X



トップページPCサロン
56コメント214KB
ブラインドタッチ [転載禁止]©2ch.net
■ このスレッドは過去ログ倉庫に格納されています
0001まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2015/08/21(金) 20:33:35.83ID:VapqfJGa
習得するのにどれくらいかかる?
0006まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2015/09/19(土) 17:36:54.74ID:???
--_-_---_-_----_--__-_-__-_-_-_-__-_-___-__-____----_-__-___-__---_-_--__--_
__-__---_-____-_---__-_-_____----__--_--_------_--___---___-_---_----_______
__-_--_____--_-_----___-_-___-__-____-_-__-_--_--___-----_-___-_----_----_--
__--_-----_---__-__-_--__-___--__-__--_--_-__-__--__---_----_-_-_-_-_-______
-__-_-_---____-_---___-_-___-_--_--_----_____--_______---_-_----__-_-_-_----
-----___--__---_____-_-----_-__-__-____----__-_--__-__----_-__-__---_-___-__
_---_-__-___-_--_-_--___----_-_----_--____--_-_--_----_______--_--_---______
_-_-_-_-_----___--___-_--_-_--_--___--_-_-_-_---_____----___---_-_---_____-_
--__-_----____---___------_---_-____-----_--_-_-_--____-__-___---_____--____
-_---____-__-_-_-__-__--__-_-----___--__--_-_-____-_-_---_-_-----__-____--_-
-_---_--___----___-_---_____--____--___--____-___-__---_---___--_-__---_----
__-__-_-_-----__--_--_---__-_---____-_-__--_-_-_----__-_---_______--_-___--_
-_----_____----__-__-_-_-_-__----_----_-__--__--__---__-__--_-_____-_--__-__
___--_-__-_-_-_-_-_-___---__----__-_-__-_-____-____---____-_-_--------_-_---
_-_____--_-----_-___-_--__----__--_---__--_-_-_______-_-__--_---__-----__-__
__-_-_-_-_---__-__-__-_-_-----_---__-__-_-_--_-_-_--_-___-__-_--_-_--___--__
------_--_---_----____--__--___----__-_-__-_---______--__-___-__--_-_-___-__
---_____-__-_____----_-_--_-___--_-_--__-__-_-_-__-_-_--_-_-_-__-_--__------
_--_____-__--__--_---_--__-___---__---_----_---_---___-----__-__-__--_______
----_-_--___--_____-_---_-_____---__-_-__-_--____--_--_-__-__-_----____-----
___---_____--__-__________--_--___-_--_--__---_-------__-__-----__--_-__----
______-_----__-_-_____-___--_-_--_-___------_-___-__--__--_---_-_---_--__---
-_-_----_--___-__--___-_---_-__-___-____---_--_--_-_-____---_--___-_--__-_--
__-___---__---__-_-_--___-_-_-----_-_--______----__-_-__--__-_-_____--_-----
----___--_--______--___--___-_---_---__-__-_-__----_-_--_---__-__--_-__--___
-_---__-----______---_---_-_-_-----__-_--__----__-_______-__----_-_--_______
___-_-__------__-_--___-_-___-_--_--_-_-___-__--_---___-_--__-_-_-_-_-_-_---
-___--_----__--_--____-__-___-__-_--_----_-_--__-_--_-_-_-___-_-_----_-_-___
_-___-_--_---_--_-_-_--_-__-__--______--____--____-__---_--_----___---_-_---
_--____---__----___-__-_---____--___-_-_-_---__-__----_--_-_-----_-_-___-___
---_____-____---__-__-_-----_--__-_----__-__-__--__--___-_-__--_-_-_-_---__-
--_-___--_--_-__-_--____--_--_-_----_-__--_-_-__-__--_-___---___--_-___--_-_
---__--__--_----_--_____-__--_-____--_---__---_-----_-_-____-_-_-_-__-____-_
_______---------___-_---_-__-__--_-_-__-___-_---____-_--_-_-_-_--__-__-_----
-____---_---_-__--__--_--___--_-_-----__---_--__--___-___--_-_-_--_-_-______
_--___-_--_______--_-_-___-__---_-___-_---_-_----__-_--_-__--_--__-__-_-----
_----_-___-____-_--__-_----_______--_----__-___--_----_-_---_--____----__-__
--__-___--_-__-_-_-__--_---__-_--__--__-_-_-_---__-_----_-----__-_-_______-_
-___-__--__-_--_----__-_---_-_____--_-__-__--_--_---_-_---_---_--___-___-___
__----_-__-___----_-__-_-----__-_-------___--_-__-__-_----__-__-_-___-______
--__-_--___-__---_-______-_--_--_--__--__--_-_-------__--__-_-_____-__-_-_--
__-----_____--_--__--__--___-_--__-_-_---_____----_--____-_---_-____-_----_-
____-_____________-_---__---_-_--___-----__------__-___--_-_--__---_-_------
___-----__--_______---_----_-___--_-___-_--_--_--_--___-_-__-____-_---_--_--
-__-_---__-------__-___---_--__--___-_-__-__-----__-_--__-___-____--____---_
-__-_-_-_----____---_--__________--__-_--_--__-__---____--_----__---_-_-_---
--__--__---_-____--______---__---___-__-__--_-_------_-_--_-_----_-__-__-___
---_--_---_--_-_-___--_--_--___-_-_-__--_--__-_-_--___-__-__-_--_-______-_--
_-_--____-_______---__-_--__-__----____-_____-----__-____-----------___-----
---_-_-___-__---_-____--__-__-____-__---_---__----_-_-_-____----_---____-_--
0007まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2015/10/17(土) 15:39:44.45ID:???
--_-_---___-_---_-_______-___-----__-___---__-___--_--_-____-_--__-----_--_-
_-------__---__--_--_-_-_-____-___----____-__-_--__-____---___-_--_--_-_--__
--_____-__----_-_-----_________-___-__-__-___-_---_---__--__-_--_-----_--_--
__--_-___--_-_-----_-_-_---_--_______--____--__-_-_--_-_____-__-_----_----_-
__-_--__--____--_----__-__---_-----_________----------__-__--___-_-_-_____--
__--___--------__-_---__---__-__-_-__-__-__--____--_-___---_-__-_-_---__--__
_-__--_--_-__--_-_--__------_--__---_-___-_-__----__-__-__---_--___--_______
----_________--_-_--_-_---_----__--_--_--___---__--___-__---____-_-___-__---
----_-_---__-_-______--___---__-____----____-________---__---_-_-----_----_-
_-___--_--_--___-_--_-----___-____-___---_-_--_--__----__-___-__----_---____
---__--_--__---___--___-__-___--__-_-_-_-----__-----_____-_-__--_____--__---
---_--__-___-____-_-___-__-_-_-__-_--------_-_--__------__-__---__-___-___-_
_----__--_---____--____-_-__-_-__---_-____-_-__-_---_-----__-----_---_______
__-___------_-_-___--__--_-___---_-_--_-_--_--___-_-___--_-_-----_--______-_
-__-____-__-_____-_---_-_--____--__-_----_-____----_---_-__----_-__--_-_--_-
-__-_--_-___-__--_----_-__---___-__-___--____--_-_-_-___--_-_-_----___--_---
--_--_-_____-__-_---__-----_---__-_---__--_-_-_--__--__----______-__-___-_-_
_____---_-_---___-_-_-__-_---_--_-__-___-__-_---___-_-----____-_---_-__---_-
-__--_-_---__--__-_--_-__-_-______--___--------__--_-__-__--_--__--_--_-____
___-_--_-___--___---_----__--__-___-______-_-----_---_----___---__-_--__--__
_-_--___-------_--_---_____--__--_-----___---__-__-_---_-___-___-_--_-______
____-___-____-----____--_--__-____-__-_--_-_-_---_--__-_-__--__--_-------_--
_-__-_-____--__-_--_--___-__---___-__-_---_--_-----___-____---_-__-_----_-_-
__-____--_____----__-__-_--_---__-__-__---__---_---_--__-___-__--__--_----_-
--__--_--_-_--_-__--_____--__--_-_---_--_-____--___-_-_____--__---_--_-_--_-
____-___----____-_-___--_-_--_-___--__-------_-__-_-_-_-___---__--__--__----
__-_-__-_-_-_-___--___----__-___---___--__-___-_--_--_--__--___----_--_---_-
_-_-_-------__-___-_-__-__-_--_______-----__-______-----_-_-_-_---____---_--
---_-_--_-_________---___--_--_-___---_------_____-_--_-__---_-_-__----_-___
----_--__-_______-_-_----_-_-_----_-____-___-------_-_-___--_-_____-__----__
--___-----_--_-_---__----_-_-_-__-__-__-__-_---__---___-_-__---_____-__-_-__
_-__----___-----_-_-___-----_--_____--___-_--___-_____--_-----____-_--__-_--
--_----___----__---_--___--_---____----____-_--_-___--_-__-__-___-_-___---__
__------___----_-_----___-___-_-__---_-__--___-_-_---_-_--_------___________
----_-_-_-_--__-___-__-__---_-__-__--______-__-_----_-_-__---__----___-__---
---_-___-_-_---_---___--_--_-__-----_--_-____----____-_-__--_-_________--_--
-_-_-__------___---____---__-_----_---_-----___-_--__-___-___--_-______-__-_
---_-_----__-___-__---_--_-_-______--__-_---_-____---_--___-_-___-_-_-_-_---
_--___--_-___----_--_--__----__-------__-_--___-__-__-__---_-___---___-_____
_---_-__-_--__--_----___-__--__---_____----_-__---_____---__--____-_-__--_--
-_______-_-_-_-_----_--_____--_-_-_--_--_--___-_____----__-___----_--__-----
----__--______---_--_---____-_---__--____-_-__-_-_-_-_----_--___-__-__-_--_-
--___-_-_----__-___-___--___---_-_-_-_-___--_-____-__--____-_-_-----_----_--
-_--__-_-___-__---_-_----_--_---_-_-------_-______-__-_-__-_-_______-__----_
__-____--_---__-_____-_-__-__--_-_-_-_---------_---___--___--___--_-_-___---
__-_---__--__-_____-_______-_-__-___-------_-__--_---__-__-----_-_---__-_---
___-_-__-----_-_-_-__-_-__-_-----_-_-___-_---______-_-_--__----__---_--_-___
-__--___---_-____-_--_-_-__---_-__----___--_---__-_-___-_--___---__--___-_--
-____-___--_-_-__-___-------___-_---___-_---_-______--_----__------_____-_--
------_-_-__-__--__-_______-----__-_---___--__---______-_-_--__-----_____---
0008まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2015/11/07(土) 16:25:40.65ID:???
_-_---_-___-__--____---__-_-_-_-_-_-_-__---___-_-_-____------__-_____-------
___-__----_--_-----____---_---_--_____---_-_--___-______--_------_--____-___
-_-_--______-__-_-----_-__---_--___---_-_-_----_____---_-_-_____-_-_-_---_-_
----__-_--___---_--____-____-__-____--_--_--___--__-__-_-__-___------__-----
______---_---__--__---_---_-_-_-__-____-__--_----__-_--___-_-_---_-___-_-_--
--_----____----_-_--_--_-_-_____--___--__--_-_--____-______-_-_--_---___----
__---__--_____--_-__-__--____----_-____-_-__---_-_---_-_--_--_-_--_-__-__---
-----____-_-_--__-__---_-_-___-_____----_---_-_-____---_-_-_-_-____--__-_---
-____-___-_--___--_--_-----__-_--_-_---__--__-___-_____-_---_-___-_--_-_----
-_-______-_--___---____--___---_-___-_-_-____-__---_-------___--_-_-_-----_-
--____---_-----_-_--____-----_____-_____--__-_--_--__--_-----_____-__-_---__
_---------______-__--____---___-_---____-__----_-_----__--_--_-__--___-___-_
_____---__---_-___----__-_-_--____-__--_-_-_--_-_---_---_---____-_----___-__
_--_----_----_-__-------__--__-_-_--____-__-_----_-_-______-________---__--_
-___--_-____---__-________--_---__---___--_-_-_-_--__--_---------_-_-___--__
___-_-----_---__---____---_----__--_---__----_--____-_-__-__-_____--__-___-_
_-___-_-----_--_-__---_-_----_-_---_-__-_____-__-----___-__-____-__--_-__-_-
______-__---__---_---_---_-_-__-_-__--_-_-_-_-_--_-___----_-----___--__-____
---_-----__---_--_-__---_-_---___-___-___--_-_--_--______--_-______--_-_--__
_-_----_--___-_-__-_-__---_-_-_-_--_--_--____-_-_-___--_-_--____---_---__-__
-_____---___-_--_--------__-___----__-__--_-_----_____--___-_-____-__--_---_
-_-____-__-_--___-___-___-___-_-____------__-_-__--_--__-----------__-___---
_--_-_--_----_-_---__-___--__-_--_-___-_-___-__-_-__--_-----_____--___-__---
---_--___-_--__---___-__-___---__-_----__---___-_-___-_--_----___-__--___-_-
_--_-__-_-__--__-__--__--_----__---__--__--_--_____-__--__-____-__---_-_----
__---_-_-_-___--_----_-----_-_____-_-_-_____----_-____-_____-___----__------
___---_--____---__--_-_--___-_---_---____-__--_-__---_-__---__--__--__---___
-_-----_---_____--_--__-__-_-______--____-_-_-_____--__-_--_---__-__--------
--___-_-----_----_-_-__---_---___-___-_-__-____-__-___-_-_-___-__--__--_----
_-__-____-__-__--____-----__--_-_-----___---___-_-_-_--____-______----------
-_-__-_____-_-_-_-__---_-------______-_---_-__--_-----_---__--__--_____-__-_
_--_-__--__--_--_-------__-______-_----_-__--____-__-_____-_-_--_-_---_-_-_-
-____-_-__-__--_---_-_--__-__-___--_-______-----_-_-__-____--_--_---_---_---
____-___--_-_-___------_-_--_--_--__-_-----_-_-_---___-___--_-_-___-_____---
-__-___--_--__-____-_-__-_-_____-_--_--__-_-_----__----__-__-_-_-_------__--
-_--_-___--__-_--------__---_---_-____--____-____-_------_-__-_______--_-_-_
-_-____-----_-_-__--_--_-_--__-___--_-_-_-__---_----_----______--___-___-_-_
_-____-_-__---_-----__---_-__-__-_---_-_---____----__-__-_-_-____--__-_-_--_
-_-_-_______--____-_---_-_-_-----_-____-_-__-_--_-_-_-___--_--_----__-_--_--
_-----_________---__-__--_-_-_-___--__--_-----__------_-_-____-_-_-_-_-_--__
__-----__--_--___-___-__----____-__--___-__-_---__-___--__--____----_----_--
-_-___-__--_-_---_---_----_____--__-___-_-____-_-__-_---__-_-_-----_-___--_-
-__--___-__-_-__-___-_--_---------___-----__-_----_-_--__-_-___-__--_____-__
-_--__--_---______-____-__--__-__---__---_-___--_-__-_---_-___----_--___----
______-----__------___-_____-_-_----_-__--__-_-_---_--_____-_-__-__--_-_----
__-_--__---___---_-__-__-_-_-_----___---___---_-_-_-___-----__--_--____-_-__
_--____----___-__-__------_-__--__---_--____-_-_-_-_---______---_---____-_--
__--____-_-_--____--__---_---__-_--____----___-_--_--____---_-_-_-_-___-----
--__--_--___--_--__--_-__-_----__-_-_--_-_---___-_--___-_-____--_---_-__-___
_------_--__-__--__--_________--------__----_____-_--_-___-_---_-_-___-_-__-
0009まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2015/11/21(土) 17:41:12.64ID:???
___-_---__-____-_-_---__--_-_-__--___-_-_---_____----_-___-----_-__------___
--__---____-__-__-_-_-_-_-_-_--_--__-____--------___-____-_--____---_-_-_---
__-__---___---__----_-____-__--__-___-_-----__-__--_-_-___---__---_-_--__-_-
-_-_----___-_____-_-_-_---_-___----_--__--____-__-____-_------_--_-_-__---__
-______---__-_-_--_-__------_--_--_-_-_____--_-__-__-_----__--_-__-__--_--__
_--_----______-__-_---_--_--_-_--__-_--_-____-__----____--__-__----_----____
-__-_-_-_---_-___--__---_--_-_--__-__-___----_-_--_---__-_--__--_____--___-_
--_-_-___---__-----_--_--__-__-_--_--____-_-_---_-_-_--_--_-_--___-___-_____
------_--_--__-_--_---_--__---____-----_____---_-_-_-_--____-__-______-__-__
--_-____-__-____--_-__--_------_----____---___--__-_---_-____---_-___--__--_
--__--_--__-_--___-__-_--_-__--__--_--_--___----____---_-_--__----_-__-_____
_---__--_--_--__-__-_-___-_-___-__-_-____-_--_-_----_--_-_---_---__--_-____-
-_-_-_-_--_--__---_----__-_-_--_---_-___-_-____-___-_--__----___--____---___
_-__--_____------__-_-_--_--_-_-__-_--_----_____--_-___-_-_-_____-_----__---
-____--_-___-_----___--_--___---__------_---_--___--_________------___--__-_
----___-_-__-__-__----_-__-____-_------_--__----____--__-____--_-___----___-
____---__------_--_-_-__-___--_-_-____--_-_--_------__--____---_____--_-___-
-__-_-__---__-___-_--__--__-_-___-_--___-____--_----------__-___-__--___----
___--------__---_____-_---__-____-_-_----_-___-_____-____---_---__-_---__---
-_-_---___-_--____---_-_-___-_-__--__-__---_--_------__--___-_-__-__--_--___
-_----_--__---_-__-_--_---__-----_--___-__-___---____--_--___-___-___--___-_
__-_-_---_______----___-_-__--_-_-_---_-______---_____--__--_-----_-----__--
_---_--------__-_-__----___-_--_-__-__--_-_-___--_-_____-_--_-__---_-_____-_
_-____-___--_---_----_-___-__-__-__----___---_-_-__--_-__--_-__---_---__-__-
-__---__-_--_-__-____--_----____--_-_-_____-----_-_----___--_-___-_--__-_--_
_---_-__-__--_-----______-_---___----_-_-_-_----__--_--_-_____---___--_-____
-__-__---___-------___-_--__---_--_-___-_--__-_---_-_______--_--_____--_-_--
-__-_--_-_---__-______-_-_-_--_--___--_---_-_-_____-___-_-__-_-------__---_-
--_-__-__--___----______-__---_____-----_____-------___--__--_--__---__--_-_
_--_----______--___---___-__-_-----_-_--_-_-_-_--_--__-_-____-__-__-_-_--_--
_-__-_-_--__-___--__-_--___----_--_---_----_-_-_--__-___-__-__-___-__----__-
----___------_--__--__--_-_--_--_-___-_--__-____---_-_______-_-_-_-_____----
__---__--__------_--_-__--_---_____-_-___-__-__--_---__---___-__-_-___---__-
--_-___--_--_-_-_-_-___-_-_-_-___-----_---__------_____---____-_-_-__-__-_-_
---_-_--____----__-_-__--___-_----____-_--___--_--__--_-___-_--___---___-_--
---__-__-_____-_----_----______--__-_----_-_-_-__--___---_--__-_--__-_-__--_
---_--__--_____-____---_-_--__-_-___-----____-_-_-_--__--_-_--____---_-_-_--
-____-------___--__------_--__-_---_-_-__-_-____----___--_-_--___-____-___-_
_----_----_-__-___-_----_--_--___-_---_-_____--_--__-_--_-___-____-__---_-__
__--_________--__---_-___--___--_-_---__-------_---_____-_-_-____----_---_--
_--___-_----__--__--_---___--__--__-__--_-_---__-___---_-_--_--_-_-_-___-___
__--___-----_----_-_--__--___-___---_-____-_-_-____-___--_____----_-_---_---
-_____-_____-__--_-_-_-_-_---------_-----_---_____-__---_-__-_--_---__-_____
-_-____-_--___---__-_-___-__----__---__---__--__-_-_-_--_--__-_-__--__---__-
-__-______--_-------_-_____----__-__-___-----__--_---_--__---___-____--___--
-__---__-_--_---_-_--_--____-___-__--_--_-__-_---_-_--__--_-_____--_-_--_-__
_--_-_____-_-__-___--_--_--___-----____--_-_-___--_--_-___-_---__-_---_-_---
-_-_______------_---_-_-_--___-_---___----__-____--_-___-__---__-__---_-_--_
_---___-___-___-----______-____-_--__---_-__-__-_-_----___--_-----------____
___--_-----_---__---_-_--_-_-_-____-__---___--_-_--__---_-_--________---_-__
0010まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2015/12/19(土) 18:15:10.11ID:???
___------_--_-___-__------_-_----_-_-____-______-_-__-__--_-_-__--___---_-_-
____--___-_---__-___-----_-___--__---_---__-____--__--__---_-_--_-__-__---_-
----__---______-_--__-____-_-____-_--_---_-__---___-_____--__-----_----__---
_---____---_-_--_-_--_-___-___-______----_-_--_--_--_--_____-_-_-___-_------
___----_-__------___---___-_---_-__--_____-________-_-_-_---_---__--_-_-_---
_-_----__---__-_-__---------____-___--_____-_______--_-_--_-___--_--_-----__
-_____-_-___--_-_---_---_-_-___-_---_---_-__-_-__-_---------_-____-__-_-____
__-_--__-_--_-____-_-_-__--__--_---_----____-___----_-_-__--__--___--_---_-_
_---__-__--_-___--_-_-_-_--__---_--__-____-_-_----__----_-_-__-_-____--__--_
____-_________--__-__----__----__-__-___--_-_--__------_-_-_-_--__----_--_--
___----__--__--_----__---_-_____--_--_____-__-__--__---___-_-------__-_-___-
_--__--_-_----____-_---_-_____-__--_-__-_--_--_---__--_-__---__-_____-_-_---
_-_-_--_-____-_-_--_---_-_----____--_-__-________---___-_---_----___-_----_-
_--_--__---_-__--_--_-____--____--___--_-___---_----_-_-----___-____----____
----___---_--_-_-_----__-_--_-____-__-_-__-_-___-__----__--_-__-_---_-____-_
-_--_--__-_-_-_--___--_-_----_--_-_--_---__--__-_--_-______--__-____---__-__
_____-_-_-______--_-_-----------_---_____-_---_--___-_--_---__--_-__-___-__-
-_--__-_-__--_--_---_-__-_-__-____--___--_-_-_---_----____-_-_-_---__--__-__
-_--__--___----__-_---_-_-_---__----__-___-_-___-_-__-----____-__-_-_-__-_-_
_-_______----_______---__---____-___-_--_-------_-__----___--___---------___
-------_-___-_--_---____--__-_-_____--__-----__-_-_-_----__--___--__-____-__
__--_--_-___-_---___-__-_____----__-_--__-___-__--------__--_-___---_---_-__
-___-__-__-____---_--___-_-_-____-_-_--_-__-_------_-_-__--_-_-_-_-----___--
_--_-__-_-__-_-_--_-_-__-_---_-___--------_-_---_-_--___--___-_-_-___-_-____
_-_____-_-__-__---_---_--__-_--_-__-_-_-_-_-__--_----_--__-_--_-_-_--__-_-__
__-_-_--_---____-_-__-_--___--_-_--_-_-----____-____--_---_-____-----_-___--
_---_---___-___-__-__--_--__--_---_-_-_----_-----_-__-___-_--_-_-____--_____
_--_-__-__------_--_______--__-----__-__--_-_-_--_-__-____-_-_-_--__--__--_-
__-___--_-----_--_--___--_____-----__-_---____-___-__-__----_-_--__-_-__--_-
__-------__--___--___-_--_--_--__--__--_-_----_--_---_-_-__-__-__-_____-____
__------__-_____---__-_----_---_-____-__-__-__-_-_-__--_-____--_--_-_---_-_-
-_-_-_-__-_-_--_____-__-------_--__-____---__-----___-_---__-_--____-_-_--__
__--__---___-_-_-_-----_-_---_--_----___--__-_---___--__--_--______-_-___-__
-----_-_-_-__--_-_--__-_--____--___---__---__--________-_---_____---_-_-_---
_-_-__-_--_-_-__-_-__------_--______-_---__-_____---__--_--_--___-_--_-__---
-__--__--__-_-_---____---____-__--_-___--___-_-_------_---____----_-___--_-_
_-_-----____---______-___--_-_-__-___-___--_-_-_--_-------____----__---_--__
__--_--_-___--__--___--___----_-_-__--__--_-_____----___-__-----___-__----_-
---_-_---___-___---_-___-__---_-____--_-_-_-__-_-----_-_-_--____-_--___-__--
_--__-_-----_---___--__---____--_---__-__-_-__--__---_-------____-_____-____
__--_----_--_-___-__--__-_---_-__-__-__--_-_______---__-----___--___-----__-
-_-_---___--_----_-----_-___---_-_-___-____-_-_-_-___--__----_-___-_-_____--
-_-____-__--__-----__-_--_-____-______-__---_-_-_-___-__------__-_----__----
---_____-___----____-_---___------_-___--__------_____---_---__--_--____-___
_____-___---__----___-___--__---_-_-_-_---_-_---_---__----___-__-_-____-_---
-_-_-_-___-_-_--___-__----__-___--__---__-_-_-_------___--_---_-___-__---___
-_____-___--_____---_-_---___--_-_-_-----__--__-__-_-_---___-_--_-__----_--_
-__---_--_--_--_----_-__--__-_-_-_--__---_-____-__-_-_-__----_-_______-___--
_----_-_--_-__-______---____-_--_-_-----____-_--_-__-----__-_---_-__-_-___-_
-___---_--__-_---__-_-_-_____---_-____-_--_--__---_--____-_-----_-__-___--_-
0011まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/01/02(土) 18:57:26.24ID:???
_---__-____----_-_-__-_--__-----_______--__-__--____--_--_--__-__--___------
_-___-__-_--_-_-_---_--_-___-_---____--_-_---_-_---_--_____--_-__-_---_--___
--__----___-_-__--_____--_-___----_-___--_--------_--____--_-___--_--___-___
_---______-__-_--___--__--_-____-___----__-_-_---_-_____-_----_-_-_---_-----
___-_-__---_-_-____--_-___-_-_-_--___--_----______-_---_-_--_---_-__--_-_---
-___-_------_-__-___----_--__-__---_-___-__-___-_-__--_-____-___-_---_---_--
-_--_____--_-_-__-_-__-__-__----___-____-___----_--------_--___--_-_-__-_-_-
---___-__--_-__-_-_-___---__-_-__-_--__-__--__-__-__-----__-__-----__--_--__
___--_--_-_-__----__---_--_--_-__-_-_-_-----_--_--___--_--_--_________--____
_---___---_-___-_-_-_--__--______--___-----_-_-___---__-____---_--_-_-__----
__-____--__--_-_--______-_--_---_---__------_-__---__---_-__----__-_-_____-_
---_-__--__--_----__-___--_______-----__----_-___-_-__--_-_-----__-____-_-__
---_-_-__-_-_______--__-_---_----_-_-_--_-__---_-_--_-___-_____-___-_--_----
-----_-----_----___-_-_--_-___-_-_---________-__-_--____-__-_-_---_-_--__-__
_-_--____--___--__---____--___--___--_-----_--___---__-__---_-_-____--_--_--
----_--_----_-__-_-__-____-_--_-_____----__-___-_____-_____--__-------_---_-
_-_____--_--_----____---__-___--_-__--_--__-__---_-__-_--__-__--_-_----_-_-_
--___------____-__--__-_------_-_-_-_-__-__---_--_--_-_---_-_-___-_-________
__-_--_--__--_----___--_____-_-______----____---_-___------_---__-____---_--
-_-_-_______-__--__--_-----_-----_--_-_-_____-_-_--___------_--__-___---____
_-__-_--__---___-_--_-_-___-__-___--------____--__--_---_--__--_____-__---_-
_-__--___---_-_--_-____-__--_--_---_-__-____---_----_-_-___---_--__-___-_-_-
__-__----__-_-_-____-_--_-__-__--____--__-_--___---____-----_----_-_--_---__
___-_--_---__-__-_--__-___-______-_-_--_----_-__-__------____-----__---__-_-
---_----_--______-_---_____-_-_-___-____-_-_--_---__---_--_-_-___-___-_-----
-_---_---__-__-_-____-_-___-__--_---_-__-_-__-__-__--__----___--_-_--_-_--_-
-__--_______-_---_-__--___--_--____-------_-__-____--_----__---_____--_---_-
__-_---___-_--_----_-___--_-----__--_-_---_-__--__--____--_-_______-_-_-__--
_--________---_----__-____-_----_--_-___--__--____-_---_--_----_-__--___---_
_-__--_--_-_-_-_-_-_----______---_-__-__-_____----_-_-_-----_--_-__-__-___--
_-_____-_-_-_---__-__-_---_-_-___-_-_-_-__-_-__---______--_-_-_----_------_-
-_-_____--_--_--_-_-__-_---_-_-------_____-__---_-__--____---_-_-_-_--_-____
-__-------_--___-______--__--____-__-____---___------__-_-__----_-__----_-__
-___-_-_----_-__----_----_-_--_-__-_-__-_-_--___--___--_-__--_-_______--_--_
_---___-_-_--_--___-_----__-__---__--_-__-_--_-_-____---______--____-_------
_-__-_--_-______-----__--_----_____-----_--__--________-__--_--__-----_-__--
-_-__--__-_-_-_-_-__---_____--_-_-_-_--_-____-_---_--___-__-__------__-_-_--
--_--___---_---____-------_-___--__----_-_--__-__--_-____-_--_-__--____-____
_---___-_-_-_--------_____-__-___-_------__--_-__-_-__-___----_____-_-_-__--
----_--__--__---_---_-__-_---__-_-_-_--__-____--___-_____-____-_--_-_---_--_
__---__--___-__-_--___--___---_-__---_--____-_-__--_-__-__-_----_--__--_-_--
____-__---_-_---__---_-___-____----____-_____----____----_--__---__-_-_-----
-___---__-_---_____--_-_--_-__-------__-_--______----_-_--_---__-__-_____--_
-_--------__-____-_-_-_-_-____-__-----_--_____--__-_---_-_-__---_-___--___-_
__-----__-__-__--__--_--_---___---_---_---__-_______--_-__-_--__--_--____-_-
-_--_-_----__--__-__-_-_--__--__----_--___-__-_--__-_--_---__--_____-_-__-__
__--__-----_-----_-___-_-_-_--_--___---___-__-__-_-_-___-_-__-____-_---_-_--
_---__--__-_-------______-__---___-__--____----__-__---__----__-_-___-__--_-
__--_---_____---_-__-__-_-_-_-__---______--____--__---_-__-_-__----_----_---
_-__----___-_-----_-__-_-__-___---_-----__--_---___-_---_-_____--__-__--____
0012まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/01/09(土) 18:16:31.60ID:???
