X



トップページPCサロン
28コメント125KB
HPビルダー買ったからインストールしたいんだけど [無断転載禁止]©2ch.net
0002名無しさん@そうだ選挙に行こう! Go to vote!垢版2016/07/10(日) 18:57:28.37ID:???
_--_----__-----___--_---_____--_-__-_____--_-______---_---_____---__--_--_--
--__--_-___--_--__-__----_-_-__-_--_-____-___--___--_---__-__---_----___-_-_
_--___-____-_______-__----_---_-__-_--____---__----_-----__-_--__--____-----
__---_--__-_-_--_------_---____-______-__--_____---_-_--_--__-_-___----_--__
-___---_----_--_-_-__-_---_____---___-----______--__-___-____---__---_--_-_-
---_--_-___--___---____-__-__-_-_-----_____----_-----_____--__-_---__-_-__-_
--_-_-___--____-_-_-_-____--_-__-____---_-__----_-__-_---__---_--_-_-__-_---
__-__-___----_-_---_-_-__---____-_---_-___---_-__----_-_-___--_-_--_--____-_
-__---_____--_____-_-_-_-----____-_-_---__-__-_-_----_--__----_-_-_-__-__-_-
_---_-___---_____--____--_--__-_____----_------_---_-_--___---_-_____--___--
__-__--_-__-___--_-____-___-___--_____--_----_--_-_-----___-_--_-----_--__--
_---_-__----_____--_----____----__--___---__________-___--_----__--__-_-----
__-_---_-___--__-_----__-__--_--__--___--____----__-____-__--___--_--_----_-
-______--__-----_---________--______----_-_----__--___--___---__-__------_--
-_--__--__----_--_---_-___-_-_--__-_-_----____-__-___-----_____--__-_-___-_-
_--_-_-__--___-__-___--__-----____--_-_-__------_-_-_-------__-_-__-____-___
----__-_-_--_--_----______--___-_-_--_--_-_--___--_-___---_-_--__-_-_-_-____
_-_-___-___--____-_--_-----__--_-__-_--__--__---_-_--_-__-_---__-_-_-__---__
-----__-___------__-___---___--___------__-__-_-___-___---__-_-____---_--___
_____---_--_-_---_--_--_-__--_---__-________---__-_---_---____--_---__--__-_
-____--__-___--_-----___-____-__-_-_---__---_-__--_----_-_---____--_--_-__-_
_-_--____--_-_-__--_---___-_-_----_-__---___--_--_-____-------_--___-__-____
--_--___--_-__-_-_-_---_-_--_--__-___---__-_-_-_--___-_____------__--____-_-
--_-__-----_-___---_____--_-___-____-_-----_-__---__-___----____--_-__--__--
___-_--_____-__-_-_-_-_-__-___---_--_--_-__-_-_------_-____-__------__---__-
-------_-___--_-_-----_-_--____-_-_--_-_____-___---_-___-_--__-__-__--_-_-__
___-__-___-__--_--_--__-_-_--_-_--______---__--__--_-_-___--_--------__-_-_-
-__-_---______-_---_-_-_-____-_---_---_---_-_-_-__-----_-_--____-____--_-__-
-------_-----_____-__--__--____--_-__-_--__-_--_--_--_-__--__---__-_-_______
--____-_-_--___-----__-_-___-__-___-----__----__-_-_----___-_-___-___-_-_---
_-__-__--_--_-_-____-----_-____-__--__-_----_-___--__----_-_-_-__-_-_----___
___--__-_-_----_-_--__-________-__------__--__-__-_-__---__----_--__-__--_--
--__-__--_-__---_---__-_---_-_____----___---_--_--__-_-__--_-__----__-______
_--_--_-_--_____-_-_----__---__-------__--_-_-_-_-______-__-_-___--_-_-__--_
____---____-------_____--_-__-_-_-__---_---___---_-_-____-___-_-_-_--_-_----
--_--_--____-_-_--_---___---_---_--____-__--_________-__------_---_-_--____-
-___--__-_--______--__-_--_---_-_------__-__---_-_--_--_______---_-_----____
-_-__------__-___--__--_-_-___-_-_--____-----_--_--_____-_--_--___----__-___
_-__----_--_-__--__-_-_-_---___-_--______-_--_-_-__--___-_-_----_--_-___-_--
-__--_--_-_------_--______-___--_-_---_----____-----___--__-__-_____-_--___-
_-__--____--___--___-_-___----______-_-_-_----_-_---__-----_--___-__-----__-
_--_--_--___-__--__--_---_--_---_-_-__--_____-_-----_--__-___--_--___--_____
--_-__-_-_--_____---_-_--_-_----___---_-__---__----___--__-_--___---_____-__
-_-___---_-_-_-_-_--_____-__-__--__--_--___--__--___-----_---__-_-_-___-_---
_----_-______-_-___-__--_-_---_--__--__-_----____-_---_-_-____------___-_--_
_---_-__---___--___-_---__-------_____--___-_-_----_--_-_-__--_____--_--____
___--__----_-_---__---__-__-_-___--___-___-_--_____-_--__----___----_--_-_--
-___-_--_-__-----__-_----_-__-___-_-____-_-----_-____-__--_----_--______--_-
-_----__-_--_--_--__--__---__-_-_-_----__-_____---_-___--_-_-_-__--_-_-_____
-__--__-----_-_--_-----__-_-___-_____-_----__-__-_---_--_-_--____-__-____--_
0005まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/12/04(日) 20:07:28.16ID:???
_-__---_____--____----_-___--_--_-___--_--__--__----__-_---___-_--_---___-_-
-__-_____-_---_-_--__------_---_-_--_-__---_-__-----_-_________--__-__-__-_-
--__-_-__--__---_--_---_-_-_--_-_-__---__-_-___-_-_-__-_--_--_--_--_______-_
__--_---__-_-___-__----__-_-_____----_-_-_-__-__-_-__-----___------__-__--__
-___-_---_--_-_--_-___---___-__--__-___---_-----_------_-__--_-______-_-____
_-____----_--____-_-_----___--_-_-_---_-_-__-_-_----__--_______-_-_-----_-__
---___---__-_-___----__-__-__-__---_-___-_----_-____-_---____---_-_-----____
__-_--__--_-_--_--_------__-_--____--_-_-_-_---__-_-_-____-_____---_--_-__-_
-__---_--_-_____-__-_--__-_-___-_--_----_-----___-____-_---_-___-_-----_-___
_---__-_--__-_---_-__-_-___--_-__----_-___--__--_-____----_--__--__-_---____
-__--_----_-_-__--__--____-______-__--_---__-_-_-_-_-_----__-----___-_--__-_
_----__-_--_--___-__-----___-___-_-___--__----___-___-_-___--__-_--_---__---
---__-_-_-_--___-----_-__--_-_______-__-___-_------_--_-___--_-_-__---_--___
_-___--_--__--__--_____--_-_----_-_-_--__-__-__--___-_--__----_-_-__-__----_
----___------__________-__-_-_--_-___----_-__---__--_--__-_--_-__-_____-----
_-__----_----__--___-__--_-_--____----__-_---__---____-_-_---_--____-_-___-_
--_-----__--__--__--__-_--_--_-___---_-__--___-----___---___-_-_-___-_-_____
__-_-_-_--_-____---_--__--___-_-_-----_-_-_____-_----_-_-__--__-___-_--_--_-
_-_-_________--_----_-_-_-_-_-____-_---_--__---__-_-____-__----____---------
-_---___--__---__-_____-----__-_---___-_--_---__-__-_-_--__-____----___-_--_
_--_----__-_____--_----_-_--_____-_--__--____-_--_-__-_-_----___--__-----___
---_--_----__--_-----____----_-_-_-____--___-_-_-___--__------_-__-_________
_--____-_----___-__-__-_-__----__--__----__-_-_______--_-_-_-__----_---_--_-
-___-_---__-____--__--__-___--_-_-_-__-_-___-_-__-__-___-_----__----------_-
___----_-_----__--______-____--_--_-___-_-_--_---_----_-_-__---______---_-_-
----__-_-___-----_-_-___---______--_-_____-__-__--__-____--_-_-------_-__---
-_-___-____-__-____--------_--___-_--__-___-----___---__-_-_--___--___----_-
__-__-__-----_-__-__-___--------_----______---___--_-__--__---_-_--____-_-__
-_-__-----___--_--_-_---_-_-___-__--_--_--_--_--_---__--_-_____-_-_-______-_
---___-_--________-_--____---__--___----__------__-_---____-_-___-_-_----_--
--__-_-___-_-_-__-_--_-_-__---------_____---___-_-___-___--__---__-___----_-
_______-_-_-_-_-_-__-_-_---__--__-_--__-_----__--_---__---_-_-_----_-__-_-__
--_-_----_---__--_____-__--_-___-__-_-__-__--___---__-_-_---_-__------___-__
__-__--_-_____----__-____--_-_-_-__--_--__--_----___-_-_---__-----___-__-_--
---__--__-___-_--____-___--____-__-_--___-__----_--__----_--_-_-_-__-__-----
_-__-__--_-___----____-_-_--__---___--__----_____-_---_----_----_-____--___-
___-_---__-__-_--_--_____-__--___--__--__-__-_--__---_--_-_---___--------___
__-___-_---__-_--_--_-_-------__--_-____-_-_--____-_-__-__--___---_----_-___
--_-_____-__-__---__-_-_-___-_-_-_---__------_-_-__-----__-_-______-----__-_
___---_-__---_--_---__-_--___----______---__---__-_-_-____-_-_---___---__-_-
---__-----__-__--_____-_-_--__--_____--_--_-__---_--_-_----___-___-_-__--_-_
_-________------_-_---__--_--___---____---____---_---_-_-_--___-__---__--_-_
__-__--_----_____-_-___---_-__--_-___-_-_-_______--_-_-__---__----_-------_-
____-_---_-__--_-__-__--_-_-_------_-_-__-_-_---_-_-__-___--__----_____--__-
__-_-__--_-_--_---_-_--__-_-__-_-_-_---__---------_-____-___-__-_--__-__-___
__--_____-_--__-_-----__---_-_-__--_--_-__-___-_---____-----_-_--____-___---
_-_-_--___-___----_--__---___-_--__-___-_---_-_----_--_---____-_-____-_-_-_-
-___---___-__-__----_-_-____--_---_---__--__-__-_---___-_-__-____--__---_---
------_-__-_--___-___--______--_--_--___-_-----____-_-_-__--_-___--_-_-_--_-
-_--___----__-______------_--_--_---__-____-_-_--___-_-_-____---_-_---_-_-__
0006まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/12/18(日) 20:19:28.12ID:???
_--_-__---_-_------_-____-_-__-___-___--___--__----_----_---___--__-_--_____
-_-______-_--_---_-__---_-___-_--___-_--__-_-_-_--_-__---_-___-_-_-----__-_-
---__-_---_-_--__-_-_--_----___-__---___--_____-_-__-_-__-_--____---_--__--_
_--_-_____--_--_-__-___-_-__-_--_------_-____--_-_--_--_-__--_--___-_---_-__
--__-___---_---__--__-___-_____-__--_--__--_-_-_--_--_----_-_-_--____--_-__-
-__--_-_--___-----_--___--_-_-___--_----__--_-__--_--__-_-_----____-______-_
-__-_--__-_------_---___--__-___-------_-_____-_-_-_-___-_--__-_-_____----__
-_-__-_--_---__-__----__--_-_--___-______-_--__--_---__-_-_--_-___------____
____-----____-_--_---__-__---___-_-_-_---_-_-_______--_----__-_---__-__---_-
_-____----_--____-_-_-__-_---_-___-_----__---___-___-___--__--_-_----_----__
__---_-----_-_--_-_-__---___-__-____-_----__--__-__-___-_--_-___-__----__-_-
--_-_-__--______--_-_-_-___----___-----_---__---_--__-__----_-___-__---_____
-_____---_____--__-_--_--____-_-_-__-__----___---_--___--__-_----_-_--_--_--
__---_-------___---___-____-----__-_-______----___-___--__-----_--____-___--
---___-__-_-__-_____--__-___-___---_---_----_-____----___-_-____--_-_-------
-_-_-_-_--___----_-___--_---_-__-_-_-_--____----_-_____----_-_--___-_____---
__--_---__-----____------_----___-_-______-__--____-__-------_--____-_-__-__
___-___-____-__-_-_____-___----__--_-_------_--____------_-__--_---__-_---_-
-_--__----__-_______---__-_-__-______-_--__-__---_--_----_-_-__-_-_--_---_--
____---_--_---__-----___-_--_-___-__-_--_--_-_-__--__--__-__-____---__---_-_
_--_-_-____----_-_-----__--_-__--_-_-___--_______--_--_-____----_--_-_-_-_-_
__-_-_--__----_--------_-_--_--__-__-_____-___----_---_-_______--__---___-__
_---_-----____---__-__-_--_-_-----_--_---_---__-___--_-_-_____--________-_-_
-___-_--_---___----__--_--___-__-__-_-_---____-_-___-_-___-____-_----_------
__-__-_--_-_---_-_--_-___-___-_-_-_-_--_-___--_--__-_-_--_-_---_-__--___--_-
-_---_-_--___---__--_____-__--_-_-_-_____---___--_---__-_-_--_-_-_--___--_--
__--__-__--_-___-____---____--_-____-_---_-_---_____-___-----_-_-----_-_----
-__--__---_---_-_--_-__-____-___--_-__-___---_------_-_--__-_-___--_-_-___-_
----_----_____-___--_---------_-----_--__---_____-______-_____--__-_-_-___-_
-____----__--_-_-___--____---_____----____-___---___----_-__-_---__--_-_----
___---_-_--_---__-_-_-__-__--_---__--___-__--__---------_-_---_-__-_________
---______-__-__-----_---_--__----_-___-__--_-_-__-___-_--_----_-_____-__-_--
__-_-_--__-----_---__-_-_---_____-__--_--_-------_-__-_-___-___-_-_--_-_____
____-_-__-_---_-----__-_-_---_--_--____-_-__---_---_-_---__-_-___--___-__-__
_____-____-_--__--___-__----_-_-_-_-__-__-__---_---_--__-__--_-__------_-_--
_---_----____-__----_-_---___--_---__--_--________-_--_____-_____----_--_---
_--__--___---______---_---_--__--_----_-__-_--__-_--_____-__-___--_--_--_--_
-_-_-____--_------_______-__-__--_---______----__--_----___-_--_-_-__----_-_
--_--_---_---_-_-___---_-__-__--_-__--___-_-__--_--______------_-___--___-__
____-_-_--______-__--___--_--_____--_-_--_--__-_-----_---__-----___--__-_---
--_-__-____-____-_--__--_____-_-_---------__--_-____--_--____---_---___----_
_--_---___-_-_--_-_--_____-__-_----_______---__-_-----_--_--_-__--__--_-__-_
--_-___-_--______--_--_____-__-__-_--__--_-_--_--_---_--_--___-_---__-_-_---
-__-__--__-_-_-___-_-__---_-__-___--__--__--_-_-_-___--_-_-----_--_-__-__---
----__-_-_--_----_--__-__-_-_-_---__-___-__--___--_-______-_-_--_--___--__--
_-_--_----__-__--_____-__--___-------_---_-_---_---_-_-____--_-__-_______-_-
-----__-__----__--_---__-_--____-_-___-__-_--_-____-__-__-----_--__--___-_-_
--__--_-____---_____--_--_-______-----_--____-_---__-_--__--_-_---_-__--__--
_----__--_--_-_-_-____-_-_--____---__-_---__--_--___-____--____-_-_-----__--
--__-_-__--_--_--__---_--__-___-_-___--_-_-___--_--____---__-----__-__--_-__
0007まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/01/08(日) 21:19:58.79ID:???
