X



トップページPCサロン
45コメント177KB
俺の自作pcの故障箇所を特定してくれ [無断転載禁止]©2ch.net
0002まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/31(日) 03:35:49.45ID:???
起動しようとするとビープ音がなり続けて、電源が落ちる。また勝手に起動してビープ音が鳴り続けるんだ。ビープ音のエラー的には「電源供給の不具合」らしいのだが…
0003まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/31(日) 03:41:37.85ID:AEM7a78u
試して分かったこと
・マザボの固定ネジが足りなくて、若干たわみがあり、ネジを付け替えると電源が入ることがある
・マザボのボタン電池を抜いてケーブルも抜いて放置から起動することがある
・電源の24ピンの部分を触っている間だけ(ごく稀に)電源が入って手を離すと電源が落ちる

電源変えたら直るかなぁ
0004まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/07/31(日) 10:15:11.98ID:???
_--_-_-_--_--_--_-_-__--_-____-----__-_--___----_-__-___-___-_---_-_-____
--__-_---___-_---______---_--___-__-_------_---_-__-__---___---_-_____-__
--_------____-__----_-__--__----_--___--___--___-__----___-___--_-_____-_
__-_-_--__-_--_-_--_-_-__-_______---__-____-_-__---__--_-__-_-_-----_----
-_------_---____--____-_--_-__-__-_---__-_-______--_--__--___---__-_-_-_-
--__-_-_____---____--_-_----___-_-__--__-___--__--_-_--__-__-__---_----_-
__-___------_--_--__-_-_-__-__--____--_--___--____-_----___--___-_--_--_-
--__-__-__-_--__-_______-___-____--_------_---------___---_-__-___--___--
-_-___--__-_-______-__-__-___--_---_--_--_-__-______----_------___-_-----
-__---__-_--_______---_----_____________-----_-__---_--_----___-___------
---_-___-_-_____-__-____----___-____-__-_---_---_--_-__---_-_--___-----_-
_-__---___---_--__--__--__-__-_-_--__-_-_-__-_--_--_--______-_---____----
---_-_-__--__-----___--_-__-________-_-----___-_--____----__--__-_--___--
-____---_-___------_-_--_--__-_-____--___-_-___-_---____-_--__-__-_-_----
_----_---------____-_-_---__-_--______--_-___-_---___--___--_____--__--__
______-_--_--___-___-__---------__--__-__-_-_----_-_-_----_-_-__-______--
_-_---___-----_---___-_---___--_-_--_----____--______-__---___--_-__-_-__
-__-_-__-___-_____--__-__----______--_-_--__---------_-____---_-__--_-_--
_-___-___------_-__--___-_-_-_------_-__----_---______--______-_-___----_
-___---__--__-_--____--___----_-_-_---___-___---_-_--__--___-__---_-__--_
____---___-_-__--_--___--_-_--__-------_-_____-______--_-_-_-----__----__
---_-_-_-_-___-__-_---__-__-_-__-_-_-_____-_-_--__---_---_____--_-----__-
-__-_--______--_________-__--_--_____--_--__-__-------___--------_-__----
--____--___-_-_-_---_-_-__---_-__------_-_-__--_____-__--___-_--___-_--_-
___-_-_____---___-__--_-----_-_---__-_-_--_--_-__--_---__----_--_-_______
_--_-___-__-_--__--____----__-------___---_____----_---_-__--___--_-_____
0007まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/08/21(日) 19:25:27.51ID:???
____----_-----_-_-___--_--__-_-___-----__-__---___-_-__--___-_--__-_----____
__---_-_-__-_-__----_----______---_-_--__-___--_-_-_--__----__-___---_-_-___
-__-__-__--_-----____--_--__--_--_--_-_-_---___----------___-_________-_-___
-__-_--_-____--_---____-__-__--__----__-___-_--___-_-_----_--_--__-_--_-__--
_---__-_-----__-_-____-_---__-_-_-_--__-_-__-__-_-__---_--_--____-__---_-__-
-__-___--_-_-__---__-__-------__--______-___-_--_-__--_____--_--_-_-__------
-_--_-_-_--____--_____---___-_-_--__---__-___----____----_--__---_-____-_---
--__---___-_---__-__-_-___-_____-_--_---_--____-_-_-__-_---___--_----__---_-
_--_-_-__-_-----___--_-__---__-_-__----___-_----_--__--_-_-_-_-_-_-______-__
_--_--____--__--_--_____--__-__---_-__--_-__-___-------____-_-__---___--_---
__----____--_-___-_----__-_-_---_-__-----_-____----_---__--_-__--_____-__-__
--__-____----__--------_____--____-_-_-_----__-___-----_-_-_----__-___-_____
--_--___--__-_____-_--_--___----__-_-_----_-_--_-_-_--____-__-__-_---__-_--_
-___--_-_---__---_-___--__----____-_--_--__-__--__-_-_-___-__------__---____
__---_-____--__-------_______---_-___--_---_---___------__---_-_--__-_______
_-__-_--___-_--___--_-__--___-____-_-__-_-_-_---_-_-----__-_-----_-__-_-__--
____--______--_-__--_---_-__--_----_--_-__--__---_----__-_-_--_-_____---_-__
-_-___-_--___-_-___-_-__-___---_---_---_--_-___-__---__--__--__--__----___--
_----_-_-________-------_--______-_----__--__--_-_-_-___---__-_--____--__---
__----___-----_--_-_-__-_----_-__--__--_----__________-_-___-_--__--___--_--
___--_______--___---__-_--_-__-_---___-_____----__--_-___--_---__--------_--
--_-_--___-_____---___---__--_---_-_--__-_____-_-____-_-__---___----_-_-----
--___--_--_-_-__--_--____----_-__-_--___--____-__--_-___---__--___-_--_--_--
--_--__-_--_____-_-_--_---___-_--__--___-----_--____--__-_--_-_--___--__-_-_
-_-_-----_---___-__--_-____-____----_____-_-__----__-__----___----__-_-_-_-_
____-_-_-_---_-_-__-___-__-___----__-_-_---_---_--______---_-_--_-__-----__-
--_---___---____--__-_-___-__----_--__--__---__--___---_---___---__-___--___
-_--__-_---__----__--_--_--_--_-__-___-_--__---___----__----__-______--_____
_---__---___-__--____-_-__----__--_--_--___----_--__-_-_-_--__--___-_---____
-___-_________---------___--__-_-__--_----___--__-__-_--_--_--__--___--__---
-_----_-__--_----__-_--_--_--_____--____-___-___--_-____--_-_---_-__-___----
__--__-_--__-_---_-____--__-_-____--_--__-_-_-_-_-_-_---___---__--__-_----_-
-_-__---_-_-___-__-___---_-__-_-----_-_____-_---__--__--_-__--__-_---_-__-_-
_----____--_-_---_-_---_______---__-_---_---_-_----__-____-___-__--_-_-__-_-
-____-__--__-____-__--_-_--_---__-__-_--__-_--_--__--_-_-____------_-_--_-_-
--___--___--_--_---__-___--__-___---_----_--_---_-__-__--_---_-_-___--______
--__--_-_-__--_---_---_-___--___--___-----_-__-______-_-___--_-____-_--_----
---_--__--____--___-----_-_-_---___--__-_--___-___-_-_____---__-_---__----__
-_----__-_--__-__---------____----__-_-_--______-_---___--__---____--_____-_
--______---__-_--_____---___----_---_---___-__-_--__-----_--___-_-___--_--__
---__-___-_--_-_--_-----____--__--___-___--_-__-_-_--__--_-_--___-__-_----__
--__---__-__-_-_-___-______--__-__---_-__-----_---_-_-__-____-_--_-___------
---_--_---_---_--_-_-__-__-_-______--_-____-_--_-_____-__-_-_---_-_-__--_---
____-____-__-______--_---_----_----___-__--_____---__--_----__-_--__------_-
___-----__-_-_--__--_--___-_--__---___--_____-_--_____-__--_--_--_---_--__--
___--_--__-__-_--_____-_--_-----___-__-__---_____-___------___-_--_-_----_--
--_-_--__--_____-__----_-_--___---__-__-_-__-___-___--_-_____---_--_--_-----
-_---____--__-____---_-_-_____----__-__----_--_------___--___----__-_-_-____
-__-_---_-_-_-______----__--___-___-__-_--_---__-_-_-__-_-__------_---___-_-
--_______-____---_-_-_--____--_-_---_--__---_-______--__-_----__-__----_----
0009まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/18(日) 16:07:44.96ID:???
-_-_-__-----_-_---__-__--_---__--_--_---_---_____--______--___-__--_-____-_-
-_-_____-_--_--___-_---__---__-__---__---____-------_--_--___-_-_--___-_-___
_-_-_---_--_--____________-___-____--_--__-_-_--_-__-_---_------__--_-_-----
_-_-__--___-_-__-------__---__--__--_-_-___________----___-_--_----___---_--
--_--_-_--____--__--__----__--__------___-_-_-______-__-___----____-__---_--
__-_--__---__-_--__-____--__-__-__-__-__---_---_----_-__-__-_-___---_---__--
---_----_-_--__-__----__----___-_-_____--__--_-_-_-----_--____--_______-_-__
__-_--_-__-_----__--__--___--_-___-___---___-_---_--_-_-_--_-_____-_--__----
-_____--__------_-___-_-_--_--__----_--___--___--__-__-_-___--__-_-__-----__
__-___----_---___--___-__---_---__-_-_----__---___---_--_----_-___-___-_____
-__-_-__-_--____--__--_-__-_-___---_-__--_-__-____-_--_-__-_--_--_--_----_--
_-_-_--__--_-_-----__-_---___-___-____-__--___-_-____-_---_-_-__-_-_-----_--
_----_____------__--_--_--_----_-_-_-___-__-__--_--_-______-_-_--_-__-___-_-
--_----_-_--____-_-----_----____-_-______--_-____-_--_--_--___-_--_-__--__-_
---__-____---__--______--_-_--_-_----__-____-__-_-_----_-______-_-_------_--
_--_--_-__-_---_-----_____-__---____-_-_-__-__-_------___-_-_--_-____--__--_
--_----_-_-_-__--_-___--____-__-__---_-__--_-_-__-_----_-_--_--__--__-__-___
__----_-____----_-_---___--_-_---_--_-_--_______-----_-__-_-_-___--_-___--__
-_-_-__--__-_-__-___--__----_--_-_-__-__--_--_--_-_--___--_---_-_-______--_-
_-__---_____--_-__-__--------__-__-_-_-_-__-_--___-_-__---_---____-__--_-_--
--__-__-___-_-__-__--__----___-_-_-_-_-____-__---_--_-___-_-_---_----__-_---
-____-----_-_____-__-__-___-_---_--___--_-_-__----__---__--__-__--_-_-_---_-
---_-_---_--_-___--_-_-_-__----__--_--____---_____--_-_--_-___---___---_____
_-___________-___-_-_--_---__-----__-_-__---_-_-_-__-----_-___----_-_-__----
-------_---_--_-_-___--____-___-___-_--_-_-_--_---__---_-_--___-___-__-_-___
_-__-_---__-_---__--__-_---__--__-__--____--__----_____-_--__-__-_--_---__--
_--__-__-__-_____-___-___-_-_-------_-_--_-_---_--_____-___-_-__---_-_------
--_-----__---_-____-------_-_-_---_--------_______-__-____-__-_-_-___-______
_--_-_-_-_---__-_----_____---__-__--___-_----__-_-_--_--____-_---__-_-_--___
--_____--_--__-__-__-_-_______---_-_--_---__-_-_-_-___---_-_--_-_-___-------
--__-___--___--_-___-___-_-__-_----__----_--_---___--_-__-___---____----__--
_-__-_---__------_-_----______-_-_---_--_-__-__-__-_---__---___-_-__-_-_-___
-_-___----_____-__--_-_---_---_-__---_-__-_---_-_-_--___-_---__---_____-___-
_____----__---__-_-_-_-------_______-__-_---__---__--____-_-_--__-__---_-_--
_-___-_-__-----_-__---___-__----_____--_---_-_____-___-----__--_--__-__--_--
____-_---__--__-_--__-___--_---_-__--_--_---_______-----__-_-----__--__-__-_
--____--__---_-_-__-_-____---____-_---____------__---_--__-__---____-_--__--
_--_-_--__-___----__-_____-__-___--__-_-----___---_-__-__----___--_-_-_-_---
___-_____-_--_--_---_-___---_-_---_-_-__-_-_-__-__-------_-_--__-__-__-__-_-
-_-_-__-_-__---_--__-__-_---_------__-_--_---_--_--____-_--_-_-____-_____-__
_-_-_-_--__--_---__--__-__--__-_____-_----__-_-__--_--__-_--____-___--_-----
_---_____-_-___--_--__-_-_-----_-_---________----_-__--_-__---_-_-_--__--_-_
_--___-_---_-___-_--__________-____--__------_-_____-----_--__---__--_------
-----_---____-_-____---____-___-____--_-----_---___-_---__-__----_-_____-_--
__-_-_____--_----_--__--__-__-_---_-___-_---__-_--_-_______--_-----_--___---
--_-_-_-_--____-___-_-_--__-_-_--_-__-_-----__----____---___-__--_-_-___-_--
_-___---__-----_--_-___---_-___----_--_---_-_-__--___-_-__---__-_--___-_____
__-__-___-_--__----____-----_-----_-__-__-_--_-_---_-_-___--__--_-___-___-_-
--_--____--__--_______--_----_______--__-__-_____-_-_-_---_------_-_---_----
--_____-_-----__---__--_---__---_-_-_-__-----__-_---____-____-__---__--_____
0010まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/09/25(日) 17:03:23.58ID:???
-_---_-__-___--_---_--_-_________--_--___-_-_-__----_--__--___--___--_---_--
___-----__-__-_-____-_--_-___------____-__--_----____-_---_-__---_____---_--
-_-__-_-----_--_---------_-___-_----__-__-__--_----___-_-______-_-_____-____
_---_--_---_--_-______-___--_-__-_-__-__-_____-___-------_-_----___---_-_-_-
-__-______-____-_-_---__-_-____-__-____--_--------_-_-_-___----_-----__--_--
__-________-__--_---_-__-_--------___-___---_-___--__--___-_---__---_---_-_-
-__-__-_-_-__-_______-__---____-_-_-__--__-----_-___-_--__-_------_----_--_-
-_----_-_-__-----_-__--_-__-_---_-_-_-__--_--_____---__---________-_-_---___
_-___--_--_____-____-_-_---___-_-_--___---_-_--_-_----_-_----__-__--___--_--
-_______-___---_-___-_____----_--__-----_-___--__----_--_-_-__-___----_----_
_--___-------_-____-__----__-_-_----_-_-_-_---__-_-_-__--___-_-___--__-__-__
--_---__-_-_---__-_____-_-_-_-----_-__----____--___--__-__-__------__-____-_
_-_---_-______-__---_-___-----___----___-___-_----_-_-__-__---___-_--__--_--
_--__-_--_--_--_----_---_____-___--_-__---_--_--__-__-_-__---______-_----___
__-________---_-_-____--__---_-_---_-----_-_--__-___----____-_--__-_---_--_-
_-____---__---__-_-_--____---_-__---_-___-__--__------__----_-_-_______-_---
--_---_--_-________-----__-____-_--------_____-_-_--_--_-_-___--__-_--_-__-_
___-__-__-__-----_-----_---__-_-_--_----_-___--____-__--_-____----__---_____
--_--____-______-__----_-__---_-___--_-_-_-_-_-___--_-__--___-------_-_-__--
____--__---__---_--_---___-------_____--____--_---__-_-_-----_-___--___-____
-____-_-__-_-_----__--__-__--_--------_-__________-_--_------_--_-_-_--_____
-_---_----___-_-__-_-_----__------_--__-----___--__-_-___--___-_____-_____-_
--_-_--__-_-----__----___-_-_-__-___--___--_-_-__--_--_____-__----_-_-_-_-__
__-_____----_--_--_--_-__-___--_----_-_---_____-_-____----_-_-_-_-----_-____
-______-_---_-_--__---_------_--___-_____-___-_--_--_--_-__-_---_--____-_-_-
-_--__-_-_-----_-_-_-__-_-___--_--_----__-__-_-_-_--__-_________---_---_-__-
_--___----___-_-_-_-__-----_______-___-_-_--__---_-----____--__--__---_---__
_--_----_-_---_-__--_-_--_-__--_-_-__-_-_-----__--__-__-___--_-_-_-___-_____
-_---_-___-________-__--_----__-____-_-___--___--_-__-_--_--_---_---_--_----
-_--____-_---___-_-_-_-_--------_--___---_-__-___--_-__---_-_-____-_-___--__
__--_------__-__--_____--__-___----__-__-_-__-----______-_-_----_-__--_-_-_-
--___--___-_-__--------___-_-_--__-___-----_____--____---_-__---__-_-_-_-_-_
------___-___-_--___--_----_--_-_-__-_--______-_--__-_-_--_--_---_-__-___-__
_--__-_-__-_____--_---____--_--__-_-___----_--_-_-_---_-___--_-_-__-_--__---
-_-_----__--__-_________-__-----_-__-__-_-____--___----_-_-----_-----__-_-__
--__---__-_-_---_-_--__-__-------___--___-_-____----___--_-_-___-_-_--____-_
___----_-_-__-_-____-__--____----_____---__----_-___--_-_-__--__--_--_---_--
__-----_____---_--_---_-_-------____-_-----_-__-_--________--_---________--_
_--___--_-___--_--__-___---____-__-----__---_-_______--_---__--__-___-------
--____--____-____-_-__-----_-_--_--_---_--______--_--_---_--__-_-____--__---
-__---____-____--_-_---____--_--_---_--__--_---__--_-_-_-_--_-_-_-__---_____
-__--___--_-----_-______--_-__---_-__--__-_____----_----_____-__--_--_-_-_--
--_-_-_-_-_--____----__-__-_--_----__-___---____---_-_--__--_--__-__-___-__-
__-_--_-----_____--___-_-_--_--_--__--___--_____-__-____---__-_---_---__----
-_------_-__-_-___-___-__-__---_--___-_------_-__--__---__-__-_-_--_-_____-_
_----__--_---_-__-_-_-_______-_____-__--__-__-_-__--_--__-_------__--_---_--
_---_---_--_--___---__-_--______-_-__--_---__-_-_----___-----_-_______--_-__
_-_---______---_-___-_--_-_-_--_-___--_-_--__--_---__-----____--___-____----
__---____--__-__----_____-_------_--_-----__---___-__--__----_-___--_____-__
-__----_----_____----_-___---_--____--___--__-_--_----___-_-__-_____---_-_-_
0011まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/02(日) 18:12:25.80ID:???
__-_-__-___---_-_-__---_-_--_--_-_-----___-_-__-_--__-____--_-_-_-__--___---
---_--__-____---___-___---__--_____----_-_-_--___-_-____--_-_-------___-_--_
__--__---_-___--_-_-__-_-__-__--__------_-_-__--__-_-_---____--__---__-__--_
--_-__-___---_--__-__-__-_____-__-_-___-__-----__-_---___--__-__-_------_---
-___-_---_-_-_-_--___-___-_--___--_--_--_--_-__-_--_--__-----_____-_--_-___-
-_--__--__---_-___--____---_--____-___---_--___--_---------_--___-____-_-___
----_____-_____-----_--__-__-__----__---__-_-____--_-----_---__--______-_--_
_-____--__-___------____-_-____-___-__-_-_-_-_-___---_--_----____-_---------
__-_--_-_---__-___-_--_-___-_-____--______--_--------__---__--_--_-____--_--
-__-_-__--__---__-_----_--__-_-_-----_--_--____-__----___-____-_---___-_-___
__-___----_--_-___-_-___-----_-_--__--_--____--___----___-_-----___---___-__
_--_--__--_-_----__-----___--_-_-__-___-___--_---___---___-----___-_-_-_____
--_--_--__-_--_-__-_-__-------_-_-_-_-______-_-----_-______--_--_-_--____-__
_-------___-__-_-_____---_--___-_-__--__-___--__--_-_________-----_-----_---
_-__-___-__-__-----___-__-___-_-_-_----_------__---_-_-_-__-____--_-__-_-_--
-__----__---__--____-__-_____-____-___-___----_----___--_--_--__-----_-__---
__---_-_--_----__-_-_-__---___--_----_-_-___-_--_-___--____--___-__---__--__
___--_--___------____-__-__---__-_----_-_-_----_-_--__-_-_--__-_-____--___-_
----_----____-___----_____-_---__-_-_-_-_---__--__-_-___--_-__-_-_----____-_
-_--_----_-_--------___-___-_-_-____-_-___--------_-_-___-_______-_--__-_-__
--__-_-__----___-_-___--_--_--_--_---_-_-___-_-_____--___--_-_---___---__-_-
--_--____-__-_--__-___-___---___---_----_-_-______--_-_-__-__-_-_----_-_----
--_-__-----_-_--__-___-_----_-__---__-__-_-____---_-_---__-_____-__-_-___---
__-_------___---_-_--__-_-___-___-----____------__-_--_-__---__-_-____-__-__
--_-_--__-______-_____---_--__----__--_-__--_-_--__---_-__-_--_-__-_---_--__
_-__-__----__--_-_---_---------____-_-_--_--_____--_-___--_-___-_____----___
-__--_---_____--__-_-_----_-_----________-__--__-__---__-_--___--___------_-
-__-----_-_-----_--___--_--_--_---__-_-_--_____-__---__--__-_-____-_-_-_____
_-___---------____--_--___-___--_--___-_-_-_-_-_-___-__-_-----__-----__-____
-__-_____-__-__-_--_-_-__--_---___---_--_-___-_-_-_-_---____---_-_----__--_-
-_---_-__-_-_--_--_-__--__--__--_-__--_----____-_-_---_-____---_-__-_--_____
__-__-_--___-_--_--__--_____-__-_---___--_--_-----_--_--__--_-___--___--_-_-
--__--___-__---_______----__--__-_________--_----_-_-_--_-__-___----_-------
---_-_-___-____------____--_-__-_--_-_--___-_-_-_-_---__-____-__----__-_-_--
---__-_--_--_-__---______---__--__-__---__-_--_-_--____-_--__--_----______--
-_-_-___-----_---___--_-__---------___-__-__--_-__--__-___-_-_-_--__-____-__
___---____--__-________---_-_-__--------___-___-_-_------__-__-__---_-_-_---
___-_---__-_-___---_-__-_---_-____----_--_---__-__-__-__-_---__--_-__---_-__
_--_-_-_____---_--__---___-_---___-_-_-_---_--__---____-----________--_---_-
___-____---___---_---__---_--___-_-_------_--_-___------__--__---_______-___
_-----_-____-_----___--_--_--_____-_-_--_-_-_----_-_-__--___-_--_____--_--__
-_-_----____--_---_--__-_--_---_---_--__-__-___--_____-_-__--_-___--_--__-__
_-____----_-__-_-__--_--___--___-----______---__---_-__-__---____--_--_---_-
_---___-_--__-_-___-_-__---__-_-__-__-__--__-----_--__-_-___-_--__-__--_----
_---_-----_--_------__-_____-__-__-----__--_-__-_--__-__-_-_-__--_____--____
-__-__-___------____--_----__---__-__-______-__------_--____---___-_-_---__-
--_--___--__----_-______----_-_--_-___-_-___--_-----___-_--__-____-_---___--
--__-__-__-____--___--__--_-_-_-__-----_-__--_-__-____--__-----__--_--___---
-_-_-____-_-_--_----____--___-__---__-_-__-_-_-_---_-__--_--_---___-___-_---
__-_-_---_-_--_---__---___--__-_--__-___--__-__--_-_-_-_--_-_-_-_-__-_--__-_
0012まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/09(日) 18:15:56.16ID:???