-__---_-_-_-------_--____----_---__-___-_-_-____--__-__-___--___----___-___-
___--_-__-----__-_---__-__--__-___-_---____---_---________-_---__---_--_-_--
__----_-___-__----___--__---__-__-__-_--__----_____-____--------__-_-_-_--__
_-___--_-_--__-_--_-__-_-__-__-_---______--___--_------_______---_----__----
___--___--_-__________--___-_--_-___-_-------_____-_-------_--__-_--_--_----
_-------_-_--__-_-____--_----_--_--___-_-________-__--__-_-__----___--_-__--
_---____----__-_-----_-_-____---___--___-_---_--______-_-_-__-_-----__-_--__
-__-_-_--_-_-______---___-----_--______----__-_-____---_--__--____----__----
_-___-___---__-___-_-_-_____-__--__---_--_____--_-__---__-----_-_--_------_-
--__---____-__-______---____-___-__--_--__--_----_-----_--____---___-_----_-
-_-_-___-----_--__--__-_-_-___---_-----___---_---____-___-__-__----_-___-___
--_--_-_____--_--____-_-__-___-_-_--_-_-___----____-_-------___--__-_---__--
-_-____-_-__-_-_----__-_----__-_-___-----__-_--___-_---__-_-_-___--_-__-_--_
_----_---_____-__-__----_-___--_---_-_--_-_-___--________-__-_--_---__-_----
___--_--__-----_--_-_-____---____---_--__----------__--_-____--_-________-__
-__--_____-__-_---_-____--_____----_----_---_--__---_-_-___-___------__--___
-_---_-_-----_-__-_-___-----_____--_-_-_---_-_____-----__--______-__---_-___
_--_----___-____-_____-__-__---__----_--__-__-__------_--__-___-_-_-_-__----
__----_-__-____-_-_--__-__-_-_-__-__-----_-__--__----_--_-___-_--__--_-_--__
--__-_-_--___---__-____-____---_-_-_--__-_---__---___--_______-_-_-------_--
--_-_-__-____-_-_------__-_-_--_-__--____-_----_--___----_-___----_-_____-__
-___-_-__--__-_-_____----___----___------_----____-_---____----_--____-_-_-_
_-_____-____----_--____---__---_-_____-----__-_--___-------_-___-_---_-__-_-
-_--__-_--_--_-_______-___-___--___-_-__-_-------_--__-_-_--__-_---_--_--_-_
___--_--_-----_--___-_---_-_____-__-__--__--__--_---__-_--_---_-_--_-_-_____
--__-__--_____----_--_---__-_----_-_-_-__-_--_-___-_--_-__--_-_-__----______
_-_-____-_-----__-__--__-_-___--_---_-__------_----______---_-__--_-_-_-____
---_-___--__-_-____-----__-__---_-_--___----_---_-_---__-__--_-__-____--____
_-_--_-__---______----_____--__--_--_-__-_-_-_-_-_-___----_____-_---_---_---
_-__-----__-_--___-__-__-__-__-------__-___-_-----______----_-__--_--__-__-_
_--_-_--_-_-_-------__-_-----__-___-_--_-________-_-_______-___--------_-__-
-_-----__-____-_--_-_---____--_-_-__--__-__-----___-----___-_--_--___-_-____
--__------_-_-_--_-___-_-_-____-___--_--___-__--_--_---___--_____-__-_---_--
_--__--__-_-__---__--___-____---------____---____-_-_-__-----__-_---__--____
-___--_-_-__--___--_--__-___--____---____------___---_--_--_--_--_-___--_-__
_--_------_-___-__---___---_-_---___--__-_-_-__--___-_--_-_-_-_-_-_-___-_-__
__-_-________-_-__---_--__-_--_-_-----__-__-__--_--_--___-_-__----___--_----
_-__--_____---_------_--_-_-____-_-__--_--___-__--____-_----___-___------__-
_--__--__-__---__-_-_----___-_-_-_--___-__---____-_---_-___-__-_--_--_-__---
-_-__---__--____----__-----_-_______-_---_-_----------__--_________---_-____
---_-_-__---_--__--_-______-____---_--__---__-__-_----_---____-___--__--_--_
__-_-_____-_-_---____----_-___-_-_------_--__---___-_--_-_-_-___-___----__--
_--_---__-_-_____--___-_-____-_-_-_-_-_____--__--_-_-_-_-_-----__--_-_------
-_-__-__-_-___---_-_____--___-_-_--_-_-_-___-__---_----_--__--__---__---_-_-
_----------_-_-__---__-__-__-_-__--_---___-__--____---_-____--_-___---____-_
-_--__-----_--____---__-_-__---____------___-___--____-__-____-_--_-----_-__
_-__-_-_------__------____-------_--___-____--_-_-_---_-_-______-____--__-__
--_-_--_-_--__---__--__-_____-_-___-_--_-__-___-_-_----_--_-___--_--__--_--_
-_--___-----_____---_-----______------____-__-_-____---_-_--___-_-_-----____
-___-__---___-_-_-_-_--____-__-_--_---____-_---_-_----___-__--__-__--_-_----
0013まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/01/23(土) 16:19:42.98ID:???
__--___-__-____--_-__--__---_-_____--_-__-_--__-___--------__-_-_---___-----
--_______-------__--_-_--_-__-__-____--___--_-_--___-____--_---__--_---_--_-
-----_--__-__-_---__--_-___-____-_-_-_-_--_---_--_--___-___-___-__-__-_-_---
---_-_--_--__-__-_-------__---_-__-__--____-_---_-___-__-____-_____----___--
______--_--____---_-___-_--_----_-_-_--_--_-__-_-__-___--__---_-__-_---_-_--
----__-__-__--___-_-_--_--_-_--__--__---_--_---_------___--___-____-_-______
__----__---___-_-_---__-__----_____-----------__-__--_-_-__-__________--__--
_----____-__-_--_-___--___--__--___-___-___-__---___-_-_-_-_-_-----_-_------
_-__---_-_-_--______----_--________-_-___-______-_------____-------_-----_--
-_--_____---___-_--_-___----_----_-__-__-__--_--____-__-------_---______-_-_
____--____---_--_-_---_-__--__--_-_---_-_---__-_--___--_____--_--_----___-__
_-_-_-_--_-____-___--------_---__-_--__--__-__-__--__-__---_---___--___--___
__-__--__--_____-__-__-_--_--__--------____---__--_--_-_---__-___-___-_-_---
--_--__---_--___-_-___-_-___-__-----_--_-__---_--_-_-_--_-_-__----_____-____
-_--___--_----___-_-_-_-____--_____--------_-__--__-____--____-_--_--_----__
___--__---_-_-__---___-___---____-___--_---___---_--_---_---_--__-____--__--
____---_--__----_--____---_---___--__-_-_--_-__-____-____-_____-----__------
__---__--______-----_-____--_-_--_-__-_-_-_-----__--__-___---_-___-_-__---_-
-_-__--_-____-_-__------_--_--_____-__-__-_-__---_--___-__--__---_-_-___----
__-_-_-__--_--__---___-____-_-_-__---____-_-__---_---___-_-_-----_--___---_-
_-_-____-_--_---__--_-___-___------_-___--_-______-__----_--___----____-----
__-__---_-__-__--___-_---_____--__-_-_--_-__---_--_--_-__-___--_----___---_-
--_--_____-__-----__-___-__----_--_-__-___----__---__--__-___-___-_-_-_---_-
_--_-_____-_--_--_-___--__--__--_-__-___--_--__---_-_---_---_-_-______--_---
__-_--____----_----_--_----__--______--___--_-__--_---______--_--_--__--_-__
___-_---_--__-_-__-------____---_-_-_____-___-_--_-__--__---__--_-_-__----__
-__---_-___-_-_-_---_--__--_____--__--_----_---_-_--__-___-____-_-_-__--__--
___-__-___-_--_--__-__-_-__-------_------_-_---________---___-___--_-_---_-_
-_----__---_-___-_--____--_---_---_--_-_--___---_____---_---____--___-_-____
-------_-__-_--___-__-_---_-_-_--__-__--_--_---__-_-____-_____--___---_--___
__-__-__---__--_-_-_______-__-__----_-_-----_-___-___--_---___-__-------__--
--__-___-_--_-_--___-_----__-__--__-_--___-___----_--_-_-_--__-__----___--__
-___-_--_---_-__-_____-__----_----___--___-___-----_-----__-__-_--__---_____
_--_--_-----_-_--___-_--_-__-__-__--_-_-----__--_-_______-__---___--_-_-_-__
--__---_---___-___-_-__-_-_---_____----_--___---____-_-----___-_-__-__-_--_-
______---_-_-__-_---____-___-____----__--_--__--__---__--_-----_-__---_-__--
_--------_-__-___-_____--________---_----_-----_-____-_--_-___--__-_----___-
___-_-----_--__-___---_-__-___--_-_-__-----__--_-_--__---_-----_____-___-___
-___-_-_---____-_-----_-_-_-_-__----_-_--__--__-_--__--__--____-_--__-__--__
--_--__---_-------___---_-__-__--_---_---_-_____--_--_-_-______--_-___-_____
--_--_-__-____--_-__-____-_-_---_---_---______--_---_-----__--____-___---_-_
--__--_-__--_-_-___-------_---____-___--___-_--___----_-_-_--_-____--__--___
_-_-_-_-___-_-___-------_--__-_-___-_-__--_-___-_-__-_--_-___-------_--__-__
-_-_____--_-__-__--_---_-_-__--_-_--__---__-__-_-_-__---__-___--_---__--_-_-
-___--___-___--_----_---__--_-___-___-__-_-_-----___-----_____-_-_-___--_---
___---__--___---____--_____--_---_---_-_-_____-__-_--__-------___--__--_-_--
____-_-___---___---__----___--__-_-_---_-_---____-__-_-_-_--_____-_--_------
----_-___-______---_____-_-_-_---____------__---_-_--_-__--___--_-____-_----
__-_-_-__--_---_-_-_---__--______--_--_-_---_--__-_-_-____-_------__-_-__-__
___-__--_____-__-__-----_--_----_____-_----___---__-_-__----____-_-_-_--_---
0014まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/02/13(土) 17:49:38.71ID:???
-_-___--___--_____-__-__-_---_--__-__---_--_---_--____-_-_-_--____---_---_--
---__-_-__--___--__-_-__--___--_---__--____--_-_--_-------__-_-_-__--___-___
__--_-_-_-_-__-_-_-_-_-----______--_-_-_--_---_-___--_-_-_--_------__-______
_--___-_--__-----____-_-_--__---_-_____-_--__-_-_--_-__-_-__-----_--_-____--
_-__---________-_-_--_--___-__-------_-_--_-_____---_--___-_--_-__----__-_--
-------____--_-___--__-____--___-__----_-_-__--_-_---_-____-_--__-_-_--_-__-
_----_-_____-_-____--_-_--_-__-______--_-____---_-_--_--__---_--_---__-_----
-_---___-__-_-_-__-_--_--_----___--_-____-_--_----_--__-____--_----____-_-__
__---_----__-___-_-_--_-___--___------__---__---___-_____----__-__--__-_-_-_
--____----__-__--_-_-___--_____--_____-___-__--_---_--_--__-_-----__---_---_
-----_-_----_____---_-__-___------__-__________-_-_-_-__--_-_-____--_-_-----
-___------_-_-___-___-__-__-__-_-_-----__-_--_-_-__-__--_-------__-___-__-__
----__-__-___---__--_-_____----_______----_--_--___-__--_-_--__--_-__--__---
--______-_------_---_-__-__--_-____----_____-_--_-____-----__-_-_-_-___---_-
--__-___-----_--_---___-____-_-_--_______-_-_-----___----__-_---____--_--_-_
---_---__--__--_----______-________-_-___------____-__------___----_-__--__-
_-___-_-______-__-__--_--__-_-__---_-__-___-_-_-_-__--_----_---_-_-_----_---
--___-__-----___---_-_--__-__-_-_--_____---___---__--_----_-___-_______-----
---_---_--_--_-_-__-__-__--_--____-----_-_--_--__-__--_-__--____-__--_-_____
--_---_-_-----____-___-_---__-___----_-_____--_-_-__---___-_-__----__--____-
_--___--___-__---_---_--_-_-_____----__---___-_-_---_-__-_-______------__-_-
---_-_----___-___--_-_-___--_---___-__-__---_-_-___-_--_--___-_--__-__---__-
__-_--__-__---_-_---_-_---_--_-___--_-___---___-------____-_--__-___-__--___
__--__---____--__-__----__-_-------_-_--_-_-_-__-_-___-__-__---_---_-___-___
_-----___--_--______-__-_-_-_-_____--___-----_-___-____----_----__-----_-__-
_-___-__----_--_------_____-__---_--_-__--__-_--__-__----___-__--____--_-_-_
---__--_-_-__---___-__--__-__-___--_____---____-__--_-_-_--_--___----_-_----
___--_---__-_--_____----__-_-____-__-__----_-_--_-_-_-----_-_--_--___-____--
--_----_-__----_-_---___---______-_--__-_--_-____--__-___-___--_-___----__--
-_-___-_______-----___--_-_----_-____-_---__--__-___--___---__-__----_--_---
-__-----_-__-_-_____-_-_--________-----__-_-_--_-___---_--__-_-__-----_--__-
__--_-_----_--_--_--_-___--_-----_---____-______---_-_-_-_-__-_-_--____-_-__
---_---_---__-__-___-____-_-_---____-__-____-__-__-__---_-_---_----_--__---_
-_-___--_-___----_----------____-_-_--___-___-_-___-_---_----__-_______---__
___--__------__---_-_------__--__--_____-__--_-___---_--__--_-_____-_-_-_-__
____-_-__-----_____-_-__---__--__--__---_---____--___-__--___--_--__---_----
_-_-___---___-___-_----_----_______-_-___-_-___--___---__--___-----_----_---
__--_-__--_-__-_--_____--_--_--_-_____----_----____--____--_-_--_-_---_--__-
-__-_-_-----_-__-__-_-__--_-__--_--__--__-___--_-_-_-_---__-__--___---_-_-__
___-_-_------_--__-_--__--_--____-----___--__-__--__-___--__--__--_--__--___
____-_-_-__--__---_--_-_----_--__-_-____-_---_----_----_______-___-__--__---
_-_--__--______---_-_-__-______--__---__------__-_----_---_-_-___-__-_--_-_-
-__---_-_-_---_-__--_-__-_-___-_-----_-____----_-_-_-_-___-_-__---___-___--_
__--_--____-__-_-__---_---_-___-----__-______--___---_-_---__-___---_-_-_---
_-__--_____-____--___-_--_-__--____-----_-__----__---_-__-__--_-_-_-_--_----
-_-__-____-_--_--_-_-_-__-_-_---__-_---_-_----_-___--___-_-_-----_-__-_-____
_--_-_____-----__-_-__-_-__-_--__---_-_-_--__________----___----_--_---__---
__-_--_-__---___-_-----__--_-____-----_---______----____---_--__-_----______
______--_--_-_-_--___--____-__---_--_---____---_---_____----_-_-___---__----
__-------_--_-_-__---_---_-_-____-_---__--_--___-_____--_-____-__-_-_---__-_
0015まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/02/27(土) 17:10:42.46ID:???
__------_---_-__----___-___-_-__-_--_----__-__---_--_-____-__--_-_-_-_____-_
__----__-___----_---__-_-__-__-_---_-----___--_---__------_-_____________-_-
_----_____-_---___--_-_---___------_-_-__-__--_--___-____-_---_-__-_----____
___--__--_-__-__-_------____--__-_--_-_-__-___---_--_--_---__-_____-_-_---_-
-_--_____-_____-----__-_--_--_-_--____----___---_-__-_--__----_-___----__-__
__-_---__---____-___-_--_-_--__--_---____--_-_--_-_-_-_-__-__-___--_-_----_-
-_-__--_--___--____--_--_--_-___-__-_-_--_-____----_---_____--__-_-_-_-_----
_____--__--_--__-_-_--__--__---___----___-_--__-_-_-_--_-__---___--__-_----_
-__-__--__-_----____---__--__--_-__---_------_-_---__-____--_______-_--__--_
___-_--____--__-__--_-__--________--_----_--_-_-_-__-_-----_---___-----_--__
_-__-__--_-____---_-___-_----___-----__-____-____----_--_--_-_--_----_-_-___
--__-_-_---_-____-___--_---__--_--__-_--___-_-__---__---__--__-_--__-_-__-_-
_-----______-___-_-_-_--__-__-----_---_--_--_____--_-_--____-_--__--_---___-
---__--____-_---_----____-----__----_-_-_---_-__--___-___----_--__________-_
__-__-_-__--_--_-_-__--_--_--_---___-___-_--_-__--__--__----___--_--_-____--
_-_---_-_--___-____---__--_____-__-____-__-_-_--_--__-----_-___-__-_--------
-_-____--_-_____--__-------__--_--__--_-_-_---_-__--_-___-____-__--_-_---_-_
_-_-__----___-__-_-_---__--_-__--_____-_--_-__---___-____--__--_-----___----
---__-_-____--__-__-_-__---__-_--_-_-___----____-_--_--___-_-----_-__-___---
--___-__-_-_-_-_-_---_-__-___-_--_--_-----__--__--_-__---_-__---__-_-__-____
__--__---___-_---------_---_-_-_-______-___-----_____-_-___-___-___---__----
----____-___-_-____---_-__-_-_-_-__------_---___-_-__-__----__-_-_-__--_--__
_--_-__-____-__-_---_-__-_----_-____-_--_--___-----__---____---__-___----__-
_____-----_-_-__-_-___---__--_-_-___-__-_--_-----__-___-____-_-_---_--_--_--
_-_---_-__-__-_-------_-____-____--___-_____-___---_-_--_--__---__----__--_-
___-__--_--__----_-_-_--------__-_______-_-----__--_-____-__---__--____---__
-_-__--___--__---_--___-__-_-_-__---__-_-___-___-__----___----__---__----__-
-____-----_-----__-_--_-__--_____--_-----__-_-_-----___________-_----___-_-_
-__-________--__-__-_-__--_-_---__---___-_----_-__----______---_-_--_--_----
-_-_-___-_-_-__-_---_-__-----_____--__--_-__--_-__-------_-__-___--_-_____--
-_-_____-____---__-____-__---___-____-_------_--_-_----__-____------__-_----
_-__--_-_--__--__--___--_____-_---_--_--_-__-__--_-_--_-_____-----_--__---__
_---_--_-_-_-___--_-_--------__---__-_-____-_-___--_-__-__-___----_-__--____
--_--_-_-__--_-_--__--______-___--__---------_-________--_----_-_----_____-_
____-___-___----_-__-_-_-_---_--_---__-_--_-__-_-_---___-__-------__-__--___
--___---_--__-___------___-__-_--_--_----_______-_--_--_____---__--_--____--
___-__-_-_---_--__-__-___-----___-__-_--_-_-_-_---_-__------___-__--__-_-_-_
-____-____-_-_--_-__-------_---_-__----_-_-___-__---__-__---_-__--_____--_-_
-_---___--_-___------_____-__----_---_-------___-___-__-___-____---___-_--__
--_-_-_--___-__---__-__--___-_-____-__---_-__---__----_-_-______-_----_--_--
_---____-_---___--_---___-_--__-__---_-_--_--__-__-__---___--__----__-_--___
-_--___---__-_----___---_--__-_---_-_-_-__-___-__--_---_____-_____---_-_---_
___-______--__-_---_-__-___-_-_-__-_--___-_---__-_--_--_-_--__--_-----_-_---
--___--_------__--____--_-__-__---___-_--_--__--__--_-_-_-____-__-----___-__
_---_-__--__---__--__--_____---_-__-___-_---__--__-__--_-_-_---_-_-__--_--__
---_----___-__-_-____-_---__-_-__--__-__-__--_---____--_---___--_-_---_-_-__
___--__-___--_--_---_____--__-_---_-__-_-_--__-_-__--_-___----__-_-_---__---
__--_-__---_-_-_-_--__--_-__------__---__---_________-___--------____---____
_-___-_-__-_-_---___-----_-_--__-__-_______---_-__-__-__--_-__---_----_--_--
____-____-_--_-__----_---__-_-____--__-_-_----_-_-___--__----_--__-__--__---
0016まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/03/12(土) 16:49:57.22ID:???
--_-_--____---_-_-_--__--___-__-_-_-_-___----__-----__--__-___-_--___---___-
-_-___--_--_----_______-_----__-_----__--__-____-_--___---__-__-_--_--_---__
--__-__-__--__--------__-___---____--_-_-_-_-__----__--__-_-__-_---_-___-___
_--___-__---__--__-__-_-_------_-____-_----__----_-___-____-_-_--___-__-_---
__-_-__-_______-_-_-_----____-___-----_----_-__-__-__-_---__--_--___--_-----
__-__----_-_____-_---__-__---__----__--____--------_--_----_---__-__________
--_-__-_-_--____--__-__--__--___-_---_-____--_-_-_--__-__-___-___---_-------
____-___--_----_-___-_-_-_--_-___---_--_-_-_----_-__-__-__--_--___-_-----___
--__-______------_-__-_--______--__--__-_--_--_-______-------___-__---_--_--
__-____-__-_-----__--_----___---_-_---_----_-___-_-_-_-_-__--____---_-__-___
_--__----__-_____-_-__-___------__-_-___--__-_-___-_-_---------__-__--___-_-
__--_--__-_-------__----_-______--___-____-____--__---_--_---_---_-__-__--__
---_------_-_-_-_-_-____--_-_-___--_-__-_----_-_-____--___-______-_----_--__
___---_---___-_--______-___-__---_-_--------____-_-__--__-__----_-_--____---
--___-___---__--____-_--_---___-_--_---_-___-____-_------_-___---___-___----
_--_--___-_____-_-_-__-_--__----_---_-__---------____-_-_-____--_---___--___
--____--_--_---_-___-__--____--__-_---_-___-_-_-_-______--_-----__------__-_
---___--_-__-_-_--_---_---_-__--_-____----_--_____----_-__--__-___-_--__-___
_-_-_-_-__-----_-___-_____--____-_--____-__--_--_-_-_--_-_-____---__--------
_-_-_--_-_____-__--_-____--___---_-_------__-__-__---_-__-__-___----_-----__
-_-_---____---___--___--_-__-_-_--_________---------__-_-___-_-_----__--__--
___-_-_-_--__-_-__--____-__--__---_____-_--_-___-__----__--__---_----_-_----
-__--_--_-__--____-_______-------_-__-----_--____--_--_______--_--_-__--_---
----_--_-__--_-__--__-_-_____-_-__-___-__-----_-_--_----_____-__--___-__----
_-__-_-___-_--_--_---_----_--___--_---___-___---_--______---___---_----_____
___-----__-_-_-__-_--__--_--_---___--_---_____-_--__-___--_-___-__---_-_--_-
-_--__--__---__--_--_-_-_--_---_-__-___-_-_--__-_--__--___---__--_--____-___
_----__--__---____-__--_--_-__-_-__--______--__-___--_-_-___---_---_----__--
-_--__-_-__------_-_-__-_---_--__--_-____-__-_--_-_-__-____-_-_----___---___
_-__--_-_-_----__-___--__--_--_--__----__-__----__-_-____----_-_--______-_-_
------__--__-____------__-____----------____-___--_-___-_----_-___-_______-_
____-_--_____------__--_-------___-__---_-__-____-___--_-----__-___-___--_--
-__--___----____-__--_-___-___--____-_--_-__--------____-__--_---_-_-_--__--
-___-_--_--_______-___-_____--__---___------_-__-___----__-_------__---_--_-
--_--_____-__--__-_-_-__----___--___-_--_--_____--_----___-----_--__-__--__-
_-_---__-___-_----_-__--__-__-__---___-_--__-_-_---___-_-_-___-_----_-__-_--
-___-__----___--_-_-_-_--_-__-_-___-___-_-_-__---_______--__-----_--__------
__-__--_----_--____-_-_____-_---__-_--__-___--__--_--__--_--__------____---_
-__---___-_--__--___-_-_-_---_-__---_______--_-_--_---__----____-__--_-_-_--
__________--__-__---_--_----_--_-_-__-____---_-----__-__----_-_____---_---_-
__--__----_--------___-_-_-____-_____--_-_---_---_-_-_-___--____-__--_-_-__-
--_-_-__-_-__-____--__----__--__---__-_-__---__-__--______-_-_--_--_----_-_-
__-__-___-___-_-_-____-_-_--___---_-__--___-_-----__---_-----__--_-__--_---_
_------___----___-__---__-----_-_-___-_-__-----____-_-_--_____--___-_--__-__
___---_-_-_--_---_-_----_-__---_-__-_____--_-_--___-_-___--_--__-__--_-__-_-
_---___----_--_----__---____---__-____--___--__-_-_-__-____--_-___--_--__---
-__--_-_---_-__-_-__-__--_____-----____--_-_-_--___-_--__--___-_--_--_-_-_--
_-__----___----_-_-____-_______-_---_----___--_---__--__---------___-_-_____
-____--_-_-__-_--_-__-_-_-__-__-__-_-__---__-___-----__-_----_--__--___-_---
-__---_--_-_--_-__--__-_-_----__-_-__-_----_-_---__----_-_______--____--____
0017まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/03/26(土) 17:14:46.07ID:???
_--__--__-__---__----_-_-_-___-_-_-___-__---_--__--___------___-_-_---__-___
__--____---_---_--____-__------------__-__-___--_-_---___-______--__-_-___--
-______---_--_--__--__-------____-__------____---___-_-__--__-_-_-__-_-_--__
_-_---_-__-__-_--_-____--__-_-___----_-------_-__---_____-__--_-__----__-___
_-___-_--_-__--__-___--__--_-__---__-----_----__-_-_-_-_-__-_---___---_____-
-----_-----_-___--__-___---_-______---__-____-------_--_____-_---__-_--_____
_-__-__---__-__---_-____-_------_---_-__-_--_-_-_---_-___-__-_--___-__--__-_
__-_---_--__-_-_-----_-_--_--_-_--____-_-_-_--__--__---_--___-____-__--_-___
___--______-----_-_-_--_--__-__-_--__-____--_--___-_-_---_-__---_--____-----
_--_-___--__-__-_--__--_---_-___---_--_-____-_--_-_-____----_______---_-----
----__--__-____----____-__---_--____-__--____--_-__-_--_-_---__-----__-___--
_-_-_-_-_-__-__---_-_-___-_--_-_-_-_-_-_-__---_-_----__-__--___--_-__----___
-______--__-____--__---____-_-_-__----___-__-_--_____--__-----_--_-_--------
-_-__-______----________-__-_-____--___--_-_-_-_---_------__-_-_-_-------_--
-___-_____-__-__--____-___--_-__-___-----__---_-_-------___-_-___----_--_---
-_-__--_-_-__-___-_--_----_--_-_-___-____-_--_____--__-_-_-__-_-----_--_---_
-__-___-____---___-----_-__--_---_-_-_--___-___-___-_---___-_---_-_-__-_----
---_--_--__--___-___--__------_-_--____-___---_--_--_-_-_--____---__-_____-_
_--------__--_--_____-__-____-_--_--_____-_-_------_-_-___-____-__--_----__-
--__-__-__-_----_---__-__-__---__-__--_-_-_-_-----____--___-_--__---___-_-__
______-__---_--__-___-_--__------_-_-_-_-_---____--___------_-_--____-___---
--___-------__---_-_-_-__--___-__-_--_-___---_-___-_-__-__--_--__-_-_____---
--______-----_-_-_-______-_-__-_---_-_--__------___-_-----__-____-_---__--__
__-_-_------_-_--_--_--_____--__-__-_--_--_-_____--_-_-_-__---_--___-____---
__-_---_--__--__-_---__--__----_-_-__------_---__-_--_--__-__-_____-____-___
_--_--___--_-_--____-____-___--_-___----__--_-___---_---____-_---_---__-_---
---_--_-___-_-_-_--__-_-_-------_-__-____---___-_-_____-_-_-_-_--_-_____----
--____----__---____-_-_--___--_-----_-____----_--_-______-_----__-___-_-_--_
_-----_--_-____----__-_________----_______--__-__-_---__-_-----____-_-------
_--__-_--__-_-__---__-__-_--_-____---___-_--_--___---_------__-__---_-__-___
__---_------_-_-_--__-_-_--_-----_____---_-____--_____-____--_------_-______
-_-__-_----_-__--__---_--___-_-__-------_-__-_____----___---__-__--_--______
___________----_---_-----_--_---_---___-_---___-__-_-___-__-__-_---__-_----_
_--_--_-----__-_____-__-_--__-_--_-__-___-_-_---_----___--_----___-__-_--___
_---__-_----__-__-_---__--__-------_-_-_--__-----_--______--_-__-___-_______
---_--_--__-----_--_--_-___-_-_-____-__---__-_-____-______----__-_---___---_
__---_-_____-_------______--___-__-----_----__---_-___---_---___--_--__-____
---_--__--__-_-_-_-_--__-_--__--_---_-----___-___--__--__-_-____--___--__-__
--------_-___-__-_--___---__-__-_-___--_--__-__-__-___-__--_-----___--___--_
_-----_----_--__-__-_-______---_---_-__--_-____--___-_-_---__---_____-_--_-_
------___-_--_-___-_____---_-_-_-___---__-___-___--_---_-__-______-----_----
-_-_-_-_--__-_--__-----__---__-__-__--____-_-------___--_---___-__-___-_-___
_____--_____-__----_-_-_---_-___-----___-___-__---_--___-----_--_--__----___
-_-_-__--_-_--___--_-----_____-____-__--____-__---__--_-__--_-_-_-----__--_-
__---_--__----_--___------_--__-_---_____-__-_-__-___-_---__-__--__--__-_-__
___---_--__-_-___--_-_--___---__-___-----__----___--_-_-__-_-__-__--_---___-
--_--_--____-_-__-___-_-__--_-_--_----------_---_-__-_-_-__--________-__--__
-__-__--__-_-_--__--__--_---_--_-_-_____-___----_-_--__-_--_--_-__---___--__
--____--_-_--__----_-___-_--_____--___---_--_-__-_--_-_--_-_---_-___-____---
----__-_-_-_---_--______-----_-___-_-_---_-_--_-_-----_-_______--__-_-__-___
0018まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/04/09(土) 15:32:39.74ID:???
