X



トップページPCサロン
26コメント139KB
何故パソコンの性能は10倍とかに進化しないのか?
■ このスレッドは過去ログ倉庫に格納されています
0001まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/10/18(木) 09:35:42.57ID:sjxdl/a3
14nmとか7nmとか凄い凄いともてはやす割には性能向上って数パーセントしかない
何でこう10倍とか100倍の性能向上が出来ないわけ?

AIがシンギュラリティを起こし、2045年には10ドルで全人類の知能より上のPCがとかいってるくせに何でこんな進化が遅いんだ?
0002まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/10/18(木) 10:12:48.35ID:???
___---_----______-_--_---_______-_---_-_____--___----_---____-_---__----_---
_--___-__-_----__--_-_____----__---_-_--_-_--__-__-__-_--_--_---__--__-___-_
-_-__-_-_---_--------_____-___-_--_--__--__-_-___--_-__-_-__--__-__--__---__
__--_-_-____--_--___-_----___---_-_-_--_____--_____-__--__-_-----_---_--_-_-
-_-_-_---_---___----_____-__---_____----__--_-__--__-_---_-_--_---_____-__-_
_-_----__--_--____-__-_----_-_--_--__--__-_--__---__-_-___-__-__-_--___--__-
_-______--____-----__--_-__---_-_-_-__--__---_------_-_-__--___-__---___-_-_
__----_-_--_---___--_----_--_-_-___--_---__-_-_-___---__---_-_____-____--___
__-_--_-______------__-_----_----_--____-_____----______-___---_-__-_----_--
-_------__-_-----___-__-__--___---____---_-__-_____-_-__--___---___------___
-__----_--_--_--_-_-___---_-_---__--_--_-__--__--__-______-__--____--_-_-_-_
--__-_-_-_--_-__-_---_-__----__--______---_-_--_-----_-_____-_-__--__--_-___
--__--_--__--_-_----_---_____--____-_--____-__---__--_-______------__-__--_-
__-___-_-_-_--__---__-_-_-__-----____----__-_-__-_---__--__-_-_____-_---_---
-__-_-_----___--_---_____----_-______---__-_____--__-_---_---____--___------
-__--_-_--____---_--__-___-_----__-_-_______-_----_-___-_--_-_-_-__--_--_---
_--___-_-_-__--_--___----___-_--_--_-_--____--_-_-_------___-----____-_-____
_-_-__--_--___-____--__---_---__---_--__---___--___-__-_-____-_-__-_-_------
__-___-__-_-____-__-_---------___---__-__--_--_-------_____--__-_-___-_-_--_
_---____--__--_----_-_-_-_--_-_---___--_-____-_--_--__-_-_----____-_-___--__
_-_--_-_---_-_----_----___-_-____---_-_-_--__-__-__---__--_-__-____-_--_-___
_---_-______-__-_--------__-_____--_--___-__-_--_-__-_---_-___-_----_---_-__
--_____--__--_-------_--_____-__---_-_---_-_-_-_-____--_----_-___--_--______
-___---_---------_--__-__-___-_-_-_-_-__---____---_--____-__-_-__-_-_---____
----_-_--_--_______-__-_-_---____-___-_-_-_----_-_--____-___--------___--_-_
_-_-__-_-__--_-________--_--_-----_--_--___-__----__--_--___-_-__--__---__--
___-__------__-_----_-______-__-_--__---__----_-__-____-_-_----___---___--_-
--_____--__-----_-_-_-_----___-----_-_-_-_-__---_-__-_---___-_-_-___-___-___
___--__---_--_-__-___--___-__---__-_---_-___---_-_-____--__------___-_--__--
_-_-_--__--__-____-__-_--_-_---_--_-__-___------_-__----__--_-___-_-__-_-_-_
-____--_---____-----__-___-____------_-___-__-_--_-_--__-__--___-__---__----
__--___---___--__-_-_--__-__-_-__---_----_--___--_--_-_--____--_--_-_---____
__----__--____---__-___---___-_-___-______-___-_---_--_--_------_-_-_--__---
_---_-___-__-__-_-_-_--__-_____--___-___-___--_-__--------__-__---_-_-_-----
_--____-_----_-___-_----__---___-___-_______-__---_-_--_--_----_--_-_-___---
__-__--_--_-___--_--___--__-_--_-__---__-_-_--__----__--__--____----__--__-_
_----__-__--____-____--____-_-__--_-___----____-__---_-_-_--_---_-_---_--_--
_--___-__-_--__-__--__-_--_--__-_--_----____--__----_------__-__-____--__-__
___-___-_-----__--_____---__--__--_--_-___-___------__----____--_---___-_--_
--_--_----_-__----_____--_--____--_____---_-___---_____-_-_--_--___--__----_
--_--_--_-___-____-__-_-___-_-_---_-___--__--__----_--_-__--_-_____-_-----_-
___-__-____--_-__-_-__--_--_--------____________---_------_-_---__-_-___----
-_---_-_---___--_____-_---__----___-__-___--_--_----__---_-___-__-___-_---__
--__-____-_-_-_-_-__-_----___-_--_--_-_-_--_--_--__-_____-__---__-_--_--_-_-
---__--__-_-_-___--_-_-___-_-______---___-___-_-_------___-_--_---_--__-_---
_____--_-_---__---_-_-_-_---_----_____-___-_--___-------_-_-_--__-_-_-___-__
__-_-_----__--___----__-_-_-_-_----___---__-__-_---___-_-__-___-__-__---__--
-__-_-_-_--_-_----__-__-_-_-__--__-_----____-____---___----_-____---_-_-__--
_---_-_-__--_-__-____--_---__--_____-__--_-------_-__----__--__-________----
_-___----__----__--_-__--__----___--___---_--_-_____----_---_-____--_-__-___
0003まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/11/15(木) 08:27:21.55ID:???
-_-__-_--_-_-__-_-_____-_-_____--_-_-_-_--__----_-__-___-----_--_-__-_--_---
-__--_-___--___-__--_----_-___-_---__--_--__--_---__-___-_----_--___-__--___
_----_-__---_--_----____---_----_--_--_--_-__----__-___-__-_--__-___________
____---_-___-_--_------_-__--__-__-_-__-_----___-_-___--______----_---__-_--
-_-__--__-_-__--__-_--____-_-__----_----_____---_---_-___-_---____-_-_-__---
__-_--__----____---_--_----_--___-___-----___---____---_-___--___--_--__-___
----_-_------_-_____--__--_-_-_-_---____-_-__-_-----_--_____--__-____-__-_-_
--_-_--_---_----__--_-__----__-_-__-_-_-____--_--__-_---_---_--__________-__
-____-_---____------_---__---__--__-----_-___---__-__--_-____-___--_-_-_-___
-___-__-__----__-__-___----_-_---_-___-__--___---___-_----__--___---_-_-_--_
__-_--__-----__---_--_--_______--__----___-_____--_--__-_-___-_-_--___------
--_-__-_-_-_--__-___--_-__-___-______-_--_--_-_-----_--_-___--_-___----__---
-----___-----__-____----_--_--___-__-___-_--__-----__-_--_-___--____-_-__-__
-_---_-_-__-----_-_-_-_____-_--___---_-__-_-_-_-___--_-_-----___-_-__--__-__
_----___-__--_-___--_---___-___--___-____-_-_---_--_-----__-_--_-_--_-____--
__-_-___--__-_-_-_-_--__-_-_----__-_--__---_--___--_--_--__--____--_--____--
_-_--_____-__------__-_-_------___--____---__-___________---_---_-----_-_-_-
-__---___---_--_--__--_-____----_-______--_-_-_-__---__--_---__----___-_-___
_-__--------____--_--_---___-__-_--_-__--___-__-___-----__--_-_--_-__-____-_
--__--_--__-_-_----_-_-_--_-_-__-________-_----__-_---_-_-_-__--__-__--_--__
_---_-____-_-_-__--___--_-___-__-_-__-__--_----_--_--_-_-_--______--_----_--
-------__--_____--_-_-_-_-______---__-------___--_--__--____-__-_--__-_-_-__
__-___-_-___--_--_-__---__-__-_---_-__-__-__--_--_--_---__--_-_--_--___---__
-_____-_-__-_----_-__-_-__-_-__-_-___--_-_---___-__-_-_--__---_-_----__---_-
-_-_______--_--_-___-_-_--__--_---__--___--__--____----___--___------_-_--_-
___----_-____-_--_________--_--__--__--__-__--__--_-_-___--------_-__---_---
--_--_-----__--__-_-_-_-_-__--__-____-_---_--_______-_-__--_--_-__---_-_--__
-________----_-___-_-_-_--___--___-____--_-_-_-_--__--__-_------_--_-_--_---
__---_--__-__-_--____-__-__----_____----_-__-_-___--__---__--_--__-_-__-----
-__-__-_--_----__-____---------_--_-_-_--__--__---__-______-_--___---__-____
__--_----__-______---__-_----___-_----_--___-___-__-_--_---__-_-___-_---_--_
--__--_-_--___--___--_--__-_-_-----__-__-____-_-----___--_---___-_-__-_--___
____--------__---___--_--____--___-_-_-_--_-___-_-_-_-_-__--_----__-____---_
-___-__-__-_-_-_-_---_-_-__-__-_--_----_-___-----__--__-----_-_____-_--__-__
-_--_--_-_-_--_---___---___-_---__-_--_-___-_--_--_--__--_---__-__-___-_____
------___-___---_---_-__-___----__---__---__---_--___-_-_--_-_____-_-_-_____
--___---_--__-_--_--_-_-_-__-___---_-__---_--_-___-_--_-__--_--__-____-__--_
-____--________-____----_-__-_-__--___---_---____-----___-_------_----_-_-_-
---_-_-__-____--_---__--__--__---_-_--_----_--_-_-_-_--_____--__-_--____-___
-__--_-_-_-____---___-___--_-_--_---___--__--_-_-_-_-_-_---____-_-_--__---_-
----_____--___-__-___---__-_-----__------___-_--_--__--_-___-_--__-_--__-___
__-__---_----_--_--___-__--_____----__-_-__-_--___--___--_--_---_____-_-_---
-__-_-_-_-___--_--__-_--__---__-_--__________--_-_--__--_----_-_---__--_--_-
---_____----_---______-__-_-_-_-_____---__--___-_--____-_-_------_----__-_--
_----_---___-_-__-_____-___-_-_-_-_---_---__-__---___---_--_-_---_--__-___-_
_-__-_-_--_--__-----___----_-_-_--____-______---__-_---_--_-______-_--_--_--
--__-____-_---__-_---__----_______---_-_-_-----__-__---___-__-_-----___-__-_
---_--___-_____--_-__--_-----_____--___--_--_-_--____-_-_____---_--__--_----
__----_-_-_-__-__-----__--____---______-____--_--__---____---_-___-----_-_--
__-__-_-----__-_-__-_____-_---__--_--___-_-__--_--_--_-_--______--_--_--_---
0004まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/11/29(木) 08:15:32.97ID:???