____-_-__--___-_---_-_-_-_-_-----_--_----__---_-__-___-_-___-__------_____-_
__-_____-____--____-___-_--___--_----_--_--_-_-----_____-_---_-_-----_-__---
_____--_-_-_-_--___--_--_-__--___---_-_--_------_-__-_----___--__-_____-_--_
_-____--_-__---------__-____--_-_-------______-_--__-_-__----_-___-___-_-_-_
--_-__-_____--_-__--__-___---__--___---___------__---------_____-_--_-__-___
-_-____-_-____--_--_______-_---__---__--_-_--_---_--__----__--_-___---_-_-_-
_-________---_---__-_____-__--_---_-_-____---_--__---_-___---_--_-_--_--_---
__-_--_-_--_----__--___--_-_----_-_-_--_-_-__-_----_--_-______-__--_-__-____
-_-_-__---__-_-_--_----_--_-_--_---____--__-__-__-_-_-__--___--_-_-_-___--__
_---__-_-______-__--__--__-_-___-___---_-__--__-------____-------_--__-___--
-__-_------_--_--_-_--_--__----_-_-___-____---____-_---_---__---_______-____
_-_-_____-__------_____--__---_-__--_--_-___----_-_-___--_-__---_--___-_--_-
-____-__----__-_-__-_-___-_-__---_-_-___---_-_-___--__--_--__----_-__-__----
______--___----_--_---_----_-_--_-_--_-_-____--_--___-___-_---__--_-_--_-___
_---______------____---__-__------_______--_-____-___----__-----_--_-___--_-
-____-_-----_--__--__-_---__---____--_-__--____--__--_-___--__--_-__--___---
__--_---_--__-_-__----_-----_-_-____--____-____-_--_--__-_--___--__-_-_-_-_-
-_--_--___--__-_-_--_-_-_-_--__-_-__----_-_--_-_---_____-_-___-____-_--_---_
_--__-___--_--_--_--___-_---____-_---_-_-_--__------__-_---_-_-_-_-____-____
__----__-_--_-----_----____--____-_-_-_-_--__-_-__-___---_____-___--__-_----
-_-------_-_-_-_--_____--____-__-__----_-_-_-_-_____-_-_-------_-_____-_--__
---__---__-_---_---_--__--_--___--__-_-___-__----_-__-_-____--___---_____--_
-____-_---____-_-___-__-----_---_______-_--__---__-_----____------_-__-_-_--
_--_----_--_-_-___--__-_--____-_---___----__--_-----______--_--_---______-__
____--__----_---_-_--____-___---__-_--_-_--_--_--_-_--_-_________--_-_--_---
_-______--_---__-_---___---_-_____--___-_---__--_-__-__-__-_-__-_-----_-----
_---__-_-_-_-_--____----_-----_-_-__-_-_-__-_-___--_-_-_--_-___-_-_-___-_-_-
--_____----_---__-_-_-_------_---__-_-___--__---_-____-_-____-_--_-_-___-_-_
--_--___-___-_--____--___-_-_--___---__--_---_-___-_---__---__-----__--_-___
--__--_____-____--___-__-_---_-____-_---_----_--_-_-__-_---_-_-----_-_-__-__
--____--_---_-____-_---__-__-__-__--_____-_--____--__--_--_--_--__-_-_------
--__--------_--___-__-----__--_--_______--_--___------___-_____---_-___-____
-_____----_--_-__---__-__--___-__---_-__-_-__---_--_----____--_____-_--__---
_--_--__-_--__--___-__-__-__-_-_--_----__-___-_------__--__--_-_-____---___-
___--___-_---_----___-___-_--_-_-----_-_-_-__---__--_-_-_-__-_-____--_-_--__
-_--____---_----__--__---__--__-_---_--__-___---__----_-___-__--__--______-_
-__---_-_______---_____-_---___-------___--_--_-_____-_--_----__----_---____
_-_-__-_----__---___---____-_--__--_-____-_-_-__-__--_----___--__-__-__-----
__---___---__-_-_------_-__-_______-----___---_--__---_-__--__-_-___---__-__
________-_--_-__--__--_---___-__-_-_--_--_-__-_-__-_--_----__----_--_-__--_-
_--__-__--_--_--____-_--_____-___-_-____------__----___-_-__---_----__---__-
-_-___--_----_-___-_-_-___--_-_----__------____-_-_-_____--__-___-_--__--_--
-____-__-___-_-----__--__---__-__--_--_--_-__--_------____-__----_--_-______
__-_-_-____-__-_-__---_------_-_-__--_---_-___-_____---__-----__-_____--_---
-__-_--_---_-__-----_--_---__-__---_-_---____---__-___--_______-__--_--_-___
_--_---_---_--__----_-__--_-----__-_-________-__-___-_-__----___--_-__---___
___-------_-____-_-_----____-_-__-__-_--_-__-__-_-_--__----_-______-_-----_-
__-_--__-_---_--__---_-_-___-_-_--____--___---____-__-_--_---_--__--__-_-_--
--___-_-____--_-----_-_-___-----_--_-_-_-_-__--__--___-______-_-_--___----_-
_--__-___-__--__-___--_----___---___-_---__----_-_--_--___---_---_-_____--__
0013まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/16(日) 19:13:26.52ID:???
___-_____--_-----_-_-__-_--_-__-_-__--__-______-------__---_-_--_-_---__--__
-_------___-_---__-_-----_-__-___-_-_-----____---___-__--____--__--_-__-____
------__----_-__-_-____-_---__--____-_----_-__-__--_________-----_--__---___
__-_-_--_-_---__----____-_---_--___-_---_-__-_----_______-__-__---_---_-_-__
_-_-_-__----_-__-_---_-__--______--___---___-_--_---_-__--_______----_-_----
_---_____-----__-_-_--__--_---_----_-___-___----_-___--__---____-__--_-___-_
--__--___-__-___-____-______--__-___--_-__--__---_---_----_-_--__--_------_-
_-_-_-_-____-_-__---_---__-__-__-_----_----_-______---__-_-____---_-_---__--
__---__-_-_-___-_-___-___-_--___-__---_-_--_--___-_---_-_---_-__--_--__-_---
__--__----____-__---_____--______---___---__-_-------_-_-__-__---_--__-__---
__-__-_____--____-__----_-__-__--__----__-_---__---__--___---_---_-__---__--
-_-___-__--_-______-___-_------_--___----_-____-_-_--_--_--_-_-__-__----__--
_-_-___-__--_-_--__-__-_-_-_--__-___-_-_-___--__---_-__-_---_---_--_--_-__--
___-_--_____--_-_--___---_--__-_----_____-_--_-__-_---_--_---_--_-__----____
-__---____--_--_____-_--___----___-__-___-_--_-----___---_-_---__-_--_-___--
--_--_--____-_-___-_--_---_-_--___----_-_-___-_----_______--__---__---_-__-_
-__-_--__-_---____-----_---_-_-__---_-__---____-_--_-__-__-----__-_-______-_
_____-_-_-_-_-__---_--_-_-____---__--_-_--_--_____--_-___--___----_-----_-_-
__--___--_-__------_-_---___-_--_-_____--_-_-----_-____---_---_--___-__-____
--__-_-_--____--__-__-_---__----___-_---___-----_-_-__-_-___-__-_-__-_-__---
_--___----__-________-_-__----__-_---__--------_--_-___----_---____--_-_____
_--___----_--_-_-__--_-_-___-__------___--__--__-_-__-__------___-__--___-__
-_-____---_____-_--_-__-___-__-_---___----_-_-__-_-__--_-___----__--_-_-----
-__---_-_-_-__-__-__-___-----__----__--_-____-_--__---___-___-__----_-_---__
_-_-___--_-_________-_--_-------_-___--__-_----__-_----___--_---____---_-__-
_--_-__-_--__-______-_---__--__-----_--_---__--_-___---_--__-_--__-_-__-__-_
_____-----____---_-__-_--_--_--__-____--_-___-_-_----_-_____--_-_--__-_-----
--__---_-_-_---_--___------____--__--____-_----_-_-__--_----_-____-___-_____
____----_-___-_--___-_-_-___---_--_--_-_-__---___--____----_--__--___--_--_-
_-------__---__---__-_--_--__-__-_--_-_-__-_-___-____--____-___-_-__-__-----
______----__-_-_-______-___-__-_--_---_-__--__----___------_-_-_--_--__--_--
-___-_--_--__------____-__--__-____---_----_-----_-__--___-_-__-__-__---____
_-__-----____--_--___-_-__--_-__-___--__---_---_-_--_-__-_----_---_____-_-__
_--_-__-_-_--__--__--_-____--__--_-___---_----_---__-_--______--_____----_--
-__---_-_-_--_-_--_-__---_-_-_____-___--___-_--__-------_--____--__--___-_-_
-_-------_-___-_____-___---__-_--___-----_-_--____---_-____-----_-_____---__
--__-_-_----_-_-__--___-__--_--_--________-____-__--_---___--_----_------___
-_-_-_-_--_--_--__-_-__--__-------___-__-_--__-_-_---____-________-__----_--
-___--_____----_--_-_-_----_---_--__-___-_--____-_--_-__---__--_-_-____-__--
_---__---_---___-______-----_-__--___--__--___---_--_--__--_____--_----____-
_______---_--_-_---_____-_----__-__--___---__-_-_------___---__--___-_-__---
_-_---___-_-__--___-_-_---------____-____--_-_---_-_---_-________----_-___--
-___----_-______--____-------__--_-_-__---____-_-_----_-------_-______-_-___
___-_-----------__----_-_-__--______-_-_----__--___-_____--__-___--_--__-__-
-__------__--_---__-_-----___-__-----__-_-______--__---___-_-__--__-___-__-_
-_-_--_---__-_---_--_________--_-____---_--_--_-_____--_-------_--__-__-__-_
-__--_-__-__--__---___--_--_-_-__-__-_-_-_-_-_---__---_--__--__-----_-______
_---_-_-__---_-_-_-_-_-----___-_____-___---___-_--______-_--------___-___---
__---_---_____--___--_--____---_--___--_---__---_-----_--___--___--__-__-___
_-_------__-___-______--___-_--__----__----__--___-_---_-_--__----__---_____
0014まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/10/30(日) 18:20:28.29ID:???
-__---__--_--_--_--_---___-----__--__---____-_---____-_----_-_________-_-_-_
_--___-____--____-____--__----__---__-----__-_---_-_-_-----__--_--__-___-__-
_-__-____--_-_--_-__------_-_____----_--________-_-__-_-_-__----__-_------_-
-___---__---_---_--___--_-_---_----_-__--__--__--______--_____---_-_-_-_-___
--__------___---_-----__--_-___-_____---___-__---_-_--____-____--_-____--_--
__--_--_-_--___---__-__-__---_-_---__---___-_-_-__-___-----____-__-_--_-_--_
---_-____--_-_----__--_---_--_--_---__-____--_____---_-_____-_-_--__--_-_-__
__-__-_-____-_----__--_-__-_--____-_-_-___----_------______---_---_-__--__--
-__-_--__--__-_-____----_-_-__-__-_------___-__--__-___-__---_---_--__---___
__-_--_-___--___---_--____--__--_-_-_--_------___-____--__------___---___-__
_-______---_-_--____----_____--__--_---__-____-_-___-_-_------__---_-_---_--
-__---___-___---_--____-_-___-_-______---_-__-__-_-_--_---__-----_-----_-__-
___-_-----_-__-___--_---_____----_-_-___--_-__-_--__--_-__-_------____-___--
-_-_----___-___---_-____-___--__-___-__-____---___--__------------__-_---___
_-___--_-----_--_-________-____------_-_----___---_---__-__--_---__-__--____
_--__--__-___-_-__---_---_-__--_----_---___-__-----____-__-----___-___-__-__
_-___--__----_--_---_-_--_-___--_-____-_--_____-_-__-_----_-_--_-_--_-__--__
__-___--____--_-_--__-----____---____-_-_-___--_--__--__-_-----_-__-_---_--_
_____-_--___------__-----_____-_-____-----___-____----_____-------____--_---
___-__-------_____-____---_--__-_--_---___-_-_____---_----__-__--_-_-_--__--
--_--_-_______--_-__-_--___-__--_--__--____-___-__----_-__-----___--_-----_-
_----_-__---_--__--___-_____-_---_-_-_-___-_-___--__----_--_-___-_---_-_-__-
-____-_-_---__-_--_--_--_----___-_----__-___----__-----_____--___-_-___-___-
---_-----____--__-----_-___-___--_-_-_-_--_-_-_--____---_-______-__--_-_--__
_---____--____-_---_-_-_____-____--_--_-_----___--______--_----_---__----_--
_-____-----__--_-_--_____--_--_-_--__-___-_--_____-_---_--_-_--__--_---___--
-_-_-_---____-____-_-____----___-____-_---__--_-_---_--__-_--------__---____
_-__________-_-_--____-_-__--_--_---___-___----_-___-_-------__--_--_---_---
-_______--_--__----__-_-__-_-_-_----__-_-_--__--___--_-_-_--__--__-__--_--_-
_-__-__-_--_-----____---_-__-------___-__-_-__--_-_--__--__-___-__---_--____
_-__--___-__-_---_----_-_-_-_____-__--__--_-____----_--___---_-_-_--_-_-__--
-___-___---____-_-__-_--_---__---__-__--_----__-_-_-_--__--_--_-__-___---__-
_---__--______--_--___-____--_--_-__-__---_-_--___---_-------_______--_--_--
--___-----__--__---__---___-_----__-_-_______--____-_-____--_-__----__--_---
-_-_---_-________--_____-------_-----___-_-__-_-_-___-_-____--_---_-_----_-_
---___-------____-_-_--__--_____-_-___-_--___---_--_-_-_-_--_--_-_-____-_--_
__-_-_-_-----_-_-__-----___-__-____-_--_---_--__--___----_-_-__--___--__-___
_--___---__-_--___-_-___-_-__---_-_-----__--____-__-_---___--_---_---__-__-_
____-----___-___-____----_-_--_____--__---__--_____----_-___-_-___----------
__-__---_-____-----_-_--___--_-__---_----_--_-_-___---_-____---__--____--___
---_______--__-___-_---_-__------____------____-__-_-_--__--___-----____-_--
-_____-_--_--______----__-___--_---__---__--_---_-_-_--_--_--___--__-_-_--__
_-_--__-___-------_---__-_--____-__----___--_---__---___-__-__-__-_-_-___--_
_---__-____---__-__-_-_--_----____-__--_---_---__-___--_---_-__-_--_-_-__-__
-_----_--__--------___-_____----__--__-_-___--___-_-__---_-__-__-_--_-___-__
--__-___-_--___--_---_-___-_---___--_--_____----___-_-__-____------__--_--_-
__--_--_--__-_--_-__--_--_____-_______-_-__-_-___-----__-----_-_-__-----_-_-
-----_--_-_---_--__---_---______-____-_-___--_---_-_-___--__-_--_---____-___
__--__-_-____-----_--_-_-_-___---_-_-_-_--__-___-__---_----__-__-__---_-__-_
__---_--__--__---__--____-__---_-_---__--__-____--__-___-___----_--_----___-
0015まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/06(日) 18:21:55.49ID:???
-____-__-_-__-__-_____---__-----_--_--_-_-_---_-_----___-_--____-_-__-_-_---
-___-__-_____-_-__---___------___-___--_-_-__-_--_-__----_--_----__--_-_--__
---__--_______---_--_-___---_--_----_____-__--_-__--__---_--_-__-_--_-_-_-__
____-_-__---__--_-_------___-_-_--__-----_____--__---__-__---_--_____--__--_
__-_____--_-_--___-__--__-_-_-__---_-__-_---__-_-------__-____-_-__--__-----
_-----_--_-____--_-___--_-_--__---____--__-__--____-_____-_--_--__--------__
--_-_--_-_--_-___-__-_-_---___-_--__-----_-__---__--_____--__---_-_--_____-_
_--_-_--------_---____-__---_-__---_____--__-_-__--__-__-________--__----_--
--_-__-___--____-_--_-_--__-___-_-__--__-_-_-_-_-_-----_---_----_-__-___--__
-_____---_-__----_--____--__-_-____-_-_----__--_-_--___--_---_-_--__-_--_-__
__-_-_-__-_-_--__-__-__-----__-__-----__-_-_--_-___-__-____--_--_--_---___--
_-___-_--__-_--_-----_-___-___--___---_--_--_____--___--_--_-__-_----____---
-_--___-_--__-___-_--__-___-_--__---_-___----_-__--_--__---__-_--___-___----
________-__-________---___-___-__-_---__--__-_-----_----_-_--_-----_---_----
_-____--_--__--__-___--_---__----_--_-_--__-___-__-_-_--_-_-_-____------___-
-_______---_--____--__---_--_-_-------_-_-___--__-__-__---_-_-_-__--__---___
_-_____-__--__--_-_--_---__----__--__--_---_---___-__-_--___-_-__-__-__--_--
_--__-__-_--_--___-_-____---_--_----__-__-_--_---_--___-_---_-__--_-_-___-__
-_____-----___--_-____-_-_-----__-__----__--__--__-___-----___--_--_-____-_-
----_________--__-_--__-_---____---_-______-__------__-----____--_---_--__--
___-------__-_--_-_-----_---___-_-__-___-_---__-_-__-__--_--__-____-_--_-___
_-----_---_-_--_____-_----__-_--__--_-__-_--_--___-_______-_-__---_----__-__
__-_-__--_--_-__-_---_-__-_--__--_--_-_-_--__--_-______--_-__-__-_----_--_-_
________-----___---_-___-_-----_---____---_-_-_-_---_-_--__-___-___-__---_--
-_-_----_--_-__-_-______-__--__-_--____-_--___---__-__--_-_--_---_-_--_-_-_-
--_-_---__-_-_-_--___------__-----__---_-__---____-__-_____-_____--_--____--
---_-__---____--_____-----_--_-__-_-____---_-_-_---__-_____--_-_____-_------
-------__------___---_--_-_-____-_-__-__-__---___-_-__--_-----_____-____-___
______-_-----___-_-__---_--_---__--_-_-_--_-_----_---_---__-__-__-_-_____-__
__-_____-___---_--____--_-_---___-_____--_-_---__--_--___------_--__-_-_----
__----_--------_-_--_--___---_-_-_---__--__-___--___-___--_____--_-__-_-____
___--_--_-____--______---___-_-_-____-_-___-_---__---_-_----__---_-_----_---
-_--___--_--__-_-___--__-__--___--_-_--__-____-_--__-_____--_-__----_-------
---__--_--_---_--___----__-_-_-_--__--__-__-__-_---_----_-_-____--___-______
_--_-__--____________-_-----___-_-__---_----_---__---_----_---_--____--__-__
-_-_--____-____-__-__--__-_--__---------____----_----____--_-_--__--__-__-__
--__---_--------_____-_--__--_----__---_-__-_--_-_--_-_-____-____-____-___-_
---__--__-----_-_____-___---_---_-__-______--__--__--_-_-____--__----_-_-_--
_--__-__-_--_--___-__--__--_---___-_-__--___-------__-_--_-_-_--_-__-___-_-_
----_-__--__---___--_---___-__-_-__--_-_-_-_____--_____----_---__-_---_-_-__
-__-_--__-__-___--_--__-_-_--_-_--__-_--_--____--_-__-__-__--_-_--__--_--_--
-__-___-____---_-__-__-_--_-_--__-_-__-----_-___----_-_---___--_-_--____--_-
-_--_--__--__-__--_--_-__-_-_--_--___-----____-_-_-_---_--__-__-_-_-_-___-__
----__--_-__-_-____--__--__---__----_-_-_---_-_---___--__---_-__--__-_______
-_--_-___--_______---_-___------_-_-__--___-_-_--------_-__-_-___--__--_-___
__--_____-___-__-_--_-_---_____----_----__--_-_-__-___-------_--__-____-_---
_-__--___-_-___----_--_-_----_-_-__-_-_-_-_---_-_-_--_--_-__---_____--_-____
___----__--__-_----_--_-__-_-_----__-_-_-__---_--__--__--__-___-----________
_-_-_-__-_-_-___-__-_-___-__-_--____-_-__--_-_-___---_-------_--_---_-_-__--
---_--___---_--____----_-_--___---__-_-_-_--___-_--___-_-_--____--__-___--_-
0016まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/13(日) 18:16:01.56ID:???
_------__-_----__-_____-------_--_---_--_-_-_----_____--___-____-__-___-____
__-_-_-----__---____-__-_--___-_-----____--_-_--_-__--___---_____--_---_--__
---_-_-_____-__-_-_--____-_---_--_--___--__-_-_--_-_--_____--_--_-_-___-----
---____-___--____-__---______-___-----____-_-_--_-__-__-----_------_-__--_--
_----_-__--_-_---___-_-__---_-__------__--_---_-_-_--______-_-_-_--____-____
---____-___-_-_---------_____--__--_--_-__--_--_-___--_---__-_-__--__-__-___
_-____--____---_____-_-____--_--____--__------__-_----__-_---__-_-_-_--_----
-___--_------_-___---_--__---_____-__--__-_-_----___--___----__-_-_--____-__
_----_-_-_----__--___-_-_-___---__-___-_--_---____---_---__-__--_-__-_-___-_
__---__--_---__------____-_-__-__--_-__-_--__--__---__----__-___--_____--_-_
-_----_--_--_-_--_--__--__---_---_-_-__-_-_--__-__-_-__--__--_______--___-__
___-_-_----_-__---___-__-_---___---_---_-__-_-----__-___-_--_-_--_-____-__-_
___--__--______--_______---___-_-_-_-_-_-__-_-_--___--_----_-----_---_--_---
_-_-___-_---_--___-_--_-____----_-____-----__-_-____--_---_-__----_-_-_-_-__
_-___---__--_-__-_-_-_--___---__------_-____-_--____-__---__------__-____--_
-_-_----___--_-_---___--_--_-_-___-_-____-____-_-_-_-__-_-__---_--__-_---_--
___-------_--_-_--__-_____--___--_-_--___-_-__---_-______-____-_------_-_---
_---__---_____--_--____-_--_--_--__-_--__------__-_-__--_-__-__-_--__-_-__-_
_---_-_-_----_---__-___--_-__-_---____-_-_---_____--__----___-___-___--_-_--
____-_-_______--_-_____-___-_---_-_------__-_--_-___--__--_---_---_-_----_--
_-_-__-_--__-__-_-__----_-_--___-------_-_--_--_____-__-_-__--_--_--__-___-_
--__-_--___-_--_--__-__-_---_-___----__--_--_--_--_--____--____-_---____--__
-__-_____--___-_-_--__---___-_------_-___-____----_-_--__-__-_--_-_-_-_--_--
---_--_-_-__-_--_____------____----_-_-_-_-_--_--__-_---_-_-__-___-______--_
_--___--____-_----_-__-_-__-__-_____-___---_----_----__-_--_----____----__-_
-____--___-_--_--_-__-_--_-_---__--_---__-_---___----__--__----___---_______
--_--_-__---_-__-__--_-___----__-_--_-__-_-----_-_--_____-_-_-__--_-_-____-_
_-_-___-_-____-_--_----__---_____-__-___-_-__--_-_-__--__--_-----__--_-_----
-_-_-----_--__---__-____-_-__-_-___-______-___----___-____--_--_--_-_-------
--_-_-_--__-___--_______--_-_---____-------___--_________--___---_------_---
__-__-____-----_---_--___----------_-___-_-_-__-__---__-__-__-___---__--____
_-__---__-___-___-_--____---__---__-_-----------__--_-__--__---_________-_--
______--___----___-_---__-__-_---_____---_---_____-_--_-_--_-_---_----__-_--
-____--_-_-_-_-__--__--_-_---_-_--_----__-_-____--_______-_--__---__-__-----
_-____-_-_--_-________-_-_--__---_--_-__-----___--_-_-_----_-____-_--_-_----
_-_--_-__---_-_-__--__--_--_----____-_-----___-_____--__-__--_-___------____
_-___--_-__--__--_-__-----_-___-__--_-_----__------_--_____--__-____-____---
--_-__----_--_---_--_-__---___--_-__---_____-_-_--_--_-__-_----__-_______-__
---_--__--___-____--_____-_-_--_-__-__---___-_-__-_---_-_-_-_-----_-_-__-_--
----__--___-__-_-_--_----__--_-____---_-__-_---_-__---____-__-_--_-_--____-_
---_-____-___-----_---_-___-__------_-__--_--_-__--_-_---__-________-__--_-_
___-_---_-__-__-___-_---_--_----_____--_-__--____-----_---___---____---_-__-
_--___-_---_-__-____----__-_--_-___-_-__---__-_-_---_----_-__--___-__-_--_-_
__-----___-_-_---__--___---_---____-_-_____-----__--___-__------__-__--____-
___----__----_-_--_--_-_--__--_--__-__-___-__--__-______---_-_-_--_-__-__---
_-__----__-_-_-___---_--_-_-____--__--_---_-_-___--_-_-_-_-____--__-_-_---_-
-_---_-__----_-___---_-_-__-_---____-----__-_--_-______-__-----__----_______
_-_-_----_-__-___--------_-___-___-_--__--___-___--__--__-_--_---_--_____-_-
-_-_-_--__--_-_--__-_--_-_-___--_---_---____----___-___-_---_--_---_____-___
--____--___-_--___---_-_---_-__---__-_______------_--_-__---__--_----_-_____
0017まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/20(日) 18:05:47.34ID:???