_-____-_-_------_---_--__-__--_-__--_---_-_-___-_-___-_---_--_-_-____-_-__-_
____---_---__-__--___-__-_--_---_-__-___-__-__--__-_-------_-_-____--_-_-_--
-_-___-_______---_____------___-_--_-_---___-__--_-_--_-----___------____-_-
___--__-___--_-____--___-__--__-------_---_--_-_-_--_-___-----_-_-_-_-_-____
-__--_-_-_----_--_--____-_------___---___--_-__-_-_____--__--____--___-_---_
---_----_---_______-_____--__-_---___-____---_-__-_-_-____--_-_-----_----__-
-__--__-_--___-__-__-_---_-_---__-_-__-_---__---_---_-____----____---_-___-_
--_-___--_-_--__--_-___------_---__--_--____-_-_-_____--_---_--__-____-_--__
___-_-___---__-____----_---_--__-___-_-__-_-_--__-__--_-_--_-___--_-_--_----
___-____--__-_--_-__-__--___------_--______----__--__---___--_-----___-__---
____---__-__--_-_---_-_______--------_-_____-______-_-_--_--__-__---------_-
----__-_------___---______-_---______-__-___-_-_-_-__---___---------___-___-
-__-_----__----___--_---___-_-_----___-__---_---___-_---__---___-____--_____
-_____---_---____-__-__---_---_-_----__-__--_-----__-___---_--___--__-__-___
-_-__-_-__---_-_----_------__---_--__-_-__-_-__-___-___-_-_-___-_--______---
_---_-_----_--__-----_____---_---__-__-_---_-__-------___________-___--___-_
-__--____-_-_--__------____--_-__--_-_---_--__--_-__--_---_____--___-__-_--_
_--__-_-_-__-_-_--___-_-__--___-_-_-_-----__-__------_-__-_----____-__--_-__
-___--_---_---____--_---__-__---_--__-_--_--_---_-_--__-__-____-____--_--___
--_-____-___-______-_-_-____---__---_-----__-_-__--___-_---__-_-_------__---
----_-_-_-____-_---___-__-_--__-_-_----_-_-___-_-__------_--______---_--____
---_-_-----_____---_--__-_--_--___-----___----___-_-_--_-___--__-___--______
--------_-_____--___-__-__-_-_-------_--_-__-____--_____-_--_-_-____---_--__
__---------_---__---____--__--_-_____-___-____-_-_-_-_____---_-----_--__--__
__-_____-_-_------_-----__-_-___-_----_-_--_-_-_-____--_-____--___--_--__--_
_-__-__-__------____---_--______---__-__---__-_--___--_---______-_-----_--_-
_----__-__-_-_-___----------_-_-----_--____-_--___--_-_--__-__-____-_____-__
-__-_--_-_-_-_---__--___---_-_-__---_-----____-__----__----_-________-_--___
____-__------_-----_-____-___--__---_____--_----__--_--_--_--__-_--___-__-__
-__-__-___----_--_-_-__-_---__-______-_--_-----_____------_--_--___-____-_--
__--__---_-----__-___--_---_-___---___-__-_____-_---_-___-_-__--__-_-_---_--
___-_-___--_-_-__-_-_-_-___--_-__--_---_--__-_--_____----_-_-_---_-_-_--__--
_-__-_-_---___--_-_-__---____-_-_-__--__---_-_-__---__-_-___-_-__-_--_---_--
__--___-_-_-_-_-__------_-_--___-_-__-_--___--_-------______-_--_____--_--_-
__--_----___---__-----__-_--_____-----__---_____--__-__-_--__--_-__----_____
___---_--____-___-__----___------_-___-_----__-__----_____-_--_-_---___-__--
__--__--_--_------___-_--_-____-___-__-__-__-_-_-_------_-__-_--_-__-_--_-__
___---_--_--_-____----_-____---_---_-____--______--_-__-_----_-___-_--__----
-___--___--__---__-_-_---__-_-_--__----___---____-_-___--__-_--_--__-_--_-_-
----___-_--_-___-___---_--__-__----_--________-__---___--__-----_-_--__-__--
_--__-_--_-_-___--_-__-_-__--______--_-_-_--_--____-_-__----_-_---____------
-_--_--______-__--_-__--___-_____---__-__-__-__-__------__-_-_----__------_-
_-__--___-_---___--_---__-__--_--__--_-____--_--_---___-_-______--_----_-_--
-_---_-_--________---------_--__-__--___-___--_____---_---_-_---___-_-_-__-_
--_-__-_--___--___-_--__-__--_-_---__-_--__------__---__-__---_-__--_-______
_-----_-_---___-__--_--_--______-----_--_-_____--___--_____-_-__--_----__--_
----_--__--_-__--_--__---_-_-----_---_-___-_-_____-_--_---__-_____--______-_
-__-__--__--_---_--_-____-__---_---_--______--__-__--__-____--__--_-__------
----_--__--_-___-_----_----__-__-_-------_---__-______--____--____--__-_____
-___-----_-__--__-_-_---_-_----__-_------_---_-___-__-_-___-_--_____-__-____
0019まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/04/16(土) 12:48:38.36ID:???
-___-____---___---_--_----___-______-_-__--_--_____-_-__-_------__----__----
__--__----__-_---_-_--__-----___-____--___-_-__--__---__--_____-__------___-
-___-__--_-__----___-_-__-_----_-_-___----__-_--__-___--__-_--_____----__---
__------___-___--_-___----_-___-_--_-__--_-__-_-_____---------_____--_--_-__
__-__-__-_-__-_---_--_---_---_-------___-__---____----_-_________-_-_-_-_-_-
--____-_----__-__-_-_-_--___--_-____------_---______---_____-_---_--_----___
-__--_-_-_--_-____-__----_---_-___---____--_-_____--____----_-__--_-__-_----
--__-__---____-____--_-__-----____--__--_-_---_-__---__-_-_---___--__-__---_
---__-_-_---_----_-----_-___--_-___-------_--_----_____-_____-____-____-____
-_-__---_----_-_-----__--__-__--_-_-_---__-____--______----_-_-_-_-__-_-____
_-__-------_-_-_-__-___--____-__-__--_---____-_--_--___-----__-_-_-__-_-__--
_--_--___-----_--__---______--_--_____-_-----_----_-_---______--___-_-__--__
--__-_--__-_--__-__--_____-_--_-__--_---------_-_-_-_-___--__-_--____-_--___
_-_--_--__--___---_-__----___---_-_--------___-__--__-_-__-_-__-_-__-_-_____
--_--____---_-_---____--_-_--__---__--_-____---___-_-_-_--_-_--__-____--__--
---_--__---_--___-_-_--_---___-__-___-_-_--___---___--_--_-___-_-_--__--_-__
__-__-_----__----____________-_-_-_--_---_-____--__--_---__--__-_---------__
----_-__---_--_-_--__-__---__-_--_---_-___--___-__-_-___--__-_-__---_-__-___
_---_---____-------_---_-_-__---__-_____-___----___-__-__-_--__----___-_-___
___-_----____---_--_--___--_-__-__----__-_--_-_--_--__--__-__--___-_-___-_--
_-_-__---_-_-___--____-___-__-----_--___--__-_--_----___-__-__--_---___---_-
-_--__---_--_-_--_-___-_---____-_-___-_----___-_-__---______---__-_--__-_---
--____-----__--_--_-__--_-____-_---____-__-_-__--___------___-___-_--_-_--_-
_--_-_----__-_--_-___---__--__--_---______-_-__-__-_-_-__-__---_--_-_--__-_-
___--__-__--_----__---__--____----_--__-_-_---___--___-__-_-__--_----__-__-_
__----_-_--______-_____-_---__--__-_-______-----_----___-___---_-_-__-------
___-_--_--_-_-____--_-_-_--___-___-------__-__----------_--__---_______-____
_-__---_--__-_-_--_____-_-_-_-_----___-__--_--_-___---_-----__---__--___-___
__------___-___-----_---____-_-_-----_-__--__-----_-__-___---_-______-___-__
-_--_--_---__-__--____-_--__-----______----_---____--_-_--_--_----_______-__
_--______----_-----_----_-----___--_-__-_----_--_-__-___-___--__-____-__-___
-_-___--_--__--_-___-_-___--_-_-_-------_-_-_-__-_-----__-_--_-______--__-__
-_-__--__--_--_-_-_-__------_-______-_---__---_----______--_-_----___-___-__
_-__-_-___---___-_--_--__----_-_--__--_-__-_-___-_--______-_--------___---__
____---_-_--__-_-___----_____---_-___-----___------_--_----_____---__--_____
-__-___-_---_----_-_--_---_-_--__-____-_---_---___---_-__-_--_-_-__-____-___
_--__-__-_-___-__-________---_--_-_--_-__-__---_--_-_--_---_----_-__--__-_--
___------__-_---_-_-___-_-_______-_-_----_-_-__-_----__---_-__-___-__-_---_-
-__---_--_---__-___-_-_-_-_-_-__-----_---_-_-_-__-__-__-__-___-__--_-_-_--__
__---__--____-_-_------__-___-_-____-_--____-___---___--__-_-_-_-------_--_-
___-_-_--_---_-__-___-_---___-____-_--_-_-_--__-_-_--_--____--------__--___-
-____-_-----__----_--_-_-_--___--_----_-__-__-_-_-_-_____-_-___--_-_---_-___
---_--_-__-_---__-________--_-__-_--__------__-___-____---__-___-_-----_-_--
-_-_-___--_-____-__----_-___-_-__--__--__----_-___--__-----_-__--__-_---__-_
--____-----_---_-_--____---_-_-_--__--__--__-__-_-______--__--_-_----____-_-
-__-___--_-_---_--__---____-_----_--_____--___-_---____-__-----_---___-__--_
--_--___--_______-_-_-__-----_--_-______-__-_--_-_-__-__--____----_---_-----
-__---_---_____--__-_-_--_-__-_-______-_-___--_-_-____-----_----_--_-_-_-_--
____----___-_-__-_-___------__-----_-__--_-_--__---______-__---__-_-__-_--_-
-_--______--___-_-_--___-_-_-_-------_--_--____-_--_-_-______---_-----_--___
0020まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/04/30(土) 14:08:40.11ID:???
_--___--____-___-_---_-_--__-_--___-____--_-__---___-_---_-_--____----_-----
__-----_---__-_-_---__-_-__-____-_--______-_---_-----__-__-___---_-_-__-_-_-
-_-_-____-___--_-_-_-__---____-------_-__---_-_____---_-___-_____--_----_---
---__--___-_---__-__-_---__---__-__-_-_--_-_--_--___-__--__--_-___-__--_-_-_
--_-------_-__--_-----__-_--__-_____-___--_--_____--_-_-----___-__-__-_-____
------_-_-______--___-_---___-_---__---_--_-__-_-_--_--___-_-_--_-______---_
_-__----_-_--__-____-__-_----_-__--_--_-__--__--_-_____--_---__---___--_--__
--________---_----_--__--_-_-_--_-_--____-___---_-_---__-_--__-_-_-___---__-
_--___--__------__---__-_--_--___-___-__---___----____-_-___-_-__-__-_--_---
_-__-_-__-_-___-___---_--__-__-___-__--_-_--_--_-_----_-_---____---__-----__
_-____-_-_-___-_---__-__-----__--__-__-___----_---_---__-__-__----_----_____
--__-_--_____-_----__---_-----__--_-___-_-_-----___--__-________---_-__--__-
___-_-__---------__--_----___-___________-__--_-__----_-_---____--__----__--
__----__---______-___---_-_-_-_-___-----_--____-__---_----_--___-_-___-_-_--
_-_-_----_____--_-__-----_-__-____--__-__-___---__-___--__--___----_--__----
_-_--__--___-__-__-__-__----_-_-----___-_-_---_-_--___---_---____-_-__--_-__
_-_-______---___-___--_-_-_-_-__---_---_-_____-_-_--__--_--------_--_---____
___---_______--_-_-___-_--_-_--__-_____--_-____---------_-_--____------__---
__--___----_---___-_-__-__--_-_---__--_-__--___--_-_---___--__-_-_-_-__--_-_
__----_____-___------------_-_-_____--__-_-_-_--_--_-___--_______--_--__---_
__-_--__-_--__----_--__-______________--_-----_---___-----_-_----_--__-___--
__-_---_--_-__-------_-_---____-_---_-_--_--____-____--_____--__-_-_--_-__-_
__-_--_-___-_--__---_-_---_--____-_______---__----_-_--__-_--_-__-__---_--_-
-___--_-_--_---_-_---___-__---___-__-__--_____-___----__-_-----___--__-_---_
-_---_-----_---___---_-_-______-_--__-_-__--_-_-_-_-__--_-_____--_-___---__-
-_----_---------_-__-___---_--_-_-______-_____--__--__--___----_---___-_____
-___----_---_--_-___---_---_-_--_-_-__-__---_-----___-____-_-___-___--__-___
--_-__-_---_------_-__--__--__-____-__-_-__-_--_-----__--_-_-_-___-_-_-_____
--__----_-_--____-_-______-_--__---__---_-_--__---___-__--_-_---__--__---___
__-________-__-_-_------_---____--_-____---_--_---__-__--_-------__-__--___-
____--__---___-_--_-_--_-_---___----_--____-___-----__--__-_---_-_-__-_-__-_
_-----____----________--__--_-_-_-___---_-__--_-_------_-___----_-__--__-___
--_-__------_-_----_---___-___--__-__---___________---__-_-_--__-_---__-_-_-
-_-_-------_-__--_--_-_______--_---____-_-_-_-_______--__-_-__-_----_--__---
--___-__-----____--___--_____-_--__-____--_-__-_-_-____-_----------__--_-_--
---_--___-_--_-___-__--__-_-_-___-_-__----_-_-_---__--___--_-_--___--_-__--_
_-----_--_----__-_____-_-_-____-_-_--_--___-__-__-_----_----____--____---__-
---__-_--__---__-__-_-__-____-__-____---_--__-_-__---_---__-_--------_____-_
-_--__-___-___-_-__-_---___-__----_--_-__-----___--__----__---_____-__---_-_
----_----__--_----__---_--_--_-_-______--___-_--__-__--__-___----_-______-__
_-----_-____-_-_-_-_____-_--___----__--_---__----_-___-_-_--____--_--_---___
--_---______-____-____-____---_-------____----__-___----_-----__-_---___-_-_
--_____-____-_---_--_-_-__--__---_-_---_-_-___--__-__-___--__----_-__--_--_-
-_----------___--__--_----_-_-____-__--_____-____-__--___-__---__-_--_--_-__
-_--_--__-____--___----_-__-_--_-____--__---_--_--_____-_-___-----___---__--
__--______-_----_-_-__--_-_-_--__--_--____-__-__--_----_____-_-_-_----_-_---
----_-----_-_-___-__--___--_---_-_____-__-__-------_--_--_-___-__-___-___-__
-__-_----____--_----__---__--_-__-_--__-___--__--_-_____--__----__--_--___-_
__-_-_---__-_--_-___-_---_____----_-__--_---_-___-_-_--_____-__-___-_-------
---________-__---_-__-----__--__--_--___---_----__--__-_-_____-_--__--_---__
0021まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/05/14(土) 13:32:11.72ID:???
_---______--_-__--___-___--_____--_---_--_----__--_--__----_-_-__--__----___
--__-__---_-_--_--__--__---______-_-__-_-_--_-_____---_----__-____--_-_--_--
--_-__---_--_--_--_----_______-_---__-__---_--_--_-__-___---_-_--______--___
_-----_------_-___--_------_-__-_-___---_------_____--___-_______--____-____
-_-_--_--_-_-----__----_---______-_--_-----__---__-__---_-_______-__-___-___
_-__----______--_-_--__-__--____-_---_-_-___--___-___--_----_--_----_--__-_-
---__-___-__-___-____----__-_-__--_------_--_-_----_--__--__-_--____--___-__
___-_-__----___-_-_--____-__-__-__-______---___-__--_-_----_-------__-_-----
_-___---____-___-_--_-------__-_--___---_-_______-------_-__---_-___---_-___
---_-___-__-__-_--_-__----__-_--_-_-_--_-_--_____-_-__--_--__----__---___-__
----_-_---_--__--_-_-__-__----_-_____--__-___--____--_---___-_--__----_-____
_-_________-__----__-____-_---_-------__--_-__-__--_-_____--__------_-_--_--
___--_-__-_-___-_--___-____-_-----_-_-_-___--__--_-_---_--____-----_-_--_--_
_-_----____--___---_--__--__--__-_--_--_--_-___---_-_______-_____-_--_------
_-___-___--_--_-_-____-_----_-_-_--__---_--_---_-__-_-_-____---___-__-__----
-_----__-__-_--_--__---_-_--_-----__---_-_----____-_--__-__-_______-____-_-_
____-___-_--___-_----_----__---__--_--_---_-____---___-___-__--_-__--__--_--
--__-_-_-_-____-_--____-__-_-_--_-_--__--__-_--____--_-_---_-_--__----__--_-
_------___-_-___--_____-___-_-----___-_-_-__---__--__--___--_--__-__-_----_-
___-___-__--------_-_--_-_-_--_-_----___--____-_---__--_---___--__-____-__-_
_---___--_-___--_-----_--_-_-_____-___---__--_____-----------__--_-__-______
-___-_-_-----__-_-----_-___-_---__-_----_---___--___-_--_-__-__-_-_--_______
-----_--__-____--____--___--__---___-__-_--__--__-_--___-----_-_-__-__-_--_-
-_-__----__---_--__-__-____---___--__-_--___-_--____---_-_--_-_---______----
-_---_-------_---__-_____------_--________---__-__--__-___---_-_-_--____-___
__-_-_---____--_--_--__-____-------__--_-----____-__-__-_--____--______-----
___-____---_--_--_-----_--___--_---_-_--_-__-_-__---__-___---_-__-_---______
----_____---_-_-____---_-_--__-_____---_--____-_--_----_--___--_---__-__-_-_
_-_-_--_---__-___--_-____-__---_--_-___--__---------__--_______--_---_-_-___
___--__-_-_-__-__-----_--_-_-____-_-_--__-__--_-__---_--_-_-_---____-_-_-_--
----_---___-_-__--___---_--___-__-__-_____-_--__-_-_--__-___-_-_-_-----_-_--
--_-_-___----__--__-_____-__-__-__-----__-_-_--_-__-----__-_---_--__-__-_-__
-_-__-__-__--_--____-__-__---_______-_---__----_-_---_--_--__-__--_--__--_--
-___----__--__--__-_--__--_-_---___----__-___-______-------_---_______--_--_
_--------_--____-_-___-__--__--_-_--_-_-_-_---__-__-_-__--___-__-_----____-_
____---__-_----______-_-_--__-__--_----_---__--_-_-___------___-_-__-__--_-_
___---___--__-__-_______-_--_-__----__-_____-------_-__--___---___-_--------
-____-----_-___-----_-_--____--____-_-_--_--__--_-_-_--_--______---____-_---
-----_-__-_-__-____----__-_____---__--_-------_____-__--_-__---_-_-__-__-__-
_-__-_---_---___-____-__-__-__-__---__-_-_--------_--______-___---_--__-_---
_----____--_-__-_-_-_--_-_------__-__------__--_____-_------__-____-______-_
--____-_--___-_---_-_-_--___-----_-__--_--_--_-_-____--_-_--_--_-__-_-__-___
_-__-_-__-_--_---_-__-----_---__--_-----__-___-_--____-__-__-_--_-_____-__--
---__-_-_-_-_-_--__--__-__--__-_-_-___-__-_-___---_------_-_-_--___-_--__-__
-_-____-____---------__--_----_-_-_-__-__---_--___-_-___--__-_-____-_-__---_
-__--_-___-_-_---_---____--__----___--___----_-____-__-_-__--____---___-----
-___-_--____-_-_--_----_-__-----_---_-_-_----_-__--_-____-_____--___-_-_-_-_
-__--_-_-__---__-___---_------____-_---__--_-_-_--________-_----___----___-_
-_-__--_--_-____-_-___-_---__-_---_--_-_____-_--_--_---_-___---------_______
_----__--__-__-___-_--_-___-_--____--__-___-___-_--_-_----_--_--__--_--_-_--
0022まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/05/21(土) 14:17:03.51ID:???
---____-_-_---_-_____-_____-_--__--__-------_--__---__------___--__-___--___
---------_--_--___--__--__-____--_--_----____--__-___-__--__-____---___-__-_
-_----__-------_----_-_-__-_----_--__-__-__--___-_-_-___-_--______-__--_____
-___-_-____------___-____-____-_---_---____--_--_---__---_---_-__-_---_-_-__
---_--_------_-_____-_---___-----_-----__-__-__-________-_--____--__-____---
-____-__-____---_-_--_-_-_---_---_-__--__-__----__-_--_-----_-_-_-____--____
----_-_--_--_----_-_________-_----_-__-___-_-__-----_-___-_____-__--_-_-_---
--_--____-__-_-_____--_-_____-_--_-----_-__--_-___-__-___---_----__--_--_---
_-_-__-__-_-__--_---_--_--__----__-_-__-___---__-_-_-____--_--____------_-__
__--__--__-______-_-___---_---_--_-----____-_------_-_--_____--_--_-__-_-_-_
___-_-_-___--_---_---__-___----_-_-_--_--____-_-___---_--__-_---__-___--__--
--_----__-__-__---_-_-____-_--_-_---_-__-_-__-_---_-___----_-__--_-____-_-__
--_--__--__--__---__-__--_-_-_---__---_--_-_--__-_-_-_--__-_-_-___-____-__-_
_-_-__-_____------_-__-_-____-----__-___-_----_--_-___-_-___-__----___-----_
_--___--_-__---_-____--____-__-____-_-___-------__-_---__--_-_----_--_-_-__-
-__----____--__-_--___-----_-__--__-_-_-_-__---_-__-__--_-___-_----_-__--___
-___-_-___--_-_-_--__-_---__-_-___--__-__--_----__--____-_-_-_-_-_-_-_-_----
__-_____--__-__--__--____-_-_-_------_---__-----____--_--__-__--__-_-___----
--__-____-_-----____-_--_-_-_-___-_-_--_-_-___----_-__--_-___---___--_-_-_--
---_--__-_-___--_____-___--__--__---_-_-----_-_-_---__-__-_-_---___-___---__
_-____-----_---___---_____--__-__-_---__---__---_--__--__---_--_--_-___-____
_-----__---____---__--_----_--_-_-___----______-_---____--___--_-_--___-_-__
--__---__-_-_-_____-__--___-__-___-_----__---__--___-_---_--__--_-_--_--__--
__-----_---__---__--__-__-___--_-_-_--_-___-_---__-__-___-_--_---__-_-_-___-
------_-_----______-_--_-_-_-___-__----__-__________-__-__-__-_--_-_--------
____----_-_-_-___-----------_-__---_-_-_____----___-___-_--_-__--___--___-__
-____--_--___---_-__----_--_-___---_--_-_--_----_-__-__--__-___-_---_-______
-_-_--_____-_-__-_---___--__--__-_-__--_-_-_--___-___-_-_-_-__-_--_--_------
-_____--___--_---___-__--___-__-_-_--__-_--_-_---_-____---_-_-____-_--------
-----_-__-_----____-_-_-__--__--_---_--___-_---__-_____-----___----_____-___
----___-__--____-_-_-__---_----_____--_-_-__--___---_-_-__-_-_-_--_-___---_-
---_____-_______-__--_--____--_-__---_---__---_--_--_---_-_---_-_--______---
___-__---_-__----__--_---_-___-___-__--_---_-_-___--_----__--_-_--_-___--___
--__--__-_____-__-_-_-_-_--___-___-_-_-___--_-____--_-------__-_-------__-_-
-_-_-__--_-__-__-------___-____--____---__-____--__-_--_---__-__-__---_--_--
_----_-__--_--_-_---_______-_--_-_-_-_-__--_-_--_-_----_-_-____-__-_---__-__
----___-___-_--___-_____--_--_-__--__-_--____-_-----_-__-__-_--___-_---_----
-_-__-_-_-_---____-____-_-_--_-___---_--_-_--___-___-__-_-___---------_-_-_-
-_-___--___-_--_-__-_-_--__--_-__-___---_---_-----___-__-_-_--__-_-_-_-_--__
____--__---___--_-_-----_------__--__-_---_-___--__---____-___--___-_-_--___
_-_____------_-____----_--_-__-__---____----___-_-__---______-__--_--_--_---
-------____--____-_------__-_-_-___-__-__--___-__--__-__-___-__---__-----__-
--_-__-__-__-____--_-____--_-_----_--__-___-_---_--___-__-----_---____---__-
__-______-_-_----_-__-__-_-_-__-__---__---_---_--____-_---___--___---_-_----
__--_____-__--___---___---_-__-_---___----_--__-_-_----_-_____----_-_-_-_-_-
--___-_-____--_-_-___--__--_--_--_--__--_---_-_-_-_-_-__---_-____-__-_-_---_
-_-__--__--__-_---_____-_---_-_-___-____----_-_--____-_-___---_-__-----_---_
--____-_-___-_-_--_---_--__-_-_-_--_-_--_--_-_-_--_-___________---__-----_--
-_---_--__-__-__--_-_-_____----__----__-_--_--_-__--___-__-____-__---___----
-__-_---__-_-__---___-_--_-__-____-_--_-_-______----_--_-__----_-_-__--__---
0023まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/05/28(土) 15:34:53.32ID:???
--__--_-_---_-__---__-_--__-----_-__----_-_-_--_--__--____-__-_-_____--_____
-_-__--_-_----___-_--_____---__--_-___--_____--_--_-_--__---_--__-__--___---
--_-____--__--_----___-_-----______----_--__--_______---_--_-_---_--___--___
___--_-_-___-_----___--__--__------___-_-_-__--_-_-__---_____---_--_-_-_--__
__---__--_---_-___-__-__-__-__-_-__--_-___-_-_-_-__-_---___-__--------___---
__---__--_-_--_---__--__-------__-___--___--___-__----_-___--_--____--___-__
_-----____--____-__--___-_--____-_---__-_-----_--_______--_-_-_----_-----___
--_--_-_-___-_-_-_-----_--__----_______-___--_-_-_----_-_--_-_-____-_-_--___
--_-___-__-_-__-__-_-_--__--_---______-____---____-_-_----_-_---_------_-_-_
----_--________-_-_-----__-_--_-_----__---_--__-__-___--_-----_-_______--___
_____-___-----_-_-___-------__-_--__-_____-----_---__-__-_-_-__-_----_____--
-_-----__--__-_--__-_-___--__--__-_-__-_-_-_--_-__--_-__-_-__-_---__--__--__
__-____----_-_--__-___-_---_-_----_-_-__-_-__--_____----_---_-__-_----_-____
-_-__---_--__--_---_------_____-_-__---___-----__-___--__-__--__--_-____-___
-__---_--__--_____--_-_____--_-_-__-__-----___----___-_-__--_---___-_---_--_
__----___--_--------__-___-_--_____-----__-_--_-__-_____-_----___--__---____
_--_---___--__-_-____-_-__-__-_--_-__-_-____-------__--__-----_--_--____--__
_-__---_-__---_--_-_----__--_____-_-_-_____---___--__-_-----_-__--_-_-_-__-_
__-___--_---___--_-_-_-_-----__--_--___-_------_-____-_--___-___--_-__--__-_
__-_--_--_------__-_-__-____--_--_-___-__-_-_----_---__--___--__--__-__-_-__
_-_----_--__----_____---___-______-____--__---___---__---_--__-_--_-_-_-_---
_____---_----_-____---___---_-______-_-_--_-__--_-_---------_-__-__-___-_-_-
_-___---____---_-_____-_-_-__------__-__-___-__------_--_-___-___---_---_-_-
__-__--_-_-_-_-____--____-__---_---_-_---__-___-_-_--_-__-_--_-_--_--_---__-
--_-_-_----___-___-_--____---_--____-_---_--_--____----_-____--____--__--_--
_____--__---_---_-_-----__---__-_-__---____----_-_-_-_---_-____-_-__--___-__
__---___-_----_-_-__-_____--__-__-___-___--___---___-_----_-----_____-------
____-_--_--_---_-_---_----_-__-_-_-__---__-_-__--_-__-_--__-___-__--__--_-__
--_-___--_--_---_--___----_--_-_-___-___-_____-_---_--_-__---_-___--_-___--_
-__-____----_---_-_--_--_____-____----_--__-__-----____--__-_--_--_-____-_--
-______---_--_-_-__-_-__---_--_-__--_---_---___---___-____--_---_-_-_-_-_-__
-___-_---_-______-_-_-__---_--__-----_---__---___-___-__--_---__-_-__-_---__
-__-_---_--__-_--_-_-----______--__-_-____---____--_-_---_-__---___-_-_-_-_-
--____---_-__-_-_-___---_-_--_-_-_-__----__---_---______-_______--------___-
--_---_-_---_______-_--___-_--_-_-_-_-___--____-_--_-___----__-_-_-__---_---
_--___-_--__-__-_-__--___--____---_-__------___-___-_-_---_--___-_--___-----
-_____---_-_-__-_-___-_--__--__--_---_---__-_-_-__-_-___-__---__---__---_-_-
_-_-_-_-_--_--_-_--_-----_-__-_--___-____-__-__------___-_-___--____---_--__
_-____-_---___--__-__-_---____-__-__---__-_____-__---_---------__-___-----_-
-_---____-__--_--_____-__---___-_-_-__----_-____---___--_-__--__-_--_---_---
-_-_----___-_-___-__-__--_---__-------_______-_-__-__----__-_--_-_-_----____
_-_---_-__-_____--_--__-_----_-_--_-_----_--_--_-___--_-____-_-_--___--_-___
__------_-__-__--_--___--___-----__-_---___---_--___---_---__-__-__-____-___
_--_---__-__-_-_____--_---__-__----__-_-__--_-______-_---_--_--_---__-_-__--
_-----_____----_---__-______--_---__----__------_---_-__-__-____-_-_-____-__
-----_--_-_________--_-_____--_---_--____---_---__--_-__----___---___-_-__--
___-_-____-_--___-_--____-__-----___-_-__--_-_--__-_-___-__-_-_-_-----------
_----_-__-__-___--_--__-__-_---___-_-_--____----_-_----__--_-_-___-__-___---
_--____--_-__-_-__-__--_-_--_---____---__---__--_-_---__---_-___-_--__---___
---__-___-___-__--____---_--__-_-_-_----_---_---__---___-__-____-_----_-__-_
0024まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/06/04(土) 15:01:47.28ID:???