___--_-_-_--___--__--_-_-_-_-_--_--_----__---_-_____-_-___-__-_-__---_-_---_
_____-_-----__-___-_-_-_-_--__-__-__-----_--__-_-__-_--_-_-_----_______-----
_-____--__--_--_-_-----____----_-__--__-_-_--_-__-_-_-__--_-----___-___-__-_
-__-___-___--__---_----___-_-__--_--__--_-___-___-_-_--___--__----_-_-_---_-
_-_--__-__-_--_----__--__-_--_-_---________-_--_____----__-_---_--__---___--
-_-_-_-_----_--_-___--__-__---_-_-_-_--____--_-_-__-_-----_---_______-_--___
_--------__-_-_--_-_--_-_-__---________-____--___--_--_-__-_-__-_---_-__--_-
_____--__-_____-------_----_----__-_------_____-_-_____--_-_-___--_---_-___-
__-____-___-----__-___--_-_-_--_-_-__--_-_--___--__--_--____--_--___--_-----
-------___--_-_-____-_--____----__----_-___-_-____-___---_---_----__--______
___--_-_____-_-_---__--_-___-__---_-______--_--____--_---__-------_-_-_---_-
--_-______-_--_--_-_--____-_----_-_-__-____--__--_-_----___--__--____-_-----
__-___-________---__-___-_-------__-_-----_-_-__-_--__-_--___-_--_-_----__--
__-_-_--_-__-_-_-__---__-_-___-_-_-__-_-_--_---___---__-----___-_-___--_-_--
__--___---_______--___-_--__---__-_-------_-___---____--_--_---__-___-__----
__--__-___-___--_--___-__-_-_--__-_---_--__--_-__--_-_---_-----_-_--_____-_-
_-----__--___-_-----___--__---_----_----_-_-_-_-_-_---______--__-____-______
__--___-___--_--_--____-_-__---_---___-____--___-_----_--__-__---_------___-
--_--_---__--__-_---_-__-_-__-_-_--___---_--_-___-_--__---____-_--_---______
____-----_-__---__-__--___-__------_-__-_---_-__--_-_-__----__-____----_____
_--------__---___-__--_----__-___--___-_---________-_---_-_-___---_-____-_--
__--_-----_--_-_---__--_-_-__-_---_-__-_-___--_-_-____-_-_-___-----___--____
_-____-_____-_-_------_-----___-_-_-__--__--_-_____--_--_---_-____--_-__----
-__-____-_---____-___--__---___-___---___----_____------___-_---_----_--_--_
--__-__-___-_-_-_--_-_--____----__-_-___---___-_-_-_-____-_---_---____------
-_--_-___-_-__-_-_-_--____-_-_-___-_--_---____---_---__-__-_-_----_-----____
_-___-_-_---_-__-__---_-___-__---______-----______-----_-_--_-_-_-__----_-_-
---__---_-----_--_-_-_____---_-_-__----__-__----__---_____-____-____--___--_
--_____---__--_-__-__-___-_---___--_---_--_---_--____-_-_____---_-_-__---_--
__-_____-_---__------_-------______-___---__----_-_-----_-_-____-_-__--_____
---__-____-----_-__-__-_-_-_--_____-_-__-___----__-_--_-__-_---__--_-__--_--
_______----___--_-----__---__-______---_---_--__--_--_-_-_---__---__-__--___
----_-_--__--__--_--______--__------_-__-_-_-_-_-___---_--___-__--___-__--__
-____--_-_-___-_-_-__-____--__--_--_--_-_----_--__-_----_-___-_-_-____--_---
---__-_--__--_---__---_--____-__--_-___----_-____-__--__-_--__-_---_-__--___
-_-___-----_-_____-____-______---_--_-__-----_----___--____---_-----__-_--__
--__--__-----_-_---_--__------_-_-_--_-_-__--__-______---____-_---_______-__
_-_-___--__-_--__--_------__--_----___--______--_---_-_---_--__-__--____-___
__-__----_-___-__-_-----_----_-_--___--__--___-_-_-_____---__--__----___--__
___-_-_-_-_---_-_---____-__---__-_--___----__--_--_-_-_-_-___-__----_-____--
_-----__--__---_--________-_-_----_--__-_----_---__-___--___-_____---_-_-__-
_-_--__------_-__-____-____-__-______-_-__-__----__-_-__-_-_---_------_-_---
-_---___-__---__-_-____-__----__----__--__-__-__-__------___-_--_--______---
----____-_-_-----_-----___-_-_----__---__-_--_--_--__-___-_-__-___-__-______
_-___-_-_--_---_--_----_-_-______-__-_-__-_--__-_----____--_--_-_-_-----____
-_-__-----___--__-__--___--____--__-____-----_-______-__--_-__--_--_------_-
-_-__-----_-_-_--_-____-_____-----_---_-_-___-_-__-__-__-_--____---___--_---
__-_-__---_--_____-_--_--___---_-__-----__-_-______---_-_---_-_---_____----_
-_____---__--_---_--__----__-_----____-__---__-_____----__---_-_-_--___-_-__
-__--___--_-_----______-__--_-_---_--___-__----__-_--_--__-_--__---_-____-_-
0005まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/12/06(木) 08:38:13.80ID:???
____--__--_----___-__--__-__--__--_--_--__-_---___-_-_-__------_-__-_____---
__--_--__---_-__-_-__-__--------_---___---_-_-_-___--__--_--_-_-___-__-_____
-__-_---__--_---____-__-_----_----__----_-___--_____-__--_--_--_-__--_-_____
_---___--_-__-_-_-_--_-_-__-_--___--__--_-_____-__-__-__--__----_---_-----__
_-----_----_--__----_---__---__-_-_-___-_---__-_____-__--_-_______----__-___
____-_---__-_---___-__-__---_-_-------____-_--_-__----_--_--_-_-______--_-__
--_-_-_---_-_-_-__-____-______-_-_------_-_-__-_--_-_____----__-_--_--_-__--
------_--_____-_----______-___-____-__-_____--__-_-----_--___--_-_--_------_
____-_--__-_-__---________--_---___-__--__-__--_--_---_-_-__--_--_---_----_-
_-_--_-___----____---_---__-_---___---__--____-_-_-__-_-__--_---_-_-_-__--__
_---___--_-___---_--__---__----_--___---__-_-___--_--__--__-_-___-_-_-___--_
--______---_----__--_-_----__--___-_-__---___-_-___-__-_-__---_____--__-----
__----_-__-_-_---__-___-_---____-_-----_______-_--____-_----_--_--____-_----
----___------_-__-__-___-_--_-_-_---__--_-_-_----____--_-__-__--__-_-____-__
_---___-_---_----___--__--__-__-_-_-----__-_--_-____-__-_---____------______
-_--_---_____--____---_--_-_-_--_--_--____-------___-----______--___-_-__-__
_--___-____-_--____--__---_-_-_--__-_-__--____---__-------------__-_-__-____
-__-_---_--___---_-_-_-_--____--_---_-__--_---_____-__-_-__-_-_--___--__-_--
--_-__-_--_--_---_------_---_-_______-__-__----_---__-__-_-__-__-_____--__-_
--__--_-__-_--_-_-_-_--_-__-__-__----___-__-_--_--_-_-_-____-___-_----__-_--
___----_____-__--___--_-_-_-_-_------__--_---_---_--__--___--___--_--__-____
_____-___---_---_----___---_-----__-______-_-_-__-_-_--_-_---__--__---__-_-_
-----____-___--_--_____--_-_-_---__-__-_-__-__-_----___-_-_-_---__-_-__-_---
-__-_--__---_-_--_____-___-__-_-__---__-_---__-_-__--_-_---_-_-__--___-----_
--_-----__-----_--___-_-_--_____--_--__-__---___--_--__-___-__----_____-_-__
_-_--_--_-----_-_-_-__--_-------_-__-__-___---__---_-_--____-___--______-___
__-__--_-_---_-____-_-__-_-____---_--___-__--__-_-__-_---_-_-_-----___----_-
___--__----_-__-__--___----_----_-_-__-__-_-_--__---__---_-_--__-__--__-____
_-___--_---__--_-_____-_---_-_----__-_-_--__--__--___-__-___--_-__-_---_---_
_---_--__--_--_-__--_--_----_-_-_-_-__----___-_-_____---_-____-_-_-_--__-___
-__-_--_---_---_-_-__--__--___-_--_-_--__----_--__-_--_-__-_-___-_--______-_
--_---___-_-__-_--__-_--____--__--__----__------____--____-_---___--__-_-_-_
----__-_-_-_-__--__--___--_-__-_-_------_-____-_--__-_-___----_-_-____---___
__----__-__--__--__--_-___-_____-_-__-------_-__-_--_-_--_-__--_-__--_-_-__-
-------_-_--__-__-_-_--_-_______--_____---_____----_____-_-_---_-----__-_-_-
----_____-_-_-___-_-_-_-___----____--_-_--____---_----__-_-_---_-___-_-_--_-
_--_-_---_----____--__-_______--_---____---__-_--_--_--_-_-__-_-_____---_---
____--_--_--_-__--__--_____-_-__-__-___-----___-___---_----_-_-_-_-_-__-----
--__-__________--_-__-----_-__--_-_-__-__-_-___-_-__-__----_-_--_-----_-_---
__--__-_---_--_----_--___-___-_-_--_--_______--_-_--__-_-_-__--_---_----____
---_----_----_-_____---_---__-_-__-__---___-_-_---_____--_--_-_-______--_-__
--__-__-_---____---_-_-_-_-________---_--__-_---_-__-_---_-_---__-_-_-_---__
_---_------__--____-_-------____-__--________--_-_-_-__--__---_-_-_--__-_-__
-_____---____-__--_-----_---_-__--_----__-___-___-----___-_-___-__-__--__---
_--__-_----__-_---_-_____--___-_--_-_-____-_-__---__---_-_---_-___-__-_--_--
___--_-------__-__-__-_-_----_-__--_--_-_-__--___-__----_-___-_---_--_______
_____--_-------__-------_---_------__--___-__-_________-_---_____-___-_--__-
_-__--__--_---_--___-_--_-__----___-_-_----__-__-_--___-_-_-____-__-_---_--_
___-___-_--__-_-_--_---__--_____-__-_--__---_-_--_-_-__-----_-_-_--___--_--_
-_----__--_-_---_____-__----____-_-_--___--_--_-__-_--_--______-__-__---_---
0006まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/01/31(木) 08:07:43.67ID:???