___-_-__---________--_-___-----_--_-_---_-_----_-__--_-____--____----_-_-_--
__-_-_---_________---__---_---__--_-_-__--___-__-_---__---__--_-_--_--_-_-_-
_----__-_-___--_-__--_-_---_-_---__--__-_--------_----____--___-______-_____
____----_-__-_--__-__------__---_____---____--_-__---__-___-_-_---___---_-_-
_--____-___----__-___-___--_-_--_---__----_--_-_--__--______----_____----_--
-______--____--___-_________-_-_-_----__-_-_--_---_---_----__---__--_-_-----
-_-_--___----_-____--__-_--__-_-___-------_-__--___----__--_-_______-_-_--_-
__-___--___---__-__-_--__-_______---_--___-_---_-_-__--_--_-_-_-__---_------
-_-__-_-_-_--___-----_-_-_-----__---___-_---_-__-___-_-__-_-__--__-___---___
-__-_-_--_-__---__-_-___-__--_____-__-_--_-_--_---_-_-------__-_---__-_-____
___-____-_-_-__-_---_____-_-__---__--__--_--__--_--_--___-____------_----_--
___-_-_____-___----__-___----___-_____---__-----_-_--------_-_____-_-----_-_
_-_-_-_---___-__-_-----___-_-_--____-_------_-___-_--__-_____-_-_----_-__--_
___----_--_-_-_--_-__--___--__-__--__-______---_----______----_-_----_---___
__-__-_---__-__--_-_--_--_-_--_----_-----__________-_--_--____-__---__--_--_
__-_-__-__-_----_--_--------_--_--_----______----_____-_-_-__-____-_-_--____
__-_--_-___--____---_-__--_---_-___-_-____-__-_----___-_--_--__-__-_--_-----
-___-_-___----___--_---_-___-_-_---____-__---_-___-_-__-----_-___-_---_-__--
_---_---_-_--____-__--__-_--__-__---_____---_---__--___-____-__-_-_-----_-_-
_-__----_____--__--__--__--_-_-____---__-____--__-__-------__--_---__-_--_-_
_----__-_-_-___-_-----_--_-____--_--___-_--_---_-__--_____--__-__-___---_--_
-__-___-____---_---______--_-____--_--_--_-__-_--____-_-_--__---_--_--_-----
---__-_--_-__--__-_-__-_-____-_--___---____-_--_---_-_--_--__----__-__-_--__
___-_____--_--___-_-__------_---__-____-------___-_-_-__---___-_-_-__-----__
__--_----____--_-----_-___--_-__---_-----_-__--__-_-_--__--__-_-__________--
_-_-__-_---_-_-____-__--__--___--__--____-_-_--_-_--__-__-_----___--_----_--
-_--__--_------__-__-__--_----__-_--___--_---__-__-_-_-__-_--____-___--_-___
-__---___-_--_--___---_--_-__-_______-__----_-_--_--_-_-__----_-_-_-__-_-__-
_-_-_---_----_______--__-__--_-_-_____-___-_____------_-_-----__-__--_--_---
___-_----______-_-_--_-___-__-___-___-____------_-__-__--------_-_-_-__-----
__-_-____---_-__-_-__---_-_-__--__---_-_--_-_____---_---_-__-_--_---__-__--_
-_______-__----_--____-_----_-___------__-_-------___-_-__--_____--__--_--__
---_---_-_----_-_-__-__-__---__--_-__-___-__--__--_-___-_-----__-__-_-__-___
--__--___-__-_--_-_-__-_-__-__-_---_---------___--__-__-__-_--_--__-_-___-__
-_---______--__----_-_-__-_--_-___-_-_----_-____--___--___---_-__---___---_-
_---__-_-__---_---_--____---___-_---___-_-_-_--___-___-_--__-_-_-_---___-_--
-_-_-__--__--___-___--_-_-__--_--_--_--_-__--___-_-___--_-_-_-__-_---_----__
_-_____-__---__------_-__-_-__-------_--_-_-_-_-_-_-_____-_-_-____--_-_--__-
-__-_--__-____-_-_--___-___--_--___--_---___------_-_-___-_____-__--_-------
-____-_--_-_--_-_-_-_______----____--_---__-__---_-__--__--_---__-_--_---__-
_---__-____-__---_--------___-_--__-__--__--_-_--_--__-___--_--_____--__--__
-__-____--__-___----_--_--____-_--_--_____---__-_--___--_-____-------__-_---
-_-_--_-_----___--_-_-_--__--__--_--_--____-_-__---_---___-__-___-_-_---____
_-_---__---__-------_--___-_---_-_-____-__-__---_-__-___--__-___--__-_-__--_
__-__-_-__--__-__-_--__-_-_-__--_-_-___-_---_-__-_-_----_-_-____----_-__----
---_----_-_----____--_---_-_-_-__---_-____-____-___---____--__--__----__-___
_--_-_-___--_--_--_---_-___-__-___--_-______-_-__---_--__-_---__---_--__--_-
-_--___-__-___--_-_-__---_--___---_-__---____---_----_--_--___--_-__-____--_
----_-____--_--____---__-_--_---___-_-_-------_-__-__---____-___---_-_____-_
-___-__-_--_-_______--_--__--_-__-_-_____-----_--_--___--_--_-----_--__--_-_
0018まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/11/27(日) 18:06:03.38ID:???
___-_---_______-_-__-_-_____-___--_---__-----__------__--___--_-_----_--__--
---___----_------_---__---_____--__-_-_-___----__-_______--__--__-_-____--_-
__----_---__---_--_-_-____---_---_-__-_-_----_----____--__-_-___-_-___-_____
_---__-__---_--_--______-_---_--__--_-__-_-_--_--__-_--_-_-_----_-___--_____
-___---__---------______-_-__--___-__-___--_--_-_-------___---_-__---_______
--_-___---___--__-__-_----_--_-___-_--__----__---_____-___--_____---_--_-_--
__--_---____--__-______--__-___-_--_--__-_----_-_--_-_--_-___--_---_-___----
_---____---_--__----__-__-_-_____-----_--_-_-_-_--_-___-__-___----__--__-_-_
___-__----_-__-___--_-__---_-___---__-_--___---_--_____--_---__----_--__--__
___-__--__---_-__--__-_____-_--_-_--_--____-__---_----_--_--__--__-_-_-_--_-
__--___-_______--_---_-__--_-__--__---__-__--_------__---__-____--____------
--__---_--_-_-_-_---_-_-____-__-__-_-____-_--_---______---__---__-___-----_-
-__--__----_--_----_-__--_--____-_----_--_____--___---_-_-__---______--__-__
__-__-_____--_--__---___--__--___--_--__----____-_-_--_--____------_-_-__---
__-_-----_-_-____-_--_-----_-----________---_---___--____--_-__--___---___-_
__-__--__-___-__--__-_-----_---__--___-_-_--_-___-_--__-_--______--__-------
_-_--____--__--_-__----__----_-__----_--_-__-_____-_--_-----___-___--___-_-_
-__--_-__-___-__-_-_-_-__--__-_----_-___-___--_-____-_------__-------____-_-
---_-------_-___-__-___--__-____-_---___---_---______----___--_-___--__--_-_
__---____-_------_____---_--_----__----___---___---_-_---__--_-_-____-______
_---__-____-----_-__-_-______-__--_----_-_---__-_-_-_--_____-_-_-_----_---__
__---_--___-_---____-___--__---__--_---__-_--__-___--___--_----__-__-----___
---____-_---_-_-_____---_-_-________--__-_--_-_-_-------__-----_-_-_-__-_-__
-_-___--_--_-_-____-_-_-___---____-_--_-----__---__-____---___--_-___-_-----
-_------_--_---_---___-_---_____-__-__-__--_-___-__-_-_---_-_--_-_-_-_____-_
-----___---__----_______---_--__--__-__---_---_-_--_-_--__-_-___-_-_-___-___
--_-__-_--------_-__--___-_-__-____--_-_____-_-_-__--_-_-_-__-_-_-_-__----_-
__-___---_---__-_-___-_-_--_-_---___---__--_--___--_-_---______-_-_-__----_-
___-_-__-_-_--_______-----_--_--_--_--_-_---_-_-_-----_-___-_____-__----__-_
--_--_--__--_____-____--__--___--____---________---_---__------_---__----__-
___-_---_--_-_----__---_____-_--_----____-_--__--_-___--_-__--___---_-_--___
__-_-___-----_-__-__--___-__--_-___--_--_--___--____-_-----_--___---__--_-_-
_--_-_-_----__-_-__-__-_____-___-_--__--___-_----____-----____-_----___-----
-_---___-_--_-_---_--_-___--_____-__-__-__-___--_-_---_-__-_-_---_-___---_--
_____---____-__-_-__-_--_------_-__-_-__-__--_-_-_-_--____--_-_-___--_------
--__-___-_--__-_--__-___--___---_---_--__---__-_------__-___-_-___-__----___
_-__----____---__----__-__-__--_-----__-__-----_-_____--____--_-_-_--__-__-_
-__-_---_-_-__-_--_-_-___-_-_-_-____--___-____--_-_--__-__----_---_-__--_---
_-_-_-------____-_--_-_-_--___--__-_-_--_------_____-_-_-_-____-___-_--_-__-
-___-__---_-_-_-____-__--__--_--_--__-_---______-_-_-_----_-_--_--_--_-_-_-_
---____---_----____-___-_---__-____--_-__-_--_----___----___---__-_-__--_-__
-----__-__--__-_--___---_---_-_--____-_____---_-_-_--_-_____-__--__-__--_---
-__---__-_-_-_--__-____-_-__--___-----_-----_-_--_______-_-_-_-__--_---___--
-__--__-_---__-_----_---__-____--_-__----_-___-_---_--___-__---_---__-______
_-__-_----___-__-_-_--___-----__-_-__-__-_-_--_--_--_-___--__-_-_--___-__---
__-_-_----_--___-____--_-------_____-_---_---_-_-____--_-__---___-__-__---__
--_---____-___--___--____-____-_-_--_-_-_-__---_---___--_---_--___-_-----__-
_--_--____-_--_--____-__--__-_---____-___-_-__--_---_-_-____---__-----_---_-
_--_--__---------_-_-_____---___-_____-_----_-___-_---___-_-_--_-_______----
__----__-___-----____----__-_--__-_____-_-__-_--_-__-_--_-_-___--_--_---__--
0019まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/11(日) 18:26:00.45ID:???
__--_--__-___--______-__--__-_-__-_---_-__---__--__-__-_----__---_---__-_---
-_--__-___-_-_----_-_--___--_-_--_--_-_-___----____---__-_-_---_--_-____-___
--_____--_____-_____-----_---______--_--_---_---_--__-_-__--__---_---__-__--
_---_-___--____-____----_---_____--_----_--___-__-___--__-_--___-_-_-_------
_-__---__-_-_-__--___-______--_-_----_-__-_-_-__-----_--_-__--_-_-_-__--_-_-
__-__-_________-_-----___-_--__---_---____-_--_----_-_----_-___--_-_-__---_-
_--_-_--__---__-_-_____--_-_-__--_-__--__-_---_-___----___-_---_--____--__--
--__-_--____-______--_-__--____--_--_------_-_---_-__--_-___-_____--_---_---
_-__---_______-____--____-----___----_-__---__-_-__-_----_-_-_-_-----___--_-
-______--_----_--___-_____---_-__--__---_-_-__--_-____-__-----__--___-_-----
--_-__-_-__-___--__---__-_-____-____----_-_-__---__-----__--__-_-_-____-----
__-__--_------_-_---_-__----____----_-____-____-_-_--_---_--__---_-____-____
_--_----_-___-_--___-____----__--___--_-___--_-_----__--_-_-_-_--_--__-_-___
-_----_--_-----_-_------_-_--_---__----__-_-____-_______--___-___-_-____-___
---___--_---_-____--_----___-_--_--_-___----____---_-_-_-_-___--___-_-__-_-_
--_----_---_----_-_-____--___--____-____--__-_-____-_-_-----___-__--_---___-
__---_-__--___-__------___-___-__----__-_-_---__-_-_-_-__---__-___-_-___----
___---_-________-_-_----__-_--_-___-__--_-___----_-_-_--_-__--__---__---_---
__-----__----__-___--_-_----_------__----___-__---__-_-_--__-_-__-__________
--_-__-_-____---_-___--__---_----__-_-_---___-_-__--__---_-___---_-___-__--_
_-__-__-----____-_---_____-_-__--_--_-_-----_-_-_---__-_--_-_---____--__-___
--_--__--_--____--_--_-_--_--_-____-______---------_---______----_--____-___
___-_----__--_-_-_----_---_--_----_____-__--_--__-_---_---___-_--__-________
---_---_-_-___----___--_-------__-__--_--_____-_-_-_--_-_-___-___---__-_____
------__--_-__-_-__-__----______--_-_-_-_-____--------_______-_--__-_---_-__
____-______-_---_____-_--___---_-_-_---__-__-----_-__-----_---_--_-_-____---
__-___-__----_-__--____-_____---_-__-_---_--__-_____----____-----_---_----_-
_--__--_---___--_-_-_-___-_---__--__-_-_-__---_-__--_-_-_-___-___-__-_--_---
_-_____---___--__--_---_____-_-___--__-___-_-_--_--_--_-_---__--__---__-----
__--__----_--_-__-_-_--___-___--_-_____------_-_-__-__-__-_--__-_-----____--
_-____-__-_--_--_--_-____-__--_-_----___-----__-___--_----_--_-____---_-__-_
-_----_----__-__--__-___-__-__-----_-____---_-___-_--_---_-_-_____-_--_-__-_
-_-__---_-___--_---____--_-----____-__---_--_-___--_---__----__-____--__-___
--____--___-__--____-_---___---_--_____--_--____--__--_----_-__-_---__---_--
-___--________-_-_-_-_--_-----___--____--___-_---_--_-_-__-_--__--_---_---_-
_---__--_----_-_____-_-_--_---__-_-_-_-___-__-__----___---__-___---_-_--_-__
___--___---_-____--_-__-____--___-----_---__-----_-_-_--_--_---___--__-__-__
_-___-___----_-_-_-__--__-__-----_---______--_____-_-__--__----_-_-__--_----
--_--_-_---__-____-___--___-____--_--___--_-__-_-_------________---_----_---
-___-__--___----_-___-__--____--___-___-_____----_-_-------__----_-__-__----
_-_---__----_---______-_-__-___--_-_---__--_--_---_____--__---_-__---_-__-__
-_--_-__-______-_-___-___--__-_-_---_-__-_-_-__--_---_-___--__-------_--__--
-_-__--___-_-_----_____--___-___--__---___-_____---_-__-_------_-__----_-_--
----_--__-____---_______-__-__-__---_----___---_--__-__--__-_-__--_--__--_--
_---_-_-___--_--______---____-__----___-_____----___-__-___------_---_-_----
-__--_____----_-___-_-__-_-__--__-__-__-_--__--------__-_--___--_-___----_-_
_-___-_-_---------_-_-___---_-__--_--_------___---_--____-__-___-_-__-______
_-_-___-__-__-_-_-__-----_____---_-_____-_-_-__-_----_-_--__--_---___-_-----
--____-__-_--____---___-_---___-______----__-_-__----_-_-_-_-_-__-_-_-------
_--____-----__-_-_____-___--_-_--_-_-_-_--_-___-_---__---__-_---_-___-----__
0020まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/18(日) 18:04:03.20ID:???
--__-------_--___-__-_-_---_____--_-_--__-__-_____-_-__-------__-_-__-___--_
__-_-_-__--__-_--_-----__-_-_--_-__-_--_-_-----_-__--_--_--__--_____-_____-_
___----_-_---______---_----_---_---___--_-_-___-_--_-_---___-__--__-_____--_
-___-___-----__---____-____-___-_-_----__----__----_____----_____-__----_---
_-_-__-----____---__-_--___--___--___---_-____---__-_-___---_---_---___--__-
______-_--_---_---_-__---____-___-_-_-----__-___--____-_-_-__--_-_--__------
-__---_---_--__---_---________--_-_--__------___---__-__-___-_--____-_-__--_
-__-_-_-__-__--_____----__---_---___--__--_--______----_-_-__-_-___--__-----
_-_---__--___--_-__-_----_-___-___---_-_-____-----__-_-_-_-_------_____-___-
--_-__--__--__-_-___-_----___-___--___---__---_-_-__--_--__--_--_-__-___--_-
___--__------__--____-__-_-_-__----_--_-___-_-_-__-_-_-__-__---_____---_----
_-_----__--_-_-_-_-_---_-_-_-________--___--__---__--_____---___---_---__---
----_---___-_-_-___---__-__--_-_-__________--_----_-_--____-__-_-_------_-_-
--_____---_--__----__------_-_-_--__--__--__-____-____--_-_--__-___--___-_--
--__-_-__----___--_----_--___--_-_-___-_-_-_----__---_-_-__-____-_--_-___-__
_-____--__--_-___--____--_--_-____-___-_-_--__--_--__-----_----_--__---_--__
-_----_----__-_-_-___----__--_---_-____--__-_-_--__--_-___--__--___--___-___
-__-_--____--_--_-_-__-_-__-__--_-___--___-__--_-_-_--_--___----_-_-__----_-
--_-__----_--____-_--___-__-_-____-___----___---____----_-_--__-_-_--_--__--
--_-_-_--_-_--__-__--_-----_-_-___--__----_-__-_----_-_-_-_-______-_--______
__---__-__-__-____----__-__--_-_---_-_-__-_--__-_---_-_-_-____--__-_----__--
__--_-__-_---___-_-_-_--_-__-__--_---_--____---__-___-_-_---_-_-___-__-_----
_____-----_--___-_---__---__-___-_-_-__-__________--_----___-_---__---------
-_-__-___-_______------_--__--_-__-__-----__-_-___-_-_-__-----_-_-___--_-_--
_--__-__-__--_-_-___-------_--___-__-_--__-_-_-_-_---_-__---_-___----__-____
-_--_-_____--______----_-_-__-__-_-_---____---_-_--_--__---__----__---__--__
-__--___-___---_--_--__-___--_-_--_-__--_---__--_---_-__---_-__--____-_--___
--__----_-_-_--__-_-__-_---__-_____--_-____--_-__-_-_-__--------__-____---__
-----_--__-_----_-_-_-----__-_--__--_-____--____--_-__-__-__--__--___--_____
-____--___-_-_-__--__-_-_-_---__----___-_____-----____--__-_---___----_--_--
----___-_-_-_----__-_--_-_---_--_____________--_-__------_-_-_--____-_--__--
--____-_-___---_____---_-_-----_--__--_-__-_-_-__---____--_---_--_-__---____
--_---_--____---______-_----___--____-_-_--_--_-_-___---_-_--__--_-_--__-_-_
--_-___---__-_-_-----_--_-__-___-_-_-_-_-_____----_----__---_-__-___--_-____
____-__--___---__-__--__-_-__-__-___---__-----____-_-_---_-------__-___-_---
-----_-_--_-____--_-----__--__-_-_-__-__-_____-_-__-_----____--___-___-_----
__--__-__-_-_-_-_--__-----_---_____--__---_-___-_-___--____----__-__--__----
---_--_--_-__--____--_-_----__-__-__-__--__-_--_---_-__---__---________---__
_---_-__-________-___--__-___----____---_--_-_-_---_--------__----__--_-____
-_---_-_-__-__--_______-_--____-_-------__--_--___-___-_-___-_-__-_----_----
-__-_---___--__-_---__-_---__----_-_--____-______-__--_--__--_-_-_---_-__-_-
-_--__-_--_-____------__-__-____---__--_-_--_-_-__-_------_---_____--___-___
__--____--_--------__-___---_-__--_---___-__-____-----__---_-_-_-_--_____-__
-_-_-___-_-_____-_---_-_-_-___--_-_-------_-___--_-_-__-__--_-_-______------
-------_-___--__---_---__-_-___---_-_-__----__-_---__________--_-__-__-_-_-_
_-____--__--__-_-_-_---_____--___----_-_---___-_-_-----_--___--_-_-___----__
_-_-_--__--_--__----_____-__-__---__---_-___-_-_--_-_-_-----_-_-__--___-___-
---__-__-__--_--_-_-_-__----_-__--___----_-____--_--____-__--__-_-_-__--_-_-
_----_-___-__----_-_--------____-___------______-____-------______-_-_-__-__
-_____-___-____-------_--_-__--___---__-_-___---_-______------___-_-_-_-----
0021まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2016/12/25(日) 18:07:35.51ID:???
-__-__-__----___-_-___---____---__------_--___----_---__-_-__-_---_____--___
_--_-___--_----_-___-___-__----__--_--_____--__---__-_-__-__---_--___----__-
---_--___-_____-____----_-_--_______----_-_--____-__---_----_-_--_--_-_-_-_-
-___--__-_--___--_-_--_-_______--------__--_-_-___-_--___-_--_-____-_-----_-
__--_-__-_-___---__-_--_-__-_-__--__--__-__----_-_-__-_-_-_-__--__-__------_
----_--___------_-_-_-__-_-_-____-__--___-__--___-__-____-_-__----_-_-_---_-
_---__----___-___---_---_--_-___-__---__--_--__---_--_-__--_-_-___-__-__-___
__---__--____-_---_-----___------__---_------__--_-___-__-__--___-________-_
____-__-_--__---____-_----____-___-_--_---_-___--_---_-__-_---__-___----_---
__-----_-----__-_--__--_--_--_----_-____-__--__--_____--__-_-_-_____-_---___
_---_-__-_-__-__--_-__-_-_---_----_-___-___-__-_-__-__-_-_--__-_---__--_--_-
__--___---_____-_-_-_-_---___-_-_--_--_-____------__--__--_____------__-_-_-
--_-__--__--___--_--_--__-___-__-__-_-----_-_-______--___-----_--_--_-_--___
-_---__-___-__--_____---_-_--_---_--__----_------__-__---__-__--___-____-___
__--_--_-_--____-----__-_-_----__--__--___-_---_-___--___-_-_-_-_-_-___-_--_
_-_-___-_-_--__--_____-_-_----_____--___-_-_-__----__---_-_-___---_---_--_--
-__--__-_-___--_-__--_----_-____-_--____---___--__-_---_---_--_-___--_-__-_-
_--___-_____----___--________-__-_-___--_-_-__--_------___-----_-_--_---_---
__-_---_--_-__---_-__-__--_-_--__-_-__----_____--_-___-_-__-_-___-------__-_
_-_-----__--____-----_-__-___---_-_-_____--_-__________--___-_---__---------
-___-__-----__---_-__---__--___--_---_---__--___-__-_-__-__----_-___-____--_
--_-_-_--__-----__-_--_-_----___--___-__-_______---___-__---_-_-_-__--__-_--
_--_____-----__--_-__-__-_-_-_-_-________-_----____----_--__--_--__--_---_--
___---_--_-___-_-__-_-___----__--_--__-___-__---_------___-_-______----_-_--
_--__-___-_----_-_-_---_--___----___-______--_-__-_---_-_-_---_-__-___--_--_
__--_---_---_---__--____-__-__--_--__--_--_-______-_--__--_--_---_---_____-_
-__-___-__----_-_--_-_-____-----_--_---_--_----___--__-_--___--___---_______
_-___--__--____-_-_---__-__-----___-_-__-----_--_-___--__-__----_--____---__
-_--___---_____-___--__--________--_____-----_-_--_------_---_-__--____-----
-_-__---_-___--____----_____---__-_--_--__-__-__--__-_-_--_----___-___----_-
_-____---_--__---_-_-_-__-__-__-______----__-__-_--_--___--__---_---_---__--
_-__-_-_----_-_--______---_____----_-----_-_-___----_-__-__--___--_-__--___-
_---_--__----__-____---__-__---_-____--__-__--__-__--__---_____-__----_-_---
---____----------__-----_______--_--___-___-___---__-__-_-____-___-__----_--
---__-___-___--_-__-------_-________---_--__---_--__-_--_--_-___--__--___--_
-_-----_--__--_--_______--_--___--___---_--____-___--___-__--__------__---__
---_-_--__-__-__-_--_--_--_-_____-__--__-___--__-__--_-_--_---_---_-__-_--__
_--__--____--__--_--__--___-_-__--_____--___-_-_----_-____---_---_-----_-_-_
___---_--_____-_--_______-_----_--_--_---_______-__------____-_-_----__-----
-___-----__------_-__-__-__-______---__---_-_---_-__-__--_---____-__--_-_-__
-_-____-_-_---___--__-____--___------__-__-_---_-__---_-_-_---_-----_____-__
_------_---_--_________-__----_-_-_--_--___-_-_-____--_--_-____--_-__--__---
__-__--__-__----_-_--___-_-___-__-_----__-___----_____---_--_---__-_-_-_-_--
_---_--__----____--_____----__--__-___-__-__-_--_--__-____-__--_--_-__------
---___--_-__----_--_____--_-_-__----_-__-_--__----_-_--__-___---___-_-____-_
__-_-___-__-_--_---_-_-__--__--___-__---_-__--__--____-_--_----____---_---_-
_-_-____-_-_--__--_------___-_______--_---_-__-__-_---------_-_____--_--___-
---_-_--___--_-__-__-_-_-__-_--_____--_-_----__---_--__-__--__-_-_-__--_-_-_
--_-___---___-__-__-__----_-___-_-__----__---_-__-___-__-_-___--__-----_-_--
_-_-________--__-__-____--_-_-_---_-_--_--___--_--__---_----__-_--_----___--
0022まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/01/01(日) 18:52:39.92ID:???