---_-_--__-_--__---___---__--_-______--_-_--__-___-_----__-_-___----____--_-
_____-___-__---_-__------_-_______--____-____--__-------_-_-_-_--__--_------
_--------__-___--__-_____----___--___-___---_---__-__--_---_--_-___-_--_-___
-__---_-__--___-_-_-__-_--_-_---_-__-___-_-_-______-----_---___-____-_------
----____-_-_-_____-_---__-__----_-_-_--______-_-__----___---__--_---_-_-__--
--_--____-----______-_---_-_---_____-____-_-_-_-----_-_--_--_-----__-___-___
__----__-___---_____-_-_--_____--_-------_____-_-__-----_-__-_-_-_-__----__-
___-_-_--_-_-_--_---_-__--__-_-__-__---_-__--_---_-__--_-__---__-__--_____--
---_----____-_----_-_-__---____--___-__-__--______-_-_-_-___-------_---__-__
-_-_____-_-_-__-----_-__--_--_-_-__-_-___-_---__-_-_-----__--_-_-_--____--__
__--_____-_-_------_-_-_____------_-_--______-__-_-___-___----__-_--_-----_-
--_-_---_-----_-_--_-___-_----__-_-______--__-_____-_---__-_______--_---_---
-_--____-_--_____-____---------_________-__-_--_----___-_-_---_-__-__-------
____---_--_----__-----____-___-_-_-__-__-------__--___-___-_-_--_-___--_--__
___-_---__-_-_--_-_-_-_-__----___-_-____-____-------_--__--__-_--__--___--_-
-__--___-_-_-_----_---_--__--_--_____--_-_--__--_--_-_-----_-_____--_-______
_-------__----______-____----____--_-_--_--_--____-_______----_--__--__--_--
-_---____--__------_---___-_--__--_---__-___---________--_--__--__-_-___-_--
-_---_-___--___-____--_-------____-----_--_______--____---___-_-__-___------
---_---_---______-_--___-_-_-__--__-__--_-__--____----__-___--_----____----_
-____-----_---_-_----___-__----_-___-____-_-----__-_-_-___---__-___-__-_--__
___---_----___--_-_--_-_-____-____--__-__-_----__-___---_-____-_-----__-_---
-_-___--__--_-_____-__-_-___-_-_--_--__-_---___--__--__-____--___-----------
__-_____-__---_-_-__---------_-_-__--_______---__---_-__---_--_-__-___--__--
_----__---__--___-__-____---___-__-_--_-___-_----__-_-___--__----__--_-__---
-_-_-___-_-_-__---_--_----___-____-_-_--__----_-__--__-_----_-_-_--____-_-__
---__-_----__-_--_____-_-_-_-___-__-_-___-_-------_--__-____-__--__--_---__-
-_-_-_-_--_-__-_-____-_--__-___--__-___-_---__----___--_---_-_---_-_-__-_--_
_--------____--_---_-_-____-_-_-----_----___-__-_-_----__-___--_____-__-____
_---_--_____-___-_--___-______-_-------____-___--__--_-__-_-_-_----_------_-
-_----_______-_-_-___--_-----__---__--_-_---__-_--__-__-__--__-_-__---_-_-__
_-_-_--_____--_--_--____-______---__--_-_--___-_-_--___--_-----_---__----__-
--_-_---___-__-___--__----_--_----_-__--_--_-__-___----_-____-_---___-____-_
---___--__--___--___-_-_---_-__-_------_-__---___-___-_--_--__----_-____-___
-_---__-_-____-_-_-_-______--_______--------_--_-_----____--_--____-_--_----
---_--_-----___----________-__-------__---_--__-___----_--___--_______-__-__
-___--__--__--_---_-_--_-_____-___--__-_--___--__--______-_-_-__-------_----
____-_--_--___-__---_______----______-_----_--_--_-_--___-----_-__--__---_--
_-____-_---_----___-_--_---_-_-_----_--_-_----_-_-__--_-__--____--_____-____
_-_---__-__-___---_--_-__-___---_--___-_-__-------__-_-_---__--__-___--___-_
_--__---__--_--___-_---_-_-___-__--_---_---_-_--_-__-__-__-_---___-_-_--____
__-_-_--_--__-___--___-_____---____-__-_------_-_____-_--_--_--_------___---
_--_-_---____-__--__-_-_-----_--_-_-_-_--___---_--_-_-____--__-____-___-_---
_---_--___--____---__--____--_-__--___-_--__---______-----__-_---_-___----_-
-------_--___--______--_-__-___-_-_--_-___--_--__-----_---_-___-__---__-____
_-___--___--__-_-_-_-_-__----___-_--_--__--_----_-____----__-__-____---_--_-
__--_-_-_--____-_--___-_-_-_-------___---____-__-_-__---__----_-__--___-__--
___-___----___-__-_----_--_--___---_----_____--_--__---___---_-_-_____---__-
__-_----------_-__-___-_---_-_-__-___-__--_--_-_--__-__--_-__--_--__-__-____
___--_----___-___--__-_-_--___-_-_--_-__--_-_------__-__-__-_--_--__----____
0025まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/06/11(土) 14:04:30.02ID:???
---_---______---__---_---__--_----_--_-__---_-__--_--___-____--__-_______--_
_-__-__-__-_-_--__-__---__-----__---___-__-__--_-__-_-__---_-_-_------___-__
_-_----_-_--__--___---___----_--_-----_--_--__-_________-___-_--_-_-_--_-___
_----____-----__-____---__-__--_---____-_--_-__-__---_-____-_--_----___-_-_-
-_-_-__-_-_-__-_-_-___--__----__-__---___-_--___-_-__--_-----_--_____-_--_--
------_-----__-__-_--_-____-_-_-____---______-_----_---__-_-_-_--___--_-____
_----_-_-_--_--_----__-_-_--_-_--_-_-_-_____---___-__-_----_-_---___-_______
-___--_____---__-_-__-----_-_--____---_-_-______---__-____-_------_-_-__----
_------_--_____-_-__-------_-___---_____-_--____-------_-__-_-______-__-__--
--__---_-__-----______---___-_-__-_____--_-___----__---_-_-_--_--_--_-___-_-
-----__-__-_-_--_-__-___----_-_-____---_--_--__-_-_-_-__-___-__--_-__--__-_-
__--__---__--_-___-_---_---__--__-__-__---_----_--_--__-_-_--_____-_-__--___
-__---_____--__---_-_---__-_-__-____-_--__-__-__-____----_---___-_----__----
____---_---_-__-_---_--_____---__-___---__-_----_-_-_-_-___---_-____---_--__
-__-__----_---_-_--___----_-_______-_-____-_---_-_--_-_-_-___-__----_--_-__-
--_--_-_-----___-_-_--_-______---_---__--_-__-__-_--___-___-____----____----
_---_____-_-_-_--__----_-------__---_-____---___-_-_------______-___-__--___
__--__-----___-__--_-_--_-__--_-_-__---___--__---__----_----__-__-_--_______
---_---___-_---__-___-_-_--___-_-__--___-_---__-______-__-___-_----_---_----
_----_----_--__---__---___---_-__-_-__-_-_--__--____-_-_--___-_-__-__--___-_
-_-_--__--___--_--________----_-_----__--_-__-_-_----_--_-__-_-__----__-____
--___-___-__-___-___-__---_---_--___--__-_--_---___-_-_-_-----_--___-----___
_--_-__--_-_____--__---------__-_-____---____-_---__--__--__-_-_--_---__-___
--___-_--_-__-_--_---__-____---_-___-_____---_-_--__-__---_-___--__-_----_--
__-------______--__-_---___--_-_-_-_-__----___--_-____---_-__-_----_-_____--
_------_--__-_______-----__-__--_--_---_---_--_-----_____--__--____--_______
_-__-_-_--__--_--_-----___-__-_-_--_----_--____--___--_--_--_--_--___-______
_____-__----_--___-__--_-_----___--------___---_-___-__-__----_-___-_--___-_
_-____-____--_-----_--_-___-_--_-__-_-_-__-_-___-_--___----__-_-__-_-_------
_-____---__-_-_--_______---_-_-_----_-_-__-------_--_-_----__-_______-_-_-_-
_-___----__-_-__-___-_-___--_----_-_-_--__-__-------_---__-___-__-__-___-_--
__-_-_-----_--_-_-_-__-_--__---_-_--_--__-___--_-__-__---___-_-_--__-__-___-
--____--__-__-_-_--_--_-___---_-_--_-_______---___----______-_-_-__---------
_----_----_---__-_-_--__-_---___-_-___--_-__---___-___-_-_-_-----_-____-____
_--__-__----_-___-_---_____---_----_-__--___---_--_--__--_--_-__--__-___-___
--_--_-____-_-_-----__---____---_____--_____-__---_--____-_-_-------_--____-
---_-_-__----_----____-_--_---___-__--__-_--_____-_-_----_____---_-___-_-__-
_-____-__-_-_---___---_---__-____-_--___---------_-_--__-____-__--__-----___
-_-___-_______----___-____-__-__---_--__---_------__-_-----_-__-_-___--__---
_----_-_--_-_---___-___-------__-____-_-___-__-_-__-____---___---___-_-_----
_--___-----_-_-_-_--__-_-_--____---_--_--_------__-_-_-__-____--_--__-______
____-_-_--___---_--___-------___-_--__--____----___----__--_-__-_-___---___-
--_------____-____________-_----__-_--___-_-_--_____-------___-_---_---__---
_-______-___--____---_-__----__--__-_--__-_-__----___-___---____---------_--
---__--__-__----_--_____----___--_-_-_--_-____----_---_-__-____----_-__-____
-__-_-___-_--_--__-___-__-_----__-_----_-_____--__-_--__-_-___--_-----__--_-
--__-____-_-__--__----__-_---_-______-___-_-_--_----_----_--_---__---____-__
___--_--__--_--__-__-__----__--__-_----_---_-_____-_-----_-__-___---__--____
__--____--_____---__-_----_-__---_------_-_-_-___--_-___-_-_--_-_-_-_---____
_-____-_--_-___-___-_-_-_-__--_---___-__---__-_-_-__---_-__-_-_--_--_-_-----
0026まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/06/18(土) 12:56:24.21ID:???
-__-___-_--__-_--_--_-__-----_-_---____--_-___--______-__-_-_--__--__---_---
__--__--_---__-_-_--___-_-____------_-_-_---_-_------_____-___--_--_--______
_---___-_-_-_-__--_-_--_-_---_--__-__-___--_-___--__--___-_--__----_-__--_-_
_---_-____--__--_-_-_--___-___-_--________-__-_--__--_------_-_--__-_-_-----
-__-__-_-____-_-__---___--__--_--__--__-_---___--_-_-_-__-_-_---__-_----_-_-
-____--____-___-_--____--__---_-_-__---_--_------__-__--___-_--_-_-_-_-_--_-
--_-__-_-_-__-_-----_---__---_--__--_______-___--_-_-----____-_--___-_-___--
___--__--_----_--_---__--_--_____-_-_____--___-_-_-_-__----_---_-_-_-____---
-_-_--__--___-_-_--_-_-_-___-__--_------___-_-__-___--_--_-___-__-------____
-_--_-_-_-_--__-__-----___-___--___-_-____-___--_-----_-___-__---_-__---_-_-
___-____-__---_-__-_----------__-___---_-___-__-_-__-__--__-_-__---_-__----_
_--_-_--_--__-___-___---_---_--__-_-_------____--__-_--_----__-_-_____--____
-____-___--__-____-_----_---_--___-_____------_--____-__----_---_---___-_-_-
_--____-___-_-_--___----__---__-_____--______------_---___---__--_-_-----__-
__----______-----_--__--___-_--_--___-_-----___-_-__--_-_____-__-___-----_--
___--_--------___-__--_-_--_-____-_--__-___--__-_--_-__-_-_---__--__--__-_-_
-___--___--__-_---_-___-__---__----__---___--__-_-_---_-____----_---__-_-___
---_--_-_-_-------__-____---__-___--__--__-__-_-______--____----_-_-----____
-___--_--__---___-_--_-__--___--__-_____-_____-___-------_--_-_--_--__----_-
-_--_------_-__--------_-_________-_----_-_-___-_____-__-__-__--__-_-__---_-
_----___-----__-_--__-___--_--_-___-__-_---_____--_--_---_-_--______----_-__
_--_----_---___-__-___--------_-__-_--____-_--___-__-__---_____--__--__--_-_
__-_---_---_--_---___--_-___--_-_--_-_-_----__-__--_-_-__--_____-_-_-__-__-_
-_-__-_--_--_-_-_------____-_--_-_---___--_____---___-_-_-_----_-___---_____
_--___-__-_-___---_-_____-_-___-__----_-__-_-_-_--_-____-_----_-----_-_--_--
_--_-_-__----_--____--___-__-_--_--_-_--___-----__-__--_-_--_-_--______---__
-_---_---___-__--___-_____---_--------__-__-_-__-_-_-----_____--_----_______
----__-----__--____-_-___--___-_________-__---_----___---__-_-_--_--_--_--_-
-_____----__-_-_------___---_-_-__-_-----_-__--___-__-_-_--__--___-_-_--____
--__-__-__---___-__-__--_----__-_---__--__-__--_---_--_____---_-______---_--
-_-_---___-__-_---__--__-_-__--____-_--_-____-_-___--__---_-----_-----____-_
-__---_____-_-_-_-_-_-__---_-----_____-____-___-_-_-__-__-__--__--_---------
____-__------__-_--__-_----__--_---_-___-_-_________----_---_-_-__--___-_---
-_-___----____-_-----_---__--_---_______-__--_----___----____-_-____---_--__
_--__---__--___-___--___-___----_-_-____---__--_-_--_---_-__---_----_-___-__
---___-_____--__--__-_-_--_--_-_-_---_-_----_-_-_-___-_----____-_---___-_-__
--__-___-___-_____-__-__----__--__-_-____------_-_-_-_----___--_--_---_-_-_-
_-_-__-__---_--__-___------_-_-_---_-_____--__--__--___--___-__-____--_-----
___----___-__-_----_-__--_-___-__--___---_____-_----__-__--_---___-_---_--_-
___---__----_-_-__---_--_-_----__-___-_______----_-__----____-_____------__-
-------_-_---__-__-_--_-_______-____-__-_-___------__-_-___----_--_____--_--
--_---__------_---_--_---__--_____-_-_-____-_-_-__---__-____-__-___-_-_--_-_
____------__-_-_-_-__-_-__---_----_-____-_-_-_--_----__-__-__-___-_-----____
_____--_-__-____-____-----_-___-_----___---_----___-_-__-----_-__---_-___---
----_----_---_-------_-__________--_-___---_____-------__--____-____-_--____
---__--_------_-____---_--___-_----__---_______----____--_-__---_-_-_-______
---__-_------____-_-_--__-______-_--__-_--_-_-_--_-_---_____--___---_----___
___--_-_-_-_-___-_---_-_--__---_-__-__-__--_-__----____-_----__--___--__--_-
-___-____--------__--_-_-_-___-_--_----_-__-___-__-___-__-_-_-----_-___-__--
___-----_------__-_--_---___-_-_--_-_--___---__-__-______---_-___-__-_-_--__
0027まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/09(土) 15:56:33.84ID:???
_---__--___--_-__-___--____-___----_-_---__---_-__-_-__-_-_-_-___-__----_---
-_----_-_____-___-___-__----_-__-_---__---_____--_---_-____---_--___----__--
--__-_-_-__---_-______-__-_-_--_-____-_---_---_------_-_--_-_---__---_______
__--____--__-_-___-----_-_-_____--_--_-__--__-__-_-__-___---_---__---_----_-
___-_--___-_-____-_-----_---_-___--___-___---_---___-_-----___-__----__-__--
-__-------_---_-_-_-_-_--__--___--___--_-__-_--__-_----____-_-_____-_--__-__
-__----___-__--_--____-__-___-_-____-_-_--____----_---__---__--__-_--_-_----
_-_-_----______-_-_-____-----______--_---_--_---___-_-___--_-_--__-__----_--
-_--_--_--_---___--_____-_-_-_--_-__---____------__--____--__-_--_--__-__-__
_---_-____--_-_-___----_-____-_----__--__-__--_-__-_-_-__----_--____---__-_-
----___-___-_--_-__----__-____------___-__-__-__-___-_____---__--_-_-_------
----___-_----____-_--___-_-__---_-__--__---___----__-____-___--__-_--__-_---
--__--_-_--_-_--_---_-_-_-_-__-_-____-___--__-_--_--___-_-_-_---_-_-_--_-___
---------___-_______-_-__--__----_----_--_____-____-_____-_---__--__----_--_
_---____----_-_-_-__---__-__--_-__----_-_---_--_--___-----_____---______-___
-___------__-__----_-__---_-__----__--__--_-__-___----____--_-__-_____-_--__
_--_________---__-_--_--___----___--__----_---___----___--_-_--_--_--__-__-_
--_--_-_--___--__------___-_-----_---_--__-__--____-__-___-_____--___-__-_--
-_-_-__----_-_--__---_--_______-_-_--_-_-_-_--_----_____----_____--__--__--_
__-___----_--------__---_--_-_---____-_--____-___-__---------__-___-________
-_--___-_-_-_-_-_-----___-___-_---_-_---_-_---___--_--__-______--____---__--
--___--___-_-__-___--_---___--__-----__-_---_-_-_-______---__-__-_--_-__----
_---_-_-____-_-_-_-_-__---__-_--____--_-___---_-_--__---_-___-__---_-_-__---
-_-_----_-____-_------__--__-_---_--_---_-___-_---_-_--_____-__-__-__-__-___
_-_---_-____--_--_-__--__-___-__-____-__-__--_--_-_-___--__--_-_----_-----_-
____--_--___--_----__-__--___---_--__----_-______--_--___----__--___-__-_---
_-__------___--__-_-_-_-__--_-_----__--_-__-_--_-_-___----_---____-___--____
___--____-_---_-___-__--_-_---__---__-__--_--_--___-_--_---_-_----_____--_-_
-_---__-----__--____-_-_-_____-__-_--__-_-------_---__--__-__--_--_____--___
__--_-___-_____-_----__-___---_---_---_-----_-_-_--__-__-___--__---_-_-___-_
-__-_-_-__--_-_-----_------____-__--_-_-_-__---_-___-___---____-_---__-__-__
-____---_---__-___---_--_-_--___-___-______-_-_--__--__-_-_-_---------____--
_-_-_--___-_-____----___-______-___-_-_--_--_---_-_-----_---_-_--_-____---_-
_---_-_-__--_--_-____-_-_-__-_-______-_---_-_--__---_---__----_--__--___-_-_
--_-------_----_-__-_-_--__-_-_-_--_-____-_-___--_-_-_----_______--___--____
_-_-_--___-___-----_---__---__---_-_-____----_______-_____-_-__---_--__-----
---___-_-_-__--_____--__---____-___-___-__-_-__-_-_-------_-_---__---__---_-
__-__--_---__--__-__-_---___-----_--_-__--_--__-___-_--____-_-_-__-__-_---_-
--_---_---____--____---_--_--_-_____--_-_-_-___----___----__--___-_--____-_-
__-_-__-_-_-___--____---_-____-__---_---__--__-_---------_----_____-__---___
__---_____-__--__---____-_-__---__------___----____---__--__---_--___-_-_-_-
_--_____-___-_-__-----_-____---____--_-__--_-_-_-__---__-_--_--_-_----_-_-_-
-_____-_-_---_-_---_-_---____--__----_--__-_--__--___--_____-_--_-_----__-__
__---_----_--__--__-___-__-__----_-_---_--__-__-__---___-_--_--______-__--_-
__-_--___--_-_-_______---_-----_-----_---___--___________-_----__--_-_----_-
-__--_--_--__-___-_--_-______-__-_----_-_____---_-_--_-_---_-__---__---_-_-_
-__--__-__--___---_-----__---__---____-_--_-_-_--_--_--__---____-_-_-___-___
__-_---___---______-_-__--__--__--____-_-_-_-_---__---_----__-_-__-_--__----
_---_-_--___--__-__-_-__-_-__-__-___-__-__--_-__-___--_----__---__--_-----_-
----_-----____--__-__--___---__--_----___-___--_--___------__-____---_______
0028まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/16(土) 13:50:23.39ID:???
_-_--_-_-__-_--____--_-_--_--__-_---___----____--_---_-___-_-_--___--___--_-
__--__-_-_-__-__----_----_--__-____----___-_---______------__-_-__--_-_--___
---_---_-__--______-_--__-____-_-_--_____-______-----_-__-_-------_-_-_-_---
_-_-___-__-_-___-_--___-_--__----__---_-__-_--____---___---__---_-_-_---_-_-
_-----_---___---____-_-_-___--_--_--____-_-__-__---_-__--_--___---_---__-___
__-___----___--_____-_--__-_-____-_-_--_--------_-_-_-_--_----_--__-_-____-_
__-___--__--__-_----___--_--__--_-__--___--__-__--_-__---_-_--_--_--___-__--
_-_---_-__-__-___-__--_--______---__-_----_-___-_-___--_-----_-----____---__
__-_---___--_---__--___-----_-_-_-___--__-----______-_----__-___-___----_-__
____--_____--__--__---_--__----_-_-_-___-_-_--_-__-_--___-_---_-__--_-_--_--
--__--___--__--__--_---_--_-_-_________---_-_-_-__---_--____-----__-_---_-__
____-_---_____-_--__-------_--_-___------__--____-__-___--__----_---___-_-__
--__--____---___-----_----_____-_-_-__--___-_-_-_---_-___-__---__---__--__-_
_-_-__---___--__---____-__-__-______-----__--__-_----__----_---_---___--__-_
____-----_-_-----___------_______-____-----__--_--_-_-__-_--__--_--_-_-_____
__---_-__--________-----__-_--_____-__-_----_--____-____--_---_-__-----_----
-_------_--_---_-_-__-_---_____-_--__-__----_-_-____---_--_-____-_____-___--
-_---_-__--_--_-_-___-__--_-------______-_______----__------_-__-_--___-___-
--___-_-___--__--_-_-_-_-___-_-_--_-_----_-_---_-_-__-__-_-_--__--_--_--____
-_-__----_-_-_-----_-__-__--__--_---_-__-_-_____-_--_---_-___----___-__-____
-_---____-_--_______---__---____-_----_---___-__-__-__--_--___--_-__---_----
__--_--________-_-___---_--_----_-__----___-----_--_-_-_--__-_-_--_____-__--
--_-__---_____-__-_----_-__-----_--__-_-_-_-_-_-_-_--__-____----_-___--___-_
__--_____-_--_--_--__----_-_--________---_-_---_---_--__-_-_____---_----___-
----_-_____-_-__-___-__--__-____--_______---_-----__--_---_-_---_----___---_
--_-___---_______--__-__-____----_-__---_-_---__----__-_--____---___-_-_----
_-__-____-____-__-_--_-___-------_-_-__----__---___-__-__--_---_-_-_---__--_
__---______-_-_-____-____-_--_---_---_--__-__-___-_--_--__---_-__--_-_------
-_-__-----_--_----___-__-----___--__---_--_--__--__---_-___-___-_______-_-__
_-___--_--__-___---____-___-_-_--_-__--__--__------_-----_-____-_---__-_-_-_
---__--_---_-_---_---__-_--__-___-_-__----_-_--____-_---__-___-______--__--_
_--_--__--___--_--_---___----__-----___---______-----_____-___--___---__-_-_
-__--_--____--___-_-__-____-___--__----__-__-_-_----___----_--_-_-_----_--__
_-_-_-__-__--_---_--_-_-______---_-_-_--_-_---_--____--__--___--___-_----_-_
-____--__-__-------__---_____--____--_____--__-__-_--_--_-_-__---__---_-_---
-_-_-_____-__--_--_---___-____--_-____-_--___--__-_--_--_----__--_---_---_-_
-___---_____-_---__--_--__-_-__-__-___-__--___---_-------___-___-_-_-_-_----
--_------_______-_-__----__--_-_--_--__-_-__-____--____-__-----____--_---_-_
-_-__-____--__-__-__---_--_-___--_-_-_-_-_-__-___--__--_____-------__----_--
_--__-__-__-_-_____--_-__-_-_--___-_-_--_-_-_----__-_---_--_---___-_-_---__-
-__---______----_-_--_-_--___--__--___--_____---_-_--___-__-__---_--_---_--_
---___--__-__--__--____---_--__-__-_-_----_-_-_--__-_-_-_-_--_---__--__-____
--__-----_-____-----___-_-__-______--_-_--_-_-__--______-_---__-_---__----_-
_----___--_-___-_--__-_-___--_----_-_-_----_--__-__-_-____-___--_----__-___-
_---_-__-___-_____---_---_---_-_-_____----____---__-_-__-___--__---_-_---_--
-___-_----__-__-__-_-__---_--_-_-__-__----_------_-_--__--_-__--_______-_-__
-______-_-___--__-_--_--_-___-___-----__---__-__-_-----__--_--_-_---__--_-__
-_-----___-___--_-__-__---_-_-_--_-__---___-_-____------__-_-_-__--__--_-___
--_------_-__--___-__-__--_--_--____--___-----__--___-_-__--_---_____-___-_-
___-__---_--_--_-___-_-__-__--_-_-_--------_-__-_-_-_--__-__-____-----____-_
0029まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/23(土) 14:47:01.49ID:???
--__-_-___-_-__-_--__-_____--_-__-_--_--_--___---_--_--_---_----_--_-__-____
_-_--_---___-_--___--__--____------_-___---______-__---__--_---__-___-__----
_-_-_-_--_---_--__----__-__-___------_____--____--_-----_____-__--_----_____
__--_-_--__--__--_---_--__---_--_______--__-___--_-_-__-____-_---__----_--_-
_-----_-_--_---____-_-____-__-_-____--_--_----_-__-_-_--_____----__--___-_--
__---___-__-_---__--_----_-__----_-____-___-_-___-__---__---_----__-_-__-__-
-_--__-_-_-___-_---__-___---____--_-----___-_-_-__-_-__--___-_----_--_---___
-----___---_-_--___-_-_____---__-_---_-_-_-_____-____-----_---___-_-_--_-_-_
--_--_-_--___-__--_--_-___-____-___--___---_-__--_-_---_--______----_-_--_--
_--__-___-_--_--_--___-_--__-_--_--_-___--_--__-----_--__--_--__--__--______
---__------------_________-_-__-----____-___-_--_-_-__-__-_-_-_-_-____--_-_-
_--__--_--_-___-____--__---____-_--______-_----___--_-_---___-_--_---_-_----
___--__-__-_---___-____---__-_-_----__--_--_-_-____-___--__--___-------_--_-
-__-_----__---________--_-__--_-_----______-__---_------_----___-_-_---_____
_-___-__-_-__-_-----_---_-___-_-__--___--__-_-__--___--__-_-_--------___-_-_
__--__-__----_______-______-_--___----__------_-__--__-_--_-___----_---__---
-_--__------__-________-__----_--_-_---__-----__-__---_-_____---_---_-______
___-_-_-----__-------__-___---_--___--__-____-_-_-__----_-_--___-___---___-_
__--__----____-_-_-_---__-____-_--_-__-_--__--__--_--_-_----_-___-----__-___
---_----_-_--___--_-___-_---__---____--__--__-____--_---____----__-_-___--__
_--_--_----____--__-___-__--_--_-_-___-_-_---_---_____-------_--__-____-_-__
-_----___--__-_-_---_-_--_--_-_-__-__-_--_____-_----_--__-_____-_-_-_--__-_-
__-_-_____--__-_----_-_-_-_---___---__--_--___--_-------___-__-__--__--__-__
_--_-_-_---------__-__-________--_-_-__-__-___--_-_----___-_-__-_-----__--__
_-_-_-__-__---_-__-_-_-_---_--_-_-_-___-_--_-_--___-_----___-___-__--_--_--_
-_--__-___-----__--__-___-_-_--------_-_-_-___--_--__--_____----_-__-_____-_
___-____----_-__-_--_-_-_-_--_-_-_-_-_-___--_---_-_-_-_-_--____------__-_-__
-___---__--_-_--_-____-__--_--__---__--__--__-_--_____--__------___--_--__-_
--_---___-____-_---_---_-__--_----__-___--_-_--_-_-__--_---___--_____--_-___
_---___--__---_-___---_--______-_-__------__-___---_-_-__-_-____--_--__--_--
----_--_--__-_-_---_-__-_--_____-_--____-________-_---__-_--___--__---_-----
_-_-_-_-_-__--___-___-__--_-____--_--_______---_-_----__--____----_-------_-
___-___--------_-__-_-_----___--__-----_----_-__-_-____-_-______-_-__-__---_
_--__--_--___-_---__-----_---____---_-_--_-_-___-_-_______-_---__--__--_-__-
_-_-_-_-_---_--_-_-_-_--__-__--__-__-----_____-__---__-_---_--____-__-___---
_____-_--_--------__----__----_-_-_--____-_____--_--__-_-__---__--_-___-__-_
_----_--__-__--_-___----_____---_-__---__-_-_-_-_-_--_-_---______----_-__-__
_--__-___-_--_---___-__----____--__--_-__-__-_----__------_-__--___--____--_
__--_----_-_-____-____-__-_-_-_---_--__--__-_---_--_-__-__-__--____--_---_--
__-__-__--___-_______-----_--____---_----_-_----__-___-_-___--__--_--_--_---
----_-___---_--_-_--__--_--___--___-___--___-___-__---_-_---_-___-____-_----
----___-_-___-__------___-___-___--__--_-____-_--_-_-_-__-_---___-_---_--_--
-_--_---_____--____-_---_-__-___-__---_--_---_-_----_-_--____-____-_-_--_-_-
--_-_-_-___--_-__-_--_-_-_----__---_-___--_--_-_--__--__-_--_-______--_--___
__-__----_-_-_-______-__-_-_---__-_----_-__--_----___-_-___---__-__--_--__--
-_-_--_-____---__-__---_-___-_--__--___-_-_-_---__--__----_-__----_____-__--
__---_-_--__-__--_-__-__-_-_-__-_-_--__-_--_-_---___-______--__----_-_----_-
__----_-_-_--_____--_--_-___-_---_-__----____--_--__-____-_------___-_---___
-_--____-_--_____--__--__-__-_-_---_--__----_-___---__-_--_-____--_--_-__---
---__--_-----__-__-_--__--_-_---_-_-______-__-__-__--___--___--__-__-__-----
0030まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/08/06(土) 14:33:59.30ID:???
--_-_-__-_-_____-__-_---___-_---__-_----_----_-_-_---__-__--__--_-___-___--_
__---_____-_---__-__-_-_--___--____-__-__--__-__-__---_---_---__--_-----__--
---__-______-_--__--_-_--____--_---__--_------___-_--_-__--_--_-__--____-_-_
-_-__-_---____----____----_-_---_--_---_-_-____-_-_-_--_-__---___--__-____-_
_-_-__-_-_----_-__-_-__-__-_-_---___-___-____------__-_____-_----__----_-_--
_____-_---_-____-__-__--_----__-_-----_-_-----_-_-_-___--___-_--_-___-__---_
---____-__--__-___-__--_____-_-__-----___-__-_----_------_---____-_---_-__-_
_______---_--_____------__----____--__-__-___--__-__---__--___------__----_-
-_---_---_-_-_-_-_--__--______--__-_-___-_-__-----__--_-----_--__--________-
__----_--_____--__--____-__--___-_--__-_--____-_-_-_---_-_-_-_-_-__-_-------
_---__-__-----_--_-__--__-_-_---__--_-___-_--_---_--__--_-__-___-_---_______
_--_---______-__-_---_-_---_--_-___------_--___-_---_____-_-__-_--_____-_---
--_-____--__-_---__-_-__--_-_-_-___-_-_-----_-_---__--___----____--__-_-_-__
-----_---_-_---__-_---_----__--____-_-__--_-_-___-__-__-___--_--____-__-__-_
-_--__--_-_____--___-_____--_--____--__-_-_----_--____--_---__-_----_--_--_-
_-_-__-___-___---_-_--___-_-__-_-_---_--___-___---__-_--_---__-__---_----_-_
-_--_--------__-----_-__-_---_-_-____--__-_-___-__--____--_-_-______--__--__
__---____--_--_---_--___----_-____-_____-_--_-_____--__-_-_-_----__-_-_-----
_--__-----___----_--_-_--___-_-____-_---__----____-_--_-_--__-_-_-______---_
-_-_-___---_____--__-------__--_-___---_--__-_-_-__-__-_--_--__-_-____--__--
--_-___----____-----__--__-_--_-_---_-_-_______------_-______--_-_---____--_
____--___---_-_--__-_-__---_---_-_-__-_-----_---_--___-_-_--_--______--___-_
__---_--_-_-_---_--_--_----__--___----__-_---_-_-__--____-__----____-_______
_-_--__-_-_-_-_-_----_--___--________-__-_-__-_----_----____---______-------
-----__-_--______---___-___-__-__--___-_-__-____-_---_-_-____--_---------_--
-__-__---_-__-___-___-_---_--___-__--___-_-_--_--__-_-_-_---__-_--_--_--__--
_----_-_-_-_-_-----_-__--__--__-_-_-__---_-__-_-_--___-_--__-____-_-___--_-_
_--_-___--__--___-___-__-______---_-_-___-__--_-_----___---__----_---_--_---
-__----_--_--__-_-_-_______---_-___-___---_--_-_-__--__-__-_-_-___------__--
__---_---____------_-____--__----__-___--___-_--_--_--_---__-__-_--__-_-____
___--_--------_-_---_---_---_--_-___-_-_--__-__--_____---_____----__-_______
_--__-____------___---_____----__--_____-___--_-_-_-----___--_--_-__---_--__
_--__------___--__---__-___--__--_-___-_____-_-----_---___---___-__--__-_--_
--__-_------__---____-_----___-_-_-__-_-_-----__-_---_--___-_-_______-__-_-_
-__--__-___---_--__-_-___--_____-__--_-_-_-_-__-_----_-_-__--____---_----_--
--__---__-__-_-__--____---_-__-____--___-_--_-__----___--__-_-___-----_--_--
-_---____-----__-___-__---__--_--_---_-_-_-_____--_------_-_____--___--___-_
___-_---_---______---_-_-_--_--___-___-_-__-_-_-_--__---_-_------___-_--___-
--___---------_--_--_-_---_-__-__-----_-_-___-____-__--_--___-_____-__--____
-___----____-__-_-_____-_--_--_----_-__-_--_-_---_-___-__-__----____--_----_
_---_-_--__---__-_--_--_-_______--_----__-__--____-_--__--___---_---_-_-___-
_--___-_-_---_-_-___-__-_---_____-----_-____---_____-_---_--_--__--_-_--_--_
-_--____-_-___-_--_--_--___---_-_---__--_-__-_-__----__-----_-_-___-_-_-____
_----__---__--__-____-_-_--_-__-----__-_____---__--____----__---__-_-_-__--_
----_-___---_--__-_-___-_-_-_--_--__-_--_--___-_____-__-_--__---___-__--_---
-__-__-_--__-____---_-__-__---_--__--__---__---_______-_--_-__-_-_---__-----
-_---_-___---_-_---_-___-__-__--_------_-_-_---______-_-_--_-_____---___--__
__-_--___-_----__-_-_--___-__---_---____--_-_-___-_--____-__-_--_--_-_-_----
-___---_-___--_--_-__-_-__---____-_-_--_----_-_---__-__-__-_-__---__-_--___-
-__--___-_-_-_-__-___-_-_---_--__--_-_-_-___-__--__--_--__---_---_-----_____
0031まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/08/13(土) 15:30:35.27ID:???