_-_-------__-----_-___-____--___-_---__----____-_-__---_-__-___---_-_--_____
---_---___-_---_-_____-_____-__-__-__--__--___-_-_--------___-_---_-_----___
-__---_---___________-__-____-_-----_-__-------__--__--_--_--_--_--____---__
__-_____-----_-_--______-----_-___-_--___---_-_--______-_-_--__------__--_--
--_-_---__--__--_-__--___---__---___-___----___-___---_----_-_-___-__-__-_-_
____---____----_---__-__---_--_-_---_-_-__-_---____--_---_-_-_-___-__--___-_
_-------_-_-______--_-__--_-______-___--__--__-__-_---_-----__-_--__-_--_-_-
-_-__-___---__--_-_____--_-__-_-___--___-_--_--_---__-__-_-_--___-------_-_-
____--_-__-_-__-__-_-_-----__--__-__-_-__-__-__-__-_-______---_-----------_-
---_------___---__-___--_-__-_-__-___-__-_____--_-_----_---_---_-_-_-__-____
-_-__--__-------_____-_---_--_-_--___-_-___--_--_--_----__-____-__---_____-_
___---_-_--_---___--_-___----_-__-____-__--__--_---_---__-_-_-__---___-_--__
--_-_-__-_-__---__--__--_-___--_--_--_-_-__--_-__-_________----_-------_-___
-_-_--__--_----_-_-__-__-_--____----__-_-_-_--__-_-______--_-_--____---_-_--
-__-____-___------------_-_____-_--____-___-_-_---_-___-__------____----_-__
_--___--__-_-_-_-__----_-____---___--___-_-_-_--_____-----_-_--__--_-_---_-_
-__--_--------__-__---_-__--____-_--_-_-__--__-__--_-_--_-___-_-__-____--_-_
-_----___-___-_---____-_--__-___-__-_--_---___-_-__-----__---__-_----_-_-___
_____---_--____--___--_-_-_-----__---_--_-----__---_-_-_____--__--_____---__
_--_-_----___-______----____--_--_-__------------_--_-___-_---____-_-_______
-_-__-_--____-_-____--__-----_-_--__-_--_--_-___-__-_____-_--__--_--_----_--
-__-___-__-_-_-_-___-___-___-_--_--__-_---_-_-------_--_--___-----_-_-____-_
__-__---_----__---__---_--__--___-__----____--___-_______--_---__-_--___----
--__--__--___-_--------_____-____-__---__-___-__---__-_--__-_--_--____---_--
___________---_----_--_----____--___--__-_-__--_--_---_------__-_--___--___-
_---__-___-_-------__-------_-_--____--____-__-__-__-_-__---___---__--_-____
__-_-_-__-_---_--_-__-_____-_--__--__-__--__-_--_-_----_-_-----_-__-_-_-_-__
-----___-_-_-_____-__-___-___-__--__---_-___--------__--_---__--__--_---____
____---___-____----_-__----_____--___-_-_-_---_---___-_--_-_---_-___-_--_---
__----_-_----_-_-__---_--_-__-__-_-_-----_--____--_-_____--_-__-_-____---___
_---_-----_-_--_____-__-__--_-____-_--__--___-_-_-_---____-_-__-_----_-__---
----_____-_--_-___-_---_--_----_-_-_----_--_____--___-____---____--_---_-___
_---_--______-_-___-_-_--_--__-_--_-_--_------_____-__-____-----___-_---__--
-_-_-___----____--_-___--_----_-_-__--------_--_-__--_-____--_--_____-__-___
__-__----__----_-_-___-____-_-__-----_--______------__--__---_-_--___-__--__
_-_-_---____-_--_-_-_---__-_---__-___---__--_-_--__--__-_-_-_--_--__-___--__
-___----___-___-____--__-__---_-_----_------__--__--_----_-_____-___-_---___
__-_-_-__-__-_-_-_-_-_----_______-____--__-__-_----_----_-_-_----__-_---__--
-_---_--_-_---____--_--_-_---__-_-___-_---___---_--_-__---___-__--____-_-___
___---___----_-_---__--____-_---_-____-----__---_____-___--_-___-_-___------
-__--__--__-_____---_-___-_---____--_----__----_-_---_--_-_-_-_-_-_____-__--
-_-----_____---_-___---_-_-_--_--_-___-__-_--__--_-__-_-_--__--____-_-_--_-_
--_-_--__-___-___-_-__--_--___-_--____--_---_---_---____---___----_____--_--
--__--__-__---_--___-___---_-_---_---_-_--_--_-__--_-_____--_---_-__-___-___
__--_-____--_-_--_-__-_-_-_-_____-__--_____---_-__--------___----_-___--_---
--__-____--___----__-__-____-----__-__-----__----_-_-___-__----___-__---_-__
__--__--_--_-____-_--___----_-_-_-__-__-__----------_-___-_---____-____--_-_
_-____---_-__-_--_----__---_---_-_--_--_-____-__--_____-__--_-___-__-_---_--
__---__---__-___--__--_-___-_---_-_-_-_--_-__--__----__-_-_-___--__--__--_-_
_-_-__-----_--_---___-_-_--____-__--__--___----_-_---_-_-____-__-__-__-_-_--
0007まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/04/11(木) 09:06:26.18ID:???
-__-_-----_-----__-___-_-_-___-__-_-_----___-_--____---__-_-_---__-__-_--___
_---_____--___----__------_------_____-__------_-__-______---__--_-_____--__
---_-_--__--_--_---_-______--__-__-_-_-_---___-_----____----___--__---____-_
___--__-----__---__-_---_-----_-_--___---___----__-___-_-_-______----___-___
_-__-_-____---------__-___-________--_____----__-----___-----_-_-_--_-__--_-
-___-__-____---__-__-____----_-_-_-____----_--_---__-__--__-_---__-_---_--_-
-___-__-----_-__--_____---__--_--_--__-_------_---_-____--_-_____-__--___--_
--______-__--_----____-_-__-_--____-_---_-__--___-___----_----_-____-----_--
--___-_-_-____-_-__--___---___-__---_---_--_--______-_--___-_-----___----_--
--_--__--_-____-_----____-__-_-----_-_-____-__-_-_-----___-__-_-_---__-_--__
-__-_--___--_-_--__--_-___--__---__-__-__--_---___------__---___---__-___-__
----_---___--____--_--_---_-__-__-__----__-_____-_----------________-_--____
----_----__-__-_---__--___-__-______-___-___-_-_-_-_---___-_---__---__---_--
_-_-_--__---_---__-___-_-_-_____----__-----____-___--_-_-______---__------_-
-___--_-_-__-_--_-__-_----_-____-_---____--_----__-----_-_--___-__-___-__--_
______-__---_-___--_-_-__--___-___--____----_-_--_-_-_---__-__--_-_-_-------
____-------_-___----_-___----_-----_---_---___-___-_-____-___--____---_-____
___--___--_---____--_--__-_-_-____---_--___-_-__---___----____---__----_--_-
____-_-___-_-----_--__-----_--__--___--_-_-_--_---___---_---____--___-____-_
---__--_----___-___-__---_-__-__--_-_--_--_---_-_-___--_____--_-___-__----__
-_----_-_-_-______-___---____----___---_-__-_--___--__-----__---__--____--_-
--_-_-_--__-_-__--_-___-_-__-__---_-_-__--_-_----____--___-_-_--__-_-_-_-_--
-_--_-_----_-__-__-_----____-_-__--------_-_-__--_-__________--_-___----_-__
-_--_-_-_-_---___-_-__-----_-______---__-------__-___-_-______---___----__-_
____-_----_-_-_----__--_-__----__--_---____------__-___-_--_______---__-_-__
_--___-__---_--_-__---_-__-____-_-_------____--_-----_-__-_____-_----__--___
___--_-___-___-_-___---_-----______-_-_-____-------_-------__---_-___-__-__-
--_---_---___---_--_---_---_-__-_--_-_--_____---__-_____-__-_-__-___-____---
--__-_-__---_____--___-_-__---_-_-__----_----_____-__-__-_-_----__-_-_-__---
--_-_---__-____---_-_--_-__-_-_----___-_-__-_____-__--_-_----_-__---__-__-_-
-___-__-__-_-___--_--__--_-_-___-__--__-_-----_-------_--_-________---___---
__-_-____---_-_--___--__-_-__-_-__------_-_--_----__----___--__-___-_-_-___-
_----__--___-_--_-_--__--_______----__-_-__----__-__-__-----__-___-----___-_
-___-_---_---_-_--__-___---_--_--___-_-__--__-_-----__-_-___---___-__--__-__
-____--____--------_-_-__--_--_--__--__--____-----_-___---__--__-___-___--__
__---___-____--__----____-_-____--__-__-__--_------_-----__---__--_-___-_-_-
_--__------__-_-_-----_-___--___-__-____-__-_-_--_--_-___----_----___-__-___
-_-____-__-_-___--____-___-_-___---__---_-----__-____-___------_-_--_--_----
-_--__--______-_----_-----___-__-___----_-_---__-_--_------_-___-__-__-_____
--____-___--__-____-__-_-_-__--__--_-___--_----___-_--__--_--_-_--_-----__--
-__---_--_--____---__--_-_--____-_--___-____-----__--__---______----__--__--
___--_---_----__-_-__---_-____-_--_----_--__-__-__--__-_---__-_--_-___-___-_
-_--_-___-___-__--_-_-__-___---_-__--_-_-__---_--_--___---_--_____---_-_---_
_--____-__-_-____--__-_-_-_----____--__--__-___--_-__-----_--_-_--_---__--_-
---_-_-___--_--_-_--_---_---____--__---_----__-__--____---____-_-_-_____--__
---_---___-_-_--------____---______---____--____-_-__-_--_-_---__--___--__-_
---_------_-___---_---___-__---__-_-____--_____-_______-_-_--------_-___-_-_
-__-__-------_-_--____-__--___--___-_----_--_--___-_-_-__--__-___---_-__-__-
__--_--__-_-___-_-__--__-_--___-_-___-___-_---_-__--___-__----__---_-------_
-_---__-__-_--_-__-___--___-___--_--------___-_---_--_--__-__-___-_____--_--
0008まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/05/02(木) 09:10:32.28ID:???