_-_-__-_--_----_-____---__---__-____-_-__-_-__-____------_--__-_-_---__-__--
__-__--__-_---__--_-_---_-_--_-___--__-___-_---___---_-_-__---_-_-_-___-_-_-
---__------__-___----__-----_-__--_-__--_-_-_-__--___-__--_____-_--____-_-__
-_------------___-_-_______---__---____-___-___-__-_---___-_-__--_-_--__-_--
-_-_--_---_-______----__--_------_--__-__-_---_-_-_-__-_____-__-_-____-_--_-
_-----___-----__---___-___-_____-__-__-_--_--_--_-_--___----___--_-_-___-_--
--__----_-__--_--_-____--___---_-_______---__-_-__-__-_-_----___-__-_-_-----
--_---_--___---__--_--____-__-----_---__---_-__-_--_____-___-_--__-_-___-_-_
--_---__--__-_---___---___-_----__--__-_-____-__-_______-_-_----_-__-_----_-
-_-___----_-__-_____-_---____-__-_---_-___-__--__--__--__-----___-__-----_--
---_-_--------____-___-__-_-_--____-_-_-___-__--__--__--_-_-____-----__-_-_-
-_-____-_----_--___--_-___-_-__-_---___---___--___--__----__-_--____--__----
__----____--__-_-____-___---_-__-_--_-_--___-__---_--__--_-__-___---_--_----
---_--___-_--__--_---__--_-_---__-___-__-__--___--__-_-----_-_-_-_____--_-__
-_-____-----__-_--_____--__---__-__---_---_____-__-_---_--_---__-__---_-___-
-_-----__-___------__--__-_-_--___--_-_---__-_----__-______-_--_-__---______
-_-_-___-_-_--__---__--_---__----_-_--__-___-___--_-__--_-_____-_-----__-_-_
__-_----__-_--_-_-_-_---_-__-____--_--___--______-----_--__--____--__--__---
___--___-----_-_-__----__-_-_-_---__-_-___---_-_----__-_--_--_____-___-_-_-_
---_-_-_---____-----_--___-_-__-__-------_-___--___--_-_--_-__-_________---_
_--_-_--_--_--_-___-__-_-_--_--__-_-_-_---__---___-_--___-__-_-_-_-_-_-__--_
--__--_--_-_-__-__---__--___--_-_--_--_-___--____--__-__---____--___--__----
___-_-__---_-__---_-_---_____-____-_-_-_--__-__---_--_---_-_-__-_--__-_--_--
----__-_----_---_-___-_--_---___-__-_-__--_--_--__-__-__-_--_-_________--_--
__--___------__--___---_-_-__-----_-_-__--_-_____--_--__--_-____-_--_--__-__
_--__--__---___-_-__----_--__---_--___-______------_-__--___-_-_-_-_--_--___
__-__-_---__-_--_--_-_-__-----_-___------__-__--__-_-__-_-_-_---___-__-__-__
__-__-_-_---___--_---______-_____--_-_-__---_----__--_-----__---__----__-___
-_----___--__-_-----_-_--__-___-______-_---_-____-_----______--_-__--_--_---
_--___---_--_-_--_______-_-__-----_-__----___-_--_-____---______--_----_--_-
_---_-__--_-_____-____--_---------__--_--_-_____-_---_-___--___--__-__-_--_-
____----_-_____-_-_-_-_______-----_-_-___--____-_-_----_----_-_---_--_---__-
_--____-___--_____--_----__-______---_-_--_--__-__-__-_-_--__----_--_---_---
----_____--_----_-__-_-____---_--__-_-_____-_____-___----_----__--__------__
-_-_-______-_-__-__-------_---_-___-__--__-_-_-__--___-_--_---_-___-__--_---
_-____-_____-_---_--__--_-_-__----____---_----_-__-__-_--____-----_-_-_-_--_
_-----_--_---_-_-____-_____---_--__------__--___-_--_-_--___-_--__-_-____-__
_-_-_--_--_---_-___-_____--__--_--_--_---_-_---__-_-___---_-____---__-_-_-__
-___--_--_----___-_-_--_-_--_-____---_-_---__-_-____--_-_--___--_____---_-_-
_----_-____--___-_--_-__---_--_--__-_-__--_-____-____-__----_-__-_--__-----_
-__-______-__---_-__--_-___-_-__---_-_---__-_--__-_--__-__--_---_--___----_-
_-_-_---__--__----_--_-_-_--____-____--_-__-_-_-___-_-___----_-_----__-___--
_--_-----__-_-_-_-_---____---__-_-__-_--____-_---_--__--____-__---_-__-__--_
--____-_--_--_-__--_____-___--_-----____---______---___-_-_-----__--__---_--
_---____--____-___---_----_-_----_-__--_-____-_-_-_-___---___-_-_-__-_----_-
---_-__-_____--_--_-____-__-------_-------_---________---_-_-_--______--__-_
--__-_-_--_-_______-_-_--__---_-__--___--_-____-__--_-_---__----__--_----__-
-___---__--____-__---______-_-----__-----_-_-____-_-_------_----__-____-_-__
---_--_-___--___----_-__---______--_-__-_----_--___-__---__-_-_--_-_-___--__
-_---_--__-_-_-__-___-_-----__------__--_-_-_-___----_-__-__-_-_-_-___-_____
0008まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/01/15(日) 21:25:29.80ID:???
-_----_---____-__-----_____-_-_-_-_-_-___-_---__-_--_-_-----__-_-_-__-___-__
--_--_-_-_-_-_---__-_-_-----__-_____--_-__-___--_---_--_--__--__-_-__-___-__
_--____---_-_-_-_--_-___-_-__--___---_-----____--_-_-_--___--_-__-__-_-_-_--
_-_--____--_--___-__-_-__-_-_------_-_-_---___---___-_----__----__-_-___-___
--_-_-__--_--_--_-_-__------___--_____-__---__--__-_--__--_-__-_----______-_
__---_---_-___--_-----_--__-_-____-_--__-__-__----______--_____--_--_--_-_--
_-_-___--__-_-_-_-__--_------------____-____-_-_-__-_-_---_--____-_-_-__-_-_
_-_____---_--___--_---___---__--_-__---_-_--_----____-_-_-_-_-__--__--_-_-__
_-__---_------------_-_----___-___---__---_______---_--_-_-________-__-__-__
--_----_--_____--__--_-----__--_-___-__-_____-___-_---_-_-_-_--____--_--_--_
_-____-____----___-__-_--_----___--_______----_-_---_---__----___-__---_---_
_-____--__-__---__-__--_--__-__-_-__-__-__-__------_---____--_-_-_-_--__----
--_--__-------_-____--__------____---_-__---_---__-_____--_-______-____--_-_
-__-_____-----_-___-__-----____----___---__-___---_---_-_-___----_--___-_-__
__------_---__-_--__--_-_----_-__-_-___--_-_-_-_-____--_-__-_--_-___--_-____
--_--_-_-__-___-_____-_--_-___---------_--__--__--_----_-___-____---____-_-_
_---__-__--_--___--_---____--_______-__-_-__-_--__-_--_--___-__---_--_------
__-__--_-_---_--__--_--__---___---_--_-___---__------__--__-_--____--_______
------_-__-_--_-----_-___--__--_-___-_____---__--_----____-_-_-___-_-_--____
_--_--______--------__-___-_--_---_-_---_-__-_-__--__---___-___----____-_-__
_---_-_--_--__-_________--__-----_-__-____---___-_-__----_-_---_--___-_-_---
_----_---_-__--_--_--___-__-----__----_--___-___-_-___---_-__-_-__-_-_____-_
__-_-_---_--____----_---_------_-____________-_--__-_--_-_----__-_----___-__
-_----_-__-------_-_--___-_---_--___-__-_--_-_-__-_--_--_____-_____---__-___
_-_-___----___-__--__--__--___-___--_--_----__-_---___--__---_---__----_____
__-___--__-_-__-_-_--__-_-__-_--__-_-_---__--__--_----_--______-__--_-----_-
_____-_-___-_--___-----_-_--___--_---___-__------_--------______-_--__-__-__
---__---___-______--___--__---_-___--_-__------___-__-__-----_-___--_-__-_--
__-_-----__-------__---_-_-___---_____----__-__-__---_---__--__--_______-___
_--_-_---_____-______--_---___-__-_--_--__--_-_--_----_-_-_-___-__-__-----_-
-_-___-__--__--_-__-__-_-_--_-_-___-----_---_--_-_-___--_-_-_---_-_____--_-_
_-____-----__-__-_--_--_-__---___--_-_-___----_----___-_--____-_-_--___--__-
__-__----___--__-_---____-------__----__---_---___-___--___-_____--_-__---__
____------___--_-____---_--_-_-____--__-_--_-_-_-____--_-___-____-----_-----
___-----__---_--____-_-__--___-_-_--__------___-_-___-_-___--_---__--_--___-
_---_-----__---_-_---_-_-_--_--_______--_--____---_-_---_-__-__-_______--_-_
__-__--__------_-___-___-_--_---___-___-_-__--___-__-_--_-_-_----__---_-__--
-__-_-__-______-____________-_--_--------_--_--_---__-__-_--_--_--_---_--_--
-__-_-_-____--__-__-__-_-__-___-----_-__----_---_-___-_-_--_-___---__---__--
_--_-_-__-_---__--_--_--____-_---___-___--_---_--___-____---_--_-_-_--___-_-
-_--_--__--____-_-______-_-___--_--___--_-__---_-_----_---_-_-_-_-__---__--_
_-__-___------__--__---_---___----__-_-_-_-_-__-----__-__-____--_-____---___
-_-_-_---___-_--_-_----_-__--_-_--_____-_--__--__--____-_-_-_-_--_---_--____
_-__-__-_--__-__------__-_-_-_-_-_-----__-__--__-_-_--__--___-_-_-___--__-_-
_--___--_---__-_--_-__--_--_-__--___-------______-_--______----___-_-_----__
__----__---__----_---__-_-_----_-_--___--___--___-_----___-_-___-____---____
__-__----_-___-__-___-__-__--_-_-__-_----_-____---_--_____-_--_-----__--_---
-______-_-__---___-_-__-_-__-_____--_-__--_-----__---_-_-_---__-__-----_-_--
----__-_-__-___---___-_--_-___-__-__--_----__-__-------_--____---_-_-_-_____
-______--__-_---__--__-----__--_--_-_-_---_----_----_--_-__-__-______-__-___
0009まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/02/05(日) 20:22:20.59ID:???
--_--_-_-___---__-_____--_-_-__-_--___-__-___---_-___--_--_-----__---___--_-
___-__-_--_-_-_--_-_--_-_-__---__-___--__-----_-__--__-___-___-___-__-------
__---__--_-_-----_---_-_-_-_--_-____-___---_--___-____---_-_-_-__--_-_--____
-__-_-___-------__---__--__------_-__-_-____-_-_--___-_-__-__--__-_--_--____
----___--_-__-_-___--__-__---_-_-___------_-_-____-_----__--_---_-___-___-__
--__-___------_-___-__-___-_---_-___---____-----_--__---_--_--_-____--_-____
__-___-_-__--_--_-_-----___-_-__--__-__---_-__--_-_-__--_-_--__-__-_-_---_-_
--_---__----_---__--____--_____-_------_---__-______-_---_-___--_-_____-__--
---__--_--______---__--__--_--__-_----__---__----_--__-_---_--________-__-__
_-__--___--___-_--------_-_--___--_-_---_-_-_---__--___---__-_-_-__-___-____
--_--___-__-___--_-_-_----_---__-_---_-_-___--_--_-__--__-__-_-_-_--_--_____
_--__-_-_-_--_-_---_-___----___-_--__--__---__-__----_-__--____--__-___-__--
----__--_-____--_____--_-___---_-__---___------___-_-_--_-____--_-___-_---_-
-___-____--__--__-__-___---______-------____-_-_--_---__-_--__---__-_-_-----
_-________-_--___---__--__----_-_-_---_---__--___-______-_--___----__-------
_-_-___-_---__---_-_-__---_____---____-__--__-_------_---__-__-----__--_____
-----_-_---____-_--_--_-____---_--____---_-_______-_-__-__---__--_-__----__-
--_---_---____--_-_-----_____---_-___-_-__----____-_-____--__--__--_-_--__-_
___--_-_-_-_-__-___------___-_-___-___----__---------_-__-______--___----_-_
-_-_----___-__--_____-__--_-__--_-__-_--__----__-_-_---_-__-__---_-_-____---
_-_-_-___-____--_--__-_-_-_-_---___-__-_-__-_--_____---_-------__----____---
--_-___-_------___-__-__-__--___---__-__-_-_-_-__-_---_-__-__--_--___--_--_-
_-__-_--__-_--_-_-__--_--____-_--___-_-___-_-_-_-__-___----_-_-----_----_-__
-________--__--__-------____-_-__---__----____-_--_----_-_-___--__--_---__-_
-_-_-____--_---_-_-_---_____--__----_-_---__-_-__--_-------_______---__-____
_____---_--__--__--___-_-_---___-_-_-----_-__-_-_--__-_-_-_--___--__-_---_-_
___------_---_----__--__-__-___--____--_--_--_--____--__----_-_--_______-_-_
_-___----___--_-___---__--__---_-__---___-__--_____--_-__-_---_--_-_--_-_-_-
_-_--_---_---_-----____-_-_-_--_-_-_-_---____--__--_--______----__-_-_-_____
-_--_-_--_--__------___--_-_-_--_-__---_-_-___-__-__------_____--_-_____-___
__-__---__-___-_-------_-_--_-_---_--__-____--__-____--__-----_----___-_____
-__--__---__-______---_-----_----_-_----_____---___--_-__--_---____--___-___
-__-_--__----_-__-__-_-_--____--_-____--____--__---_--_--_--__----_-_---____
_-----_---_-_-_--_---__-_____------______--_-__--___-_-_-_____-_--__--__---_
----__-____-__-__--_-_-_--____-______---___--__----_-_--__---------__--__-__
__-_---_--_-_--__--_--_--_----___________--___-_-____----_-__-_-_----_--_-_-
-_-_-------___----_--_____-_--_---______-_____-----___-_--__-_-___--_-__---_
_-___-__---_-_-_--_-__-_-__-__-__-_-__------_---_-_---_-_-____-__-_--__-_-_-
-_---_____-_____---_-_____---------_-___-_-----_-_-__--__-_______-----__---_
__-_------_-_____---_---_--__-_--__--___-_--______-_-_-_-----__-_---____-__-
-__---__-___-_-_-____------___--__-______-_-__----__-_-__-__-----__---_---_-
-____-_---____-_-__-_---_____--__-__-----__-___--_-__-__--_--___---_---_----
_-_--____--_----______------___-_---__----____-___-_---_-____--_____--_-----
-_____--____--_-____-_-_--_-_----_-_-______-_---_-__--_-_-___--___----------
-__------___--____---_-_-_--_-__-_-__-__-__--_----_--_-______----_-_--_-____
_--____---_----_---__-__-____---____-_--_--_---_-__--__-_-______---__--_---_
----_--___-_-__-_--_---____------_-_--_-----________----__-_-______--___-_-_
-_-___-___-_-_--_--___-__-----___-__-__--_----___-_-__-_---_----_--_____-_--
____-----_-_--____-_--_-_-___-_-__-_-__-_---__---___--___---_----_____----_-
-__-__----_---___-_--__--__--__-____-____--___-__---__---___-__--_------__--
0010まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/02/19(日) 21:06:44.16ID:???