____--__-_----_-_-__---_-_____--_----_-_----___-___-__-_--___-_--_---___--_-
--____-_--_-___--__----__-__---_-___---__--_____-__--__-_---_----__---__-__-
_-___---__-_-__--_----__--___-----__---__-___--__--_--_--___--___--__---____
______-----__---___--_-----__---__-__-_____-_-_---___-__--__--_---__---___--
_---_--__-__---_-__-______---_-_-____-____---_-___--_-___--__-------_----__-
____--_-_---_--__-_-_-_--_-__-__---_-__---_-_-__-_--____-_-_-_____--__------
_---_-__--_-------_-__---____--_-____--__--__--__----______--_-__--__-__--__
____--__-------__-___---_----__--_--____--_-_--______-_-----_______---_-_-_-
---_---_--__--___-__-_-___--____-_---__---_-__-_--__--_____---_-_-__-_-_--_-
--___--_---___--__-___-_-_--_-_---__-_--____-_-_-----___-_-----____-_--___-_
-____-------_-__-________-__---------__-_____------_--_--_-___-___--_---____
--__-__--____----_-_---__----___-_-_---_---_-_-_-___-__-_-_--___-__-___--_-_
-_----____---___-__----_-----____-_-_-_-__________-___----_--_--_-_-__-_----
----___-_-_-__---_--__---__-_-_---__---_--__--_-__--__-__-_-_--____-_-__-___
___--_--_-____--_-_-___-_--_-__---_--__--_-__-____--_-__-_-_-_-----_-___----
__----__-_--__-_------__-____--_----_____-_-__--____---__--_____-_-_----__--
----___---_--_-_---______-_---____--_-_-_-_--___---___--_____-__---_-_-_-_--
---__________-----___-_-_-___----___--_-_____--__--_-------_-___-----__---__
_-__-___---------__--__--_---___-__-_--_-__-_-__-____-_--_-_____-_-_-_-_----
-_--------_--__-__-_--__-_-_--_____---_---_--_____-_______--__-_-_-----__-__
-_-_-_-------__--_--__-__-_--__--___--___-___-__-_-_-_--____-__---_-__----__
___--_----_----__--_--__-_---_---___--___-___-__----_----_--__-___-_____-___
---_____-___---__--_-_-----__-___--__--_____--__-_-----__-____-__-__-----_--
_______---_-_____-__-____--___-_-_---_------_-___-__-_------__--_----_-_-_--
-_--------_______----_-_-_-_--___-__--_--_--____---_-__--___--_--___-_--____
___------_______-------__---_--___-____-__--_--__--__-_--_--_--____-_-_--__-
__--_-_-_-_-___-__---___--____---_-_--__-_---___-__-_-----_____----_--__--_-
-_-____---____-__-_-----------_---_-__-_---_-_-_______-__--_--___-_-_-__--__
--__--_-__-_----__---_______---___-_-____-----_--__-_--_____-----___---_--__
_-_---_--__--__--___--____-_-_-___--_--_-_----_--___--_----_-_-_-_-_-____-__
-__-___-_-_____-_-_----__--_---___-_--_-_----_---__--__--__-____--_--__-_--_
__-__---_---_-----__--_----___-__--___-__-----_-__--____-__--_--_-_-__-_____
-____--_-_-__-__---_---__-_---_-__-_-_--_-_-_--__---_-_--_---______-_--_-___
_-__-_-_-___--_-_-_-_-__----______--__-__-___-__---_-_---_------_-_-_-__-_--
_--_____-_-_-----__-__--__-__-_-_-_------_-_------__-___---___--___--____-__
_-_-_--_-_______-__----__-___-__-__-----__-___-__-_---_--__----_-_--__--_---
_--_---____-___-------__-___--_-_--__-_---_----_--_-_-__-__-__--____-_____--
--_-____----____-_-----_----_____-_-___-_--_---_--__-------___--_-____-_____
_---__---__-__-__--_---_--__--_____----____-__--___----_-_--__-__-_-__--__--
-_-___---__-__--__-_--_______-_-___-__-------___-_--_-----__-____----_-_---_
-__---_-__--__-_-_--_-_____-----_-_---___-_-_-_-____--_---____-----___-_-_-_
_____--_---___--_--_-____-_-_--__-----_-__-_____-___--------__-___---_-_-_--
-_-_---_-__----_____-_-_--___--__----_---_-----_-____-_--__-_____--_--____-_
-________---__---__--___-_---_--__----__--__-__-__---_-____---___-----_--__-
--__----_-_-_-_-___---__--_-__-_--_-_-_-_-____-_-_-_---____-_-----_-_-_-____
__--__-___-_----_-_-_-_--____-_--___-_-_--_--____-_--_-_----_----_-___-_-_-_
____--_____-----__----__--___-__-_--___-_-_----_----__--_--_-_--__-_--_____-
_-__-_--_-__-_--_-_-_-__-__--_______---__-_-_--___----_--_--_-___----_-_-_--
-___-__----__---_--_-__---_----_-___--_-_-_-__-_-_--_-__-_-__--____-_-__-_-_
__--_-__-_---_----__---__-_---___-___---_-_-_--_--___-__----____-___---___-_
0032まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/08/20(土) 15:10:56.79ID:???
--__-_--_-_-_--__-_-_-____----___--_--_--_-__--__---_-_-___-__----_-_--_____
_--__-__----_-__--__-_-___----_--______-_---_-----____---_-_-____--_-____---
_--__--____---_____-_----___---__--__-____-----_____--__--_-_-_----_-_-__---
-_-_--_----___-_--_--_-__--___--_--__-___-___--__---_-_-_-_-____---____---_-
-___-___-___--_-___----_--___--___----_-__---_---_-_---__-_-_-_--______---_-
--____-_--___--_-____---__-_-__--_---__-_-_---_______--____--__----_--_-----
-_-___----___----__-__-__---_--_-_-____-_-______-_-__---__----__--_--_--__--
_--_____--__-__---_-__-----_-_--_-___--_-___--_____---___-----____-__--_----
_----___-_-__-_______----___--_-----_--_-____---___---_-_-_-_-_______-------
_-_--___-___-_-____---____-------_-----___-_--__--___-_-__-_-_-_-_---__---__
--_--_-_-_----_--_--------__--__-____-_--______--____-__---_--_-__-__-____-_
-_--_--_-____-_--_------___-__--___--___---_---___---_--_-_---__-_-___-_____
_-_----__-__-___-_--_--____-_-____-_---_--____--__-_----_-_-_--_-__-_-__----
__--__-_-__-_--_-__-_-_-_-----__---__---___--__----__-__-_--___-_____---_--_
----_-_--___--_--_--___-----_--_----___----_-___-___-----___-_______-__-____
_----_--_-__--____-_____-__---_---_-__-_-_--__-_--__-__-------____-__-_-_-_-
--_-__-_-__--_-_____-__--__-___-_--__--_-_--__-___-----__-_---_-_-___--_----
_--_---_-__-___----_---__--___---_--_-_--_--___-_-_---___-_-_---_______-___-
_____---_---_--_-_-__-_-_--_-------_-_-_-_____----_--_-__-_--__-____--__-___
----_-__-_-_--__-___-___-_-_-------_---_--___-_-_____-_-__--_---_-_______---
---___----___--______-_---__-_-___-____-__--_-___--_-_----__-__---_-_--_----
-_-_____-__---_-_---_-_---__-_---__-__--__-_-__--_--_-____--_-_-_---_____---
_------___-_-----_-_--_-__-____---_-_--____-___--_------_-__--____-_____--__
-__--___-_____-__-__----_---------__-__--_____-_---___-__--__-_-_--_--_-_--_
_-__--____------__-___-___---__--_-___-_--_--__--__----__-_-___-__--__-_----
_------__---_--__-__-___-___-_--__---_--_-_-_--_---_____-_--__-----_-_______
---__-__-_--_--_---_--__-_-----_-__---_-____--_____--_-_---__-__-___-_--____
__--_-_-__-_--__--_-___-__-_----_--_----_-----_--_---_____-___-___-___--__-_
_--____----____-_--__-____--__-____--_____-____----_----_-_--_---_--_-_-----
---__-___-_------__--__-__--___-__-----___---_--__-_--__---_-___-__---______
--_--_---_-_-___-----___-_-_-__-----_-___-______-_-___----_-__-_---_-_-_-___
-_-_--_-_--_-___---___-___--_-_-___--__-__-__-___----_--___--__--_----_-__--
-__--_-_--__---_--_-_--_-___--_---_--__----___-_____-_____-__--__--__---__--
----_-___--__--__-__------_--_--__-----_-___----_-_-___-___-__--___--_______
___-__-_------__-__-___-----_---______---___--------__---_-__-_--___-_____-_
-___________-_--___----_--__----____--_--___-_--__-__-----_--_--_-_----__-_-
__--____-__-_-___--_--_---____-___-----_-_-__-_--_-_-----____--__-___-_-----
--_------__-__________-_-__-__-_--_------__--__--_-----__---__--___---______
_-______---__--_---__-___--_---_-____-__-_---_-------__-_-_-_-_---__-__--___
----_____-_-_--___---__--------_-___--_----_-__--_-_---___--_______---______
-_--___-_---__--__-_-_-____-_--_-__---___-_-___-___--_--_-_----_---___--_-_-
__--__-_---_______--___-__--_------__--___-__--__--_---___-_----__-_---_-__-
____-_-_--__-_-_--_--___--____---_---_-_-___-___---_---_-_-__--____-_---_---
_-__-__---___------____-_-__-__-_____---_-___-_--_-_-__--____-_-----_--_----
-__---_-----__-__-_-___-_-__-_-__-----_-____---_---_---_-_--____-_-_-____-__
____-___-__---_-_-_-_-_-_---_-_-__-_-_--_--__-____---__--_------____-_--_-_-
-_____-_-_---__-_------___---_-_-_____-__-_____-__---_-__-----_-__-__-----_-
---_--__--__-__----__--__----__--_____-_----_-_-_--__--_-_-____--__-_____--_
___-__-__--__--_---__-_-_--___---_-___-_-----_--__-_--_-_-__---_-__--_--____
----------__-_--_-_-_-_--_--__---__-_--________-_-__-____-__---__-__-__-_-_-
0033まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/08/27(土) 14:31:31.86ID:???
-__-_--_--_-___--__-__-_-______-___---_-_---_-__---_--_--_-_-_----___-__--_-
_-_-_-_-__---_--_-_--_-----_------__-_______--__-__-__--_---_-___-_--__-____
--___---_-____----_-__---__----__-____-----_-_--_--___--__-___-_-_-_-__--___
_--_-----____-__--__-_-__----________-_---------_---_-_-_-_--__-____-_-___-_
--_---_-------_-__-____--_-_--_---___-_-___-__-_-_-_---______--_____-_---_-_
_--__-_-__---_--____-___-_-_______-_------___--_-_-______-------------_-_-__
--___-_-___--_-__--_-_-_---_--_-____---------__-_-_-____--_--_____-_-__---__
__----__-_-_-__-_--______-___-_--_-_--_--__----__-_--_-_-----____--__--___--
-_--_--__-_---____--_-_---_-_-_--__-_-__-__-__--____---_-___-_-_---__-_-__--
-_--_--___--_____--_-_--_------____-_--_-_--_---__--_-____--_-_-__-_-__-_-__
_---------_--______-_---_-____-_-_______-__---___--_____-_--__-_---_-_------
_--_---_--__-_---__-_-___-___--_------_-_-__---__----_-_-__-__-_-_-______-__
--_-_----_____--_-__-___-_---_-__--_-___--_--______-__-__-_--_--___--_------
_---_______-___-----_---_--_---_-------__________-_----__-___-_-_-___-_----_
--__----_--___-_----_---__-___---_-_________-___-__-_-----_---__-___---__-_-
_--__--_-__-_----_-_-__-_--__-_--_--_______---_-_---___--_--_--_-_--_-_____-
-_-__-_---_--_-_-----____--___-____-_--_-__----_--_-__--_--__--___-__-_--___
---_----___--___-___-_-_-__-___-___-_-_-__--__--___----_-_--__-__--_-_-_----
-__---___-___-__----_-__--_-_-_-_____----__-__--_---__----__-_-_-_--___--__-
-_-----_--______-__-__-_-_--__-_---___---____----_-_--______---__--_-___----
--_--_--__--___---_-_--_-----_-____--____-_____---__-__-_-__-____-_-----_--_
___--_------__-_-_-____-_-_---_--_----___-____-_-__---___-__-__---_-__---_-_
_-____----_-__------____--_-_-__-_-_-__-_-_--___---___-___--_--_-__-----__-_
-_-___-_-____---______-__-----_--_-_--_---_--_-___--____--_--_---___--__--_-
_-___-_-____----___-___-__--__---_--_-___--_-_--_-_--_____---_---_-----_-__-
------____-_--_-_-_-___---_____--________-_--_--_---_-_--_-_-_-__-__-_----_-
--_____-__-____----_---_-______-_--__-__---__-_---_--_-___-__-_----__----_--
-----_-_--__-----__-_-_-_-___-_--_---__-___-_-_---__-_---____-_-__--______-_
-_--_-__-____--___---_--__-___--_---_-___------__-___-____--_-_-__----_-__--
___--___--_------___-_---_--__---__-_--__-_---_____-__----_-____-_----___-__
--___--_-_--_--_-__--_--___--______---_-______-_--__--__--------__-_____----
__-__-___-__---_---__-_-__----_-__-_-__-__--_---_---____---_---___-__--_-_-_
__-____-_____------____--_-----___--__--_-_--__-_-_-_-____-----____--_-_----
_-__-_--___----_-___--__-__--____---_-_-_--_-_-_--_-----__--__-_-_-__--__-__
-_-_-_---___-________---___-_--_-_-----__-_-_--_--_------____-_---_-__-_-___
__---____-__-__--_-__-__-----_-_-__-_-----____---___-_-__--_-__-__--__----_-
_-__-_---_-___------_-_-_----_-_-___---__---_-___-_-__-_____-__--_--_-__--__
---__-_-______-___________--_-_----_-_-__----___--_----_-----_-_____--_-----
___--__-_--_--_----____-___-____--__---___--_--_---_-__-_---_-_--__--__-__--
_-_---__--____---__-__-_-__--___--_---___-_-___---_-___-______------_-_-----
----_-_-_--__---_____-_--___---_-_____------__-_--__-__-----____---_-_-_____
-_-__--__---_---__-_____--_-_--_-_-_--___-___-_-_-_-_-__------___---_--_-___
-----__-_--_-___-_-__-----_---_____--__-_-_____-----___-___-_--_-___-__-_---
_--______-_-__-__-----____-___--_--__-__---_--__-____-_---_-_-__------_-_---
__-_--_____-___-_--_-_------_____--__--__-__-__-___--__-----_----___---_-_--
__--_--_-__---_-__-_---_-----__--__--___-_-_-____-_-_--__----_-____---__-___
_-___-_-_------___--__---__--_---_-____---__--______-__-_-_-__----_-_-__--_-
--____-_-_-_----_-___---_-_--_-___--_--_---_-__-____-_-___-_-_--__-_-_---__-
_----___---__--__-------_-___-_-_-_--____-_-__-_-____-_____---___-__----_---
___--_-__-----_-__--_---___---__--___-___-----__--__---_-_______-_--__--_-_-
0034まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/03(土) 15:29:49.40ID:???
-_-__-------_-_____------_-_--_-_--_______-__-__-___-_--___-__-_--_----_-__-
____--_----___--__-_-_-___-_--_-___-_-__-_--_--------___--_-__-_-___-_--__--
___-_-_______--__-__-_--__---_-_--_____-_-__-_----___--_---____-----_-------
-__-_---__-----_--____-_--__-___--___---__--_-_-____-__-___----_-___--_--_--
___-__--____---_-_--_-_____--__--___-_-_--_--_____------__-__----_---_--_-_-
-________-----_---_-_-_----__-_-___-__-_-__-__-_-_----_-__--__--_-__----__-_
---_--_--_-___--_-____-____-__---_--__-_------_---_-_-_-_--___--_-___-___-__
--__-_---___--_--_---__---_-_--_____-_-__----____-_-----___-_-_---____-_-___
_---__-___-__-_----__---__---_----___-_--_--___--_-___-_-__--__-__--_-___-_-
____--_-__--_----_-_-__-__-___-_-_---_-___---_-___-__--__----_-_--_-_----___
___--___---_-__-______--___--__-_--_--_-___-_-----_-_--___---__----___--_---
_-----_----____--___---__-_--_-_-__-___--_--__----_-__-_-_____-_---_--___-__
-_-_----_-__-__--_-___------___-_____-__-_--_-__----_--___-____--____-_-----
_-_---__---__-_-__--_------__--__---___--___-_-__---____-_-__---_-____---___
-__-__---_-_--_-_-__--___-----_-___-_-___---__-_-______---_--_-__--__-_--_--
_--__--_-_-____---_-_-___-_---_---__----_-_-_--_-_---___--_-_-_____-__-_-_-_
_____-_-_--_-_---__-_-_--_-_--__-________-__-_--_------_-_--__--_----_-_-__-
-_-_-__-______-__-____-----__----_--__--___-___-_-_----_-_-_---_-__-_--__---
____--_---_--_-__---__--_-_-_____-_----_--_______--______-_-__-_------_-----
_-____----_-_--_---__---_---_-_-_--_-_-_-___-_--_------___-____--__-_____-__
-_-_--_-_____--______-_--_-___-_-__----__--__---__-_---__-_-_-----_-_-_--__-
-------_-__-_-_-__-__-__---__--__---_-_-_---___-__-_____-__---___--___-_--_-
___--_-__--_-_-_--____--_---__--_-___-__-___-_-_-_-_-_-----_--_-_---__-_-__-
-----____-__-____----__-_-_-------_--____-__-__--_____--_---_-_--__--_-_-___
-__---_-_--_--__-_-____-_---__----__-------__---_-__-_-__------_____________
-____--_______------___-_-__-_-__-_-_---____-___-----_-_---_-__----__--__---
---_-_------_---__-_---_____-_--_-_----___--_-__--__-__-_---___-____-__-____
-___--__--_-_-_--___-_-__-----___----_-___-____-___--__-----__-__-_---_--__-
-__-_-____---_-__-__-__--__-_-__------_--_-_---_--____-__--___--__--_-_-__--
_---_-_--_--_-_--__-_--_-__-__---_-____-__--_-_-_-____----_---_-__---_____-_
_______-__-_--___----__-__-----_--__---_---_-__---____-_-__-__--__-___------
--_____--_---__-_--_-__---_--__--__--_---____--_-_-_-__-_--__--_--__-_-_-___
-_----__-_-__-------____---__-_----__---__---_----___---_________-_-__-_____
-____-_-__---_-___----_-_----____-_--__--__-_--__--_-_____-----_--_-_--_-___
--____-_---__-_----____-------__-_-_-__-_---_---___--____-_--___-__--_--____
__-_------___--__-------____-_-_-_---__-----_________-___-_____-__--__------
_--_--__--__-____--_--_-----___--____-__-__-__--__-_-_-_---__--__----_-___--
_-__-_-_--_-__---_-_-_--_-_-___--_-__--___--___-_---__-__-_--_---_-_-_---___
---_--_---__-----__-__-_-_--___-_______-_--____---_-_______---__-------___--
-___-_-_--_-----__-____-_-_-__---__--_-_---__-__-_--__---_-___-____---___---
-__---_-_-_--_-_--__---_-__--_-_-_---_-__----_--_--_--__-_____-_-_____-___-_
-_-__----_-__---_____-__-_---_-___--___--_-___-_--__---_-___-------____---__
-______---_--_---_-_-__-_-_-_-___---_-__--__-_--_-___--_-___---_----___--__-
-___-____-_-_____-_------_--_----___--_-_____--___-_-_-_--__--___------_--_-
-_-_---------____-__-_-_-_--__-__-_-______----__-____-----_-_---__--__-__-__
-_-_-_--_---_-__-_-__--_---____---________-__-_-_-_-_--_--___-----_-_--_--__
_--______--_-_-------___---_-__----___-_-__-_----_-___-_-_-__--__-____-__---
-__-_--___----__---_-_----__---_-_-__--__-_-___-_--_-_---__--___-_--__-_____
___--_---_-__--_---____-__-___-_--___---_---_-_---__--_--__-_-_-_--__-__--__
_-_---_-_----_--____---_--___--_-_-_----_-_-_-____--_-__--____----__-_-_____
0035まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/10(土) 17:03:38.59ID:???
--__-____--____-______-___--______-----___-_-------__--___-__---------_-_---
--_-_--__-_---___---__--__-__----_---_--____-__-_-_-______-___--_---_--___--
-_-_---__---__---__----_----__-__-____-__-__---_-__-_--_----_-____-_-__-____
___-__----_-__-_-_-_-__--_-_--_-__--_--_---__--_--__-__-_-__-_-_--__-__---__
_-_-_-_--___--__-_-__-_----__-____--_-__-____-----__--__--_-__--_--_----__-_
____-_-_-_-_----__--__-___-_--__--_------_--_--_____--_--____---__--__-_-_-_
__--___-_--_-_-_-_---_-___-_---__----_-_-_--____----__-__--_--_-_-__--___-__
_--_-----_-___---_--__-_--_--_--______--_-__-_---__-_---__-_-___--_-___--___
___--__-_----__-__--_-__-__----_____------_-__-__-_-___-_--_-___-_-_-_--_---
_-_-__-----_____--__-__-_--____---_--___---_____--____---__---_-__---_--_---
__-__---_-_-_---_--_-___-___---___-_--_--__-__-_-___---_---__--____----_-__-
--__-_--_--____--__-------_-____-_-_--__-___-_-_-_-_--__-_------__-_______--
_-__--___---_--_________-___--_----_-__-_-_---_-__--_---___-__-__---_---_---
----_-_-_-_-___-_----____-__-_-_--_-___-_--___--_-_____--_------_-___--_-_-_
--_-_----____-_---_--_---_-__-__-___---__-_--_-_-_--_-______-_-----_-____-__
-___--__--_-___-__--____----__----_-__-____--__--__---__-__----_---_----____
_---__-_-__----__--__---__-_--____------_--____-_--_-_-_-____-_-__--_-_-_-__
-_-__--_---___----_-__--_--___---__---_-__-_-_____--_--_--____-_-_--__-_-_-_
_-_____-_-__-___--_-_____-___--__--__---_--_---___--_____---_-_----------_--
--___--_----_---_-_--____-_-_-_--__-_-____-_____-__-__-_----__--__--_-_--_--
-_--_-_-----__--____-----_--_-_-__--___-____---_-_-__-_--_-___--__-_--_-____
_-_---______---_--_--------__-_-_--__-__---_-__---_-___-____--_--__-___-__-_
_--_-_----_--_--_-_----__-_-__--_-____---_---___-_-_-_----_-___-_______-_-__
-_--------_____-_-_--_-____----__----__-__--___-_--__----______-_-___-__-_--
-_--_-__-____-__--_----__-___-___-__---_--_---_--_---_-_-____-_-----_-_-____
_--__-__-__---_------__-____-_-__-_--__-_---_-_-_-_-__-_-_--___-_--_-_-__--_
-__-----_------___--_-_--____--_--_____----_---__-_-__-_-_-_____-___--_-_-__
-----__----_-_-______----_____-_-----__---___---___-_---___--_-_--__-_-_____
---_-_-___--__----___-__-_--__--_-_-__--____-_-____--__-_--__-_-_-_----__---
__--_-__--_--_---____--_-_--__-___----__-___---__--_-_-_-_-_--___-___--_-_--
--_--_-__-_-_--_---__-_-_-----__-_--_______---__---__---___-__--___--__-_-__
__--_--__-___---___-_-_-__-__---_-_--_____-__---_--_-__-_-----_-____-_-_----
--_--_---___---___--__-__-_--_-__-__--__-_-__--_------__--___--___-_____---_
_-_--_--__-_-__--_-_-____-_-___--_---__-__--_-__--___----_-___-_--_---_-__--
-_-----_____-__--___--_--___-_---__-__-__-_-__---_-_-_--__-_-_--_-_____-----
-_--_------___-_--___---__-_____--__--__-_-_---___-__-_--_--_-_--__-_--___-_
__-__-_----_-_--________--_--_-_-_-_----__----_____--_--------_--__-___-____
_---_--____-__--__-_-_--__-____-_-___----_-___--_-__-_---_-------_--_____-_-
_---__-__--_-___--__-__-_--_--_----_--_---____---_-__--_-_____-_--___--__--_
_-_---__-_--_-____-__-_--------____----_--______--_-___-______----_-_---_-_-
_-_--__---___-_--_--___-__-__-----_--__-__--_------___-_____-__-_-__---___--
-___-_-__----___-__--______----_-__-----__--___------__-__-___-_--__--_--__-
_-_-__-_---__--__-_---_-_-_---__--___-_--_-----_-__---_---__-_______--__-___
-__--_--____------_--___--__-_-_______---___--____-__--__--__-----__---_--_-
___-___--____--__-___-_--__-----_--__--_----______-_-__-_-__--__------_---_-
__-___-_-_--_-_-_-_-__----________-_---___--_----___-_-____---_-------___---
__-__-__-__----_----____-___---_-_-__-__--____-__-__-----_---_------___--___
-___-_-----_--__----_--_---_--___-___--___---_-_-_--___--______--_-_--____-_
-____---_______---___-_-_--_-----__----_-_--___-_-____---_----_--___---_-___
-_--_------_---_---__--_-___--_-_---___--___-_--_____--_-_____-_---_-_____-_
0036まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/17(土) 14:07:12.88ID:???
---___-----_-_____--___---_--___---_-__---___-_--__-___-_-__-----___--_-__-_
___-__-___---_--_-_-_-__-_---__----_--__--____-_-____------____--_-___-_----
--_---___-_-_--___-_---__-_-___--_-__-__--------____--_-___-_--__---__--____
-__-_-__-__--__--___---__-_-__-_---__--____-_-_____-----___---_--------_-___
_-____--__--_--__-_-----__________-_-__--_----_-__-__-_--_--_-_--_----_-__--
_-_-__-_---_-___-___---_-___-_---__-------____-__-_--__---__--__-_---____-_-
-____-______--_--____-__-__--___-_-___--_--_-----------___--___---_--__-_---
_--_-_--__--_-__-_-_--__-__-____-_--_-_--___--_--_-_-__--_--_---_-_--__-_-__
---__--_-_-_--____--_---_--_-_-__--_---_---__-__-_-_______-_--__-_--_-_--___
_-__-_--___-_-_____----__-_____-----_---_--__---_-__--____-----_----____-_-_
--___-__-____----_-_--__-___------_--_-__---_-__-__-__--___----_--___--___-_
-_____--_-__-----_---__-___---_--_--__-_---____--_--__-_-__---_-____---_-___
______--_-_-____-_--___-__-_--_--_-___-_--_--_-----__----__--_____-_---_----
_--_----__--____-__-----__-___-_--_--_------__-________-_-_--__---____-__---
-__---__---_-_--______-_-_--_--_-_-_----_-_-_--_-----_--___---___-______-___
-___--__--__--___-____--_____---__---_____---___--__--___--__----_----_-----
_______---__----_-__-__---__-___-_--___-----_-_--__--__---_--_-_--_-___-_-_-
-______-_-_-_-_____-_-------_-_-_--_---_-___---___-_-__----__--____---___---
-_-__--_-__-__-__---__-____--_-____-___-----_----__-_--__---_____---_--__---
_--__---___--_--_----___--_-__-_-_--------___-__---____-_-_______---___---__
--__-____--_---_-_-__-----______-_______-_---__--_--_--_--_--_-_---___-_-_--
____--__---_--------_-_-_-__-_-_---__-__-_----_-_-___-______----_-_-__-__-__
_-_-_--_--_--_--_-__---____--_--_-_-_--__-___--_-_--_--_---_-_____-__--_-___
--_--_-----___-___--___---_-___---__-___-_-_--_-_-_-__--_-__-_-__--_---_-___
__---_--_--_-__-_---___-__---_____----__--__-___-__-_-__-__-__-------_-__-_-
---__---_-__-_-_---______--_--__---_-_---_---__---__-_____-_---_-___--_-____
__-__---_-_--_--___-_-_-_-__--__-_-_____-_--__--_-_--__-__--_---_-___-_-----
___-_-_-_-_--___--_--_----____--_-_-_--_-______-_-_-__----_____-_-__--------
-____-_____--_-_--__---__---__-___-__-----__-__--__-_-__-_-_-_-------___-_--
_-_-___-_-__----__-__---_--_--____------_-_--___-__-_-___-_---___--_---___-_
___--_--_---_-_--__-_-__--____-_--_-_-__--___-___---_-__--__--_---___--_--_-
--_____-___-_-_-_-_-__-_-_-_-_--_-___----_-__---_--_--_-----_--__-_-_-___-__
-_----___---____--______---_---___-_-_-_-_______-_-__-__------__------_-_-_-
-_--___-__-_-_-_--_-____-_--__-__-_----__-___---__--_-__--__---__-_----_-__-
---_--____-____---_--__---_-_--__----_-___-__-__--__-----__-_-__---_-_-_____
__-_---__--_--__--_--_-_---__-____----_--_-___--__-_--_---__-__-____-_-__--_
--_--_-_------__-__--___--__-_-__---____-_---_-___-_____-_-_-__-_____-------
--___-__--_--_--___---__-_--__--_-_-__-_--____-_-____-_---__---_-_----__-_-_
--_____-_-__-______---_--______---__---_--__-_--_--___-_-_--__-_---_----_---
__---__--__-_--_-_----_-_--_-_-_-_-____-___-_-----________-__-_----__---_--_
_______-_-_-_-_-___-_--_-_--_---_--___-_--_---_-_--__--_-----_____-____-----
____--__--_----_--_-_---______----_-_-__-_---___--_____-_--___--_-_-__-_----
_____-_----___--_----_--__--_-__--__-_-___--_-___--_-__--_--_--_-__-___---_-
-___------_-_-___---____----_--_-__--_------_--___--_______--__-__-_--_-____
-_-__---___-___-____-_---------__-__-__-_-_-____--_-_---_-_-__-_--_-__--_-_-
-___--_-__-__--_-_______----_--__-_--_---___-_-_---__---____-_---_-____-----
_-_-------__-_--___-_-----_--------_-___--_-____-_-_-_-_-_-______-_-___-____
_-__---__--_-_---_--_--___-__--___-_-__-_--___---_----______---_--_---__-___
_--__---_-_--__-_-_-_-_-_--_-_--___-_-_--_-____-____-_--_--_--__-___--_---_-
--____-___------_--_-__----___------_---_-__-_-___________-_-_-_--__--_--__-
0037まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/24(土) 15:02:57.72ID:???
