~~~~~-~---~~-~~-~~---~--~-~-~-------~--~--~~----~--~~~~~~~~~~-~-~~-~
~-~~~~~~~---~-~-~~~~~~~--------~--~-~~~~~~~-~-~-~-~~~--------~-------~~--~~~
-~---~~~~--~~~~~--~---~-~-~-~~~--~---~-~~~--~~~-~~~---~~-~---~~~-~~-~----~--
~-~~--~~--~~---~--~~~~~-~---~-~-~~-~-~~--~~-~-~---~~--~-~-~---~~--~~~~-~~---
---~-~-~~~~--~----~--~~-~-~~-~-~-~---~~~~-~-----~-~~-~-~--~~~~----~~~~-~~-~~
---~~-~~-~~~----~----~~-~~~~---~-~-~---~~~-~--~~----~~~~~-~--~~~--~~-~-~--~~
-~--~~--~~--~~------~-~~---~~--~~~~~~~~~-~-~-~~-~--~----~-~~-~~----~-~--~~~~
~~---~~~--~~~~----~-~-~----~~~----~~~----~--~~~--~---~~~~~~~-~~~-~--~~----~~
~-~--~--~~-~~-~--~~-----~-~------~-~~~~-~~~~~-~--~~~--~---~---~~-~---~~~~~~~
-~~~-~~--~-~~-~--~--~---~~~~~~~~-~-~~~-~----~~~-~----~-~---~-~~~-----~~-~-~-
---~~-~---~---~~-~~~~~~---~~-~-~-~~--~-~~~~~--~~--~~-~----~~~--~~-~-~-~---~-
~-~---~~~~-~~---~-~~~~-~~-----~~~-~-~--~~-~--~~~~-~---~--~~---~~---~~-~-~~--
-~-~~-~-~~~-~----~~~-~----~~~-~~~~--~----~-~--~~~~~-~-~-~~~--~~---~~~-~-----
-~-~~~--~~-~~~~-~~~-~-~-~--~-----~---~--~~~-~~--~~~~~~----~--~-~-~~-~-~-~---
~~--~~--~----~------~~--~-~-~--~--~----~--~~-~~~-~-~~~~~~~~-----~-~~~~~~~~-~
~~--~--~-~--~--~~--~~-~-------~~-~-~~-~~~-~---~-~~--~---~---~~-~~-~~-~~~~~~~
---~----~~--~-~-~-----~-~-~~~~~--~-~~-~--~---~~~~~~~~~--~-----~~~~--~-~~~-~~
-~~-~---~--~--~--~~-~~-~~~~--~~-~-~-~-~--~-~-~~-~~---~~-~-~~-~~~---~~~---~--
~~~~~--~~~~-~--~--~~~----~~~~~~~----~~~---~--~~--~~~--~-~-~-~--~-------~-~~-
~~~--~~-~-~-~~~---~--~--~~~----~--~-~-~--~~~-~-~-~~-~~~~--~---~~------~~~~~-
--~-~~-----~--~~---~~~--~~~~-~-~~-~-~~~~~--~~-------~---~~~-~--~~~~~--~--~~~
~-~~-~-~~-~-~~~~--~---~~-~--~-~~~-~~~~--~-~-~~---~-~~-~-~------~--~--~---~~~
--------~~~--------~~-~--~~~~~~-~--~-~~~-~~~---~~-~--~~~~---~~~~~--~~--~~-~~
-~~~~~--~---~~~~-~----~~~-~~~~--~--~-~---~--~~~~~----~~~~-----~~-~-~--~~-~--
-~-~~~~~~---~--~~~~-~~-~~~--~---~~~~----~-~-~~~~~-~-----~~----~-~~-~-~----~-
~---~-~-~-~~---~-~~~~~-~-~-~~~~---~-~--~~~-~~~--~~--~-~--~-~-~-~---~--~~~---
--~~---~--~--~--~~-~~-~~-~-~-----~~-~~~-~--~~-~-~--~~~~-~-~--~--~--~-~~~-~~~
~---~~~-~-~~~----~~---~~-~~~~~~--~~--~--~-~~~-~--~-~-~~~----~~-~~~-~-~------
~~~~---~-~-~-~-~~~-~-~~~--~~-~~~~~~~---~-~~-------~~-----~~~~-----~-~----~~~
----------~-~~---~-~-~~--~-~~--~--~~~~--~--~--~--~~~~~~---~~~~~~~~--~-~~~-~~
~~~---~~~----~~~~~~--~~--~~~~~---~-~~-~-~---~---~------~~-~--~-----~~~~-~~~~
-~-~~~-~~~~---------~---~~--~-~-~~~--~--~~-~~~------~~-~-~----~~-~~~-~~~~~~~
-~~---~----~~--~~--~~---~~-~--~~--~~--~~--~~~~~~~--~~---~-~-~~~-~~---~~---~~
~~~~-~---~~~~~~-~~-~~-~~~~~-~------~~-~-~~~--~--~--~~----~---~~~---~~--~----
-~~----~-~----~--~~~-~-~-~~~~~--~~~--~-~~--~~~~~~-~--~~~-~~--~~-~--~~-------
-~-~~~~~~~-----~--~~~--~~~-~-~-~~~--------~-~----~--~~~~-~~~-~-~~----~--~~~~
~~--~~-~~~~-~-~~~--~---~~~-~~--~-~------~~-~-~~-~--~---~--~--~~--~-~~~~~-~--
--~-~-~~--~~---~~-~~-~~~-~~--~--~~~~~--~-~~-~~-----~----~~~~~-~----~~~-~--~-
-~~--~~---~~~-~~-~~-~-~~-~-~--~-~~~-~---~-~----~-~~~~-~-~~-~~----~~~----~~--
---~-~~----~--~-~-~~~~~~~~~~~-~--~--~~-~-~~~~-~~~~--~~-~--~-~~----~--~------
----~---~~~--~-~~--~~-~-~~~-~~~~~---~-~~~~~~-~-~~--~-~----~-~----~~~~---~--~
-~~-~~-~~-~~~--~-~~~~~--~-~-~~~~-~~--~------~-~~-~~~--~~~~~-~--------~~-----
0055まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/09/20(金) 07:11:36.08ID:???
~~~-~~---~-~~--~---~~~~-~~-~-~-~-~-~-~~~-----~~-~~~--~-~-~---~-~~-~-~~~-----
~~~~---~----~~~~--~~-~-~~-~--~-~~~----~--~~-~~--~-~-~~--~--~~~~--~-~~---~-~-
----~--~-~~~--~-~~~~~----~-~~-~---~~---~~--~~~~-~----~-~~~-~-~~-~~~-----~~~~
------~-~-~-~~----~-~---~-~-~~~-~~~---~~~~~-~~---~--~~~~~-~---~--~~~~-~~~--~
~~~--~---~--~~~----~~-~-~-~~---~~~-~---~-----~~~---~--~~-~~~---~-~~~-~~~~-~~
--~-----~~~-~---~---~~--~~~-~----~~~--~~~-~~-~-~-~~~-~---~~-~~--~--~~-~-~~~~
-~--~~~~--~~~-~--~~-~~~-~-~--~-~-~---~~-~---~-~----~-~~~--~-~-~-~~~~----~-~~
------~---~~~~~~~~~~~~-~~~---~-~~-~-~-~~~-~---~~-~~--~--~~-~---~~~--~~------
~--~--~~-~--~---~~~~-~~~~----~~~--~-~-~-~~-~~~~--~~~-~--~~--~~--~--~-~~-----
-~-~-~~---~~~~~~--~~~-~~-----~--~~-~~---~~-~~~--~~--~---~--~--~~--~~---~~~-~
--~---~-~~~-~--~-~-~~~--~-~-~--~-~~~--~-~-~--~-~-~~--~-~~--~~~~--~-~---~~~-~
--~~-~~~~~-~~--~~~-~----~-~~~-~--~-~~-~~--~~-~---~---~~~~~--~~-~~--~~-------
~-~-~-~--~~-~-~-~~-~------~~~-~~~~--~-----~~--~~-~~-~---~~~~-~-~-~-----~~~~~
~~~-~-~~-~-~--~~-~~~~-~~~~---~-~~--~~---~-~~-~-~-~----~-~--~---~--~~~~----~-
~--~--~~--~-~~-~--~~-~-~-~~~--~--~--~~-~-~~~-~~~--~~--~--~~--~~-~~-~~----~--
-~~-~-------~~~~~--~----~~~--~--~~~~~~----~~~-~~--~--~-~---~~~~~---~-~~~~-~-
~--~~----~~--~-~----~~~--~~-~-~~---~~-~---~-~~~~~~--~~-----~~~~---~~~-~-~~-~
~-~--~~-~~~~~---~--~--~~~----~~-~--~--~-~~-~~~~~---~--~--~--~~-~~-~-~~--~--~
~~~-~~-~~~~~~~--~~-----~---~~~-~-~-~---~~--~~~~~-~-~-~------~~--~~---~~--~--
~~-~~-~~~~~-~----~~~-~--~~-~---~----~~~-~--~~~-~----~-~---~-~~-~-~-~~--~-~-~
-~----~---~-~-~~--~--~~~--~~~~~---~--~---~~~-~~--~~~---~-~~-~~-----~~~~~~-~~
---~--~~~~~-~-~~--~-~--~-~-~-~---~~~---~------~~~~----~-~-~-~~-~~~-~~-~~-~~~
-~~~---~~~-~~-~---~~---~~-~~--~--~-~--~~--~-~-~--~-~~~-~-~~~---~~~~~---~~---
-~~~-~----~~~~~~---~~-------~~~-~~--~--~--~---~-~~-~~~~~-~~~~~~--~~-----~-~-
-~~~~-~~--~-~~----~~~~~~-~--~~~-~~~~~~-~~----~-~~--~~-~----~-~-----~-~~-----
~--~-~~~-~~-~--~~~~-~~----~--~~~---~-~-~-------~---~~~~--~~--~---~~~-~~~-~~~
-~--~~~-~--~---~~~-~-~~~----~~~~-~---~~-~--~~~~-~--~-~~-~-~~~--~~~----~~----
-~---~-~-~-~~---~~-~~~----~---~---~~~-~~-~-~-~~-~~~~-~~-~~~~~-----~-~--~-~~-
~-~-~--~~--~--~---~~~~~~---~-~--~~~-~~------~--~-~-~~~-~~-~-~--~---~~~-~~~-~
~-~~-~-~-~~-~~-~----~~-~-~-~-~----~-~~--~~~-~~--~~-~~~--~~--~-~~~-~----~~---
---~--~--~~-~-~--~--~~~-------~----~~---~-~~~~~-~-~-~~~~---~~-~~~--~~-~~~~~~
---~~-~-~~~-~~-~~-~~--~~~-~--~~~-~~---~----~-~~--~--~-----~---~~--~~~~-~~-~~
~~---~-~~-~~-~--~~~~--~--~~--~~~~---~-~---~~-~--~~-~----~--~~--~~-~-~~~~~---
~-~~~~-~-~~~~-~----~~~~~~~~~~-~-~--~~~-~~-----~~~~-----~----~---~-~--~---~--
~--~-~~--~-~~~~~--~-~----~-~~--~~~~~~~-~~~-~~--~~---~~-~--~~~~------~-----~-
~-----~~~~----~--~~---~~~----~--~~~~~~-~~~----~~-~--~--~~-~~~--~~~--~~-~--~~
--~-~---~-~---~--~~-~-~~-~~~~~-~~~-~-~~~-~~-~-~~-~~--~-~--~~~~-~--------~~--
~-~~-~~-~-~-~~----~~~---~~----~-~-~~~~~-~-~~---~~~~~---~-~---~~-~~~~--~-----
~~----~~--~~-~~--~~~-~~~-~---~~--~~--~~~--~---~-~-~~-----~~~---~~-~-~~~-~--~
--~~~~~~~---~----~---~--~--~~~~---~~-~~-~~--~~~~~~---~-~~~----~-~-~~~~--~---
~-~--~--~---~-~-~-~~--~-~~~~~-~--~~-~~----~--~--~~-~-~-~-----~~~~-~~-~~-~~~-
~--~---~-~--~~-----~---~~-~~~~--~-~~~~~--~~~-~~---~~---~~~~~~--~~~-~-~--~---
----~-~~~~-~~--~~~-~~~~~--~-~~----~~~~--~~-~---~---~~~-~~~~~~--~---------~~-
~~-~~~~~~-~~~--~--~~-~--~~~-~~~--~---~--~~~~--~----~~----~~--~~-~----~~~----
~~~~---~---~~---~--~~~-~-~---~~-~--~~--~-~-~-~~~---~~-~~~~~---~~-~--~-~~--~-
---~-~~-~~-~~~-~--~~~--~~~~~----~-~---~~--~~~-~~---~~~---~~~-~~~~--~-----~--
--~---~-~-~~-~-~---~~~~~-~~----~~-~~-~~-~-~~-~~~---~~~~~~--~--~~-~--~-----~-
~~~--~--~--~~--~~-~---~~~---~-~~~~-~~--~-~---~~-~~---~~~~~---~~~~-----~~~---
~-~~~~-~~~-~----~-~-----~~~-~---~~----~~-~~~-~-~~~~-~~-~-----~~~~--~~--~~---
~~---~-~~-~-~--~~-~~-~~-~---~~--~~~~~~-~~-~-----~~--~--~---~~~----~~-~~~--~-
0056まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/09/27(金) 07:08:17.17ID:???
~---~-~-~-~~~~~~---~~~-~-~~~--~------~~-~--~~---~~~~~~~-~-~-~------~--~~--~~
~~-~--~--~~~--~~-~~~---~--~~-------~~-~---~~---~---~~~--~~~~~--~~-~~-~~~--~~
~-~~~~-~-~-~--~-~-~~~~-~~--~-~-~--~----~---~~---~~~~-~~~--~~-~-~--~-~~---~--
~--~-~~----~-~~-----~~~~~-~~~~~----~---~~--~--~~~-~-~-~-~~--~~---~-~-~~--~~~
--~~~-~-----~-~-~-~-~~~~~---~-~--~~-~---~~-~-~--~--~~~-~~-~---~-~--~~~-~~-~~
~-----~-~---~~-~~---~~~~~~~--~-~-~-~~~~~~-~--~--~--~~~-~-~~--~~~---~--~~----
-~-~~-~~---~~~~~-~~-~-~--~-~--~-~~~-------~~~~-~~-----~~~--~----~~-~-~~~~~--
~----~~~~~-~-~--~~--~-~--~---~-~--~-~~~~-~~-~--~~-~-~~--~-----~~-~~~--~~~~--
-~~~-~--~-~-~--~~-~~~--~~--~-~-~-~--~-~~---~~~-~--~-~~~~-~--~~-~~---~--~-~--
-~--~~~~-~-----~---~~~-~-~~~--~~--~----~~-~-~-~~--~~~~-~-~-~~~~~-~--~--~---~
~~---~~-~~~--~~--~-~~--~~-~------~----~~----~-~~~~~-~~~---~~~~--~~---~-~~-~~
-~~--~-~~-------~-~--~~--~~--~~-~~~-~-~~--~----~~~~--~~~---~--~~-~~~-~~--~~~
~-~~--~~-~-~~-~-~--~-~~~----~~~-~~~~--~~~~~-~--~~-~-~--~~~-----~~-~~--------
--~~-~~~~-~~-~~----~~~~~~~~~-~-~~-~~~~--~~-~~~~~-~--~---~------------~~-----
-~--~~-~-~--~~~-~-~~---~-~~-~~~~-~~-~---~~-~~-~~~~-~---~--~~~-~-~~~---------
~---~-~~--~~-~~~-~--~-~-~--~~-~----~~~--~-~-~---~-----~--~-~--~~~~~~--~~~~~~
-~~~-~~~~~-~-----~~---~~----~--~~-~~---~~~~-~~~--~~~-~-~~-----~--~--~-~~--~~
~-~-~-~--~~~--~----~--~----~-~~~-~-~--~--~-~~~~-~~--~~~~~~-~~~-~~~~------~--
~~-~~---~~-~~-~~-~~~---~-~~-~~---~-------~~-~~---~~~-~~~~~--~~~--~-~----~~--
~-----~~~~---~~--~--~~-~-~-----~~-~~~~~~--~~~---~~-~---~~~--~---~~--~-~~-~~~
----~~~~~----~~~~-----~---~~--~--~-~--~~----~~-~~~---~~-~~-~~~~~~~-~~---~~-~
---~~~-~---~-~~~~~~-~-~~--~-~--~-~~~--~~~---~~~-~~~---~-~-~-~~--~---~-~---~-
-~--~-~~~-~~-----~~~~~~~-~-~~-~~~~~---~-~~~~-~-~----------~~--~---~~~~~~----
~~~-----~~---~-~-~~-~~~----~~~~----~~~-~-~~--~-~--~---~~~-~~--~-~-~~-~---~~~
~---~-~-~~-~~~~----~~~---~~--~--~---~---~~~~~~----~--~~-~~~--~~--~~~~~~----~
-~---~-~----~--~-~~~-~~-~------~~--~-~~~-~~~-~~-~--~~---~~~~~~~--~--~~~-~-~-
~~~~~~-~~~-~~-~--~~-----~~~~--~~-~--~----~--~~-------~~~~-~-~~-~---~~-~-~--~
-~~--~~~~--~~--~---~~~-~~~~-~~~--~--~~-~-~~-~-~--~-~--~~----~-~-~--~~~~-----
-~-~~~--~~~~~---~~-~~--~-~-~----~-~-~---~----~~~-~~~----~~~-~~----~~~--~-~~~
-~~~---~----~~~-~~~---~-~~~~---~~---~-~~-~-~~~-~-~~~--~-~~----~-~~---~-~~-~-
-~----~-~~~~-----~~~--~~~-------~--~-~~~~~-~~~----~-~--~--~~--~~~~~~~~~-~--~
-~~--~~~-~~--~~-~~~-~-~~----~~~~-~~-~~~~-~-~--~~~-~----~----~--~~~--~----~--
-~-~~~~~--~-~--~----~~-~---~-~---~~---~~~~-~----~-~~~~~~-~---~~---~~~~--~~-~
----~-~~--~--~~-~~-~~--~-~~-~~~--~-~-~--~-~~~~~-~~---~--~--~-~--~~--~~--~-~~
~~----------~~~~~~~~-~~-~--~~--~-~~-----~~----~--~-~~-~~~-~~~--~---~~--~~~~~
~~-~~--~~--~--~~~~-~-~----~~~~~---~~~~-~~-----~----~~-~--~-~~-~-~--~--~~~~--
--~~--~-----~--~~~----~~~-~~~~~----~-~~-~---~~-~~~-~~--~-~~-~-~-~-~~~-~~--~-
-----~~-~~~~~~-~---~-~-~---~--~-~~~---~-~~-~---~~--~~~~~~---~-~-~--~-~~-~-~~
--~~~--~~~~~~~~~--~-~-~~~~-~~~---~~~---~-~~~-~--------~~----~--~-~--~--~~-~-
---~----~------~~--~-----~--~~~--~---~-~~~~~~~~--~-~---~~~~~~-~~~~---~~~~~~~
-~-----~~~~~-~~~~~--~------~-~~-~-~----~~--~-~----~~-~~~~-~--~~~~~-~~~----~~
--~-~~----~---~-~~~~-~~---~-~~~~----~~-~~~~-~-~~-----~-~--------~~~~~-~~~~~~
--~-~------~~-~~-~-~-~--~~~-~~~~~-~~--~---~~~-~-----~~~~--~-~~~~-~---~---~~~
~~-~~-----~~~~--~-~~~-~~~~~~--~---~~--~~-~---~--~~----~--~~~---~~---~~---~~~
~~-~-~~~--~-~--~-~~~~--~---~-~~--~~--~-~~~~-~-~---~~~~~--~~---~---~~~---~---
~~~-~~~-~--~~-~--~~-~~---~~~----~~--~~-~---~--~-~~-~~~~-~---------~--~~~-~~~
~-~~--~~--~~--~-~~-~-~--~-~~~~--~~~-~--~~~-~-~--~--~~~--~----~--~-~-~--~~--~
--~----~~~~~-~~~~-~~---~-~~~~----~~----~----~--~~-~~---~~-~-~-~~-~~-~~~~---~
~~~--~-~--~~~--------~--~~~----~---~~----~-~~~---~~-~~~~----~-~~~~-~~~~~~~-~
~~-~----~---~~~~~-~-~~~-~-~~-~~~~-~-~---~--~---~-~-~~~~-~---~~~--~--~~--~---
0057まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/10/04(金) 07:16:27.21ID:???