-__----_-______--__--_____---__________-___---___----------_--___-_---_-----
_-_--____________-_--_-_-_-__-_---_-----__----__--__-__---___-__-_-_---_----
----_--__-_--____-_-_--___--_-_--_-__--_-_---___-_--__-____--_--_--_-__-__-_
--_--_---__-_--_____-___--__--_____----_--_-__-__--_--_-_-_---_--__-_-__--__
-_-_-_-__----_-__-_--______---_-_____--_--____---_-_-_-----__------___-__-__
----___-_-___--_-_--_----_---_____---__-________--__----_--____-__-__---_---
_--_-----_--_____-_-_--_---__-__-_-_--___----____-__-_-____-__--_----_--__-_
--__--__--_------__--__-___-_--___-_-___-____-___----_-__---_--_-__-_--_--__
-___-_-__---_-_----_-_-___________-__----_--___-___--------------___--__-___
-___--_--_---__-__--_---_____-----_--__-_-______-_--_--_-_--_--___--_-__-__-
-__---_-__-______--_-----___---__-_-_-__-_-----____----___--_--_-_-___--_-__
-_----_-__--____--___-_-___---__-____-___--__--_-__---_---__--__--_--__---_-
__________-----_-_-__--_--____--_-_---__-_------__-_-___-_-_-_-__---__---_--
_-__-___-------_--___-__-_----_-__-----___---_-_-__--_-__-___-_--__-__-__-__
-__-_----___--_--_-_---_----_-_-----______-____--____-___-_-_--____---_---__
-______--____--_---_______-__----_-__-___-_-__--_-----___--___-------__-----
-__--_-____--_---_--_--_--_____---_--_-_--____-__-_--_-__-____----____----_-
------_--_--___-_---_---_-__-__--__-__-_--_-_____--__-__-_--_-__-_-_-_-__-__
--_-____--_____--_-____--------___-__-_--_-__--_-_-_-__--_---_-__-_----_-___
-_-----__--____-___--__--__-__-_--__-_--_---_-___-___---_-_--_-_--_--_____--
----_-_-_____--_-__-____--__---_-__-__---_-__--___-__--_-__-_-_-__---_-_----
_-_-_-__----__--_____-__----_-______---__--___----_-_____---___-----_-_-_---
---_-----___--___---_-___--__-----_-_-______-__--__--_-_-_-___-___-_-_----__
-__--___-----_---__-------_____--_--__-_-________-___-___--__-_----____-----
-__-__-----__-____--___--_____-_---___-_-_-__---_-----_____--_-__--_--__----
---_----___--__-___---__---_-___-__----__---_-_-___-_-_-__-_--____--__-_-_-_
____--_-_-_-__--_-__------_-__--___-__-_--_-_-_--___--_-_-_-_----_-__-_--___
_--__--__-_---____-__-_____-_---_---_-___--_-_----___---_--_--__-_-_-__--__-
_----_----_----_---__-__--_-_-__-_-__-__--__---____--_-__-_-_--_-_-___-_____
---__---_______-__-________--_-_----_-_-__--__-___----__---_------__-_-__---
-_____--__-_-____-_----___---___---_-__--__--__--_-__-___-__--_--_-_----_---
-_---_----__-_-__-_---_---____---_-____--_---__-_--__---_--_____-_-_-__-____
----___--___---__--___-_---_--_-_-_-__--_-__-____-_--__--_-__--_--_-_-_--___
-_______-_----____----__--__-_-_-_---_--_--_-__--__--__---_-__--___---_--___
_-_--_-_____---_-____-__-___-_-_--___--_-----_--_-__----_-_----_--__-__-__-_
_____-_-_-______---_--___---_--____-_--_---__-_--____----_----_--__-_-_-_---
___-_____-_---__--_-_---_-__-_--__--_-__--__--_-__---_-__-__-_--___-_----_--
_--___----___-_---__-___-_-_-_-__-_----_--_---____---_--_-___---_--______-_-
----__-_--_---_-____-_-____-_-_-_-__-_____-_-------__-___--__---__-_--__---_
_-___--___-_-_-_--_--__---__-_____-_--__-_--_---_--_--__---_-__-_---__-_--__
____--____--_--_______-_---_-__-____-_--_--_------_-_--_--__--_-____-----_--
-__-___-_-__-___-__-_-_---------__--_-_--_____-_---_-__-_-_----__---___-_-__
-_-_---_--__---_-___--_---___--__--__-__---_--_-_---_-_-___-_--_-__-______-_
__-----__--_-___-__-______--__--___-----____------_-___---_-_-_-_--_____----
____-__--_--__-_-__--__-___-_-__--__-__------__---__--__-__-----__-___--_---
------_--_---__-_-__-_-_---_-_--__---___--____-_--_--___-_______-__---__--__
___-____-__--__-_-_--_----_-_---___-__-__-_-_--__--___-_--_--__---__-_----_-
_---_____--_-_--_---_--__--__-_-__----_-----____-_-_-__--__--_--_-____-_-___
-_--__---__-__-_-_-_-_-__-_--_-_-__-_-____-___-_--_-____---_--_----____-----
____--_--_-_-______---____-___---_-_----_-_--_-_--__-_-_-_------_______-----
0011まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/12/19(火) 11:23:48.66ID:LxYhGn6Z
友達がPCで稼げている情報など。参考までに。
⇒ http://dietdiet324.sblo.jp/article/181868184.html

興味がある人のために書きました。

LRJ9ACW17P
0012まちがって名前消しちゃいました。垢版2018/05/01(火) 06:53:57.40ID:Xhv/syhE
知り合いから教えてもらったPCさえあれば幸せ小金持ちになれるノウハウ
時間がある方はみてもいいかもしれません
グーグルで検索するといいかも『金持ちになりたい 鎌野介メソッド』

Y0AY1
0013まちがって名前消しちゃいました。垢版2018/05/13(日) 11:00:28.64ID:lGyk6YpK
確実にどんな人でも可能なネットで稼げる情報とか
一応書いておきます
グーグルで検索するといいかも『ネットで稼ぐ方法 モニアレフヌノ』

7B606
0014まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/06/09(日) 22:13:14.62ID:???
-_---_-_--_--_-___---____--__-_______-_---__--____-_____--------__-_--_-_---
-__-_-_--____-___-_--__-_-__-_--_____--_---___-_---_---___--____-_--_-------
_-__--__-_--_--_-____-_-_-_--___-_--_---__----_-___----___-----_-___-___--__
_____---_______-__-__--_-_---___-_-__-___-_-----_-_----_-___---__-_----_----
-___--_--__-_____--_----_--_-_----_--_--__--____-__-_---________---_-__-_---
____-----_-__-__-_--__-__-_-___-__----_--____-_-__-----____--_--__-_---__---
__---__--_---____-__--____--_-_-___--_--_--__-_--_____-_---__----__---__-_--
-__---_--__-----_---_-_-_---__--__---__-_-___-____--______---__--_-__-_-_-__
_-_--------___--_---_-________-_-__-____----_--_-__-____----___---___--__---
_-_____---__--___--------_-_---__________-_--_-_--___-_--____-_-_-------_-_-
__-__--___--___--_-_-_-__--___--____--___-----_----_---___--__-_-_-__-_-_---
--_-____-__--_---__--_----___-____--__-__--_-----___-___-__-_---____-_----_-
--__--_-__-_____-___-_-_-_-_-----_-_-____-_-_____--_-----___---_--_--__-_---
-__--____-_--_---_-___--____------_-__-____-__-__-_-------_---_-___-_-__-__-
_--__-__-_--_-_---_--_______---___--__-__---_-------___-_-__-_---__---__-___
-_-__-_--______-_---____---______----_----_---_-_----___--_----_---___-_____
___--__-_----__--______-_-_--__-__-__--___-_-_---_-_---_--__-_---_-___----_-
_--_-_-____-_-----__-__-_-__-_---_--___-_-_-_-_-_-___---______-------__--_-_
_--_-_-__-_---____----_-_-__-___--__-_-_-----_-___-_---_-_--_-__-__--_-___-_
----_-__--_-__---_----_-_-__-_-_-__--_--_---____-_--_--______-_-___--__--___
-________------_____-__-_-_-__-___-_------__-__--___--__---__-_---_-_---_---
__--__-_____---__-_-_--_____--_-_--------_----_-_--__--__-_-_-_--_-___-__-__
-__-__---------_-_-_--___-_____-___----_--__--_-__-_-__--_-_-_-__-_----_____
_______---_-_-_-___-----_-__-_-_--_---_-___--_-___-_---__-__-_-_-_----__--_-
-_-__-_--___------__-____-__-_--__--_-_-_-_-_--_--_--_-_-_--_-__-__-_-_-_-__
-_--_-____-_--_-__-______-_-_---_-_-_-----__-__-_-__-_-_-_--_-_--_--__-_-_--
__---_____-_-___--__---__-_---__-_--_-----------__--_--_-___-_____-______---
-_-_--__-__-________---_---_____--__------____-_-_---__-_---_-__----_-_-_--_
__-__--___-__-__-___---__-_-___--___-_-_______------------_-_---__--_-__----
__-------___-_-__-_--_--_-___-----_-_-_--__-____-_---_____-_----____--_-___-
-__-__---___-___-_-_--_---_-_----_--__-_____-___--_-----__-__--_-__-_----___
--_----_-_-_--__-_-_-_-__-_____---_--_-___-------_____-_-__-_-__---____---__
--__---_____-__-__-_-__---_--___-_-__-_-_----_-_----__--_--_____--__----__-_
-_____---_-__----_-__-____---_----__--__-----__---_---_____-___--___----____
_-_--__--_-____-_---_-_-------___-_--_-_____-------_---_-_____-_-_-__-__-___
-__--__-_-__-__----------_----___-___-_-___---_____--_-____--______--_----_-
__--__--__--__---_--__--_---__-_----_------_--__-_______---____--__--____-__
_--_-__--__----_---______----__--__-_____-----_____-__-_---_-__---__-_-_-_--
-___----_---_-_-_-_-_-___-_----_-_--_----_-_-___---__-_-_-_-________--_--___
---__-_--_-_-____-__--____-_-----___-___--__---__--_-_--_-_-______---__-----
_-_-_-_-_----_-___---___-_-_-_-_--___--__-__--_-_-____-_-__-__---_-___------
--_-_--_-____--_--_----_-____-__-_----_----_-_-_-_-__-____---_--_-____--____
_-__-__-_-_-__-_-__-_-_-_--______-___--_-_----_-___-_-_--__-__----_-_-------
-___--_---_-_-_-_-__-_--_-----__-_____----_---_-_--_-___--_--_--_______-_-__
-----___---_-------______-__--_-__-_-_-_---__-_--___-_____-__----___--_--___
---_-__-------_--__-___--_---_---_-__-__-____--_-__--_____---___-__---_-____
_--_-_-__-_--_---_---_-_--_-_--__-_---___-__--___-__----_--_____-_--__-___-_
-_-_--_____----__--------____-_-_--_--___--_----_--__--_---_-______-_____-__
_---_____--__--_---_-_-__--___-_--_-_-_--___--________-_--_-----_-_-_-_---_-
-----____-_-___--______----___-_-_--_---____---------__-___-_-_--_-___-_--__
0015まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/07/07(日) 22:14:38.03ID:???
---_-__-_-__-_____-_-__-_____-__--__----__-___---___-__--_-__-_----_--------
-_----_---__-----__-_----_-__-___--___-_--__-___----_-____-_-____-__--__-_-_
---__----_---__---_--___-____-___--____----____----__--_-_-____-_____----_--
_-_-_-_--___--_____---_-__--_-_--__-__---___-_---__-___-----___--___--_---_-
__-___-_-__-----____-_--__-___-_----_---__---_-_--_--____-___----___-_-__---
__-__-__--_---_-___---_-_-__--_--___-___-__-___-_--____------___--_----_-_--
---__----_--_--_-______--__-___---_-______--_-_------_____--__--__---_--__-_
_-_-______-__----_--___-_-__--_----_--_-__--____-_--__-_----_-_-_-___--_-_--
_-_-__-_-_-__--_-_-_-___--__-_---___--_-_____-_-_-_-_-_-__-_-_---_---_-_----
-___----_____---_______--_-_-__--_-__-_-_-_-_-___--_-----____----___-_------
-_-___-_-__-_-_--_-__---___-___-_______-___--_----__-_---__-_-------_---_-_-
--___--_--_-_-__-__--_--_--_-_--__-__----__-_--___-___-_---___-__----__--___
_------_-_--____-_____-_--_-_---__----_---___--__-_--_----___--_____-_--____
--_--___-___-__-__----__--_-_----__-__-_--__--_____----__-__-------__-____-_
_--__---__-_-__---_---__----__--_-___-_-____---_---____-_-__---_-_--_-___-__
____-___-----__-_---__-_---__________---_______---__---_---_-_-----_----__--
-__--_____---_-_--____-____----__---_-____---_-_--_--__--___--_--__----_-__-
___-__-____-_-_-_----__-_-_-__-_--__-__---_-_-_-------_-_---_-______---__--_
--___-_-_-__--_--__-__---__--_----____-_-_-___--_-___--___-_---___-_---_--_-
___-_____-----___-----_-_--_-_------____-_-__-_____-_--____--_-_--_-_-_---_-
----___-_-___-----__-_-__-_--____-_----_-_----_-_-__-_--_____--_--__--___-__
__-___-_--__-____-_-_--_-__-_-__--__-__--_-__--_-___--_---_-----_--__-__----
--____-----________-_____----__---___-__--_-____-__---__-----_--_-_---_--_--
_-___-_--___---_--_--__--_--______-_-___---__--_-__-__----_-_--_-_-___--_---
___--_-_--______--__-__--_-_-_----_---_--__--_____---__---__-__--_---_-_--__
________----_--_-_-__-_--_-_--_-_---_--__-_--_--___-_____-____-_---_---_----
---_--_-_-_-_--_-___---__-_---___----__---_____--_-_--___-_____-___----_--__
---___--_-_-_--_-------__-__---__--__-__--_-_---_--___-_--____-___-__-___-__
_-_-_-_-_--_---_-----__-_____-__-_-_-_---_--_-_______-_---_-_--__-_-__---__-
_-_----___-___-_----_____-----____-____-_----_-_______---_-_-_-_-_----_--_--
____-_-___---__-__-____-__-____---_-----_--_--_--__-_-_-_-_---___--_----__--
__----_----_____--_-____---___-__---__--_--_-_-__-_-_-_____--_--___-_----_--
_---_--_-___--____-__-_-__-_-_-_--___-------____-_-__--_-____-_-----__---__-
--_-_-__-_-_-__-__-_---_--__-_--______-_------__---_____---_____-__--_--_---
-__-_--__--____--_-_--___-_-___--__-----_-_--____--__---_---_--_-_-__--_-___
_--_-__--_------__-_-___---_-_----_-__---__--_-_---_____---__-__-__-_____-__
---_____--_-______--__--_----_--_-___--__--_-_-__-_---__--_--____--_--_-__--
__---_-_--___--_____-_-______---__--_-------_--_-__-_-_--_-__--_____--_----_
---_-___--_---___-__-____-_--_--_-_-__-_-_-___----_-__-___-_--_--_-----__-__
-__-_--___-_-_---_-_----_--___-_---_--__-----_-------______-_--_____-_______
---___--___-_-----__----_---____-_--_-_-__-_--_------____-__--_-__-__-______
--_--_____------_-__-_----__-------__-______--_____-----__---__--__-_-______
--__-_--_-__--_-----__--__--__--__________----__________--_-_--_--__--------
-----___--__-____-______-__-_-___-_--_---_-_-__----_-_____-__----_---_----_-
__--___-_-____-___--_____--__-__--_-___--__--_--_-__--_-_-_-_--_------_-----
_---_---_____---__-__-_----_--___-_---_----__---____-_--____-_-_----___-____
--_-_-__---_--___--____-_--___-__-_-__-____--____--__--__---_---___--_------
--_----_-------_-________-__--_-_--_-_-_-_-----__-_-_-_-___-__-__-_--____-__
_-_--___-_-__-_--_-__--_----_--_---__-__-__------_--_-___--__-_-_-__-__-____
_----_--_-_-_---_____-_-_--_-_-----___--_-____-_--__-_--__---_---___--______
0016まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/07/21(日) 22:16:28.82ID:???