-_-_-____---_--__-_--__-_--_____-------_____-_-__-___-_--_--_--_-__---_-_--_
--_-----_-_----___-_--_________--_-_____-_-_--____-_---__-_-----_-___-_-_---
-____----_____---_---________-_-__------_---__-__----_-___--_--___--___-_---
----____-__________---_--___-_-__-----___-__-____-_-_--_--_---__-_-_--------
-----____-__-_--__-_--_____-_-__-_--_--_-_____-__-_-_-__----___-_---_--_----
---__-___-_-_--__--_______-_-__---____-_---_---__---__--_-__---_--___---_--_
_____-__-___---__-_---------_-__-_---__--_____-_______----__-----_---____---
-_--__---_-__---__-__-_-_-__-_--_--__-__-_-_--_____-___--____----_-_--_--_--
--_---_--_-_-__--_-__----_-__-_____-_-_____-__---_-_-_---__----__-____--__--
__--________--_--__-__-__-__-__-_--_-___--_-_-----___--__--_-_---_-_----_---
_-----_____--_-____-____-_--__----_-___--_--__-_-_----_-_--___---_--____-_--
_____-_-_-_-_-------_-----__-__--__----___--_-_---__-__-___-_--__-_-___--___
----_----__-_-__--_---____-_----_-__-_---___-___---_--____----____-_-____-__
_-_----__--_----_____-_--__---__--_______-___----__-___-___---_-__-------_-_
---__-__-_--_-__----_-_----___-____-__-__------__-_--_____--_--_-___--__--__
_----_-___--_----_--__-___-__---___--__-__-__-___-__-----__-______-_----_---
_--__--__--___--____--_-_-_---_-----_--__-----___-__-_-_-_--_-___-_-____--__
-___-------_______-_---__-____-______---_----___-_-__-__-_--___------_-_----
--_-_-_---___--__--_---_-______-_--_--_-----__----_____-_-_-____---_-_-___-_
__-_-__-_-______-__----_--__-----_---_--__---___--_-___----____----_-_-_-___
-__-_--_-_----___-_-------_-_-____-_-_-__-__-_--_-_--___---_--___-__-_-_-___
-__----_-__-----__----__--_____-_--_-_-_----___-__---___---_-____-_-____--__
_----__--_-_-___----__-___---_--_--__--_-___-_--_----__-__-__-_---_____-___-
-_-___--__-_-_--____-___-______--_-_--_---_-----_-___-_---___--__-_-_---_---
____-_-___--__--___-----_-_----____-___--_-----___--_---_--__-__-____---_--_
____--__---_-_-_-_--___--_-_-__-__-_---__-_-_-_--___--__-_------_---_--_____
______--_-__--___----__-----_-_-__--_-_--___-___-__-_-_---_-_-___-__--_-----
_-__------___-________----_-_-_------_--____-----___-_-___--_____--___----_-
---_-_-----_____-_----_-_------_--________-_-_-_----__-_-_-_____-__--_-_-___
_------__-_____---_-_----___-__--_-__-__-__-_-_-_---_-_--_-____-_-_-__---__-
_-__-______-__-______-_--_--_--_---_-_--_-_-___-----__-_--_---_--__--___----
----_____--___-_____-----__--_-_____--_-_--_____-____-__-------_--_--_----_-
_--_--_---__-_-_-____-__-_--_-__-__-__-_-_----_-----__--_-__-_--_----_______
____---_-_-___--_____-_--_-_--___--__--___-_-_-_--_----___--_-__--__---_----
_--_----_-__--_--____-__--_--__-_----__-____--_--___-_---__--__---_--__-____
_--___-_-___---__-_____-_-__---_-__--_-_-_--_--_-__---__---_--____--_-_-_---
___-_-_--_--_--_--_----_-__-__----__-___--__---_---_-__--_-___--__---_______
-_-_--_--__-_-_-_---__-----____--_____--_--_--_--_-_-_____-_-___-_---_--_-__
_--_-__-_-__-_____-_-----_----___-------__--____--____-_--_-_-_---____-_--__
_-_--_____--__-__---_--__-_-__-_--_--___--_-_--___-_-_--__--_-__-__---_----_
_---_-_--_--_--_-_-_-_-__---_---_____-__--__--_-_--_-_-__-_--___--_-_____--_
___--__-______----__---___-__----_-__--_--_-__------__-_-_-__--___-----__-__
--_-------___-_--_-__-__-_-_-_-____-______---_-__-__-__---___-____---_------
-_____-_---__-___--_---_-_--_-_-_-___-_-__-_-_--___---__----___---_-__-__---
__-__----_-_--__-_-_-_-___-___-_--_-----_-_-_----__--_-_____-----__---______
--_---__--____--_---__--_--___-_-_-_-----_--_-__-___-____-_--___--_----_____
_-_-___--_--__-____--__-___---_--__-_---_-_-_-____--_--_-__--_-_-__----_--_-
___-___-___-_--____---_-____--_----__-_--_--_-_---___--_----_------_-____-__
-__---__-_-_--_-____---_-__-__----__-_-__--_-----_-_-__--___---_--____--____
-_-_-_-_____-_-__---_-_-__-_-__---_-__-_----__-__---___--_--___-_--_---_--__
0038まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/01(土) 16:03:54.05ID:???
----------___-__-_-__----__-_--_-_-__-_--_-___-__-____-_---_-_____-___----__
----------_-______-_--_-_____--___-_-_--_--_--__-_---_-___----____----______
_-_-_-_-__-___--__-_--_-__-_-----_______--_--_---___-_--__----___---___--_--
__--_---_____-__--_--___-------____-_____-_-_---_______--_--__-_--_-------_-
_-_----____-___-______-_-____-__-__------_-_-__--_-_----__---__--_---_-_-_--
--__-_--_-___-___---_____-_-----_--_-_-___-__--__--_---__-_--_-----_--______
___-------_-_-_--_--__----___--_________-__-_-_---__-__-_-_-_--__----_-_-_-_
__-----__-_--_--____---_-_-_-___-_-__-_--_-----_-_--__-______-_-_-__--__---_
-__----_----_-_--__---___----_--_------_______-_____-__-___-__--__--_--__-__
-___---__---___----__-__---____--__--_-___--_--__---_-__-____-----___--_-_-_
_----____-___-_-----_--__--__---_-_--_-_-__-____--_-------__-____-___-__--__
_-_----___---_---_---_--_____---_______---__-____-_-_-_-_-__-----__---_-_-__
___-_--___-__--_---___-_----___--__------__--_----______-_---_--_-___-_-_-__
__---_-_--______-__---_-_--_-_-_--_-_-_---__--___-__-_-_-____-_-_-_----__---
--_----__-_--_________-_---__----_-_-___--___---_-_---__-__-_--_-__--__-__--
-_--_--___--____-_-_----_--__-_--_-____--_-___-__--___----_-----______-_-_--
__---__-_---__-----___-_--_-----_--_-_____-_-__-_-_--__-_-_-_-__-__-_--_-___
__-___------____-----_-__-_--__-___-__-__-_----_-___-____-_---_-_-_--_--_-_-
--_------_-_-_-__-_---_----_-_---__--___-____----_____-__-_--_-___--____-___
__--________-_-------__-__--_--___-_-_-___----_---_------___------__-_______
__-_---_--_-_---_--_-___---_--___-_-_-____-_-___-__-__-__--_-_-_-_---_-_-_--
_-__-___-_---_-__-____----__---_-__-_-----__---_-_-----__-_-_--___-_-_____-_
--_-__--__--__---_______-_-----__----__-__--____--__----_--_-_--_-__--____-_
-___-_-__-_-__-____---_------_--____-_--_--__-_-__--__--__---__-_--_--__-__-
-_----_---__-__-_--_-___--_---___----___--_-_-____--__-_-_--__----_-_______-
_--__-------_--_---_-----_-------__-______-___-_-_-__-__-_-___-_____--___-__
--_-___-__-_-_------___-_--_---______-----__-__-__-__---__----__-_-__--__-__
---_______--_--_--_-____--___-__-__--__-_____--_----_-_-_-----_--_--_-__-_--
--____-__------_--_-_---_--_-_---_---_--_-_-_____--_-___-_----_-___-________
-_-----_----------__--_-_-_-_-__-____-_-_-____-___-__--__---__-__-_-______--
____-_-_-_------__-_-___-__-____---__-_--_---_-__-__-___-____---_------_--_-
_-__-__--_---__--___-_--_----_-__-----_--___---__-__-_____----__-_-___-_-_-_
_----_--___--__----__--_---___------_-___--_--______-_--__-----____-_______-
____-_-__-____-_-_--_-_--_-__-__-_----_-_-_---_____-_---_-_-___-_------__---
__-_-___-__--__-____-__-_--___---_---_---_-----_-__--__-__--__-_-___-_-_----
-___-__-_--_-___-----____--__-_----__--______----_---_____---__-_-_-__----_-
-_---_--_---_-___---_-__--_-___-------_-_-__--___-__-_-__----_---___________
---___-_--__----__-_-_-___--__-_-__-_-___---__---_-_-_--___-_-____----__--_-
--___-_____-_-_-----__----___-_____-__------_--_--_-__--__--__---___--__-_-_
_---___--__-_____---_-__-_---__--_---_-_---___--____-_--__-__-_--_--__-_--_-
_-_--_-___--_--___---____-_-_-___--_----___-_-__--_-__-----_-__---_-_-_--___
-__-_---__--__--___-____--__--_-_--__--_--__--_-___-_-__--___---_-_--_--__--
-__-__-____--_-----_--_-_-_-___--___-__---_-_---___---_-___-___---__-_----__
_---__-_---____-_-_------_---__-___-___-___-_--___--_--_---_-_-__--__--_-___
__-_-_-_-__--------_-_--_____--____--_-____-_______----_----__--_--__----__-
__-_--_---___-_-_------_____-____----___-----__-__---_--_-_--___-____-_---__
______---__--_---__--____----__-___-_-_--_--__---_-_-__--__--_-_-_------____
-_-_______---____----_---_---___---_-_-_-------___----__--_--______-_-___-__
-__----_----___-__---__-_-_-______-____--_----_--_-__--_--_-__----_--_____-_
-_---_-_-_--_-------_-_____-_---______-___--___-_----_--___---_--_____-_-_-_
0039まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/08(土) 17:38:55.63ID:???
-_--_---__--__-_-_-_-___--_---_--__--_-_-_--_-__-__-___---___-___-----_-____
____--_----_----_--_---__---__-__-----_-_---_______-_-_-__-___----____-__-__
__------_____--___-_---____---___---__-_-_---_---_______-_-___---__-__------
____-_---_-_--_--___-___---_----_--__--__-__-__----__-_--_-_-____------_____
--__-_-___---__-_-_____-_---_______--__--_-__-------_-----___----___---___-_
_---___-_-______-_----_-_------_-__--_-___-___----_---__--_____--_----__-___
_-__----_-___-------___-----___-____-__________------_--__-____---_---__-_--
_---_---__-_----_-_---__-_-----_--_--________-____--____--_-____-_-___--_---
____-_-_----_-_--_--_---__-_-_--_____--_----_--_----____-___-_-_-__--__-__-_
--___-__-_---_--_----__-___-___-_-_-____-_--_----__----_-_-_----_____---____
--___---_-_--__-_----_--___--_--_--_-__--_--__-_-____--___--__-_--____-___--
-_---__--__---___---__-__---___------_--_--_-_-_________--_-___--___---_--__
-__--__-___-_-_----_--__-_--_--__-_--___-_-__-_----__--_-____-_-__-_--__-_--
---_-----______---_-_-_--______--____--_--___--_--_------____--_-_____----__
_-__-_-_-_----__--__--_---___--__-_-_--_--___--__--__-_-_-_--_-_-__-_--_-___
__---___--_---__--_---____-_-____---___-_--_---__-__------_-_--_-__-_-_-____
___--_____---___-___--___-___-_---__--_-__--_-_-_---__----_-____------__----
_------_--_-__-____---__-__-___--__--__-----_-_-_-__--_--_--_--_--_-________
---_---_-_-------__-_--____-__-_____-_-__--__--___------__-_-_-_-_-_____-_-_
-__-_-__-_-__-----___---___--_-____--_-__---_--__-__-_-_-___-_--____--_-----
-__--_-___---__----_-__-_-___-_--__-__-_--__-_-__--___--_-___-_-_-_-_----_--
__---_-_-_--------___________-_-_--_-_----___-------__--__--________-__---_-
__-__-__-_-_--_-__----__-_____--__--__--____--_--_-_------__--_-_--_--____--
-_--____-_-____---____-_-----_----_--_-__-__-__-_---__--__-_--_-____--_-_-_-
--_-___-_-__---_-__-__----__------__---_-_-___-_-_--___--_-__-_____-__----__
__---___-_-___-_---__--_-------_--________-____----__----____--__-_-__----_-
-----_-_____-_-__-_-________---__----_-__-_--___--_-___-_--____-------_---_-
-_--_-_-__-_----__-___--__----___-___--_---____-_--_-_-___---_---_--_-__-___
_---___--_--__----_-----____-_-_-_--_____-----__-______-_-____--_-_-_--_-_--
_--_-__-_-_-_-_-____---__--__-__-_---______---_-___-_---__--_--_--___----_--
_---__---_-_--_____--____-__--_---_---_----_--_---_----______--___--_-______
_-__----_--_-_-__-__--_--_--___--__-__-_______-_---_----_-_--___--_-_-__--_-
---__-------____-_---_---__--_-_____---_-_-____-_--_--_-_-____-__---_____-_-
_-_----_-___--__----__-_--___---__-_______-___---____---_--__-_-_--__---_---
--_-__-_--_---___---_-__-___-----___-_-_-___-___--__----_--__-__-____-_-_---
__-___-__-_--__-_-_---__---__-----__-_-_---___--_-___--_----_-____--_-____--
-_-__---_-_-_----___-_-__----_-__-_--_-___-_-___-__-_-__-_-_------_-_-__-___
_------_--_-______--__-----__-____--___-_--____--___------_-_----__-__-____-
--___-_--___---_---_--_--___-_-__-_________--_--_--_--_-_---__--------______
--__---____----__-_--_---_____-_-_-____--___-___-__-_-----_--_-__-__--_---_-
-__--___---_----_-_----_-__-_-__--_-___-___-___--_---_--__-__-__-_-_---_-___
-_-__---__-__--_-_--____-_--_-_-__--_--_-___-____---_-_----__--_-_--__-_-_-_
__-____-_-___--___--___-_---_-___--__-_--_----_--__-----_-__-___-__-_---_---
-__--__-__-_-_---_---_-_-_-___----_------_-_-____--_-___-___-_---___--____-_
_-_----___-_-___-__-__-____--__--_-__--__---____-----__----_-_---__--_-___--
__---_-_---__-__--__--_-__--_------___--_-___--___-_--___-_----__--____-__-_
_-_-__-_-____-_----_--__--___-_-_-__---_-_-__-_-__--___----__-_--__--___----
_---_------___---------__-_-__-__--___-__---_-___-___-----_-____-__-___-____
---_____--__-_-____-_-_---___----------_-_-__________-_-_-_-___---_---__----
_----_-__--_--_-___-___-__--_-____-__--__--__-_-_--_-__--_--_-__-___-----_--
0040まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/22(土) 18:02:33.16ID:???
_--_---___-----___---------_-_---_--___-_---_-_-_____--__-______-__-___-__-_
__-_---_----___-____-_--_-_-__-___-_-___---_____--_-_-____-__---_---------_-
_---_----___--_--_-__----__-__--___-_--__-__---___---_____-__---_--___-_-_-_
-___-_----_-__-__----_-___---_______-__--___--__-_-----__--_-__-__-_----_-_-
--------_-----___-_____-___-___-_---_----_--_-____--_-__-___--_-_--____--___
___-_---___-___--_-_---_-_-__---_-__--_-_-_-_---_-_---____-_-__-_-__--_-_-_-
-______--__---_-_____-___--__-_-_---__-_-----__--_--__-_-_--__----____-_----
___----_-____---_---___--__----___-_--_-___-_-__---__-_--_-_-________-------
----_--_____--_-----__-_________-_---_--___-_-__-_____-_----_----_----_-___-
-__---_--_______-----__--_-_-__-_-_____--_-----_---_--__---__-__-__--___-_-_
_----_--_____-__-_-_-__-___--_---_--_-_-----_-__---_--____-_----__-_--______
_-__-___-----__-_-_--_-__--_-__-_-__--_-_--__-_--___-_____-_-_----_--_-__---
-_-___-___-_--_--_----___-___-_-__--_---__-------_-__--__--_-_-_-___-_--____
-___-_--_-____---__--___--__-----_-_-_-_-_-------___---____-_-_-_-___---____
_-___--__--_-_--__-_---___--__--_-_-_-_-_--_-----_-__-__-__----___--_--_____
--_----__---_-_---_-__--__-__--__-_--_-_-_-_---___-_____--__-__-___--_-_--__
__-_--__--_-__--_-___--_--_---_---_-____--__-__-__-_---____--__--___----__--
_____----_____--___-----_-__--_--_-_-_--_----_--_____-_--__-_----__---_-____
_---___--_-__-___---_----_-_-_--_-_________---_-_--____--__-_---__-_---__---
_-____-___--__-__--___---___--______--_--_-----_-____--_-____--------_---_--
_______-------__---___------_-_----__-_--__-_--__---_--__-___-__-_______---_
___-__--______-__--__-__--__----__--__----__-_-_--_--_----_--_--____-_--__--
_-----__-__-___-_-_-__--_--_-_______--______--_----_--__--_------___----___-
--__----_-_--__-__----__-_-_--______--_-__-_---_____-__--___--_-_-_-_--_-_--
----_---___-_-_---__-_--_-__-_--______-_--_---__-_---__---___-____-__--_--__
-_--_____--_____-----__--____-_-__-__-_-_---__--_-_---_-___-_-_-__-----_-_--
---____-_-__-_-___-_----__-__--_--_-____-___-----_--_-_--___-__-------_-____
-____--_----_--___---_____-_------__-____-_--__--__-_-_-_-____-----__-_--__-
__-_--_------_---____-__---_-___-____-__-_-_--___-_-_--____-_-----__-__---_-
-_______---___-___---_--_-_-_-_-_-_--__-_--_--____---___-_-___---_--_----_--
-___--_----____-___--_-----_-__-__---_-_------___-_-__--_-_--_-___-__-_-____
-_--_-__--_____-_-_-__--_------_-_____---_-__-_--_-__-___----_-_-_-___--__--
-____-_-__-_____--_----_---_--_---_-_-_-___-__-___-____--_-_-----_-_--_-__--
----_-___----_--_-__-----__-_-__---__-_----_-_-______-_-_-_-_-_---______-___
__-___--__--__-___-__--_-_---_--_-_-__--_--_____-----_---_-_-_-_-_____---_--
_---__-_____-_-----______-_-__-_----_--_-_--__---_-____----_-_--__-_-____---
_-_-_--____--_-___--_---__--_-_---__-----_--____-______--_---_-__----___--__
-_-_-_------___----___-_______-__-_-_____-____--__----_--_-_--_--__--__-----
-__-_-_-__-_----______-__-_-__-_-___--_-____-_--_--_-_---_--_-_-_--_--__----
---_-___--_-___-----___---_---_-___--__-___--___-__--_---_--___-_-___----___
__---_-__-_-_-_----_______-_-__-_-___--_-_-_-__----__----_------______----__
--___-_--______------_---_--_-__-___-_-_--_--_--___-_----__--__--___-___-__-
-_---____-___----_-_----_-_--__---___-_-_--_-____-_----_--___-__-_____---_-_
---_-__-__-__--___-_------_--__-_--_-__--__-__-__--_-__------__---______-___
----_____---_______-_-_---__---__-_-__-__--_-______-_--___--__---_----_-----
-__-____--__---_--_--------_-___-__---__---__-__--_-__-_-__------____-______
------__-_--__-___-__-_-_---__--___-_-----__--_-_-_--_-___--___---_-_____-__
_---__-_-_---__--____-__--__-------_-_-_--_-___-____---__-----__--_--_______
___-___-_-__---_--__-__--__----_____---_--___-__-_--_-----__-_-__-_--___----
-__--__-__--__--_-__-_--__-_--__-__-_-__-_-______-__---_---_-_---_-__---_---
0041まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/05(土) 16:32:46.01ID:???
--_---___-----_-_-_-_-_-_-___--__-_-_-_-___-_----_-___-__-_-_______---_---_-
---__-__-_------__-_---_-_____-__---------_-_-___-__-_-__-__-_-__-___-_-__-_
---___---____----____-_-_-___-_-_-__----_-__-__----__-_---_-__--_-_--__-__-_
_-----___-_-___-__-___-_---____---------__----_-__-__---___-_-_-_-_-_--_____
-__-___-___------______-___-__-_-_--____-_-__--_----_----_-__-__---_-----__-
-_-_----___-__-_--_-_-_--__---_-_-_--_---___----_-_-_--__-__--_______-__--__
--_-_-__----__---_-___-_--_--_-__---__---__--__--_____---__-_-_____---__--__
-_-_______--_--__----___-----_---___-----_----_-___--_---_-________-__-__--_
___-_------_--__-_----___--__--_-__-_---_---__-___---______--_____-_-----___
__---__--_-___-_____--_---_-__-__--_-_-__---_---_-----__-_-_-__--______--_--
-----__---_-_---__--___--___--_---___-__--__-___--__-__----__-_____-_--_--__
_---___--__-__---___--_--___--____-_-_--__-___----_-___-----_---_-_--____--_
---____--_-_--____--_-__--_-_--------__-_-_-___--_-_---_-____-______---__--_
__---__-_--_-_-_--__-____--_--_------_--_--__-__---_--_____-____--_-_--__-__
--__-_---_--__----___-_-__--___--__---____-___-______--___--_-__---_---_----
____-__---_-_--_-__--_------____-__-__-----_---__-_-_-___-____-__-_-__----_-
-_-__--_---_-_-__--_-____-_-_----_---____-___-_----__-__-______-_-__----_---
-___--_--_-_-____-___--_----___--_-_--_--_----___-____-______---_--__---_---
-_-___-___---__---_---_--_--__-__-_---_-____-___----_-__--__-____-_--_--_--_
-_______-__-----_-_--_-__--_-__---_------__-____--__-__-_-_-__--_--____---_-
---__-__--__---_-_-_-____----__-_-_---_-______-_-___--__-__---__-_----_-_-_-
__-_-----_--_--_-_---__-_---________---_-_-_-_-__-_--______--__--_-_-_-_-_--
-_---____-___-_-_-_-_-___--_-_-__------___-__-_-__-___-____-__--_-------_---
_-_____-_-___-_-___-_-___---_-_------_---___-_----__-_-_-----___---_-_-_-___
_-_-_--_-----_----_-____-_____-__---__--____--__-____---_-_--_---__-_--_-__-
-__---____-__-_----__-__-___-_------_____-___------_-__---_____-_____-------
__---__--__-_-_-_--_-___--__--___-----_---_-____--___---_--_-_-__--_--__-___
__-_---__-_____-_--___--__-__---_--___-_--_----__-___-___-_--_-____---------
_-_--_-___--__-_-___-_---_-__-___--_--_-__-_-_---_--_---____-__--____-_-----
-_-_-_--_-_-_-__-_____--_---______-___-_---__-_-____----___----_--_--__-----
-_____---_-____--___---_-_--________----_-__-_--_--_--__-_---------_-___-__-
-__-_____--__-_--_-_-__--_---___-_-_-__-__-__-_----__-_--_----__--____---_--
--_--__-__--____-__-_------_--_---_--__-__-_-__---_____-_--_______---_-_--_-
__-_-__----___--__-__-_----__--_-__-__---_-__---__--_---_-__-_-___-___--_--_
-_-_---_-___---____---__-___--_-__------_--_--___-__-_---___-__--____---_-__
---__---__--_-_--_-_-______-_-_--_---___-_--_--__---_--____-______--_--_-_--
-__-___--____-_--_-----___--___--_---_---_---___--_--__-_____---___-----____
--_-_--_--___---_--_---__-_--___--____------_--___---___________----_-_--___
_--___-_------_---_-____-_-______------__-__---_-__-_-_---___--_---___-___-_
__--_--_-_-__-_--__-_-_--_---_--___---___-_--____--__--_--_--_____-____-----
-__-__--_-__----_----_-----__--_________----_-----__-_-___--_--__--_______-_
-_-_--__----_-__-_-_---__---_-___---_-_----_____----______---_-__--____-_-__
---_-----_--_-__-_-_---_-_______--_--___-____--__-__-_-___---_----____---_-_
_-_--___-----_-_______---__-_-__-_-----_----___-_-___---____--_-_-_-__--_-_-
__-------__---_-____-_--------___-___-_--____-_---____---_--_-____-_--__-___
-___-__-__-_-_-____--__----_-__----_-_----_-__-_-_----__---___----_____-_-__
--_-_-___---__-__----___-_--__-_-----_-__-_-___--___-_-____--_-_----_-_-__-_
-___-----_____---___---_------___-__-_-_-__--_--_-_-____----____--_--__--___
----__-___-___---_---_---___--_-__-___---__-__-___--___-_---_--______-----_-
_--_-----____--_-_-___----_----_-_--_-____--_-_-__-_---__-____---_-_-__-____
0042まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/12(土) 16:37:20.22ID:???
---------____---___-_--_-____-_---_-___-____-__-__-__-_--___--_----_-__-_-_-
---_______-_-_--__--__-_____--_--____------_-_---___-_-_____---__--_---_----
_-_-_____--__---_-_--_____---_---___--_--_----____--__-_-_--_--_-_--_____---
__-_--_-______----_--____--__---__----_-_---_-_--____-_---___-_--_-_--_-_-__
-___-___-_----_-__---_--__-_-_--_______-_--_---_--_----___-_-__-___-_-----__
-____-__---__---_____-_---__----_-___---__-_----_--____-___--___-__--_--_---
____-__---__-_----_-__--_-____-_----__-_--__-__---___-_--_--_-__---___-_-_--
_--__-_-_-_-_-__---____-__-_---------_----_----_-___--_______--__-_____-_--_
-_-_-_-_-_-_-------_------_-___-_-_-_---______-___-____-___-_-___--___-_----
----____-_-__---____-_----_-__-____--_---____-_-__-_--_----___---_----_-____
--__------_____---__------___--_---_-_-__---__--______-_-__-_____-__--___---
-_--___-____-____--_--_-_---__-_-__-----_-___----_-__---____---_----__--____
-_-_-__-____-_____-_-_-_--_-__--_-----_-_--_--__-____-__---__--_-___--_-----
___-_-_-_--_-----___-_----___-_-_------__-____--_-_____-_-_--____--_--__-_--
_--__--__-_-__--___________----_-_-_--------___--__-_---___-_-_-_---_--_-_-_
---_-----___-___--_---_--_--_---_-____--_--______--_-_---_-__-_-_-__--______
_-_-_-_____---__---_--____--__--___------_---___-_-_---_____-_--__-_--_-_-_-
-___-_--_____-____----__-_____----____--__-_--------__----_-_-_-_____----_--
__-__----_-_-__----___--__-____-_-_-__----__-------__-_______--_---____---_-
-_----_-___------_-_____--___---___-___-_____-_--___-----____-_-_---__--_---
__-___---_--_____-__--____-___--__-----___---_-_---_-_----___---___--___----
____-_-_---____-_-------------____----__-_____-_--_---__--__-_-_--____--____
---___-_---___-_-_----_-___--__-__-_----_-__---____--__---_-_---_-_-____-___
--___--___---__--_---___----___--_-__-__-___---___-_-_--___----___-_--_-__--
-__--_-____--__--__-_-____--_---____-_-__--_--___--_-__---_-_---__-__----_--
--_--_-_--_-_-_-_-------__-__-___-_-___-_--__-_--_____-_--__--______--_-_---
-__---______--_--_----___---__-____-_-_-------_----___---_-______-__----____
-___---__--_-___-------___-__-_---_--_-___-___----_---___-___-__--___----___
____--__-____--_-___-_-__-__----_-_--____--__---_--____--_---_---_-__---_---
_-___-___-_-----___-_--__---___----__-----_--_--_-___-__-_--__-_____-----___
---____-__----___-_-_-___-__-_-_------__-_-----_--____--_-___-_---___-__-_-_
----__-__----___---__--__-______--__--_--___--_--__-----_-_-_----______-_-__
____-__-__--_-__-_-_--_-_-____-_--_-_-__---_---_---_-___--__--__--__--_-_---
_--_--_-----_-____-_-___------_-_-_--_____--______--_---_--_---____--__-__-_
___---________----_-------_---____----__-__-__-----__--____--_-_--__-_--____
-_-_-_-_---__--_-__-_--__--____----_-_-_----__--__-_---_-___--_____--__-__-_
___-_--_-____-_-_-_-__--__---__-__-__-_--_---_-_-_-__-_--_--_--____-_---_---
--_--___-____-_--____--_--__-_--_-___--_--_-----__-_-_-_____--_--_---_-_-__-
_--_--___-----_-_--_--___-__---_---__--___--__-_----_-___-_--_-__--_____-___
_-___---___---_-____---_-__--__-__---___-_-______-----___--____----_---_----
-__--_-_-__-__---_-___--__--___-_-___---__-----_-----______--___-__----_-_-_
-_____--___---_---_____-_-_-_-__-_-___--__-----___-_--_--_---__-__-_-__-----
_--_--__---__-_-_--_-_---_-_-____--__--__--__-----____--____-_----___---____
-_--_---_-__-__----__-----__-____-_-___---_-__-__---__-__-___---_-_--__-_-__
___-__--__-____---__-_-_-_-_--___--_-----_-___-____--_---_-_-__--__---_---_-
-_---_-_-___----_--_______-___-----__---______---_----_-_--______--__--__---
___-_-_-__--_-__-__-_-_---_-_-_-__--___-___--_-___-----_-_-_-_-_-_-_-_---_--
-_____-_-_-__--__---__--_____-_--_----___-_--_--__-__---_-_-_-__-_-__----_--
-_--_-_-_--__--__-_-----_-__-_-----_-___-_-_-___--___-____-_-__-_----__--___
__-_--_-_----__-__-_-__-__--_-_--_-____-_-__--_-_--_-_-----_-___---__--__-__
0043まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/03(土) 14:30:31.75ID:???