~~~---~~---~~~-~~~--~--~~-~~-~-~~~-~----~~~~--~-~-~~~-~-~-~-~-~-~-~-------~-
--~~-~---~-~~--~~~--~~-~-~--~-~~-----~~-~--~-~~~---~~~~~-~----~---~~~-~~~~-~
--~-~-~~~~-~~~-------~--~~~~~-~---~~~--~~---~-~~-~~~~----~~----~-~-~~-~-~~-~
~~~-~---~------~--~--~--~~~~-~--~--~~-~~--~~~-~~------~~~--~~~-~~~~-~~~~---~
-~---~~~~-~~----~~--~~~-~~--~--~---~--~-~--~~---~-~---~-~-~~--~--~~~-~~~~~~~
--~--~-~-~~-~~-~~~~~~~--~~----~~--~~-~~-~--~~~~~-~--~~-~~-~~~--~---------~--
--~~--~-~~~-~~~~~~-~---~~-~-~---~-~~-~~-~~~--~~-----~--~------~-~~~~-~--~~-~
-~-~---~~~--~-~~-~~-~---~-~~~-~--~~~~~~-~-----~~~---~~~~----~-~-~--~-~-~~~--
~~~~--~~~~---~-~~~--~-~---~~~~~-~---~~~~-~~--~--~~---~----~~----~--~~~---~~-
~~~~~--~-~-~------~~-~~~~---~--~~---~~~-~----~~~-~~-------~--~~-~~~-~--~~~~~
~-~-~--~-~-~~--~--~~---~--~~--~~-~--~-~~-~--~~---~~~~~--~---~~~~----~~-~-~~~
----~~~----~-~~-~----~----~-~~~~~~-~~-~---~~--~-~~-~-~~-~~--~~~~~~~~-~~-----
----~-~--~-~~---~-~~-~--~~~~-~~---~~---~---~--~~~~~~-~-~--~~~-~-~~~-~-~-~-~-
-~-~~-~--~~-~~---~~~-~~~-------~--~--~--~~~--~~~~--~-~-~--~--~~~-~--~--~~~~~
~~-~---~~~~--~~~~----~-~~~-~~-~-~-~---~~~~~~~~~~-~---~--~-~-----~~------~-~-
~--~~~~--~-~-~----~-~~-~~~-~~-~--~~-~~--~-~~---~-~-~~~-~~-~-~--~-~~---~--~--
~--~-~-~~-~~~---~---~~--~~~--~-~-~-~-~-~~--~-~~-------~---~~-~--~-~~-~~~~~~~
-~~~~~~~~~~~~---~~~--~~-~~~---------~~~-~--~---~---~~~~--~--~-~~~-~~----~---
~~-~-~--~~~-~~~~-~~-~~-~-~~~-~-~-~---~~-~~~-~~-----~~---~---~-~----~~-~--~--
--~~-~~~-~--~-~-~~-~--~-~~~-~~~-~~-~-~---~----~~--~~-~~----~~~~---~~~----~-~
-~~~--~~--~~~--~-~-~-~-~----~~-~--~~~--~~-~~-~~-~-~-~~--~--~~------~-~~-~~~-
~---~~------~~~---~~~--~-~-~-~~~~---~~~-~-~-~~~~~-~-----~~-~-~~-~~-~~~~-----
-~~~~---~-~--~~-~~-~-~---~~~-~~-~~~--~~---~-~~~-----~--~-~---~~---~~~-~--~~~
----~~-~~~-~-~-~-~---~~~--~~-~---~-~-~~-~~~~~~~--~-~~---~~----~~-~--~~~~----
~--~~---~~~---~~-~~~-~~~~~--~--~--~---~-~-~~~~-~-~~-~~-----~---~~-----~-~~~~
~~~-~---~~~---~--~-~~~---~-~~---~~--~---~-~-~~~~-~-~--~~---~----~~~---~~~~~~
---~---~---~--~-~~~-~-~-~--~---~---~~~~~--~~-~~~~--~~~~~---~-~~--~~---~-~~~~
-~-~~~-~~--~--~~-~--~~~-~--~~-~-~~-~--~~--~-~-------~~~-~--~~~--~~-~-~~~-~--
~---~-~--~--~~-~~~----~~~-~-~~~-~-~-----~-~-~~-~~--~~~--~-~---~-~~~~~~~~----
~~~---~-~-~----~-~-~~-~--~--~~-~--~~-~~-~~--~-~~--~-~--~~-~~-~~--~~-~-~--~~-
-~---~~~-~--~~-~----~~~----~--~~-~--~~-~-~---~~~~-~--~~~-~--~--~~-~---~~~~~~
~~---~~~-~--~~~---~~-~-~------~~-~-~~~-~---~~~------~~-~~----~-~~-~-~~~-~~~~
-~---~-~~~-~---~~~-~-~~~~-~-~~-~----~~---~~~--~-----~~--~--~--~-~~-~~~--~~~~
~~--~~-~--~--~~---~~--~~~--~~-~~~~~-~~---~--~~-~--~-~-~~---~~-~~--~--~~--~--
--~~-~~~~-~-~~~-~----~--~-~-~~-~~~-~--~-~~~~~--~--~~---~~~-~-~-~-~--~~------
-~~~~-~-~-~--~~~~-~-~~~~-----~~----~~-~--~-~~~~-~--~----~----~-~~~----~-~~~~
-~-~~---~~--~-~--~~~-~~-~~~~-~~~~-~~~---~~--~~-~--~~-----~~-~---~-~--~~---~-
~---~~~-~-~--~---~-~-~~~-~---~~-----~---~-~-~~-~~~-~-~~-~~~~-~~-~~~~~~------
~~-~~~~-~~-~-~--~~----------~-~-~-~~--~-~~~~---~~~-~--~--~-~~~~---~~-~--~~~-
~~----~--~--~~----~~~---~-~~~~-~-~-~--~-~---~~--~~---~~~-~~----~~-~~~-~~-~~~
---~~~--~---~~-~-~--~-~~-~~~~--~---~~--~~---~~~~~-~--~-~~~~-~~-~-~--~-~--~--
-~~~---~--~---~------~-~-~-~--~~~-~-~-~~-~-~~~-~-~~-~-~-~~~~--~-~---~~~~--~~
--~~--~--~~~~----~~-~~~--~---~~~-~-~~-~-~---~--~-~~---~~~~~-~-~~~---~~~--~--
--~-~~-~~---------~~~-~-~~---~-~~-~--~~~-~~-~~~-~~----~--~~--~~--~-~~-~-~~~~
~-~~---~~~--------~~--~~--~--~-~~~--~~~-~~~-~-~-~~--~-~---~~~---~~~~~~-~--~-
~~---~~~--~~---~--~--~~---~---~~~-~~~~--~-~-~---~---~-~~~-~--~~-~--~~-~~~-~~
-~~~~--~-~~~-~-~---~--~~~---~-~~-~~~-~~~~----~-~~--~--~~----~~~~-~---~-~-~--
---~---~---~~---~~~~--~~~~~-~~~-~~~~~~~----~--~~~~~--~~~-~-----~~----~~~----
-~-~~-~--~~~~~-~----~~----~-~-~~~-~-~~--~-~-~~~~~-~----~~-~~~------~--~-~-~~
~~~--~-----~~~-~~~~--~--~---~~~~-~---~~-~--~--~-~--~~~~~-~~-~--~--~~~-~--~--
0058まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/10/11(金) 07:09:15.02ID:???
~~~--~~~~-~~~~~-~--~--~~~~----~--~-~-~--~~~~~-~-----~---~~-----~~---~~~--~~-
~-~~-~----~~-----~-~~~~-~---~-~---~~~~~--~---~-~~~~~--~--~~~-~~--~--~~-~--~~
-~~-~--~~--~---~-~-~~~~~-~--~~--~--~-~~~~-~~-------~~-~--~~~-~-~~-~-~-~-~-~-
~-~~~~~-~--~-~~-~~---~~~--~-~-~~~~~~-~--~~-~~~-~--~--~~----~--~-------~~-~--
------~~~~-~~----~~---~~~~~~~-~-~~--~------~--~-~---~-~~~-~~~~--~--~-~~~-~~~
~-~~~------~--~-~~~~~~~--~~-~--~-~~--~~~---~-~~~-~~-~~~-~~--~--~~~-------~--
~---~--~~-~~-~-~~~--~~~~-~---~~~~~-~-~~---~-----~--~~-~--~-~~--------~~~~~~~
~~~-~-~~-~--~~~~~~--~~-~-~~-~-~-~---~~~------~~~~----~-~---~~-~~-~----~~~---
-~---~-~~-~--~---~~-~--~--~~~~-~~~-~-~-~-~~-~-~~-~---~~~--~~-~~~-~---~-~~---
~--~~~--~-~~~-~~--~~---~~-~--~--~-~-~~--~--~~-~----~~~~-----~-~-~--~~-~~-~~~
~~---~-~~-~~~-~~~~~-~~-~~-----~-~-~~~---~~~-~~~--~--~~~~~-~~---~---~--------
~~~-~---~~~--~~~~--~---~--~-~~--~~-~~~~~--~~~~-~-~----~~---~~~----~~--~---~-
--~-~~~~~~-~~------~-~--~----~~--~~~~--~~~-~-~~~~~---~-~~-~--~-~~~~--~----~-
~--~-~~---~-~~----~~~---~--~--~~~--~~~-~--~-~-~~--~-~-~-~~--~~-~~--~~~-~--~~
~--~-~--~-~~~---~-~~-~~-~~~-~--~-~-~-~--~~~~---~-~~~-~-~--~~-~-~--~----~~~--
-~~--~--~~~---~~-~-~~-~~-~~~~~~~--~~-~~--~-------~~--~-~-~-~~-~--~~~---~~---
~---~-----~------~--~-~~~--~~~~~--~--~~-~~~~~-~~~~--~-~-~---~~-~-~-~-~-~~-~~
~~-~-~--~--~-~~~-~~-~--~--~~~--~~-~~~-~~~----~--~---~~~---~~~-~-~~-~----~--~
~~~~~--~-~----~-~~~---~-~---~~-~-~--~~-----~-~~~~~-~~-~-~~~~---~-~~--~~~----
~~---~~---~--~---~--~-~--~-~-~~--~-~-~-~~--~~~~~-~--~--~~--~~~~--~~~----~~~~
-~~---~~~-~--~-~~-~~~-~~-~~~~-----~~--~-~-~~--~--~----~-~~~--~~~---~---~~-~~
--~~~~~-~~~~~-~-~~----~-~--~-~--~~-~~~-----~------~~~--~--~-~~--~~-~--~~~-~~
-~--~~~~-~~-~--~-~~~---~-~~~~----~-~~---~~-~~~~-~~~~----~--~~~---~-~~-~-----
~~-~~-~~--~~~~~~~--~--~~---~~---~~~~-~~--~~~--~-----~~~---~--~-~~-~--~---~--
~~-~~~~-~---~---~~~---~~~~-~-~--~~-~~~~~~-~-~----~~~-~-~---~-~~------~--~~--
-~~~~~~~~~~--~~-------~~~-~~~---~~--~----~~-~~----~----~~~-~~-~~---~~~~--~--
~~~-~~~~~~----~~~-~~-~~--~~~~---~~~~--~--~--~-~-~~----------~~-~~-~--~-~--~-
~---~-~~--~-~--~--~~~----~---~~-~~--~--~~~----~~---~~-~-~~-~~--~~-~-~~~~~-~~
~--~-~---~~--~~~--~--~~~~~~~-~~~~----------~---~--~~~~~---~~--~~~~--~~---~~~
~~-~----~~-~-~-~~~---~~~-~----~-~~~~~~~~-~-~-~--~-~--~~-~--~---~-~~---~~--~-
~--~~-~---~-~--~---~----~~-~--~-~~--~---~~-~~~--~--~~--~-~-~-~~~~~~--~-~~~~~
-~~-~-~---~-~~-~~-~-~~~--~--~~-~~-~~~~~~---~~~-----~~--~-~--~-~~---~--~~--~-
~~~~~~--~~-~~---~~---~-~~-~----~~-~~~~~~-~~---~-~---~-~-~--~~-~~--~---~--~--
~----~~~~-~-~~---~~--~~-~~~-~~-~~-~~----~~~~~-~--~--~--~~--~-~----~--~-~--~~
-~~~--~~---~-~~~~~~~~~--~-~~~~~~--~------~----~--~--~--~~-~~~-~-~----~~---~~
-~-~~-~~~--~---~-~---~~~---~-~~~~-~~--~-~-~~---~~--~-~-~-~~-~~-~~~--~-~----~
--~~~~~~---~~--~~~~---~-~~~-----~--~-~---~~---~~---~-~~---~~-~-~-~~~~-~-~-~~
~~~--~~-~-~~~-~~-~-~--~---~----~~~-~~~~---~~~~----~-~~-~~~~~--~----~--~-~---
---~-~~------~-~~~-----~--~-~-~~~-~~--~-~~~-~~~--~-~--~-~~~-~~~---~~~~~-~--~
~~~-~~~~-~--~~~~~---~-~~~-----~~~----~-~~---~------~--~~-~~---~~-~~~~---~~~-
-~-~--~~-~-~~~-~~-~~~~~---~~-~~---~~----~---~~-~--~--~~----~~---~~--~-~~~-~~
~-~~-~~-~----~~---~---~-~----~--~-~-~~-~--~--~~~~~~---~---~~~~~~-~~~-~~--~~-
-~---~~~~--~~~~~-~--~-~~~~-~--~~--~-~-~-~~~-~~~~-~~~-~---~-~-~------~----~--
~~-~~~-~--~--~~~~~~-~-~-~-~~----~--~~~~--~~--~~~--~~~~~-~~-~~~--------------
-~------~~-~---~-~-~-~~-~~--~~-~~-~---~~~~----~~~-~~~-~~--~-~~-~-~~-~---~~-~
---~---~-~---~~-~~-~~-~--~-~~-~~~~--~--~-~~~~-~------~~--~--~---~~~~~~--~~~~
--~-~~--~~~~--~-~----~--~~-----~-~--~~-~~-~~~~~-~~~-~~-~-~~~~~---~--~~--~---
--~--~---~~~~~---~~~~~-~~-------~~-~--~~~~----~~~~---~-~~~~~~-~~---~~--~~---
~-~-~~----~-~-~-~~-~~~-~~~-~-~-~---~~-~-~~-----~-~~-~--~~-----~~-~~~-~-~-~-~
~~~--~~-~~~~-----~-~-----~--~--~--~~~~~-~-~~~-~~~~~--~~~~-~-~-~----~--~-~---
0059まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/10/25(金) 07:08:36.47ID:???
~~-~-~-~~-~--~~-~~----~-~~~~~-~~~~-~-~~-----~~----~-~~~----~-----~~--~~-~~-~
--~~~~~~~-~----~-~~-----~~~~~~~~~-~--~~-~-------~~-~~~--~---~~~~~----~-~~---
-~-~--~~~~-~----~-~-~-~-~~~------~~~~~~~--~--~---~--~--~~~---~-~~~--~-~~-~~~
--~-~~~~~--~--~---~--~-~-~~-~---~-~-~~~~~--~-~-~-~-~-~-~--~~~---~--~-~~--~~~
-~-~~~~-~-~---~~~--~~~~~~--~~---~-~-~--~-~~-~-~--~-~-~--~~~---~~~----~-~~---
~--~-~~-~-~-~~----~~~~~~--~~~--~----~-~--~~----~~~~-~~-~~~~~~-~----~----~~--
~~~~~~-~~----~~~---~--~~~--~~~-~~~-~~--~~-----~~-~-~----~--~~--------~~-~~~~
~~-~~~----~~-~-~-~~-~~--~----~~----~~~-~-~~---~~---~--~-~-~~~~~---~-~~-~--~~
~~--~~~-~-~~~~~-~~~-~~-~--~-~-~~~~-----~~----~---~~--~-~-~-~~-~--~--~~--~---
~~~---~------~~~-~-~~-~--~~~---~--~~----~~~~--~-~-~~-~-~--~~-~-~-~~-~-~--~~~
-----~~-------~~--~--~--~-~--~~~-~~-~~~~--~-~~~~~~-~~~-~~~~-~~-------~~-~~~-
-~-~~-~~--~-~~~-~---~---~--~~~~~~~~------~~~~-~---~------~-~-~--~~~~~~~~---~
~~~~~-~----~~~---~-~~~--~-~-~--~~--~---~~----~~--~~--~~-~~-~~--~~~-~~-~----~
~~--~~~~~-~~--~-~-~-~-~-~~-~~~~~------~~--~~-~---~-~--~-~-~~---~~---~~~--~--
--~--~---~~~~----~~-~~-~-~~~-~~---~~----~-----~--~-~~-~~~~~-~-~~-~-~~--~~~-~
~~-~-~~--~-~-~--~~-~--~~~--~~--~-~-~~~-~-~-~-~~--~--~--~--~~---~--~~~~-~--~-
--~~~--~----~~--~~~~-~-~-~~-~-~~-~~~-~----~--~-~--~-~--~~~--~~~-~-~---~~-~-~
-~---~~--~~--~-~~~~-~~----~~-~~-~-~~~-~~~-~--~~-~-~~---~-~~~~~--~------~-~--
--~~~-~-~~~-----~~-~~~--~-~-~--~~-~-~-----~~----~~~~~~-~~-~-~~~---~~--~-~-~-
~--~-~~~-~-~-----~~-----~----~~--~~-~-~~-----~~-~-~-~-~~~-~-~~~-~-~-~~-~~~~~
-~~~---~--~-----~-~-~~--~~-~~~~~~~-----~-~~-~~~--~--~~~~~-~--~-~--~--~--~~~-
~~~~-~~~----~~~~~-~--~-~~---~~-~--~~-------~--~~~--~~~---~~-~~~--~~~--~--~--
-~--~~--~~----~~~---~~-~--~-~--~~~~~~-~--~~~-~~~~~~~-~~-~-~-----~~~------~--
~~~-~--~-~---~~--~-~~~~--~-~~~~~~-~~-~---~--~--~--~-~--~~----~~~----~-~-~~~-
-~~-~~-~-~~--~-~~--~~-~~-~-~-~--~~--~---~~--~~-~~-~--~----~~-~~-~--~~--~~--~
~----~~~-~~-----~---~~~~~---~~-~--~-~-~~-~-~~~-~~--~-~-~~~--~~~---~-~~-~-~--
~-~~--~~~---~---~~~~~~----~---~~-~----~--~~~-~~---~~~-~-~----~-~~--~~~--~~~~
----~-~~--~--~~~~-----~~~~---~~~~--~--~-~---~---~~-~~-~~~-~~~-~~~~---~-~-~~-
---~-~~-~~--~-~--~~~--~~~--~-~~~-~-------~---~-~--~~~~~-~~-~~~----~~~--~~-~~
-~-~-~~-~~-~~~~~-~--~~~~-~-~--~--~~--~----~--~~~~-~--~~~~---~~-~-~~-------~-
-~----~-~--~-~~~~-~-~~~----~~-~--~~-~~~~~----~-~~-~~--~--~-~~-~~-~-~---~~-~-
--~-~~---~~-~-~~--~--~~----~~-~~--~-~-~--~~~~--~~~~-~~---~---~~-~~~~---~~-~-
-~~-~~~~---~~-~--~-~-~-------~-~----~~~----~~~-~~--~-~~~~~--~~-~~--~~-~-~-~~
~--~-~-~~-~-~~~-~--~~-~-~--~-~-~---~-~-~-~~~---~~-~~-~-~~~--~~-~-~----~-~-~-
--~-~~--~~-~-~-~---~~--~-~----~~-~~~---~~~~-~~-~~------~~--~-~-~~--~-~~~-~~~
--~~-----~~~--~-~~--~-~~-~~-~~--~~--~-~--~~--~~~~-~~-~~--~~------~~---~~-~~~
~--~--~--~~--~---~~~~~--~~---~~--~-~~-~~-~-~~---~~-~-~-~~-~~~~--~--~-~-~--~-
~-~-~~~~--~----~~~-~~-~~~--~~-----~-~-~~~~-~~~--~~--~-----~~~-~-~-~-~-~--~--
----~~--~-~-~~~~~~~---~~-~~--~~~-~-~------~~-~~~-~-~--~---~~-~----~~~-~-~-~~
~~~~~-~~~-~~~--~-~~--~--~~~-~~--~~~~-~~-~~--~-----~-----~-~~-~-~~-------~~--
---~-~~~--~~----~--~-~-~~-~~~---~-~~-~~---~-~~-~~--~-~-~--~~~-~-~-~-~~~~-~--
~~-----~-~~~-~---~~~~~~-~---~--~--~--~~~~~~-~--~--~~--~------~~-~~~~---~-~~~
-~-~~~~~-----~~-~~-~--~-~~~-~~~~-~--~~-~------~-~-~~-~---~~~--~~-~~-~-~--~--
-~-~--~~~--~~-~-~--~~------~---~-~-~~-~~~-~~-~~--~~-~~-~-~~~~-~~--~~~----~--
--~~-~---~~~~~---~----~-~-----~--~-----~~~~~-~-~-~-~~~~--~~-~~-~~~---~~~-~~~
~~---~~~~~~~-~----~-~---~~~-~---~~~~~---~~---~~~-~~-~~-~-~----~~----~-~~-~--
--~-~~-~~~-~-~----~~~-~--~--~~~-~-~~-~~-~-~~~---~~~~---~--~---~-~~~--~----~~
~~--~--~---~-~--~-~~-~---~~--~~~-~~~--~--~-~-~-~---~~-~~--~~-~~-~~-~---~~-~~
~~-~-~~~~~~~~--~~-~---~-----~~~-------~-~~--~-~-~---~~--~~--~~-~~~~~~-~---~-
-~---~~-~-~~-~~~~---~-~~~~~-~~~----~--~-~~---~--~~-~~--~~~--~~~---~----~-~~-
0060まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/11/01(金) 07:07:33.93ID:???