---_--___-_-------_---_--_--____--__---_-___---__-_---___-_-_______-_-_-____
____-----___---__--_--___-_-_---_--__-_--___--_--_-_--__-____----_-_-__-_-__
_--_-_--__--__----_----_-_-____--__-_--___----__---__-_--___-___---___--____
-_-----______-_________-_------__----______-------__--___-_--__-_-_--__-_---
-__-_-_--__-_-__--_---_-_-___--___--____--__-_---___--_--__--_-__---__-_-_--
_-_--_---____---___-_-_-____--_-__-_-_------_-______--_____--_--_--_--_---_-
-____--__----_-___--_-_____--___-_-_-_--_-__--__--__----__---______------_--
-__---_----_-----__---_-___-__---_--____-_-_____----_--___-_-___-_--_--_____
_-_-_-__--_------_-__-_-__--___-__-_-_-_-_-__----_-----__-_-___-_-_-__--____
---____-_-__---__--_-__-__-__---_---_-----__---__--________-__-__----_-_--__
-_-_-__-_------_-__--__--__-_---_----_---__-____--_-_-___---_____-_---______
--__-_____----____-_---_-_-___-----____--_____-----_-__-----___-_---__-_-_-_
_--_____-___--_-----_---___-_--__-_____-__--_----_-_--__---__--__-__-_---_-_
--___--____-___--_-------__-___-_-__-_---__-_-___-_-__-__-__-_-__--__-------
-_--__-__-____-----__-______----___---_-___--_--__-___--_---_---__---___--_-
-_---__-_-______-_--___---_-_---_-___-___-_-_-____---_-_---_-_-_-----_--__-_
______-_-___-_-_--___---_-_-___-_--_-_---_-__--___-----____-----------__-___
____-__--___--_--__-_-_-___-_--_---_--__-_---__-_-_--_-__---___-_---_-__--_-
-_---____-___----_--__---__--__-__-----____-_--_-___---__-_-_--_-_---_-_____
-__-----____--_---_____-___-_--_-____-_-_-_---_------_____-_---__--_--____--
____-__--_--_--_-__--___---_---_-___-_--_--__-__--_-__-----___--_____-_-_---
_-_-_-____-__---_-_-__-__-----_--_-__--_____--___----_-_--_--__-_-_--_-_-_-_
_---___-___---_-__--___-----____-----___--__---_--__-_-__-__-__-__-_--__--_-
---_--_-_--__---_-_--_-__-___-___-_---__-_---_-_-_--_-____-_-_--_--___-__-__
___---_--__---__-_-_--_--__-----____-_--_-_--__--__-_-__--_-_-___--____--_-_
____-_-_----_-___-_-_-_______-______--_--_--_-----__---__-_-_-_-__-------_--
___-_-_--___-_-_-_---__---_---__--_-_--__---_--_______-__---_-_--___----__-_
-__-_--___--_-_-__---__-_-_-___-_--____-___-_-----___--_--_-_--_-_-__-_-_---
_-__-_---_-_--__-____--____---_---_-__-_-_--_-_____---_--__-_---__-__--__---
__---__-___--__--_--____--_-____-_------__-____-__---_--_--_____--_-_-_-----
___-___-___-_--_--_--_--__---__-_---__--_-_-__-___-___--_-__-___-------_-_--
-__--__-__-_--___-_-______----_____---_--__-_--_-__-_-_-_---_-_-_----__-_---
--_____----__-___-_-_____-__---_---___----_-__---_-__-_-_---___--___--_---_-
-___-_-__-__-_-____--_-__--_---__--_-__-__-__--___----__--_--_-_-_-_--_-_---
-___--_-__---___-_-__----______-_-_-------_--_-__----_-____-_---___--_--____
-_-__---___--_______-_--_-_-_____---_-------_--_-__------____-_-__--__-__--_
____-__---__--___-_------___--_-___-_--_-__-_---_--_--__-__-__--__-____-----
____--______-__--_---__----_-__-_------_-__-----_-_____-__--___----__-_-_-_-
__---____-_-_-__--_--__--_---__-_--__-_____-__-__--_--___-_-------__-___----
-----__-______-_-___-_---__-___--_--_-____-_-_-_-_-_--_--_-_-_-_----_--___--
_____--____-_-----_-_---__-_--__----____-__-----_--_-_-__---__-_---___-_-___
_--_-_-_-------_-_--__--___--_-__-_-_---__--____--__-_______--__-----__-_-__
____-------_-_-_-_--_-__-__-___-_____------_______----__------_--_-__-__-_-_
_---__-_--_-__-------_----___--_---____---___--_----______-__-__-_---_______
--__--__-__---___--_-_---____--_--_____---__-______-_----_----_----_____-_--
--_-_-__-___-_-_-___-_-_-___--_-__-----___---_-__---_--_-____--_---_-_-__--_
___-__---_----_-__--_-___--_-_-_____---_---__-_--__-___----__--_----___--___
-------_-___-_-___-__---__-_-_____-__--_-_____-_----_---_-__---_-__---____--
--_-_-_-_--__--_--___--_-_-__--___-___--_----_--__-_-_-_----_-_-__-____-___-
--_-_----___-_-_-_-____-_--___-_----_-__--__-__----____-_-_-____-___----_---
0023まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/01/08(日) 18:07:54.15ID:???
_-____-___-_--_--------_-_-__-___-_----_-____-_--__----_----___--__--____-__
-_-______---_-_______-__--__-_-____----_--__----_-__-__----_-----_-___---_--
--____-_---__----______--_--_---___---__--__-__-_-___--___-_--_-----_-_-__-_
-_-_--__-__-___--__--_-------_-___---_---__-_-___-_-___-__---____---_--__-__
--___--------_-_____-__-__-__-_---__-----_-___---__-__--___---_---____-__-__
_-___--_____-__----___-_---__---_--__-_--___--_-_-_---____---___-_-_---_-_--
--_----_-_-_-__-_--__--__-__-___-_-_-___--_---___--_---_-___-_-_--_--_--____
_-_-___---__-_--____--__----_-_____-------_-___-_-_-_-____--__---__----__-_-
__--_---_-__----___-_--_--_--___-_----__--_-__-_--____--------________--____
---___-_-_------__--_-_---____--_---___---_-___-_---__-_-__-----__-_________
-__------_-------____-_-_-_-_--_--___---_---___-_-___-_-______----_-___-____
_-----__-___-_--_-______-_----_----_-__-__--_--_--____----__-_----_-______-_
-------_--__-__--__---___---___-_-_-_-__-_-_--___-___--__--_--_-______----__
__-_-_-_-_-_-__-__-____----__--_-_--___-_-_-_-________-----_---__--_--_-----
_---____--_---_-__-__--_-_---_--__-______-_--__-_---__--___--__--_-_--_-_-_-
___--_-__--_-_-_-_____-----__--__-__-__-_---_---_---_-___----_----_____--___
---___-_-_-_____-_-____--____--__--__---______--__-__----_-----_-_-_-----_--
-_-----_-__-__-_----_-__--_-_-__-___---_---__-__-_--__-____-___---_-__-_--__
__---_-__-----__-__--__-_-_--__-__-____---_----___----_--____-_---__-_-___-_
-_-----_-_-_--___---___--_----_-_-_----____--_-__----____-_____-__--____--__
--_-_-_-----__-_--__-_-__--__----_-_-_-______-___---_--_---_-_____---__-___-
---_-_-_--_-_-___-_----____--__-_-___-_-----__-_---_---______--__-_---_-____
_---__-__-____--_--__---__--_-_--_--___---____-_-_---____--__-----_____-_---
__-__-_-_____-_--___-__-_----_--_--__----_----______---_--__------__-____--_
-__-__---__--_-_-----_-__-__----_-_-_-__---___-______--_-_-_-_-__--__-_---__
--_-___-_______----__-__--__-_-__---_-_-_--__---__--___-___--_-_---_----__--
---__-__--_---_---__-_-__-_--_--__---__-_-_____--_______-_-_---_--_-_--__-_-
-__---_--__--___--__--____--___-__-_--------_-_-_--__--_-____------_______-_
_-_--___---____---_-_--_-_-_--__-_--_---_--_--______-__-_----_--_-___--___-_
-__-___-_-___--_-----------______-_--__-__-_--_---_-_-__---____---__-_--____
_-_----__-_---___-__--_-_______--__-_-__--__-_---___-_-_-----_--_--____--_--
-__--_-_------___---_---_-__---__-_____-_-_-_--_-_---___-_-_____-_-_-__---__
_-__-_-_---_-_---_____---_-_------____---____-_-_--____-__-___--_------___-_
__-__----_-_-__-_-____-___---__----__--___--__-_-_-_--_-------_-_-___-___-_-
-_---_-_----___-----____-___-__------_-__--___-_--_-_-__-____-_-_---____-_-_
-_-____-__-_-__-----___--_-___-_---___----__-_-__-___-__----_-_---_--_-_--__
_-------____-_-________----_-__-_--_________-_-__-----__----__-_-__------_--
_--_-_-_--____-__-_____---_--_-_--___--_-__-_-__----___----_--___---__--__--
--____----____-__-_-__----__-_-_------_---_-_--_----___-______----__-_____-_
__--_-___-__---____--_-----____---___--_--_-_--__-_-_---___---_---_--_-_____
_-__-__-__-_-__--_-___--_--_----_---_--_____________-__---_---_-----_--_-_--
___-_____-_--__---___-----__--_________--_----_-_---_-_--_-_--__--_----_-__-
__--_-_-__---_-_-__--__--___-_-----_---____---__-_--___---_---_-__-_-__-____
________--___-_-_-__---___--_-_-_-___-__---___-_---__----_-__-_-----_-_-----
_--_-__-____-__-_-____-____-__----_-------_-__----_--_-----______--___--__--
--_-_-____--_-___-___-_--_____--___-_-_----_____-_--_-__------__---_-----_-_
--____---___-_---__--____-__-__--_---_-___---__--_-__-_-----___---_-____-_--
_---_---____--__--_--_-_--__--____--_-_---_---___-----___-_________--__-_---
---__--_-----__---__--_---__---_-_-__-__--_____-_-----__-____-___---____-___
_--___-__-_-_--_-__-____-__-_----_____--__-_-__-------_---_--__-_--__-__-_--
0024まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/01/15(日) 18:18:47.87ID:???
---__-_--_---_--__-_____--___---___-____-_----__--__-___-__------_____---_--
__--_-___---_---___-__----_____--___-_---_--_-_____----__--___------_-_--___
---__--_-----__-__-_-_-___-__-_-_---_-_-___--___---__---___-_-___---___-_-_-
--_-__--_-----__--__-_-_-_---_---_-_--_-_-__--_-____-_-__-_-----_________-__
-___--_-__-__----_--_-_-____---__-_-_-___--__-_-_-_-_------___--_-_--_-____-
--__--___-_-_----_---_____--_--_-____--___-_------___--_-_--_-__-_--_-_-____
-__-_----____---_-______--_-_-__-_-__---_-__--__-__-__--__-_---_-___--_-----
__-__-_--_-----------____-___-___--_--____--_---_-_----__--___-_-___--__-___
__---____-_------__---__--__-____-____-_-__---__-_-_--__-__----_--__-__-_---
-____--_-----_-__--______---_------__--____-___-_-___---_----_----__-___-___
-__-_---_-_--_--___--_-_____-__--__-_-_--_-_-__-_---_-----__-__-_--_-__--___
_--_--___--_--_-___-_--_--__-__--__-_____-___-_-__---____---_----_---___----
_____----__--___--___-_-_-_-__---_---__-_-_---_---______--_-_---___-___-----
____--__--_____--_-___-__--___-----_--_--_--__-_____---_--_--__-__-__-------
____-_---_-__--_-_____-_--_-__---_-_-----_---_---_-_-_-___-_----____-__--___
--_--______----_--__-_-__-_-__--__-_-_-____--_-__--_---------_-_-__-_-__-___
________--_-__--__--_-----_----_-_________-----_-__-----___-----__-__-_--_-_
--_-_-_____-_-_--_---_-__-___---_--_-_--_____---_---_--_-_--__---__-_-___-__
__-____-_--__----_-----______--_-___-__--__-_-_---__----_--__-__-__-_---__--
--__----_______--_-_--_-_-_-__-__--___---_-___-__--____-__----_----__---__--
-----___----_-___-___--_-___-__-__------__-__--______--__-_-__--__-_--__----
-_-_----____---__--_-____-_-__---___--____-----__--__--___--_-____---_---__-
-__-__-__---_________--_----____-_--_-_-_-_-_--__-__---_--___--_---__--_----
_-___-__-___---_-__-_-_--_-_---_-__-_---__----_------_--_-__-___-___-_-__-__
__-_--____--_-_---_-_--_____-____-_-___-_-__-__---__--_--_-----__-_--__-----
--_---_-____-__-____-___--__-_-_-____---___-__----------___--_-____---_-_---
_--------_--_-----____--_-____--___-_---__--___-___-__-_-_-_--_--_-__-____-_
_-____-___-__--_---_-__-__----__--_-__----_-_----__-_---___---____---_-__-__
_____---_--__--_-_----__-_--___-----_-----_____-___--_--____--___-_-_-_-__--
--_-__-___-__-_--_-_--____--_-----__---__-_-___------_-__-__-__--___--___-_-
-__-_-__----_--_-_-_-___--__-___-_---_______-__-_--_--_--_-_-_-_--_-_--_-_--
---__--_--_----_-__-_-_---__-__---__--__---_-__-___---___________----_--__-_
____-____--__---_-_-_--_-__-_---_-___---____---_--_--___-----_---__-_---____
___-_----_---_------__-_--___-_____-_____---__---____-_----___-____----__---
-_--_---_--_-_-_-__-_--___-__--__--_---_-___-__-_-___-_-__--___--_____------
_-_---_---____----_-_-_______---_-____-_----_--__-_-_____-_-__--_--_--_-_---
-----____--_-----______---_---_--_--_-_-_--____-_-__-_--____--_---_____-__-_
---_--_-___--__-_----_---------__--_-_______-__--_-___---______-_-___-___---
--____-____---_-____--_--_--_---_-_-__-___--_---__--__--___---__-_-_---_-_-_
-_--__-_____-_-_-_--___-_-__-_-____----_---_-_-__---_--_-_-_-----_--__-___-_
--_--__--__-_--_--_--__--___-----_---__-_-_-_--_-_--_-__-_______---_--______
_---___-___-_-_-__--__-__--_____---_--__---__-__-----_-____--_-_-_---_-_--_-
____-_---__-__-----___----__-----____--___-_-__-__---_--__---__-___-__-_-_--
--_-_-__-___---_-___----__-__-_-_-__----_______-----____-___-_---__--_--_---
--_-_-_-______--___-_-___-__--_-__---_-___-__--__-----_-_--_----___-_--__---
________------_-__------__-_---_---_---_-____-_-_-_--_-__---____--__--_-____
---_--_--________-_---__---_-__-___-_-____-__--__--_-_-__--_--_--_---__---_-
-_-_-----_-_-____--___-____--_-___--____--_-_-__--_---_-_-_---___---__--__--
_-_----_-____-_-_--_-____--_-_-__--_-____-__--_-____--_------____---_-_--_--
__-_---__----_-_-_--_-__-__-_---_-__---___----__-_-_----__--____-_-____--___
0025まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/01/29(日) 19:05:38.33ID:???
-____-_-_-_---___--_-----____-_-___---_-_________-__---------_----____-__---
_-__-_-_--__-__--___-_--__-____-__--_-___------_____--__---_--__-__-_-------
__---__--_-_-__-----__-___--_-_--_-_------_-_--_-______---____-______--_-_--
---__-__--_-----_---_--__--____----__-_-____-_---_-__----___-_____-_-_-___-_
_____-_-___-_--___-__-_____--_--_-_-___----__-_---_--_-----__--_-_--__----_-
__-_--_--__-____-__-_-__-__---___----__-__--_-_____-----_----__--___-__-----
_-__--_--__-___--_--_------_-__-____-__-_--_---__-___---_---___-_-_--__-__-_
----__-_-__---_-_-__----____-____-_-__-_____------__---__-_---__-_---_--____
_---_______-_-__-_-_--_--___----_----_--__--___-_-__--__--_-_-__----_-___-_-
---_-__-_-_-________-_-___---_-_--_-__-_----_____--_--_-_-_--_-_--_--___----
_---__-_---__-_--______-_-----_-____--_--__-_____---_--_-___-_--_-_---_-__--
-_______--_-_-_-_--_-____--__--___-_---__---_-_---___-___--_-_-_-_-_------_-
---__-_----_--__-_------______--_---_-___--_--___--_-_-_-____-_-__-_-_-___-_
___---_-_--____-_----___----__-_-____-_-_---__--_---__-_-_____-_---_-___----
_-_--_______--_---_-_---___--_-_--_--_-__--___-_---_____-___-----_-_--_--__-
-__-__-__-_--_-----_--__--__-_----__----____-_--__-_____-------__--_-_______
--_-__--__---------__-___-_--_-_-__-__-_-_-_-_-_-___-_--_-__--__---____-__-_
---__-_----__-_-_____-_--_----__---_-__-_-_---_--___--_-______-__-____---_--
-_-___-__-__-____--___------_--_-_-_--__--___-_-------_--_-___--_-_-___--___
-__-__--__--___-_-_--_--_-----_______--_--__--__--_-__-_----_-__-_-__-_-_-_-
__---_-_--_---_--_---____----____---_--___-_-_-_-___--____--_--___--_-_-_-__
_-___-____-----_-_-_-____--_-__--___--__--___-_-__-___--------_-_---__-_-_--
-__---____--_-__-__---_--______--__-_-_-_---_-_--____---_____--_--_-_-----_-
__-_-____-_---_-_-_-_----_----_--_-_-----_-__-__-_-__-_-_--__-____-_--__-___
___---__-__--___----___-__---_-__----____----___-----____-_----_--_--__-____
-___-_----_--____-_-__-__----_----_-_-__--_-_--_---__---___-_-_--___-_-_____
--_--__-______--_-_--_--_-__--_--_---_-_-_--__-_--_-_-_---__-_---_-____-____
_-------_-_---_____-___------__-__--___-__---_-_-_-___-_----______-_-_--_-__
----_--___--_--__-_---__--__--__----__--_-_--_--__--__--___--_-_-________-__
_--_--_--__--_-__--__-_--______--__-___-___---_--_-_---_------_--___-__-_-__
_-_____---___---_-_-___----_---__-----__-_--__----_-_--_--__-________--_--__
---_-___----_-_-__-_--_-___--_-____--_-______-_-_----____-__---___--_---_---
____-__----_-_-__-_---_--_____-__-_--____-_--_-_-_----_-_-___--_-__-_-_-----
-___-_-_-_-_---____---------_--__-_-__-_---___--___-_-___-_-_-_--_--___-___-
_-_____-____---_---_____-_-_-_-___-__--__-_------_-_--_-__--_-__--_---_---_-
----___--_-_-_-_-_____-_-__--__---_-_--_-_-_____----_-_----__--_--_-___-__-_
_____-_---_-__--__--__-_---_-____--_----------_--______----_____--_--___-_-_
_-___--___-_-_____---_--_-_-_--___-___---------__-_----_-___--___--_--____--
_--_____-___---__-___--_-_--_--_--___------_-_-_---__-___----_-__--_-_-___-_
___-_-_--_-_---_-_------_---___-_--_____-_--_-_-__-__---_--____--__-____---_
--_-_-_-_-___-_-_-_--__-___-_-__-_--__-______------_-__-_-_-_---__--__-_----
--_--_-___-__-_-_---_________-__--_-__-----___---_--_-_-_-__-_-----_---_-___
_-_----__--_-_-_-__-_-__---_---__--____-_---_-----____-__--_--_-__--____-___
__---__-_--___-__-______----___-_-_--___-----_-______--_-_--_-----_-__-_----
_-_-__--_-___---__----__---___---__-____-_--_-______-_----_-__----____-_----
--_-__-_-__--_-_-_--_---_-_---_--_--_______--_---_-_---___-_____-_--___---__
_-_-_-__--___-_--___--_-___--_-_---------___--__-___---__---_-_-__--___--___
__-_-_-__-__-___---_-_-______-_____---________--_----_---_-_---_--_---------
--_-_-_-__---____-----_---_--__-_-_______-----_-_-_-____--__-___-__----___--
-_--__-____---__-__--_-_-_-_-_-_----_-________-_--_-_------_--___---____---_
0026まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2017/12/19(火) 11:25:20.30ID:LxYhGn6Z
友達がPCで稼げている情報など。参考までに。
⇒ http://dietdiet324.sblo.jp/article/181868184.html

興味がある人のために書きました。

HNOWTUEJZ6
0027まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/05/01(火) 06:51:57.80ID:Xhv/syhE
知り合いから教えてもらったPCさえあれば幸せ小金持ちになれるノウハウ
時間がある方はみてもいいかもしれません
グーグルで検索するといいかも『金持ちになりたい 鎌野介メソッド』

Y0K05
0028まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2018/05/13(日) 11:02:07.27ID:lGyk6YpK
確実にどんな人でも可能なネットで稼げる情報とか
一応書いておきます
グーグルで検索するといいかも『ネットで稼ぐ方法 モニアレフヌノ』

BAXIW
0029まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/06/02(日) 19:13:19.53ID:???