___-__-_-_-_--_--_----__-__--___-_-_---_-___--_-_-__--____-----__--_-_-___--
_---_----_-_-__--__-__--_--_------_--__--_____-___-__---__-_--_-__--____-___
---_-___-___-_-__---_______----__---_-_-____-_---__-----__-_--___-_-_-_----_
_-_--____--___----_---_-___-_-___--___---_-_____-_--__--___---_--_-----_--__
__----__-_-__-_--_-__--____-_---__-----__---_---______-__-__--____-_---_-_--
-_--_--_-_---__-_---____-_-_-___--____--_-_--_-_--__--___-_----__-_-_-__--__
____--_-____----_-__-__-_-_--_-__-_-_-__---___----___-_-___--_---_--___-----
__--_---_-__-__--_---_--_--_-_--_----_____-____--__-____-__-_-_--__-_--_--_-
__--_----_--_-___--_-___-_---__---_-___---__---_______-__---__-__-_---__--_-
-_---_--_-_---_-___-_-__--__---___--__--_--__--_----__--_--______-_-__-_-___
___--_-_-_---___-___--__-___-_---_--_-_----_---_--_____-__-_--_--__--____---
---_--_----__----__-_--_______---__----_____-_-___--_-____-___-___--_----_--
----___-___-_----__________---__--_-__-----_-____------__-_-__---___--_-_--_
_-____-_________----_---__--__-_--_-_--___--_--_-__-----_--__----__-___--_--
_-___---_-_-__-__---______---_-__--___--_---__---__-_-_-----___---___---_-__
-_-_-_-__---_--_-_--____-_---_____---___-___---__---_-__-__---_-_---__---___
--____---_--____---____-------__-_-_-__-_____-_-----_-_-_-_-_-_--__---_-____
---_--_---_-_-_---_-_---_-_--_-_-_--__--_--____-__--__-_____--_--__-___-____
----_----_-_____-__-----___-_-__--___---_---____--__-__--______--__---_-_-_-
__--_--__-_-__---___-----_--_--_----_________---_-___-----_____-__----_--___
-_-_-_-__-_--_-____-____-_-___---__-_-__-_-_------_-__-___-_---_---__-_-_---
__---_-____-__---__---___---_-___-_---_-__--_-------__-_____--_-_-_--_-_-___
____--___-_____--__-___-__-_--__-----_----_---_-__-___---___-_-__------_-_--
__-_--_-___-_---_--_--_--__--_-___----____---_---__--__-_-_-_-_--_-____-__-_
--__-______-_-__--__--___-_-_-----__---_-__-__-_-_----_--_____---__-----___-
-___-_----_-_-____--__-___----_----___-_____--_----_-_-__---________-_------
_---_-_--___-_-__--___-_-_-_--_-_----___------___-_-_-___---_-_-_____-___---
_--_--_-_---__--__-_-_-____---___---______-_-_----___-_--___-__---___---_---
--_______-_---__-_____---_____-__--__--___--__---__--_---___--_----_--_-----
-_--___-_-_____-_-_-__---__-___-_-__-_-_--__----_--_-__-_----_-_--__-_-_-_--
___-_-___-------__-__-_--___------__-__-_----__--_--_-_-___-_---_________---
-----__-__--_-_-----_-_____----__--____-___---_--___-___--_--__---__-_-___-_
---_-__-----___-__---__-_---__---_-_____--___-_____--___-___---__----__-_---
___-___---_-_-___-_-_-____------_-__---_____-----_-__-----_-_-____--___--_--
__----_----_-__---____---__---_-_--___-___--_--_---___-___----_-____--_____-
_-_----__-_---__-__---____-_----_-____---_---_-__--___---__-__-_-_-_--__-___
-_--_---__-__-___---___-_-__--__----__--___---__---_________--__----__----_-
-_---_-__-----___-___---_-__-__-____-__--_---_--__--__--_----__--__-___-_-__
_______-__--_-----_-_-----___---_-___-_-_____----__---_-__-___-_-----____---
---___-----_-_---____-_____-_--__---_--__---_-__-___---__---__-____---___-_-
____--_--___-_-__-__---_-______-__-__-----_----__--__--__-_-_-__---_-_---_--
----__-______-____---___----__--_-_--__-__-___---_----__--_--____-___---_---
---_-------__-_-____-_--___--__---_---_-_----______-__-_-__-_-__-_-__--___-_
_-___---__-_----__-_-____--_-___-_---_--_--_--_---_-__-___-_-__-_--__--_-_-_
-____--__--__-_---_-_--__-__--____----__--___-__-_--_-_-_---__-_-------_____
__-__--__-_-_-_-__--_-_-----_--__-_-______-_-__---___-___-----___--___------
-__------_---_---_---_-__---_-____-_-__---__--______-_-___--_--__--__-____-_
-------_---_--_____--_--___--__-__--_-___-_-_-______-_--_-_-_-__-_------____
---__-_-___--__---_-_---_--_--___----___-_--___----__--__----_____-___--____
-___--__--__---_--__---_--------_______--_-___-_-----_-_---__-_-______-__-__
0017まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/07/28(日) 22:24:13.34ID:???
-__-__-_--_-___-_____-_-__---_-______--___--_--_-_-_-__-----__--_-_-----_---
-__---__-__-_--_-__---___-_-__-____-----_-_--_--_----_____-_-----__-_-___-__
-_____-_--_-__-_---_-_--_--_-----___--__---_-_-_---____--_-_-_--___-_--_____
_------_-_-___----____-_-_--__--_-__-__-_-__-__----_--_---_--____-____--_-__
-_-__-__--_____---__------__-_--_-_---___----_-_-_--__----____-__-_-_-_-____
__-_--_------_---_--_--____----_--________-_-_--_-_---__-__-_-_-_-_-__-_-___
-_--___-_-______-_--_---__--____-_-_----------_----___-__-_-__---____-_-__-_
________----_-__-_-____------_--__-__-_-_-__-_---_-__---_-_-_-_--_-_-_--__--
-_-___-----____-__--_---__-_--__--_____-_---_----_-_---__-_-_--_--_____--___
--___-_--____-_-_-__--_--_-_-__---___-----_-__---_--_---_____----__-______--
-_-____-_--_------_-___--_-__--_-_--__-----___-___-__-----_-__-_-_____--_-__
_--_-----_--_----__-_-_--________-_----_-__--_-_--___-_----_____-_-__--_-___
_-_-_-___-___----------_-__-_-_-__-__-_--_-___----_____-_-_-_-__-__--_--__--
-_-____--___-----_-__-----_------__---_____-__-___-_---_-_-____---___---____
-__--_--_-____-_----_-_---_-__-_____-__--____-_---_---____---____-__------_-
--_-_-_-_-_-__---_---____---____-------__________-_--_-_-_-_-___-__--_----_-
_-__----___-__-_--__--__------___-_--_---___-____-_----_--_____---___--__--_
_--_-_---___---_-_-_-----___-_--__-__-_-____----_---__---_--_-______-_-_-___
__-_---__--------__--__-_-_-____-__--------_-__---_-_-_-______--_-__-__-____
-_-_-_-__-_-_-__-_-_-_--_-----_---__-_-___-_-_-_-_---______--_-_--_-_-_-_-__
--_---__-_----_----__--_____-_--_-_--_---___-___-___-_____-_----___-_-_-__--
---_--_-_____-_-_--__--___-_--_--__--_---__--______--____--__----_-_---_-__-
__-__---_---_--____-__-______-----_--__-----_--__-_--__---__-_-_--__-_-__-__
-__-_-_________--_____--_-_-----_---_-_-------_-__-_--_-_---_-__-_-___--__-_
_-_-_--_---__-_-_-____-_-___----_-_-__-_-___--_-_-____--__-__-_------__-_---
-__--_--___-___-_-_-___----__-----________-_-_-_--______--_----__---_-----_-
__---_----_-_-__-__-_-_-_--_--__--__--__-__-_--_--___-__----___--__-_--_-___
_-----___--_-_-_-_-__--_-__-_-_---_----_-__-_-------___-_-_-_-_____-_____-__
___-__-----_-__-_---__--------_--_--__-_____-_--____--__-__-_---__-_--__-___
--_-----____---___--_---_--_-_------__--____-____--_----______-___-_-___-_-_
---____----_-______--_---______---__-_-__------_-____-___-_-_---__---_-_-_--
--__--__--_---__-_---___-___--_--_---_-_--____--_--_-__-__-_-______-----_-__
-__-_---____--_-_-_--_-____-----_----_-______-__-____----__-_---___--__---_-
-____-_-___--_--_-_---_-_---_-____--__-_____--_-__-__-__--_-__----__---_----
_--_-___-__--------__-__-_-____--__---__---__-__-__--__--__-_----_--_-____-_
--_---_--____-_-__-___--___-_-____-_-_--_____--_-----__-_----_-_-_-__-__----
-----___--_--___-_---__--_--___-___-_--_--__--__--____-__--__----_-____-_-_-
--_-_-___-___-_---_-_-_-----_-_____-__--_----_____-__-_--__----_-__----_-___
_-_--_-__-_-_--_--_-__---_______--__-_----_--_-_-__-_-__---__----___-__-_--_
-____-__-_--__-_---_--__--__--__-___---__-_--___--_--__---_-_----_-_--_-____
___-_____------_-_____---_-_-_____-_--_--_--_--_-_--___--__--___-_---_-_----
---_-_-__-__----_----_-_-____--__-__-----_-_____---_-__-__-__---_-_-__--____
-____________-_--_-__----__--_-_--__--__-__-------__-_--_-_-_-_---___-_--_--
__-__---_-_-_---____-___-_______-_--___--__-__---_----_----_---_--__-_--_-_-
-_-_-______-_--_______-__------__--_--____-_---_---__---_-_--___-_---_--_-_-
_-___-_-__---_--_----_-_-_-___---_--___-__--_-___-----__---_---_________-_--
_________-------_____--____-_---_--___-__--_-_---_-__-_-----__-_-----_--_-__
_-_-__-_---_-___--_-_--_-_-_-__----__----__-__---_____-__-___-_-__-__------_
_--_--_---_--_---_--___-_-_______----_-----_--_-_---_-__-______--__--_-_____
-__--_-___---_--_-_--_---__-_-_____-----_-___-_-_____--___-__-__-_--__------
0018まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/08/18(日) 22:19:57.35ID:???
ーーーーー_ー_ーーー___ー_ーーー_____ーーー_ー_ー_ーー__ー__ーー_ー___ーーーー___ーー___ー_ーー_ー__ー___ー_ー_ー_
ーーーーー__ーー___ー_ー__ー___ーーー__ー___ー__ーーー_ー_ー_ー_ー_ーーーーー___ーー_ー_ー_ーーーー_____ー__ー__ー
_ーー___ーーーーーー_ー_ー___ー_ーー___ーー_ー_ー___ーーー__ーー__ー_ーーー_ー_ーーー__ーーー_______ー_ー_ー_ー_ー
ー___ーーーーーー_ー_ー____ーー___ー___ーー_ー__ー_ーーー_ー_ー_ーー__ーー___ーーーーー_ーー__ー_ー_ーー_ーー_____
ーーー__ー_ーーーーーーーーー___ー_ー__ーー_____ー_ー___ー_ー____ー____ーーーーーーーーー_ー_ーー_ー_ー____ー__ー_
_ー___ー_ーーーー__ー___ーー_ー___ーーー____ー_ーーー_ーーー_ー_ーー___ー_ー_ーー__ー____ーーー_ー_ーーー_ー__ーー
ー_ー__ーー_ー_ーー__ーーー____ーーーー___ー_ー___ー__ーー_ー__ーーー__ーー_ーー_ーー__ー__ーー_ーーー_ー__ー__ー_
ーー___ー___ーー_ーーーーーーー___ーー_ー_ー__ーーー_ー_ー_ーー____ーー___ーーー_ーー_ーー_ー_ー_ー__ー_ーー______
__ーー_ーー_ー_ーーー____ーーー_ーーー_____ーー_ーーー__ーー__ー_ーーー_____ー__ーー_ー____ーーー_ー___ー_ーーーー
ー___ーーーーーーー_ー_ー_ーーーー_ーーー_ー___ー_ーー___ー__ー_____ーー_ーーー__ーーーーー___ーー___ー__ーー_____
_ー__ー_ー_ー__ーーーーーーーー__ーー___ーーー_ー_ー_ー______ー_ーーーーーー_ー__ーー_____ー__ーーー__ー___ーー_ー
_ー_ー_ーーーー__ー__ー_ーーー__ー_ーーー_ー__ー____ーーーーーーー__ー_ー_ーー__ーー__ーー___ーー_ーー_ー_____ー__
_ーー__ー____ーー__ー_ー_ーーーー__ー__ーー__ーー______ーーー_ー__ーー_ーーー___ーー_ーー___ーー__ーー_ーーーー_ー
___ーー_ー___ーー__ーーー_ーー__ーー___ー_ー______ーーーーー_ー__ーー____ー__ーーー_ーー_ーーー___ーー_ーーー_ーー
ー____ーー_ー_ー_ーーー__ーーー__ーー__ーーー__ー_ー_ー__ーーーー__ー__ーー_ー_ーーー_ーー__ーー_____ーーー___ー__
__ーー__ー___ー__ーー__ー_ーー__ーーー__ー__ーーー___ーー_ーー__ー_ー_ーーー__ーー_ー__ーー___ーーー_ーー_ーー__ー
_____ーーー_ー____ーーー_ー_ー__ーー___ーー_ー___ーー_ーーーー__ーーーー_ー__ー_ー_____ーーーー_ー_ー_ー__ーーーー
ーーー____ーーー__ーー_ーー__ーーー_ー_ー_ーー_ーー__ーー__ー_ーー_ー___ーーー__ー___ー_ー__ーー_ー__ーー_ー_ー___
ー__ー__ー___ー_ー_ーーー_________ーー_ー_ー_ーー_ーーー_ーー__ーーーーー_ーー____ーーーー_ー_ー_____ーー_ーーーー
ーー__ーーーー_ーー__ー_ーー_ー___ーーーーー_ーーー_______ー_ー_ーー_ー_ーー___ー_ー_ー_ーーー_ー_ーー___ー_ー____
ー_ーー___ー_ーーー_ーーーーー_ー__ー__ー_ーー__ーー__ーー____ー_ー____ーーー_ー_ーー___ー_ーーー__ーーー_ー__ー__
ーーー_ー__ー__ーーー_ーー_ー____ー__ーー_ーー_ーー___ー_ー_ーーー_ー_ーー___ー__ー_ーーー__ーーー__ーー___ーー___
ーー_ーーー_ー____ーー_ー_ー__ーー___________ー__ーーーー___ー__ーーーー__ー__ーー_ーー_ー_ーー_ーー_ーー_ーーーー
_ーー__ーーーーーーー___ー____ーー______ー_____ーー_ー_ー__ー_ー_ーー__ー_ーーーーー___ー__ー_ーーーーー__ーーーー
_ー_ーーー_ー_ー_ーーーーー__ー_ーー_ー_ー__ーー_ーー___ー_ー____ー_ーーーー____ー_ーー___ー_ーーーー___ーーー____
_ーー_ー___ー_ー_ーー_ーーーーー_ー__ー__ー___ー_ーー__ー_ーー_ーーー_ーー__ー___ーーーー__ーー___ーーーー_____ー_
___ーー__ー_ーー__ーーー_ー_ーーー_ー__ーーーーー______ー_ーーー__ーーー_ー_ーー___ーー___ーーー__ーー_ー___ーー__
ー______ーー_ー_ーーー__ーーー__ー_ーーーー_ーーーーー_ー____ーー___ー__ー_ー_ーーーー______ーー_ー_____ーーーーー
___ーーーーー__ー__ーーーーー___ー_ー____ーーー_ー___ーー__ーー_ー_ーーーーー_ー_ー_ー_ーー_ー___ー__ーー__ー__ー_
ー_ーー___ー_ーーー__ーー_ーーーーーーー__ー______ーーーー_ー_ーーー__ーーー_ー_ー___ー_ー__ーー__ー_ーー______ー_
ーーー__ー_ー__ーー___ー____ー_ーー____ー____ー___ー__ー___ーーーーーーーー_ー__ーー___ー__ーーーーーーーーー_ーー
__ー_ー_ーーー_ー_ー_ー_ー_ーー_ー___ー_ーー_ーー_______ーーー___ー_ーーー_ーー_ーーー___ー_ー_ーー____ーー_ーーー
ーー_ーーー__ー_ー_ーー___ー_ー___ー_ーーーー_ー___ーー____ーーー_ー____ーー__ー___ーーー_ー_ー_ー_ー_ー_ーーー_ー
ーーー_ーーー____ーー_ーーーー_ーー____ー_ーー__ーー___ーー___ー_ー_ーー__ー___ー__ーー_ーー_ー____ー__ーーーー_ー
ー_ー_ーー_ーー_ー_ーーー_ーーー__ーー_ー____ーー__ー___ー__ーー____ー_ー_ー_ーー_ー__ーーー__ー_ーー_ーー__ー_ー_
ー__ーー__ーーー___ーーーー_ー____ーーー_ー_ーー_ー___ーー_ーーーー___ーーー__ーー___ーーーー____ー___ー_ー_ーー__
__ー___ー_ーーー_ー_ーーー_ー_ー_ー__ー___ーーー_ー_ー__ーーー___ーーー___ーーー_______ー_ー_ー_ー_ー_ーーーーーー
ー_ー___ーー_ー__ーー_ーーーーー____ーー__ーーーーー_ー____ー_ー_ー__ーーー_ーー_ー___ー_ーーーーーーー__ー_______
ーーーー___ー_ーーー__ー__ー_ー___ー___ー__ー_ー_ー_ーー__ーーーー_ーーー__ーーーーー___ーーー_ー__ー_ー____ー_ー_
ーーーー____ー__ー__ー__ー__ーー__ーー__ー_________ーー__ー____ーーー_ー_ーーー_ーー__ーーーーーーー__ーーーーーー
_ー___ー____ー_ーーー____ー_ー_ーー_ーーー_ーーーー_ー_ー_ー_ー__ーーー_ーー_ーーー_ーーーー______ーーー____ー__ー
ーーー__ー___ー___ー_ーーー_ー___ー_ーーーー____ーーー___ー_ー__ー__ーー_ーー_ーー_ー__ーー_ー_ー_ー___ーーーー_ー
__ーーー__ー__ーーー___ー_ー___ーー_ーーー_ー___ーー_ー_ーー_ー_ーーー___ー___ー_ーー_ーーーー__ーー_ー____ー_ーー
ー___ーーー__ーーーーー____ーー___ー_ーーーー__ーー__ーーー__ー___ー__ーー_ーー_ーー__ー__ー_ーーー_ー_ー_ー____ー
_ー__ーー__ーーーー___ー__ーーー_ー_ーーー_ー_ー_ー___ー_ーー__ー_ー___ー___ー_ー___ーーー__ーー_ー__ー_ーーーーー
______ーー__ー_ー_ーー__ー_ーー___ーー___ーー_ーー____ー_ーーーーー__ーーーーーー__ー_ー___ー_ーーーーー__ー__ーー
ー_ー__ーー_ーー___ーーーー_ー_ー_ーー_ー___ー_ー__ーー___ーーー__ー__ーーーーー_ー__ーーーー_ーー__ー____ー____ー
ーーーーー__ー__ーー__ー_ー___ーー_ーー_ーーーー_ーーーー_ー_______ー_ー__ー___ー__ーーー_ー__ーーーー_ー__ーー___
______ーーーーーー_ーー___ー_ーーー__ー_ーー_ーー__ー____ーーーー_ーーー_ー__ー___ーーーーーー_ー___ーー_ー__ー___
ーー__ーー_ーー_ーーー_ー__ー_ー_ー_ー____ー__ー_ーー__ーーーー_ー_ーーーーー___ー__ー____ーー__ー_ーー_ー_ー_ー__
0019まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/09/01(日) 22:24:36.48ID:???