~--~~-~~--~~~~~~~-~---~~~-~--~~---~~~-~~--~~-----~~~---~~~~-~~~----------~~-
-~~--~-~-~~--~--~-----~--~---~~-~~~--~~---~--~~~--~~~--~~-~~~~~--~~-~-~-~-~~
-~~~~~-~-~~~~---------~---~--~-~--~-~~~~----~~~~-~-~-~---~-~---~--~~~~~-~~~~
--~~~~---~~~~---~~~---~--~-~--~-~-~~--~--~--~~--~-~-~~--~--~~-~--~~~~~---~~~
-~---~~---~~-~-~~--~~-~-~-~~~~---~~-~-~----~-~--~~--~-~--~-~-~-~-~~-~~~~~--~
---~-~-~~-~~----~~~~~----~--~-~-~~~~--~-~--~~----~~----~-~-~~~-~~~--~-~-~~~~
--~-~~~~~~-~---~---~~-~---~~~-~-~~----~~-~~-~~--~--~~--~~~~~--~~~~----~-~---
---~~~---~-~~-~~~----~-~---~~~-~~~----------~-~~--~---~~~-~--~~~-~~~~~-~~~~~
~~~~~-~-~--~~---~~~~-~--~---~~--~-~-~~~~~---~~-~-~---~-~~-~~~~-----~----~-~-
-~~--~--------~--~~~~~~-~---~---~---~~~~-~----~~----~~~~~~---~~-~-~~~~-~~~~~
-~~~~~~~~-~---~--~~--------~-~--~~~~~-----~-~~~~--~--~-~-~--~--~-~~~~-~--~~~
-~~--~~-~~-~~~-~~~-~-~~~--~~~~~~--~-~-~~--~--~---~~-~~--~~~~------~-------~-
-~---~-~~-~~-~------~~~-~---~~-~---~------~--~~~--~~-~-~~~~~~~~~-~-~~-~-~-~~
~~~---~-~~--~~---~~~--~--~---~-~-~-~--~~---~~~-~-~--~~----~~~~-~--~~-~--~~~~
~~-~--~~-----~~~---~~~~---~~-~--~~--~-~~~~~~--~-~~~---~-~-~~~-~--~--~--~~---
-~-~----~--~--~~-~~---~-~~----~~~~--~~--~~~~-~~~~~~~~--~~--~----~-~~~-~~----
-~~~----~-~~~---~~~~~~~~~--~--~~-~---~--~--~-~--~-~~-~~-~-~~~~~~--------~-~-
~---~----~--~~---~~--~~-----~~~-~-~~--~-~-~~~~---~-~-~~~~~-~---~---~~~~-~~~~
-~--~-~~~----~---~~~~-~~~~~~--~~-----~-~~~-~~~~-~~--~-~---~~-~~~----~-~-~---
~~-~-~-~-----~~-------~~-~-~~-~~-~~-~---~~~~~~~~----~~~--~-~~~~-~-~--~~--~--
--~~~--~~~~~-----~-~~~~--~~~~---~-~------~-~~----~-~~--~--~~-~~--~~--~~-~~~~
~~~~~--~-----~~---~-~~~-~~-~~--~~--~-~-~-~~-~~--~~-~--~~-~~~-~~-~---~--~----
--~-~----~~~---~~-~~-~~---~~~~~-~~-~----~--~~-~~--~~--~~---~---~~~~~~~~~----
-~~~--~~~~~~~----~---~~~-~-~~~---~~~~-~--~--~--~-~-~--------~---~~---~~~~~~~
-~~~~--~-~~-----~--~--~-~--~~~~~~~~~--~~--~~-~--~~---~-~~-~----~-~--~~--~-~~
~~-~-~--~-~---~---~-~~--~~---~~----~~--~--~~-~-~~~---~-~~~--~-~~~-~--~~~~-~~
--~~--~---~--~---~-~~~--~--~-~-~~~-~~--~~~~-~-~~---~-~~--~~~~~~---~~~--~---~
-~~-~~~-~~~~-~~~-~~~-~----~~~~------~~~~~--~-~~~-~~---~-~--~----~----~-~~---
~--~~----~~~--~--~~~~--~~-~~~-~--~~~~---~-~-~------~~~--~~-~-~-~--~--~-~~-~~
-~~--~----~-~-~~~---~-~~--~-~~~~~~--~-------~~~~--~-~~~~~--~~---~-~-~-~~-~~-
-~-~--~~~-~-~~~--~~~~-~~------~~~-~~~~--~-~-~~~~~~~--~~---~---~--~~~--------
~~-~--~~--~~~----~~~-~---~~~------~~~-~-~-~~-~---~~--~-~~-~-~~~~---~-~--~~-~
-~-~----~~--~--~--~~~~--~-~~--~-~--~~~-~-----~~-~-~-~~~~--~~-~~~~~~---~~~---
-~--~--~---~---~~~-~-~~-~--~--~-~~-~~-~~-~-~-~~~---~~~~-~-~~-~---~~-~----~~~
-~--~-~-~~~--~~~-~-~-~~~--~---~---~--~~------~~~~~~--~--~~----~-~~---~~~~~~~
-~---~~~--~--~-~-~~--~-~~-~~-~---~~--~~--~~~-~-~-~--~~~-----~-~--~~~-~~~--~~
~~~~--~--~-~~-~-~~-~~-~~~---~-~-~~-~~~--~-~~~-~-~-~~~~---~~-~--~~-----------
---~-~~~--~----~~-----~--~~-~---~~~~---~--~~~-~~---~-~~--~--~-~~~~~~~~-~~-~~
~-~--~~-~~----~~~-~-~~~~~--~--~~-~-------~-~-~--~~--~-~~--~--~~~~--~~-~~~~--
~~~---~~-~-----~~-~--~----~~-~~~~--~~---~~~~~~~~--~-~----~---~~--~--~~-~-~~~
~~-~~-~-~-~--~~~~~-~~--~~----~-~~--~----~~-~--~--~---~-~~-~-~~----~-~~-~~-~~
--~~~~----~~~-~-~-~~--~-~~~~-~~~-----~~-~~------~~-~~-~~~~-~------~--~-~~-~~
-~--~-~-~-~~-~~~~~-~-~~~--~---~--~~~~--~-~~---~~--~----~----~~~-~~~-~~--~~--
~~~~--~--~~~~---~~~~---~~~-~--~~~~----~---~-~-~~~~~-~---~~-~~-~--~~-----~---
~--~~-~--~~----~-~---~~~------~~--~~--~~--~~~---~~~-~--~-~~-~---~~~~-~~~-~~~
-~-----~~~-~-~~~~-~--~~-~~---~~-~~--~-~--~~--~-~~-~~~-~-~-~~~--~-~--~-~-~---
~~~--~---~---~~-~~~-~---~~-~~~~~---~-~-~~~~-~-~-~-~~---~~~-~-~----~-~~-~----
-~--~--~~--~---~-~-~~--~--~~-------~~~-~~~~~~---~--~---~~~~--~--~~-~~-~~~~~~
--~-~~~-~-------~~~~~--~-~~--~~--~~--~~~-~-----~~-~~------~~~~~~~~~--~--~-~~
~-~-~-~~--~~~-~~~-~-~~---~~--~~~--~~~---~~~-~~------~-~~~~---~~----~~-~~----
0061まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/11/08(金) 07:10:32.83ID:???
-~~--~~~---~~~--~--~~-~~~--~~----~~-~~--~~---~--~----~~~~----~~~-~--~-~-~~~~
-~-~~~~-~~-~--~~~~~~~---~~~~~~---~~-~-~------~-~~~----~~------~--~~-~~-~-~--
~~~--~~~---~--~---~~-----~-~-~-~--~~~~-~--~~-~-~~-~--~~~~~-~-~-~~~--~--~-~--
-~~~-----~~--~--~-~~-~~-~~-~~~~-~~~-~~-~~~~-~~~~-~--------~--~--~~----~~-~--
~~~~--~~-~~~~--~~~---~~-~-~-~~---~-----~~-----~-~---~~-~-~---~-~---~~~~~-~~~
~~~~-~~-~--~~~--~--~~-~--~-~--~-~~~~~~--~~----~---~~--~~~-~---~-~~-~~-----~-
-~~--~~-~--~~--~~-----~-~--~~-~--~~-~~~-~~~~-~~-~~----~-~-~~~~-~----~~~-~---
~---~--~~-~-~~---~~~~~-~-~---~~-------~-~~---~~~~~--~--~-~---~-~~~~~~-~~--~~
~~~-~--~-~-~-~~-~--~-~----~~-~-~~~~~~~~~--~-~~-~~------~-~~-~--~----~~~~----
---~~~--~-~--~~--~--~-~~~-~~--~-~--~~-~~-~-~-~~-~~------~~--~-~~-~-~--~-~~~~
-~~-~-~---~-~~----~-~~-~---~~~~----~~~-~--~~--~-~~------~~--~~~~~~-~~~-~~--~
~-~~~-~~~~-~~--~-------~---~-~~~-~~-~~~----~-~~~---~~-~~-~~~-~~--~----~-~-~-
-~~--~~~--~-~-~---~~~-~-~~~----~--~-~~~--~--~~~-~~--~--~~-~---~-~~~~--~-~--~
---~----~~----~--~~-~~~~~~~--~~~--~~-~~~~~~-~--~--~--~~--~-~~~~~~--~----~---
~---~-~~~----~-~-~--~--~~--~~~-~~---~~-~~-~--~~~--~~~~-~~---~~-~-~~-~~-~----
-~~~---~~~~-~-~-~~~-~-~~---~~--~----~~~~--~~~~~-----~-~-~~---~-~~~------~-~~
--~----~--~~~~~~~~---~-~--~-~-~~~---~~--~~~---~~~~----~-~~---~~~----~~~-~~-~
-~~~-~-~-~~~-~~~-~~~~-~-~---~-~~~~----~~-~-~~-~--~------~~-~~~~-~-~-----~---
-~--~-~--~--~~~-~--~-~-~-~--~~-~~-~-~~-~~--~~-~~---~~---~-~----~-~~~-~~-~~-~
~~~~~~--~---~--~-~~~---~~--~-~--~~--~~---~---~~~~~-~-~~---~---~~~---~~~~---~
-~~~--~~~---~-~--~~~-~-~-~~~--~~----~-~-~-~~~~~~-~--~-~~-~--~~~--~--~--~----
-~~--~-~~~--~-~-~~---~--~------~---~~~~----~-~-~~~-~-~~-~~~-~--~~-~~~--~-~~~
-~-~-~~-~-~-~~--~-~~--~-----~-~---~~-~~-~-~~-~~~--~~--~--~-~--~--~~~-~--~~~~
~--~-~----~~-~-~---~----~~~~-~~~~---~-~-~~~~---~-~---~~~~-~~----~-~--~~-~~~~
~-~-----~-~-~-~~--~-~~~-~~--~-~~-~~---~----~-~--------~-~~~~-~~~-~~~~~~~-~-~
~-~-~---~~~~~--~~~-~~~-~-~~-~-~~-~--~--~~-~~-~----~~~~--~~~~---~-------~~---
~~-~-~-~---~~~-~~-~-~-~~---~~~~~---~-~~--~-~-~--~~--~~~~~-~-~------~--~-~-~-
~---~~-~~--~-~-~~----~----~---~-~~--~~--~~-~~~~~-~--~~~~-~~~-~~-~~~~~-------
~-~-~~---~-~--~-~-~~~-~---~~-~~-~-~-~-~-~--~--~-~~-~~--~---~~~---~-~-~-~~-~~
~~~~~-~----~~~~--~~~----~~~~~-~-~-~-~~-~-~-~----~-~~~~---------~~-~--~~---~~
--~~~~~--~-~~-~~~-~-~~~---~--~~------~~~~----~--~~-~----~~---~~~~--~~~-~-~-~
~------~--~-~---~~~~---~~-~~~~~~~-~~--~~-~---~~~---~~~-~~~--~~~--~-~--~---~-
~~---~~-~~~-~----~-----~~-~--~~--~--~--~~~~-~~~~-~~~~~~-~~---~-~~--~-~--~---
---~~~~-~--~~--~~-~-~~-~---~----~-~~~---~-~-~~~~--~-~~--~---~~~-~-~---~~~~-~
--~~-~~--~~~--~-~~~-~~~---~-~-----~~~-~-~~~-~~~-~-~~~-~-~~~--~~--~------~---
-----~~~----~~~~~~~~---~~----~---~~--~~~~-~~~---~~-~~~----~--~-~~--~~-~~-~~-
--~~-----~~~--~~----~-~-~~------~~~~-~---~~~-~-~--~~--~~~~--~--~~~~-~~-~~-~~
-~--~~~-~-~~~~~-~~~---~--~~-----~--~~-~~--~~~--~--~--~~~-~--~~~----~--~-~~~-
--~~-~-~--~~~-~-~~~-~-~~-~-~~~~-~~-~-~--------~~---~~-~~~-~-~-~---~~---~--~~
-~~~~-~~----~-~-~~~~-~~~--~-----~~~~-~-~--~~~-~~------~~-----~-~~-~-~~~-~--~
---~~---~~~~-~~~~-----~-~~-~-~-~--~-~~~--~-~---~~~~---~~--~-~~--~~~-~-~~-~--
~--~---~----~-~~~~-~~-~-~-~--~~~~~~-~---~-~--~~~~~~--~---~--~-~---~-~--~-~~~
~-~--~~-----~~--~-~---~~~~~~----~---~-~~-~~-~~-~~--~-~---~-----~~-~~~-~~~~~~
-~~-~~~-~-----~-~~-~~~----~-~--~--~--~----~---~--~-~--~~~~~~~-~--~~~~-~~-~~~
~--~~~~-~-~-~~-~-~~----~~~-~-~~----~---~--~-~-----~~-~-~-~~~~~~~~--~---~-~-~
~-----~-~~~-~~~~-~-~-~~-~---~-~~~~~~~~~-~~-~----~-~---~-------~~-~~----~~~~-
~~-~-~~~---~~~-~~---~~-~--~-~-~---~-~~-~--~--~~---~~-~~-~---~--~---~--~~~~~~
~--~--~~--~~~~~~~~~-~--~-~~---~-~-------~---~~~-~---~-~---~~~-~~--~~~~--~~-~
-~~----~-~-~~---~~-~~~~~-~-----~~~--~~~~--~~~-~-~--~--~~~-~~-~~~~------~~---
--~~-----~~-~~~~~~~--~~--~---~~~~-~-~--~---~~~~~-----~~-~~~~-~--~~~---~--~--
0062まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/11/15(金) 07:10:37.32ID:???
~-~----~-~~-----~-~~---~-~-~~~-~~--~~-~~--~-~----~~-----~~-~~~~~--~-~~~~-~~~
-~-~~~~--~--~~~--~~~-~------~-~-~-~~~~-~---~~~---~---~~~-~------~~~~-~~~-~-~
~~~------------~~~~--~--~~~~~~~~~-~--~~-~-----~~--~---~--~~-~~~-~~--~-~~~-~~
-~-~~---~---~-~~~--~~-~-~~----~~~~--~--~---~~~----~~-~-~~-~-~~-~----~-~~~~~~
--~-~-~--~~~--~~~~-~~--~~~~~~~~~-~-----------~-~-~-~-~~-~----~~-~-~--~~~~-~-
~~~---~~--~-~---~-~~-~---~-~~-~---~~-~-~~~~-~--------~-~~~-~---~~-~~-~~~~-~~
-~-~~~--~-~~~~---~-~~--~~-~~~-~----~~--~--~~-~~-~-~--~~--~~--~-~~~~----~~---
------~~~~~~~-~--~-----~~-~--~~~~-~-~~--~-~~-~~~--~-~~--~-~~~~~--~---~---~~-
~---~-~--~~-~~--~~~-~-~~---~--~~--------~-~~-~-~-~--~~~~-~~-~~---~--~~~-~~~~
--~--~~--~-~--~---~~~----~~-~-~---~~~~-~-~-~~~--~~-~~~-~-~~---~~~-~~~---~~--
--~~~---~-~~~~--~~-~---~---~~-~-~~~--~~~------~~~-~~-~--~----~--~-~~~~~-~~-~
~-~~-~-~~--------~~-~-~~~~--~-~~~~~--~--~------~-~~--~~---~~~~--~~--~~-~-~~~
~--~-~~~-~~-~--~--~~~--~-~-~--~-~-~~~----~-~~--~-----~--~~-~~~~~-~~-~~~-~---
~~~-~---------~~-~-~~~~-~-~-~~~~---~~~~--~~~-~--~----~~~~----~~~~~~~-~------
~-~-~----~~-~----~----~~-~~~~---~~--~~~~~~--~~-~-~~-----~--~~~~----~~~~--~~~
~-~~~-~~---~-~~~--~-~---~----~~-~--~-~~-~-~-~~-~~~~-~~~-~~------~~-~~----~-~
~~~~--~~-~--~--~~-~~-------~-~~~--~-~----~-~~--~~~-~--~---~--~-~~~-~-~~~~~-~
~-~---~~~-------~~--~--~-~-~~~-~~~-----~-~-~~--~~~--~--~-~-~~~~--~~~~-~~~--~
~------~--~-~~-~-~-~--~-~~~-~---~~----~-~~---~~~~~~-~-~-~-~-~---~-~~~~~-~-~~
-~---~~---~~-~--~~~--~~-~~~-~~~---~~~---~~--~~~~~---~~--~-~~~-~~~--------~~-
----~-----~-~~~~-----~~---~-~~~-~~-~~~-~~-~~~~~-~-~---~-~~---~~~~~--~--~~--~
~-~~~--~-------~~-~--~~----~~~~-~~--~~--~~--~-~~--~~-~~-~~~~----~~-~-~--~~~-
--~~--~---~~~-~---~~~-~-~~~-~-~~~~-~-~-~~--~----~~-~~-~~~-----~-~--~-~~-~~--
~~~~-~~~-~-~~~-~-~--~~---~~~~----~~~----~-~~-~~---~-~--~--~--~~--~--~~---~~-
~~-~-~--~--~--~~-~-----~~~~~--~--~---~-~-~-~~-~-~-~~-~~-~~-~-~---~~---~~-~~~
~~~--~~~-~-~---~--~~~-~-----~-~----~~-~~--~-~~--~~--~~-~-~---~---~~~-~-~~~~~
--~-~--~~~~~~-~~-~---~-------~-~~~-~~---~-~-~~--~~--~~---~--~-~~~~--~~~~~--~
~-~-~-~-~~--~-~~~~~-~---~-~--~-~---~-~----~-~-~~~----~~--~-~--~~~~~-~~-~-~~-
~~~-~~---~-~-~-~~-~~-~~---~~-~~~~--~~~~-~~-~-~--~-------~-~~--~-~~-~~---~---
--~----~~~----~-~---~~~~------~----~~-~~~~----~~--~~-~~~~~~-~~~~-~-~--~-~~~~
-----~--~~-~~~-~-~~--~~---~-~~-~-~---~~-~~-~~~--~-~-~~-~~~~~-~--~~-~~~------
------~--~~~~~~~-~~~~-~~--~-~-~--~~-~~~---~~-~--~~-----~~--~~-~~--~-~~-~--~-
--~--~--~-~~~~--~~-----~~-~-~-~---~~~~-~~-~~--~-~~-~~--~~~~~---~~---~-~~-~--
~-~~-~-~~--~-~-~~-~~~-~-~~~~--~---~~~----~~~~~~-~-~~-~~---~----~~---~-----~-
--~~-~~-~~-~----~~~~~~-~~-~-~-~-~---~-~~~~--~--~-~~~-~---~~-~-~-~~------~-~-
~-~~~---~--~~----~~~-~-~~~--~-~-~-~~~~-----~-~~~~-~-~~-~-~~---~---~-~~--~~--
-~---~-~-~~-~~~~~~--~~--~~-~~-~~--~~~-~---~~--~~-~~~---~---~~-~---~~-~---~--
-~~-~~~-~~~~--~~---~-~~-~-~~~--~~~-~-~-~~---~~--~~~--~~-~~~-~--------~----~-
--~-~~~-~~~----~--~-~~~--~--~-~--~-~~-~~-~~--~~-~~~-~-~-~--~~-~----~~-~~--~-
~~~~---~~-~---~~~--~--~~-~-~~~----~~--~~-~~---~-~~----~--~~-~~~----~--~~-~~~
~-~-~~~~~~~~~~-~--~~~---~----~--~----~~~~---------~~----~~~--~~-~~~-~--~~~-~
~-~-~~~---~~~-~---~~---~-~----~--~--~~~~--~~-~~-~--~~~--~~~~---~-~----~~-~~~
-~--~~~-~---~-~-~~~~~-~~~----~~~~-~--~----~-~~~~---~~-~~-~~-~-~~---~-~~-----
--~~---~~-~~--~~~-~~---~~~~---~~~~----~~~~~--~-~~--~-~------~--~--~-~--~~~~~
~~--~-~~--~~~~-~--~--~-~~~---~--~---~~----~~~--~~-----~-~-~~---~~---~~~~~~~~
~--~------~~------~~~-----~~~~~~~~~---~~--~--~~---~~~-~~~~-~~--~~~-~~-~--~-~
~~----~-~~~--~~~--~~--~~~-~-~---~--~~-~~-~~---~---~~~-~-~--~~-~--~~~-~----~~
~---~-~~-~-----~-~-~-~~~~~---~~-----~~~~-~~~~~~~----~-~-~~-~-~---~~~~----~-~
---~~~-~~~----~~---~-~~~----~~-----~-~~~-~~----~~~-~~~~~-~~-~-~-~~-~-~---~~-
--~~~---~-~~-~~~-~-~----~--~--~-~-~--~--~~~-~-~--~~~--~~---~~~~~~~----~-~-~~
0063まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/11/22(金) 07:09:52.12ID:???