_____-_--__---_-_____--_--__-_--_-_---_-_-__--_----___-_-____--_-_-__-----_-
__--__--_-----__---__-__-----_-_--__-__----_-____--___--_--_-_-___-______--_
____----_--___--_-_____-_--__--__--__-_-_-_--_----__--__--------__-____-__-_
_---_-_-_-_____--_------___-__----__--__--_____-___-_---_-__--_-__-_---___--
---___---_---____--_-_--____-----_-___-___-_-_-----___-__-_-_-_--__--_-_-___
___-__----___-___--_-_-__---_____-__-_--_-____-_--__--_---__-_--_--_-----_--
-_-_--_----___-__--_---__-_-_--__-_---__----_--_-____--___-__-_____----___-_
_-___-_--__-____-__-_-_-_--_-__-----_-____---_-_--___---_--__-----_____---_-
-_-__-__-_-__--_---_----___-_--_-_-----_-___--__-_-_---_----_--_____-_______
_--__---_--_-----_---____----__-_-_--___-__-_-_-_____--_-__-______-------___
-__-_-_---__-_--_--_-__----_---_--____------__--_-_-_--______-___-___-_-_-__
---__---_---_--_----____-_--__-_-_----_--____--_-__-_______-__--_---_-____-_
--_-_____---____--_-__-_--_------__----_---_______-_---_-_____--__-_--_-_--_
____-____-_--__-_________---____------_--------_-__-_-_-_--___-_----___-----
_-----_----_----___-_--_-___-_--___--_--____-_-_-_____---_--__----__-_-_____
_----__-__--_______----_-_-------__-_----_-__-__-_-______-_-___-_-------____
__-__----__-_____---____-__-__--__-_--_------_-------__-_-_-_-__-______---_-
--__-_-_-__-__--___________---_-_--__--___--_--_--_-_-_---_-_-__-----__-_---
-_-_-__--_---_-______-__-_----___--_--_-__--_--__-_--_-____-_-__-_-_---_-_--
--_-____-_-_-___--_-----_-_-_--__-__-_-____--__-___-__--____---_--_-----_-_-
-__-___-_____-------_--__-_--__----__--_-_--_--__-___-__---__-_--_--___-__-_
_-__-__-__-_-______------_--_--___-_--_---__-__--_-_--_-__-_-_---__-__---__-
--___-_-__-__---__--__-___-_-------_-----____--__-_-___-_-_-_-_--__----_____
-_---_---__--_----__-----____-___-____-___-_--_--__-__----___---___-__-__--_
__-______-------__----____--_-_-_---_-__--__-____--_-___-_-__---_---_---_-__
____-_-_---_---____--__-___-__-----___-----___-__-_-_---_-_--_-_-_-----_____
--_-----____--_---___-_____---__-___-___--__-__-_--__-__-_--__-___---_------
--_----___-__-_-__-___---__---_-_--_---_-___--__--__----____--_--_____--_-__
-_---__--_--_----__-_-----_-___-__--_----_-_-_--___---_-__--_______-___-____
_--__-__-_-__--_____---_____-_-___--_-_---___-----__-----_-___-____---_-----
_-----__-____-_---_-__-_--_-___-_-_-_---___--_-_-_-____-_--_---_-_--__-__--_
_-__-_--_---_-__-_--__-________--_____--__-_-__-_-__--_----__---_--_-----_--
----_-___-_-_-----_---_____-_-____---___---_--____----_---_---______---_____
_--___-_-_--__-_-_---______---_--_--_-_--____--__--_-___--_--_-_-_-__-_---_-
___-___-__-----_-_----_-_--__------_-___-__---___-_-____-_-__----__--_-__-__
__-_-----__--____-_-____-----_-----__----_-___-__-___----__-_-_--____--__-__
-_--_--___-_-_-___-__--_---____-_-__-_-_-_-----_---_______--_-_--_----___-_-
__-__--_--__----_-_____---____-__-__-___-_-__---__-_------_-----_----_-_____
---___-_-_---___--_-_____---_-__--_----__-__--____--_-_----__-____-_-_--_-_-
--__--__-_-----_-_-_----_--___---_--_------__----___-_________-_-______-__-_
-_-_-____----__-_--_-_-___--_____-___------_--_-__-__---___-_-__--_---_-__--
---____------_-__---__--_____---__----_-__-_-___-_----_-____-_-____--_--_-__
---____------_-____--__________-_-_-___---_-__-_--_--__-___----_---_-----__-
------_-_-__---_--_---__-___-_-_-______--___--______-_--_--___--_-_-_-_---_-
_-__--_--_-_-_____-__--_----_____----__---_-_-__-----_____-_-_-__-___----_--
_---_-__-_-___--___----_-_-_--__-_-__-___--__-_-_-_-_---__--_-_--_-_-_-_-__-
---__----_--_____-----_-_-_-___-__----_--___-_______---__-------__--__-_____
___---_------__-_-_-_---_--___---___--_------_-___---_--__-______--__-______
-_-_--_____--_-__-__________------______-_--__---_----____-------____-------
_---__-___--_---__-_----_--_--__--__-_-__-----_-______--_--_-__-__--__-___-_
0044まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/10(土) 16:13:30.91ID:???
--_-___-----__-_-_------_____--__--_-_-_-__--____---__-__-__--_--___--___--_
___--__-_---__--_-__-__-__---_-_-_--_--__---___-__--___-_-_----_----____-_-_
--____--__-_____--_-_--_-_____-_--__-_-_-__-_--__---__-----__-_--_--_-__----
__----__---__--__-_-_-_-_-_-_____---__-_---_--___-__-___-____---_--_---_-_--
-____-__-_-_---_----_-_--_-_-_--____---_---__-__-_-__-_-______-__-___-------
__-____--_---_-__-_-_---____--___--_--__----__--____--_---__-_--__--____----
-_-____--_--_-__--_----_-__-----_-_----___-----_-___---___-_____--____-___-_
---_--____----_---____-_-_----__-__-_____-___---_---_-__-____-__---____-----
-__----__-_-_____-_---___--_--_--_-_------_-_--__-__---____--__-__---_____-_
_----_---_-_-___-__-_-__---_-_-__-__--_-___--____----________-----__-----__-
-_____---_-_---_-_--__-____-_---_____----_---_-__--__----_-_-__-_--_-_--____
-__-___--___-_--__--______-__-_----_-_-_---___--_-___-------__-_-____---_---
---_--_____-____--__--___-__-_-----_--_--_----_---_-_-_-_____-_-_--_-_--____
_-_-___--_____-___-------_--_--___--_---_-_____----_----_-_-_-__-_--____--__
--_-_-__--_____--_-__-__---_----___------___-__-__--_---___-_-_-____---_-__-
-___-_-_-----_-__--_--_____-----________--_--__--_____------_--___-_-_--_-_-
_-__-_-_-----__-_-_-_----_---_______-_-__-_-_---_-__--_-___----_-___-_-___--
_---_-_-___-__-_-----_--___--____--__-----____-__---___------_-__--___--____
__-_-_-_--_-_---_---___-_------_____-_--__-_--__-__--__--_---___-_-_-_--____
_-_-_--_-_---__-_-_-__--_--_-_--__-_-_____-_-_-__-__--_-_-_-_-__--_---___---
-_---_--_-_-_--___--____---_--__---_-_-_-----___----____--__-_--_______--___
---_----_-_-_---___-----___-_-__-__-_-_-__--_-___--__-_--___-_-_--_-____--__
___-_-_-__-____-_-__-_-____---_-__--_-_-_-__---___------_-_--__-_--_-_---_--
__--_-___--_____-_------_-_-__------__-_----__----_-_-__-___-__----____-____
_-_----__-_-__-_--____-_-_-_--__--__--_-_-_------___-__--____-_--__-_-_---__
--__--_-___-__--___---___-_---__-__-__-__-----------_--__-_-___-_-____-__--_
--___-----__-_____-_--_-_---__--___--_--_-_______-_-_-_--__-_-__----___-----
-__--__---____--_--__---__---__-_-_---__-__--_-_-_---__-_-_--_-___--___-_-__
__--_-------_____-__--____-------_-_---__-_____--___-__----___---__-___---__
-__-__-____--__-__--__-_-_----_-_--__--_-___---_--____--_-_-_-_-_-_--_--__--
__-____-_-_-_-___---__---_------_-___-__-_-_---__-_-_-_-_--__--_-__-_-_--__-
_-------_--_-__--__--_--__-_-___---_---_---_-__-_-__-__________---_-___---__
_--___-___-----_---___-____----__--__-_____---___--__-_-_--_____--------_-_-
-__---_--___-_--__-_-__-_-_----_---__--__-____--_-__---__-___-_--_--_--__-__
_-__-___-_--_-_---_----_-_____-__--_-_-_--_---__-_--_-_----__-_-__---_-_____
___-_____-_---_--_-------_____-_---_--_-__-__---__-____-_----_____-_-_--_---
-_-_----__-___-___------_---_-_-_-_-_-__-_-_------_____-__-__---_-__-_____-_
_-_---_--_____--___--_--_--_-_-__-__----_-______-_-____-----_---_-_--_--___-
_---___----_-__-__--___-_-_---___--____--_--___-_-__---______-------__-__---
_-_------___-_-_-_-_-______-_-_-______-_--_-__-------__--____--__---_----__-
____---___-----___--_--_--___--_-----_____-__--_----___---_--_---____-___-__
____-__--____-___-_-_-_--_-__-__----_-_---___-------_-_-_--_-___---__--__-_-
--_--__-_____-_-____--_-_---_-_-_--_--__-_--____-_---__-_-_----___-___----_-
_--__-_-_-____-_-_---______---_---_---_-_-__-_--___-_-_--__--_----_--__-__-_
___--__--_--__-_-______----___--_---_-----__--_-___-_--___-----__---___--___
____-_-_----__--___-__-__-_-__-__-__-__--_---_--_-_----__------_--___-_-_-__
__-__-_--_---__-__-_-_-_--______----__-_______-__-----_-___-__--_-_---------
_-__-_---___--_-__-___-__-----___-_------________----__--_-_--_--___----__-_
_---__---__-____-_--_-__-_-__--_---_-_-_--___---_-__--____-_---____--__--_--
_-_-____--___---_--__-_---_---_---__-_---_-_____----_-__-_-___-_--__--_-_-__
0045まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/17(土) 16:26:40.39ID:???
--_-__-__----___---______-___-__-_-___----____-------___---__--_---_-_-___--
--__-----_-_-_-----_--_----__--____-_--_-_____--_-_----__-____-_-_____-_-___
_-_-------__-__-_-_--_-_-__-__---_-_--_-__--______---__--__------____-__-___
_-__---_----__-___-__----___-_--____-_-_-___---__-_---_----___-_----_-__-___
----__-_-____--__--_-_--_____-_--__-__-_---_--____--__--_--_---_---_---_____
_--__---_-_-_-__--__-__--_--__--_----_-_-__--______-_---_-__--_-_-_-_--_-___
--__----___---___----_-____--__-_-----__-_----____-__-____--_-_--____-_---__
-_--_-_-__-____--_-____-_--_-_-_--_-_-_-__--____---_-_-___--_-_--_-_-_-_----
-_______-_--_-__---_____--_---_____-_-----_--___---___---__-_-_-_--__-----_-
--__--_--___--__----_--___-__-_--__---__-----__--_____-_-_____-_--_-___---_-
___-____-_---_-------_--__--__-____---_-_-_-_--___-----_--___--____-___-_-_-
---__-_-_-___-__--_-___--__----_-_---____--_--____--__-__------_-__---__-___
___------__--__-_____--__-_---_-_-___-___---___--_-_--___--_----__-_-__-_---
_-__--__-___-_-_-_---__-____--_--_--_-_-______-----_--_--_--_---_-__-_--_-__
__-_-__---__--_-_--_----_-____-_-____------_----______-___--_-----__--_-____
__--_----_----__----__--_-__-______-_____-_-----_-___-__-__--___-_-----_-__-
_--_____--_--__-________-_----_---_--___--_---__-_-___-______-------_---_---
_--_-____----___----_---_--__-_-__--_-___-__-_-__--_-___-_-_--_-_---_--____-
----_--___-_______-_-____---__---_-_--____--_____-_--___-_--_-----__-_------
-_-_--_-__---_--___--___--_-_-__--_-_-_-__---_-__----__-_--_---_-__-___-____
-____--___-_---__-_-_---_-__---__-__---_--___-__-----_-___-___--_---_-_-___-
_-_-_----__-------_--______-__-__--__-_--__-__-___-___-________--------_----
-__---_______---_---_--___-_-_-____--____---_---_-_--__--____-----_--_-_-__-
--__--_-__-_-_-_______-___--__----_-__-__-------___---__---__---_-____--__--
--_-_______-__----__--__------__-__-_-_-__--___-___----_-_----_-__-_--_-___-
--________-__-__-__-------___-_--_--_-_-__-_----_-___--__-----_-__---_-___-_
-___--_--__-_-__--__-__---_---_-__--_-__---_--_-_--_-_--_--___--___-__-__-__
-_-____-_-_____-_-_-_--_-----_-_-_-__-_-_-_--_---___-_-__--__-_---_-___--_--
-___--_--_-__-_---__-__---__--__--__-__-__-_-_---__---__-__-_-_-__--_---__-_
__-__-_-___-__-____-----___-_----_-___-_--___-_---_--_-_--_-__-____-_-------
__------__-___----_--__-___--__------____--___-__---__-__-_-_---___---___-__
___-__-__-____---__-___---_---_-___---_---___-__--___-----_-_---_-_---_-___-
_--_-_--_-----_-__----__-__-_-_-___--_-__-_-___--_-_______---__-_-__--_--_--
_-_-__--__-______--_--____---_-----__-_-_____--____-__-------___---_--_--_--
-__-__--_-_-_--_---___---_-__-__--__---__-_-_--_-_---___-_---___--__--___-__
____--_-_--_--____-__---_-__-_--_____--_------_-_----_-_-----___--_-____-___
--_-_--_-__---__------____-___--_--_--__---___---_____-_--__-______-_---_-_-
_--_---_-__-_-_--___-__-_--_---__-_-__--___-__-__--_-__--_-_----_-_-_-_-___-
---_-__-__--__-_-_---_--______-___-___-_--_----__-_---_-__----_____-_---_-_-
--_---__---__-_-_-_---------_____-_-_-----______---__-______-----________--_
___---____-______--_-__-_-_-_-__-_---_-_-_-__---_--_---_--__-___-_--__------
__-_--_-_-_-____---__---__----__-_--__------__--____-_-__----_---_-___-_____
-____-_-_-__--_---_--_-_--_-----_____-----___-_---_-_-_---__--_______--__-__
_-________-_--_-___--_-__--_____---__---_----_--__----------___-_--___--___-
-___-------_--___--___--__-_-__-___-_---__----___---__-___----_-_-_-___-___-
-_----___---_-_-__--___----_-_-__-__-----_____-_-_-_-_-_-__-__-_---___--_-__
__--__--_-_---_-_____--_-_---_-_-___-_---_---_-_-___-_----___--__---__-_-___
_____--_----___-_---_--_--___-____-_--_-___---__--_----__-_---____-_-__--_--
___---___------__-__---____------_-___-__-___--____-----__---______-_-_-_---
-_--_-_--__-___-_----__----___-__----__-______--_----____-__-___-_--__-_----
0046まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/24(土) 15:29:22.48ID:???
_----__--_---_-___---_-_---__-__-____--_--_---_---_-_-__-__-_-__-__-____--__
-_-----___-_____--__----_-_----_-___-_-___-__--__-__-_-____---_--_-__--_--_-
___----_-__-_--__----_-_-_--_______---_-__-_---_-___-_---_____-_--__----_--_
__-___--_-____-_-_------__-_---___----____-__--_-_____-_----_-__------_-__-_
__-_--_---_--__--__-----__-___-__-_--____-___-_--__--_------______--_-_-_--_
_----_-_-_-_-_---_--__--____-_-_----_-_____-___-_-_-__-_--_----_-__-_-_-__-_
-__---__--__-__-----__---_-_----_---_----____--____-__-_---_--____-____-____
__-_--_-____-_-_-----__----_-----__-_-___-_-__-_--___--_--__--____-__-__---_
----__-_-__-_---------___--_-----____-_-_-____-___-_--__---_--__-____--_____
---___-_-____-__-----_--__--_--_---_-___-__-_____--_-__----_----_-_---______
-_-_-_-----__-_--_-__--_-__-__-__--__--_-__-_----__-_-___---_--_-_-_--______
-__-_-----_-__-_____---___-___-----_-_--------_-_-_-___-__--_---__-__-______
___-___-___-_---_-___----_-__-____-_-_--_--------___-----___---___-_-___-_--
__-__--___--_----_--___-__----_-__---_-_-_----_-___-____--____--_--__-__---_
__-____---_---___-___-___-__---__----_-----_-_____---__--_--__----___----___
--------_--__---_-----_--___-______-__-___-__--_-----__---__--_-__-_________
--_---_--_--___-_-_--_--_---_-_-__----_____--____-_---_--__-___-_--______--_
_______-_-___-_----__-__---_---__----___-_--_---___-___----_-__-__--__--_---
-__--__--__--_-__-__-____-_---______--__--_----_-_----___---___---_-_----___
-____-__-_-_----__-_-__-_-_--__---_-__------__--__--__--_---_--__-____-__-__
-___-___---_-_-__-__---___-_-_---____--_-_-_--__--_-_--__-_-___-___--_------
-___-__-___-----_-__---_-___---__--___---__-------____--__-_-_______-_-_----
---__---_____-__----_---_--__----_-____---_--_-__-____-_-_--__---___-_-___-_
---__---_-___--_-__-______--_-_-----_-__--_-___-__-_--_---___-_--___-----___
--_--___-__-__-_----__---_-__--_-_-_-__----___-_____--__-_----___--___-_-_--
--_-__-_-___-_----___---_--_-_-__----_--___-_-__--_--_--____-___-__-_-_--__-
-____----__-___--_--__-_-__--_-___-_--___-_--__-___-____-----_-__--_--_-----
--__---__-____---_-__----------_-___-____--_---_-_____---__-__----____-_-___
_-__-_-__-------___-_-__-_-_-_-----__--__--_____-__---__----__--__-__--___-_
__-----_---_-__---__-___--____---_------_-_--__---_-____-_--_-_-_-______-___
_---___---_-_-__-_-_-_--_-_--___--__---___--__-_---__----____-_-_--_-__-_-__
__-____--_-__---_--__----_--__-__-_-_-__---_---_-_-_---_--_-___-__-__-___--_
----_-__---___-__-__-___---_---___----_----_-__--______-__-__-__--_---_-___-
_____-__--_-__--_-_---__-_-_-_--_--__--___-_--_____---___-_-_--_--_----_-_--
_--------__--_-----____---___________--_---___-___--_-__-_---_-__--__-_--_-_
_-___----_-______-__-_--__-_-------_--_-_---____--_---____-----_-___-_-___-_
-_-_-_----__-_-_-_-_---_--_--_-__--_-__--_____-_---___--__---____-_____----_
-____-__-_-___---_--_-___-____-_-_____-_-__-------_-_-_--_-_--___--_---_----
-__--_--_-_-_---_---_--_-_-__-_-_-__-_-_--_---___-__-__--__--_---__-_-______
_-_----_---____---___--_--____--_--__-_-_----_--_----___-_-____--_-___-___-_
_--_-__-_-_-____-__-_-__-_---__-____---_____---_--_-_-----__--__-__--_-_----
_-__-__-_--__-_-_--___--_-_----__-__-___--_-_--__---______-___-_----_-_-----
_---____----_-_-_---__------__--____----_--_--__--__---_____-____-__--__-___
--_-_-__---_-_-----_--__-_-_-_--___-_-____---_-_-_-_--___-__-_-_--__-__-_-__
_-_--_-___----_-_-___-_---____-_--___-_--_-_--_--___--_------___-__-_--____-
_----__--_--_-___-____-_--__--_-_--___-_-____----_-_---__--_-__-____-_-_----
_-_-__-_____-_-_--__-___-_--__---__--__----___----_____-_-----__--__-__-----
___-_____-__-__--__--_------_-__--_-_-___-_--___----_--__---_--__---_-__--__
_--__--_____-______----_-_----_--_--___----_-_--___---_---_-_--_-_---_______
-_-_--_-_-_-----___---_---_-_-_--_-_----_-___--_--____-___-______-_--_-__-__
0047まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/01/07(土) 16:13:56.09ID:???
_-----_--__----___---_-__----__--__-_____-_--___-_-----__-________-_--__-_--
-_-__-___-___-____----_--___-_-_-__-_-_-__-___--__-----__-_----_-__----_--_-
--_-______-_---_-_-____--_-_--_-_---_-___---_--_-_---_-_-______-__-_---_-_--
--__--______-_-__-------_--__-__-__-__-_-----___-_-__-_--_-__-_--____--_-_--
_----_--__---_-_-_-__-__-_-----_-__-____-___-__-_----_--_--_-__-___-_-__--__
-__-__-__-_------_---_-_--___---_-_---_--______-__-_-_-_---_-_____--_---____
_-_-____--___--_----_-___---______-__-_-__-_--_--__---_---_--_-____---__----
---__---_-__-____--____-_--___--__-_-_--__--_--_-----_---___-_--_---__-_____
__---_-_-_-__---_____-___--------__-_---_-______-______--__----__-__------_-
_-__-______-----_--___-----_-__-_-_--_--___-__-__-_----_----______-_---__--_
_---___--___-_____-___----__-_____-_---__---__---__---_-__-_---_-__----__---
-_-__-_----_-_-__-_-___--__-_-_-_---_-__---__-___--_-_-----_-___-_--__-_-___
_______---__-___-_-__------_____----__---____--__--_-_--_---_-_--__--__-_---
-_-_-_--___-__-____----__--__-_--___-__-_---__-_-___---_--_--___--_-_-__----
-_-__-_-_---__-_-__-----__-___-------__--___-____-_--_-_-__--___----_-_-____
--_----__-_----__-----_-_-__-_--___-----___-_--___-__-__-_-_-____----_______
-___-_-_-__--_------__------_-___-_-___---___-___---_-___------_______---___
_--_--__-_--_--____---__--_---_----__---__-_-___-____-_______----_---__-_-_-
__-___--_-_-_-----__--__-__-___-_-_-__---___-_---_----__---__-_-__----__-___
__--_------_-_-__--_-_-____-_-__-__-___-----_-___----_----_--__-____-_-__-__
-_--___-___---__--__-_-_--_---_______----_----_-__-_-__-__--_---___-_-__--_-
-_-_-______---_----_-_-_-___----__--_-____-_-----_---_---__---_-____-_-_____
--_-_-_-__------__-__-____-_--___--__-_--___-____---____-___----_-___-------
--_--__--__-----_----____--____--_-__---__-__---_-_____-_--_-_-___-_--___--_
--___---_-_-----___----_----_---__----_-____----____-_-_______--_-___-____-_
____----__-___-_-_--_-----_-_-_--__--_-_-----_-_--__--___-__--__-___-_-_-___
__-__--_-_--_-_-_-_-____----______--__----_-_-___---_------_------______-___
_---_--_--_-__---____-__-_-____-__-__---___-_-_-____----_-____---_--_----_--
__---____-_____--___---___----_-_-___-_--__---__--____----__--_---____------
--_-___--_____--_-_--_______-___-___--_-_--_-_-____--_---_--_--_-------_--_-
-__---_____-_-_---__--___----___-____-_---__-----_--_-_-__---_--_____--__--_
_-_---__--__--___---_-__----__-__---__-_---_--_-__-____-___----_-______-_---
_---__--___---_-______--_---__--__---_---_-___---____-_-___--_-__--___----_-
____-__-_-_-_--_--__---_-_____-___----_--_---__-_------_______-----___-_--_-
-----_--__-____------_-_--___--__--_--_-___-___-_-__---__-___-__-__-__---_-_
---_--__---____---___-----____-___--_-_-_---_-_-_-__-___--_----_____-_---___
_-_-----_----_-__----_--__-_---_---____-___-___-_-_--___--_-___-_-_--____-__
__---__--_-_-__--___--__---_--_--___------__---__-__-___----____----_-______
-_-__-__-___-___-_--__-_______-_-------___-----__--_--_-_-----_-__-_--__--__
---__-__---_--__-____-__________--___--_--_-------___-----_-_----___--_-__-_
_-----_---__-_--_---_____-_-----_---__-_-____-_-_-___--__-_---__-_---_______
--____--____--_--_-_--_-____----_--_-_-_-_--_---_-_--_-_-__-__--__-__--___-_
_-_-__--_-_-___-______----_--_---_--_-____-_-____-_-_-----___--_---__-_---_-
-_---_-_-_-_-_-_--____-_---______----__-_--_----_--__--______---_--__-___-_-
--_---_-_--__-___-_---___---_____--___-___--_-_-_-_-_-__--_-___---------____
-----___-___-_--____-_-----_--_-__--_----__-_--_--___-__--_--_-_-_____-__-__
_-____---__-___-_--_-__--_---________--__-__-_----____----_--_-------___-_--
__---__________-__-_--_----_---____---_-___--_-_-__--_---__-_---__---_-_---_
-___-_-__----___--_--_--___-__-__--_-_----_-_____-____-_-__-__-_--------_-_-
-_---_--___-_-___--_-_-_---_---_-_-----__-_-_-__--_--__---_-_-______-___-___
0048まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/01/21(土) 16:06:35.59ID:???
_____-__--___-_-_--___-__-___--_-_--_--_--_--__-__---__---__----__----___---
_____-_-__-_--_-__-_-__---_---_-_--__-_----_---_--____--_-__--___-_---___--_
--__-_____-------__-_-__-_--_-__--_--______-___----__-___-_-_-_---_---___---
_----_-____-__-___-_--___---__---____-__--__--_--_---_--_---__-_-_---____-_-
---_____-_--_--_-----_-____-_-__--______-___--__-_-_--_-_--___-_----_-__----
-_-__-__-_---_-_---___--____-_----__----_--___-__-_-__--__-_-_-_-_--___--__-
-_-__-__-__-_-----_-_----______-__-_-_-_-_-_-_--_--___--_-___-_-___-_----_--
_---__-_--_-___----_-_-_-___-_-_---_-__-__-_-_____-----__-_--_-----___-__-__
--_-_-_-------_________-____-_--__-_--_____----_--__-_-__-----__---_-_-_-__-
_---___-__---__-__-_----_---_---_---_---_-_--___-___--__________---_-_---___
___-___-__---__--_---__-------__--___-__-__-____--_-_----__-_-_____--__-----
__-_______----_-_--_-----_-_---___-_-_______-___--__--------__--_--__-_-__--
----_-___-----_____-_--_-_-_----_------_-___-____-_-__--_--___--____-___-__-
_________-_--_---____---_---_-___--_-------__-__-_-__--__-_-__--_--__-_-_---
--__----_--_--__-__-__----___---_----____--__-__-_-_-_-_-__-__----__-_____-_
_--__--____-------____---___---_------_-__-_-__-_-__-_--_____--___--_---____
-__---_--____-__--_----_-_--_-_--_-__-__-_--__-__-_--__--_--_-____-__---_-__
___---______----__----___-_-__-___-_-_---_-______---_--------__-_---__-__--_
__---_-_----___-_-_-_-__-_-__--_--_--_-_-_---__--___-_--_-__--___-__-_-__--_
---__--_-_____--__---_--__-___--___-___-__---__-___--__--_-_-----_---__-__--
-_----_-__---___--__-_-__--_---__-----__--_____-_-__---___---_-_____-_--_-__
__-_--_-_-__--__--_--____-__-_-_-__--___-___----____----------_----_-____-__
_-____-__--__-______--___-----____-_--_-_-----_-_--_-_--_-_--__-_--__--_--_-
__--_-_-_-__--___--__--------_-_-__---_-____-_-___-__-_---___--____-_-_--_--
--_-_-_--___--__-_---_-_-_-_--_-__-----____--_-___--_-__-_--_____-----__-___
__--_-_-___---__-_-_--___-__---_--_-_-_-__-_-_____-__----__---_--_--_-__-_--
_-_--__----_-_--_--___-___--__---______-__--_-_-_--_--__----_-----_-____-___
_-__--___--___-_____----_----_--__-__--__-___-_----_---_--__---_-___-____---
__-------_-_-_-__----__---_--_-_--______---_-__--_--_---____________---_--__
_-___-_-__--___-__--_--_-_--_---_--_-_-_---_-__----__-_--__--__-_-_-____-_-_
--_-__-_-_--__--_---_____-_----__--_-______-_------_-___-_-_--__-___-----___
--__-___-_-___--_____-_--_---________-------__--_-__--_-_-_-__--__--_-_-----
--__---__----_-_----_--_____-_--_-_--__-_--_---___--___---__-_--__-_-_______
_-_--_-__-_--__-_--_-_--__-__-_--___-_-----_------____-_-__--_-__-__---_____
_-____---_-_-----_--___-__-_---_-___--_----___--___--_-_____-_---__--__--__-
__--_-_-_-_--__-_-__-_-__-___---__--_-_-_-__--_---___-_-_---___---__-___----
-_--__-------_--__-_--__-___-----_____---_---___-____--_--_-_-_-_-_-_-______
---_-_----___-_-_____-_---_-_-___-___-_--_---_--_-_------_--__--_____-___-__
_-___------__-----_--__-__-_--_--_-_-_-___-_---____-__-_____------___-__--__
__-_-_-----_----__-______-_----_-___-__-_--___-___------_______---__-_---_--
_--_____--_--__--_-__-----___--_-_-_---_---_----__-___-_--__-____-__----____
-__-___---_____--_-__--______-_----__---_---__-_-___-_--__-_---__---_-__----
_-_-_--___-__-_--___-_-_-__--__-_-_--_--__----___-_--_--_-_-_--_-_--__-__-_-
-----_-_---_-_--_-_-___-_--___---___--_-____-____-__--__-__-----______----_-
-__----__---__-___-___-_---____---_______-_----_____-----_-__-_-----___-_---
-_--_--_-_____-_-_---_-___-___-_--_--__-___-__----__---_-__----___---_-__-_-
_-----__-___-_-------_-_-_--__--_---_---_-___---______-__-____-_--___--_-___
--_--______-___-_-__---_---___---_--___-_---_-__------_______-_-_-_-_-_---_-
----_---_-___-_-_-__-__-------____-_-____--__---_-_____-__-_----_-____-_-_--
_--___-____---______-_-_---_-_--_--_-__-----_-_-__-_--____-_-_---_--__----__
0049まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/02/04(土) 16:05:04.09ID:???