--~-~~-~--~-~--~---~~--~~--~~~~-~--~~~-~~-~~~-~----~-~~~-~~-~--~---~~~~~----
------~-~-~-~~~~-~~~-~-~-~~~~-~~-~-----~-~--~~-~~-~-~-~~-~~~--~~~~~-------~-
--~~~-~~~-~~-----~-~~-~---~-~~~~~~--~-~~~~-~~---~~~~--~~--~~-~-----~~-~-----
~-~~--~-~~~--~--~---~--------~~~-~-~~~-~--~-~-~~~----~~-~~~~-~~-~~-~--~~--~~
~----~--~~~-~~--~--~~~---~~-~-~--~-~~-~~~-~--~-~-~~~~~-~~-~-----~~--~~-~-~--
-~-~~~-~--~~-~-~~-~-~~-~~~---~---~~~--~-~-~-~-----~~-~-~-~---~~---~~~~~~~---
~-~~~-~~~---~--~-~~~~--~~~~~----~~--~~~~--~~---~~--~-~~-~--~--~-~~-~--~-----
~~~~~-~-~-~~~~~--~~-----~~-~---~-~~~---~~---~~---~---~~---~~-~-~--~~-~~~-~--
~~--~~---~~~-~--~----~~~-~-----~~~-----~~-----~-~~~~~-~~~~--~~~~~------~~~~~
~~-~---~~--~~--~--~-~~~----~~~--~~~--~-~~-~~~-~~~~-~-~--~-~-~---~~~~-~------
-~-~---~--~~~~----~~-~~---~~--~~~~~~~-~~~--~---~-~~~~~----~-~~~~------~~-~--
~~-~---~~---~~-~-~~------~-~~---~~~~---~---~-~~~--~-~-~~~-~~~------~~~~~~-~~
~--~-~~~~---~--~~-~~---~----~~~~-~---~---~-~-~--~~~-~------~~~~-~~~-~~~--~~~
--~~~---~---~~~~~~~~~~~--~-~--~-~~-~--~-~~~---~---~-~-~~~~--~----~---~~-~-~-
-~~-~----~--~----~~~--~-~~--~---~--~~--~-~~~---~--~~~--~~~-~-~~-~--~~-~~~~~~
~~-~-~--~~-~-~~~~---~-~~~----~~~-~-~-~-~--~-~~--~~~~~-~----~~--~~~~--~------
~~-~--~-----~~-~~~~~~--~~~-~-~~----~~~-~---~-~~-~~~--~~~~~--~-~~--~---~-----
-~-~---~-~-~~-~-~-~--~~~~~-~~~~-~-~-~--~--~~~~-~--~-~~~~~--~------~~---~--~-
--~--~~-~-----~-~-~~~-~~-~~~~-~~~~~~~-~~-~-~-~~---~--~--~-~-~-~-~-~------~~-
----~~~~~~~-~-~~-----~-~~---~-~~~~~-----~--~-~---~~~-~~-~-----~-~~-~~~-~~~~-
-~~---~~--~----~-~-~-~~--~-~--~-~-~~-~---~~-~--~~~--~~--~~-~-~~~-~~~~-~--~~-
~--~-~~--~----~~-~-~-~~~---~~------~~~------~~~~--~~-~-~---~~~-~-~~~~~-~~~-~
--~~-~-~-~--~~~---~-~--~--~-~--~-~~-~~-~-~--~~~~--~~-~--~-----~~~~~-~~~---~~
~--~~~~-~~~-~-~-~~~-~----~-~--~--~~-~-~~~~--------~-~~--~~----~~~-~-~~-~~~--
~~--~~------~~~-~~~---~--~-~~~---~-~~~-~-~~~--~---~~~-~-~-~~~~-~~---~~---~--
-~-~--~---~~~---~~~~~~~~-~~-~~~~-~----~--~~------~~-~-~-~~~-~~--~--~--~~---~
~-~--~-~--~~~~~~~~-~-~~-~~--~-~-~~-~--~-~~---~-~~~---~---~--~---~---~~~~-~--
--~-~~~~-~~~~~~-~--~---~---~~~--~~---~--~~~--~~~-~-~~~~~~-~------~~-----~~--
~~~---~~--~~~-----~--~~~-~~~-~-~---~----~-~~~----~~---~-~~-~~--~-~-~-~~~~-~~
~--~~-~-~-~-~~-~--~~-~~~-~-~~~-~--~~-~-~-~~~----~---~~-~~~~~-~------~~--~---
~-~~~-~---~~-----~~--~~~~--~-~~~~--~~~~-~~~-~-~~-~-~~--~~~--~--~~~----------
~---~~~-~~~~~~-~--~-~~-~----~~-~---~~-~~--~-~-~--~~---~~~-----~~~------~~~~~
~~--~~~-~~~~--~~-~-~~~---~-~~-~~~~-----~-~--~~---~-~-~--~-~----~~~---~-~--~~
--~~-----~~--~~~-----~-~~~~-~----~~~~--~~--~~---~~~~~---~--~---~~~~~-~-~~~-~
~-~-~~~-~~-~~-~---~-~~-~~-~~-~--~~-~---~~-~---~-~----~~-~----~-~~~---~-~-~~~
---~~--~-~~-~~-~--~--~~-~~~~-~~-----~-~--~~-~~~~----~~-~---~~-~-~--~~~-~--~~
---~--~~~~~~----~--~--~~-~~-~---~~-~~~-~~~~---~~-~~~-~-~~-~--~~--~~--~-~----
-~~~~~----~~~~-~~~---~~--~~-~----~~~-----~~~-~~---~-~~---~~--~-~-~~~~~~-----
--~~-~~~~~~-~~~-~~--~---~-~~~~~-~----~-~~~~-~~------------~~~~~-~~-~~---~---
--~--~~~-~~-~-~-~-~-~--~-~-~-~-~-~~~~-~~~~~~-------~----~-~-~~~~~---~~-~-~--
~~-~~~~---~~~-~~-~--~-~~~-~~~~------~-~-~-~~~~---~-~~~--~~---~-----~--~~--~-
~-~----~-~-~-~~~--~~--~~~~-~-~~--~----~~-~---~~---~-~~--~~--~-~-~~-~-~-~-~~~
--~-----~-~-~~------~~-~--~~-~---~~-~~~-~~-~-~--~~~~-~---~~--~-~~~~-~~~~--~~
-~-~-~--~~~--~~~~~-~-~~~~~-~--~-----~~-~~--~~~~---~-~----~-~-~~---~--~~~~---
~~--~---~~-~-~------~~-~-~-~~-~-~~----~-~~~~~~~--~~~~--~--~-~--~~-~~-~-~---~
~~~~~-~---~~-~~~~~~~----~-~~-~---~~~--~~~~~~-------~-----~-~~~----~-~~~~----
~~~------~~-~~-~-~-~-~--~~---~--~~~-~-~-~-~~-~~~~-~--~---~~~~----~~--~---~~~
~~~~~-------~~-~~~-~~~~--~--~~~~---~---~-~-~~--~~~~~-~~-~~--~-~---~-------~~
~~--~~~~---~-----~-~~-~---~~~-~-~~~~----~~~-~~~-~-~-~~~~--~-~-~~-~-----~~---
--~~-~~---~--~~~~~-~----~--~~--~~---~~--~~-~~-~~---~~~--~~-~----~~-~~-~--~~~
0020まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/09/15(日) 22:38:47.75ID:???
--~-~~-~~~~-~--~-~~~~~--~-~~----~-~-~-~--~~~-~-~----~--~~--~~~--~-~~--~-~~--
~~~~~~~~-~-~~~~~~-~~~----~~~---~~---~-~~-~~-~~--~~~----~---~---~-----~-~----
--~-~~----~~~--~-~-~~-------~~~~~-~---~~~---~~~-~--~-~-~~-~~--~-~~-~~~~-~-~-
~~~~~~~~------~~~--~-~~~~-------~---~-------~-~-~-~~~~~~~~~-~--~~~---~--~-~~
--~-----~-~-~~~-~----~-~-~~-~~~-~~------~~~~~-~---~~-~~-~~-~-~~-~~~--~--~-~~
-----~----~~~-~~-----~~~-~~---~~~~~~----~~-~~-~~~--~-~~~-~~~~---~~---~~--~-~
~-~~-~---~---~~~-~----~-------~~~~~~---~~~-~~~~~~-~-~~~~~----~-~-~~--~~~----
--~~~~~~-~--~-~--~--~~-~~-~-----~-~---~~--~--~-~~~--~~~-~~~-~---~-~--~~--~~~
---~~----~--~-~--~~----~~--~~--~~--~~-~--~-~----~-~-~-~~~~-~~~~~~---~~~~-~~~
~--~~~~-~---~-~~~-~-----------~---~~--~--~-~~-~--~~-~~-~~~--~-~~~---~~~~~~~~
~~-~-~~--~~~~~-~-~--~---~~~~-----~--~--~~~~~-~~--~~-~~--~---~~~--~~----~--~-
--~~~---~-~~~--~~~-~--~~-~----~~~~~---~~~---~----~~--~-~~~~-~~~--~-~-~~----~
-~-~-~--~--~---~--~~~--~~-~~-~---~--~-~~~~~~--~--~-~~-~-~~~-~~--~-~-----~~~~
~~-~--~~-~--~-~~~-~----~---~-~~~~~~--~---~~-~~-~~--~~-~-~-~--~---~-~--~--~~~
~~-~-~~~--~----~~-~-~--~---~-~-~~----~~-~-~--~-~~~---~~--~~-~-~--~-~-~-~~~~~
~~----~~-~~---~~-~-~~-~-~----~~~~~---~~~---~-~~~-~~--~-~~~~-~--~~--~~----~--
~~~-~--~-~-~~~~-~~-----~~~--~~--~-~---~~--~~~-~-~-~~~~~~~-~--~-------~---~-~
~~~~~-~~~~-~~~~~-~-~-~~~~-----~~~--~---~~--~~~~~~~-~~-~~-------~------------
~-~--~----~~~~~~~-~--~~~--~-~~~-----~~--~~-~~~--~-~----~--~---~-~----~~~~~~~
---~~~-~-~-~-~~~~~~---~~-~~-~----~-~-----~---~--~~-~~~--~~--~-~~~-~~~-~~---~
~~-~--~~~~~-~---~~-~~--~~--~~--~~---~---~~~----~-~~-------~-~~~~~-~-~~--~~~-
~-~-~-----~---~----~~~--~-~~--~~-~~~-~~~~-~-~-~~~~--~--~~~---~----~~---~~~~~
------~--~~-~~~--~-~-~~-~~~~--~~----~-~~---~~~-~~~~~~~-~~-----~--~-~~-~~-~--
--~-~-~~---~-~~~-~--~-~~~--~~~~~--~--~~~~------~~~~--~-~--~~-~-~---~--~~~~--
--~--~~-~--~~~~~-~-~~---~--~~--~~--~~-~-~--~~~~~-~~---~~-~-~--------~~-~-~~~
~~--~~-~-~---~--~--~--~~-~~~-~--~~----~-~~~~--~~~-~-~~----~----~~--~-~~~-~~~
-~--~~-~~-~~-~--~~~-~--~-~~~~~--~-~~~~-----~---~~------~----~-~-~~~~~---~~~~
--~~--~~-~--~~~--~~~~~~~---~~~-~~-~---~~~~-~~-~-~----~-~~~-~-~~--~---~------
~~-~----~--~----~---~-~~-~---~~-~~~~----~~--~-~~--~~-~---~~~-~~~~-~~~-~~--~~
-~~---~~~~-~-~~~~-~~-~~~---------~--~~--~~~---~--~~-~~~----~--~~~~--~---~~~~
-~~~~~~~~~~---~-~~-~~~-~~---~~~---~--~---~-~----~-~~-~---~~-----~~-~~-~~--~-
~~~~-~~~~-~--~-~-----~~-~~-~-~~-----~~~~--~---~-~---~~~-~~-~~---~-~-~---~~-~
~~~~~~-----~~-~~~--~~~-~~---------~------~~--~~~--~-~-~--~~~-~--~~~~--~~-~~~
-~~-~-------~~--~~~~---~~--~~-~-~~~~-~--~-~~--~----~~-~~-~-~~~--~--~-~~~-~-~
~~-~--~~~~~----~-~--~--~-~~~~~--~-~---~-~-~~--~-~-~-~~---~~-~~--~-~-~-~~--~-
--~----~~-~--~-~~--~~----~~-~~~--~-~~-~~--~~--~-~-~~~~~--~~--~~~~--~--~-~--~
-~~~~-~-~------~~~~-~--~~-~~--~--~--~~-~~--~-~-~--~-~~~-~---~--~-~~~--~-~-~~
---~-~--~~--~~~----~---~~-~--~~--~~~~-----~~-~~~--~---~~~~--~~--~--~~~-~~~~~
~~~-~~~--~-~--~~~---~~-~~-~~--~~~~~--~--~~~----~-~---~-~-~~---~-~~~-~-~-----
--~~--~----~-~-~~-~-~-~-~~-~~-~~~--~-~-~--~~~--~~----~~~~---~-~~~---~-~--~~~
~~----~~~--~~~~-~--~~-~--~-----~-~~---~~~~-----~~~~---~-~~-~-~~-~~---~--~~~~
~-~-~~--~~~~~-~---~-----~~~--~~~--~-~-~-~~--~---~--~-~~~--~--~-~-~~-~~~-~--~
~-~------~~-~----~~~~~-----~--~~~~-~~~~~-~-~--~-~~---~--~-~--~~~~~---~~-~-~~
-~--~~~~-~-------~------~~~~-~~-~~~-~-~----~~~-~-~~~-~--~~~--~~-~~---~-~-~~~
~--~~-------~~~-~~-~~~~~~----~~-~--~-~~--~~~-~--~-~--~-~~--~-~~--~~---~-~-~~
-~~----~~~~---~~~----~-~~~-----~~~~-~-~~-~~-~--~~~~-~-~-~~---~---~---~-~-~~~
~~-~~-~~--~---~--~~~~-~-~----~~~--~-~~------~~-~~-~-~~~~-----~~~---~~-~~~~--
~~-~~~~-~---~~~--~-~-~~~-~~-~~-~---~~---~~-~---~~~-~-~-~~----~--~--~~--~-~--
-~--~~~---~~~~~-~~--~-----~~-~~~----~~---~~~~~~-~-------~--~--~~~~-~-~~~~~--
~~------~~----~---~~--~~~~~~~~---~-~~~~~~-~-~-~~~~~~-~-~---~--~~---~---~--~-
0021まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/09/29(日) 22:30:36.26ID:???