~~~-~~~--~~-----~----~~~~~~~~--~--~~--~~---~~----~~~~--~~~-~~~~-~-~--~------
~~~-~~---~-~~~~~-~~~~~-~-~-~-----~--~~~~---~~-~~~~-~~-~~~~-~-~--------------
~~--~--~~-~---~--~--~-~~-----~-~--~~~~~~~~~-~~~-~~~-------~~~~~-----~--~~-~~
-~--~~-~-~--~~~----~~~~~-~---~~~~-~~--~~----~-~--~~--~~~~~~----~-~--~~-~--~-
---~---~-~---~-~~---~~~--~~-~-~~~~~----~---~-~~~~~---~--~~~~~--~-~~~-~---~~~
----~~~~~~~~-~~----~-~~------~~-~~~--~~--~----~~~--~~-~~--~-~~-----~~-~~~-~~
---~~---~~~----~--~---~~---~~~-~---~-~-~~----~-~~~~~~~---~-~-~~~-~-~~~~--~~~
----~~~~----~--~~-~~-~~-~~~-~----~~~~~~~-~------~-~~-~~--~-~-----~~-~-~~-~~~
-~~-~~---~~~~~--~~~~--~---~--~~~~~--~~--~---~~-~---~~-~-~~-~~-~--~---~-~~---
--~~----~~~-~-~-~~~~~~~--~~~~-----~~~--~-~~~--------~~-~--~~-~~~~~---~-~-~--
~-~~---~~~~----~-~---~-~~~~~~~~--~~---~~~-~---~-~--~~--~~-~~~~--~-~---~~----
-~~~--~---~-~~~~~~-~~-~-~-----~-~~~~---~~~----~--~-~-~-~-~-~-~~-~--~--~-~~~-
--~--~---~~~~~----~~~--~--~~~~--~~------~~~~~----~~~~~~~~--~-~~--~~~~--~----
~--~~~-----~~~-~---~-~~-~--~~-~-----~~~~~---~~-~-~-~~~~--~~--~---~--~~~~-~-~
~-~~-~-~---~-~~~~--------~--~-~~-~~~-~--~~--~~-~~---~-~~---~~~-~~~-~~----~~~
-~-~~---~-~----~~-~~-~-~~~~~-~~-~~-~~---~~---~~-~-~~-~-~--~---~--~~-~~~~----
--~--~~~~~~~--~~---~~~-~-~~~-~~-~-~~~-~~-~-~--~-~~---~~~~~----~------~----~-
-----~-~---~--~~~-~~~-~----~~-~---~~~---~~--~-~~~~~~---~~-~~~--~~---~--~~~~~
~~~----~-~~---~~~~~~~-~--~---~~--~~-~---~--~-~-~---~~~-~-~~-~-~-~--~---~~~-~
-~--~-~~~~----~~~~---~-~~~-~~~--~~~-~-~~~-~--~---~--~-~~~~-----~-~~----~~~--
~---~~-~-~~~~-~~-~----~~-~~~~-~-~-~--~-~-----~~~-----~~~~~~~~~------~-~-~-~-
~----~--~~~--~----~----~--~~~-~-~-~~-~~---~~~~~~~~-~~-~-~~~-----~~~~--~---~~
--~-~-~~~~-~--~~-~-----~---~~~--~--~~~----~-~-~~-~-~-~~-~~-~~~---~~--~~~--~~
~---~~~~~-~--~~--~~~-~~---~-~~~-~-~--~~---~~-~--~---~----~--~~~----~~~~~~--~
~~~--~------~~~---~-~--~~--~--~-~~~--~~--~--~--~~~~--~~-~~-~~---~~~~----~~~~
--~-~-----~--~-~---~~----~----~-~~-~-~--~~~~-~-~---~~~~~~~~-~~-~~--~~~--~~~~
~-~~--~~~~~~~~-----~---~-~~~~---~--~~---~~-~-----~~~~~~~--~~---~-~-~~-~~----
-~---~-~-~~---~-~-~~~~----~--~-~--~-~-~---~~-~----~~~~-~~-~~~~~~~-~~--~~--~-
----~~-~~~--~-~~~~~-~~-~~---~~~~-----~~~~-~~-~----~-~-~-~-~--~-----~~~-~-~~-
~-~-~----~~--~~-~~-~--~--~-~~~--~~~--~~~~-~-----~~-~-~~-~---~~~~-~-~~--~--~-
~~-~-~--~~-~~~~~-~~~~-~~~~---~~-~~~~-~-~-~--~---~-~~---~---~~-----~~--~-----
~~----~-~~~~-~~~~~-~----~~~--~-~~~~-~--~~~-----~~~~~---~-~-~-~~--~----~~----
~~~~~~-~~~----~~~---~--~-~-------~-~~~~---~-~~---~----~-~-~--~-~~~~~--~~~-~~
~-~--~~-~~--~~~~---~~~~~------~~-~~~~-~--~~~~-~~--~-~-~----~-~--~--~---~~-~-
~~-~-~~~--~~~~~---~~~~~----~-~~-----~-~~----~---~-~~----~~-~~-~~~~-~~-~-~---
~~-~-~~---~~~-~--~--~---~-~---~~~--~--~--~-~~-~-~~-~-~-~--~~~-~-~~----~~~~-~
---~--~~--~----~-~~~~~---~-~-~-~-~---~~~~-~--~~------~~~---~~~-~~~~~~-~~-~-~
--~~~~~~~~--~~-~-~~~--~~~~---~-~~~~---~~~-~~~------~-~~--~~----~~~~---------
~~--~---~~-~~-~~-~-~~~~~-~-~--~-----~~---~~-~~~-~~--~~---~--~~~---~-~~-~-~--
~--~~~~~~-~~--~~~--~-~~~~---~---~-~~~----~--~-~-~-~----~--~--~-~-~~~~----~~~
-~--~~---~~~-~----~-~~-~-~-~~--~~---~-~--~-~--~~-~~~~~~--~~---~~~-~--~~--~~-
~--~-~---~-~-~~--~~~~~~~----~-~~---~--~~-~-~-----~---~--~--~-~~-~~~-~~~~~~-~
~-----~~~-~-~~-~~--~-~~-~-~~~~--~~-~~~-------~~~~-~~-~~~--~-~~~~-----~---~--
-~-~~~-----~~~-~~~--~--~--~--~-~~-~-~~-~~~-~~---~-~~--~--~--~~~-------~~~~~~
--~---~--~~-~~---~~~~~~---~~-~~~~~~~~-~~--~~~----~-~---~----~~~---~~--~-~-~-
--~~~--~~~~~~~~~~-~-~~---~~~----~~~-~---~~-~-~-----~~--~--~~--~~-~-~-~----~-
~~---~--~~~-~--~-~-~---~~~--~-~---~~-~~~~~----~-~~~~~-~--~-~~-~~----~~-~~---
--------~~-~----~-~~~~-~~~-~~~-----~-~--~~-~-~~~~----~--~~--~~~~~~-~--~~~-~~
-~---~--~--~~--~-~--~---~-~~-~~~~-~-~~~~-~-~--~-~-~~--~~~~~-~~~~--~---~---~-
~~~~~~--~~-~~~-~-~~~-----~~~~-~~-~----~-~-~--~~-~-~~---~~----~~-~~-~-------~
0064まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/11/29(金) 07:16:14.18ID:???
--~-~---~~--~-----~-~~~-~~~--~-~~~~~---~--~--~~~~-~~~~~-~-~~~~----~~--~-~---
~-~-~-~~~~-~--~-~~---~~--~~--~~-~-~--~~-~~---~~---~~~~----~~--~~------~~~-~~
----~~~-~~-~--~-~~~~-~-~~~~--~-~--~-~~~~-~--~----~~-~~-~~~~---~~~~~---------
--~~-~~~-~-~~----~~~-~--~-~-~~~~--~--~-~~~~~-~~--~-~~~-~--~-~----~--~-~----~
-~-~~---~-~--~--~-~~--~----~~--~-~--~~-~-------~~~~~~-~~~-~--~~~---~-~~~~~~~
~-~-~~~~~---~-~-~~-~-----~---~~----~--~--~-~~~-~~-~~-~-------~-~~~~-~~~~~~-~
-~~----~----~--~~--~~-~~-~~-~-~--~~~-~---~~---~----~~-~-~~~-~--~~~~-~~--~~~~
~~-~---~--~---~-~-~-~~----~~~--~~-~-~~--~~~~~---~~-~-~~-~-~-~~~------~~~~--~
~-~-~----~-~--~~~~--~-~~--~~-~~~~~~--~---~-~~-----~----~~~-~-~~~~-~-----~~~~
~-~~-~~---~~-~--~~~--~----~~~-~~~-~--~-~~~~-~----~~-~~--~--~~~---~-~--~-~--~
~----~~----~-~---~~~~~-----~-~-~-~~~----~~--~-~--~~~~~~---~-~~~~~~~--~--~-~~
--~--~~---~----~~-~~~------~-~---~--~~~~----~~~--~~-~~-~~~~-~~~~~~---~~-~~~-
~-~--~~~~~~~--~--~-~-~--~--~~-~-~-~~~~---~---~~-~~--~-~~~---~-~~------~-~-~~
~-~----~---~-~~--~--~-~~--~-~--~--~~-~~~~~~--~~--~-~--~-~--~--~~~~---~~~-~~~
-~-~~-~~----~-~--~~--~~~~~~--~-~---~~-~-~-~~-~~-~~~--~-~~~-~~~---~-----~-~--
~-~--~~--~--~-~~-~--~---~~~-~~~-~-~-~-~~--~~-~~~-~--~~~~~-~-~---~---~~---~--
-~--~~--~-~--~---~~~~--~-~~--~-----~------~~~--~~-~~--~~~--~~~~~~--~~-~~~~-~
-~~~~~----~~~-~~-~~--~~-~---~~------~~~~~-~~--~--~--~~----~~-~-----~~~~--~~~
~~~-~~-~~~~~-~~--~--~~--~-~~~---~-~~~----~~~-~--~-~--~-~----~~---~--~~---~~-
--~~-~---~-~~~-~~~--~~---~-~~~----~-~-~--~~~-~-~~~------~~-~~-~~-~~~-~-~--~-
--~-~-~----~--~~--~~~----~-~~---~~~-~~~~~-~~~-~~~--~-~----~~-~--~---~~-~~~-~
~~~----~-~-~~----~~--~~----~~~~-~-~~~~~~-~---~~-~---~~~-----~~~~-~~~~------~
-~~-~--~~~~~-~-~-~--~~~~~~~---~-~--~~~~--~~--~~~-~~-~--~~--~----~-~------~--
~-~-~~-~-----~-~--~~~--~-~--~----~~~-~--~~~~---~~~--~---~~-~~--~~~-~~~---~~~
~--~--~~-~-~----~~~~~--~~~-~--~~~-~~~--~~~-~-~---~--~~---~~~--~-~-~~-~--~---
~-~-~---~~---~~-~-~~---~-~-~~~-~~-~----~~---~--~~-~--~---~~--~-~-~~~~-~-~~~~
---~-~~-~~---~-~~~~~~-~--~---~~~--~~~--~~-----~~-------~-~~-~~~-~~--~~~--~~~
-~-~~-~~~-~-~-~--~-~~~---~~~~-~~-~~-~----~--~~-~~~~---~--~~--~~---~~--~~----
~-~-~~--~~~~~---~~~-~-~~~-~-~---~-~~~--~--~--~-~--~~~--~~~---~-~--~--~~-~---
--~~----~~~-~---~~-~~~~-~---~-~-~--~~-~~-~~~~-~~---~~-~-~-~-~--~--~~-~~---~-
-~-~-~-~~-~~-~~---~-------~-~-~-~---~-~~---~-~--~-~--~-~~~~-~~~~~~~-~~~~--~-
~---~-~~---~---~~-~-~~~~~-~~--~~-~~~--~--~~----~-~--~--~-~--~~~-~--~-~~--~~~
--~--~-~-~-~~-~~---~-~~-~---~-~~--~~~~---~~--~--~~---~-~~--~~~---~~-~-~~~-~~
-~~~~~~---~~~----~~-~~~~~~~--~--------~---~~~~-~~---~~~-~-~-~~---~--~~----~~
-~--~~-~~~~~~---~~-~--~---~~---~~~~-~~-~-~~-----~~~--~---~~-----~-~-~-~~-~~~
--~-~~--~---~-~-~~--~--~~--~--~-~~--~--~-~-~-~-~------~~~~~~--~~~-~-~~-~~~~~
~-------~-~-~--~-~--~--~~-~---~-~~~~--~-~~~-----~---~~~~~~-~~~~-~-~-~~~--~~~
---~---~~~-~~~~-~~----~~~-------~~~~-~~-~-~--~~~~--~-~--~-~~------~~~-~~-~~~
~~----~-----~--~~~--~--~~-~-~~~~---~~-------~~-~~~~~-~~~~~-~-~-~~~----~~--~~
~~~-~-----~~~--~~-~~~~-~~-~--~-~-~~-~-----~~~---~-~---~~~~~-~-~-~-----~-~~-~
-~-~---~~-~~-----~~~~-~~-~~~-~~~~~~-----~-~-~-~~--~~~~-~-~~---~---~~-~-~----
--~---~--~-~~--~~~-~~------~~~~---~~-~~----~~-~----~~~~-~--~~~~-~---~~~~~-~~
---~~~~~~--~-~~~~~-~~--~-~---~-~-~~~----~~~-~-~~--~~~-~-~-----~-~----~--~~~-
~------~~-~-~~~-~--~-~--~~~-~-~~-~~---~~-~-----~--~~~~~----~~--~~~--~--~~~~~
~-~~~-~-~-~-~---~~~~~-~~--~~-~~~--~----~-~~~-~---~~-~~-~--~----~~~-~~-~-----
-~--~~~-~~--~-~~-~-~~~~-~~~~-~~~-~~-~---~~---~~-~---~--~-~~-~~---~~--~------
-~-~~~-~-~~-~~~--~--~~--~~~~~~-~-~--~-~-~--~-~~~--~------~~~-----~-~~~~---~-
~~-~~---~~~~-~-~---~~~--~----~-~~-~~~~--~-~~-~~---~---~-~~-~--~-~----~~~--~~
-~--~~~---~---~~-~~~--~--~~~--~~-~-~-~----~-~~~-~~~-~-~-~~~--~-~~~-~-~---~--
--~~~~~-~~~-~~------~~----~--~~~----~-~-~~--~~~---~-~---~~-~~-~~--~~~~~-~--~
0065まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/12/06(金) 07:08:35.29ID:???
--~-----~~~-------~--~~-~~~-~--~-~~~~~--~-~------~~---~~-~-~-~-~~~~~~~~~~-~~
--~---~~-~~-~~~----~-~--~-~-~~~~---~---~~--~-~~~-~--~~-~~~~--------~~~~~~~-~
~-~~-~~~-~--~~----~~--~~--~-~-~--~~----~~-~~--~~~-~~~-~-~--~----~-~~~-~~-~--
~~~-~--~~------~--~-~-~--~-~~-~-~~~~-~~~-~--~~~~--~~--~---~~~~---~~--~~~----
~~---~~~-~----~~~~~~~~~~---~-~-~~~---------~--~--~~~~--~~---~~-~-~~-~-~~~---
~--~-~-~~~~-~-~~----~~~~--~--~~~~-~---~~~~-~-~--~-~-~-~~--~------~-~-~~-~~--
-~~~~~~-~--~~--~~~--~~-~-~~~-~--~-~--~~~~-~-----~---~~~---~~~--~---~--~~-~--
---~-~-~---~~--~~~-~~~~~~~~~~-~~-~~~~-~---~---~~~--~-------~-----~--~~~-~~-~
~-~-~~~-~~----~~~~~~~-~-~--~~-~~~-~~~----~~-~----~~----~-~~-~~~---~~------~-
-~-~~--~----~-~---------~~~~~-~~---~~~~--~~-~-~~-~-~---~~~~~--~~~-~~-~~~~---
--~~~-~~--~-------~~~~--~~~-~~~--~-~~-~~---~---~-~~~~--~-~---~~~-~~-~--~~--~
-~--~~~~~~-~~----~~-~~-~-----~--~~~---~~----~~~-~-~~-~-~-~~-~--~~~--~~~~----
---~~~---~~--~--~---~~----~~~~~~--~~~-~~~-~~-~-~------~~-~--~~~-~--~-~-~~-~~
~--~-~--~-~-~-~~--~~~~-~-~-----~~--~~-~-~-~-~~~--~----~~-~~~-~~----~~-~--~~~
~~~--~-~-~~-~--~~--~---~--~-~~~---~-~--~-~~~~-~-~---~-~~~~-~----~--~~-~~~-~-
-~~~-~--~--~-~~-~-~-----~~-~-~-~~--~-~~-~--~~~~~~~--~-~--~-~-~-~~--~~-----~~
~-~~-~-~------~~~~---~-~~~~--~--~-~~~--~---~~~---~~~~~---~-~----~~~~-~~~--~-
-~~~~~~~~-~~~~--~-~--~--~-~-~-~-~-~-----~~~-~~---~-~~-----~--~~~-~--~~-~~---
~-~-~---~----~~~~--~~--~-~~~-~~~~-~~~~~~~~~--~--~---~--~-~-~~~----~~------~-
-~~~~~----~-~-~-~---~----~~~-~---~~~~~--~--~-~~---~--~~--~~~~-~~~-~--~-~~--~
~~-------~--~~--~~~--~-~~~~-~-~~-~~---~~~--~----~~~~~~~-~~~-~~~~--~-------~-
-~----~~~--~--~-~~---~~-~~-~~~----~---~~-~---~~~~~~~-~----~~-~~-~--~-~--~~~~
----~~-~~---~~--~~--~~~~-~-~~-~-~-----~--~~----~~~--~-~-~~~---~-~~-~--~~~~~~
~~~~~-~~~----~~--~---~~---~~-~------~-~~~-~----~~~-~---~~~~-~~--~~~~~--~~---
--~~-~---~-~----~--~-~~---~-~--~~-~--~~~-~-~~--~~-~-~~~~~--~-~-~-~~---~~-~~~
--~-~----~--~~~-~~~~-~~---~----~~~~-~--~--~-~~~~~-~-~-~-----~--~-~-~~~~--~~~
-~----~~~-~~-~-~---~~~~~~-~-~--~~~----~~---~~-~-~---~--~~--~-~~--~-~~---~~~~
-~---~~-~~---~~-~-----~~~--~-~---~~~~~~~~-~~~~-~~--~~~---~-----~-~~~-~-~---~
-~~~-~~~-~~--~-~--~---~---~~----~--~~--~~~~~~~--~~-~----~~-~-~-~~~~~~----~--
~~-~----~-~~~---~~~--~~~-~---~-~---~-~--~~~~--~~~~~---~-~~~~~~~--~-~------~-
--~~-~~-~-~~~----~~-~~---~~---~~---~---~~-~~--~-~~~~--~-~~----~~~~~--~~~-~--
~~~-~~--~-~~--~~~-~~~~~-~-----~~~-~--~-~-~-~-~--~~~~---~~-----~-~~~------~-~
~~~-~---~~~~-~~--~-~--~~~-~-~--~---~~~~-~------~--~-~~--~~--~----~~-~~--~~~~
~~~-~~----~~--~~--~~~~-~-~~-----~~----~-~-~~-~~-~~~--~-~~~-~--~~------~~~~--
~~~-~--~-----~-~~-~--~-~~--~~---~~~-~--~~-~-~~-~~~-~~-~--~--~----~~--~~~-~~-
-~~~~---~--~-~-~~-~~-~-~~~~~~--~~~-~------~~~~~~~-~~---~----~---~~~----~-~--
~~~-~~------~~---~~~~~-~-~-~~-~~~~~~~~---~--~-~~~---~-~~~~-----~-~-~---~----
-~~-~-~----~~~~--~~--~~------~~-~-~~--~--~~-~~-~~-~-~~-~-~~--~~~~~---~-~-~--
~~-~-~--~-~~-~-~~~---~---~--~~----------~-~~-~--~-~~~~~~-~---~-~~~~~-~-~~-~~
-~~~~~--~--~--~-~~-~~~~--~----~~----~-~~-~-~-~~-~~~~----~~--~~--~~--~~~-~---
-~~~-~~-~~~~-~-~--~---~~-~~-~-~~~~-~~--~~~-----~---~-~--~-----~---~--~~~-~~~
~~~--~-~-~---~--~--~--~-~-~--~--~----~~-~~----~~-~~-~-~~~-~~~----~-~~~-~~~~~
--~~-~~~-~------~~-~~--~--~~~~--~~~-~---~----~-~--~~~--~~~--~~~~~-~~~~---~--
~~--~~---~-~~~---~~------~---~-~-~----~~~~--~-~~~-~-~~~~~~-~~--~~~-~--~~-~--
~-~~-----~~-~-~----~~---~-~---~~~--~~~--~-~~~-~-~~~~~~~~~---~~-~----~--~~-~-
~~~-~-~-~-~-~~-~----~~~--~-~~-~---~---~--~~~-~-~-~~~-~~~---~~~--~~~----~~---
-~-~~--~~~--~--~~~-~-~-~-~-~~---~~--~~-~~-~--~~-~~~-~~---~----~~-~--~-~~~---
-~~~~~--~--~~-~---~-~--~-~~~~~~~~---~~~------~~~---~-~~~-~~~~-~--~----~--~--
-~-~--~-~-~~--~~---~-~--~~-~~-~--~~---~~-~~~-~~~--~~-~-~~---~~~~-~-~-----~~-
~~-~-~--~~~--~-~-~-~--~~~~--~-~---~~~~~--~-~-~~~-~--~~~---~----~---~~-~~~---
0066まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/12/13(金) 07:07:28.10ID:???