-_----_---____---__--_-__-__-__---__-_-_-----__----______------____-__-_____
--_-___-___-----__--_-_-____--____--_-__-_-__-____--___--_-___-_----_-------
____-----_-__--__-____--__-_-____----_--_--_-__-_-_-__-_--___-----_-----____
_-_-___-__-___--_-_-_-__--_--_----_-_--_--__-____---___--___-_---_-_-__-_---
--_--_-_-_-------____--____--_--_-_-___---__-----______-_-____-_-__---___--_
-__--__-_-__-___--___--_-___-_-_-_-_-----_-_-__-___-__---------__-___-_---__
----_-__--___--__---_--_---_---___________--_-_---___--__-_---__-_-_--___--_
____-_--_-_-_____-----_-_-_____-___-_--___-_--_-_--__---____-------_---_-_--
---_-_-_--______---__--__-_----__---_-___---_____-_----_--_-__--____-__--_-_
----_--_-___-__-__-----------__-_-_-__--_-___----____-_-_--__-___-_--_______
_-_-__-_---_-_-_____-----__-_---_--_---__---_-__--_-_--_-___-_--_______---__
-------_-__-___---_-_--__------___-__--__-_-_---___--_________--__-_-_-__--_
--___--___---__--_-__--__-_-____-------__--___--_--___-_--____---_-__--__--_
_-___--_---_--_-___-_--_-__-_--_---_--____-__-_----_--_-__----__-_--____-___
-_-__-_-__---_-_-_--_--_-__-____--_-_---__--_-___--_-_-_---_--____-__---___-
_____-_--______-----__-_--_-_______---_-______---_-_-_-__-------_---_-_-----
__-_-__---_-____--__----______-__-------___---_-__-----_-__--_-_--_-__-__-__
--_-__-_--____--___-__-_--____-----_--______--_-__-------_____---__-__-_----
__-_-_-_---_-__--____---__-__---_---_______-_--_---_---_-_-_-_-__-___----_-_
-----___-_-_---_____-__--_---_--_---___-___---_--_-__-___-__-_--_--__-_--___
_-_-_-__---_--___----_-__-_-_-__-_-_---__---__--_-_-__-__-_--__--___-__---__
_--_--__-___--__-__-__----_-______---_-_--_----_-_-__---__-----____-_-_-___-
--___-__-_---_-__-_-___--_-_---_-_-_----___-___---__-_-_-____--___---_-_-_--
______-_____-_--_-_____-_-__-____----_-__------_---__------_--_-__----_-_--_
_-_____-_--____---__-___--_--_-___-----__---_---___-_----_-__--__--____-_---
_---_----___-_-_-_-__---_--__-__--___---_-_-_----____-_-_--______--__-_---__
__-_-----__-__--__-_-_-_____---_-__---____----_---_--_____-_-__---_--_--_-__
--_--__--_-___-_-_-__-__-_----_----___---____-_-__-____-_-----__-_-__--_--__
___-_--_--__--_-_------_--_--__--__--___-______---____-__----___---_--____--
-_-_-__-_-_----__-__-__----_-_____-__---__-__--_----___--_-_----___-____---_
--__---__--_-__----_--_-____-_----___-_-__---____-__--__--_--__-_-_--_-____-
__-_--_--___----_--_--___----_--_--__--_-___-----____----_-___-_-____-_____-
-----_-_____---_-____--__-_-____-_--__--__-_____--_----__-_-___--_-_----_---
-_______--____---_--_--___-_-___--___-_--__-____--_----_------____--_--_----
-_----_--_-_--_---___-_-__-_-_-__-_____--__--_-__---____----_--_-_---___-___
-__-_--___-_--___-_--__-__--__--_-______--____--_----_-_--___--_-_--_----_--
_-_-__---___--__-_-__-_____--_-_--_-__-----_-_---__-__-----_---_-____--___-_
--__-----_-__-___--_--_____---_-_---_-_-_--_--_--___-____-_-_-_-__--__---___
--__---____-___-_--_----_-_--_-___-_-_____--_--_-___--_-__-__-----__---_-__-
-__-__-_-_-_--__-__--__--___-__-_-__-_--__--_------___-_-__-_--__-_-_-_---_-
_-_-_--_--_-_-_--_-__--_-___---_-___-_-___--____-_----_-__-_----___-_---___-
__-__---_-_----__--__--_-_____--___-__--_---___---___--__----____-_-_-__----
-___--___-_--_-__--______-______-_--_-_---_------_--___-_-____-__----_------
--____-__-_---__-_-_--_-_-_--_-_----__-____----___--_--__-_____------_____--
-_------_-___--_-__-___-_-_-__-_---__-_------_---_-_____---__-___-___-__--__
---_--__-_-_---____---_____-------___---__-__-__-___-_-__-__-__---_---_--___
-_______-_----_-----____--__---___--_-_--__-___-__--___---_---_-_-__-_-_--_-
____-__---__-________---__--_-___--__-----___--__--_-__-_-___---_--------_--
-__-----__---_-_-----_--___-_--____--_-_____--__-_-_--__----___-__-_-___--__
_______-_-_-_-___---------___-__-__-_----__-_----__-_-____--_--__--_-_-_--_-
0009まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/05/16(木) 09:09:40.12ID:???
-_--__-___-_--___-___---_--_-_____---___-_--___--__--__-__----__---_-_----_-
_--_-__-__-_-_-_-___-_-_---___---___-____------_____-__---___---_--_--_----_
_--__-__--___--___-_-_---_-__-__--_-_--_-_-__--_--_--____---_----__-_-___-_-
-__--__--__--_-__--_--__-_-_---__--__-__-___-_____---_--_---_-__-___----_-_-
______-_-__-____----_-_-_-_-__-_-__-___--_----_--____---_---_---___---__----
____------_-_-_--___-_-_-----_-__----__--________-_----_-__---___--_--____-_
-__-__-_--__-_--_--__-_-_---___-___-_--__-_-_--_-___--___-_-_--_-___----_---
__-__-_-___--------_----_--____-___--_-__-_-__--_---____-___-_-___--_--__---
_-_-_--__-__--_-------_-_---_-_----____-_--_-__-__-_-_----_______--_-__-____
--_--_--_--_-_--____-_-__---_-___-_-_-_-___----__-__-----___-__---_---______
-_----____--___---___-_-_-_-----_-_-__---___--_---_-_--__--_-_-___-_____--__
_-_------___--_----_----_---____-_-__-__--__-_-_---_-_--____-_-___-_-____-__
-_-___--_-_---__------__-----_-_-_-_---___-_-___-_-_-__-_-__---________---__
_-----___-_-__--____--_--__-___-_--___----__---_-____--_-____-__--_----__---
-_-_--_________-_-_-___-_----___----__---__----____-_-___-__-----__--_-_----
--__-__--__---_-_-_--_-_-_-___-_-__--__---_--__------_-__-_--_--_______--___
__--_-___-_------_------__-_--____-__-__-_-_-__-__-__--___-____--_--_---_-_-
-__-_-_--_---_-__---__-______-__-_--__-_---____--------_-_----___-__-_--____
--_-__--_---_-__-_--_-_---_--____--_----___--__----_-___-___--__-___--____-_
--__--_--__-_---_-_-_-____----____-_----___---__------____-__-____-_--_-__-_
--_---_--____-__-_--__--___---__---__-_--_-__---____-___--_---_-___-_-__-_--
_-_____-__-_---___-_---_-_-_----____-_-_-_-__-___--___--_--_--__---_-_---_--
_--__--_-_-___-_-____-_____---_-__-_---__----______--_-_--__---__-_---_-----
_-_--_--_-____--___-__--__-----____-___-__--_-___-____-_---_--__---_------_-
--_----__-_-__----_--_---_-___-_-__-_----___--___--_-_-_--___-_--___-__-____
___-____--_--_--__-____---_--_------__--__-__-___-_-_----_---__--_---____-__
-_-__-_----_----_-__--__-_______-___---_-________--_---_---__-_---__-_---_--
------___----____--_---__-------____-_____-_--__-____-_-_--_-__------_______
_---__-_-_____-_-___-_-------_____-_-__--__---__--_-__----___--_-_-_-_--_-_-
___--____--__--_-_-___--__-__-__---_--_--_--_______---_---__-__---_-_------_
-_-_--__-_---_-__---___--_-_--_-_-_-_____-_-_---____---_-___-_----_--_--____
-_--___-_----_--_----_--____-_----_-___-______-----_---___-_---___-_-___-___
---_-________--__-__--_-_--_-__-_---_-_---_--_---____-____---_-__-__-_----_-
__--_-__---__-__--____-_--____-_--_-__-_---------__-_-_--__-__--_--___--__-_
---__--_-_-___---_-_-__---____-_--_-__--__--_____---_--__---__-_-_---__-_-__
_-_--__-_-__---_-_--_--_---____-_---____-____-__---__---__----_----__-_-____
--__-__--_--___--_-_-__----_-_--_-__----__-_--_-__-_--_----__---________-___
_---_-_-_-_-_-_--__---_-----__-_____--_-_-_-_--_----_____---_-__-_-__-__-___
__--__-__--____-----__-____-----__________-__-_------______----_-----__-----
-_-_-_-_--_____-__-_-_-_----___-----_--_-__-_--_-_--_----____-_-_----_______
___-_-___-_-_--_-___-----_--_-__-___-__-_--__--___-_--_-_-_----__--_-_-__---
--_-_-_----__--____-----_-______---_----_-___-_--_-__--_-__---_-__-_-__-____
__-__--_-_-______-__--__-___-------__---_---__--__-_-_--_-__--_-_-_-___---_-
----___-_-_--_-----_----_--_-_------__--_____-_-___--__-_-__-____-__-_____-_
_-_-_-_-_-___--____--__------_--_----__-_-_--_-_--_-_____--__--_---_-__-____
_--__----____-----_-_-_-_-_--__-____-__--_-_-_-___-_-_--__--_-_---__-___--_-
__---_---_-____-_-__-_-_-_-_------__----_-__-__---__--______---___---___-__-
-__----___-_-___--_--_-__----_--_-__--__-_-__-_-_-___--__---__--__-__--_-_-_
__-___--_--_----_-_--_---__-_--__---____-_--__----_--______-__--_-_-_--___-_
--_-_---_______--_-__-___------_---____--_--___-_----__-_---_-_--_-_--______
0010まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/05/30(木) 09:15:05.29ID:???
-__--__---__---___-------_---____-__--___--_--_--__-_----__-________---____-
___---_-__--_-_-______--__-__-____---_---_--_----_-_--____--_---_-__-__--_--
___---____-----__-__-_--__-----__-_______------_-_-_-____------__----___-___
_-_---_-_-___---_-___-________--_-_-----_-_-___--___-_---__-_-_-_---_-__----
-___-_-__-_----___--___--__----_-_--__-___-_--_-_----_--__-___--_--_-___-__-
_--___---___-_-__-_--_-_--_-___---___--_--_-__-___----_-___-__-__---__-_----
_--_---___-____-____--____-_-_--____-_--_---_-_----__-__---__--_-_-_-_---_--
-_--_----__--_--__---_---_-_-__---_-___---_-___--_-__---_-_________----_____
________----__-__------_---_-_---_---_--___-_-_-_---_-_-_-_-_____-_--___--__
__-_---___---_----_---_------__-____---_-_----__--____-_--_--_-____-________
_-___-__----__---__--_-_--__-_--_-__--____----____---___--___-_--_-_--_--_-_
--_-_-_-__----_-___-__-_---__-_______-__--_--__------____----____--_--__--_-
___-_-_-_-__--__---__--_-__-__-__--__-_-_--_--_-_-_____---_-_-----_-___--_--
__------__-__-___---_--__-___--_--____-__-__-__-_--_--_-__-_---__-_-__----_-
-_---____-_--__-_-_---____--_-____-_---_--_-___---__--________---_-----_--_-
-___-_-___-_-_----___--_-__----__-___-_____-__----_------__-----_---___-____
_-__--_-_____--___-_-__-----_-___---__--_-_--__-_-____--_--_--___-___-------
-_--_-________---------__-_--__--_---_--_-_---____-___---____-___--_-__--__-
-_-__--_--_----__---_--_-___-_---_---_-_____--____-_-___-__---___-_____-----
_-_-_--_____-_--__-___-----_---__-_____------_----_-____--_-______-__---_---
_----___-__-_____-__------____----_----___----_-_---____--___-_-_-_---_-____
_---____---_-_-__-_____----__--____---__-_-___--__-_-_-__-----__-_--_---_-_-
-_---__-__--_--____---__-_---_-____-_-__-_-_------_-_-__-_--_-_--_---_______
---__-__-_-___---__-__---_---__-__--_---___-____--_-_-__---__-_-_-_-____----
-____-__-_-----_-_____-_-_-_-_--_---_-___-----____-_--_-_-_-__-----__--_-___
-__---_-_-_____--_-___---_____----__------_---_-__------__--_-__-_-_____-___
_-----_--__---__-_-_-_--__-_----____-_--__-_---_-_-_---_--___-_-__-____-____
____-__---_--_---__________-__---_--_--_-_-_---__-_--_-_--____--_-----___---
--__-_-----_-_-_-__--__-___-__---_-_-__----__-_--_-__---__-____-_-___---__-_
-_--____-_-___-____-________--_--__--_----_----__------___---__------__-___-
____-___--_-__------_-----____--_____--__-_----___--____---_____-_-_--_-----
-_-__--___-_--_-_--_---__--_-_---_--_--__--___--__--_-__-______-_----__-_-__
----__-__-_-___-____-______--_--___--_---_-__--_-__-_-_-----_--__--_-_---__-
-----____-__---__-__--__-_-____--__-_____---__-_-_--_-_-_---__--_-_----_--__
---_--__-_-_-__--___--_--__-__-_-_____--___-_-----_--__-_-__-__-_-__--_-_---
__--__-_--_---_---_-_--_--_---____-_--__--_--_--_-__-___-__-__--_--_-__-____
___---____-_-_-__--_______---__------___-_-_-_-_-_--__--_---_---___-___-----
-_-__--___---__-_-_-_-_---_--__---_--__-_--________--_--___-___-_--__-_-----
---_-_-_--__-___--__--_--_--__-____-_-____-_-_--_------_-__-_----_-_--______
--__-_-_-----_-______--_---___-____-__-_--___-_--_--__--_-----_--___-__-_-_-
__-__-__-_____-_-_-_--------____---_-_-_-__-__-_-----_-_-_-___-_-----_--____
_-__-_-___--__--_-----__---__-__-_-___---__--__--__-_-__-_______--_-_-------
_-_---_-_-__-_----__----_-_--_---___-----___-__-_____---____---__--__-__-___
-__-__-_---___--_-__-_-___-_-_----_---_-_--_--_---_--______--____-__--_-_--_
_-----__--_---------____-__--___--__-___-_--__-_--_---__--__--__-__-____-___
----_---__-___-__-_-_--_---_-_--_-__--____--_--______---_--__---_-_____--_-_
----_____----_-____-__-__-__--_-_-_--__-_--____-_---_-____-_-_------_---__-_
--_----_-_-______---__--_----__--------__-_---___--_____--_--____--______-__
___-__-__--_--_------_---__----_---_-_-_-_-___-_____-_-__---_-___-_-_--__-__
-___--_-_-_-_----_____-----__-_-__--_---_--_-_______-__-_--_-___-___------_-
0011まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/06/13(木) 09:20:27.10ID:???