__---___-__------_-__--____---_--__--____-____---_-___-__------___--___-_---
_-__---___-----_--__---__-__-__---_-___-__---_-__--_-----____--___--__--____
___-----____-_----___-_____--_-_-_-__--___---__--__--_--_-_-_----_-__-__--_-
-_-__-_-_-__-_--_-___-_-_----_-__-__-_-_--__----_----__--__-___-_-____-_-_--
_---_---_--_-_____-_-_____-_-_______-----__-_---__-_-_---_-_--_-_--_-_-_-_--
_-______-___--_---_-__-__-_---_-_-_-_-___-_----_-__--_-___---_--_--_-__--_--
_-___-_-____---_--__---_-_______-___----____----_--_--_---__---__--_--_-_-_-
___-_--___-_----__-__--_--___--__----___--_--_-_-__----__-__-___-__--__--_--
__-------__-_-___--_-___-_--_-___-_-_--___-_---_______-_--__--_--_-_--_--_--
_-___--_-___-___-_--___-___-_-__--____----___-_-_-----___-_----___----_-----
-_--_______-__-_--____-__--_-___--_----__-_-_-___---_--_-_--_-_--__----_-_--
-__-___-_----___---_-_-------_--___-_-__--____--_--_-_---_--___--_-_-_______
---_-_--_-_-_-_-___-__-_------_-_--__--__--_-__--_____--__----______--__--__
-___----__-__-__-_-__-______--__--_--_-__-_--__---__--__-_--_--_---_-__---_-
-_______-__-_----_____-_---__-----_____-___--_-___---__---_----_-_-__---_---
-_-__-------____--___---__---___--_-__-_--________-_---_-_--_-_----_-_-_-___
_-__-___--_----__-___----___--_-__---_---_-__---______-----_-__--____-_-__--
-_-_-___-_____---_--___---_-------_--____-__-_-___-_--__--__---_---____--_-_
-__-_-_---_-____-_-__-_---_-_-_-_-_---_-_-__--_--_-_-_---_-_-___--__-_--____
_---__-_-__--_----____--__------__---__-_--___-_-_-_-__----_--____-_-_____-_
_-__------_-_--__--_____--__----_--__-____---_-__--_--__-_-_---_-_-___-__-__
--------_--__--__-----___---__-__-___-_-______-----___--_--_--________-__--_
-_______---_-----_--_____-_--_---_--__-_--__-_-__----___-_-__---_--__--__-__
_---__-_-_--__-__--_--__-___-__-__---_-_--_---___-_---______-___-----___----
-_______-___--_--____------__------_______-_---__-__-_--_--_---__-_--_-_-_--
_---___---_______-___------_--_---__-___---_--___-_-_-----___-_---_-_____--_
-__-_----_--_---___-_-_-__-___-_----__--__--_---__---____--__-_--_-__--_____
__--___-_-_----_------____--___---_----___--___--_-_-_--_-_--__-_-_-__-_____
_---__-_-_--__------_---_-_-______-___--___-_-_------_____---__-_-_-__---___
_-_-____---__--___-_-__-------_---___-__-_-_--_-__--____-_-___---_-_-_--_-_-
--____-_--__----_--__-___---___-_-_-_----_--___--__-__-_-------_-_-___-_____
___-_--_--__-____-__-__--_---__--_-___-_----_-___--_---_-__-__--__---_--_-_-
------_____--__-__----_________---___--___--__----_-----__-_--____-__-_--_--
_---______---_---___---__--___-___--_-_--_-_--__--__--____--_-___-__------_-
-_-__-_--_--____-__--_-_----__---_-____-__-_-___--___-_-_--_--__--___--_----
_---___-_-__-_-_-____-_-_--------_------___----___-__---____-__-__-_-_-_-___
_----_--__----_-__-_____----______----_-__-___-_-----____-_-_____----_-__---
-_----_-__-_----___--__--___-_-_-__-_--_-_-_-_--__-______-_-_--__-_-__--_---
-____---__---_-_-_-_-____-_--_-_--____--_----__--___---__--_-_-_--_____---_-
----_----__-__-__-_-_-_-_____-___-_--___---____-_--___-__-__------____------
---_-__-_--___--_----__--___-____--_---_-_-_----_-_--__-____--_-____---_-___
_-__-_-_--_-__--___---_-_-_____----_--__-____--__---_-__-_---____-__----_---
-_-__--_-_-_-------___-_--_--_--_----__--___--_-_-__-_-___-_-__-________--_-
--_----__----_-------__--______-___-_-___-_-__--_--_--_-____-_-_-_-__---____
__--___----_--__--_--____---____--_---___-_-______-___-_-_-_------__--_-_---
-_--__-__-_--_-_--______--_--__---__-_-_--___--_----___---_-_--_-__-_---____
-__--_--__--__--___-____--______-_---__--_-___---_--_-______--_--__---------
_--_____---___--_-__-_--_---___--_-_---_--_--__--_-------_--__--____-_______
-_-__-_-_--_-_--_-___-__---___-_----_---_-_--___-__-_--__-__-__-_-----__-___
_--_-_--__-_____-_-----_-_-___-___--_-_--_----__----_-__---___-__--_--_-____
0050まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/02/11(土) 16:42:35.99ID:???
-_-_-_-__-_-_--__-_--___---_-___--____--_--___----__--__---______----_---__-
--__-__--_--_-__-_---------____--_-_--_-____--__-____-_---__---_-___-_-__-__
--_-_-_---_---___--__--____--_-__-___-_-_-_-___-__-___---_-_-_--_---____----
_-__-________--_---___--_--_--__-_-----_----___-_-_____----__-_-__-__-----_-
_---_--__-__-_---_-__---_--_----__--____---_-__--_-___--_--__--_--____-_____
--_-_---_-_-___--_----_-_-____-_-______-___---__-_-_--__---_-___--__----_-_-
-___--_----__---_---__--_____---__-__-__----_-_-___---___-__--_--__-___-_-_-
-__-______-_---_--___-_-____--__--__-_-_____-_----_--_----__----__---_-_-_--
_-_--_-__-______---__---__-___-_-----______-__--_-_--_-_--__-__------_-__---
----____-___-___-_--__-_-__-__---_--__-_----__-__---___-_-___---___------__-
-____---_--__-____--_----_-_-_-__-----__-__-_-__---_--___-_-_-_-_--_-____--_
-_-___----___-_---_-_-_-_---_----_---___-_-_-_-____-__---___---__-_--__-____
---__-___--___--__---_--_---_-_____------__--_--___--_--_-____--_---_____-__
____--_--_----__--_---_-_----___----____-_-__-____-_-___--_----_-_-__-_-___-
----___--____-_---__--__--_-__-__-_-_-_-___--__---_____-__----_-_-_--_--__--
_____-__---__----_-__----__--__--___--_----_____-_-_----_---____-__-_-_--_-_
_-____--_--_-__---__--_--_-__-_-___-_---_-______-_--_-----_-_-_--_-_-_---___
__--_-_--__--_--_____-_----__-__-___---_-_--_----_-__-__-_-_--_-__--__---___
____-____-_-_____--_----_--_--_---_-__--___-___-_---__-_-__-_----_-_---__---
_---_---___---__--_-_--__-_-___-_____--___---______-_--_--_-__-_-_-_-_------
_--__-___--__-_-_--_-_---__-_____-___---_-_-_--_-_-____-_----_-__----__-_---
-__-_--__-_-_-_-_-_-_-__--_-_-_-___-_-___-_-__--_-__---___-_------_-__----__
--_--_-----___-_____-__---_--__--__-__-----_-__-_-_-_-_---_--__--_-_____-___
-___--_-----_-_-__--____-_----__-__-_-_--_-__-_-_--___---------_________-_-_
___-____-_-_-__-_----___-----_-_-_----__-_---_____-_--__-_-__-_-___-----__--
--_____-____-_-----_----_--____--_____-_-___----------____-_--_----______--_
_____-_-_-_-__-_---____-_--__-_-_-_--_--__--_---___----_--__-___---_--__--_-
__-_-___-----__-------_--_---__-_-____-__-_____---____--_----_____-__---_--_
-_-_---__-___-__--__-__----_-_-____-__---_--__----_____-_-_____-_----_-_----
---_-__-_--_--__-___--_-_--__-___--_-_-__--___-_-_----__--___-__---_--_-_-__
--_-_-__---___-__--_-_____--__-_---__-_-_____--__---_---_---_----____--__-_-
-__-_-__---__--___-_-___-----_-------_---_____-_____--__---__-_-__-_---___-_
--___-__--___--_--_--_-_-__---__-_--------__-__-----_--______-_-_-_-____-___
-__---______-----____-_-__-__--__-_-_--_____-_------_---_-___---____-_---_--
___-_--_--_--____--_-___----__-_--_-__-_--__--_--____--__-___-_-__----_-_---
___-_--_------_-_____-_--__-_-_---_--_--_-_-_---___-___-___---_--__-_--_-___
_-__________-__--__-__--_-_-_-_-_-__------_----__---__----__--__-_____------
_---_---___---_-----__---____-___-_------__-___-__--_--_-_-___-_____-__---__
--__-_-_-_-_-__-__--__-_--_-_--__--__-_--___-_--_-----____--_____-_--_--_--_
-__-__-_----_--_-_-__----__-_-__-_-__-___----------____-_________----__--_-_
-__---__---_____---__--_--_-___----____---_--__-__-_--_--_-_-_----__-___-___
---_-_-_--_-_-_--_--__-____-_----___--_---_-___---_---__-_-_--____---_______
_--_-_-----__-_----_---_-_-___-_-__-_-_--_____--_---_-----____-______-_--___
___-___--__--_-_-__-__----_-_____-_--__-_---_----_-_-__--___--_-__-__-_-----
----_____-__--__----___-----__--__-_---__-_--_-_---__-_-__-_--_______---_-__
__---__------_-__-_____---_-_____----_-_--------____-_-_-__---__-_---_______
-___-_-_-____---__-__-----____------___-_-_--____-__-__----_-_-__------__-__
-__-_-_-___--_-_-_-___-_-_--___---_-_-__--__--____--_-__-_-_--_--_----__-_--
-_-___-____-_-_--_-__-_--_--_--_--_-____---__-_-----_---_-_-__---____-___--_
__-_--___-__-__-____--__---_-_---_-_-____-__---_--_--_-_--____---__---_--_--
0051まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/02/18(土) 17:02:01.05ID:???
__---__-___--____-_--------_--_---_-_-_--___--_------____-_-___--_-____-____
-__---____-_---___---_-----__-_-_--_-_----____----_--__---__-_--____-_______
__-------______-_--------__-_-__-_--__-____-__-____---_--__----__--_-_-__-__
---------______-_-_-_-_-_-_-_--_--_--___-___--_----_____-__-_----_--__-_____
__----_-_-_-_----___-_-___-_-____--_--__-__----_-_-_-_--_---_--__-____--_-__
-__--__-_-_-_--__-___----_-------__-__--_-___---__-____-_____-----_-__-__-_-
--_--_____-_-_________-_--__-__------_-___-_--_-----___--_--_-___--__---_---
--_-__--__-_____-__---_-_-_-_----__-_-___---_--__--__----__--__-__-_-_-_--__
------__-_-___-_-_--_-__---__-__---_---_-_____---___---_---_-_-___-__-___-__
---___-----_-----_-__-__-___-_--_--__--___-_-__--_-__-__---_-___-_-_-__-_-__
-_-_-__--__-___-_---__------__---___-_--__-_-__-_-__-____-_-_--_--_-_--___--
-_-_______-_-_---_-__-____---__-__---_---___-------_-___-___-__-__-_-----_--
-______----_-_-_-____-___--_-_---_-_____-__--_--_-_-_--__-_--_--_-___-------
-----____--___-__-_-__-_-_-_-__-__---_-_-_---___--___--_-_-__----___-----___
_-_-___----_--_---__-_--_----_-__-_--____-______----__-__---_---_-______-_--
_---_-__-__--___---__--__--__---____--_____-__-___--_-_---_-____----__------
__-_---___-__-_-___-___---_---___-_----___-_---____--____--__-_-_-_---_-----
_----_--_---__---___----_--_-_--_-__-___--__-_-_-______--__--_----__--______
-___-__-_-------__-_-__----_-__-___-___--_-_-_--_-___-_--__---__---_-__-_-__
-----_--___----____--__---_--_-_--____---__--__-__-__---_____-_-_--__-__-__-
-___-____-__---____--_--__----_-_-_----_-____-________---___---_----_----_--
-_-___-__-__--_---__-___-_--_-_---_---_----____--_-____-_-___---__-_-__---_-
--_--__-------______---_-_--_-__--____--__---_-_-__--__---___-_-___-_---____
----__-_-------__-__-__--__---_-____-__----_--___-__-_--____---_____-_--__-_
_-__--__-----___---__------_--__--_-______----__--__-_______------_-___-_-__
_-_____-------__-_---------_--___-_-__-_-_--_---_____-__-___-----___-___-___
---_----_--_---__-____-__-_---___--_-_-__-____--__----___--_--_-__-_____-_--
-----__--__-__-_____---_--__-___-------_-__--_-_----___--__---__--____-_____
-_--_-_-_-_-_-__-____--__-_-___-__---____--_----_-__--__-___----_---_-_--__-
-_--_--__--_-_-_---__-__-__-____---_--_-__-__-_-_--___-_---_-___-_------____
_--____-_---_--_-____-_-_--_____----__-____---_-_-_-__-__---_---_-___----_--
_--____-_--_--_----__--__-_-_-_-__--_-_-_-___-_--_---_---__--__-___-____---_
_--_---____-_-_---__--__-_____-_-_--------_-____-_--_-__-_____-----___--__--
_---_----_---_--_-__--_--___-__--_-____--_-__-__-___----_-_-_-_-___---___-__
--__----____-__--__-____-______--_---___---_--____----_-_-----__-___--_---_-
---__-__-__--__-_____-_---__----_--___-___-_--__-----_-__---_--__--_-_____--
_--_-_---_--___-___--__-_-_--_-____-_-___--__-_----__-_-_--_--___----____---
---_-_____-_---_-__--____-_-______-__---_--_---_-_-_-_-_-_-_--_----_-____---
--__-_-----__---_--_---___-_____-__-_____--_-_----_--_-__-____---_--_-_-_-__
-___-_-_--_---__--__----_-_--___-_-_-_-_______--_----___-_------_-_-__--____
-_-----_-_-_----__-__----_-__-____--_-_--____-_--_-_____-_-_-_-__-_---____--
-__-________---_-_-_--_--_-___----------__-__-_-___--__---___-----__--_-____
---_--_-_-___-_-___-_-__---__-_--_-__--__-_----_---__---__--__-_--_-__-_____
-_--__---_----____-____-_-_--__-_-______--__--___-___-____--__------_-------
-_-_-_-___-__-_-_---_-__----_-_-___-_-___--___-_-____-----__-_-____------_--
_----_-_-___----_-_-_-_-__----____--_-____--__-------__--_-_-__-_____-_-_-__
___--__----_--_-___-__-__-_--___-__-_---__-_--_-_---_--___-__----___-___----
___-_-_-_---__-_-_---__-_-__-___-_-_-_--_------_-_-__-_---_--_-_-_--____-___
__----__-----_-_______-__-_---_-_-_-____-__-_-____---_-_--_-_--__-----_-__--
-___--_-____--__--____----_-______-_--__--------___---___---__----__-_--_-__
0052まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/12/19(火) 11:06:45.98ID:LxYhGn6Z
友達がPCで稼げている情報など。参考までに。
⇒ http://dietdiet324.sblo.jp/article/181868184.html

興味がある人のために書きました。

LGVTN79BEQ
0053まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/05/01(火) 07:09:14.73ID:Xhv/syhE
知り合いから教えてもらったPCさえあれば幸せ小金持ちになれるノウハウ
時間がある方はみてもいいかもしれません
グーグルで検索するといいかも『金持ちになりたい 鎌野介メソッド』

CIW8H
0054まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/05/13(日) 10:44:22.99ID:lGyk6YpK
確実にどんな人でも可能なネットで稼げる情報とか
一応書いておきます
グーグルで検索するといいかも『ネットで稼ぐ方法 モニアレフヌノ』

9RHFA
0055まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/11/23(土) 17:44:50.97ID:???
~~~---~~--~-~----~~~~--~~-~~-----~-~~--~~--~-~~-~-~~--~--~~~~-~~---~~-~~--~-
--~-~~-~~-~~-~-~-~~~-~----~~~~~------~~---~~-~-~~~-~--~--~~-~~~~~~-~------~-
~~-~--~~~---~~~~~-~--~-~~-~~~~-~-----~-~-~~--~~-~~-~~--~-~~-~~-~------~---~-
~~---~~-~~---~~--~~~~--~~--~~~~~--~~---~~-~~~~~-------~-~-~--~-~-~-~--~---~~
~~-~~---~-~-~~-~~~--~~------~--~-~-~~-~-----~~---~~~~~---~-~-~~~~---~-~~-~~~
~--~-~-~~~~-~~-~~--~~-----~~~-----~~~---~--~---~~-~~~~~~~-~-~~~~--~----~~---
~~~-~-~-~~~-----~~~~~~~~~-~-~------~---~--~-~~-~--~~-~-~-~--~-~~--~~--~~--~-
--~-~-~-~~~---~-~-~~~~~---~-~~--~--~-~-~~---~------~~~-~--~--~~-~~~~---~~~~~
~--~~~~~~--~---~~-~~~-~~--~------~~~-~-~--~~~-~~~-----~-~-~~--~~~--~-~~-~---
~~-~-------~~-~-~~~-~~-----~~~~-~~~~--~--~--~~-~~~-~~-~-~----~~~~~--~--~---~
~--~--~~-----~~-~-~--~-~~--~~-~~~~--~~-~--~~---~-~~~~-~--~~~-~~~-~~--~--~---
-~--~~-~~~-~--~~~--~---~-~~--~~~~--~-~~-~-~---~-~-~~~~~-~-~----~~--~~-----~~
~~~~-~~---~----~~-~--~-~~------~~~~-~----~--~~~~--~~-~--~--~~~---~~~~-~-~-~~
--~~~~--~---~-~~----~----~~~~~~~~-~~~~~-~-~-~~~--~-~-~-~----~~-~~~--~--~----
------~~~~--~~~-~--~~-~~~~--~--~---~-~-~-~~~~-~~-~--~~-~~---~~~~----~--~~~--
-~-~~-~-~~--~-~-~~~~~~-~-~--~--~~~-~~-----~~-~---~--~--~-~~-~~~--~----~~~~--
~-~-~--~-~-~~--~~--~~~-~~-~~--~-~------~~--~~~----~~~~-~~~-~~--~-~~----~~-~-
~~--~--~----~---~~~~-~-~~--~-~~~~--~-~--~~~-~~------~~---~~--~~~~~~--~-~-~-~
--~--~-~~~-~-------~~-~~~-~~--~~~~~--~--~--~~-~~~-~--~~-~~-~-----~-~~~-~~-~-
---~--~----~~~-~-~~---~~-~~-~--~--~-~-~--~~-~~--~~~~-~~-~~-~--~--~~-~---~~~~
-~~~-----~~-~-~~~-~--~---~---~~~-~~-~~-~-~~~--~~~-~---~~-~---~~-~--~-~---~~~
--~~--~~-~-~~~--~--~~--~~~-~--~~--~~~~~-~-----~~----~~---~-~---~~~~--~-~-~~~
-~~---~~---~~~-~~~--~~--~~~~-~~-~--~-~~~~-~~---------~-~~~---~~~~~--~~~-----
--~-~-~~-~-----~--~~-~-~--~~-~~~-~~------~--~-~~~--~-~~-~~-~-~-----~~~~~~~~~
~~----~-~~-~-~~-------~~~-~-~-~~--~~---~~-~~--~~~----~-~~-~-~~~~--~-~--~~-~~
-~~-~-~---~~~----~~~~--~-~~--~-~~-~~---~-~-~~--~-~-~---~--~~~--~~-~~~---~~-~
-~---~~~-~~~-~-~~~-~~~~~~--~--~-~-~-~-~-~~~---~-~-~---~------~-~~--~~~-~~---
~~~---~---~~~~--~-~~~~~---~~~-~~~~~---~--~~~-~~~~-~~~-----~-~-~--~---~------
~--~~~~~~-~-~-~------~~~~---~~--~~~---~-~~~--~~~-----~-~~~---~-~----~~--~~~~
---~-~--~~-~-~-~---~~~~--~-~~~---~~~~---~~~~-~-~---~--~~-~-~--~-~-~-~--~-~~~
~-~---~~~----~~--~~---~~----~-~----~~-~~~--~-~~~~-~~~--~-~--~~----~-~-~~~~~~
~-~----~~---~--~~~-~-~--~~~~~~~~-----~-~-~~~~-~--~~~------~----~-~~-~~--~~~~
~-~~~---~--~~-~-~-~----~-----~--~~~~~-~~~---~---~~~-~~~~~--~--~~----~~~~-~-~
~~-~-~~~~~~----~---~~~~--~-~-~~-----~~~~~~--~-~~~-~--~--~----~-~~---~---~~~-
--~-~---~~~~~--~~-~----~---~~-~-~~~~~--~~-~~----~-~----~~~-~~-~~~-~-~---~-~~
-~-~~~-~~-~~--~~-~-~--~~---~~----~--~-~-~--~-~~~~~-~-~--~~--~~~~~------~-~~-
~-~--~---~-~-~-~~-~-~--~~-~-~--~-~-~~~-~~-----~----~-~~~--~-~~~~~~-~-~~-~-~-
~-~-~-------~~~-----~~~~~~~--~~~~~~-~~-~--~~~~~-~~~----~---~~~---~~~-----~--
-~~~~-~-~~~-~---~~~~-~--~~---~-~~-~~~~~~-~~------~----~-~~~~~-~~~-~---------
---~~~~-~-~----~~~~~--~-~~~~--~---~~-~--~~-~-~~~~--~--~-~-~~--~--~~-~-~---~-
-~-~-~~~~----~---~--~-~----~-~-~~-~~-----~~~~~-~-~-~---~-~~~~~-~~~~--~-~-~-~
~-----~-~----~-~--~-~---~-~~~~~-~~~~-~--~~-~-~~-~~--~~-~--~--~~--~--~~~--~~~
-~---~~-~~-~~-~~---~--~~~-~~~~~---~---~-~~~----~~--~~~~-~-~~~~~---~-----~-~-
-~~~-~~~------~~~----~---~--~~~~~~---~~-~--~-~-~~~~~--~----~~--~-~-~~~--~~-~
-~~-~~-~---~-~--~~~~~~-----~-~-~~-~~~~~-~~~~---~-~-~~~-~---~---~--~-~~-~----
-~~---~-~-~--~-~~~~~--~~~---~-~~-~~--~~--~---~-~-~---~-~---~~-~~--~~--~~-~~~
~-~~-~-~~-~~--~-----~~~~-~--~~~~-~~~-~~~~-~-----~--~-~-~~---~~-~----~-~---~~
~~~-~~--~~~~~---~~~-~~~~----~~---~~-~--~---~~----~~-~~~~--~~~-~----~~-----~-
~~~-~~--~~~~~--~-~--~~~-~~~-~-~-~----~--~~-~~~~---~-~~-----~~---~-~-~-~-~---
~~---~--~-~----~~-~~----~-~~~-~-~~-~--~~--~~-~-~~~~~--~-~-------~--~~~-~~~~~
0056まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/12/21(土) 17:33:03.71ID:???
--~~~~~-~-----~--~----~-~~-~~~~----~-~~-~~~~~~-~~-~-------~~~~~~~--~--~-~-~-
~--~~~~~~~-~~~~-~--~----~~--~~---~~~-~~-~---~--~~---~~~---~-~~-~~--~-~--~---
--~-~~--~~--~--~-~~-~~~-~~-----~-~~-~--~--~--~--~~------~~-~--~--~~~~~~~~~~~
~~--~-~-~-~-------~-~--~---~-~~~-----~~~-~~-~--~-~~---~~-~-~~~~-~~~-~~-~~-~~
~~-~~---~--~~~-~--~--~~-~-~~~-~---------~~~~~-~~-------~-~~~-~~-~~----~~~~~~
-~~~~-~~~----~--~-~-~---~-~~---~-~~-~---~-~-~~-~---~~-~-~-~~~--~--~~--~~~-~~
~---~---~~---~--~----~~~~~~----~~-~~~~-~~--~~~---~-~~-~~---~~~---~~---~~-~~~
-~~-~---~---~--~~~-~-----~~~~-~--~-~-~-~---~~~~---~-~~~~-~-----~-~~--~~~~~~~
-~~-~--~--~-----~~~--~-~~-~-~~-~-----~~~~-~~-~~----~~~--~-~-~--~--~~-~-~~~~~
~~--~--~--~--~-~~~-~~-~----~---~-~~~~~~~~---~~-~---~~~~~--~~-~-~--~~--~--~--
~-~~---~~--~-~-~-~~-~----~~--~~~-~-~~~~----~---~-~~-~~----~~-~~-~-~~~~~~----
~~-~~~~~-~~~--~-~~-~~~~~---~--~~---~-~~------------~~~~--~~~-~-~---~-~--~-~~
~---~----~~--~~~----~~~~~-~-~-~~---~---~--~--~-~~--~~~--~--~~-~-~~-~~~~-~-~~
-~~~-~~-~~~~-~-------~-~~~-~~~-~~-~~-~~~~-~~--~--~~------~~~~-~-------~~--~-
-----~-~~~-~~~~--~~~~-~--~~-----~-~-~~~-~~~-~~--~----~-~~-~~-~---~----~~-~~~
-~-~~~~~~-~~-----~-~-~~--~--~-~~---~~-~-~-~~--~-~--~~-~-~~~---~~--~---~-~~~-
~-------~~~----~-~-~--~~~~~-~~~---~---~-~--~~~----~-~~-~---~~-~~~~-~~-~~~-~~
-~-~--~~-~~-~~~---~~~~-----~---~-~----~~~~---~~~-~~~-~-~-~---~~---~-~~~~~~--
-~-~~~-~-~-~-~--~---~~~-~--~--~~~-~~-~~---~-~---~--~~-~-~--~-~~-~~~--~-~-~-~
~-~~-~~--~~-~~~~~~--~-~~~--~--~~~---~-~--~~~~-----~---~~~-~~~-~~----~----~--
~-~~~~~-~~-~~-~~~~-~--~-~-----~~~-~-~-~-~-~---~~-~~~--~---~-----~-~~---~~-~-
---~~-~~--~~~~--~-~-~--~~-~--~-----~~~~-~-~-~-~-~~--~-~~---~-~-~-~-~--~~~-~~
-~~-~---~--~~~~~---~~~~~---~-~~----~~--~--~~--~--~~--~~-~-~~~---~--~~~-~--~~
---~---~~--~~~~~-~---~~--~~-~---~-~--~~~~--~-~~-~~----~~~-~-~--~~--~~--~-~~~
~~-~-~~---~~-~--~~-~~~~--~---~~~--~~-~--~----~------~~~-~~--~~~----~-~~~-~~~
~-~~-~---~-~------~~~---~~~~~-~~~--~~-~~~~~-~~---~---~~--~--~-~~-~-~--~---~~
~-~~---~~--~~~-~~~--~-~--~~~-----~-~-~-~~-~----~~~~--~-----~~~~---~~~-~~~-~-
-~~--~-~-~-~~~~~-~~--~~~~-~~~-~-~---~-~--------~~---~--~~-~-----~~--~~~~-~~~
~--~~---~~~~-~~~-~-~~~------~~~~~-~~~~~---~---~~~-------~-~~~~~---~~-~-~----
--~~-~~-~~--~--~~~-~-~~-~~~--~~~-~~--~~-~~--~~-----~-~~-~~~------~~~~---~---
-----~----~-~-~--~~--~~-~~~-~--~~-~~--~--~~-~~~~--~~~-~-~-~~--~~----~-~~~~-~
-~~~-~--~~~--~-~~--~-~--~~----~~--~-----~-~--~~~-~~----~~--~~~~---~-~~~-~~~~
~-~-~--~---~~~--~~-----~~~~--~~--~-------~~~-~--~~~~~~-~~~~~-~~----~---~-~~~
-~~-~~---~-~--~-----~~-~--~--~~~~----~~--~-~-~-~--~-~~-~~~--~-~-~~~-~--~~~~~
-~~-~------~--~----~~~--~-~~~~~-~~~~-~----~~~~-~---~~~-~~~-~-~~-~~---~~-~---
~--~-~-~-~---~~~--~~-~~~~~-~---~~-~~---~--~~-~----~~~---~-~-~~~-~-~--~--~~-~
~-~-~~~~~~~----~--~~~~-~---~~~-~~-~-~~-------~~-~~~~-~---~-~~--~---~~~--~---
~-~---~--~~-~~~-~~---~~~~~~-~~~--~~-~-~--~~~-----~~~~--~-~---~-~-~-~-~--~---
-~~-~~~-~~--~~~-~---~~-~-~-----~~~-~---~~---~-~~-~~~---~~~~--~~~~~-~---~----
-~~~~~----~~~~~--~---~~~~~~--~~~-----~-----~~~~-~~-~-~---~-~-~~~---~--~---~~
----~~~~~~-~~~--~---~~--~--~--~~~--~--~~~--~-----~--~~-~-~-~~-~~~~-----~~~~~
~-~--~-~~~~---~~------~~----~~~-~~----~-~~---~~~~-~~--~~--~--~~~~-~-~---~~~~
-~~-~----~~-~~~~---~-----------~-~~-~-~~-~-~~~-~~~~---~~~~--~--~~--~~-~~~~~-
~--~~-~~-~-~-~-~~-----~~~---~~~---~~~--~--~-~-~-~---~~-~-~~-~-~-~~---~~~--~~
~-~-~-~--~~~~--~---~-~-~----~-~~--~---~~-~~---~~~~-~-~---~~-~---~~~~~~---~~~
~----~~-~~~~----~~---~--~~~-~-~~~~--~~-~~--~---~~--~~-~~~--~~-~~~--~--~--~--
~~~----~~~-----~---~--~~-~-~~-~~~-~-~-~~~~-~~-~-~~---~~~~---~-~~--~--~-~~---
~-~--~----~~-~-~--~~~~--~---~~---~----~---~~-~-~---~~~~~--~~----~~-~~~~~~~~~
-~~-------~-~---~~~~-~~-~--~---~~~~-~---~~-------~-~~~~---~--~-~-~~~~~~~~~~~
~~-~~~-~~~~-------~~~--~-~-~-~~~~~-~--~---~~~--~~--~-~~~-~~~------~-~-~~----
■ このスレッドは過去ログ倉庫に格納されています

ニューススポーツなんでも実況