~--~~~~~-----~~--~~~~~~----~~~~---~----~--~~-~--~~-~-~~~~~------~~-~~--~~--~
----~~-~~--~~-~~----~-~~~~~-~-~-~--~----~~-~~~~--~--~~-~-~~----~-~~~----~~~~
~~-~~~~~~-~----~-~-~~---~~--~~~-~~~----~~--~--~-~-------~-~~~---~-~~~-~~--~~
-~-~~~---~~-~----~~-~--~~--~~~-~-~--~------~--~----~--~-~~~~~~~~-~~~~--~-~~~
~~~-----~-~~--~~--~-~--~-~-~--~--~~-~-~~--~-~~-~--~~-~~-~--~~~~~~-~~--~---~-
~~-~---~~-~-~---~--~-~-------~---~~-~--~--~~~-~~~---~-~-~--~~~~~~-~-~~-~~~~~
~~~-~-~--~-~-~~-----~--~~-~-~~~--~~--~-~-~-~~~--~-~-~~-~~-~~--~~~-~-~----~--
-~~~---~~~--~~~~~~--~--~--~-~~-~~~~~-~--~~~---~~~----~~--~~-~-~-~---~---~---
~--~-~~~--~~---~-~-~-~~-~--~-~~~-~-~~~~~~~~~----~----~~-~~~--~-~-~~--~------
---~~-~~~----~~~-~~-~~~--~~-~~~--~----~-~-~~~~--------~-~~-~--~----~~~~~-~~~
-~--~--~-~-~~~~~~-~~~~---~~-~~~--~-~~-~--~~~----~-~--~~-~--~--~~-~~~-~------
~~-~-~-~~~~-~~-~~-~~--~~-~~--~~--~~~~---~~-~-~~-~~-~--~-~-----~-------~~~---
---~-~~--~~----~~~-~~~~--~---~-~-~~~-~~~---~-~-~~--~-~-~~~---~--~~-~-~~~--~-
~--~~~~-~~~~---~----~-~~-~-~--~--~-----~~--~~~~~~-~---~~-~~-~----~-~-~-~~~-~
~~--~--~~--~---~----~~--~---~~~-~-~--~~~-~~-~-~~-~--~--~~-~-~~-~~-~~-~-~--~~
~~--~--~-~~-~~---~---~-~~---~--~~~--~-~-~---~~-~~~~~~~---~-~-~~~--~--~-~~-~-
~-----~---~--~-~-~-----~-~~~~-~--~~~-~~~-~--~~------~~~-~-~~~--~~~--~~~~~~-~
~-~-~~-~---~-~-~---~--~~-~--~-~-~-~~~~----~~~~~~~-~-~-~~-~-~~---~----~~-~--~
--~---~----~-~--~~~~~-~~-~~~-----~~-~~-~~~-~-~-~---~-~~~~~-~----~-~-~-~-~~~-
~~-~~-~-~--~---~~--~~~-~-~~~~~~~-~~~---~--~~~~-~---~-----~--~--~~--~--~-~-~-
~~---~---~~~---~~-~~--~-~~~-------~-~--~-~-~-~~~--~~~~~-~-~~--~--~-~-~-~~-~~
---~~-~-~-~~~--~~~~--~~~~~-~~~~~~--~---~-----~-~-~~~~~~---~-~--~~-----~~----
~~-~-~-~~~--~~~-~~---~--~-~~~--~~-----~~-~-~-~-~~~-~--~~---~-~-~~--~-~-~--~-
-~~--~~-~--~~~~----~~~----~-~~-~~-~~~~~~-~-----~--~---~-~~~~~~---~~--~---~~-
~---~-~~~~-~----~--~~~-~~~-~-~~-~--~~~~--~~-----~--~~------~-~~~-~---~~~~~-~
~~--~~------~-~~---~~~--~~~~--~-----~-~~~---~-~~-~~---~-~~~--~~~~~-~~--~~--~
-~~~~~--~~--~~-~-~-~~~-~~--~-~----~--~--~~---~--~~~---~~-~--~-~~-----~~~~~-~
-~---~-~~~~~~--~~~-----~-----~----~--~~----~--~-~--~~~--~~~~~~~~~~~---~~-~~~
-~----~~~~~~~~~--~-~~-~--~~~--~~~~~---~----~~--~~-~~-~~~~-~-~--~---------~~-
--~--~~-~~~-~--~~--~~--~~-~-~-~-~-~-~~-~-~~-~~~~--~~~~~~----~---~~-~~-------
-~-~~-~-~~~-~-~-~---~-~~--~~-~~~-~-~--~-~~---~~~-~~-~-~-~---~--~-~~~--~--~--
~--~-~~-~~~--~~~-~------~-~~~-~--~~-~~~~~-~-~~~~----~---~-~---~--~~~-~~----~
-~----~--~~~~~--~~----~~~~-~-~~~-----~~~-----~~---~~-~~--~~-~-~~~~--~-~~~--~
---~--~-~--~~--~~~~~-~-~~-~~~~~~-~~~--~--~----~-~~---~-~~~---~-~---~~--~~--~
--~~~-----~~~-~~---~~~-~~~~~~-~----~~-~-~~-~-~-~----~--~-~-~---~~~~~~---~~--
--~~~~--~~~~-~-~--------~---~--~~---~---~~~--~-~-~~-~---~--~--~-~~~~~~~~~~~~
-~------~~~--~-~~~~~~~-~-~--~-~~-~--~-~~~----~----~~-~~-~-~-~~--~~---~~~-~-~
-~-~-~--~---~---~---~-~-~~-~-~--~~~--~~--~~-~~-~--~-~-~--~-~~-~~~--~~-~~-~~~
----~~-~~-~~------~~--~~~~~~~-~~--~~~--~~--~-~-~~-~~---~--~---~--~-~-~~--~~~
~~~~-~--~-~-~-~-~~------~~-~~--~-~--~~~~--~-~-~---~---~~-~~~---~~~~~-~~---~-
~-~~-~-~~-~-----~~-~-~--~~---~---~-~--~~--~----~---~~~-~~~~-~~~---~~~~-~-~~~
-~~~---~--~~-~---~~---~~-~~~---~~~-~~~~~-~~---~~---~-------~--~~~~-~~---~~~~
--~~~--~--~~~~~~~--~~~-~---~--~~~-~-~~~~-~~------~~-~---~~-~~~---~~~-----~--
-~~~-~~~~-~--~~~-~~---~~-~~~~----~-~-~--~~~-~~--~----~-~~~--~---~~-~~----~--
~~-~~-~-~---~---~-~~-~~---~~~----~-~~~~-~-~--~~~--~--~-~~~-~~--~-----~~~~--~
~-~-~-~~--~~-~-~~-~---~~-~~--~---~---~-------~~~~-~~~-~--~~~~---~-~~~-~-~~~-
-~-~-~~~~~~----~~-~~~~----~-~~-~--~-----~-~~~~-~~-~--~~~-~~-~--~--~~-~--~---
-~~~~~~-~-~-~-~--~~-~~-~~~---~~~-~-~-~--~~~~-~-~~~-~-~---~---~---~---~----~-
-~~~~~-~-~---~~~-~---~--~---~---~-~--~~---~~~---~~~--~~------~~~~-~~-~~~~-~~
~~~~--~--~~-~~~~--~~~~-~--~-~----~~-----~-~~~~--~----~~~-~-~-~~----~~-~-~~--
0067まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/12/20(金) 07:13:41.37ID:???
---~-~~~--~~~~~--~-~~~~-~~-~-~~--~--~--~-~-~----~--~-~-~~------~~--~~-~~-~~~
--~--------~-~-~--~-~--~-~~-~~~~---~~-~~-~~~~~~-~~-~------~-~-~~~~~~~-~---~~
~------~--~~~--~~~~----------~~~-~-------~~~~~-~~--~~~~~~-~~~-~~-~~~--~~-~-~
~-~~~--~~~-~~---~~~------~~~~-~~-~--~-~-~~---~---~~~~-~~-----~--~~~~-~----~~
----~-~~~~~~~--~~~~----~~~~---~~-~-~----~~--~~--~~-----~---~~--~--~~~--~~~~~
~-~~~---~-~~~~------~-~~--~-~~~~-----~----~~-~~-~~~-~~--~~-~--~-~~~~~--~~---
-~---~-~---~-~--~-~~~--~~~--~-~-~~~--~~-~-----~-~~----~~~~~~~-~~~---~-~~-~-~
--~~~-~--~~~~~~~~-~~-----~~-----~~~~~--~-~-~---~-~-----~-~~--~-~~-~-~-~-~~~-
~~--~~--~~--~~-~~-~~--~~-~~-~~~~------~--~~----~~~-~~~-~--~---~----~-~-~-~~~
-~--~--~~-~~-~---~~~~~~---~-~~-~-~--~~-~~~~-~--~--~---~~~--~~-~~----~~~--~--
~~--~---~~--~--~--~~~-~~--~-~-----~~~~---~~--~-~~--~~----~-~~-~~~~~~-~-~--~~
~------~-~--~~-~-~--~--~~~----~~-----~~-~~~~~~--~--~-~~-~~~~~~--~~---~-~-~~~
~--~----~~-~~~---------~--~-~--~~------~-~-~~~~~~~--~~-~-~~~-~~--~-~~~~~~-~~
~~-~----~~~~~~~~~-~~--~~---~--~-~----~~--~~--~--~-~-~--~--~-~~~---~~~---~-~~
-~--~--~-~~-~~~-~--~~---~-----~~~~~~~-~--~-~-~~-~~--~---~~~---~~-~---~~~~--~
--~--~--~--~-~~~-~-~~-~~~-~~-~--~--~~---~---~~-~~~~~~~-----~~~-~--~-~-~~--~-
~-~~~~-----~--~~~~~~-~~-~~-~-~-~-~~-----~~-~~--~~-~-----~--~--~~-~~~~~-~----
~~------~~--~--~--~~~-----~-~~-~~---~-~-~-~~-~-~-~~~-~~-----~~~-~~--~~~~~~~-
-~~-~--~~~~-~~-~~-~~---~~~~-~~~~~----~-~~~-~-~-~----~~----~----~-~---~~--~~-
~---~~~~----~~~~~------~-~~~~~~--~~~~~~----~--~--~~~~~-~-~-----~~---~--~~--~
-~~-----~~--~---~-~~--~~~~--~~-------~-~-~-~~~---~~--~-~~~~~~~-~~-~-~~~-~-~-
~~-~~~-~-~--~~~~---~~-~~---~-~-~~-~--~~----~~---~~-~~---~-~--~-~-~~~~~-~----
~-~---~~~~~--~-~~-----~~~~~~-~~~~---~~--~-~~-------~~-~~---~~--~-~-~-~~~--~-
~~~~-~--~---~---~~~--~~-----~-~--~~-~~~~~~-~-~--~~--~~--~~~~--~-~~~--~----~-
~~-~--~---~----~---~~~-~~~~~-~~~-~-~-~~-~----~-~~--~~~~~--~--~~-~----~-~~-~-
-~-~~~~-~--~-~-~~-~-~~~-~~~-~~-~---~~--~~-----~~-~~-~~~-~-~~-~--~----~~-----
---~----~~-~~-~-~-~~~~~-~~~~~~-~~-~---~~--~-----~~~~~~~-~--~~-----~---~--~-~
~-~--~-~~~--~~~---~---~~------~--~-----~~~-~-~--~~-~~----~~-~~~~-~~~-~~-~~~~
~-~--~~~-~--~--~-~~~-~-~-~~---~~~------~---~--~--~----~~~~~~~~~-~-~---~-~~~~
-~~~~~-~--~-----~~-~--~~~~~-~~--~~~---~-~-~~~--~~----~~~~----~---~---~~~-~-~
~------~--~~~---~-~~--~~-~~~~-~-~~~---~-~~-~~--~~-~~~-~~~-~--~~-~----~~~----
--~~~~-~-~-~~~~~~~---~~~-~---~-~~~---~-----~~~~-~~-~~----~-~-~--~--~--~-~~--
~---~--~-~~~~----~--~-~--~--~-~~-~~---~~-~~---~--~-~-~~-~--~--~~~~~--~-~~~~~
--~--~~----~--~~~~-~~~-~~-~---~---~-~-~---~-~~--~~---~--~~---~~~~~-~-~~-~~~~
--~-~-~~~~-~-~~-~~--~--~-~-~-----~~-~~-~~~~-~~-~~~~-~~--~~-~---~--~-~---~---
~---~--~~-~~~---~~~-~~~~-~~-~~-~-~~--~~-~-~~~~--~-------~-~~-~~~~----~~-----
~-~-~~-~~-~---~~~~--~-~-~-~-~---~--~~~-~~-~-~----~~~~-~~-~-~-~~-~-----~---~~
~-~-------~----~-~~~--~-~~~---~~~-~-~-~-~-~~~~~--~-~--~~-~-~~-~-----~~~~~~~-
---~~--~~~~~~~~---~~-~~~----~~----~--~~-~-~-~--~~-----~~-~~----~-~~--~~~~-~~
--~~~-~~~--~~~---~~-~~--~~~~~~--~--~-~--~~---~---~-~~~----~~-~---~-~-~~---~~
~-----~~~-~----~~-~~~~-~--~-~--~-~-~~--~~-~~~~~~-----~---~-~--~--~~~~~~~--~-
~~--~-~-~-~--~-~-~~~~--~~-~~-~---~--~~-~~~---~-~-~--~-~----~-----~~-~-~~~~~~
--~---~-~~--~-~-~-----~~~-~~~~~~-~-~--~--~----~---~~~-~--~~~~---~~~~~~--~-~~
~~-~~--~~---~-~-~-~----~--~------~~~--~~~---~--~~~~--~-~--~~---~~~-~~~~~-~~~
~~~~~----~~~---~--~-~~-~~~~~~~~~-~~~-~~~~-~--~--~--~--~--~--~-~--~-~--------
~-~~----~~-~-~-~----~~~------~~~~~~-~~~~~----~---~~~-~--~-~~-~~~~---~-~~~---
-~~~~-~---~-~~-~~---~~~~-~~~-~-~-~-~----~--~~~~~~--~----~~~----~~--~-~-~~---
~~----~~-~---~-~-~~~~-~~~-~-~~~-~--~~~~-~-~~--~-~~-~---~~-~--~--~----~---~~-
~~-~~-~~-~~~~~-------~-~~-~--~~~~~--~-----~-~~~-~~---~~---~~~-------~-~~~-~~
-~~-~~~-~~~---~~--~---~----~--~~-~~~-~~--~~~~-~~--~-~------~~~-~~--~~~-~-~--
0068まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/12/27(金) 07:12:36.97ID:???