-____-__--___-_----_--_____---__-___--____--__-__----_----_-__-_-__--_----_-
---__--___-__----_--_-_-__-_---_______-_---_-_--_-_-______---_-__-_-__-_----
--__-_--__----_--___---__-_______-___-__-___-__-_-_--_-__-_---_---_-_-----_-
__-__---_-__----_---_____-___-------_____-_-___-__--_---_--__-_---_----_____
_____-_____--__--_---_----_---_-__---__-___--__-_------_-_----_____----_____
--_-____--__-_-----______-__------___--__-____---__---__---_---_---____-__-_
_-_---__-______--_______-_-_-___----_--_---__---_--_-__--__----__-_-_-_--_--
__---_---_---_-___--_---___-_---____--_-_-_--____---_____--__--____-_----__-
_-__-----____--_____-___-_--_-___-_-_---_-_____---___----__-_----___---_----
--____--_-__-_--_______-_---___---__-------__-______-_-_---_--_----__--__-_-
-___--_--___-____-_____-__-__-___-__-_------_----------_--_--_-_____----_-__
-_-_-_-_____-_-_--__-_--___---____--_--_-_-_---__-----___--_---___--_--__-__
-_-_-_-_-_____--_____-_-___---_------__-___-_--_--_-___-___---__----__--_---
--__-_-_____----__--__-_-____--_______-_-_-____--_--_-___-------_------_--_-
-_-____-_--___-_-_-_-----___--_-___--_-_-----__----__-_-_-_--___-____--_--__
-_-_---__---____---_-___--____--___-_-___---__----_---____----_--_--_-_-____
_-_--___--------_---_-__-__--_-____-_--___--__-__--__-__-___----_--_--___-__
-___-_--_-_--_-______-_-__--_----_--__---__-_--__--_---_--___--_--_-___--___
-__---___---_--__-_-_-_-______--_-__---_--____-__-__---_-___-_--_-_--_---_--
-----_---_--_-____---_--_-_--_-___-_--_-_---____---__-__--_-_______---___-__
_-__---_-__-___------_-__-___-_-___---_-____--_-_---------____-_-_-_-_-__-__
___-__-_----__-__--_______---_---___-_-_-_--_---___--_-_---__-_---_---____--
-_-__---__-___----____---_-__--__-_--___--__-_---__-_-_-_---____---___---__-
-------____--__-__---_--_--_-_--_--___-_---__-_--____-___-___-----_____-__-_
_____---_-__-_-_---_-___-__-_-__--_-_--_--_____-_-__---_-_--_----___---__---
_-_-__--__----_-_--------____---_-__-_________-_-_-_-_-___-_-______---------
-_---_---__---_-_-_--_-----_---_--___----__--_--_______-_______-_____---_-__
_-_-_--_____--__-____-_--_-_-____---__-__---_-_-_--___---_-----__-_-_--__---
___--_-___--_-_----_-__--_--__--____--_--_---__-_-_---_-_-___--_-_-_--__-___
___--_-__----__-_-__--_-----_-_--_--_-_-______-___-_---___---__-__--_-_-_-_-
---__-___-_-----_----___-__-_-_-_-_--__-_-_----__-__---_-_-__-___-_-_-_-____
____-__-_-____---------_-________------__-_-__-_--_-__-_-__---_----_____----
__--__---__-----_--____--___--___--_--_-_---__--___--_-__-_-_-___-_-_--_-__-
-_----__-_-__--_-_-__----_-_-__----____--______---_---_-_---___-___-__-__--_
--_-_-_-__-_-__-----__--_-__--____-____------_--_-_-__-_--_-__-_--_____-__--
_---_-----___--_-_-_---_-_--______--___-_____-__----_------_-_-_--____-___-_
--------__-___-_-___--_--_--_--_____-_-___-__-__---_-_--____----_-__--__-_-_
-_____---___-_____-----___---__-____--_--_-___--_---_--_---_-___-_-_-_--_---
___--__-_--____--_-_--__------------__--____-_____-_-____-_-_-___-_--_---_--
_-___--_-_---_-___--__-_______----__-_---_--_---_-_--__-_-__-_-_-_-___---_--
___----_-__--_--____-_---__--__---___-_-_-_---_--_-----_-__-__--_--_-_______
__--______-_--_-----__-----__-___-__-_-----___--__--___-__----____--_-_-_-_-
-_---_-___-___--_-_-__--_--_-_-_--_-___---___-----_----_---____-__-___--____
----_-----_---____---_-___-_______-______-__-_____----__-_-__-_-_-----_-----
________--__---_-----_---____---___-__--___---_-_---__--__-__-----_____--_--
__-_-_--___--____-_-_--_-__-__-____----__-_---___-_--_--_--_--_____---_-----
-_-_-_-_-__--_--__-_____--__----_---_-_-___-_--_-__--_-_-_-_--_--_-_-_-___-_
----___-____----_----_-_--_-_-_-_____-__-_____--__-_-__----_-----__-_-_-_-__
---_-__--_-_-_--__-_--__-_-_--_____---__---_-___-_---___--__-_--_____--_--_-
_______-_--_-_----_-_--_--_----_----_----_-_-----_________-_--__--____-__-__
0012まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/07/11(木) 09:12:54.99ID:???
_-_-_-_--__--_----___--_---_-_---___-_--_-___-_--__--__---_--_-__-__-_-_____
-____-__-___--_--_---____--_-_---__----_--_-_____----__--_--__--_-_--__--___
-____---___--_---______---__-_--_-___-_------__-_--______-_---_-__---___----
-_-_--------___---_____-__-__-_-_-_-___--_----____--_-_-_--_--_____-_---_-__
-__-_-___----_------_-__----___-_____-_---_-_--_-____--__-_____-___--_-_----
____-__-___-__--_----_-___----_----_-_---____--_-__-__----_--______---_--__-
--_----__--___-_-----__---_-_-_--_____-__-__---__-_-_-_-___-__--_-___-__-_--
---_----__-__-_-___---_---_______-_-_-_-___-____--_-__-__-_-_--__----_-_----
-_--_-_-__--___-__--__----_____-_---__-____-__-_---_----_-__---_-_____-_----
_-_-_-----_-_-----_-_---_---__-___--_--______-___-_---__---_-_____-__-__--__
-_---_-____-_-_--_----_-__-_---___-_---_-__-_-__-_-__-_-_-_--__-__---___-_-_
_--____--____-----_--_--_-______----_____--_-----_-___-__--____----____-----
_-_-___-----_-___----___--___--_-__-__-----_--____-__--_-__-_--___-_--_--_-_
___-_____-_-_-_---__-_-__-_----___-_-_-_---_--_--___--_-_---_-___-_---_-_-_-
_-____-__--__----__-___---_--__--__--_--_-_------_---_-__--_-___-__--__-____
__----_--_--_____-_____-_-_--__________--_--_-_--__---__---__--__---_-------
----_-_--__-__-___-______---__------_-__-_----___-______---_-_-_--_--_-__--_
-__--_______--_-__---___--__---_--__-_-__-_--_---_-_-_-__--____----_--__-_--
-_-__-______----__-_--____---_----_______-_-___-_---------_----__-___-_--__-
-_-_---__-_-___-_-_____-_-__-___-_____---_--__------__--__-_---_-----__---__
_--___---_-__--_-___--_--_--_-___----___--___-_-__---_--_-_____-_----_---___
_____--___--__-___-__--__----_-_---___-_-___-_-__-_--_----__-_--__-__-------
-__--__-_-_-----_--_--__--__-_______----_--___-______-__----_-__-_-___------
-__-_-___--_--_----__-___--_---___-_------_-_---_____-_-_---_-___---__-_____
--_-___--_--_-_--____-___-__-_--____-__-----_-__-_--____---_--__-_----_-__--
---_-_-____--__--___-_-_---_-_________-__--_-_---____--_--_-_----__-_-_-----
----__---__--_--_-___-__-__-______--___--__--__-_-__----_----_-_--_--___-__-
--_-__-----_-__--_-_-_-_-_--_----__-______-__--____-_----_-_--___--__-_-_-__
---__----_-_-_____--__--_-__----__-_-_-___--__-----___-_------_-_____-___-__
_--_____--_______-----_----------__--_____-___--___-----_--_____--__--_---__
_--___---_---______-_-__----__--_--_-------__-_-____---_______--_--____----_
-__--____--_-_-___--______-----__-_-----_--____-----__-___-_-__-_-__--__----
_----_------_______--_--__-____-----_-_-_----_-__-_-____-__--__-___-_-_---__
--_____---_-_-_-----__-_---___-____-_-_-_-_-__-_-------____-__--_-_--_-_-___
________----_-_-_--_--___-_-_-__-_-__-____-_-_---__-_-_-----_--__--_-_-_----
-_-_--_--____--_-_-__-__--_-___--_--_-----___--____---_--__------____-___-__
-_---____-___-__--_---__-_--_---_--_-___-------_-____--_-____--__-_--_-__-__
_---____-____-__--_-----_-_-__--_----_--_-_-___----___---_______-____---_---
----_-_--_--_---____--_-_-_-_-___-_--__--______-_--___--_-__-__-____----_---
_-_--_--_-___-_-____-_-----_------_-__-___-_______-_--__-__---____-_------_-
-__--_-__-_----____----______--___--___---__--_-_-____--__--_--_-__--_---_--
--_-______--_-__-__---___-_-_--_-____-_-_-_--_----_----_------__--___-___-__
------___---_-_---_____----_____--_-__--___---___-_---_---__-____-__-__--_-_
-_--_-_-_-_-_-___-_-_-----_-__-_--_-_-____-___---__----____--_---__---_-____
_--_-_--__-_-_-_-___--------__-__-___-_-__---_-___-__--_-_-----___---_-_____
-__-__-----_-__----_---______------___----__-_-_-____---__-_-__--_-___-__-__
_-_---___-____-___--___--__---__---_-----______--_-_--_-___---_--_-_-__---_-
_--___--_-_-_-__----_______-____-__----_----___--_-----__-----___--___-__--_
_______-------___---__-_-___-_____-___-_-_---_____-_-----_----__-_------_-_-
-___-____-_-_------____-__--_____-_--__-___-__--___--_-_--_----__-_-----_---
0013まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/07/25(木) 09:18:19.24ID:???