_--_---___----_--_-_-_-_--_-_____---_-_--_-_----_-_-_----____-____-__-_-____
_--_--_-__-_-___----__----_____--___---_---_-____-_-----___--___-_-_---_-___
--__--__-_---_--__---_-_-___--_--_--_____-_______----____--__--____---_-----
_----_______-_---___--_----__---____--_-_--__________---_----_---_-__-_-_---
__-__--_-_-_____-_--__-----__-_--__-__-----____----__-_____--_----_-_----___
--___--_-___-__-----____-___-_-__-__-__------_-____-__-_---_-_--___-----_-_-
__----_--__---_-___---_-_-_-_----_-____---_-___-_-_-_--____----_-_-___-_-___
-_-_-_-----__-____---____-__--_-----__-_--__--_-____-_-___---__----__-_--___
__-__--_-_-_-__-----__--_--___-__--__----___-_-_---_-_-___----__-_-_---_____
--_-__---___----___----_-____---______-__-_---_--__-_-___-_-_-_--_-_-_-__---
--______-_--_-___---__----__-_-____-___--___-_--_--__---_-_--_------__--___-
----_----_---_-__-____---____-_-_-_--_--_--____-___-_--______--_-_-_-_--__--
_-_--___-__-_--_-______----_-_-_---_-__--___---_-___-_-----____-__-_---__---
__-_____-__-_-_-__--_-_---_----______---_---__-_--__-_------_____---___-_---
-_------___---__-____-__---___-___-_-__----_____-___--_-----____--_-_---_-_-
-_-_-_-_--_-_----_---____-_-_-_-_-----__-__--_---__---___--___-_--__-_______
---___-_--__--__--____------_--_-------__-_-_-_-__--__-______-__-_-_--_-____
___-________--___--_-_---___--------__----_-_-__--_--_-___--___---____-----_
-_--___-__-_-_-_-_-_--__--_-__-------__-_---__-__-_-__--___---___-___----___
--__--___---_-____-_____--_-__---___--____-__----_---__--_-___-_-_------_-_-
_-_-_--___--___-----___---_____-__----_____-_____--____---------_--_-_-_-_--
___-_----__-____-_--_-_----__-_____-__-_--_-_---___--_----____---__-_-_--_--
_--_______-__----___----_-_-_--_-_---______-_-_--__-------__--_--_--_-_-____
_---__------_-_______-_--__----_--_--__-__----_-__--_-_______-____--_-_---_-
__-___-_-___-__-_---_---___-___-_--_----_-__--_-__-_---_----________-----_--
-_-__-__--_-__-_-_-_-__--_____--__--_-_-_-_-____--__-_--_-----__-_-----___--
-___---___-_-_-__----_____---__----_-_--___--_-__-____-_--__-_--_--__-__----
_--__--_-__-------___-__-_--_-_----_-_-_-__--___--_--_-___-_-__--__--_____-_
_-_--_---_____---___------____---_-_--_-_-___-_-__-__----___---_-___-__---__
_-__---__----_---__--__--_------___-___-__-______----_---_-_-_-__---____-___
--_---___-__-__--_--__-_-_--_-_______---_____-_-_---_--__-_----_--_--___--_-
_----_-_-_-_-___-____-_-_--__--_-___--_-__----__-__-__---__--____-__-----_--
_-_--__--_--___-__--_-_____-_--___-_---_____--___-_------_____-------_--__--
-__-----__--__---__-___-_-___-___-----_--______-__-__---__--___-_--_-_--_---
_-_--__----__-_--_-_-_-----_____-----_---__--__-_____--__--__-_--_____-__--_
__-___-----_-_---__----___-___----_-______-_-_-------_-__--_-_-____-__---___
--____-_--____-__-__-------_-___-__-_-_-_-__---__-_-___---__-_-_--_--__-_---
-_--_-_---__-___-______-_--_--_----_-__--_-___-___---__----_--___-___----_-_
__--_-----_-----_____-_-_-______-_---_-_-_-_--__---___---___-_-__--_-____---
--_----_--__-_--__--_____--_---_-________---__-_-_--__--_-_-_-_-_-_-__---_-_
_--_---_______-_-___--_-_---_--_-_--__------_-_--_-__--__-____-_-___-----___
__--___-_-_-___---___---_---_---_-_-_____-------__--_--___-_-_____-__---_-_-
_--_-_--_--___-_--_____-_--_-_______-_--___--_-_-__---_--__-_-_--_-__-------
_-____------__---_-_-_-_---_--__-_---__----_____--_-____---_--_______-___---
-__---__---____-_-__-_-_---___--_-__-_-_-_--__----___-_---__---__--__--___-_
_-_____----___------_--______------__-------__--____--_---___--_--_______-__
_--__-_-_-___-_-_-__--_--_----______---__---_--_--_____--_--_----_-_-____--_
_-__-_---__--____---_-_---__-___-_--_-_-----____---___-----___--__-____--_-_
__--_---_--___---_-___---__----_---_____--__--_---_---_____-__-_-___-__--_-_
_-__--_--___-_-__-__-_-_-_-__--_---_-__-__-___-------__---_____---__--__--_-
0030まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/06/23(日) 18:23:30.28ID:???
----_-_-__--______-----__-_-------__-____-_-__---_-_---_-_-_-____-_-_____--_
__--________--_-__--_--____-__--_-___-_------_--_-_--__-___-_----_--__-----_
-_--_-___------_____-_-----_--___-_--______-___-_--_-----__-_-_---___-_-__-_
__-______-------__------_-__-_---__---_-__--__-_-_-___--_----____-_--_____-_
-__-_-__-__------_______-__-___--_-_________----__------_-_--_-__-__--------
-___---__-------____-_--_--___-__--_-_____--_----___--_-___-___-__------___-
--_-_-_----_-_________-_-_--___-_-__------_-_--__--_-__-_----___--___---_-__
---__-__-__-___--_-_--_----_--_-_-_----_____-_-_-_----__-__-_--_-__-___-_-__
--____-__-__-_----__--_____---_---___--_---___---__-__--__----_--_-__-___--_
_--____--_-____-------_-____-_------___-__---_-_--_----____-_-_--__-_-_-____
_-__-_-___-__--------____-__--_--_-__-_-__--_---__---_-__-______--_-_---_-_-
__---_-__-__-__---_-___-__-_--_-__--_-__-_-___-_-____--___--_-----_-_----_--
--__----_---__-_-_-_---__-____---_--_---_--______--__-_------__-____-_____-_
--_-__--_______-____---_-__--__--_----_--_----___-_-____-__--__---_-_---__--
______----_---_---__------__-_----_-_-_-_-_--____-___-__-_-_--_-_-__-_-____-
____-__--__-___---___-_-----_-_-__-_---_-_--__-_--____---_____-_-___--------
-_-__-_--_-_---_-_--______-_-____-_-___-__-_-__-________-------_-----------_
-__-_-_-_____---_-_---__-----___--__-__--__--____-___-__-__--_-_---__--_----
_---_-_-_--_-_--____---_---_---___-_-___--__--_---______----_--____--_-_-___
-__--_--------__-_-_--_-__--____-___-___-_-_----_--_____-__----__-___---___-
-_-__-_-_-____-___-__-_-__-------___-_-_____---_----__-__--_-_-__-___-------
__--_--__---_____--__--_----_-____-_---_-__-______---__---___-_-__--_------_
--_--------_--_-_-___--____---_-_-__---_-_____--_---_--____-_---____-____-__
_--____--_-__-___-----__----___--_____---_---___-___----_-----_--___-__--___
-___---_----__---_--_--_--_-_-____---__--_-------___-_--___-_-_______-____-_
_____-__-_--_---_-_-_--__-____-____--__----___--_-_--____-__---__-----_-----
---__-____---__---_---___--_-___-___--_-___-__-_----____--___---_--_--_-__--
-__--_____-_____-_-____--_-_----__-_-_------_-__--__--___-___----_---__--_--
--__-___---__-____---_--___--__----__-_-____--_-_-_-_-__--__-_----_-_-___---
-_-_______--__---_-__---___-____-_-_---__-----_-_-----_---_---__-__-__--____
-_-_--_-_-_--__-_-_____-_-_-__-_--__--____--__----_-___--____---_------__-_-
_-_____-__-_-_-----_-_-_----___-___-___-_---_-__--_-_----___--_--_--_____---
----------_------__---___-_-__-_-___-___--_-_-_--_____--_--__-_______--__-__
_--__--_-_-_---_____--_--__--_-_---_---_--_-__-_-__-_____--_-_-_-_-___--__--
_-_-___-__----__-___-_-_-----__--__--__-_-____---_--_--__-_-__----_-__--_-__
--___---___--___-_-_--_---__---____-_-___-__-_-___----_--_-____-_----__-_---
-___-_-_-______-_-_-_--_-___-_---__---____------------_-___-__----__-_-__-__
-_____-_______---_-___--_-_--__-_----_-__-___----_--__-_--____-_---_---_----
-____--_--___--__--____-_-----_-___--_-__----___-_---__-______---__--_---_--
-----_-_--_-_-_____-___-__-__-__-__--_--_----_------____---__-_-__-_-__-_-__
_-_-___-____---_-_-__--_-__-___-_-_-_---_----_--_---__-_-___---_-____-_---_-
___--_-----_-_-__-_-----__--_--__-__--_-----__-______--_____-___-_-_---_-_-_
__---_----_-------___-_-____-_-__-___---___--__--_--____-_-_----____-_-_-_-_
___--___-_-_-_----___--__---_-_--__--__--__---__----_---___-_-__-_--__-_-___
-__-__-_--____-__----_----_____--------_--___-__---_---_--____-____-___--__-
--__------_-------_-_-___--__-_-______-_---_---_----____-__--____--____-____
--_-_--_---___-_--__--_____-__-__-___-_-__--_--_-_-_--_-------__-_-____-__--
___--_____----___----_-_----_--____-_--_-_-__-_---_-_--___---_-_--__--__-___
_-__----_--__-----_________--__-_-____-_-_--__-__----_____---_--_-_-_----_--
---____-_--------___---_-___-___-_-_-__-__-__--__--_-_--__-----__-__-_--____
0031まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/07/07(日) 18:39:06.78ID:???
__-____-_----_----__--_-_-___----___-__-_-_--____-___--_-----_____--__-_----
---_--_-_-_-_--__-_--___-______-_-___------__-______---___----_-_---_-__-_--
__----_-_-_--_____--__----_---_____-_____-_---__-_-____--__--_----_-___-----
-___--_-__-_--_-__--__-__--_-__---_-____-_____----___-__-_------__-_-_-_----
-__-_---_-_-----_-_--__-_-__--_---__-____-__-__-_--_____--__----_---_--_____
-----_-__-_-----___-__-________---_---___--___-_-_____--___----_---_--_-_-_-
____---___--___-_--__-_---_--___---_-_--_-__--_-_--_--___--_--_----___--____
-_-_--_-_-___-----__--_-_--_--_-__-_-__----___--_-_--___---___-_-___--__-___
-__-__-____--_---___-_____---__---__--_---_-___----__--_--_-____-_---_--__--
__---_-___---___-__--_-___--_---_-__-----___---____-----_____-_--_-__--_-__-
----__-_-__-__-_-_____---_---_--___----___-_-_-_-_-__--_--__---__-__-__-_--_
--_-__-_-___-_---__-_--___-____----__-__----_---__-----_-__-___-_--_--___-__
_---_---__--______-_-_-__-__--_--------__-__-_-___-_-_--_-_-____--_-----____
-______-__-----_------_--__--_-___-_---__-_-_--__-_____----__-_--_-_-_-__-__
-_-_-_--_--_---___-______--____----_-_--_-__---_-___----__-__-_____--__-----
---__-___-_-_--_--__-__--_-_---_-____---_-_--_--__--__-____-_-_--__-_---_-__
-___-_-__-____-_-_-__-_--_--_-_--_____-_-_---_-_-__-__----_--__-_----_-_--_-
------___--_---___------_-_-_-_-_-_-_--____-___-__------___-_____-_-___-__-_
___-_---__--_____-_-_--_--___-----_----__-__-_--__---_-_-__----_-_-_--______
_-___-___-_---_---___-_---__---_--_--_-______----__---_-__-__-__--___-_---_-
__--__---__--___---__--_-___---_-__-_-___---______-_----_---__-__--__----__-
--_-__-_--___-__---_---_-_-_____-_-___-_-_-_-___-__----_-__-___-_-__--------
__-_-_____-_-___-_-_--_--__--___-__------__-__-__-__---_--_--_--_____-------
_-__--_--__--_-_--__-____---__--__-__--____-_-_---_--___-_-_--__---_-__-_---
_-_-_-___-__---_-__-_----_____-_--___-----_-__-__-____--------___--_--__-__-
_-----___--__--_-____---_--_---__-_-____--_____-_-___-_------__---_---____-_
-_--_-_--_-___----__---_---_--__-----__--_-__-____--_-___-__-_-_-_-___--____
__-_-_____---_-__-_----_-_-_-____---____----_--_____--_---__-_-___-----_--_-
-_----_-_----_-_-__--_----_----_-__---_-____-__-_____-__-__---___-_--__-____
-____-_----_-__--_--------___--___-__-__--_-__---_-_-__-_--_-___-_-__--__-__
--_--_-_-____--_--_-_-___---_-__-___---__-_----__-___---____-_-____--_----_-
-____---___-----_---__-___-_-__--_-_-_-_--_---_-_-_-___-_----__--___-_-____-
--_---__-_--__---_-_-_____-__---___-_--_-_-_---__-----_-__-__---_-____-_-___
_---__---__-_---_-----__-_--__-___-__-_----__-_-_-_-__-____--_-_--__-___-__-
_--_--_-__--_____-_--_--__-__---_-__--_--___--_-___-_-___----_-_-_-_-_-__---
-___--_-_--_-_---__-___----_----__-_---______-_-_-___--____--___--_----_--__
-___----____---_-__-_-__________-_--__--__--__-_---_-___-_---_-----__-----_-
-__---____-___----_--_-_--__-__-_-_-_--____-_-_--_-__---_-__-----_-__-__-_-_
__-_-_--_--___---__-_------___-_-_-__--_---_-_-__-_-_--__-_-_-__----__-_____
----_-______---_-_--__----_---__-_-__-__-_--_-_--__-__-_-_--_-_-____----____
--____---_-___------___-___-_-_-__-___-_-----___--_-_-_-___-___---___---_---
-__-__----_--_-----____-____-_--____------____-_--_-______--_--_-----___-__-
-_-------__-_----_-_---___-___-_-__-___---___-___--___--___--_-__--_-_-__--_
-__--__-----___----_-___---__-__-_--__-_-_-_-_--__-_-__--___-_-_--__-__-__--
__--___-_-___----_-____---__-___------__---_---__--_--____--_-_---___-__--__
_-_-_--_----_____---____-__---__---_-_---__----_--_--_--___-_-_-_--___-_____
-_____----_-__-_---____-_---__-----__----__---____-_-_-_---__-__-_-_-__-_-__
-_-_-_----_--_---___--__--_---_--_---________-____-_----____-__----__-__--__
--__-__--_-------__---__-_-__---__--_---____------_-______---_--_______-____
__-_-_--___-_-__---___-_---_-----_-_---_-__--_-__----_--_-____--_-_____-_-__
0032まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/07/21(日) 18:32:54.43ID:???
_-_-_--_--__----___-___-_-___--___-_-_-__-____-----_-___--_--_----_----____-
--__---_----___-_--__---__-__-_------_________-_------___--__-__-_-__---____
----__-_---__-______-----__--_------_-_-___-__-___---_-_--_-____-__-__-_--__
-__-____--__-_-___-----_---_-_---_-__--__--____---____--___--_-----___-__-_-
____---__--__--_______-____-_--__--------___----__------____---_-_-__-__-_--
___--_-__--__--------_-___-_-__-_-_----_--__-__---___-___---___-__-_--_-___-
_-_-____-_---_-_-_-__-_-__-__-_--_--_-__---__--___--_---_--_-_-__----_--____
_--___-_-__-_---____-__-_-_-_-__-_-----_---___-_-_--_-_---_-___-_-_--__---__
_---__--__--_----___----____-----____-__--___-____-___--_--_---_---_-_--____
___--__-_---_________-_--___-_--___-_--_-__--_--__--__-_--_-----_----___----
_--_--_-__-_-__--__--__----__---_---_-_--______-_--_-__-__--___---_-_---____
--__--__-__---__----__-_--_-___-----___---____--_-_______---_--_---___--___-
___-__----_-__-________-____----__-_-__-_-_------__-__-_--_--_-_-_---__-----
--_-__----__-_--___-_-__--__--_---__-_--_-__-_-__--__-_---_-___----_-_-_____
___-___--_-_---_--_-_-----_-___-____----___-_-_--__-__-_-_-_--_-___--_--__--
---_--___-_--_--___-_-___--_-_------_-_--___-_-__-__-----_____-___-__-_---__
_-_-__---_-____-_---__--_-_-_--_-_-__---____-----__--___-_--_-__-_--___-__--
__-_-___-_-____-_-_____----___-______--_--_------_-__-----------____-__---_-
_------__--_-__--------_--____-____-_-___-__-_-__-_-_-___-_--__--_-_--__--__
-_--____---____-_--_-_-_-_-_-_-__-__--__----__-_____--_----_--______-----_--
--___---_-__-_-_--____--___---______--__--_--__--_-_-__--__--__--_---__-_---
--__----______----_-___-__--__----_-___-_____-_----_-___--------_-_____-_-_-
---_-__--__-_-__--____-----_--_--__-_-__--_-______-__---__---_-_--_--_____--
---______-__-_-_-__-----_--__-_---__-_--___-_--_-___-__-_---____-------_-___
-__--_---_--____-_--__-__-__-__-_-____--__---___-__--_--_---__--_-_--_-_---_
_--_----__--_____--__-_--__-_--___--__-_--__-_---_-____--__------___---__-__
--_---__----__---__---_-_--_-_---_-_______---__-____--__--_-__-__--_-_-_-___
___--______-----____--_--__------_____--____-___---__--_---__--_-__--_--_---
-_-_______-____-_-------_--_---___-_-_-___---_-_---_-_---_-___----____-__--_
----_-___-___-_--__-------_-__--___-__-----___-__-_--_-___-__-_-__---__-_-__
_-__-_---_-_-__--__-__-_-_--_-_--____-----_-_-__--_--__----_____----___--___
_-_-_-__-_--_-_-_--_-__---_-_-_____-_--____-----___-_-_--_-__------___--_-__
-_---_--___--__-___----_-_---_-___----_-__-_-____---__-_-_-_--_-__-__-___--_
__----_____--____-_--_----_______----__--_---___--_---_-__--_-____-_---__---
--_-_-_______-__-_-_--___---_---_----__---___----__-__-__-__-_--_-_-__--_--_
-___-_____-____----__---_--_-____-_----_-__--___-_----____-_----_-___-_-----
_---_-___-____-----__-_-____--__-________---_--------____-_--__------____---
______-_-_-_------__-_-_-_-__-_-___-_---_-___-_-----__-____--__-------____--
_-_---___-__-__--_---_--__--___-__-_----___-_-___-__--_-__-____-----_--__---
--_____---__----___--____-_---___-_----__----__-__-_--_---_-____----_--_____
___-----___----___---------_______----__-----_-_-_______--------_______-____
--_----_-_-___---_-__-_-_--_---___-----_-__-__-_-_-__-_-_--_____-__-__--__-_
_-_-__----___-_--____--__-_-__--_-___-______--___-_--___--___-------_-------
------_-____-_----_--_---------___-_---__-__-_-_________-_-___--___--_-___-_
-_----___--_____-_---__-__-----_-____--_----___--__---__--__----_-_-___-____
___--__-___----_--_____-__-_--_-_--_--__---_-___-__---_----_-_-_-_-__-_-__--
_-_-__-_--___-__-__-_----__-_--_--___-__---____--__--_--__-_--_--__--_-_--_-
_-_-__---_--_-_----__-__--___-_--__-_-__-_--__--_---__--__-_-_--_-___-_-_-__
--_-__---_---__-__-_-__-_-_---_-_---______----_-_---__--__--_-__---____-____
--__---__--___---___-_--_-__-__-_--______------___-__-----_-__--_-_--__-__-_
0033まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/08/04(日) 18:22:33.43ID:???
------_-__-__--___-_-_-_--__-----____--_--_--__-_______--_---_--____---__-__
_-_____-_--_-_-----__-__---___--_-_-___--___-_-___-----__--____--_--_-_----_
___-__-__-__-_-_--_--_---___-----_--_-__----__--_--_-----____----_-_________
_-______--___---_-____---_-_-----_-_-_-_-_--_-_-_-----_-__-___----__-___--__
-_-_-_----_----____-_______--_--__------_--___--______-__--__----__-__---_-_
-____--__-_-_-___-___-__-_--_--_-__-----_-_-___--___--_--_-__-__--_-_---_---
--_--__-__-_-_-_--_-_-_--__-_--_-__--__-_-__--__-_--_-__-_-_--_--__-__---___
-_-______-__-_---__-__-----__-----____--____-_----_--__----___----_--_____-_
-_--_-_-___-__-__---__--_------_---___--_-----____-__-_-__-_-___-__-__-__--_
-___-__-__-____-_-_-_--_____-___---_---_-_------___-_-_-__-_------_--_--_-__
-__-----__--___-__--_---___--_-_-------__--_----_-_____--__-_____-_-__--____
----____-_--__--_-__-___-__--------_-_---_---_-__-_----_______-_--___-_-____
-_--_----____-__-___------_____--_----_____----____-_____-_-_-__----_-__----
--_-_____---_--_--_--_-_-__-_---__-______---_-____-___-___-_-----_--__---_--
_---__-_____-__-_---_--__--_---__-_----_-_-_-----_---___-_____--_--__--_____
--_-_--_______-_--__-__-_-_-_-__-___-_--__---_-__-__--____--__-------_--_---
_-_---______-_-_----_-_-_-_--___-_-___----__-----_---_-_-___-__-_-_-_-___-_-
_____--__--------_-_-_-___--_--__----__--_-_-_____-_--_-_--__---_-___--_-___
__---_-_-__-_---__--____--_-_------_____---___--_--__-_---_--__-__-___--_-__
-_--_-_----_-_--__--__--_---_----__-__-____-_-__-_-___-__-____----__-_-__-_-
__-_---___-_-_---_-_--___--____---_--_-------____----_-__-_-_-__-___-__-__-_
-_--_-___________-----____--__--___-_-__-_----_---_--_-_---_--_-__--_-_-_-_-
___-____----__---_-_--_-__-___--_----__-_---__--__--___---___-_-_-__-_-__---
--__-_----------___-___-_--_--__--_-__-_-__-___-__-_-_-_-__-----______--_-__
_----_--__--_-__----__--_----_-_----_____--__--___-___-____---__--____--_-__
-__-_--__---_--_-_---_---_-_---_-_--__--__---___--___-__-__-_-_____-__-_--__
-________---__-__------____-___----_-_--__--___--___------_-_---__---_--____
__--_-____-___-____----_-_--_------___-____--_----_-_-__-___-_-_-__-_---_---
-_-___-__-_-----_-__-__-___-_-__-_-___--_-_-__-_-__----_----_---__-_-___--_-
-_--__--__----_-_-__-_____------____-__--___--___-----_----___--____--_--___
-----__-__-____---____---__-__-_--_-_-_---_-_____----_-___-_-_---_-----_____
____-------_-----_---_--_---___-____-_-_---__-_--__________----__--___-_-_-_
-__--_-__-___--_-__--_--_-_--__-___--_--_-_-___--___-_-_--__-_-_-_---__-_---
_--_---_____----_-__-____---__-___-_--_-----___-__-_-__-_-____-_------_--_-_
-------_-____----_-_-__-_---_--__-__-__-_-____-__-_-__-_---__-_--__-_--__-__
_-_--_----_-_--_-_-----_______-_--_-_-_-_______-_---______--___------_---__-
-___-------_---___-_----_-__-----_-___-__-___--__-_____----_-_-__--___--____
_____--_--_-_------_-_--_-_-___--_------___--_--___-_-____--_-__-_-_-_--____
-__-------__-_---_-_-_-_--_-___-____--_---__-____--____---__--___---_--_-___
_--_-__---___-_-__--_-__---___--_---_--___-__-----___-____-_--_--_-__-_-__--
__--_____-_---____----__-__--__---______--_---___----_-_-_-___---__-----_-_-
-_--_----______-----___-__-----__-__--_--_-__--_--_--___----_____-___--__-__
----_-__--__-_-___-__-___----_--_--_______---___-__-_-_---_-_-___--_----__--
---____------_----_-___--_--_--_______--_--_--_-_-_----__-_-___--__-____-___
_____--_--_--_------_--_____-___--_-__-___----_-____-____--_-----_-----__-__
__-_------_-_______-----__-_-____-__-_-______--______-_--_---_---_--------_-
_-_-_-___-_-___----_-_------__----__-__-___-_-______---_--___-_-----__-___--
_-___--_-_--____--___-__--_------____----_---__-_____----_-_-_--___--___--_-
__---__-_-__-_-___----____-_---____---______-____--_--__-----_-----__---__--
_--___-__--__-_--_----_-_--_-_-_------__--_____---______--__-_---__-_--__-__
0034まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/09/08(日) 18:25:54.08ID:???