~---~-~~-~~--~-~~~~~~~---~-~~-----~--~----~~-~--~-~~~--~-~--~~--~--~--~~~~~~
~-~~-~-~-~~~-~--~-~-~~~--~-------~~--~~---~~~~~~~~---~-~~--~-~--~~~~~-~-----
~-~-~-~--~----~~-~-~-~--~~-~~---~--~~~-~~~-~~~~~~---~~~~---~--~~~--~----~~--
~~--~-~--~-~----~~--~---~-~~-~~~~~---~--~~--~~~~-~~--~-~~~~---~--~--~~--~~~-
~~~~~~-----~--~-~-~-~--~-~-----~--~~~---~--~~-~~--~~~~~-~--~--~~-~--~~-~-~~~
~~~~~~-~----~~-~---~~~--~~-~~~-----~~~~-----~-~~----~~--~~---~-~~~---~-~-~~~
--~--~~~----~--~~~-~~--~-~-----~-~~~-~-~--~~~~~-~~~~~-~~~-~-----~~-~~~-----~
~-~-~-~~-~~-~~-~~~--~-----~~~-~~~~--~---~--~-~---~--~-~-~~~---~~~~---~-~-~-~
-~~----~-~---~~-~-~~~~~~~-~~-~-~--~-~--~~~-~~-~~---~-~~~-~-~~~~-~---~-------
~----~~--~~-~~~-~~-~-~~--~~~-~-~~--~-~~~-~~~-~~~-~~-~-----~-~-~----~~--~----
----~~~~~~~-~~~-~~~~~--~--~--~~-~~~~~-~--~~--~~---~-~~~~-------~-~-~----~---
~-~~~~~~--~-~-~----~--~-~~~~--~~-~~-~~-~~--~~~--~~~~-~-~---~-~-~~-------~---
~----~----~~~-~~~-~-~--~-~-~-~-~-~---~~~--~---~~~~--~---~~~-~-~~-~~~-~-~~--~
~~~~~---~--~-~-~-~~-~~~-~--~~~--~-------~~~~-~~-~-~~-~~-~~------~-~~~---~-~-
-~~--~-~~~--~~-~~~--~-~-~~-~~-~~--~~---~--~~--~-~--~--~~--~-~~~-------~~~~-~
~~-~~-~-~~~~~--~-~-~--~-~--~-----~~~-----~-~-~~~~~-~---~--~~---~--~-~-~~~~-~
-~-~--~~-~~--~~-~~~~-~~~------~~-~-~~~~-----~-~~~~~-----~--~~~-~--~~-~--~-~-
~~~~-~-~---~-----~~---~---~-~~--~~-~-~-----~--~~~~-~~-~-~~~-~~-~-~--~~~--~~~
~-~-~~~-~~-~-~~---~--~---~~~~~--~-~-~----~~-~-----~~~---~--~-~~~-~-~~~---~~~
~~-~~--~-~---~~-~~---~----~-~-~~~~--------~-~-~-~--~--~~-~~~~-~--~~--~~~~~~~
~~-~--~~-~~~~~~-~~~--~---~~-~~--~~----~--~-~~~--~-~-~~-~-~~-~----~~~----~---
--~~-~--~-----~-~--~~~~~~~~---~-~-~~-~~-~--~-~~----~---~~-----~~~-~~-~~~~~~-
--~~~-~~~--~~~-~~~~~~--~----~~-~-~-~----~~-~~~-~-~~~--~~----~--~----~-~~--~-
---~~~--~~~---~--~--~~-~~~-~---~~-~--~--~~~-~---~-~~~~~--~-~---~-~~--~~--~~~
~-~~-~-~~~--~~------~~~~-~~~~~--~~~~~~~~~~~---~-~---~---~---~~------~---~~--
~~~----~-~----~~--~-~-~~~~-~~-~~---~---~~~~-~~-~~~~-~~-~~-~--~---~~-----~-~-
~-~--~-~-~--~~~~~--~-~-~--~-~~-~-~-~~~---~--~-~~-~~~---~~-~-~~--~-~---~~---~
~-~~~~-~----~--~~~~~~~~---~---~-~-~-~~~~-----~-~~~--~~-~~--~---~-~~-~--~--~-
-----~~-~--~~~~~-~~-~~-~-~--~-~-~-~--~-~~~-~--~~~-~-----~~--~~---~~--~~-~~-~
~-~-~--~~~~---~-~---~-~~~----~-~--~~~~-~---~--~----~~-~~--~-~~---~~~~-~~~-~~
----~-~~-~~-~---~~~~~--~----~~----~~~~~-~~-~~-----~~~-~-~~-~~~~-~-~~--~-~---
----~~~----~~~-~~~-~~~--~--~~~~-~~~-~~-~~~-~--~--~-~-~-~--~~----~---~~--~-~-
~~----~-~-~-~~----~--~-~-~~--------~~~-~~~~-~-~----~~-~~~-~---~~~~~~-~~-~-~~
-~~~-~~~--~--~-~~--~----~~~~---~-~~~~---~~~---~-~-~-~~---~~~-~~~-~----~~-~--
~~---~~-~~-~-~~~--~-~~-~~-~---~~~---~-~~~~~--~----~--~~~-~-~--~~-~-~--~-~---
---~~~----~~--~~~----~-~~~-----~-~~--~--~--~~~-~-~~-~~--~~-~~-~-~~--~-~-~~~~
~-~-~-~-~-~~-~--~~~--~---~---~-----~~-~~~~-~-~-~~~--~~~---~-~~~-~---~~~~---~
~~-~~~~-~~-----~~~-~~---~--~-~~--~--~~---~-~-~~~~-~-----~--~-~~-----~~~~~~-~
~----~~----~-~-~~--~~-~--~~--~-~--~----~~~~~~~~----~-~~--~~--~~~~----~~~-~~~
~-~~-~---~-~~--~--~~~--~~~~----~~~-~~-~-~-~~~---~-~---~-~----~-~~~--~~~~---~
-~~~~~-~-~---~~~-~~~-~~-~~-~~~-------~~~-----~--~~-~~-~~-~~---~---~~-~~-~---
~~~--~-~--~~-~--~--~-~~~~-~~-~--~~---~-~-~-~~~~~-~~--~-~-~--~----~--~~~~----
~------~-~~--~~-~-~~~-~--~---~~~-~~~---~~-~--~~---~-----~~-~~~~~~--~~--~~-~~
----~~~-~--~~-~--~--~~~~~~--~~---~~~~-~~~-------~--~-~~~-~~-~~--~-~~~----~~-
-~~--~----~----~~~---~~~~--~~--~--~~~~-~-~~--~~~~-~~----~~~--~-~--~--~~~--~~
-~-~-~---~-~--~-~-~~~-~~---~---~~--~-~--~~----~-~~-~~~~~-~~~----~--~~~~-~~-~
---~~~--~~-----~~~~-~--~~~~~----~-~~~~---~~-~-~~~-~-~---~-~~-~~--~-~--~~~---
-~~~-~~-~~--~------~--~-~~-~-~~--~-~~-~-~~~-~---~-~---~-~~--~~~~~~--~~--~--~
~-~----------~~~--~-~~-~~-~~~--~~-~--~--~-~-~~-~~--~~----~-~~~~--~-~~~-~~-~~
---~-~~-~-~~~~-~~~--~~~-~-~-~~-----~~-~~--~~-~~-~-~-~-~~~-~-----~~-~-~----~-
0069まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/01/03(金) 07:17:11.75ID:???
-----~-~-~---~-~~~~~~~~-~---~~~--~~-~~~~-~~-~----~-~~-~-~~---~~~~--~----~-~-
-~--~~~-~--~~-~--~~~-~---~~-~~~~~-~~~-~~--~-~-~~~--~-~~----~--~----~-~--~-~-
--~-~--~~~-~~-~-~~~-~~~-~~-~--~-~----~~-~~--~-~~-~----~-~------~-~-~~~~-~-~~
-~-~~~--~~-~~-~~-~-~--~~~--~~~--~~~~--~--~-~--~----~-~~-~--~------~~-~~~~-~-
~~--~-~----~~--~~~-----~-~~~----~~-~---~-~~--~~~-~---~-~--~~~~-~-~~-~~~~-~~-
~~~-~~-------~-~~~-~~--~~-----~-----~--~~-~~~~~--~~----~~~~-~-~~-~~-~--~~~-~
-~~~~-~----~-~--~~~~~~~~-~----~~~~-~---------~~----~-~--~~~~--~~-~---~-~~~~~
---~-~-~--~~~~-~-~~-~~-~-~----~-~~~-~~--~-~--~~----~-----~--~~~~-~--~~~~-~~~
-~-~~~~-~------~-~~-~~-~~~-~~~~-~~~~~---~-~~---~~~---~---~-~-~-----~-~~-~~--
--~----~~~-~-~--~---~~-~~-~--~~--~~~~~---~---~~-~--~---~-~-~~-~~-~~--~~~~-~~
~~~~-~----~-~--~~-~-------~-~~--~~~-----~~-~--~~~--~-~~-~~~~-~--~-~~~-~-~~-~
-~-~-~-----~~--~-~~---~~~~-~-~~~---~--~-~-~--~~~-~-~-~~~~--~~--~~~~~--~----~
--~-~~-~-~~--~~----~-~~---~~-~--~~-~~-~~-~~-----~-~-----~~~--~-~~~--~-~~~~~~
~~~~---~~--~---~~~~---~--~~--~-~~~---~~---~-~~--~--~~--~~~~---~--~~~-~~---~~
~~~~~~-~~-~-----~---~~~~~~-~~--~~~--~~--~~~---~~-~~---~-~-----~~---~-~-~-~--
~--~~-~~-~~-~-~--~-~~~-~~-~-~~-~-~-~~-~-~-----~--~-~~-~~--~--~-~~-~--~-~--~-
~--~--~----~~--~-~~---~--~~-~-~-~~~~--~~-----~~~-~~-~~~--~--~~----~~~-~-~~~~
~--~~~---~~~-------~--~-~~~----~-~~--~~~-~~~-~-~~~~~~~---~~--~-~-----~~-~-~~
--~-~-~~~---~-~~--~-~~~~~--~~~~~~---~-~~~~~~-~~---------~-~----~~-~~~~-~----
-~~~--~~~--~-~~-~~-~~-~~~-~~~--~--~~-~-~-----~~~--~----~~~--~~~---~-~----~-~
~~~-~~~~~--~~~~-~-~~-~~~----~-----~~~~~~-~--~~~----~------~-~~-----~---~~~~-
----~~~~~-~~~-~~~~~--~-~--~-~~-----~---~---~~~~-~~~-~--~---~~-~~--~-~---~~~-
-~~~~~---~--~~~~-~--~~---~~~-~~~-~-~---------~~~---~---~-~-~~~~-~~----~~-~~~
-------~---~-~-~--~--~---~~-~-~-~-~-~~--~~-~~~~~-~~~--~~~~-~-~-~~~-~----~~~~
---~~--~-~~~~~~~----~~~~---~~~~------~-~------~--~-~-~~~-~--~-~~~~--~~-~-~~~
~--~-~~---~~-~~----~--~~----~--~-~---~-~~~--~~~-~--~~-~~~--~~~-~-~--~~~~-~-~
~--~-~~~-~~---~-~~~-~~~~-~-~-~-~-~-~--~-~~~-------~~~---~~~~----~~~~~---~---
--~-~--~~---~~-~-~---~~--~~-~~--~-~-~~~~~~-~-~~--~~--~-~-~~~--~-~~-~-~---~--
-~~-~~~---~~~----~~~~------~-~~~~~-~-~~~-~~~--~-~-~---~~-~------~~~-~--~~~--
---~-~-~--~-~--~~~-~---~~---~~~~~-----~--~-~~~--~-~-~~-~~-~--~~-~~~-~~~--~-~
~~--~~---~~~-----~-~~~---~-~-~~~~-~~--~---~~~~--~--~~~~-~~~-~~-------~~~-~--
----~~-~~~--~~~-----~~~~~~~~-~~-~~-~-~-----~--~~-~-~-~--~~~--~~~--~--~---~~-
-~~~~--~~-~-~~---~-~~---~---~~~---~~~----~-~---~--~-~~~~~--~~~~-~-~~~--~-~--
~--~-~--~--~-~~-~~----~-~----~~~~-~---~~~---~-~-~-~~~-~-~-~~-~-~-~~--~~-~~-~
~--~~-~~~---~---~-~---~-~--~~-~-~~~~~-~~--~-~-~~--~~~~~~-~---~-~~-~~-------~
~-~--~~-~-~~~~----~--~-~~~~--~~~~~~----~~~----~~-----~--~---~-~-~~~~~~~--~--
-~-~--~-~~~-~~--~-~~~~~~~---~~~~--~~----~~----~~--~~~-~~--~~---~----~~--~-~-
-~-----~--~~~-~-~~~~---~--~--~~----------~~-~--~~-~-~-~~-~~-~~~-~~~-~~~~-~~~
~---~-~~----~---~-~~~~~~-----~-~-~----~~--~~~~~~--~--~----~-~-~~~~-~-~~~~-~~
----~-~~~---~----~~--~--~~~~--~~~~~~-~---~--~~~~~~--------~-~--~-~~~~~--~~~~
-~-~--~~~-~--~---~--~-~---~~~~-~~--~~~--~~-~~--~-~-~~--~--~-~~----~~~~--~~-~
----------~~~~-~~~~--~--~~--~~-~-~-~~-~~--~~~~~---~~~-~~-~~~~--~-~~----~--~-
~--~~-~---~-~---~---~--~-~-~-~~~~-~-~~~-~~~-~----~~~-~-~-~~~~~~-~---~----~~-
~-~~----~~~~~~--~---~~--~~-~~-~-~~~-~~~-~--~~~~--~-~-~~--~--~--~-~--~-----~-
~~-~-~~~---~~~---~---~~~~~~~--~~~~~~-~--~~~--~-~-~~-~-----~-----~--~~--~~---
--~~-~~~-~~~---~---~-~---~~--~-~-~--~~~~--~--~--~~-~~~---~~~~-~~~---~~--~-~-
--~-~~~--~---~~--~~-~-~----~~~--~~--~~~-~~~-~--~~~-~-~-~-~~--~-~-~-~---~~~--
~-----~~~~~~~~--~~~~-~~~~~~-~-~~-~--~~-~~------~~-~~~~----~---~--~~--~------
~-~-~--~--~~~~---~---~-~---~-~~~-~~--~-~~-----~~--~~--~~~~-~~~~-~--~-~~-~--~
-~--~~~--~~-~~~~--~~~-~~~~-----~~~--~~---~--~~~~~~~--~--~--~~--~-~-----~-~--
0070まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/01/10(金) 07:21:01.48ID:???
-~--~-~~-----~-~-~~~-~-~--~-~--~--~~-~--~~~~~-~~---~~~~-~-~----~~-~-~~~~---~
~--~~---~~~-~~-~-------~---~-~--~--~--~--~-~~~~-~--~~~--~~-~~---~-~~~-~~~~~~
~~-~-~-~~~~~~~~---~-~~~-~--~-~-~-~---~-~-~---~~~---~---~~~~-----~~-~----~-~~
--~-~-~----~------~~-~----~~~~~-~-~---~-~~~---~~~~~--~~~---~~~-~-~~--~-~~~~~
~~-~~~---~~--~-~-~-~~----~-~~-~~---~-~-~--~-~----~~-~-~--~~-~~--~-~---~~~~~~
~~---~--~~~~----~~~--~---~~------~-~~-~-~~~~-~-~~-~~--~~-~~-~----~--~-~-~~~~
----~~-~~--~~~---~~--~-~~----~-~-~--~---~-~~--~-~~~~~-~--~~-~-~~--~~-~~--~~~
-----~-~-~~~---------~~-~--~--~~-~~-~-~-~~~~~~~-~-~-~~~~-~-~-~----~--~~~~-~~
---~~~~--------~~---~~~~---~-~~~--~-~~-~--~~--~-~-~-~~-~~~~-~----~-~~~-~~~-~
~~~~-~-~-~~~-~~-~-~~-~~--~-~-~--~-~-~~~-~-~------~--~---~---~~~-~~~~------~~
~---~~-~-~~-~-~~-~~~~~-~-~--~-~~--~-~-~-~~~~----~~~--~-~~~----~--~~-----~-~-
~-~~-~~-~-~-~--~~~--~--~---~~~--~--~~~-~~--~----~~~---~--~-~~-~~--~-~-~~~-~-
~~~-~~-~-~~----~~~----~~-----~~--~-----~----~--~~~~~~~~-~---~~~~~~---~~-~~-~
~~~~~~-~~~---~~~-~-~--~-~~~---~~-~--~~--~---------~~~~---~~--~-~~-~-~---~~~-
---~~--~~-~~~------~~~~-~-~~~----~~--~~~~-~-~-~~~--~~----~~~----~~-~~~-~~---
~--~~~~~~~~-~~-~~-~~~--~~~~-----~-~-~---~---~~-~~~----~--~-~~-~~--~----~-~--
~-~-~~-~~~~~~--~---~~~~~-----~~--~-~~-~~~---~---~--~-~-~--~~-~-~--~~-~~-~---
~--~--~~-~~~---~-~--~---~-~~~-~~~-~~-----~~~-~~~------~~~~~~--~-~~-~~----~~-
~~~~-~~~~--~-~~-------~~~---~--~-~~-~~-~~~~---~--~~--~~~~~~~-------~---~-~~-
~~-~-~~--~~~--~~~~~~~--~~-----~~-~-~~~~-~----~--~---~~-~~--~-~--~~-~---~--~-
~~-~--~-~--~~~~-----~--~~-~~---~~--~--~---~-~~--~~~~--~---~~~-~~-~~~~-~-~~--
~~~~--~~--~-~----~~~~-~~-----~--~--~-~-----~~--~~~~~~-~-----~~~-~~-~-~~-~-~~
~-~~-~-~~-~~~-~~-~~~~~-~----~----~----~-~~~-----~~--~~---~-~---~~~~~~~-~--~-
~----~~-~-~-~~~-~~--~---~--~-~-~---~-~-~~--~~-~----~-~~-~~~-~~-~-~~-~~~---~~
----~---~-~-~----~---~-~~~-~-~~~~~~--~-~---~~~~--~-----~~~~~~~-~~~~~---~--~~
-~~-~~---~---~~-~--~-~~~~-~--~~~-~-------~~-~~-~~----~~-~~~~------~~~~-~-~~~
~~~---~~--~~-~~-~~---~-~~--~-~-~----~~-~~~-~-~~~~~-~-~-----~-~~--~~--~~-~---
~~-----~-~~~-~-~-----~--~-~~-~~~~--~~--~---~~~---~~--~--~--~~-~-~~~--~~~-~~~
~--~-~~---~~~~~-~~~-~-~-~~~---~~---~~~-~~---~~-~~~~-----~---~~--~~--~~~-----
~~~-~-~-~---~~~~--~-~~~-~~~~~~~-~~-~-~~--~---~-----~~-~~-~---~~~-~-~--------
~~~--~---~~~----~~---~~~~-~~~-~-~~--~-~--------~~~--~~~--~~~~~~~~~---~-~----
~~-~--~~-~-----~~--~~----~~~~~~~--~---~~~-~~----~---~---~~~~-~~~~---~~--~-~~
--~-~~~~~~--~--~-~~---~~-~~~-~~-~--~-----~~~~~~-~--~~-~~~--~-~-~--~-~--~----
~~~-~-~~~~~~~--~~~--~-~--~~-~---~-~-~-~~-~--~~-~---~-~~----~~~--~-~----~---~
~--~~-~~~--~--~~--~-~~~~-~~-~~-~--~---~-~--~-~--~~~~~~----~~~~-~-------~~~--
---~--~~--~~~----~--~~--~-~~-~~~~-~~-~~--~---~~-~~-~~-~~~-----~---~--~~~~-~~
-~~~----~~~-~~--~-~~-~-----~--~-~~-~~~~---~-~~-~~~--~~-~---~~-~~~~---~--~~--
~~-~~-~~~--~~---~--~--~~--~~-~-----~~-~~~----~--~~-~~~~~---~-~-~~~~~-~---~--
~--~~~--~-~~~-~~--~~---------~~~-~-~~-~~-~--~-~-~~~--~-~~-~-~--~~~~-~-~---~-
-~-~-----~----~----~~~-~~~-~~-~~----~~---~--~~-~~~-~--~-~~--~~-~~~~~--~~~-~~
~--~----~~-~-~---~~~~-~~--~~-~~~--~~~-~~~-~-~~--~---~--~---~-~-~~~---~~-~-~-
-~--~-~~---~-~--~-~--~-~---~-~~~~~-~~-~-~~-~----~~~-~~~~-~-~-~-~--~-~---~~~-
~-~~~--~~~---~-~-~~~-~-~~----~-~-~~~~~~-~~~-~~~~-~----------~~~~~-~~--------
~--~---~~----~-~~~----~~-~~-~~-~--~-~~~~~~--~-~-~~~------~~--~~~-~-~-~-~~--~
-~~-~~~-~-~--~-~~~~~~---~~-------~~~~-~---~~~-~~~--~-~~~-----~~----~--~~~~--
-~~~~-~---~-~--~~~---~--~~-~~~-~~-~~~~~~----~~~--~~---~----~-----~~~~--~--~~
--~~-~~~-~~~~---~-~~-~-~~--~~-~~~~--~~-~--~~~~--~-~-~~~-~~----~--~-----~----
~~~-~~---~~~-~~~~-~~---~-----~~-~---~--~--~~~--~~-~--~~~~-~~--~~~----~~-~---
~-~---~---~~---~~-~--~~~-~-~~~~~-~----~---~-~--~~~~--~---~--~-~-~-~~~~~~--~~
~-~~~--~~-~~--------~--~-~~~-~-~-~~----~~~---~~-~-~-~-~--~~~~-~--~~~~~~---~-
0071まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/01/17(金) 07:12:29.07ID:???