~~---~-~~~-~-~-~~--~~~~~-~~~~~-~---~--~~--~--~--~-~-~~~---~-~~~-~---~----~--
~-~-----~--~~~-~~--~--~-----~-~~--~-~~~-~~~-~~-~~---~-~~~-~~----~~~~~~-~--~-
-~--~~~-~~-~-~-~~~~~~~--~~--~--~----~~-~-~---~-~~----~~--~~~~~-~-~~--~~-----
~-~~~~-~-~-~----~~--~~--~-~~~--~---~~~~--~-~-~--~~~--~~~--~-~--~~~----~~~---
~~-~~--~--~-~~---~---~~-~-~~-~----~~~~-~~~-~--~~~--~--~-~-~~--~~-~--~--~--~~
~-----~~----~~~~~~--~~-~~~--~--~---~-~~-~~~~~--~----~-----~~~~-~-~~~~-~---~~
~--~--~~-~~~-~~~---~~~~--~-~~-~~-~-~~--~~~--~---~~-~-~-~-~-------~~~~~~-----
~--~~---~~~-~~~--~~~~~~---~-~-~-~~-~---~-~~-~---------~--~---~~~~~-~~--~~-~~
~~-~-------~~~-~--~~---~-~~~~~-~---~~~~~--~-~~~--~----~--~-~~~~~~-~~-~~-----
~-~~~~~--~~-~~-~~--~-~~~~--~--~~----~-~-~~-~----~-~~-~~~-~~-----~-~-~--~-~--
~-~---~~~----~~-~~-~-~~-~~~~~~~-~~-~--~-~----~~~~-~--~-~-~~-~--~-~-~--~-----
-~-~~~---~------~~~-~----~---~~~~-~~-~---~~~~~~~~-~~~-----~~~-~~~--~----~-~~
~-~~--~--~~--~-~----~~~~~~--~~~-----~~-~~~-~---~---~-~---~-~~--~--~~~-~~~~-~
-~~~~~--~----~--~---~~~~-~~~-~-~-~~~--~~-~~-~~-~-~---~----~~--~~~-~-~~~-----
--~---~~--~~-~-~-~~~-~~---~-~-~----~~---~~~-~~---~~-~~----~~-~~~--~~-~~~~~--
~-~-~-~-----~~-~~---~--~-~-~~---~-~-~-~~~-~~~-~--~~~----~~~--~~~~~---~--~-~~
~-~--~~-~~~--~--~~-~~~--~-~-~-~~~-~~-~----~~-~-~-~-~-~~-~~-~-~----~~-----~~-
---~--~~~-~--~-~-~~~~--~-~-~---~~----~~~--~-~---~-~-~~~~~~---~-~-~~~--~-~-~~
-~~~~-----~-~~--~~---~~~~~~~--~~~---~~--~-~~~--~-~---~~--~-~-~-~--~-~~---~~-
---~~-~~-~~~~-~-~-~--~-~~----~----~-~-~---~---~~~--~-~~~~~~---~~-~~---~~~-~~
--~~--~~~-~~~--~-~~---~-~~~~-~-~~~~--~----~~-~--~-~~-~-~--~~-----~-~~~~-~---
~~~~~-~~-~--~-~-~~---~~-~---~-~-~~-~~-~~---~~-~---~-~----~~~-~~-~~-~---~--~-
~--~-~-~~~-~~~-~-~~~-----~~--~--~-~~~--~~---~~~-~-~~-~~~~~-~---~~------~-~--
~~~--~-~~----~---~~~-~--~~-~~----~~-~-~-~-~-~~~---~---~--~-~~~~~~-~--~-~--~~
~~~--~--~~~-~~-~~--~-~~~-~~~--~-~---~~~-~---~---~~~~~~~~~---~~----~~--------
~~-~~~-~-~-~----~----~-~-~---------~-~~~~~~--------~~--~~-~-~~~~-~-~~~~~~~~~
~~~~~-~---~----~----~-~~~-~--~-~-~-----~~~~~-~-~~~~-~~----~-~~~~-~~--~-~~---
~-~~~~~~~~~--~~~-----~~---~~--~--~~~---~--~------~~~-~~~-~-~~~~---~-~-~---~-
-~~---~~~-~--~~--~~-----~-~~-~~~---~~~-----~~~--~~~~-~--~~~---~~---~-~~--~~~
~-----~~--~~~-~-~-~~-~~-~-~~~~~----~----~~~-~~~----~-~-~-~---~-~~-~~--~-~~-~
~~--~-~-~~-~~-~~-~-~~~---~-~-~---~--~~~~---~--~---~~~~---~~-~----~-~-~~~--~~
-~-~~---~-~--~-~----~~~~~~--~~~~-~-----~--~--~-~~~-~-~~~-~~---~~~-~---~-~-~~
~-~~-~~~-~-~~-~-~-~---~~~~~---~-~~-~---~~-~~~-~~-~--~~~-~---~-~~---~~-------
~~~--~~~~~------~--~~-~~~-~-~-~~---~~~-----~--~~-------~-~~-~~~~-~~~~-~-~~--
~~-~~-~-------~~~-~-~~~---~-~~-~-~------~--~~---~~-~---~~~-~-~---~~~-~~~~~~~
-~~~~-----~-~~--~--~~~~--~~~~~~~~---~~--~~----~~-~~-~-~-~-~--~~-~-~~~-------
---~~~--~~-~---~------~---~~~--~-~----~~--~---~--~-~~~-~-~~~~~-~~~~~-~-~~~~~
~~~~---~-~~---~-~~~--~-~-~----~~-~-~~---~-~~-~~--~-~-~~---~~~~~--~-~-~~--~--
~~-~-~~~--~-~~-~~---~-~-~--~----~-~~-~-~~--~-~-~----~~-~--~-~--~-~~-~~~~-~-~
--~-~-~~~~~-~--~-~~~~~~~~~-~~-~-----~-~-~--~-~~~~----~--~-~----~~--~~----~~-
--~~~~-~~--~~--~----~~~~~~-~-~-~~~~~-~~~------~-~-~~-~~----~~--~~-~--~--~---
~-~~~~-~~~-~---~-~~~-~~~~~~~~-~~------~--~--~-~-~~~--~---~-~--~-~~------~-~-
--~~~-~~~~-~-~~----~--~--~~~~-~--~~~---~---~~--~-~~~--~~~~-~~~~-~--~--~-----
~--~~-~-~~~-------~~~---~---~~~--~~--~~~-~~~--~--~~-----~~~--~~~~~~-~-~---~~
---~-~~-~-~---~~--~-~~~----~-~~~~~-~-~~~-~~--~~~-~~~-~~~~-~---~-----~-~~----
--~--~---~~~-~~---~~-~~--------~~~-~-~~--~-~--~~-~-~----~~~~~-~-~~-~~~--~~~~
~~-~--------~------~-~~~--~~-~----~--~~~~-~~~--~~~~~~-~~~~~--~-~----~-~~~-~~
~-~~~-~~-~~-~~~~~-----~~-~~-~-~--~-~~~--~-~---~-~--~~~---~-~-~-~~-----~-~-~-
-~--~---~-~~-~~--~-~~-~~~~-~~------~~~-~---~~-~~---~~--~-~~~~-~~~~-~-~~-----
--~~~~-~~~~--~------~---~~~~~~~~--~~~-~~-----~-~----~~-~~---~-~~~~~~-~-~----
0022まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/10/13(日) 22:12:12.42ID:???
------~-~~-~~~-~~~~---~~---~~~-~-~-~-~--~-----~~-~~~---~~~-~~--~---~~~-~-~~~
-~---~~-~~--~~~~------~~~~~~--~~----~~~~~~-~-~--~-~~-~~~---~~-~~--~---~--~--
~----~--~~~--~~~-~~---~----~~-~~-~--~~-~--~~--~~~--~~-~------~---~~~~~~~-~~~
~--~~~-~-----~~-----~~~~---~-~-~~-~~-~~-~-~~--~--~~--~~~-~-~~-----~-~~~-~~~-
--~--------~~~-~--~-~~-~~-~--~~~~-~~-----~--~~-~--~~-~~~-~~~~~~-~-~~---~-~~-
~~~~---~~~---~-~~~~---~-~-~~~----~~~--~~~-~-----~~-~~~~~-~-------~~-~--~-~-~
~~~-~~-~~---~-~~-----~~-~~-----~~~~~~-~-----~-----~~--~----~~~~~~-~--~~-~~~~
---~~-~-~---~~~-~-~-~~-~~~---~-----~~-~---~~-~~--~~--~~-~---~~~~--~~---~~~~~
~~~~---~-~~~--~~--~~~~-----~-~~-~-~~~~~----~~--~~--~-~~~---~-~------~---~~~~
~~-~-~-~~---~~-~~~-~--~-~~-~-~~~-~--~~~~~~~--~--~---~~-~~~----~--~-~-----~--
-~---~-~~---~----~--~~-~~~-~~--~~~~~-~--~-~--~~-~----~~--~-~~~-~~~~-~~-~-~--
-~~~--~---~~~~-~~-~~-~~~---~~~--~--~~--~--~-~--~~-~----~-~~-~~---~~--~~-~--~
~~~-~-~~-~~-~--~~~~-~-~~~-~~--~-~--~-----~~------~~-~~--~~~-----~~--~~-~~~--
-~--~~~-~~~---~~--~~~-~------~~~~~~~--~--~~---~--~--~-~-~~~~-~-~-~----~-~-~~
~---~--~~-~~--~~-~-~-~~-~-~-~~---~-~~~-~~~~~-~~-~~---~~~--~---~~--~----~~---
~-~~~--~~~---~~~--~~--~~---~~~~-~--~-~-~--~-~--~-~~----~-~-~~-~-~-~~--~-~~--
-~~~-~---~--~~-----~~~-~~--~~-~--~~--~~-~-~----~~~~-~~-~-~-~--~-~----~~-~~~~
--~---~--~----~~~-~~~-~--~----~~~~~~-~--~~-~~-~~---~~-~~~~~~~------~--~-~~~-
-~~-~~-------~~--~-~--~-~~--~~--~---~~~~~-~---~-~--~~--~~~~-~~-~~~-~~~---~~-
-~~-~--~--~~-~-~~~~~~~--~--~~--~-~----~~-~-~-~~~-~~---~--~-~~--~-~--~~-~~---
~--~-~~~----~~~~~--~-~---~~~~-~~-~--~~-~~~~~~~~-~-~--~~~---~---~-~-----~----
~-~-~~--~~--~~-~--~~----~~---~-~~~~~--~~-~-~~-~~-~-~~-~~-----~-~-~---~~~~---
-----~~-~--~~-~~~~~~~--~~-~~------~--~~~~--~-~--~--~~--~-~-~-~-~-~-~-~-~-~~~
-~--~--~~-~~--~-~~----~~~-~~-----~-~--~~~~~~~-~-~----~~-~~-~--~~--~-~-~~-~-~
-~~~--~~--~---~--~~~~-----~~-~~~~~~~~~-~----~-~--~~----~~--~-~~-~--~~-~~--~-
-~----~~~~~---~-~-~-~~~~~--~~-~~--~~~-~~~~-~-~-~-~~---~-~~--~-~-~--~----~---
~~~-~~---~-~~~~-~----~--~~--~-~--~~-~~-~---~~~-~~~---~~-~---~-~----~-~~~-~-~
~-~-~~~---~-~--~-~--~-~-~~-~---~~-~----~-~~---~-~~~~~~-~--~--~----~~~~~-~~-~
-~-~---~-~~~----~-~~~~----~~~~~-~~~~-~~~-~~-~~~~--~---------~--~-~~--~~~-~--
-~----~~~~~-~--~-~-~~~~-~-~-~-~~-~~~~~~~-~----~-~-----~~~~~-~~---~--~-~-----
~--~-~-----~~~-~~-~---~--~-~-~~~~~~--~~~--~----~---~~~-~-~~~--~--~~-~-~-~-~~
~~~-~~~~-~~-~~-~~-~--~-~---~~-~--~~--~-~-~-------~----~~-~---~-~-~~-~~~~-~-~
~~~~~~-~~-~--~~~~~-~-~~----~-~--~~~~--~~--~~~---~-----~--~--~--~~--~~~----~-
~--~~~-~~---~-~-~~~--~~~--~~~--~---~~-~-~--~-~~-~-~~-~-~----~~-~-~-----~~-~~
~---~~-~~---~-~~-------~~~~-~--~-~-~~-~~--~-~-~~-~-~-~~--~-~----~~-~~~-~-~~~
-~--~~-~~-~--~---~-~-~~~--~--~------~~~-~~~--~-~~---~-~~-~--~~~~-~~~--~~-~-~
~~-~~~~-~--~~-~--~~~~~-~-~~~---~~-~-~--~---~---~-~~--~-~--~~---~~~~--~-~----
~--~--~------~~-~-----~---~~~~~~--~----~~~~-~~~--~-~-~~~~~~~-~-~-----~~~~-~~
--~~--~-~~-~~~--~-~~~~--~--~-~~-~-~~~~-~-~-----~~---~~-~~-~-~~----~~~~----~-
--~~~--~~---~~-~---~~~-~-~~--~-~---~~~~--~~--~--~-~~--~~~~----~-~~--~~~~~---
~~--------~~~---~-----~--~~~~~~~~---~-~-~-~~~~---~~---~~~~~-~~~-----~~~-~-~~
~-~--~~~~--~~-~-~~~~~-~--~~--~-~----~-~~-~~-~-~~~--~--~~~-~~~~--~--------~--
-~~-~~-~---~--~-~~----~-~---~--~~~~---~-~~~~~~-~---~~-~-~~---~~-~-~-~--~-~~~
~~--~-~~---~----~---~~~-~~~~-~--~---~~-~~--~~~~-----~~~~-~~--~-~--~~~-~-~--~
~~---~~~~~--~-~-~~~~-~---~--~-~-~---~~--~~~-~-~-~~~~---~--~---~----~-~-~-~~~
-~--~-~~---~~~~--~-~~--~-~-~-~--~-------~~~~----~~-~---~~--~--~~~~~-~~~~-~~~
-~-~-~-~~~---~--~~-~-~---~~~--~~---~-~-~-~--~-~~-~-~~~--~-~--~-~~~--~--~-~~~
-~~-~-~~-----~~-~~-~-~--~~~-~--~~-~~--~-~-~--~-~~-~-~~~----~-~~~~-------~~~~
---~~~~-~--~~~-----~--~~~~-~----~-~-~-~~~----~---~--~~~--~~----~~~~~-~~-~~~~
-~~-~~--~-~~-~--~~~-~~~-~---~-~~~-~~~~--~---~-~---------~-~~--~-~~~~-~--~-~~
0023まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/12/01(日) 22:05:57.43ID:???