-~-~~~-~---~-------~~~------~-~-~~~-~--~~--~-~--~~-~~~~~~-~--~~~-~~-~~-~--~~
--~-~~-~-~~-~~~~-~~~~-~--~--~--~~~~~~~~~~-~----~~-~-~--~-~-----~-~-----~~---
~~~~~~----~~-~~~----~~~~~-~~---~~~-~~--~--~~-----~---~-~-~---~--~--~~~~~--~-
~--~--~~~~--~~----~~---~~~~~----~----~~-~~~-~~~~~~~~-~~------~-~--~~~~--~---
-~~--~-~--~~~-~-~--~~~-~--~--~-~~~~~-~---~~---~~-~~----~-----~----~~~~~~~~-~
-~~~---~-~------~~---~~-~-~~~-~---~~~-~~~---~~~-~-~---~~~~-~~~~~-~--~-~~----
~--~---~--~~--~------~-~---~~~---~~~-~~~~~-~~~~-~-----~--~~~---~---~~~~~~~~~
~-~~-~~-~-~~-~~-~~--~~~-~--~~~--~--~~~~~-~---~--~----~-~~~~----~-~--~-~-~---
~-~--~-~~~~---~~----~--~~-~-~-~----~-~~~-~--~---~~~-~---~~-~~--~~~~~-~--~~-~
~~~~~~-----~~~~-~---~-~~~-~-~---~-~-~-~~~-~-~--~~~--~---~-~--~-~-~---~-~~--~
~----~~~~-~~-~-~~--~----~--~~~--~-~~-~--~~~-~--~~~--~--~---~~-~~-~-~---~-~~~
~--~~-~---~-~~--~----~-~~---~~-~--~~---~~-~-~~-~~-~~~-~-~---~-~~~~~----~~~-~
~-~~~~-~~-~~~~--~--~-~----~--~~----~~----~---~---~~~---~-~~~~~~-~~-~--~~~~--
-~--~~--~--~---~~~-~--~-~--~~--~-~-~~----~~~-~~-~~~-----~~-~--~-~~-~-~-~~~~~
~~~---~~------~-~-~-~~~-~~~-----~~--~~--~-~--~-~--~~---~-~--~~-~-~-~~~-~~~~~
~~~--~~~~-~~-~~~-~--~~-~~-~-----~-~~-~-----~~~--~~~~~~~~--~--~--~---~----~--
----~-~~-~~--~~--~~~~~---~-~~~-~----~~--~--~~~~----~--~--~~-~~-~~-~~---~~-~~
~-~---~~-~--~~~-~~-~~-~-~~~~-~~~----~-~-~---~~~----~~~-~~----~-~---~--~-~~-~
-~~~---~~--~-~--~~~---~----~---~~-~~-~-~----~~----~~~~~-~~~~~~~~--~-----~~~~
~---~-~-~-~-~~-~-----~-~-~--~~~~-~-~~~~-~~~~~-~---~-~~---~--~~~---~--~~~---~
~-~-~--~----~----~--~--~~~~-~~------~~~-~~~---~~~~-~~~~~-~~------~~~-~-~~-~~
----~---~~-~~~--~~----~~~~--~---~~----~~~~~~~---~~-~-~-~~~--~~~~-~-~~--~-~--
--~~~--~---~~~---~~~--~-~-~-~---~-~--~~~~----~~~------~~-~~---~--~~~~~-~~~~~
-~~-~~~-~-~~~--~~---~-~~--~~---~~-~~---~--~-~-~-~-~~--~~-~---~~~~--~----~~~-
---~~---~-~-~----~----~-~~-~~~~~--~~--~---~--~-~~~~~----~---~-~~-~~~-~~~~~~~
~-~-~--~-~---~-~-------~~-~~-~--~--~--~~-~~~~~-~--~-~~-~~-~~-~---~~--~-~~~~~
---~-~--~-~~~~--~~--~-~-~~~---~-~----~~~-~~-~~---~~-~~--~-----~~~~~~-~--~-~~
~~~--~-~~-~-~-~~-~--~---~---~-~~-~--~~-~~~--~~~---~-~~-~--~~~~--~---~~----~~
----~~~~~--~~~~---~---~~~-~~---~~-~~--~~-----~~~~~-~--~----~-~~~~---~~--~-~~
~~~~~--~--~-~~~~~---~-~-~--~~-----~~-------~~~-~~-~~--~-~-~--~~---~~~~-~--~~
~--~--~~----~~~-~~-~--~~~~~--~---~-~~----~~~~~~-~~-~~~-----~-~--~~-----~~-~~
~~~--~~~-~~~~-~-~-~~---~~~-~~~----~~--~~~-~~----~-~--~-~--~~~--~~--~--~-----
--~~-~~~~~-~~-~~-~~---~-~-~--~~-~~~~~~~--~~--~------~~-~~-~~---~-~-~~-------
~-~~-~~~-~~-~--~~-~--~-~-~~--~~-~-~-~------~~-~~--~---~-~~~--~~~---~~-~~-~--
~-~--~--~~--~~~--~---~~-~--~~----~~--~-~-~---~~~----~-~-~~~~~-~~~~~-~--~~--~
~-~-~~---~~~~~~-~~-~~~-~-~~~--~----~~-~-~----~-~--~--~--~~-~---~~~-~-~~-~---
~~----~~--~~~~~~~~~~~---~-~-~-~---~~-~---~---~-~--~-~-~-----~~~~-~-~~-~~--~-
~~-~~~-~~---~-~~~~--~--~~~--~--~-~~-~----~~-~~--~~--~-~~------~~~~~~-~---~--
~-~~~-~~~~~--~-----~~-~~-~-~~-~--~~-~~~-~-~-~-----~~---~--~-~-----~~--~~-~~~
-~~-~~--~-~---~~----~-~--~~--~-~---~-~~-~~-~-~~--~--~~---~-~~-~~--~~~--~~~~~
-~-~~-~--~-~-~-~-~~--~~---~---~-~~----~~~-~~---~---~-~--~--~~~~~~~~-~~~~~---
~---~~~-~-~----~~~~~-~~~~~~----~~~~~--~~~--~-~-~--~--~~-~~--~--~--~~--~-----
~-~~~~~~~~--~--~--~~-~--~-----~~---~--~~~~~~-~~~---~~---~~~--~--~--~-~-~--~-
~-~~----~~~~~~~--~~-~~-~----~~--~~~~-~~~~--~~----~~----~~~-~----~~~---~--~--
-~~-~--~~--~~---~~~-~~~~-~~~--~-~~~------~-~~~--~-~-----~-~-~---~~~~--~~-~-~
---~-----~~-~-~~--~--~~--~---~~--~~~~~-~~~~~~~~---~--~-~~-~---~--~--~~~~--~~
~-~-~-~~~~~~-~--~~~-------~~-~-~~-~-~~--~~------~-~~-~-~~~~~~~~-~----~--~---
~~~~-~-~~~~-~~~-~~-~~~-----~~-~----------~~--~~---~----~--~~~~-~~~~---~-~-~~
~~-~--~---~-~~-~~~~-~--~--~--~~~~~-~--~-~~--~~~~~~-~~----~-~---~-~--~---~~--
~~~-~~--~-~---~~-~---~-~~~--~-~~---~~~--~~-~~--~-~--~---~~-~~~-~----~-~-~-~~
0035まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/09/22(日) 18:18:18.08ID:???
--~~~-~-~--~~--~~~~~~--~~~-~~-~-~~---~~--~--~-~-~~~~-~--~-~----~---~-~~-~---
-~~~-~~~-~~~~~~-~--~---~--~-~----~~----~-~-~~-~~~~~-~--~~-~----~~-~~~-~-----
-~~-~-~--~-~--~~~~~--~-~-~-~~~~--~-~-~~-~~-~---~---~-~-~--~~~----~-~-~~~~---
-~-~-~~-~~-~~-~--~~-~~~~--~--~----~-~~-~~--~--~-~~~~-~~-~~~~~-~-~---------~-
~--~~~--~--~~~---~~--~---~--~~-----~~~-~-~-~-~~~-~-~-~-~---~-~~~---~~~-~-~~~
~~~~----~-~~-~~----~-~~~-~-~-~-~-~~-~-~~~~~~-~~--~~~~-~~------~--~--~--~----
~--~~-~~~----~~--~~--~-~~-~---~-~---~~~-~--~--~---~-~---~~-~--~~~~~~--~~-~~~
~-~-~-~~-~~~~-~-~~~~---~-~--~-~--~~--~-~-----~~--~-~~-~-~~--~-~-~~~-~~-~----
~-~---~-~~~-~~-~-~~--~~~--~~~~~--~---~--~-~~~-----~~~--~~-~-~--~~~~----~--~-
~~-~---~~---------~--~---~~~-~~---~~--~~---~-~-~~--~~~-~~~-~-~-~-~-~~-~~~~~~
-----~---~~-~-~~~~~~~-~-----~~--~-~~-~-~~~~~--~-~-~--~~~-~~-~---~--~---~~~-~
-~-~-~--~-~-~~~~~~--~~----~--~--~-~-~---~~~-~~~~-~~-~~---~-~~-~~--~~-~----~-
~-~-~---~~--~---~~~~~~--~-~-~-~~~~----~~~~~--~~-~------~-~-~-~~-~--~~~~-~---
---~~~~~--~----~~---~~---~~~--~~~--~-~----~~--~~--~-~~--~-~~-~~-~--~-~~-~~~~
-~---~--~~~~~--~~-~~~-~~~~-----~~~~------~~~~~~---~-~-~-~~~-~-~-~--~-~-~----
~~-~~~-~~~~~~---~~~-~--~-~~~~-~--~~---~----~--~~---~~~~~---~-~----~~-~~-----
~~------~--~---~~--~~~~~~~--------~~~~~~~----~--~~~~-~-~-~-~-~-~~~----~~-~~~
-~~-~-~-~--~~-~~~-~--~---~---~~~-~--~-~~~--~~---~-----~--~~~--~~~~~--~-~~-~~
~---~-----~-~~---~~~-~---~~-~----~~~-~-~~~-~-~~~-~---~~-~~~-~--~~-~--~~~~-~-
-~~~-~-~~-~~~~~---~~~------~--~------~-~---~-~~~-~~~~~---~----~~--~-~~~~~-~~
--~-~---~~~---~~~-~~-~~~--~~-~-~-~~--~~~-~~--~~~---~-~--~-----~~~-~~-~-~---~
-~----~-~-~~---~-~-~-~~--~~-~-~~-~--~--~~~~~~-~-~~---~~---~~~~~----~~~~-~---
~~-~-~----~~--~~~~-~-~--~---~~~--~~~~~-~~---~~--~-~-~~-~---~~----~~----~-~~~
-~-~-~~~~-~~-~-~~---~---~-~~~---~-~--~~--~---~~~~-~-~~---~~-~~-~-~-----~~-~~
~~~--~-~~--~-~~----~--~~----~~--~-~--~-~-~~-~-~~--~~~~--~---~-~~~-~-~~--~~-~
----~~~---~--~~~~~~~~~~-~-~~--~-~---~~--~--~-~-~~-~--~-----~~~-~--~-~~-~-~~-
~-~--~-~~~~----~--~~-----~~-~~-~~-~-~-~--~~~---~~-~~-~-------~-~~-~~-~~~-~~~
~~-----~~--~~--~~~~~~----~~~~------~-~~-~~--~~----~-~~~~--~~-~-~~~~~--~--~--
~~--~-~--~~--~--~~~~~~~-~~----~-~-~~~~~-~~~~~--~---~-~---~--~-~---~~~-----~-
~-~~~~--~--~----~~~-~~-~~-~~-~---~~~-----~~~-~---~~~~----~-~---~-~-~~~~---~~
~---~---~~--~~----~-~~~-~~-~~~-~~~~~---~--~----~~~---~~---~~~-~~~-~--~~--~-~
--~~----~-~~-~~~~-~--~-~--~~~-~-~-~--~--~~-~--~--~-~~-~-~----~~-~--~~~-~~-~~
---~~---~-~~~--~~~~-~--~---~-~~-~--~---~~~~-~~--~--~~~~-~-~--~-~--~~-~-~--~~
~-~~~~-~-~-~---~~~-~--~~-~~~-~--~-~~---~------~~-~~-~-~--~~~~-----~-~~~~~---
-~~~--~--~--~~~~~~~~---~~~-~~~~-~--~~~~~~------~~---~---~-~-~~-~---~~--~----
--~---~~-~~~~~~~-~~---~-~-----~~~-~-----~--~-~--~~-~~~~-----~~~~-~~~~-~---~~
--~~~~-~~---~~-~~~~-~--~~~----~~-~-~-----~-~~-~~~~-~~~-~--~~-~----~~---~-~--
---~~~-~-~-~---~-~---~-~~-~~-~-~~~-~-~-----~-~~~-~---~~~~-~--~~-~~-~~~~--~--
-~~-~-~~-~~----~-~--~~-~--~--~-~~~--~~--~--~~~---~-~--~~---~~~~~~-~~~-~----~
--~-~~-~-~-~~-~~~~~--~----~-~~-~~-~-~-------~~-~-~~-~---~~---~~-~--~-~-~~~~~
~--~---~~~-----~-----~----~~-~-~-~~~--~-~---~-~-~-~-~~-~~~~-~-~--~~~~~~~-~~~
-~~-~--~----~-~--~-~-~~-~~-~--~---~~-~~~~--~~-~~~---~-~~--~--~~--~~~~~-~-~--
~~~----~~-~~~---~---~-----~---~--~~-~~-~~~----~~--~~~-~~~-~-~~--~--~~~~-~-~~
~~~-~~~~~-------~----~~-~~~-~~-~-~-~-~~-~~~~~--~~~~--~-~--~~---~-~---~~-----
~---~-~~~------~-~-~~--~~~~~~-~-~~~-~---~~~-~~--~~~~~---~--~-~--~~---~-~~---
~~~-~~~~~--~~~---~~-~-~~---~-~~--~-~-~~~--~---~-~~-~~-~~-~~-----~~--~---~---
~-----~~---~~--~~-~~~~~-~---~--~-~~~-~~~~--~~-~~~~~-------~---~~-~--~~-~-~-~
~~~---~~~~~----~~-~--~~~----~-~~-~-~--~--~~~-~--~---~---~~-~-~-~-~~--~-~-~~~
----~~--~~~-~-~-~~-~~--~-~~-~~~~~~-~-~~~-------------~---~~~--~~~~--~~-~-~~~
~~~----~~------~~~--~~---~--~~-~~-~-~----~~-~---~-~---~~-~~-~~-~~~~~-~~--~~~
0036まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/11/10(日) 18:35:25.07ID:???
~-~~-~----~~~~~~-~~~---~~----~---~-~~~----~~-~-----~---~~---~~~~-~-~~-~-~~~~
~~-~~---~-~~~~--~--~~--~-~--~-~~~-~~--~-~~~~----~-~----~---~-~-~~-~~~--~--~~
~--~----~-~~~~-~-~~~~~-~--~~-~-~~---~-~---~-~~~-~---~~--~-~~---~-~--~~---~~~
---~~--~---~~--~--~~--~~~--~~~~--~~~~~~---~~-~~~~~--~---~----~-~-~~~-~~---~-
--~----~--~--~--~----~~-~~~---~~-~-~~--~----~-~~~-~~~~~~~-~~~~~---~~---~~-~~
---~-~-~-~~~~-~~~~~--~~-~-~--~----~~-~~-~~~----~~~-~~~---~~~~-~--~-----~-~--
--~-~-~~-~~~---~--~~-~~~~~--~---~-~~~-~----~-~--~~~~~~-~-~---~~---~~~-~---~-
-~---~~---~~--~-~~-~~---~---~~~-~~-~~--~~-~-~---~--~-~~-~~-~~-~~--~~~~~~----
~~~~~---~--~-~-~~~~---~-~-~---~-~~--------~-~-~--~~-~~~~~--~~--~~~--~~-~~~--
~~-~~-~-~-~--~-~-~-~~~-~---~-~~-~~~~~~~~---~~-~~-~~--~----~~---~-~---~~-----
-~~-~~~--~~--~-~~--~~-~~~----~-~-~~----~~~----~---~~~---~~-~---~~---~-~~~~~~
--~-------~~~~-~----~~~~~~-~-------~-~~~~-~~--~~-~-~~-~--~~~~~~--~----~~~~-~
-~~~---~-~-~------~~~~~--~~~~-~----~~-------~~~~-~~-~~~~------~~~~~~-~~~~---
~----~-~~~---~-----~~--~~-~-~~~~~--~-~---~~~~~~-----~~--~----~~~~-~~~--~-~~~
~~~~~-------~-~--~----~--~~--~~-~----~--~~~~--~-~-~~~~~~-~--~~--~~~~~-~-~--~
-~-~-----~-~-~~~~~-----~---~-~--~--~~~-~~~~-~--~~-~--~~~~-~-~-~-~~-~--~--~~~
~-~~-~--~-~~-~-~-~--~----~-~-~---~~~---~-~-~~~~-~----~~~~~-~---~~-~~--~~--~~
-~~~--~-~--------~~~-~---~-~-~~~--~~~-~~--~~~-~-~~~-----~~--~~-~~~--~---~~~~
---~~~-------~-~~-~~~--~~~~~~~-~--~~-~~-~---~~-~~---~~--~-~-~-~-~---~~~---~~
-~-~-~~-~~~~-~~--~~---~-~~~-~-~~~----~~--~~---~-----~--~~---~----~-~-~~~~~~~
-~-~-~~-~---~~~-~~~~-~----~~~--~-~~-~~-~-~-~-~--~-~~-~~~~~-~-----~-~----~~--
~---~---~~-~~-----~-~-~-~-~~~-~-~~~-~~~~--~~--~~--~~~--~~-~---~-~--~-~--~-~~
---~~~~~~-~-~--~-~-~~-~-~-~--~~--~----~---~--~~-~-~--~~-~--~~~--~-~-~~~--~~~
----~-~----~~--~--~~~~-~~~---~~~-~~-~----~~-~~-~~-~-~--~-~--~~-~--~~~-~~~--~
~--~~-~~~~---~-~~---~-~-~-~-~~-~~~~-~-~~---~~-----~--~~--~~~~-~~--~~~~------
~~~~-~---~~~--~------~~-~-~~-~~--~---~-~----~~~~~~~-~-~-~~-~-~~~~-------~~-~
~~----~--~--~--~--~~~~~~~-------~~--~~--~--~--~~~-~~-~--~~~~~-~-~-~---~-~~~~
---~---~-~~~-~--~~-~----~~~~~~-~--~~-~-~-~---~---~~----~~~--~~---~~~~~-~~~-~
--~--~----~---~~-~--~-~---~~-~~~~~~--~~-~--~~~-~~-~-~~~~--~~--~-~--~--~-~~-~
~--~~-~~~~~-~~~~-~~~~~-------~----~-~-~~-~~-~~~------~~~~-~--------~~-~~-~~-
~-~~~-~-~~~-~~---~-~-~~~--~~--~--~--~---~-~~~--~~--~~--~-~~---~~--~~-~-~~---
-~~--~~---------~-~---~-~~~~~--~-~~-~--~-~-~~~---~~-~~~--~-~--~-~~~~~-~-~-~~
-~~---~~--~~~~---~~~--~~--~~~-~~-~--~--~-~---~~---~~-~-~~--~~-~~~----~-~~-~-
----~~~--~-~~-~~~~~---~~-~-----~-~~~-~-~-~~-~--~-~-~~-~~--~---~~~~-~-~-~-~--
-~~--~-~~-~~---~~~---~-----~-~~~~-~--------~~~-~~-~---~~---~~-~-~~-~~-~~~~~~
~~~~---~~--~~~~-~--~---~~-~~--~--~~--~~-----~~~-~~-~----~---~~~~-~~-~-~--~~-
~~~--~-----~~~----~--~~~--~---~~-------~-~~~~-~~-~~--~-~~~~-~-~~--~~~--~~-~~
---~~~~~-~-~~~~~-~~--~~~~---~-~----~-~~-~-~-~-~-~~~-~~-~------~--~-~-----~~~
~~----------~------~~~-~~~~~~~~-~--~-~--~~-~~-~~-~-~~---~----~~~~-~--~~-~~~~
~~-~---~~~-~~-~---~~---~---~~~~----~----~---~~~~-~-~~-~-~-~~~------~-~~~~~~~
~~~~--~~~~-~~-~--~~-----~--~~~---~~~-~--~~~-~~-~-~-~~--~----~--~~~-~----~-~-
~~-~-~~~----~~-~-~~-~~---~~-~~-~-~~---~--~~~~~~-~-~--~-~-------~--~--~~~~--~
~~----~~----~-~--~-~~----~~~~--~~~~~~~-~~~--~~~~~--~~~---~--~--~~--~~---~---
--~~~-~-~~~~-~~~-----~~~-~-~-~-----~~---~-~~~--~-~~~~~------~~~--~-~~~-~~---
~~-----~-~-~~--~-~-~~~---~~--~-----~-~-~----~~~~~~~~~~~---~-~~-~-~---~~-~-~~
-~~-~-~~----~-~-~--~~-~-~~~~~~--~-~~---~----~~~~~--~~----~--~---~-~--~~~~-~~
~~~---~~----~-~~~-~-~--~-~~-~-----~--~~-~-----~---~~~~~--~~-~~~-~--~-~~~-~~~
-~~-~~~-~-~-~~~-~-~--~---~-~~~---~---~--~~~--~-~-~~-~-~-~~~--~~~--~-~---~~--
-~-~--~----~~~~--~~~-~~--~~---~~~-~--~~--~~---~-~~--~~~~---~-~--~~~-----~~~~
--~----~-~--~~~-~~-~~~~---~~~~----~~~~-~~~------~-~--~~-~-----~~~~~-~~-~--~~
0037まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/12/01(日) 18:35:55.16ID:???