-~-------~~-~---~~-~~~-~---~~-~~-~-------~~~~~~-~-~--~~-~~~-~--~-~--~~~-~~~~
~~--~--~-~-~~~~--~~-~~-~--~~~----~~~-~-~----~~--~~-~~--~-~-~-~-~~-~--~---~-~
-~--~-~--~--~-~~~~-~~~-~--~---~------~-~~~-~~~---~~---~-~~~--~-~--~~~~-~~-~~
-~~~~~-~-~~~~--~~~~~~--~~~--~~--~-------~-~~~-~--~--~-~------~~~--~~~~---~--
--~~~~--~~~~~~--~~--~~~---~~--~--~-~~~---~--~--~~-~~--~~-~--~~--~~~--~-~----
---~-~~--~-~-~~~~~-~-~-~-~~~-~~-~-~----~~~--~~--~--~-~--~-~~~~--~--~-~-~~---
--~-~~-~~~-~--~~~--~-~--~~-~~~-~~-~-~-~~~~~---~~---~--~--~-~--~--~-~---~~~--
~---~~~----~~~--~~~-~--~-~-~~~-------~--~~~~~-~~-~~~---~--~~-~--~~-~~--~-~~-
--~--~~~~---~---~~---~~-~-~~~---~-~~~~--~-~---~~~-~--~---~-~~~~--~-~~~---~~~
~--~~~-~~~--~-~~~-~~-~---~-----~~~~-~~---~~-~~~~~-~~---~~---~~~----~---~-~--
~~------~-~~~~-~~~--~~~~-~~~~~--~-~-----~~-~-~-~~~-~~~~-----~---~--~-~--~--~
~-----~--~--~--~----~~-~~--~~~~-~~~~--~---~-~~-~-~~~~~~---~---~~-~---~~~~-~~
-~--~---~---~~~---~-~-~---~-~~~----~~-~-~~~-~--~~~~--~~-~-~~~~-----~~-~~~~-~
~~~~~-~-~--~--~-~~---~--~-~-~~--~--~-~--~-~~~----~~-~~----~-~-~-~~-~-~~--~~~
-~~~~~-~~-~~~~--~~-~--~~~--~--~-----~-~~~---~~~--~~-~---~--~~----~-~-~-~~-~-
--~----~-~~-~~~-~~~~~~~~-~-~----~~~~----~--~-~-------~~~-~~~---~~-~-~~~--~-~
~~~~~--~-~~--~---~~--~--~~-~~-~~~--~----~-~--~--~~~-~---~~-~--~--~-~~~~~~---
~--~---~----~--~--~-~-~-~~--~-~~~~-~~--~~~--~---~-~~-~-~-~----~~~-~~~~~--~~~
~---~~~-~~~~~-~~~-~-~~--~~~~---~~~-~--~---~-~-~~~~--~-~~~-------~--~~--~----
~-~~-~~~~---~~~~--~-~~-~-~---~~-~~~--~--~~~-~~~----~~-~-~-~--~-~----~--~--~-
~~--~-~-~~-~~~--~---~~~-~--~~~--~-------~-~~----~-~~~~-~~~~-~-~~----~~-~--~~
~-~~-~~~-~--~~-~~-~----~-~----~-~~-~~~--~~~~-~-----~~~-~--~--~-~-~~-~~~~----
~-~--~~---~~~~---~~-~~------~-~--~----~-~~---~---~--~~-~-~-~~~~~~~-~~--~~~~~
~--~-~---~~-~--~--------~~-~--~~~---------~~~-~-~~~~~~~~~~~---~-~~---~~~~~~~
~-~--~~~-~~-----~~----~~-~--~~-~~-~~--~~-~----~~~~~-~-~---~~~~~~---~~--~-~--
~---~~---~-----~--~~---~~~-~~---~-~~-~--~~--~~~--~~-~---~--~-~~-~-~~-~~~~~~~
-~-~~~-~--~~~~----~~-~-~~-~~~-~-~~--~~----~~~-~--~-~~--~---~-------~~~~-~-~~
~--~~~-~-~-~-~-~---~~~-~-~-----~~-~~-~----~----~--~~~-~~~-~-~~-----~~~~-~~~~
-~----~---~~~-~~~-~-~~~~~~-~~--~~--~---~~----~--~~-~-~--~~~--~~~-~~~-~---~--
----~----~~-~-~--~~---~-~~--~~-~~----~~-~-~-~-----~-~~~~~~~---~~-~-~~~~~~~-~
~-~-~--~~---~-----~~--~~~~-~~-~------~-~-~~~---~~-~~~-~---~-~~-~~~~~~-~~-~--
-~-~~-----~-~~-~~~~-~--~~~---~--~~~~-~-~~~--~-~-~-~-~~--~~~~-------~-~~~-~--
-----~~~~~-~-----~-~-~-~--~-~~--~~----~~~~-~-~~-~--~-~~----~~~~~---~~-~~-~~~
--~--~~--~~--~--~-~~---~----~~~-----~---~~--~-~--~~-~~~~~~-~~~--~~-~~--~~~~~
-~--~~-~~~~-~~~~-~--~~--~---~~--~~---------~~-~-~-~~-~~-~---~--~~----~~~~~~~
~-~---~-~~~--~~-~~---~-~~~~-~~~-~~~~-~~-~~~--~--~~~~~~---~---~--~-~---------
~~~---~-~--~~-~-~----~~-~-~~-~~-~~~--~-~~~-~--~~~-~---~~-~----~~-~~~~--~----
-~--~~~-~-~~-~--~-~~---~~-~-~----~-~-~~~-~~--~~-~~~-----~~-~--~~-~-~---~-~~~
~-~--~-~-~--~-~~~-~~--~-~-~----~--~-~--~-~~-~-~--~~-~-~~-~~~~~~-~-~----~~~--
~~~-~-~~-~-~---~~~------~--~-~--~--~~~~--~~---~--~~~--~------~~-~~~-~~~~-~~~
~~~~~~--~~-~~-~~--~~-~-~---~~~-~-~~~~----~-------~~~~-~~~--~-~----~~-~---~--
---~-~-~-~-~----~-~~~~-~~~-~~--~--~~--~~-~-~~---~~----~~-~-~-~--~~~-~-~-~-~~
~-~~--~~---~-~-~~---~~-~~~~~~-~~--~~~-----~--~~~~~------~-~-~~---~~---~~~-~-
---~-~~---~-~-~--~~--~~~--~---~-~-~~-~-~~-~~~-~-~-~-~~~-----~-~-~~--~~~~~~--
------~~~-~~~~-~-~-~--~~~~-------~~----~~~~~--~~~~~~~~--~~---~~~--~-~--~-~--
-~~--~~~-~~~~--~-~~----~~~~~~-~--~~-~~~-~-----------~-~~-~~-~~---~--~~~--~~-
-------~-~~~-~---~-~--~~~-~-~~~~-~---~-~~----~~~-~-~~--~~-~~~--~-~-~~-~~~--~
~--~~---~~-~--~---~~-~~~~~-~-~-~--~-~-~~~~~~~~-------~~-~~--~-~~---~-~~-~---
~~-~-~-~-~~~---~-----~-~-~--~~~--~~~-~---~~~~~-~--~~-~~-~~-~~--~-~~---~--~--
---~~-~~----~~~---~~--~~~~---~~-~~-~~~~~---~~~~-~-~----~--~-~~~-~~----~--~~-
0072まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/01/24(金) 07:11:09.62ID:???
--~~~-~-~~~----~~-~-~--~~~~--~---~~-~--~-~~---~~-~-~~-~~-~~~-~---~~~-~----~-
--~-~---~~~~----~~~~~-~-~--~--~--~~~~--~~~~-~~~-~~--~~~-~~-~----~----~----~~
-----~~~~--~-~---~~~~--~~-~~-~~~--~~~-~---~-~~-~-~~~----~~~-~~~-~~-----~-~--
~-~~~---~~~-~~--~--~----~~--~-~~-~-~~~----~--~----~-~-~~~~~~---~~~~~-~--~~--
~--~-~-~--~---~-~~-~~-~~-~---~~-~~-~-~~-~-~--~~--~~~-~~~---~---~--~---~~~-~~
-~~~-------~~~-~-~-~~~~~-~--~-~--~~~~--~-~-~--~~-----~~~-~~~~~-~---~-~-~~---
-~-~~~~~---~~--~--~~~-~~~-~~-~----~~--~~-~----~~--~~--~-------~~~~~-~~~--~-~
~~--~~--~~~~~~~-~-~-~--------~-~-~~---~---~--~-~-~~-~~~----~-~~~~-~--~--~~~~
-~~---~-~-~~-~-~~--~--~--~--~-~-~----~~~-~-~-~-~~~~---~~---~--~-~-~-~~~-~~~~
----~-~-~~~~~~~~---~~~--~---~----~-~--~--~--~~~--~-~--~-~~-~-~-~~~-~-~--~~~~
~-~~---~--~-~~--~~~~~----~~---~~-~~-----~~~~--~~-~~~-~~-~--~-~-~~~~~-~------
~-~~---~~-----~~~-~-~~~-~-~~~----~--~-----~~----~-~-~-~-~~--~-~~---~~~~~~~~~
-~-~~----~~~----~~~~~--~~~~---~~--~~--~-~--~-~~~~~--~-~-~--~~~---~--~-~-~-~-
--~-~~~-~~~------~---~~-~~~~~~--~~-~---~-~~~~-~-~~~~-~~~-----~~--~---~-~~---
~~~~-~-~-~~~----~~~-~-~~~~---~~----~-~~~~~~~--~-~---~------~~~~~-~~-------~-
~--~---~-~~----~~~~~~--~-~~~~~~-~~~~~-~~~---~~~~-~-~~-------~----~~----~~---
--~---~----~~-~~----~~----~~~-~-~~~~-~~~-~~~-~~-~-~~~--~-~--~~---~---~--~~~~
~~--~-~--~~~~~~-~~~--~------~-~~-~-~~-~~~~~~~~--~--~~~~~~~-~--~-------------
~-~~-~~--~-~~~~-~~~~~~-~~-------~~~~~~----~~~-~---~-----~~~--~--~--~---~--~~
~~~~--~-~~~~~~~~-~~~------~~---~--~~---~--~-~-~-~-~~~---~--~-~-~-~-~-~--~-~-
~~-~-~-~~-~-------~-~~-~~~~---~--~-~---~~~-~~-~----~~~~---~~~~--~-~~--~-~~~-
-~~~~-~~---~--~-~-------~-~-~~--~--~-~--~-~-~~~~~-----~~~--~~--~~-~-~-~~~~~~
~-~--~-~~---~~----~~--~~~~~-~~-~-~~~---~-~~--~-~~~--~-~~~--~-~~-~~-~--~-----
-~~~~-~~~~~~-~-~~-~--~------~-~~-~~--~~~-~---~--~----~~-~~--~~~-----~-~~~--~
-~-~-~-~~-----~-----~--~-~-~~--~~--~~~~~~-~~~-~-~-~~-~~~--~--~---~~~~-~--~-~
----~~----~---~~~-~--~~-~~---~--~~~-~----~----~-~~~~~---~~~~~-~-~~~~~--~-~~~
~~~-----~~-~~~~~-~----~~---~----~-~~~-~--~-~-~~-~~~--~---~~~~-~---~~~---~~~-
~~--~--~-~-~-~-~-~-----~-~~---~~-~~--~--~-~-~---~---~~~~~~~----~~--~~~~~-~~~
~-~~---~~-~-~-~~--~~~-~~-~~~~-~~~--~--~~~~--~-~--~~~-------~-~~~-~--~~------
~--~-~----~--~----~-~-~~~-~--~~-~~-~~----~~--~~-~--~~--~~~-~-~---~~-~~-~~~~~
---~~-~---~--~~-~~~--~-~~-~-~~~-~--~~-~~~--~~~~~~~~-----~-~~~--~-~-~----~---
~~---~~-~~~--~-~~-~-~-~-~~--~~~---~~---~~-~--~---~~~--~~-~~-~--------~~-~~~~
~~--~-~~~~--~~~---~--~--~-~--~-~---~~-~-~-~-~--~~~~--~----~~---~--~~~~--~~~~
-~-~~----~~~--~--~-~-------~-~-~~---~---~~~--~-~-~-~-~~~~-~~~~~-~~~~-~~---~~
~~-~~-~--~~~~-~--~-~~~~~~~-~~--~~--~~-~~---~~~--~---~-~~-~---~----~-~---~---
-~--~~--~~~-~~-----~~-~~~----~-~~~-~~~~--~-~---~~~---~~~~~~--~-~-~~----~-~--
~~~~~-~--~~--------~--~~-~-~~~--~-~--~-~~-~~~---~--~--~-~~----~-~~~~~~~~---~
~-~~-~~~~~~~~---~~~~~------~~~~~~-~--~-~-~-----~----~--~-~-~~-~~~---~~----~-
--~-~-~--------~-~~~~~~-~~--~~~---~-~---~~~-----~~-~~~---~-~--~--~~~~~~~-~~~
-~~-~-~~-~~--~----~-~~~--~~--~---~~-~-~~-~-~~~~---~~~-~-~~~---~--~~--~--~-~-
-~---~--~~-~--~---~~~~~~-~~~~---~~-~~-~---~-~~~~---~---~-~-~~~~---~--~~~-~--
~--~~~---~-~----~~~--~--~~~~~~~~~~-~-~-~----~-~~~---------~-~-~-~--~~--~~~~~
~~--~----~~--~~~--~-~~-~~--~-~~~~--~~---~~--~-~~~---~-~-~-~~-~-~--~~~-~---~-
-~---~---~~~~-~-~~---~--~-~---~~~-~--~~~~-~-~~---~~--~~--~-~~~--~~~-~~---~~-
-~--~--~-~--~---~~--~~-~~~--~~~-~---~~~---~~----~~--~--~-~-~-~~~-~-~~~--~~~~
~-~~~~~-~-~~~-~-~~~--~---~~-~-~-~~~~~~----~----~~~-~-----------~~-~-~~-~-~-~
~~~~---~~~~-~~--~~--~~-~~~~------~----~--~~~---~-~--~-~---~-~~~-~~~--~~~--~-
---~~---~--~~~--~~-~~-~--~~-~~-~~-~~-~~~~-~-~---~-~~-~---~-~-~~--~~--~~--~--
~--~~~~~~--~---~~-~-----~-~~~~~~-~--~--~--~~~-~---~~--~---~~--~--~--~~~-~-~~
----~~---~-~-~~-~~--~~~-~~--~-~~-~~---~~~-~--~~~~-~-~---~-~~~-~~~-----~~~---
0073まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/01/31(金) 07:16:07.36ID:???
~~--~~~--~-~-~~~~-~~~-~~---~~~--~-~---------~~~--~----~~~--~~-~-~~-~--~--~~~
-~--~~-~-~-~~~-~~~--~~-~--~~--~~--~-~~~~---~-~--~---~--~~--~-~-----~~~~~--~~
~-~~---~~-~--~~-~---~--~-~-~-------~~--~~~-~~-~---~-~-~-~---~~--~~~~~~~~~~-~
~--~-------~----~--~~~-~~-~-~~~-~--~-~--~~~-~-~--~~~-~--~~--~~-~~-~~-~-~-~~~
~~----~-~~--~--~~-~~~-~~----~~-~-~-~~-~~-~------~~----~--~--~~~~-~~--~-~~~~~
~~~-~~~-~~~--~--~-~~----~~~~~~~~-~~~-~-~-~--~~~-~---~---~~-~--~-----~-~-----
--~~-~--~~-~--~-~-~~~~~~~~------~----~~~~-~-~-------~~--~-~~--~-~-~~~-~~-~~~
~-~~-~~~~-~--~~~~-~-~-~~~-------~-~~~--~-~~~-~~~----~~-~---~-~----~--~-~~~--
--~~~~~-~--~~-~~----~--~~~-~-~~~---~~~-~~-~-~---~--~-~-~~~~~----~--~--~~~---
---------~~~~--~-~~~--~~~-~~---~~-~----~~~~------~--~-~~~-~~~~-~--~~~-~-~~~~
--~~-~---~-~--~---~~~~-~~~~--~~~-~~----~~~-~--~-~~~-~-~-~-~~~~~~--~--~------
~---~~~~~-----~~~---~-~~-~~~---~-~~---~~~---~-~--~-~--~----~-~~--~~~~--~~~~~
-~--~-~---~-~-~--~~~-~--~-~---~-~~-~~-~-~~~-~~~-~---~~~~-~~-~~~-----~-~-~-~-
~-~-~~~~~-------~--~~~~~-~-~--~-~-~-~~-~~-~-~--~--~~~------~~~--~---~~-~~-~~
~~~-~~--~-~~-~~-~~~-~~--~~-~--~~---~-~---~-~--~--~~~-~--~----~~~-~~~-~~-----
-~~~-~~---~-~~-~-~~~---~~--~~--~~---~~----~--~~~---~~----~~~-~---~~~-~--~~~~
~~~--~-~~-~~-~~~-----~~~~~-~--~--~---~-~-~~~--~~~~--~~~~-~-~~--~--~----~----
~~---~--~~~--~~--~~-~----~~~~~~~--~--~---~~-~~~~-----~~~-~~---~--~~~--~--~-~
~~~-~-~-~---~~-~~~~~--~~-~~--~~~-~---~~~~-----~----~~---~~--~~--~~~~----~-~-
~--~---~~--~~~~~--~~-~~-~~-~---~-~---~-~--~----~--~~-~-~--~~~-~~~~---~~~~~--
-~~~~~~~-~~~~~--~~~--~~~~~~~--~~-----~---~~--~--~~~-----~-~-~~-~~-----~-----
-----~--~~~~-~~-~~~~--~~--~~~~-~----~~-~--~~~~---~--~----~~~~-~~~~--~-~---~-
~~----~-~-~~~-~~~---~~-~~~~~~~~-~--~--~--~-~-~~---~~-~-~~-~--~-~~---~---~---
~~-~~-------~~---~~~-~--~-~~-~~~~~~~~---~~-----~--~~-~-~~~-~~~----~~--~~~---
~---~~-~~----~~-~----~--~~~--~~-~-~~------~~-~~---~~~--~-~~~~--~~~-~--~-~~~~
~-~--~--~~~~-~~-----~~~-~-~~--~----~~~-~~--~-~-~-~---~--~-~----~~~~--~~~~-~~
~--~---~-~-~-~~-~~-~-~~-~~~-~---~-~~--~---~~--~~~----~~----~-~~~~--~~~-~-~-~
~--~---~---~~~--~~~---~-~~~~~-~--~--~~---~~-~~--~~~-~-~--~--~-~--~-~-~~~~--~
~~~---~~~-~~~~~~~~~--~~-~~--~~-~-~-------------~-~~~~--~--~-~-~--~~--~--~~-~
~-~---~~-~~~--~~~--~~-~~~~~~--------~~~~~-~~--~-~~---~~~~-~~-----~~----~--~-
-~-~~~----~~~~-~~~----~-~~~-~-~---~-~~~-~~~-~~~--~--~-~-~--~~~~---~----~~---
-~~-~--~~~-~~~~-~-~--~-------~-~~-~---~--~~--~~~~-~~-~~~-~-~---~~---~-~-~~~-
~~--~-~-~---~~-~---~---~~~~-~-~~~-~~-~-~----~~~~~----~~--~-~-~~-~~~-~--~--~-
----~----~~~~~~-~---~~-~--~-~~-~--~--~-~~~--~~~~~~~~-~~~~~-~-~-~-~~---------
~----~---~~-~-~~-~---~~~~-~~--~-~----~~--~-~-~-~-~-~--~-----~~--~~~~~-~~~~~~
--~~-~~-----~-~~--~~~~~--~~~~-~-~-----~--~~-~~--~~-~~~-~-~~--~~~~~--~-~-----
-~~~--~---~----~~~~--~-~~--~-~---~~--~~--~~~-~-~~-~~~-~~~-~--~--~--~~-~--~-~
---~~~-~~--~-~~~---~---~-~~---~~~-~--~-~~--~---~-~-~~-~--~---~~--~-~~-~~~~~~
~~~~---~--~-~-~~-~---~-~--~-~~--~~-~--~~~--~~~~~--~~~--~-~--~~~----~~--~~---
~--~-~-----~~-~~~----~~~~-~~-~~~--~~~~~~~~--~--~~-~--~----~-~~--~~-~-----~~-
--~~-~--~-~-~~--~-~~---~-~-~-~~-~~~~~---~-~~~~~~-~~------~-~--~----~-~~~~~--
--~-~-~~~----~-----~-~~~-~~-----~~-~-~-~~-~~--~--~~-~-~~~~~~~~-~~~---~~--~--
~--~~~~-~~~~~~--~-~~--~-~~~--~~--~~-~~-~--~~~----~~-----~--~---~~~-~-~--~---
~~-~~~-------~-~--~~----~--~~~---~--~--~--~--~---~~~-~~~~~~-~~~----~~~~~~~-~
-~-~~-~~~~~~--~~------~-~----~~~-~----~-~--~-~-~--~~-~-~~-~~~~~~~--~---~~--~
--~----~~--~~~~~~~-~-~~~----~~-~~-~~-~-~-~---~-----~~-~~--~~-~---~~~~--~--~~
~-~~--~~~-~-~-------~--~~-~---~~--~----~----~-~~~~~-~-~~-~~~--~---~-~~~~~~~~
~~~---~~~~-~~--~~-~-~~---~~------~~---~~-~~-~~~-~~~~-~~-~-~-------~~-~-~--~-
~---~~~~-~~---~~-~----~~--~~-~~-~~--~-~--~~~~--~~-----~~----~----~-~~~~~~-~~
~-~~--~--~~-~------~-~--~-~~--~~~~~---~-~-~~~~---~--~~---~-~----~-~~~~~-~~~~
0074まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/02/07(金) 07:15:41.61ID:???