~~---~-~---~-~~--~--~~-~~~---~~--~~-~---~~~~-~~-~-~-~---~~~~--~~--~~---~~-~-
~--~~-~----~--~~-~~~-~~----~-~~--~~-~---~-~------~~~-~----~---~~~~~~~~~~~~-~
~------~-~--~-~~~-~---~---~---~---~~-~~~~~~~-~~--~-~~~-~------~~-~~--~~~~~~~
~---~~~-~~~-~~----~~-----~-----~~~----~~~--~~---~-~~~-~~-~--~~~~~-~-~-~~--~~
-~-~~~-~--~~~-~-~~~-~-----~~~-~~~~-~~-~~~~-~-~---~-~--~~~---~~----~-~-----~-
------~-~-~--~~---~-~-~~--~~-~~~~-~--~~~~~~~-~----~-~------~~-~~-~~-~-~~~-~~
~~~~-~--~-~~~-~~-~-~~-~--~----~--~--~~-~~~-~-~~~-~-----~~~--~-~-~~~~--~-----
--~~--~~----~~-~-~~-~~-~----~~--~~~~-~~~~-~~~~-~~~~-~--------~~~--~-~--~---~
--~~-~~-~----~-~~-~~~~~~-~-~--~~--~-~~---~-~~~~~~---~--~~-~~~-~----~----~~--
~~~--~-~-~~--~-~~--~--~-~-~~-~-~~~-~~~~-~~~-~~-~--~~~--~--------~-~~--~-~---
~~--~------~--~~~~-~~-~--~----~~~~-~~~~~-~-~--~~---~-~--~~-~--~~~--~~~--~--~
--~--~~~~~--~-~-~~~~~~~~~~~~~~-~---~------~--~-~---~--~~---~-~-~-~---~~~--~-
~~-~~----~~~-~~-~--~-~-----~~-~--~~--~-----~---~~~~-~~-~~~--~-~~~~-~-~-~-~~-
~~----~~~-~-~--~-~~~-~-~~-~~~--~~~-~-----~~--~---~~~-~~-~-~--~~--~~-~---~-~-
----~-~-~--~~~--~---~~~---~~~~--~-~-----~~--~~-~~~-~~~--~-~--~~~~--~-~-~~-~~
-~-~-~-~~~~---~-~---~~----~-~~~~~~-~~~~-~---~-~-~-~~~---~--~--~~~~-~----~--~
-~~---~~-~~~--~~---~----~-----~~~---~-~-~~~~~-~~-~---~-~~~~~----~~-~~~---~~~
~-----~--~--~-~--~~~~--~~-~-~-~~-~~--~~-~~--~~~-----~~-~-~-~-~~~---~~~~---~~
--~~~~--~-~-~~~--~-~~---~-------~---~~-~--~-~--~-~-~~----~~~~-~~~-~~-~~~-~~~
-~--~-~~-~~-~-~-~---~-~---~-~~--~----~-~~~-~--~~--~---~~~~~~-~-~~-~--~-~-~~~
~~------~-~--~-~-----~--~~~~~~~~---~-~---~-~~~~---~-~~~~---~~-~-~~~---~~-~~~
-~-~-~~~---~-~--~---~-~~~~~-~~--~~~---~~--~-~-----~~---~---~-~-~--~~-~~~~~~~
~--~~-~~~~~---~----~-~~--~----~~--~~-~~~--~~~--~~~~-~~--~~~~~---~~-------~~-
-~-----~-~-~-~-~~~~---~~~------~~~-~~-~--~--~-~----~-~--~~-~~~~~~-~~--~~~-~~
~~-~--~----~~--~--~~~~----~~-~~-~~-~--~----~----~~~----~~~-~~~~~-~-~--~-~~~~
-~-~-~-~~--~~~~-~~~--~~~-~-~~~-~-~~~--~---~~~~~~~--~----~~~-~--~------~-----
~-~~-~-~-~-~~-~~~--~-~-~~~~~--~-~---~~~--~~~~~~---~-~-~~-----~~-~~----~-----
~-~-~~-~--~~-~~~-~~~---~---~~--~-~-~--~~~-~---~--~~-~~-~--~~-~-~~~-----~-~-~
--~-~-----~--~~-~-~~~~~----~~---~-~-~~-~--~----~-~~~-~-~--~-~~~-~~-~~~~~--~~
~-~~------~-~--~--~-~~~---~~-~-~---~~-~~--~~~~~~~--~---~~-~~-~~~~----~~--~-~
~------~-~---~--~~--~~~-~---~~-----~~-~~-~~-~~-~~--~~~~~-~---~~~~~-~-~-~--~~
~~~-~-~-~~~~~~------------~-~-~--~--~~~~--~-~-----~--~--~~~-~-~~~-~~~-~~~-~~
-~~~~-~---~-~-~-----~-----~-~~--~--~-~~-~-~~---~-~~~-~~~-~-~~~~--~-~-~~~--~~
~~-~---~~~---~-~---~~~~-~~~-~~-~-~-~--~~~-~-~-~~-~~-~~~--~-~-~----~~------~-
-----~--~~~~---~~-~----~-----~~---~~----~~--~~--~-~~~---~~~~-~-~~-~~~~~~~~~~
--~~-~~~~~~---~---~~-~~-~-----~~-~--~~----~~--~~-~~-~---~~~~--~-~~--~~~~~---
-~~--~~--~---~-~-~-~---~~~~-~~-~~~~-------~-~-~-~--~---~~-~~---~~~-~~~~~-~-~
-----~---~~--~-~---~-~---~~--~~~~--~~~~~~-~--~~~-~~-~--~~~--~~~~~-~~~----~--
--~--~-~-~-~--~~~~~~-~~~--~-~--~-~-~--~-~-~~----~--~--~~~~~~-~-~~-~--~~--~--
~-~---~~---~~~-~~--~~~~---~~~~---~-~---~~~-~-------~--~~----~~~~~~----~~~~~~
~-~~~~--~~-~~---~~~~~--~-~~--~-~-~-----~--~~~~---~--~-~--~~~-~-~~-~-~---~~--
-~~--~---~--~--~---~-~~~--~----~-~-~-~--~-~~~~~~~~-~-~-~-~-~~----~-~-~~-~~~~
---~~~~---~~--~-~~~~~-~-~~-------~~~-~~~~-~--~~---~-~-~-~~~-~-~~~~-~~-------
~-~~~~~---~~-~-~-~~-~-~-~-~-----~--~~~~~~-~---~~-~~-~-----~~---~~~~-~~~-----
~~----~~-~-~----~--~~-~-~--~-~~-~~-~~~~----~~~~--~-~~~~---~--~---~~---~~-~~~
-~~~~~-~--~~~~-~-~--~~--~-~~------~~~~~-~~--~-~--------~--~~---~--~~-~~~~~-~
-~-~~-~-~---~-~-~-~-~~~--~-~~~~--~-~-~---~--~---~~~~~~~~-~-~-~-----~~-~~--~-
~---~---~---~~-~~~~~--~~~-~-~~-----~-~~-~~-------~~-~--~~-~~--~~~~-~--~~~~-~
~---~---~~~-~---~~~~-~~~~-----~----~-~~~~--~~~--~-~----~~~--~~--~~~--~-~~~-~
-~~~-~~-~-~~---~--~~~~~-~~---~~----~--~~-~-~--~---------~~~~~~-~-~~~~--~--~~
0024まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/12/29(日) 22:12:27.50ID:???
---~~~~-~~-~--~-~~-~-~--~~~--~-~-~~~--~~~~~~~--~---~---~~---~-~~-~~-~----~--
~~~------~-----~~--~--~~~---~------~~--~~~-~~-~~~~-~~-~~-~-~~~~~-~-~-~-~-~~-
~~~-~~----~-~~~--~---~-~-~~----~-~--~~~~-~~~~~------~~~~----~~-~~-~~~-~---~-
~~~~-~~---~~~-----~~-~~~-----~~-~~-~---~-~--~~~--~~---~~~-~-------~~~~~~~--~
-~-~~---~-~~---~~-~-~-~~--~-~-~~-~~-~~~-~~~---~~-~~--~-~~-~~---~-~-------~~~
~~-~~~~--~~--~-~----~--~--~~~---~-~-~-~~-~----~-~~~----~~-~-~~~~-~~~~~----~-
----~~~--~~-~~--~-~~--~~~----~~~~---~~---~~---~~~~-~~-~----~---~~~~-~~--~-~~
-~----~-~--~---~~~---~~--~--~-~~~-~--~-~~~~~--~--~-~~~-~--~~-~--~~~-~~~--~-~
~~-~--~~-~-~~~~-~---~~--~------~~--~~~---~~~~-----~~-~~--~~-~---~~-~~~~--~-~
~~---~-~-~-~-~~~--~--~-~~--~--~~-~~~-~--~----~~~~~~~~~-~---~~~~~-~---~------
-~~~~--~---~-----~~--~~--~~--~~~~--~~-~-~-~~~-~-~--~--~-~--~---~~~--~-~~~~-~
~--~-~~-~~--~~--~-~-~~~~~--~-~~-~~---~-~--~-~----~--~-~-~~-~--~~~-~~--~~-~--
~~-~~~---~-~~-------~~~~~--~~~-~-~-~~--~----~~~~~--~~---~~-~---~~-~--~-~-~-~
------~-~~~-----~-~----~-~~~--~-~~-~~--~-~--~~-~~~-~~~~~~~-~~--~~-~--~--~~-~
--~-~~~----~~---~~~~-~-~~---~~--~-~--~~~~-~-~--~--~-~~~--~~~~~--~-~~-~----~-
~--~---~~--~~---~-~-~--~~---~-~~~----~--~~~~~~--~~---~-~~~~--~~~~~~--~---~~-
-----~-~-~-~~~~--~--~--~~--~~~-~-~~-~~~~-~~~~--~~----~~-~--~-----~-~--~~-~~~
---~~-----~---~~~-~~---~~~-~-~~-~~---~--~~----~~~~~--~~---~~~~-~-~~~~~~---~-
~~-~-~-~~~--~~~-----~------~~-~~~~---~-~~-~--~--~~--~-~----~~-~~~--~~~-~~-~~
~-~~-~----~-~~-~---~~~-~~~-~~~--~~~---~--~-~--~~~--------~~-~--~-~--~~~~-~~~
---~~~~---~-~---~~-~---~--~~~~~-~~--~----~~~--~---~~~~--~--~~-~-~----~~~~~~~
---~---~--~-~~~~--~~--~-~~-~~~---~-~--~-~~-~--~-~-~-~-~-~~--~~-~~---~~~-~~-~
---~~-~~~~~~~--~~-~-~~-~~-~-~--~~~-~~---~~-~--~-----~-~-~~~-~~~--~----~~----
~~~~~~----~-~~---~---~-~--~~~-~-~~-~~----~~---~~~-~---~--~~~-----~--~~~~-~~~
---~~~~~~----~~-~-~-~-----~--~~~---~----~~~-~~~-~-~~~~----~~-----~~~~-~~~-~~
---~~-~~~~~--~--~~-~~-~--~~-~~-~-~--~----~~~--~~~--~-~--~--~-~---~~~~~~--~--
--~~~--~~-~~-~-~-~---~~~--~-~~-~-~~~-~-----~~~~~~~~--~-~-~--~-~----~~-~---~-
~---~---~-~-~-~~-~--~~~~-~----~~~-~~~--~~-~-----~~~-~~--~----~-~-~-~-~~-~~~~
~~~~~~~-~~-~--~~~-~-~-----~--~~~~-~~-----~-~--~~~--~~-~-~-----~~~--~-~---~-~
~~~-~----~~~----~~--~~-----~-~~--~-~~~~-~---~~~~--~-~~-~~~~~~-~-----~--~-~~-
-~---~~-~--~~~-------~---~-~~-~~~~-~--~--~~--~~~-~--~~-~~-~-~~-~~~~~~-----~~
~-~-~~~~---~---~-~~-~~---~~~~--~-~~~--~-~~-~~~~-~~~--~~--~~--~--------~-~~--
~~-~~~~-~~~---~--~-~~~~--~----~~~-~-~~~---~----~~--~--~~--~---~-~-~~-~---~~~
~-~--~~----~~---~~--~--~----~--~~---~-~--~~~~--~~~~~~~--~~-~-~~---~~~-~~--~~
-~~--~-~--~~~~~~~-~-~--~-~~-------~~-~-~--~--~-~---~~~~--~--~~~----~-~~~-~~~
-~~-~~~--~--~-~--~-~~-~~~~~---~-~~---~~--~~~-~---~-~-~-~~-~-~--~--~~-~-~~---
~~-~--~--~~~~--~-~---~-~--~-~~~-~--~---~~--~-~---~--~-~~~~--~~---~~~~~~-~--~
--~---~--~-~~~-~--------~~--~-~~~--~~-~~---~~~-~-~~----~~-~~-~~~~~-~-~~-~-~~
~~-~--~-~--~-~~~----~~~--~~~~-~-~~~-~--~~~~--------~~~----~~~-~~---~~-~---~~
~~~~~~--~~-~---~~----~---~~~~---~-~-~~~-~~-~~~-~-~--~--~-~-~-~----~--~~-~-~-
---~~-~~-----~--~~~~-~~-~-~-~--~--~-~--~~--~--~~-~----~~~~~~~--~~--~-~~~~-~-
~~~~-~~-~---~--~-~~-~~--~~~~--~~~---~-~--~-----~-~~~--~~---~-~--~-~~-~~~~---
~---~-~-~--~---~~----~~~~~--~~-~---~-~~-~~-~-~~~-~-~~--~~--~-~-~~~~-~-~---~-
~-~--~-~--~~-~-~~--~-~-~~~~~-----~----~~~-~~~--~~~~-~----~-~----~~~-~~---~~~
~---~--~-~~~~~~-----~-~-~~~--~--~-~--~-~-~~-~~-~~~--~~~--~~-~--~~----~~~-~--
--~--~~~-~--~~~----~-~-~~~-~---~-~~~~--~-~~--~~---~~~~--~~~--~-~~---~--~-~-~
-~--~--~~~~-~--~~-~-~--~~~~~~---~---~-~---~--~-~-~~~-~~-~~----~-~~-~~-~~-~--
--~-~--~~~--~----~~--~~--~-~---~~--~~-~-~-~~~~~----~--~~----~~~-~~-~~~~-~-~~
-~~-~-~-~~~~~~----~-~~--~---~~~~-~-~~~-~-~-~~~-~~--------~~-~-~-~--~-~--~~--
~-~---~-~--~~~--~~~~--~--~-~~--~-~~~-~------~~----~-~~~-~-~~~~--~~~-~~~~----
0025まちがって名前消しちゃいました。垢版2020/01/19(日) 22:16:19.43ID:???
~~-~--~~~~~--~~~-~----~---~-~~---~--~-~~-~--~--~~----~--~~~--~~~--~-~~-~-~~~
--~~~--~~~~~--~~---~--~---~~----~---~-~--~-~-~~~~-~--~~~--~~-~-~~~~---~~--~~
--~-~~-~-~~~-~--~-~----~~~~~--~-~~-~-~-~~-~~~~~~--~---~-~~~~~~~---~---------
----~---~~~~-~-~--~-~-----~~~-~~~-~-~-~~---~---~~---~~~~~----~~-~~~~~~--~-~~
~-----~-~~~~~~~-~--~-~--~~~----~~-~~--~~-~~~-----~~~-~~~-~---~~--~~~~~------
~-~~~~--~---~~~~-----~--~~~~~-~~-~~~-~--~~-~-------~~--~~-~--~~--~~-~---~~~-
-~~--~--~----~~--~~-~~~--~~-----~--~-~--~-~~---~-~-~-~-~~-~~-~~~~-~-~~--~~~~
------~~~~~--~---~~-~--~-~~---~~--~~--~-~~-~---~~-~-~--~-~~~-~--~--~~-~~~~~~
~---~--~~~--~~---~~---~~--~~~~-~~~~-~-~~~~-~-----~~------~~---~-~-~~~~-~~~--
----~~---~~--~-~~---~~-~-~~--~~-~~-~-~-~--~~-~--~~~~----~~~---~~~-~-~-~-~-~~
~-~~-~---~~-~~---~~-~---~~~~~--~-~~-~--~---~~~----~~----~~-----~-~~~~-~~-~~~
-~---~--~~-~~~~-~~~~-~--~---~~-~~~~-~~---~~-~~-----~~~--~~-~--------~~--~~~~
--~~~~~~---~---~~~~-~~~-----~~--~~~----~~--~~~--~~-~-~--~-~--~-~--~-~~---~~~
--~-~~-~~~~-------~~-~----~-~~-~~-~~~~~~~~~~--~~-----~--~--~-~~-~-~~-~-~---~
-~--~~-~~-~-~~---~~---~-~~~~-~-~~---~~-~--------~----~~-~~~~~-~~--~~-~~~~~--
~~~--~~~~~-----~~~-~--~~~---~~----~-~~---~~-~-~--~~-~~---~--~~-~-~~~~-----~~
-~~~---~---~-~~--~-~-~~~-----~~~~~~~------~~~--~-~-~~~~~--~-~~~~--~-----~-~~
-~~-~~~-~--~--~--~~----~~--~-~~-~-~--~~---~~--~-~~---~--~-~--~~-~~~~-~-~~-~~
-~~-~-~~~~~~-~~~~--~--~~~~~--~~-~---~---~~~-~-~~-~--~----~~--~--~~-~~-------
--~-----~~~~~~~----~-~~~~-----~~-~~~~-~~~-~~-~-~-~~~-~-~~~~~-------~---~--~-
~----~-~-~~~--~-~~-~~-~--~~~--~-~~---~~~-~---~~~----~-~~~~~~------~-~~~~~---
~~--~--~-----~~~---~-~~-~~-~-~--~----~~~~-~~-~~-~-~-~~--~-~-~-~---~~~-~~~--~
~~----~~---~~~-~-~--~-~--~~-~-~~----~~~~--~~~-~-----~~-~----~~~~---~-~-~~~~~
-~~----~--~----~-~~----~~~~~~-~-~--~~~--~~--~~--~-~~-~-~~~-~~-~----~-~~~--~~
~---~-~~~~-~~~~-~~~--~----~~~~~~~-~--~~~---~~-~-~--~--~-----~~~-~----~----~~
~~~~~-~~---~~~----~-~~----~~~----~---~~--~~~~~~~--~--~~--~-~~--~--~--~~~~---
~-~-~-~-~~-~--~-~-~---~--~-~~~-~~~~~~-~--~-~-~--~-~~~--~~~~---~-~~-----~~---
~~~~~~--~-~~---~--~--~---~-~-~~~---~~--~~~--~----~-~-~---~~-~-~--~-~~~--~~~~
~~--~--~-~-~~-~---~~-~--~-~~~-~--~-~-~---~~~-~--~-~--~~-~~-~~~~-~-----~-~-~~
-~-~~-~~~~~-~~-~-~-~~-~~-~-------~------~~---~~~~--~--------~~~~~-~-~~-~~~~~
-~~--~~~~~~-~--~-~----~-~~-~---~--~~-~~~~-----~~-~-~~----~--~~~--~~-~~~~-~--
----~--~--~--~~~-~-~~~~-~~~-~~--~-~--~~--~---~~--~-~-~~--~-~~--~~--~--~~-~~~
-~-~------~-~-----~-~-~~~-~--~~~-~--~-~~-~---~~-~~~--~~--~~~--~-~~~~-~-~~~-~
-~--~~--~~~---~~~-~~~-~~~----~~~--~-~~-~-~-~~-~~---~--~-~~~--~-----~-~~~--~-
~~~-~-~~----~-~~-~~~~---~~~~-~~~~------~--~~~-~-~--~-~~~--~-~--~--~--~-~~---
--~~~~~~-------~-~--~~-~-----~~~--~-~~-~~~-~~~~-~~~~~~-~-~--~~-~----~---~~--
-~-~----~---~---~~~~-----~-~~-~~----~~---~~~~~~~~~-~~~~~~----~-~~-~--~~--~-~
~~--~--~~---~~-~----~~~~---~~-----~~~~--~---~-~-~~~-~~---~-~~~-~~~~~~~-~----
~-~~~~~~-~-~~~--~--~-~~~-~---~-~~--~~~-~~~--~~~---~~---~~-----~-~~--~---~---
~-~~~------~~---~~~~~---~~--~~~~~--~~~~-~--~~~----~~~~~-~-~~----~~---~---~--
~~-~--~-~--~-~~~--~~-~--~~--~--~--~-~~--~--~-~-~-~~~---~~~~-~~-~--~-~-~~~---
~-~~--~~~~---~---~-~~-~~--~-~~~--~--~-~-~-~-~--~~---~-~---~~~-~-~~--~---~~~~
--~~----~-~~~~~~~-~-~--~-~~~~-~-----~~~-~~--~~-~-~--~-~--~--~~~-~-~--~-~--~-
~------~--~~~-~---~~~-~~~~~-~------~~~-~~~~~~-~~-~-~-----~-~~------~~-~~-~~~
~-~~~~-~--~-~~-~-~~~~------~~-~~~~--------~-~~~~~--~~~-~------~~---~~-~-~~-~
-~~~-~~~-~~~-----~~--~~-~--~-~~~~~--~-~-~--~--~~~-~--~-~-~~-~---~~-~~---~---
-~--~~-~--~~-----~-~~~---~--~~-~~-~~~~~--~------~~~-~-~-~~-----~~~~-~--~~~~~
-~~---~-~~~----~-~----~~-~-~-~----~~-~---~~~~~~~-~~-~----~-~~~~----~~-~~-~~~
--~-~---~---~-~~--~~-~~-~~~~--~~~-~---~-~~----~~~--~~~~-~-~~-----~-~-~~--~~~
~~~-~-~----~~~~-~~--~~-----~~----~~~~--~--~~~~-~----~-~~--~-~-~-~~~~-~~----~
0026まちがって名前消しちゃいました。垢版2020/02/02(日) 22:20:15.13ID:???