~~---~~~~~-~---~---~---~--~-~--~~~~~~-~--~-~-----~---~~~~~--~-~--~-~~~-~-~~~
~~~-~---~----~~~~~~~~~---~~~---~-----~~~~~~~~-~-~-~-~~----~~~~~~--------~---
-~~-~~~~~----~--~-~--~--~-~~~------~~~-~-----~~~---~~-~~~~~~~~-~---~--~~--~~
~-----~-~~~~--~~~~-~~-~--~--~-~-~--~~------~~--~-~-~~~-~---~~~--~---~~~-~~~~
~~~---~~~~~~~-~---~~~~-~--~~---~--~--~~~~--~--~-----~-~---~~~---~-~--~-~~~-~
~--~~~~~-~--~~----~--~~--~----~-~~-~~-~-~~-~~~---~-~-~~---~~--~~-~~~~~--~---
---~~-~~-~~~--~--~-~-~--~~---~~-~~--~~-~-~-~---~-~----~~-~---~-~~-~~-~-~~~~~
-~~--~-~~~~~-~----~-~-~----~~~~----~~-~~~-~~~~~~---~----~-~-~-~-~~-~-~-~--~-
-~~~-~---~--~~--~~-~~-~~~---~-~--~~~~~~--~---~--~--~--~~~~~~~-~---~~--~-~---
~~~~~-~---~~-~~~~~-~-~~~~~-~-~-~--~--~--~-~--~-~~----~~~--~~----~~--~--~----
-~~-~~~--~~~-----~~~~-~~~-----~-~-~~~--~-~-~~~------~-~~~----~--~---~-~~~~~~
-~-~--~--~-~~-~-~~~-~---~---~~~~----~~--~-~~~~---~~~~-~~--~~--~~---~~~-~---~
~----~--~-~-~~--~-~-~--~--~-~~~~~~~-~~-~~~--~-----~~-~---~-----~~~-~--~~~~~~
~~-~~-~-~~~~--~----~-~--~~-~~-~~----~--~~-~---~-~-~~~~~--~-~-~---~--~~-~~--~
-~~~~-~~-~-~~~~-~~~~-~--~-~~~~~~~-~-~-~----~----~~--~~~~~------~--~-----~---
-~~--~~---~-~--~~~-~-~-~~-~~~-~------------~~~---~~~~-~~~~~~~~----~--~~~-~-~
~--~~~~-~---~-~~~~~-~~-~-~-~~~~-~-~-------~-~-~~----~---~~--~-~~--~--~--~~~~
~~-----~~-~~~~-~---~--~~-~--~~-----~~-~---~-~-~~--~-~-~~--~~~~~---~~~~-~--~~
~---~-~--~~--~~~~~~-~~~--~--~~---~~~---~~--~~~~~-~~~--~~-----~~-~~-~-~------
~~------~---~---~~-~~-~~~-~~-~~~~~--~~~-~-~~-~---~--~~~--~~---~-~-~~-~~--~--
----~~--~~~~~-~~---~~~----~~--~-~~--~~-~-~~~~-~-~-~~~-~-~-~--~-~~--~--~----~
~--~~~~--~~~-------~~--~~----~-~~~-~~~-~-~--~~~-~-~~~-~--~~-~--~-~-~~--~~---
~--~-~-~-----~-~~-~~-~---~--~~~-~~~~~---~~-~--~--~--~-~~~-~-----~-~~~~~~-~-~
--~-~-~-~~~~~----~--~-~---~~-~-~----~~~~--~~~-~~~--~~~-~~~~~----~~--~----~-~
--~~~~~~-~~~-~~~~-~-~~~~~---~~--~~-----~~-~-~~----~------~----~-~~-~-~--~~-~
-------~~--~-~--~~-~-~-~~~---~~~-~~-~-----~-~~~~-~---~~~~-~~~--~~--~-~-~~-~~
~~--~-~---~---~~~~~~---~-~--~~~~-~~-~-~~~-~-~~-------~-~~----~-~~~~-~-~~-~--
~-~-~~-~~--~~-~~~--~-~~-------~-~--~~-~---~~--~-~-~~~-~-~~-~--~~~~~----~-~~-
~-~~~~-~~--~~~~~-~~-~---~~~-~~-----~~-~-~-~~-~~~---~-~---~~-----~~---~--~-~-
----~~~-----~~-~~~----~~~-~~~~~~-~~~-~~-~~~~~---~---~-~-~---~--~~-~-~~~-----
~-~---~---~--~~~~-~~~-~~~-~~-~~~-~~--~----~-~~~-----~----~~-~~---~-~-~~-~-~~
-~-~-~--~~~~~~~---~~~--~--~~--~----~--~--~~-~~~~--~-~~--~-~~-~---~-~~--~~-~-
~~~~-~~-~--~~------~~-~~~-~~-~~~~~-----~---~~~~~~-~--~-~~-----~~-~-~----~--~
~--~--~~--~--~--~~-----~~-~~----~~~-~---~~-~~~-~-~~~~-~---~-~~~--~-~-~-~-~~~
---~~-~-~--~----~~~~~~--~-~~-~~~-------~~---~~--~~~--~~~~-~-~----~-~-~~~~~-~
~~-~~~~~-~~~----~--~~~~~-~-~----~~-~~-~--~~---~~----~-~----~-~~--~-~~~--~~--
---~--~~-~--~-~~~-~-~-~----~~~-~-~~-~~-~~--~-~~~~~-~~~-~-~~~-~-~~--~--------
---~~--~~----~~~~~--~-~-~-~~~-~----~~-~~~~~--~--~-~-~---~--~~~~~~~~-~-----~-
~~-~-~~-~-~--~~~-----~~~-~~---~-~~-~~~-----~~~----~~~--~~-~-~~~---~~~-~~----
--~--~~-~~-~~---~~~-~--~-~-~-~-~~-~~~~~~-----~~~~---~~~~-~--~-~---~~-~-~----
~~~~~--~---~--~-~-~--~-~-------~------~~~~-~~~-~~~~~~---~-~-~~~--~-~~-~-~~-~
~~~~~~--~~---~-~~~-~-----~-~-~~----~~~--~-~---~---~---~-~~-~-~--~--~~~~~~-~~
~~---~-~~~~-~~~~---~--~-~-~---~~-~-~~-~--~--~~-~~~-~-~~~~----~----~-~~---~~-
-~~-~-~--~--~--~~~~--~-------~--~-~--~~~~~-~-~--~----~~~~-~-~~-~-~--~~~~~-~~
~~----~~~~~----~--~~-~---~~~~~-----~-~~~---~--~~-----~~-~~--~~-~~~~~--~--~~~
~~-~~-~-~~---~--~-~---~-~~----~-~-~--~~--~~~~--~-~-~~~-~---~~---~~---~~~~-~~
-~--~~~~~--~-~~-~~~---~~~~---~~-~~--~-----~--~~~~-~~~~~~-~~-~-------~~~-----
~~---~-~--~~~~-~~---~-~-~-~-~------~--~~~-~--~-~-~~~--~~~-~~~~-~~~----~-~~--
~~-~~--~~~~~-~~~-~-~~~~~-~----~~~~~~-~-~~~-~-----~--~-~--~~--------~~--~----
~---~----~-~~~-~~----~~--~~-~--~--~-~-~--~~~-~~~--~~~~~~--~--~-~--~--~~-~~-~
0038まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/12/08(日) 18:40:21.26ID:???
~~~--~~--~~~~-~----------~--~~--~-~~-~-~~-~~~~~~--~-~-~-~-~----~~~-~-~-~-~-~
~~~~~-~-----~~-~~~-~~--~---------~~~~~~~~~---~----~--~~~-~-~---~~~----~~~-~~
---~--~~-~~-~-~~~~~-----~~-~-~~-~~---~~---~-~-~-~~~-~--~~-~--~~~------~-~~~~
---~--~~-~~~-~~--~~-~~~-~-~---~~-~~---~~~~~-----~~~~~---~-----~~-~~~--~-~--~
~-~~-~~~-~--~~~~~~---~~~-~-~~~--~~-~-~---~~~--~~--~~------~-~--~~~------~-~-
~~-~--~----~-~~~---~-~~---~~----~-~~-~-~-~-~~-~--~-~~----~~-~~~~--~--~~~~~-~
---~~-~~~----~--~--~-~~-~-~~--~--~--~~~-~~--~~~---~~-~~-~~-~~-~~-----~-~~-~~
~~---~~~~-~-----~~-~-~----~~--~----~--~~~~~--~-~-~-~~~--~~~--~-~~~~~~-~~----
~~---~-~-~---~~-~-~----~-~~--~~-~-~-~---~-~~-~~-~~-~--~~--~~~~~-~~-~-~---~-~
-~---~--~---~~-~~-~~---~--~~~-~--~~-~~--~~----~~~-~-----~~-~---~-~~-~~~~~~~~
~---~~---~~-~~~-------~~--~~~~~~~--~-~-~---~~~~-~~~-~-~-----~-~-----~~-~~~~~
---~~--~---~~--~~~~--~-~-~-----~--~~~~~-~---~---~-~~-~~~~~~~~~--~-~---~~-~-~
~~~~~~~~--~----~----~-~---~~---~~-~-----~~~-~~-~--~~~-~---~-~~--~-~~~~-~~-~-
~-~~--~~----~~-----~--~-~~--~~-~--~~~--~~~--~~---~~-~~~---~~~--~-~-~~~---~~~
~-~--~-~~----~-~-~-~~-~~-~~~-~~~~~~~--~~---~--~~---~-~~-~~-~--~-~~-~-~------
--~~---------~~~-~-~~----~~-~--~~--~~~---~-~-~-~~-~--~~~~~~-~~--~~~--~~-~~~-
~~~---~-~~----~~-~-~~~~~~----~~-~-~~~---~-~~~---~~--~--~---~-~--~-~~-~~-~--~
~-~~-~~~--~~~-~--~--~--~--~-----~~--~~~~-~-~~~-~~~-~~-~----~~~--~-~--~~--~--
---~~~---~~---~---~~~-~~-~-~--~--~~~~~---~~-----~--~-~~-~~-~~~~--~~-~-~-~-~~
~~--~~~~-~~-~~---~-~~~--~~--~~----~-~-~~--~--~~-~--~----~-~~~--~~~-~---~-~~-
~--~-----~--------~~--~~~~~~~~-~~~-~----~-~--~-~--~~~~~-~~--~-~~-~~--~~--~~~
~-~~--~~--~~------~~~~---~~~~-~~--~----~~~---~-~-~---~~---~-~-~~~~~~-~~---~~
-~---~~----~~-~~--~-~-~~~---~----~~-~~-------~~~~~~~~-~~--~-~-~~----~~~-~~~~
---~-~~~-~~--~~------~~~~~~~-~-~--~~~~~-~--~-~~--~--~---~-~~~---~--~~~--~~--
-~--~--~~~------~--~~~--~---~~~~~--~~~-~-~~-~~-~~-~-~-----~-~~~-~--~---~~~~~
~~~~-~~~-~-~~-----~-~~~~~~-~~~------~-~~--~~-~--~-~------~----~~~~~-~-~~-~--
~----~~--~~~-~~~--~~~~~~~~--~-~--~---~-~-~~---~~~~---~-~~-----~~~-~-~~---~--
~-~~---~---~~~~~~~-~~--~-~~~~~-~~~~~--~~-~--~-~-~-~-----~-~-~~~----~--~-----
~-~-~~~---~-~--~~-~-~~-~--~--~~~~~~-~------~~--~~~~--~~----~~~~~-------~-~~~
-----~~-~~~-~~~-~--~~~---~-~-----~-~~~~~~-~--~---~--~~-~---~-~-~-~-~-~-~~~~~
~-~--~~~---~~-~----~----~--~~~~~---~~~-~~~~-----~~~------~~~-~----~~~-~~~~~~
~-~---~-~-~~-~~--~~--~--~~~~---~~~~-~----~-~-~~------~-~~~~~~-~~-~-~-~---~-~
~-~---~~-~~-----~~~-~~-~~---~~-~--~~-~--~-~-~~~~--~--~----~-~~~~-~-~~~----~~
-~~~~-~-~~~--~--~-~~---~~~---~----~~~~~~~~--~~----~-~--~-~-~~~~--~~~------~-
~-~~~~-~----~~--~~--~--~-~-~--~--~--~-~--~~---~~-~~~~--~~~~-~~-~-~~~~-~-----
-----~-~~~~-~~----~-~-~~~~~-----~--~-~--~~----~-~-~~~~--~~-~--~-~~~-~~~--~~~
---~~~~-~~----~~-~~~--~---~~------~~~-~----~~-~~~-~~--~~~~~-~~-~~---~-~~-~--
-~-~~~----~~-~-~~-~-~~~--~~~---~--~--~--~~~-~---~~~----~-~--~~~~~--~---~~~-~
--~~~~-~~~~--~-~-~-~~~--~~--~---~~~~--~--~~----~~~~------~-~--~~-~---~~-~~~-
---~-~~~~~-~~-~~~----~-----~-~-~~-~-~~-~--~~~-------~~-~---~~~~--~~--~~-~~~~
----~--~-~~~---~~~--~----~~~-~~-~--~~~~~~~---~~~~~-~~---~--~~~~~----~--~~---
~~~-~-~---~~--~~--~-~~-~~--~--~----~~~-~~~~~~~--~~~~-----~-~-~-~~-~~---~----
-~----~-~~----~----~~~--~~~~--~~~~-~~--~--~~~~-~~~-~~~-~-~~-~-------~--~-~~~
-~----~~~-~--~~--~-~~~~--~--~~~~~---~---~~---~~~-~-~~~-~~-~---~~-~~--~-~-~--
~--~---~~~---~~---~-~~-~~~~~~---~~--~--~~~-~~-~-~-~----~-~~-~~~-~--~~--~-~--
--~---~~--~~~~---~~~--~---~~~~----~~~~~---~--~----~~~~~--~-~--~~~~---~-~~-~~
-~-~-~~--~-~~-~----~-~-~-~~------~-~~~-~~--~~~-~~~------~~~~--~~~-~--~~--~~~
--~~~---~-~~~~--~~~---~~~-~~~----~~-~---~~-~~~~~-------~-~~~~~-~~~---~-----~
--~~--~---~~-~~--~-~~~~~-~~~-~~~-----~~-~~-~--~~~~-~-~-~-----~-~-~~-~-~~----
~~---~--~-~~~-----~~~~-~~~-~~-~---~---~--~~~---~-~-~-~~~--~~~--~~-~~~-~-~---
0039まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2019/12/22(日) 18:33:48.47ID:???
~--~-~--~~~~~--~~~~~~~----~~-~~--~~-~~---~~~--~~~-~~~~---~-~--~-----~---~---
~~~~~-~~--~~~~-~-~-----~------~-~~~~~----~~~--~~----~-~-~-~~~---~-~~~-~--~-~
-~~~~-~~-~-~-~~-~-~--~--~~~-~-~-~~---~~-------~-~~-~--~~--~-~~~-~~~-~----~~-
-~--~~~~~-~~~~-~~---~~--------~-~-~~~---~~--~~---~--~~-~~-~-~--~-~--~~~-~~-~
~~-~~--~~---~~~--~-~~---~~~-~--~~~-~~~---~---~-~-~~--~~~~--~~~~--~----~-~---
~~-~-~-~~-~~---~~~~------~--~~--~~-~-~~-~~---~~~~---~--~-~--~----~~--~~~~-~~
-~~---~-~~~---~--~~~~---~--~~-~~~-~-----~-~~--~~~-~~--~--~-~--~---~-~~~~~-~~
~-~~~-~~~~----~-~---~~~-----~~---~-~-~~~~--~--~~~--~--~~--~~~~-~~~~-~----~--
~-~---~---~~-~-~---~~-~---~~-~~~~~~~~-~-~~-~---~~-~~-~~-~~-~-----~-~~~-~----
-~~~~-~--~~--~-~~~~~-~--~~~--~------~~~~~-~-~-~~~~~~-~-~----~----~~--~----~-
~-~-~~---~~--~-~---~~~-~~~~--~~~-~~---~~-~-~~--~~~--~~---~-~---~~---~-~---~~
--~~~-~--~-~~-~~~~~---~~---~-~~~-----~~-~~-~-~~--~---~~-~---~-~-~~~----~-~~~
~~~~-~------~~~---~-~~--~~~~------~--~-~~~~~---~~-~-~~--~-~-~--~--~-~~~-~~~-
--~-~~~--~-~~---~~----~~-~---~~~~~-~--~~~---~-~--~~--~~-~~-~~~--~----~--~~~~
-~~~-~-~-~~-~-~~-~~~~~-----~~~---~~~~~----------~--~----~~-~~-~--~~~~-~~-~-~
--~~--------~-~~~~-~-~-----~~-~~-~~-~-~~--~--~~-~~-~~~-~-~--~-~~-~~--~~--~~~
~~~--~~~-~~-~~~~---~~~~~-~-~-~~~--~--------~-~---~~-~~~---~-~-~-~~-~------~~
~----~~-~---~~-~---~~~--~~-~-~----~~~~~~~-~-~~~---~-~~~--~~-~~-~-~--~---~-~-
~~--~-----~-~~-~~---~~~~~---~-~~--~~-~~~---~~---~---~~---~-~--~-~---~~~~~~~~
~------~~~~~~~-~-~-~---~~--~~-~~---~---~~~---~~~~---~-~~-~-~~~--~-~~--~~~---
~---~-~--~-~-~------~~~--~---~-~~-~~~---~~-~~~~~~~-~-~~~~---~---~-~~---~~-~~
----~-~~--~~~----~~-----~~~~------~--~~--~~~-~~-~--~-~~~-~-~~~-~~~-~~-~--~~~
~~-~~-~~~~-~--~~-~~---~~~~----~--~~-~~~~-~-~~~-~------~-~-~~--~~---~--~~----
~-~--~~-~-~--~--~~--~~~-----~~-~--~~~-~~~~~-~~~-~~-~-~-~~----~-----~~~--~-~-
~----~-~--~-~~--~---~~~--~--~-~~~~~~~~--~---~~--~~~--~-~~-~--~~~-----~~~~~--
-~-~~~-~~--~~~~--~~-~~~~~~~---~-----~--~--~-~-~-~~-~-~~--~~-~~~----~-~--~---
--~~--~---~~~~~--~~~~-~~~~~-~~-~~-~-~-~------~~---~-~~-~--~--~~-~~~~--~-----
~-~~-~~---~---~~-----~~-~--~-~~--~~-~~--~~-~~--~-~--~~--~~--~-~~~~~~~~--~---
--~-~~--~----~~-~~-~--~-~--~-~-~--~-~---~-~~--~-~~--~~-~---~-~-~~~~~~~~--~~~
--~~--~-~~~~~~-~~-~-----~~--~-~~-~--~~~~--~~-~-----~---~~~~~~~-~---~~~--~---
--~~-~--~-~-~~--~-~-~-~~----~~~-~~----~~~-~--~-~~-~~-~~~~----~~~--~~--~~~---
~~--~--~-~-~~--~-~-~--~~~~-~-~~-~~-~-~~--~-~-~-~~---~-~---~--~--~~-~--~~~~--
~~--~--~--~~~-~~~~--~--~-~-~~~-~-~~~~~~-~~--~~-~--~-~------~--~-~--~-~~-~---
~-~~~~~~~-~-~--~----~~~--~~--~~~--~-~-~~~--~-~---~~--~--~~~---~--~~~--~--~--
-~~~--~--~~~~--~-~-~-~~~~---~-~-~~~~-~--~---~~~~--~-~---~--~-~~-~~~-~---~---
--~~~-~-~--~---~-~~-~-~---~-~~-~~~-~~-~---~~--~--~~~~~-~~----~-~-~~--~-~~~--
--~-------~~-~~~-~~-~--~----~~~--~-~~-~~~---~-~---~~~~~--~~~~------~~~-~~~~~
-~~-~~--~-~~-~-~~~~~---~~-~-~--~---~~~-~~-~--~--~---~~~-~~~----~~--~-~~-~---
-~-~---~--~-~~--~--~~~--~~-~~-~--~~--~--~---~--~---~~~--~~~~-~-~~~~--~~~-~-~
~-~~-~-~~--~-~~--~-~~~~~-~~~-~~~--~-~~-~-~-~-----~---~~---~--~~~~~-~------~-
~-~~--~-~----~~----~-----~~-~~~-~~-~~-~-~--~--~-~-~~~--~-~-~--~~~~-~--~-~~~~
--~~~-~~--~~~~-~----~~~-----~~~~~-~~-~---~~-~----~-~~-~-~~--~~-~--~-~---~-~~
~~~~~~~~-~~~--~-~~--~-~-~------~--~-~~-~~~--~~----~~--~~--~-~~--~--~-~--~-~-
-~~-~~-~-~~-~-~-~---~~~---~---~--~-~~~---~--~---~~~~--~-~~~---~-~-~~~~---~~~
-~-~~---~~~~-~--~-~~--~~~--~~~~-~---~-~~--~-~-~-~~--~~--~-~-~~~~-~--~----~--
~--~~-~~~~~-~-~~--~--~~-~-~~-~~-~~-~----~-~-~~~~--~~~~--~----~~-~-~--~------
~~--~~~-~----~--~---~~-~~-~~-~-~-~~-~~~~~~--~~-~---~-~~~-~--~-~------~~~~---
~~~--~---~-~~-~--~----~---~-~~~~~~--~~~~--~-------~~-~----~~-~--~~~~~-~~~-~~
-~-~--~-~~~-~~-~--~~-~~~~~-~--~--~~~~-~~---~~-~--~~~~~~~---------~~--~--~---
---~~~---~-~----~-~~-~~~---~~------~~-~-~~~-~-~--~~~-~-~~---~~-~~~~-~-~~--~~
0040まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/01/12(日) 18:27:00.11ID:???
--~~--~~--~~---~-~~-~-~-~~~--~-~~--~---~-~~~-~-~~~~---~----~~~~~--~~~----~~-
--~-~~~--~-~~~-~~~~~-~~-~~---~-~~~---~---~~~-~-------~~~~~---~~---~~-~~--~--
~~-~~--~-~--~---~~-~~--~-~---~-~~-~~~----~~---~~--~-~~-~~~-~-~~~~-~----~-~~-
~~~~~-~-~~-~~----~~~-~~---~~-~~~---~--~-~--~~--~~-~~~--~--~-~-~--~~---~~----
~~--~~---~~---~~~~~-~-~~----~-~~~~~--~-~~~~~-----~--~----~-~-~----~--~~-~~~~
~~~~--~~-~~---~--~~--~-~-----~~~--~~~---~-~~--~~---~~---~-~--~~-----~~~~~~~~
~--~~~~~-~~~~~~-~~~-~~------~------~-~~-~~-~-~~~--~-~--~~-----~---~-~~-~~~--
~~-------~--~-~~~----~~---~--~-~-~-~~-~~---~~~~-~-~~~----~~~~~~--~~~~-~---~~
---~-~-~~-~~-~~~--~-~-~~~--~-~~-~~----~---~~~---~~---~--~--~~--~~-~~~~~--~-~
~--~-~-~~---~-~~--~-~-~---~~~~--~~-~~--~~~-~-~-~~---~-~~-~-~-~~----~~~-~--~-
~-~~--~----~-~-~-~-~~-~~----~--~~~--~~--~~--~~--~--~~~~~---~--~~---~~~-~~-~~
~-~-~-~--~~-~~~~--~--~~~~~~-~---~~~~-~~~--~--~-~---~-~~--~~--~~-~-~~--------
~-~~-~~-~-~-----~~--~~--~-~-~~~-~--~~~~--~---~~---~~-~~--~-~----~-~-~~~~-~~-
~~~~~--~-~--~--~----~-~---~~--~~-~~-~~-~-~~-~~~---~-~~~-~-~~~~-~~-----~---~-
~-~--~~--~~~~-~-~~-~~~~-----~-~~~-~~-----~--~---~~~~~~-~~~--~--~~--~~----~--
~----~--~~-~~--~--~---~-~~-~~~~~-~~~~----~~~~-~~--~---~-~-~--~~~~-~-~~-~----
~-~~-~-~~~~~-~~~-~--~~~~--~-~~~---~-~-~-~---------~-~~~---~~-~-~-~---~~-~--~
----~~~-~----~~--~~~~-~~--~-----~-~-~~-~~~~~-----~-~~~---~----~~~~--~~~~~~-~
~~~-~~~~~~-~--~-~-~~-~~-----~-~~---~~~----~-----~~--~~~---~--~-~---~-~~~-~~~
-~~~-~-~~-~--~-~~-~~--~-~-~-~~~---~--~---~~~----~-~~~-~--~~-~~----~~~-~-~~--
~--~~~-~--~~-~~-~~-~~---~~----~--~~~--~--~~~-~------~~~-~~~-~-~--~~~~---~~--
~~~~~~---~~--~-~~~-----~------~-~~-~~---~--~~~--~~-~~--~--~~-~~~--~~---~-~~~
~----~--~-----~-~~~~~-~-~-~-~~~~~~~-~~--~~-~-~~--~-~----~--~-~~~--~---~~~~--
------~~-~--~---~~~---~---~-~~--~~--~~~~~--~~-~-~---~~~~-~~~--~~--~~~--~~-~~
~--~-~--~-~~--~-----~-~--~~~~---~--~~---~~-~-~~-~-~-~~--~-~--~~~~~~~-~-~-~~-
~~~---~---~-~------~~-~~~~~~---~~~~-~---~-~~-~---~~--~~-~-~~---~----~~~~-~~~
~~~~~~~~~~----~~-~~-~-~~-~~-~-~-~~--~~-~~----~---~~-~-~---~~~----~~-----~---
---~-~--~~~~~-~-~~-~~~-~~---~-~~-~---~-~-----~-~-~-~~~-~-~-~-~---~~--~~~-~~-
~~--~-~--~~--~-~~--~-~--~--~~~~~~~--~~-~-~--~-~~~--~-~~-~-~-~---~--~-~~-~---
~~--~~~~--~-~-~~~---~-~~~~-~~~~--~-~~~----~~~~-------~-~~----~~-~--~---~-~~-
~~----~~~-~-~~~~---~-~----~~-~~-~---~-~-----~~--~~~~~~-------~~~~-~-~~~-~~-~
~~~-~~---~~~-~-~--~-~----------~~~~~~-~~--~-~~~--~~~-~~-~~~~--~~--~--~----~-
~----~~~--~----~~~~~~~--~~--~-~---~~--~~-~--~----~-~---~-~~--~----~~~~~~~~~~
-~~---~--~--~~~-~~~-~~~~~~----~~~--~--~~~--~~-~-~~---~~~~~~----~~--~------~-
--~~-~-~-----~~~-~-~-~-~~-~-~---~--~~~~~--~~-~-----~-~--~--~~-~-~-~~~~~--~~~
-~~--~~~-~--~-~-~~-~~~--------~-~~-~-------~-~-~~-~---~~~~-~--~-~~~-~-~~~~~~
~~----~-~~--~----~~-~~~~~--~--~~-~~~-~~~~~-~---~-----~---~~~~-~~~~---~~-~---
-~-~--~~~~~~---~~~~~-~~---~-~~~-~-----~---~~-~~~--~-~~-~~~--~-~----~-~-~--~-
~-~---~~---~-~~~---~-~~~~-~~-~~~-~---~---~--~~-~-~~~-~-~-~~~~--~---~~~--~---
~-~--~-~~--~-~~-~-~---~-~--~~~-~--~-~~~-~----~~~~---~----~~~~--~-~~--~-~~-~~
-~-~--~--~~~-~~-~--~--~-~--~--~-~-~~~-~-~-~~~--~~~~--~--~~~~~--~-~-~~~------
-~-~---~--~-~-~~~~~---~~~-~~--~---~-~--~-~---~~~--~~-~~--~~~--~~---~~~---~~~
---~-~--~~~---~~~~~~~~---~--~~~~-~-~~~~--~~-~~~--~--~~-~-~---~-~~---~-~-----
--~~---~--~~~~~---~-~~-~--~---~--~~~~---~-~-~-~-~---~-~~~~~--~~-~---~~-~-~~~
~-~~~~~--~----~~--~~------~-~--~~~-~~--~~-~-~-~---~~--~--~~--~~-~-~~~~--~~~-
~---~-~-~------~--~~~~--~~~~-~~~~~~~~----~~---~-~~~----~~--~--~-~-~~~---~~-~
-~~----~~-~--~----~-~~---~~----~~-~-~~---~~~~----~-~~~-~-~--~~~~~~-~~~~-~--~
-~~-~~--~-~~~-~~-~--~~~~-----~~~-~~~-~~~~~~-~-~~--~--~-------~---~--~-~-~~--
~-~~~~~-~--~~-----~~-~~-~-~-~-~~~-~-~~-~--~-~---~~-~~~~-~--~~---~---~-~~----
--~--~-~~-------~-~-~~--~-~--~--~~-~~--~~-~~~-~~-~-~--~-~--~~~~~--~--~~~-~~~
0041まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/01/19(日) 18:38:52.39ID:???