_-____-_-_--_--_--_--__---_-____-_____--_----___-_-_--__-__---__-____-------
------_---___-_____-__----_--____-_--__-__-_-_-_-___-_--_-_-__--_-____--_---
-_----__--_-__-_--__-_-_--_-__--______----_---____-____-__----_--__---___-_-
-----_---_-_--_-__--__-__--_-__---__-_---_---_-__--____---_______-_-_-___-__
-_-__-_----__--__---_-__--__-___-----___-____--__--_-_--___-__-_----_-__-_-_
---___--_------__-_-_-_---_-_-_----___-__-___-____-----___--_--____---______
_-___----------__-___-___---_-_----_---___--__-__-_-_-_____-__-_____---_---_
-_-_-__-__-_-__--_----_--_____-_--__-_-_--_---_--_----_-__-___-__---_-____-_
_---__----___-_----____----____-_-__----___--_---_--_--_-__---_____-_-__-___
-_---__-_--____-___-_____--_-_-----_-_-___-__--_----__-_---_______--_--_----
_-__----__-__---_-_-___-----__-__--_-______---__-___--__----___-___--_---_--
--___-____---__--_--___-____--__----__-____-_----___--_--_-___----_--_-_-_--
__-_-----_--___---_-__-_____----__-_--_-_-__--_--_-_-_-_-_-_-__-_-_--_-_-___
_---_--__--_---_-____---_-_____--_-_____--_-_-_-_-_---__--_-__-_-_-_--_--__-
_____--_--__-_---____----_-_---____-_-_______-_-----___-_-_----___---_--_---
____---__-_-__---_-____-_-__-_-_--__-__-____-_-_-___----_---_--_--_--_--_---
---__-__--__-____-_---___-----_-___------_--_-__-_-___-_--_-___--__--__-_-__
---___----_-__----_-___-__-_--__--_-__-_____--__---_-----_-___-_-___-_--__-_
--_-____-____-_-_--_-_--___-_-__-----_--_-_-__---_--_--__---_-_---_______--_
--_-_____--___--_----________-_--_--_-___---__--_-__-----__-_-__---__-__----
__---_---______-_-_--_-__-____------_-__--__-__-__-__-__-___----__---_----_-
_-__-_-_-_--_---____-___------_--__-----__-__--__--____-___-_--_---_--__-___
_-_-_-_---__--___----_-_--_-_-__-----__----__--___--_-_---__-_____-__-__-___
_----_--__-_-__-_-_--__----__-_-__---_--_-___---____-_-__-_-____-__-__---_--
--_-__-__-_------_---_-___-_-______-_---_---____--___----__-_---_---_____-__
----__-__--_--__---____-___--_-----_-__---__-_-___--_--__--___--_---___-____
-----------____----_-_----____--_--_-_______-_-_-___-_-__--___----__-__-____
_---____--_---_-_--__-_-__--_--_--__-_-__--_-_____-----___-_-_----_--____-__
__--______--_-_--___-_---____-__---__-_-__----_---_-___--__----___--__---_--
--__-_-_-_-___-___-___-__--_--_-____-___-__---__----_-----__-__-_---__-_----
__-_--_-__---_-_-_--_-_______----_----_________-_----__---_-_-__----__--_-_-
---___--_-_--__-___-_---__----__--_--_-__----_____-__-_-_-_-_-_-__-----_____
_-___--___--_-__-__-___-_-_-----_-__-__-__------_-___-__--_-_---_-__-_-_---_
__---_---_--_-_-_----__-_-_---_-_-_-_---_-____--_________-__-__-_-----_--___
--___-_----_____-__--_-__-_-_--___--_--_---__-_-____-_--_----_____-___------
_-_-__-_--__-___--___---___---------_-_--_--__-_--___--_____--____-__----_-_
__-_----__---___-_____-_-_---_--__--_--__-_--__-_-_-_-__--_---___--_-___-_--
___-_--__-_-___-__---__-___-___---__-_--_-------_-_---_--__-___--__-_-__-_--
----_--_--_____-__-__--__-_-__---_---_-_--__-__----____-__-__--_-_--____---_
___---___---_-_----__-___--_---______-_------__-_--________--__----_--_---__
_-_-_-_-_--_______-__--_---_-___--_--___-__-_------_-_____--__----__--__----
--__--_--_----_----_--_____--_-__-_-_-__--__-__________---_____--_-_-----_--
____----_-__-____-__-_____--_--_----_____--_-----------_-_-__-__-______-----
-___----___-_-_-__-_-_-_--------__-_____-_-___-____--___-__---_--___---_----
--_---___---__-__--______-___-_-_--_-__--_-_-_--____-_-_-_-_-----___---__---
_--_-_--_-_-_--___---_-_--__-___-----__-_-----_-___-_-_-_____--_--_--___-___
-----__-__-_-___--_--__-_-_-__-__--_-__-_--_-_-_-_-__-_____-----__--__---__-
--_-_---______-_______-_-__-_-___-_-__-_____-_-----_--__--_------_--__------
_-_--_----_-_------__---_-_-_-_______-_--___-_-_---_-_------__-____--_______
--__-_-__--_-__-_--__-__--------_____-__----_--___-_-___-____-_--__--_-_-_--
0014まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/08/08(木) 09:21:53.34ID:???
--------__----_--_-_--_-__--__-__--__-__--___-__-__-______--__-_-___----_-__
--___--_-_-_-_-__---___----__-_--_---__-__-__--__--_---_-_--__-_-_-__-___-__
-__-_--_--_---_-_--___--_-_----__-_---_--___-____-____----_-___-___-_-_--_-_
-_-_---__--_-_-___-_--_-___-___-____-___---__-_-----___--_-_-_--_-_-_--_-_--
_________-_-_-_-______--_-_-----_--_---_-_-_-__-----___-_--_-___-___--------
_--__--__--__----_-__-__--__-----__-_-__--_-----_---_-__-___--_____-__-___-_
-_---_---_---__-_-____-__--_--_-_-__-_---__-_-_--_-__----_---____-_______--_
_--__-___----___-_-_--_---_--____-___-_--__-_-__-____--__---_--_-_-----_-_-_
_--_-----___-_---_____-_-_---_--_-_--__-__-_-__--_---_____---_--_-___--_-___
___---_____---__---_------_--____--__-__-_--__---__---_--____-_--_-_-___--__
_---__-_--_-_____--_-_-______--__-------___-__-_-__-_--_____-_--_---_--_----
--_----_---__-_---_-_-_-__-___-________----__-______----_-_--_-___----__--_-
___-_-_--__-__----_-____-_-_-_-_-_--___--------_-_-__---_-----___-__-_____-_
-__-_-_--_----_____---____-_--____-_---_----_-__-______-__--__---_---_-_---_
--__-______-_-_----___----_---__-_---_-___----__--__----__-_--_--___-____-__
---_----__--____--__--___-_---_--___-_-_-_-_--__---__--_-___---_-__-__-__-__
___------_--__---__--_--_--________---_-__--_----_--_-___-__-____--__--_-_-_
__-___-_-_--__-_-_-_---_------_____-__---_____-___-__--_-_-_-_--_-_---_-_---
___---__-____-__---____-__--__-__------___-_---____--_---_-___-_-----__-_---
-_--_----_--_-_-___-____---__-___-_-____-_-_--_-__-_______----_----_--_-_---
_-_-___--__-____--------_--__-____-_-__-____--_---__-_-----_----____-__---__
-__--__----__-_-_-__-_-_--_---_-____--_--_--____----_____-_--_---_-__-_--___
--_---______--_----_-__-____--_-__-___--__--_--_-_-_--_-_-__-__-__-_-----__-
_----__-_-___-_--___---_----____-----_-_-_--_---____--__-_--__-_-____-_-__-_
__--_--__-_--___-_-_---_--_-----______-___-__-_-_---_-_----______-__--_-_---
--_-____----________---_-_----__---_-__-_-__-__-_-_-_---__------_-___--____-
__-__--_---_--_--____---_______-__-__---___---___---_-_-___---_____---------
---__-__-_-__-_-____--_-_____-_--__-_-__--_-_---__-__---_-_---_-_--_-___----
_--_-_-----_____-----____----_-_-______-_-___-_-___--_---__--_-_-_----_--___
--__-___-_--_-___-__-___--_-__-____--_--_----_--_--___--_--_---__---__-_--__
---------____--_--_---_--_----______--_-____-_____---__-_--___-__--_-____-_-
--___-__-----_____----_--_---__-___-___----__----_-_---_--__-----___________
___-_-_-__-_----__-_----___----__------_-_--____-----_--_______-_--_-___-___
_-_--___-___-_-__-__--__----_--_-_-___--_-____--_---___-___--_------__---__-
--___---___---_---_-----___-_-___-_---_-_-_-__---_-__-_-_____--__--__-___--_
-_--___---_-___-__--__--_-__--____-_-_-__----------_--__--_--___----________
__-_-_-__-_-----____----_______-___-_---_-_--_-_______-_--___--_---------_--
_-_---_-__--__-_-___---_--_--_---___-_-_-____----_-_-____-___-____--_--_----
-------__-__--___-_____----_---___---__-_----_-______--_-_-_--__--__-_--____
_----_--____----_--__--__-___-_______--_--_____-------__--_-_-_____---_--_--
-__-_-__--_--_-_____-___-_--___-__--_-__-_-----_-_--__-__-_-__-__-_------_--
-__-_-__---_-____---_---_-_-__-_-__--__--__-__----_--__-__-_-_-_-____-__----
---__--_-__---_____-_-_--___-___-__--__--___-____-_---__-_-------__----_-__-
_-__-__--__--------___-_---___-___-----_-_-_-__-____-__---____-_-__----_--__
__-------_--___---__-__-_-_--_-_-_-_-______---__---___--_-__-_--__--_--_-___
______-__-____-_-__-_-_---_-__------_-____------_---____--__--_-_-__-_--_---
-_---_-_____----_--_______---_-__--___-------_---_-_---__-_--___-__---______
--_--__---__-___-__-_---_---_-----_______----___-_-_-_-____-----___-__--__-_
_-_______--____---_--___--____-___-___-__----_--__--__--__------_--_-----_--
-_-_-__--_-_-____-_---__----__--_-_-____-_-_---__----__--_-____--_-----_____
0015まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/09/05(木) 09:16:07.33ID:???