---~-~-~---~~-~-~----~~---~~-~~--~~~----~~~~~--~~~-~--~~--~--~~-~-~~~-~~--~~
~--~-~~~-~---~~-~~~~~--~-~~~--~~~~~~-~--~-~---~--~--~~-~---~~--~~-~--~----~-
-~-~~--~~~~--~~~--~~~---~-~-----~~~~-----~~-~~~--~~-~~-~~~-~~~~--~-~----~---
~--~-~-~~~~~~~-~----~~~-~~-~~--~~-~~-~~---~~-~-~~-~~--~~--------~~--~----~~-
---~---~~--~-~~~-~-~---~~-~~~~-~-~~-~--~------~~-~--~---~--~~~~~-~-~~~~~~~--
~~-~-~----~----~~~-~~~--~~----~-~-~~~-----~-~----~---~~-~~~--~~~~~~~~-~-~~-~
~~---~~~~~-~-------~~-~~--~~---~-~---~~-~-~~--~~~-~~--~-~-~-~~-~-~-~~-~~-~--
-~----~~~~-~-----~~~-~--~--~-~~~-~----~--~~--~---~-~~~---~~~-~-~~~~-~~~-~~-~
~--~~--~---~~-~----~~--~-~~~~----~-~~~--~--~---~~~~-~-~~-~~~-~~-~--~----~~~~
----~~~~~----~~-~~-~~~------~~~--~-~-~-~~-~~~-~~~~~-~-----~--~~~~-~~-~----~-
-~~~-~~~~~~~~~--~~-~--~~~---~----~~~~-~---~--~---~---~~-~~~-----~~~---~~~---
--~~~~~-~~-~~~~~-----~--------~~--~-~~-~---~~~~~--~~~--~-~-~-~--~---~~-~~~~-
-~~-~~-~---~~~~--~~--~--~~~~----~-~--~~~-~~~-~-~----~~~~-~--~--~--~~~--~---~
--~~~~~--~~--~~~-~-~-~---~----~-----~--~~~---~~~~---~~-~-~~-~--~-~~--~~~~~-~
------~~~~----~--~-~-----~--~~~~-~~~-~~-~-~~-~~~~~-------~~~~~~-~~~----~-~~~
-~-~~----~--~-~~--~~----~-------~---~-~-~~~~~~~~~-~-~~-~---~-~-~-~-~-~~~~~~~
~-~-~~~~-~-~-~~~-~--~-------~~~-~~-~~--~-~~--~-~~---~-~~------~-~-~~-~~~~-~-
----~----~~--~--~~~-~~~-~~-~~--~-~---~~~~-~----~-~-~~~-~-----~~~-~~--~-~~~~~
~~~---~-~~---~--~~~-~~-~~-~-~-~~~-~~~~~---~----~--~-~-~--~~-----~---~-~~-~~~
-~-~--~--~~-~~---~-~--~~~--~~-~---~-~~-~-~~~---~~-~~-~-~~~~-~--~---~~~~--~--
-~--~~~~~----~-~~~~-~-~~-~~~--~-~--~-~~~~~-~--~~~~--~-~-----~~-~--~~-----~--
~-~----~~--~-~-~~---~--~---~-~----~~--~-~~~~~~~--~---~~~-~~--~~-~~-~--~~-~~~
-----~--~-~~--~~--~--~~~~~~~~~-~-~~~~-~~~--~-~~~------~~-------~~-~--~~~~~--
~-~~~~--~----~~~~---~~~~-~------~~~~~---~--~--~~-~~--~-~-~---~--~-~-~~--~~~~
--~~~---~-~-~--~-----~~-~~~~-~~~--~~-~~----~-~-~~-~~-~-~~~~~~--~~~-~----~---
-~-~-~--~---~~--~--~--~~~~~~~----~~-~~-~--~-~-~-~--~-~---~~~--~~~--~-~~-~-~~
--~--~---~~~--~~-~~~~--~-~-~-~~~~--~--~~~~~----~----~--~~~-~--~~--~-~~~--~-~
-----~~~-~---~--~~---~--~--~~~---~~---~~--~~-~-~~~-~~~--~~~~-~-~~--~~~--~~-~
~~~---~~-~-~--~~---~~-----~-~---~-~~-~~~-~~~------~~~~~-~-----~~-~-~~~~--~~~
-~-~-~~~-~~--~~-~-~~-~~~~---~-~~~~---~~-~~-~-~~~---~--~~~--~~-~--------~--~-
-~~--~~--~~~~~~~~-~----~-~~~~----~~~~~-~~-~-~--~~--~~--~------~-~~--~-~---~-
--~-----~~~-~~~-~~~---~--~~-~---~~-----~~~-~-~~~~~~~-~-~~~~~~~~~----------~-
--~~-~~~~---~--~--~---~---~~~~-~--~-~~~~-~-~--~--~-~~-~~~--~~-~---~-~~~-~-~-
~~----~~-----~~---~~~--~--~~~-~-~--~-~~~---~~--~~~~~~~~~~----~~~-~-~---~-~--
~~-~~-~--~~-~~------~~~-~~-----~-~-~-~-~--~~--~-~~~-~-~~-------~~~~~--~~~~-~
~---~-~-~~~-~~~-~--~-~~~-~--~-----~~~~~---~~~--~-~-~--~~--~-~-----~~~~~-~~--
~---~~~--~~~-~~-~~~~~-~---~-~~-~~~----~~-~~----~~-~--~-~~~~-~--~-~~~--------
--~~-------~-~~~--~~~--~-~--~---~~~---~-~-~--~~~-~--~~~~~~~~~~~~~---~-~----~
~---~-~--~--~~~-~-~~~-~-~~~---~~~------~---~--~~-~~-~-~~~~-~-~~~--~---~-~-~~
-~~-~~~~--~~~~~~~-~-~~~-~-~-~~~~~~~----~~-~-~------~-~-~~~--~-~--------~----
~------~~----~~---~-~-~~-~--~~~~~~~--~~-~~-~-~--~~~~~~-~--~---~~-~~-~~--~---
~~~--~~~~~~-~----~~~~-~-~~~-~~-~~~-~~~--~--~--~-~-~---~~-~--~----~---~~-----
~~~--~-~-~~~-~---~--~-~~----~---~--~--~~--~----~-~---~~~-~-~-~~-~~-~~-~~~~~~
~-~~-~~~-~~-~--~--~-~~~---~~--~-~--~~~~--~----~~-~~~-~~-~~~--~~-~~~---------
-~~-~~--~---~~~--~--~~~-~-~---~--~~--~~-~~~-~~-~----~~-~~--~---~~~~-~-~~~---
~~--~~-~~-~~--~-~-~-~---~~-----~~~~~-~~-~~~--~---~-~---~~---~-~--~~-~~--~~-~
~~--~~~~~~-~~~-~-~-----~------~---~-~-~~~---~-~~~-~~~~-----~-~~~-~~---~-~~~-
-------~~---~~--~~~~~-~-~-~~--~~~~~------~~~----~~-~-~~--~~--~~---~-~~~~~~-~
--~--~~-~~~--~~--~~-~~-~--~~-~~~--~-~~-~~~~~-~-------~-~~~-~~--~-~-~----~-~-
-~-~----~~~-~~---~-~~~--~-~~~~-~~-~-~~----~----~-~~~--~--~~~-~-~------~~~~~~
0075まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/02/21(金) 07:07:28.42ID:???
--~~~--~-~~---~-~-~-~~~~---~--~~~~~--~--~---~~--~~~--~~~~--~~------~~~-~--~~
-~~--~-~--~~~-~~~~--~-~----~---~--~----~~-~--~--~~~---~~~-~~~~-~~~--~~~-~~--
~--~~------~---~-~~~~~---~-----~~~~~~-~~-~~--~~~~~--~--~---~~~-~~----~~~--~~
-~~--~-~-~~~-~-~~-~~-~~---~----~~---~-~~~-~-~~-~--~-~--~---~-~--~-~~-~-~~-~~
---~~-~-----~~--~-~~-~-~~-~----~-----~~---~-~--~-~~-~~-~~~-~~~-~~~-~-~~~~-~~
--~~~-~~~~-~~~-----~~-~-~-~~-~~~~--~~~-~----~-~~------~-~-~~~~~-----~-~-~~--
-~-~~-~~--~---~~~--~--~-~--~--~~--~--~~-~-~---~----~-~~~~--~~-~-~~~~~--~~~-~
~-~~-~---~~~-~-~-~----~~~~~-----~---~-~~-~~--~-~~-~~--~-------~-~~~~~-~-~~~~
-~~--~~~~-----~-~~--~-~~---~-~~~~~--~--~--~-~~-~-~----~--~--~~~~--~~~~--~~-~
-~~~~~~-~-~--~~~-----~-----~~--~~-~~-~---~~~-~-----~~~--~~~-~--~~--~~~-~--~~
~~-~~---~---~~--~--~~~---~~-~-~--~~--~~~--~~~~~----~--~---~~~-~~-~-~-~-~~--~
~~-----~-~-~-~~~-~~~--~---~~--~-~---~-~---~---~~--~--~~~~~~-~~-~-~~---~-~~~~
-~-~~~~-~-~~---~~~~~---~~-~-~~-~-~-~--~---~~~-~--~~--~-~~--~~--~~-~~----~---
~-~~-~~~~-~~~---~~~-~~-~--~~-~~-~---~--~~~-~~-----~~---~-~~~-~----~-~-~---~-
-----~~----~~~-~-~~-~--~~---~~-~~----~-~-~~~--~~--~~~~~~-~--~-~-~~~-~-~~~---
--~~---~-~~-~~~~-~-~----~-~~--~~~~~~-~-~~~---~-~~--~-----~---~~~-~~-~~---~~-
--~~~~--~----~~-~~~~~~-~-~-~--~--~-~~-~~--~-~---~-~~~---~---~~~-~~~--~~-~---
----~~--~-~~-~~~~----~----~~~-~----~~-~~-~~-~~-~~~--~-~~~~~~---~~-~~----~~--
---~~-~~-~-~--~~-~--~~-~~~-~-~~-~---~~--~--~~-~~-~~---~--~~-~~-~-~--~--~-~-~
---~-~--~-~----~~~-~~~~~-~~-----~----~-~~-~-~~~~------~~~-~-~~-~~--~~~~~-~-~
--~~-~----~-~-~---~~~~-~~~---~-~-~-~~~-~-~~~-~--~-~-~~~------~-~~~---~~-~~-~
--~---~---~~----~-~-~~-----~~~--~~---~~~-------~~-~--~~~~~~-~-~~-~-~~~~~~~~~
~-~~---~-~--~---~~~~-~~--~~-~-~~--~~-~--~~~~~~~---~-~-~~-~-~~--~----~~~-----
----~-~--~-~~~--~--~~-~---~~----~~~~~~~~--~---~~~~~--~----~~~~----~~~~--~~~-
~----~~--~-~~~~-~--~~-~~~---~~~--~~--~--~-----~~---~~-~~~~~~~---~--~-~~--~-~
--~-~~~~-~---~~~---~~~----~~~~--------~~~~~~--~~~-~--~---~~~~~--~~---~~---~~
~--~-~---~-~-~-~-~~~~-~~~~------~~----~~--~~~-~~~~~~~-----~-~~~--~~---~~---~
~~~-~-----~-~-~-~-~-~-~--~-~-~~--~~-~-~-~----~--~~~-~---~~~--~~-~---~-~~~~~~
-~--~~-~---~-~--~-~----~-~---~~~-~-~-~-~--~~~--~~--~~--~-~~-~~-~----~~~~~~~~
~-~---~~--~----~~~-----~---~~-~--~~~-~~~--~~~---~--~~~~~---~--~~-~~-~~~~-~-~
~----~--~-~------~-~--~-~-~~--~-~~~~--~-~-~-~~~~~~~--~----~~~~~-~~~~--~---~~
~-~--~~----~-~--~----~~-~-~-~~~~--~~~-~~~~--~---~~-~~-~~----~~~---~~--~~~--~
~--~-----~~---~~-~-~--~---~~~~-~-~~--~~--~~~-----~~~-~----~-~~~~~~-~--~~-~~~
-----~-~~~~-~~~-~--~--~-~-----~----~--~--~~--~~~-~~~~----~-~~~~---~~~~~~~-~~
-~--~~--~~~---~-~-~-~~-~--~-~~--~~~-~~--~~~-~--~~-~--~--~~-~~~-~~~-~-----~--
~--~~~--~~~~-~~--~~~--~~------~~--~~-~~~--~~~-----~-~~----~-~--~~~~~~-~~----
---~---~-~--~--~~--~~~--~~--~-~--~~~-~~~-~-~-~-~~--~~~~~~~~~-------~-~~~-~--
~~~~~~~---~-~~--~-~~-~---~~~------~--~~~~---~--~~-~~-~~~-~--~~-~~---~-~---~-
----~--~~~~-~~-~----~~--~-~~--~-~-~~~---~~~--~~~~~----~-~-~-~-~~~~-~-~-~~---
-----~~~--~~--~~~--~----~--~-~--~~~~-----~~~~~~~~-~--~----~--~~-~~-~--~~~~~~
-~--~~-~~~-----------~---~~~~~~~~-~~~~~-~~-~~~~~------~~~---~-~~-----~~--~~~
~~-~~~~-~~~~~--~~-~--~~~~~~~---~-------~~-~-~---~~-~~--~----~~~~---~~--~----
---~~-----~~-~~~-~~~-~~~-~-----~-~~~--~---~--~~-~~-~~--~~---~-~-~-~~---~~~~~
--~~~~~~-~~--~----~--~~--~--~~~~--~-~~-~---~------~-~~-~~~--~~-~~--~-~--~~~~
~-~~~---~--~--~-~~~--~---~~---~~~~~-~--~~~~~~--~~----~~~-~~-~--~~------~-~-~
~~-~~--~~--~--~~---~--~~~~-~-~----~------~~~~~-~-~--~~~-~-~~~-~~-~--~-~-~~--
---~-~~~~--~-~~-----~~-----~---~~-~~~~--~--~-~~---~--~--~~--~~-~~~~~--~~~~~~
~-~~~--~~---~-~~----~~-~-~--~----~~~-------~-~~~~--~~~~~~~~-~~-~--~--~--~~~-
~~~-~--~--~-~-~--~~-~~~-~~--~---~~~~~~-~-----~~-~---~-~--~-~~-~-~----~~~~~--
~---~-----~~~-~--~~~~~~~-~-~-~-~~-~--~-~---~-~~~-~~--~-~---~~~~-~-~----~~~--
0076まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/02/28(金) 07:10:08.45ID:???
-----~-~~~-~~--~~~~-~-~~~-~-----~~---~~-~-~~-~----~-~~-~~~~--~~-~~--~~~-~---
~~~~--~~~-~------~~~--~--~~~~~~-~~~~~---~~~~~----~---~~-~~-----~~---~~~-----
-~--~~---~~-~~~~--~-~-----~--~-~--~~~-~~~-~--~--~~~~---~~~~~~~~-------~~-~-~
~~~-~~~~-~-~~--~--~-~~--~-~~~---~----~~~----~~-~~~~~---~---~--~--~-~-~---~~~
~-~~-~~~~~----~-~~--~-------~~~-~~-~~--~-~-~-~--~--~~~-~--~-~--~~-~~-~~---~~
~~~-~~~~-~-~-~--~--~---~~----~~~-~-~--~~~~--~~~~~--~--~-~~-~-~--~---~~-~----
---~-~--~~--~~~~~----~-~~~~--~-----~-~---~~--~---~-~--~~--~~-~--~~~~~~~~~-~~
~~-~~~--~~~--~~--~~--~~-~--~~~-----~-~~---~~-~~------~-~~~---~~----~~~~-~-~~
~~-~--~~-~--~~---~~~~-~----~~--~~-~~--~-~~~---~~-~--~~~~~~----~~~--~---~--~-
-~~~-~-~~-~---~~-~~~~--~---~-~-~~---~~~~~~-~--~--~~~~---~~---~-~-~-~~~------
~-~--~-~~---~-~-~-~~-~~~~--~~~--~-~~-~-~~-~~--~~-~----~~~~-~--~--~---~---~~-
~-~-~~~-~--~~-~---~~~------~~-~~~~---~~~-~----~-~--~~--~--~-~-~~~---~-~~-~~~
--~~---~--~-~-~--~~~~---~-~--~~---~-~~-~~-~------~-~~~~~-~~~---~~~~~-~--~~-~
-~---~--~---~~--~~-~~~-~-~~-~---~--~---~~~~-~--~-~-~-~-~-~-~--~~-~~--~~~-~~~
~~~---~~---~-~-~~~~-~~-~~-~----~--~~~---~~~-~~---~~--~~-~~~-~~------~--~-~-~
~~~--~-~~~~~-~--~~-~~~~~--~-~~~-~~~-~--~----~~~---~-~~-~~--~----~~-----~----
---~~~~-~~~------~-~~--~-~-~~~~-~--~-~~~-~---~----~~--~~-~--~~~~----~~~-~~~-
--~~-~--~----~-~~~~--~~~~--~---~~~~--~--~~~--~----~~--~-~~--~~--~--~~~~~--~~
--~~----~~~---~--~----~-~~-~~~~~-~----~~~--~~~~~--~----~-~---~~~~-~~~~-~-~-~
----~~~~--~----~~-~~-~~---~~~~---~~~~--~~--~------~-~~---~--~~~~~~~-~~~~---~
-~~~-~~~--~-~--~~~--~~-~~-~~~-~--~~-~~--~-~~~----~-----~~~~~-~~---~--~~-----
---~----~~~~~~~-~~-~~~---------~-~~~-~---~~~-~~~----~-~~-~--~~~-~~--~-~~~--~
~-~~-------~~-~-~-~~~--~~-~-~-~~~-~---~----~~-~-~---~--~-~-~~~~-----~~~~~~~~
-----~~~~~~--~~~---~~~~--~---~~~----~-~~---~---~--~-~-~-~~--~~~-~~---~-~~~~~
~----~~~~~--~-~-~~~~~--~--~---~----~~----~~-~~~----~~~-~------~~~~~~-~~-~~-~
--~~~~~~-~~~~------~~~--~-~~~~~~--~~~~----~~-~-~-~~--~-----~-~-~-~~-~--~----
~~--~-~~-~--~~~~~~~-~-~~-~-~-~--~-~~~~-~~~~~-----~----~~---~~--~--~---~~----
~~~-~~-~-~---~--~~~~~--~--~~-~-~~~~~--~~~-~-~-~~-~--~-----~----~-~~~~---~---
--~-~~~----~~---~~-~~--~-~-~-~~-~~-~-~--~--~~---~---~~-~~~~~~-~~------~~~-~~
~-~~-------~-~-~-~-~--~---~~---~-~--~~~-~~~~-~---~-~~~~-~--~--~-~~~-~~~--~~~
~~~--~~~~-~~-~~---~~-~~~~----~---~~~~----~~~~~~----~---~--~---~~~~~----~--~-
~~~~~~~~--~~--~~--~-~----~~~~----~-~~-~--~----~--~~---~-~---~~-~~-~~~~-~--~-
--~~-~~-~~---~~~~~~-----~-~-------~---~~--------~~--~~~-~~~-~~~~~-~~-~~~~~-~
-~~-~~----------~~~~-~~--~~-~-~~--~-~~----~-~~--~~~~-~--~~~---~~-~-~-~~~~--~
--~-~-~--~-~~-~~~~~~~-~-~-~~---~~-~--~---~~-~~-~~~----~~--~~~----~~~~----~--
~--~~--~~~~~~---~~~~~---~~-~~~~~----~-~~-~-~~-~~-~-~---~---~~---~~-~----~---
~---~-~~~~-~---~-~-~-~~--~--~---~~-~--~-~--~~-~~~~~-~---~~---~~~-~~~-~--~~--
--~-~--~~~--~-~------~~-~~~-~-~-~~~~~-~~~----~~~-~---~-~~~~~~~~~--~~--------
~~---~~-~~~~--~~--~-~~----~~-~---~--~~~~-~-~~----~-~~~-~~-~-~~--~~--~~----~-
~-~-----~--~-~--~~-~--~~-~-~---~-~-~~-~-~-~----~~~-~---~~~~-~~-~~~-~~~~-~--~
~-~~~-~-~~---~~-~~-----~--~-~~~---~~~~-~~--~-~--~----~--~~~~~~-~~~~---~~----
~--~~~~-~~------~--~~~~----~-~~~~-~--~--~~-~~~-~~~---~~~-~~-~~--~--~--~--~--
~--~~~-~-~~---~---~~~---~-~~~~~-~~~--~~-~-~----~~~------~----~~-~~~--~~~~~--
-~-~~~-~~~-~~~~--~~~---~-~~-~~~-~~-----~-~-~----~~~~-~~---~--~~-~-~~-----~--
--~~--~--~~-~~-~-~-~~-~--~~~--~--~~-~--~~--~~---~-~-~--~-~-~--~~~-~--~~~--~~
-~---~~~-~~-~----~~~-~~-~-~--~--~~---~-~-~~~~~-~~~-~~~~~-~---~--~---~-~-~---
-~--~~~~-~-~-~~~~--~-~~~---~-~---~-~~~~~-~~-----~---~~--~-~~-~--~~----~~~--~
-~~~-~-~-~~~-~--~~-----~~-~~-~-~-~--~~~-----~~~~~---~~--~~----~~---~~~~-~~--
~-~~--~~----~~~-~-~---~-~---~~~--~-~-----~~~~-~~~~~~~~~-~-~~-----~-~~--~---~
----~~-~~~~~----~~~~--~~-~~----~~--~-~~~~~~~----~-~~-~~~-~~----~~--~~-----~-
レスを投稿する