-~~~~~--~~-~-~--~~~~~-~-~---~---~~-~--~-~-----~-~~~---~~~--~~-~~---~-~~-~-~-
~~-~-~~~~~--~---~-~-~~~----~--~-~~~-~-~-~-~~~~~-~~~~-~~-----~--~~----~---~--
~~---~-~~-~-----~~-~~--~~----~~---~~~~~-~~~~~~~~-~-~-~-~--~~~-~-~--------~~-
-~---~~-~-~~~~---~~--~~--~~-~~~---~-~---~-~~~~~---~~~-~~~---~-----~-~~-~~--~
~--~~--~-~-~~~~~~-~~-~---~~----~--~~~-~~~~~-~--~--~~~~--~-~~~---~-------~-~-
~---~~-~~--~---~~~~~-~~~~~~-~--~~-~-~~-~--~~~~~----~-~-~~~--~-~----~-----~--
~---~~~-~~--~-~-~~~~----~~-~~~------~-~--~~~-~----~--~---~~~~~~~~----~-~~-~~
~-~~-~~~~~~--~-~--------~~-~-~~~~~~---~-~~~~---~-~~-~--~----~--~~-~----~-~~~
-~-~--~~---~-~~-~--~~----~---~~~-~~~~-----~---~-~~~~~-~~~-~-~-~-----~-~~~~~~
~-~-~~--~--~-~~-~~~~~~~--~~~~----~~-~-~-~---~~~---~~----~------~---~-~~~~-~~
~~~~-~~--~---~--~-~~--~~---~~~~~~~~~-~--~~---~-~~-~-~---~~-~~----~~~-~------
~~~~---~--~~~--~~~~~--------~~~---~~~~-~---~~~---~~~~~---~-------~---~~~~~~~
-----~~-~~-~~~~~~---~-~~~~-~-~~--~--~-~~~~~~~-~~-~~---~~------~~~-~--~------
-~--~----~-~-~~~--~~-~~----~--~~~~~-~~~-~~~~~~~---~~~~-~~--~~------~~----~--
-~-~~---~~~-~~~----~~---~----~~~~-~--~~-----~-~~----~--~~~~~-~~----~-~~~~~~~
--~-~-~~-----~~-~-~~-~~-~~~--~~-~~----~~~~--~-~----~~~~~~--~---~~--~--~~~-~-
~-~--~-~-~~~-~-~--~-~---~--~--~-~--~-~~-~~---~-~--~---~-~~--~~~~~~--~~~-~-~~
-~~---~~-~~--~-~--~--~-~--~~~-----~--~~~~-~----~~-~~~-~-~-~~~~-~~-~----~-~~~
-~--~~~~--~-~~---~~-~--~~---~~~~~-~-~--~~~~--~--~~-~~--~--~~-----~---~~~~-~-
-~~-~-~~~-~~--~~~-~~~~-~--------~-~-~--~-~--~~-~-~~~-~~~~--~----~~~---~~-~--
--~-~~~~-~~-~~------~---~-~~--~-~-~~-~--~-~~~-~-~-~~--~-~-~~-~~~~~-~--~~----
~--~~---~---~~~-~~--~-~---~~-~~--~~-~--~-~-~~~-~--~~~~--~~~----~--~-~~-~~~--
---~~-~--~-~~---~-~~-~-~~~-~~~~~~-~-~~--~~~--~~~--~~---~~-~-~-~-~~--~-------
~~--~~-~~-~-~~--~~~~~-~-~-~~~---~-~~~-~---~~----~~----~~~-~--~--~~-~--~--~--
-~----~---~-~~~--~~-~-----~-~--~-~--~~~-~-~~--~-~--~~~~-~~~-~~--~--~~~~~-~-~
~~~-~-----~-----~~~-~~-~~~~~-~~--~---~--~~-~~~--~~~--~---~----~-~~-~~~~~---~
~~----~---~--~~-~-~~~~~~--~~~-~~~-~~~-~~---~--~-~-~~~~---~~--~-----~-~~--~--
~~-~-~-~~-~~-~--~~---~-~-~-~~-~------~-~~~-~--~-~~~~~~~----~--~--~---~-~~~-~
~~--~~---~-~~-~-~--~~-~~-~-~~~---~---~~-~--~---~-~~~-~-~~--~~~---~-~~-~-~--~
-----~-~--~-----~-~-~------~-~~~-~~~~~~-~-~--~--~~~~~~-~--~-~-~--~~-~~~~~-~~
-~-~~~-~~---~-~-~~~----~~-~~~--~-~-~~~~~---~--~~-~--~-~-~-~~--~~-~---~~---~-
~-~-~-~~~---~--~-----~~~-~~~--------~~-~---~---~~---~--~~~~~~~~~-~~---~~~~~~
~~~--~---~-~-~~---~--~-~-~~--~~-~~~-~--~~---~--~---~~----~-~~~~-~~-~-~-~~-~~
~--~--~-~----~~--~-~~~~-~--~~~~-~~~---~~-~-~--~-~~-~~~----~~--~--~-~-~~---~~
---~-~~--~--~--~~-~---~~-~-~-----~~-~----~~~--~-~~--~~-~~~-~~--~--~-~~~~~~~~
-~~-~~----~~~~--~----~--~~-~~~---~-~--~-~--~~----~~~--~~-~-~-~~--~--~-~~~~~~
~---~-~------~~~--~--~---~-~~-----~~-~-----~-~~~~~~-~-~~~~~---~~~~-~~~~-~~-~
~~-~~~-~-~---~~-~-~-~---~--~~~~--~~--~~---~~~~--~----~~~---~-~--~-~~--~~~~--
-~~---~~~~-~~--~~--~~--~-~-~~-~---~~~----~----~-~~~--~~-~--~~~~-~~----~-~~-~
~~~~--~~~~~-----~-~--~~-~~-~-~----~~-~-~~---~---~-~-~~~~-~~~-~~-~------~~~--
~~~-~~~~~~-~---~~--~~~----~~~---~---~~-----~-~~-~-~-~-~-~~~~~---~-~--~~~----
-----~~-~-~~~~---~~-~--~~~~~~~~~~--~-~~--~-~~-~~--~~-~-~---~~-----~-~~--~---
-~~---~~-~-~-~~~--~~~~~~----~~----~~-~~--~---~-~-~~-~-~~~------~~-~~--~--~~~
-~~~~---~-~~~--~~~~--~~-~~~-~~--~~--~----~~----~-----~-~~~--~~-~---~---~~~~~
~-~--~-~~~---~--~----~~--~~--~--~--~~~~~--~-~~---~---~~-~~~-~~~--~--~~-~~~-~
~~-~---~---~~~-~~-~~~~---~-~~-~~---~~-~--~~-~~-~-----~--~~~~-~~~-----~-~~~--
~-~~-~~~--~--~-~~--~~---~-~-----~~-~~-~--~--~~~~~~--~~~~-~-~-~----~--~-~-~-~
--~~-~~~-~~~--~~~-~--~-----~~-----~-~-~~~--~~~~~~~~~~~-~~-----~---~----~~~--
--~--~~-~----~~-~~~~-~~-~-~-~-~~-~~-~--~--~~~--~-~~-~------~~-~-~---~~~~-~-~
-~~~~-~~~~----~--~~--~~---~~~-~-~-~~--~~---~~~~~----~----~----~----~~~~-~~~~
0042まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/02/02(日) 18:42:02.99ID:???
~~~~-~-~-~~~~~~--~~-~-~~--~--~~~-~~--~~--~-~~~-~--~--~---~~--~~-------~~----
~~~-~~---~-~~~--~-~-~~~~---~~-~----~-~~~~~~~~~-~---~~~-~---~--~--~~-----~---
-~----~-~~~~~---~-~--~~~--~-~------~-~-~--~~-~~--~-~~~-~~-~~~~-~~~~~-~~-----
~-~------~--~-~-~---~~-~-~~~~-~~--~-~-~--~-~---~~~~~~-~~~--~~~---~-~-~~-~--~
-~-~~~~~-~~~-~~-~~---~-~--~~~-~---~---~~-----~~-~~---~~-~~~-~---~--~~~-~--~-
~~---~~~~~~-~-~--~----~~---~---~-~--~-~-~~~~~-~~~~---~-~~--~---~~-~~--~---~~
~~-~~~--~------~-~-~---~-~---~~-~~--~~~-~~----~~-~~~~~~-~--~-~~-~~~--~-~--~-
---~-~~-~~---~---~-~-~~~~-~~---~----~~--~~~---~~~-~~~~----~-~~~~-~-~~~~~----
~-~~~--~-~-~~~-~~~---~~-~~--~--~~--~-~~------~~~--~~-~-~~-~-~~~~----~----~~-
~~~---~~--~-~-~~-~~~~~-~-~-~~-~-----~~-~-~-~---~~-~~~-~-~-~~~--~---~-~~-----
-----~--~-~-~-~~~~~-~~--~~-~--~-~~~--~-~-~-~---~~~---~-~-~~-~-~-~~~--~~---~~
-~~-~--~---~~--~~-~-~-~~~-~~--~~~-~-----~~~-~-~~-~-~~~---~----~-~~~-~-~-~~--
~--~-~-~~---~--~-~--~~-~-~~~~~~~--~~~~~~~---~-~-----~-~~~-~--~------~-~-~~~-
~-~-~~--~~-~-~~~--~--~~--~~~-~--~--~~-~--~---~~~~~~-~~~~--~--~--~~--~-----~-
~-~~~-~--~~-~-~~~~~-~~-~--~----~~--~~~~-~---~~-~---~-~~~~-~-~------~-~~~----
--~-~~~~--~-~---~-~---~~~----~---~~~-~~~-~-~-~--~~-~~--~~-------~--~~~~~~~~~
--~-~-~~~-~~~~~---~~-~--~~~~--~-~~-~---~~~--~--~~-~~--~~---~----~--~-~-~~-~-
~-~-~--~-~~~~---~--~~-~--~~~-~~----------~~~-~~-~~-~~~---~~~------~-~~~~-~~~
--~~~--~~~~---~--~~~---~-~--~~--~---~--~--~--~~~----~-~~~--~~~-~-~~~-~-~~~-~
--~-~~~-~~-~~~----~--~~-~~~-~-----~~~-~~-~--~--~~~~~~-----~~~-~---~-~-~--~-~
~~-----~~~~~-~--~-----~~~~~-~---~~-~---~~~-~-~~--~--~-~~~~-~-~-~~~~~-----~--
---~-~-~~-~~~---------~~--~~~~--~~-~--~-~~~-~~~-~-~~~----~~~~-~~-~-~-~~-~---
~-~~~-~~~-~--~--~~--~-~--~~--~~-------~~~~~~----~~~~~---~-~~~---~~-~-~~~----
-~~-~~---~--~--~-~----~-~~--~-~---~-~~-~~~-~~~----~--~~~-~-~--~--~~~-~~~-~~~
~~~~~-~-~~--~-~---~-~~~~~~~~-~----~~~~~~-~----~---~-~-~--~---~-~--~-~-~~----
--~~~~--~~~-~-~~~--~~---~-~--~~~--~-~---~--~~--~~~~~-~-~---~-~-~-~---~~~---~
-~--~-~~-~~----~~--~----~-~-~~--~~-~~~~-~--~~~--~---~~~~-~~--~---~-~~-~~~--~
~--~~~--~--~-~~--~-~----~--~-~-~-~~~~---~~~-~~--~~~----~--~~~--~~~---~~--~~~
-~-~--~~-~--~~~~---~~~~~~-~-~---~~~~--~~----~~-~~-~~~~~----~-~--~~-~--~-----
-~~~~--~---~~~~~---~-~---~-~-~~~~----~-~--~~~--~~~--~~~--~~-~-~~---~~-~---~-
-~~~~---~~---~~~-~---~~-~~--~~~--~~-------~-~-~--~~-~-~-~~-~~~--~--~~-~~-~~-
~-----~-~~~-~~---~-~-~~~~-----~~~---~-~~~-~~~---~~----~----~~~~--~~-~~~~~-~-
-~-~--~--~-~--~-~-~--~~~-~~~---~~~~~~~~-~~----~-~~-----~~~~--~----~-~-~~--~~
-----~~~-~-~~~~--~--~---~--~----~--~--~--~-~~~~~--~~~~~~---~~-~~-~~-~~--~-~~
~~~~---~~~-~~-~~~-~~~~-~~----~-~~~~~---~~-~------~-~--~---~---~~-~-~--~-~~--
-~~~-~~~--------~-~--~---~--~~-~-~--~~-------~~-~--~~~---~~~~~~~~--~~-~~~~~~
~~--~~----~~-~-~-~---~--~----~~~~--~~-~-~--~~~-~~~~~~----~~--~--~~-~--~-~-~~
~~-~-~--~--~~~---~---~-~~--~~-~-~~~~-~-~--------~--~----~~~~~---~-~~-~~~~~~~
~~-~~-~~~---~~~~--~-~----~~-~~-~---~-~~~-~--~~-------~-~~-~-~~---~~~-~~~~---
~-~~--~~~-~-~~-~--~----~---~-~--~~~~-~---~-~---~~~~-~~~~~-~~--~-~~--~-~--~--
~--~-~~-----~~~-~~~~~---~~~~~~~-~--~---~--~~------~~~~~~---~-~~~~~-~--~-----
~-~~-~-~-~-~--~-------~~-~-~---~~~~-~~--~-~~~~--~-~~~-~~~-~--~-~~----~~---~~
~~-~~--~--~-~~~~-~-~-~-~--~~----~----~~-~-~-~--~-~------~--~~-~-~~-~-~~~~~~~
~~~~-~-~~~-~-~~-~-------~~~--~~-~-~---~~~--~~-~~-~~--~--~~~~-~---~-~-~-~----
~--~--~~~--~------~~--~-~-~-~~~--~-~-~-~~-----~~~~--~~~~~~-~-~~~~-~--~-~-~--
------~-~--~-~~~-~~--~~~-~~---~-~~~~-~~-~--~~-~~~--~~-~~~--~----~~~-~~~-----
-~---~~--~----~~--~~~-~~-~~---~~~~~~~~---~-~-~--~-~---~-~-~~-~~----~~~~-~--~
--~~---~-~~-~-~~-~~~-~~-~--~~~~--~-~--~-~~~-~~~~----~~--~-~-~~-~---~~~------
~--~~~--~~~-----~-~--~~~-~--~~-~---~~-~--~~~~----~~-~--~~-~-~~---~-~~-~-~-~~
--~~-~~~--~-----~~--~-~~~~-~~-~~~~~-~------~~~--~-~-~-~----~-~-~~~~--~---~~~
0043まちがって名前消しちゃいました。
垢版 |
2020/02/23(日) 18:05:21.58ID:???
~~-~-~---~-~-~-~~---~~~-~--~~---~--~~--~-~~--~-~-~~~--~-~-~-~--~-~~--~~--~~~
-~~-~-------~-~-----~~~~--~--~--~~~-~~-~~-~-~----~~~~-~~~-~-~~~~-~--~~-~~~--
~~~--~~--~---~~-~-~----~-~~-~--~~----~~--~-~-~~--~~~~~---~-~---~-~~~-~--~~~~
~-~-~-~---~~~~-~~-~-----~~--~~--~~~--~--~~~---~~-~~~--~-----~-~~-~-~~~---~~~
-~~~-~-~~~~-~-~~~~~~--~---~-~-~~--~-~---~~~--~----~~-~~~~---~~----~-~-~~----
~----~---~--~---~~~~~~~~~~~--~-~~-~-~-~-~-~-~~~--~-~~~~-~--~-~~~~--~--------
~~~--~--~~----~~~~~-~---~---~~--------~~~~~-~~~-~--~~-~--~~~-~~~-~-~-~--~--~
~~~~-----~~~----~--~~~~--~~~--~--~~~--~~--~-~~~~~--~--~~-~~~-~---~-~-~---~--
--~~~-~~~-------~~~-~-~~~-~-~~---~---~-~-~-~~~~-~~--~~----~--~-~-~-~-~-~~-~~
--~--~~~--~~~---~~-~-~-~~---~~~~----~~--~--~--~~~~-~~--~~~~---~~--~~---~~-~-
~-~~-~-~~~--~-~-~~--~--~~~~-~~~--~~---~-~~~--~-~~-~-~~~-~--~~--~~~----------
-~~~----~--~~~~~-~--~~-~~~~--~-~--~~-~~~----~~~----~~----~--~~~~-~-----~-~~~
--------~---~~--~~~~--~--~~~---~-~~-~~~-~~-~---~-~~~~-~~---~~~~--~-~--~~~~-~
-~~~-~~-~~-~~----~----~~--~~~~----~-~---~~--~~--~~~-~~-~~-~~~-~---~--~-~--~~
~-~-~~---~--------~-~-~~--~-~----~~--~-~~~--~~~~~~~~~-~----~-~---~~~~~~~-~-~
~~~-~--~-~---~-~~-~~--~~-~~~~--~---~~-~~~------~-~-~~~~~-~---~~--~~-~-~---~-
---~~----~-~~-~~-~-~~-~~~-----~-~--~-~-~---~~-~-~-~---~~~-~~-~--~~~-~~~--~~~
~~~-~~-~-~~~~~~--~~-~~---~--~~--~-~~~-~-~~~----~---~~-~~~-----~---~~---~--~-
--~~-~~~~~-----~~~-~--~-~~~-~-~--~~----~~--~~~~-~-~-~~----~-~-~--~-~~--~-~~-
~---~-~-~~~~--~~~~~~~~~~~~----~~~----~~~-----~~--~--~~---~~~-~-----~~~----~-
-~~~--~~~-~---~~-----~~~~-~-~~~~~~~~~--~--~--~~---~~-~~~----~--~~~-----~---~
~~~~~~-~--~~~-~~-~-~-~-~-~---~-~~--~~~~--~~~------~--~-~~~--~~--~~~--~------
-~~-~-~~~--~~-~----~~--~--~-~----~-~-~--~~~~~~-~-~-~~---~-~~--~~~~-~-~---~-~
-~~~-~--~-----~-~~~--~~~~~~----~-~~-~~-~--~~~~~--~~--~~~--~~~-~~----~---~---
-~~~~~~~~-~~~-----~~~~------~-~--~~~~~~-~--~~-~--~--~~~--~~~-~~-~------~----
~-~--~~--~-~-~~---~----~~-~--~-~---~---~-~-~~~~~-~-~~~-~~----~~---~~~-~~~-~~
--~----~-~-~~-~--~~-~~~---~---~~-~---~-~~~~---~--~-~~~~--~--~-----~~~~~~~~~~
~--~~-~~-~--~~-~-------~~-~-~~~~~~--~~~~~--~~~~~---~-----~-~-~---~~---~-~~-~
-----~---~-~~~--~-~--~~-~-~-~--~---~~~~~~-~-~~~~--~~--~-~~--~~~--~~~~~--~---
-~-~~~~-~------~~-~-----~~~-~~~~~--~~-~---~-~~-~-~---~---~~~---~~~~---~~~-~~
~~-~~~-~~---~~-~~--~-~--~-~--~~~~-------~~-~~--~-~~--~~-~~~~--~--~---~~---~~
--~-~--~-~-~---~~--~~~~~~-~-~---~~~~~-~-~~--~------~-~~~-~---~~-~-~~~~--~-~-
--~--~-~-~~--~---~~~---~~---~~-~~---~~~~~~~-~~~~~~~---~-~-~~--~-~-~---~---~-
-~-~--~-~--~~--~---~~-~~--~~-~~-~--~-------~~--~-~-~~~~~--~~-----~-~~~~~~~~~
~--~----~-~-~~~~~------~---~-~-~--~~----~-~-~~~--~-~~---~--~-~~~~~~~~~--~~~~
---~~~~---~~--~~~~-~~~-~~~-----~~~~~-~~~---~---~--~-~~--~~--~~~---~--~-~-~--
-~-~--~~---~-~-~-~-~--~~-~~~~-~~~----~--~~-~~~~~~~---~-~--~~-~--~~----~~-~--
~----~-~~----~~~------~~--~~--~-~-~~~----~-~~-------~~~~~~-~~~~~-~~---~~~~~~
~~~~~~~-~----~~~~--~-~-~--~~-~-~-~-~-~-~---~~--~---~~--~~----~-~~--~~~~--~--
---~-~-~~-~~-~-~~-~~~-~--~~~----~-~--~~----~~--~~~~~----~-~~-~~----~-~-~~-~~
~~~--~-~--~-~-~--------~~-~~~--~---~~-~-~-~-~-~~~--~~---~-~~~-~~~~~~--~-~-~-
-~~-~---~~-----~-~~-~~---~-~-~~-~---~~~~--~~~-~---~~--~~~---~~~~-~~----~-~~~
-~--~-~--~-~--~-~-~--~-~--~~~~-~~---~-~-~~~~~-~~~~~~-~-~~~--~~----------~~-~
--~--~-~--~-~~~~-~~~-------~--~-~--~--~-~-~~--~-~-~~~-~~---~~---~--~~~~~~~~~
~--~--~-------~--~~~~-~~~~~-~~~~~-~-~-~~-~~~--~-----~-~~-~~---~-~~~~--~---~-
~-~~~-~~~-~-~~--~-~~~~~--~~~-~~~--~---~-~~~-----~-----~-~-~~~--~-----~--~-~~
~--~-----~~~~-~----~~~~--~-~---~~--~~~--~-~~----~--~~~~--~-~~~-~--~~---~~~~~
-----~-~---~~-~~~~---~-~-~~~-~-~~-~~~-~~-~-~-~~~~--~-~-~---~--~-~~~-~~---~--
--~-~-~~----~~~------~-~~~~-~~--~---~--~~-~-~~~~---~--~~~-~~~-~~~~-~----~~-~
~~-~-~~--~~--~~~~~~~--~----~---~--~-~~-~~------~~~~~-~~-~~--~~---~~-~---~-~-
レスを投稿する


ニューススポーツなんでも実況