-~-~-~~~---~-~~-~---~~---~-~~~------~---~~~-~-~--~-~~~--~~~-~~~---~-~--~~~~~
~~---~~-~--~~---~------~~~~-~~~--~--~~-~~-~-~~~~~-~~~-~-~~~-~--~~~-----~----
---~--~~-~~~-~~-~~~~---~~~-~--~~-~------~~--~~-~---~~----~--~--~~--~-~~~~~~~
-~~----~~~-~-~--~~~~-~~-------~-~~~-~~--~-~~~--~~-~~-~-----~~~---~~~~~~--~--
-~~~---~-~~---~~----~-~~--~~-~~-~~-~-~~-~--~~~-~-~-~~~~~-~----~-~----~-~--~~
---~-~~~~-~---~~--~~--~--~---~-~~-~--~-~~--~---~-~~~~~---~~~~~~~~------~~~-~
~~---~--------~~-~-~~~~~~~---~-~~-----~~-~-~~~~----~~-~~~---~~--~--~~-~-~~~~
~~-~--~-~--~~--~~----~-~~-~-~--~~~~---~~~--~-~--~-~--~~-~-~--~~--~--~-~-~~~~
~-~~~--~-~~--~----~~-~~-~---~-~--~~~-~-~~~~-~~---~---~~---~-~~~~-----~-~-~~~
~-~~---~-~--~~--~~-~--~-~-~~~~-~~~-~---~-~--~~~-~-~~~~~~--~~~~------~~------
--~~--~-~-~--~-~~-~~--~---~~~-~-~~~---~----~~~-~~~~---~----~-~-~-~-~~-~~~~-~
~-~~~~~~-~~-~-----~~--~~~-~~~~--~--~-~~~-~--~-----~~---~~~--~--~~-~--~~~----
~~~-~-~~~-~--~-~~~-~~-~----~~~-~~~-~-~-~~~----~~----~----~--~--~~~~~-~~-----
-~--~~~~~-~-~-~--~~~---~---~~~~---~------~---~~-~-~~--~~~-~~-~-~~----~~-~~~~
-~--~-~~-~--~~-~---~-~~~~~~~~~~---~--~-~-~---~-~~~-~--~~~-~~--~--~----~-~~--
--~~~~---~~-~~~~~~---~~~~-~-------~~~~-~~--~---~-~~-~--~~~-~-~------~--~~~~-
~~---~---~~-~-~~~-~~-~-~~~~------~----~~-~~-~-~~~-~~---~~--~~-~~-~--~~--~~--
~-~~-~~~-~-~---~~-~~~~~------~~--~~~~---~--~~~~-~~~~----~~-~----~--~~-~--~--
--~~---~----~----~-~-~~~----~~~~~--~-~~~-~~--~~~-~---~-~--~-~~~~~-~--~--~~~~
~-----------~--~~~---~~~-~~~~---~~~~-~--~~-~-~~~--~~~---~--~~-~-~~~--~~~-~-~
------~~~---~~~~~~--~--~~~--~----~-~-~-~-~-----~~~---~~--~~~~--~~~--~~~~~~-~
-~~----~--~-~-~-~~~~~-~~--~-~-~~--~--~~---~--~-~~-~~-~---~~~--~-~~----~-~~~~
--~~----~~-~-~~-~----~~~~--~-~-~~~~~----~--~---~-~~-----~~~~~-~~~-~---~~~-~~
-----~~~~~~~--~~---~-~~~~~~--~~--~~~~--~~~--~~~---~--~~---~-~-~---~---~--~~-
----~~~--~-~~-~~~~----~~~~~--~-~~--~~-~-------~--~--~-~-~~--~~--~-~~~--~~~~~
~--~--~~-~-~--------~--~-~~~~--~~-~---~--~----~-~~~~-~~~~-~~-~~~--~--~~-~~~~
-~--~--------~~-~~-~-~~-~--~--~--~~~--~~-~~---~~-~~-~--~-~~~~~~~--~~--~~--~~
---~---~--~~~~~~~---~~~~--~--~~~~~~-------~~-~~-~-~~~-~~~-~-~~---~~-~~------
-~--~~-----~-~~-~--~--~-~~--~--~-~-~-~~~~---~~-~-~~---~~--~~~~~-~~---~~-~~-~
----~-~~-~~-~-~--~---~~~-~~~---~~--~~-~---~-~~--~---~~~~-~--~-~~~~~-~~--~--~
--~~~----~---~~-~~-~-~-~---~~-~~-~-~~~~~---~-~~-~~~~---~~-~--~---~~-~~---~~-
~--~~---~-~--~-~----~----~~--~-~~~-----~-~----~~~-~~~-~~-~~~~~~-~-~-~--~~~~~
~~~~~~-~-~~-~~~-~-----~---~-~--~--~~~-~~~~--~--~~-~-~-~~-~-~--~~~-~------~--
~-~--~--~~~-~~~~~--~~~-~-~~-~--~~-~--~-~~-~---~~--~---~-~-~----~-~-~-~~~--~-
--~---~-~~----~~--~~-~~~-----~------~~~~~~~--~-~~~--~-~----~~~~~~-~~~~-~--~~
~~~~~--~~--~--~-~~--~--~~------~-~~----~~~~-~~---~-~~~--~~~-~~-~~~~-~---~---
~-~~~--~~~~-~----~~--~--~-~~~--~-~-~-----~--~----~-~---~-~~~~~~~~---~~-~~-~~
-------~~~~--~~-~~~~-~-~~~~---~~~----~-~-~-~-~-~----~-------~-~~~--~~~~~~~~~
~~~-~--~--~---~~--~-~--~----~-~~--~-~~-~~---~~-~--~~--~~-~~-~~--~~~---~~-~~~
~~-~~-~--~--~~--~~~--~---~~~~~---~-~----~~~~-~-~~~~-~-~~-~---~~~----~~---~--
~----------~---~~~~~~~~~~~~-----~~---~-~~~-~-~~--~-~--~--~~-~~--~-~~-~--~~~~
~---~---~~~~---~~---~~-~~-~----~~~-~-~~~-~---~~--~~-~~~~-~-------~-~~~~~--~~
---~~--~~~----~-----~-~--~~---~~--~--~~~~~-~--~-~~-~-~~---~~~--~~~~-~~~-~~~-
-~~~~-~~-~~--~----~-~-~~-~--~-~-~~---~~~~~-~~-~~-~-~~~-~--~---~-~---~--~--~-
~~-~--~--~-~~~~-~~~---~~~-~~~~--~--~-~~~--~-~~-~~--~---~-~~--~-~-~~-~-------
~~~~~--~~--~-~-~~-~-~~-~~~-~~-~~~-~~----~-~~-~-~-~-~---~~------~~---~~-~----
~~~~-~~-~~-~~~-~~---~-~-~~---~-----~-~~~-~~-----~---~--~~~---~--~--~-~~-~~~~
~~-~~~--~~~~~~~-~~~~-~-~----~-~-~--~~~~-~--~------~-~-~~--~--~--~~--~--~~---
~~~--~---~~---~-~-~~~~----~----~~~-~~~~--~~--~--------~-~~~~~--~--~-~~~~~-~~
-~---~~~-~-~---~~--~~----~~~-~~-~---~~~~~~--~~~~~---~---~-~~--~-~-~-~~~---~-
0016まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/09/19(木) 09:09:50.00ID:???
--~~-~-~-~~-~~~-~-~~~-~~-~~--~~~~~--~--~~~----~~~-~-~~~~----~-~-~---~-------
-~~-~-~--~~~--~--~~~--~~~-~~~~~-~~--~~-~~~-~--~------~------~~~-~-~~~~----~-
-~-~-----~~~--~-~-----~---~-~~~~-~~---~~-~~-~---~-~~-~~-~-~~--~~~~--~~~~~--~
~-~--~~-~-~~-~~~--~~~~-~~-~---~-~--~---~~------~--~~~---~----~~~-~~~~--~-~~~
~-----~-~~~~~~-~-~---~~~~~~~-~--~-~~~-~~-~~-~----~-~-~--~------~~--~~~-~-~--
~~-~~--~~~~~---~~~-~~~-----~--~~----~---~-~----~~~-~~~~~~-~~~---~~-~~--~----
~---~-~--~~-~~~-~----~~-~~-~~~~-~-~--------~~~~-~~-~--~---~~~~--~---~~~~~--~
-~---~~~~~--~-~~--~~~-~--~--~--~--~~~---~~-~~-~~--~~-~-~-~~----~-~-~~--~--~~
-~-~--~---~-~-~--~-~~~~----~~~~-~~-~-~--~~--~~~~~---~--~~-~~--~--~~-----~~~~
---~~~--~-~~---~~~~-~--~---~~-~~~~~~--~--~-~-~--~--~-~~-----~-~--~~--~~~~-~~
~--~--~-~~-~~-~~~~-~~--~--~~-~~~~~~~--~~~-------~-~--~-~----~---~-~~~~~--~--
-~-~~-~---~~--~~~~~-~~--~~~---~~~-~----~~----~~-~-~-~~~~~~~---~-----~-~~--~-
-------~~~~~~~~~~~-~---~-~~-~-~~~~---~-~~---~-~~---~~-~----~~~-~-~~~~--~----
--~~--~-~~---~-~-~~~---~-~~-~~-~--~~--~~-~~~~~--~--~-~-~~-~~-~-~-----~-~~-~-
----~--~~-~~~-~~-~~~~-~~~--~~~-~~----~~-~-~~~~--~--------~-~-------~~~-~~~~~
~--~-~~~~~--~-~~-----~~-~~~~--~~~-~-~-~-~-~~-~-----~-----~~--~-~-~-~~---~~~~
--~~---~~~-~---~-~~~-~-~~--~~-~---~~~-~~---~~~~-~-~~~--~~--~~~--~-~---~~----
~-~-----~-~-~---~---~~~-~-~-~~--~---~----~-~~~~~~~~~--~--~-----~--~~~~~~~~~~
---~~---~-~~-----~~~-~-~~~--~-~-~---~-~~--~-~--~~~~-~~~--~~-~~-~-~---~~~~--~
~-~-~-~-~-----~--~--~-~-~~~~---~~~~~---~---~~-~~--~~~~---~~-~-~~~-~-~~---~~-
-~-~---~-~~~~~~-~-~-~-~~---~~~~-~--~~---~-~-~~-~--~-~-~-~-~~----~~--~-~~-~--
~~--~~-~~----~~~~~-~~--~~--~~~~-~~~~-~~-----~-~--~-----~~~--~~~~-~---~----~-
--~-~--~-~--~~~~--~-~-~---~--~-~~~--~~--~~~--~~~~-~~-~--------~~~~~~--~~~--~
~~-~-~-~--~--~~-~~----~-~----~-~~~---~-~-~-~-~~------~-~~-~-~~~~~~-~~-~~-~-~
-----~~----~-~--~---~------~--~--~~~--~-~~-~~-~~--~--~~~-~~-~~~~-~~~~~~-~~~~
