0005まちがって名前消しちゃいました。
2016/05/24(火) 11:50:02.53ID:???___-_--_-_----__-_--_----_-___--______--_-__-_____-_-_--_-_-_---__---__--_--
___-___-----_--_------_-__-__--__-__--_--__--_----___---_-__--____---_______
__-_____---_-_-__-----___-_-__------_---___-_-__-____----__----___---__--___
----____--_--_-_-_--___----_____----___-_--__--_-_--_--__-___-__-_---__-_-__
-__-----_--_-__-_--__---__--_-_-__---___-_-_---___-_-_-____-____--___-_--_--
_---_--________-_-___---__-_--__-__-__--___-_---__-_----_-__-___------_-_---
___-__-___--_____-_-_------_-_--_-_--___-----__--_-_-__----___-_-_---_-__-__
-__--_-_____-__---___-_-_--__-__----_-__-_-_______-_----___-_-_-------_---_-
---_____----__-_------_-__----_-____---_--_-_-__--__--_____---_____--__-__-_
-_--__--_-_---_-_---_-_---_____-_-_---__-----___-__----_-__-___--_______--__
-____-_--_-----_____--__--_--_---_______---_-_-_-__-_----------__-______-_-_
____---_------_---__-__-___-__-_-_--_-___-__---__--_-----_-___--_--___-___-_
-___--___----_-___--_----_-____-___-_---_----__--_--______--_-_-_----_____--
_--____-___---_-___-_-_--_-_-_--__-___-----_--_--__-_-__-------_--__-__-____
-__----------__-_____--___-_-_--__--__-_-_-__----_-_-________-__---_-----___
-_--------_-----_---_______--__--_-_---__--_--_-______-_-_--_________-_---__
_--_--__-_--__-_____--_-__--_-___-_-__--__-__---_-_-_--_----__-_-__-___-----
___--__-___---___-_---_--___--_-_------____----_--__-____-_-_-__--_-_-_--__-
-_--__---_--___-__-___--_--_----_____---__--_---_-__-___-_-------__-____-___
-___-_-_--___--_--___-_----_-_--_____-__--___---_-_-_-__---_-_--_------_____
-__-___-___--_-___-___---___--_-----__---_----_-_---_--____--_--__-_--____-_
--___--_----____---__-_--_---_-__-_-----__-__-_-_--___-_____-__----_--_____-
_--__---_--____-_-----_-_-_-_---_-_-__--__--____-_--__--__--_--_-__--___-___
__----_--__----___--_--___-___-_-___---_-____-_-_----_-__-_-_-_--__-_-_-_--_
___-__---_-__----______-__-_--_--_____-_-___---__---_----__--__-----__-_--_-
-___-_____-_--____--__--_--__-__-_-_-----_____--___-___--__-----_--_---_----
__---__--_-__-_-_-____---_--___-___-_----__-__-_---_--_----______---__-__---
-____-_----___---_-___--_-_-___-___--_-_-_-____---_---_--_-___---_----__-__-
-_-_-_---_--___--_-_--_-__-__--__-_-___--_--_-_-__-_-___----_-_---_--_-_____
__-__-__-_--_____-_--__--__---___---___-____--_------_---__---_---__-_--_-__
_--___-_-_--__-______---_---__--_----_--__---_-_-__-____---_-__-__---__-_-_-
_-_-_--_-__----__-___-___-_---__-__-__---__-_-______--__---__--_-------_-__-
--_-__-_-_-_-_-___-_---_--___-----_-___---_____-____-_--__-_-_-_---__---_-_-
_____--_-_____--__-_---_--__--_-_--_--_-___---_-_-_-__--__-------___-_-_--__
_-__-_-__-_--____-__---__----___----__--___-___--_-_--------__---_-_-____-__
_--__-___-__-__-__-_-_-___-_--_-_--_--__----_-__--___--___-_----_-_-___-----
__-__-_-_____-_____-__---___--__-_--_---_---____--_-_-_---_-_-_-__--_-------
-______-_--_____--_--_---_----____--_--_---___----_-_-__-_---__--_--__--____
__-_-_-_-_______-_--------__--------_____-_-______-___--__---_---__-_-__----
--_-_-----______-_-_-_---___---_-__-__--------__---_-____-_-_--_---_________
-_-_____----_---__----_--_---___---_--_---_---__--____-_-__-____-_--____-___
-__-____--_-___--_--_-__--_-____--__-----___--_--_-_-____------_-___---_--__
_-_------_-__---_-_-_-_----_-___-_---_-_-_____---___-_-_-_--_____-___-__-_--
--_--__----__-----_--_--_-_-_-_--__-__--_-_-__--_-_-__-_--__-_-_____-___-___
--__-__-_-----__----__-__----_--_____-_--___-_-_-_----___--_-___--__--_-____
___-___---_-_-_---_-__-_-____-_-__-___---___-_-___-_-_-__-__---_--------_---
----__-___--_-____--_-_-_______-_---_--_-_-_-_-___---____---_--__-----___---
-----____----___-_-__-_---_-___-__--__--_-__-_-_--__-_-__--___-_---__---__-_
___-___-___--_---_----__-_-_---_-_--__-__-_---______-__-_---__---__--__--_--