~~~--~--~-~~~~---~~-~~-~--~-~-~~~~--~-~~-~-~-~--~-~~~-~~-~-~----~--~------~~
-~~-~-~-~~~-~------~-~-~~~~-~~-----~~~-~-----~--~-~~----~~-~~-~~~----~~~~~~~
--~~~----~~-~~~--~~~~--~-~~~-~~---~~~~~~~----~~~-~--~~-~~------~~--~~---~---
~~~-~~~~-~~~--~~~--~~-~~-~~-~--~--~-~~~--~~-~~~-~~--~~-~------~---~-~-------
--~~-~--~~~-~~~-~-~~~--~-~~----~-~-----~-~-~~-~~~-~-~-~-~---~~~~~---~-~~--~-
~~-~~-----~------~~----~-~--~~-~~~~~~~--~~~-~~-~~~-~~-~--~----~~~~~-~~~-----
~---~-~~-~-~~--~~--~--~~---~-~~~~---~~-~-~~--~~~--~~~----~-~-~--~-~-~~--~~~-
~~~--~-~-~---~--~--~---~-~---~-~~~-~-~-~-~~~~~~-~~--~-~-~~-~-~-~~-~-~---~--~
-~-~--~--~--~---~-~-~~---~~-----~~--~---~-~~-~~~~~~~---~-~~---~~~~~--~~~~-~~
-~~-~--~~-~-~-~~~-~-~~-~-~-~---~--~-~-~-~--~--~~------~~~~-~~--~~-~--~~-~-~~
----~~~~~-~-~~-~-~--~~~-~-~-~--~~-~-~-~~-~-~~~-~-----~~~~~-~~~--~----~--~---
~-------~~---~~~-~--~--~~~~-~~----~~-~~--~---~-~--~-~-~---~~~~~~-~-~~~-~~-~~
~--~-~~~~~---~--~~~----~~-~-~-~~~--~-~~---~~-~~~---~-~-~~-----~-~--~~~-~--~~
-~-~~~~~~-~~--~~--~~~~~~~--~~~-~~-~--~-~~~--~~~-~--~---~~~---------~----~---
~--~~-~-----~~~~-~-~~-~~~--~~~---~-~--~~~~--~~-~-~~~--~~----~~~-~-------~-~~
-~~--~~~-~~-~~--~-~-~~------~--~~-~--~~-~~~~-~-~~~~-------~-~-~~-~~~~---~-~-
-~~-----~-~--~~~--~---~~~~~~~--~~~-~-~~~-~~----~-~~-~-~----~~--~~~~~----~~--
----~~--~~-~~~~----~~-~-----~~~-~-~~-~~-~~~--~-~-~-~-~--~~~--~--~--~~-~~--~~
~--~-~-~--~----~~~~~~~--~~-~--~~--~~--~-~-~~~--~~~--~-~---~~~----~-~-~~-~~--
~~----~~--~~-~--~-~------~~~-~-~~-~~-~-~~~----~---~--~~-~~~~--~---~~-~-~~~~~
-~-~~~----~~~~-~-~--~---~-------~~~~--~-~--~~-~~~---~-~~~--~---~~~~-~-~~~~-~
-~~~~-~~~~--~--~-~-~~~--~~--~--~-~--~----~~-~---~~--~~~-~-~-~-~---~~~--~~-~-
-~--~~~--~-~~~~-~-~---~-~~~~-~~~~--~-----~~~-~--~~--~-----~~--~~~-~~--~~--~-
-~---~~~~~~~-----~-~~~~~-~~~~-~-~~~~~-~~~-~------~---~----~~~~~---~-~-----~-
~~-----~-~-~~----~~-~~-~~~~-~-~~~-~-~--~~~----~------~~--~-~~-----~~~~~~-~~~
0017まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/10/10(木) 09:11:59.90ID:???
---~-~-~~~~-~-~~-~~~~---~~--~~~~-~-~-~~~--~-~~----~----~--~-~--~-~--~~~-~-~-
~--~---------~--~~~~-~~~---~-~~---~~--~~~~~~-~-~--~--~-~-~-~~--~~--~-~-~~~~~
~~-~~-~~~~--~-~-~-~~-------~-~~~~~~~-~-~------~--~--~-~~--~-~---~-~~~-~~--~~
--~~---~~~~---~-~~--~-~----~--~---~-----~-~-~~~-~~~----~~~--~~~~~-~~~-~~~-~~
~-~~~~~-~-~~~~-~-~-~~---~-~---~~-----~~~-~~-----~~~-~~---~---~~---~~---~~~~-
-~~~~~~--~--~~~~~-~--~--~-~-~---~~----~-~~~~~-~-~~-~------~-~--~~--~-~-~~~--
---~~-~~~-~~--~~~--~~~-~-~-~-~----~~~--~~~--~---~-~-~-~~~--~-~~--~---~-~~~--
-~~~-----~~-----~~-----~-~-~-~~~-~-~-~~-~~-~~-~~--~-~~-~~---~~~-~---~-~~-~~~
~~~~~--~--~~~~---~--~-~-~-~~~-~--~-~-~~~~-~-~-~----~-~-~~-~~-~-~---~---~~---
~-~-~~~~--~--~------~~~~~-~~~-~~--~~-~-~--~~----~~~~~-~~------~-~-~~-~---~~-
~~~~~-~~~--~~~~~~---~-~-~--~~~--~---~--------~-~-~----~~~~----~-~~~--~~-~-~~
-~~---------~-----~~-~-~--~-~-~-~-~----~~~~~~-~-~~-~~~----~-~~~~~--~~~-~~~~~
~~-~~~-~~~~--~---~~-~-~--~-~-~-~~~~--~--~--------~~~---~--~-~~~-~-~~~----~~~
-~~~-----~-~-~~----~~-~~----~--~~~~~~~-~--~-~~-~-~~--~----~-~~--~~~~~-~~--~-
~~--~----~~~-~~~----~~--------~~--~~~~--~~--~~----~~~~~--~~~-~-~~-~-~-~~-~~-
~-~---~--~~~~--~--~------~~-~-~--~~---~-~-~-~~~~~-~-----~-~-~--~~~~~-~-~~~~~
~-~~~~-~~~~~~-~---~---~~-~---~~-~-~-~---~~---~~~~~----~--~-~----~~--~~~-~--~
-~--~---~~~-~~~~-~~--~-~--~~--~---~--~-~---~---~---~~-~~-~-~~---~~~-~~~-~~~~
~---~~~--~~-~~~--~~~~---~~--~~-~~-~------~-~-~~~~-~~-~~~-~~~-------~--~--~~-
----~-----~-~~~-~--~~~~~-~----~~--~~---~-~-~~~~~~-~--~---~~~~~~--~-~-~~~--~-
--~-~-~--------~-~~-~~~~~-~-~~~~~---~-~-~--~~---~-~~~~--------~~~~-~~~-~-~~~
~~~~~~~~~--~-~-~~~--~--~-~--~~---~-~---~~---~~-~---~~----~~-~~~-~--~~--~--~-
-----~----~~~--~-~~~~~~-~~--~--~--~~~~-~~-~~---~--~~~~~-~--~--~~-~---~~--~-~
-~-~--~~~-~-~-~-~---~~-~--~~~-~-~--~-~--------~-~~-~~-~~---~~-~~~-~~~--~-~~~
~--~~~~~~~----~~-~~--~--~~~-~-~-~~~~-~-~--~~-~~~~~---------~---~-~~~----~~--
~----~~-~~-~--~~~~~-~~---~-~-~-~-~~---------~~~-~-~~~-~~--~~--~----~~~~--~~~
~-~~-~~--~-~~~~----~--~-----~-~~-~-~~~-~-~~~--~~~--~~~----~-~-~~---~-~---~~~
~-~---~~~~---~~----~~~~~~-~~--~~-~--~~~-~--~-~~-~-~----~--~~-~-~~--~-~---~-~
----~-~-~-----~~-~-~-~~~--~--~-~-~--~-~-~~~~-~--~~-~-~~~~~~~---~-~~~~-~-~---
~--~--~~~---~--~~-~~--~~----~~~-~-~---~-~~-~~~----~~~~-~~---~~--~~~~---~-~~-
----~~--~----~~--~-~~-~~--~----~--~---~~~~~--~~-~-~~-~~~~-~~---~~~~~-~--~-~~
~-~-~~~-~-----~~-~~-~~~~----~------~-~~-~-~~-~~~~-~~~~~~~---~~~-~---~-~-----
----~-~~~~-~~~-~~--~---~~~~~~-~-~~-~----~~~~~~---~-~~~---~-----~-~--~~~~----
-~-~-~~~-~~--~-------~~~~-~-~--~-~-----~-~~-~-~-~-~-~~-~~~-~-~-~-~--~~~~--~~
~--~~~--~~~~~~-~~--~~~------~-~--~-~~~~~~~~~------~~-~-~~----~-~--~~-~~-----
~~~~~--~-~~~-~--~~---~--~~--~-~~~~---~~-~~~~~~~--~-~--~------~~-~~------~-~-
-~~-----~~-~-~~--~~~-~-----~-~~---~-~~----~---~~~-~~-~--~--~~--~-~~~~~-~~~~~
-~-~------~~~~-~--~-~~~---~~~~~-~-~~-~~-----~~~~~-~~~--~~~~---~-~-~--~-~----
-~---~~~~~--~~-~~~~~-~~~-~~-~-~~~~--~~--~--~---~-----~-~--~~~-----~~~~~-----
~~-~--~-~---~~--~~~~~--~~~--~~~-----~~------~~~~~-~~-~--~-~---~---~~~~~~-~--
---~~~---~~~~~~-~-~-~--~~~~~--~----~~~~--~-----~--~--~~-~-~~-~---~~-~---~~~~
--~-~--~------~~~--~-~-~--~-~-~~--~~~~-~-~~~--~--~-~-~~~~~--~-~-~-~~---~~~-~
~--~-~~~~-~~--~~--~~--~-~~--~--~~~--~~--~~~~---~-~-~---~--~--~---~~~-~~~~---
~~~----~-~~--~~-~------~~~~~-~~--~~---~-~--~~---~~~-~-~~-~-~---~-~~~-~-~~--~
~~~~~~-------~~---~~---~~~-~~~-~~~~~~~--~--~-~--~~------~~-~------~~~--~~-~~
--~--~-~~-~-~---~-~~-~~~~---~-~~-~--~----~~~~~~~-~---~-~~~-~-----~~~-~---~~~
~~-----~~~~--~---~~-~~-~~~-~~~~~---~----~----~~~~-~~----~~---~~----~~--~~~~~
~-~~~-~-----~~~----~~~-~~-~-~~~---~~~~-~-------~~~~~~-~--~~-~----~~~~---~~--
~---~~-~-~-~-~-~--~-~--~~~--~~~---~~~-~~-~~-~-~--~~~~~~~---~~--~~-~----~----
---~~~-~-~--~~~~-~~~~-~-~~--~~-~~-~-~-~~~-~~~~--~~----~~~--------~--~~----~-
■ このスレッドは過去ログ倉庫に格納されています

ニューススポーツなんでも実況