-~~---~-~~-~-~---~---~~---~~--~~---~~~-~----~~~~--~~~-~~--~-~~~-~~~---~-~~-~
~~--~~~----~--~---~~~~~~--~~-~~---~--~~----~-~~-~-~~--~~~~~~~~~~--~-------~-
~~~---~--~--~~~-~~-~-~--~~~-~---~~-----~-~-~--~~--~~---~-~~~~~---~---~-~~~~~
~-~~~----~~~--~--~~~--~----~~~~-~~----~~-----~-~~---~~------~~~-~-~~~~~~~-~~
-~---~~--~~--~~---~--~-~~-~-~----~~-~~-~-~~--~~--~~~~~-~-~~---~-~-~~--~-~~-~
-~-~~-------~-~-~-~--~-~~-~~--~~---~-----~~~--~--~~~~~-~~~~~-~~-~-~~~--~~--~
~--~-~--~-~~~~--~~~--~-----~-~----~-~-~~~~-~-~--~--~-~-~~~~~-~--~~~----~~-~~
~~-~~---~-------~~~-~-~-~-~-~--~~~---~-~---~~~~-~--~--~~~~~~~-----~~~---~~~~
~---~~~~~~--~~----~~-~~---~---~----~~-~-~~--~---~----~--~~~-~-~-~~~-~~~-~~~~
~~~~-----~-~~~--~-~~~--~~---~~~-~~~~-~---~----~~--~~--~---~~~~-~~~-~-~--~---
-~--~~-~--~--~---~~--~~-~~---~~--~~~~~-----~~~-~-~---~----~~~~~~~-~~~--~-~-~
-~~~-~----~~-~-~-~~-~-----~--~~~~~~~-~~~~--~~-~-~-~~---~---~--~~--~---~~~~--
--~~-~-~~~-----~~-~~-~~-~-~~~----~~~~~-~~--~---~-~--~~----~--~---~~~~~--~-~~
~~~~~-~------~-~-~---~~-~~-~-~---~-~~-~~-------~-~---~-~~~~-~-~~~~-~~--~~~~-
---~-~~----~---~---~~-~~---~~~~~~--~-~--~----~~--~~-~~--~-~~~-~-~--~-~~~~~~~
---~~~----~~~-~--~~--~~~~~--~--~~--~~-~~-------~~-~~-~--~~~--~-~---~~~~--~~~
~-~-~-------~----~~~~~~~~-~~-~-~~-~~---~~~~-~---~--~--~-~---~---~-~~~--~~~~~
~-----~~--~~-~~-~--~-~--~~~-~~~~~--~------~--~~~--~-~--~-~~~~~--~~-~---~-~~~
-~~-~-----~---~--~---~~-~-~---~-~~----~--~~~~-~~~~~~~~~~~-~~~-~-~-~~--~---~-
~---~--~-~~~--~~~~-~~~~-----~-~~-~--~-~-~--~~~~~----~~~~~-~~~--~-----~~-~---
-~-~-~~~-~~~-~~~~~----~~~~-------~~-~~-~--~-~--~-~---~~~~-~-~~-~--~-~-~~----
----~~~~---~~~---~~~~~---~---~----~~~~~---~~---~-~-~~----~-~~~-~~~-~~--~~-~~
~~~--~~--~--~-~--~~~~-~-----~~-~--~--~~~-~-~-~~~-~----~~~-~-~----~~~-~-~~-~-
--~--~-~----~-~-~-~~-~~------~---~~-~--~--~~~-~~--~~~-~~-~~~~~--~--~~-~~-~~~
-~-~~---~-~~~~-~~~---~~~~-~~-~-~-----~~~~-~~~---~--~~--~~~-~~---~-~-~--~----
-~--~--~~~-~~~-~--~~~~-~--~~~--~~-~-----~~---~-~-~~~~~~~-~-~~~-~-----~~-----
---~~-~~~-~--~--~-~--~-~--~~~~--~~-~~------~-~---~-~-~~~-~~--~~-~~--~~~-~-~~
----~-~~~----~~-~-~-~~--~~~----~-~~--~-~----~-~-~--~-~~---~~~-~~-~~~~-~-~~~~
~-~~-~~-----~~--~~~--~~-~~~~~---~-~--~--~~~---~-~~-~~~---~~--~-~~-~---~~---~
~~----~---~-~--~--~~~----~----~~-~--~~~-~---~~~--~~~-~~~-~~~~~--~~~--~~~~---
~--~~~~-~~--~~-~~-~-~~~----~~~~~-~~----~-~~-----~-~-~-~-~~~---~~~~~----~----
~---~~~----~~--~-~--~~--~~~~~~-~--~---~~~--~-~~-~---~-~~~~~~-~~---~---~-~-~-
~-~--~--~-~~~--~~--~-~~~~~~-~~---~-~~~-~~---~---~-~-~-~~---~-~~---~~~--~--~-
~-~~~~~~~~-~-----~~---~---~~-~-~~-~~---~-~~~-~----~--~-~~-~--~-~~~----~~-~~-
~~~-----~~---~~~-~~~-~~~~~~~~-~-~~----~~~-~~~---~-~~-~-~~--~~-----~~--------
-~~~-~~-~-~-~-~-------~-~------~-~--~-~-~~--~~-~~~~---~~--~~~~~~-~--~~~--~~~
-~~~~-------~---~~--~~-~--~~-~~-~-~---~~-~~~~-----~~~~~~-~~~~--~-~---~~~~---
~-~~~-~~~~-~~-----~~-~-~--~~--~~~-~---~-~-~---~~~~~~-~~---~---~-~~~-~---~---
~~-~~~-~~~~--~-~~-----~~---~~~~~---~~--~--~-~~~-~~-~~---~--~~----~~~-~~-----
~~---~~~--~-~~-~-~~-----~-~----~-~~-~~~~~---~-~~~--~~~~~~~~-~--~~-----~~----
--~~~~~-~----~~~~~-~~~~~--~~---~---~--~-----~-~~~---~--~~-~--~~----~~-~~~~~-
~~~-----~~---~-~~-~~~~~-~--~--~-~--~---~--~~~-~---~~~---~-~~~~---~---~~~~~-~
--~-~-~---~~~~-~~-~~~--~~--~~-~~~~-----~~---~~~~--~-~--~-~--~~~~~--~--~~----
--~-~~----~~--~--~~~----~--~-~-~~-~---~~-~~~~--~----~~---~~~~-~~~-~~~-~~--~~
-~~~--~-~~~~~~~-----~~~-~~---------~-~-~-~-~~~~~--~-~~~~~-~-~~~----~--~---~-
~~~~~~-~~~~~-~---~-~---~---~~~-----~-~~~~-~~~-~--~-~-~~-~~-~~-----~~--~-----
---~--~~~~~-~-~-~--~~---~--~~-~~~~----~--~~~-~~--~-~~-~-~~-~~~-----~-~---~~~
-~-~~-~--~~-~~~-~~~~~---~-~~~-~-~~-~~~-~-~-~-~~~--~~-~-----~--------~~---~-~
-~--~-~-~~-~-~~-~---~---~--~~--~~-~~--~~-~~-~~--~--~~~----~~--~~---~~~~-~~-~
-~~~~--~~-~-~~~-~~-~~-~---~------~--~-~~~-~~~~--~~~-~~--~~~~~--~----~-----~-
0027まちがって名前消しちゃいました。垢版2020/02/16(日) 22:03:50.84ID:???
~-----~--~-~~-~-----~-~-~~~~~-~~~~-~~~---~~----~~~-~~~-~~-~~-~-~--~---~~-~--
----~-~~~-~~---------~~-~--~~~-~-~~~--~~~-~--~~~~~~--~-~-~~-~----~~--~-~~-~~
-~----~--~~-~~-~~--~~~-~---~~~----~~--~~~-~~~--~----~~~-~-~~~-~-~-~-~~~~----
~~~~-~~--~--~~----~~~~-~~---~~-----~~~-~~---~-~~--~~~~--~~-----~-~-~~--~~--~
~~~~-~---~~~-~-~~-~~--~~~~~--~----~~-~~---~--~-~~~~~-~~~~~------~-~~--------
--~~-~-~~-----~-~~---~~--~-~-~~~--~-~~~~~--~--~-~---~---~~--~~-~~-~--~~~-~~~
-~~----~-~~--~~~~~-~-~-~-~~-------~~---~-~--~~~~~~~-~~~-~--~--~~~-~~----~-~-
~~~-~~~-~--~-----~~~~--~-------~~~-~--~~~~-~~~--~-~-~-~-----~--~~-~-~-~~~~-~
-~-~---~~--~~-----~~-~~---~~-~~~~--~~-~~---~~~---~-~--~-~~-~----~~--~-~~~~~~
~-----~-~~-~~~~~--~~~--~~---~-~----~~~-~~~~--~--~--~~-~---~-~--~~--~~~--~~-~
~~-~-~-~---~~~~~-~-----~---~~~~--~-~-~--~~--~-~~~~-~~-~-~~--~~--~--~~~---~--
~-~-~~~--~~~~~~~~-~--~-~-~~--~~---~-~-~~----~~---~----~-~~--~~-~~---~--~--~~
--~--~~-~~~~~-~~~~-~~-~~~~~-~-~~-~-------~-~-~-----~~--~~--~--~-~-~-~-~~-~--
~~~-~-~----~~-~~~~~~--~-~~~-~--~~~-----~--~~-~--~~-~~~-~~-~--~-~~---~---~---
~~-~~~~-----~--~-~-~~~~-~~~~--~--~~~-----~-~~-~--~~-~~-~-----~-~~~----~~--~~
-~~~---~-----~~-~~~~-~~~~~---~-~~~~--~~-~---~--~-~------~~-~-~~~~-~--~-~~--~
---~--~-~--------~~~~~-~~~-~~-~~-~-~~~~---~--~~-~~~-~----~--~~~-~---~~--~~~~
----~~~~--~-~~-~---~----~~~~~--~~~-~~~-~~-~~~--~-~--~---~~~---~-~~~----~~~--
~---~~~~-----~-~-~--~~~~~~~~~------~-~-~~---~-~--~~--~~~~--~~~-~-~~---~--~-~
-~--~-~~~~---~-~~~~~-~-~--~---~-~-~--~~~~~~-~---~~~--~~---~--~~~~--~---~--~-
-----~---~-~-~---~---~-~--~--~~-~--~~~~~~-~~--~-~-~~~--~~-~~~~~----~~~~~--~~
-~~~-~-~~--~~~~----~~~--~-~-~-~-~-~-~-~~-~--~~~~--~~-~---~--~-~~~-~~----~---
------~-~-~~-~----~-~-~----~~-~~--~~~~--~~~-~~~~---~---~~~~-~--~~~~~~~~--~--
----~~-~~--~~~~--~-~~~-~~-~~~-~-~-~--~~~~~--~---~-~-~-~--~~--~---~~--~~---~-
~~~---~~~~~~--~~~~~---~~--~-~-~--~~-~~--~---~-~----~~----~----~--~~-~-~~-~~~
~~~-~--~--~-~~-~~~~---~------~~--~~-~--~~~-~------~--~~-~~-~~~-~~~-~--~~~~--
~~~~--~-~-~~-~------~~~~-~-~~~-~---~~~-~-~------~-~---~~~~~~~~--~~-~~-~-----
~-~~~~-~--~~~-~~~~-----~~--~~~~~~--~-----~~~~---~-~~---~~~---~~---~-~--~-~--
~~-~--~~-~~------~-~-~-~---~--~-~---~-~~~~~-~-~~~~~~~-~---~---~~-~~--~-~~-~-
~---~-~~-~~----~-~~-----~-~-~-~-~~-~~--~---~~~--~~~~~~~~~--~~~-~---~-~---~~-
--~-~-~-~~~--~-~~-~~~~--~~~~-~~~~--~----~~-~~~~~---~-~~----------~~~----~-~~
-~~~-~~~---~~~~--~~--~~~--~~~~~~~~---~~~----~---~-~~~~~~--~--~----~------~--
~~~~-~---~~~-~~~~--~~--~-~~~~-~-~~~----~-~~-~-~--~~~-~-----~~~~~------~-----
-~--~----~-~~~~--~~~~~-~~-~---~-~-~~~-~-----~---~~~~~~~-~-~--~-~---~~-~~---~
~~~--~--~~-~---~~-~-~--~---~~~~~-~~~--~~--~-~~~--~~-~~---~-~---~-~--~~-~~---
-~~~-~~~---~~~~---~~~~~-~~~----~~~---~-~~~-~-----~-~-~~------~~~~--~~--~~---
---~~--~~-~--~--~-~~~---~-~-~-~~~-~~~-~~~----~--~-~-~~--~~~----~~-~~--~~~--~
---~---~-~~~--~---~-~--~-~~~--~~~~~~~--~~---~-~~-~~~~---~-~-~----~~-~~--~~~-
--~---~~-~--~----~~~~~~~--~--~~~-~----~--~-~~-~~~-~----~---~~-~~-~~~~-~--~~~
~--~~~~-~~~-~-~---~-~-~-~~-~~-~~--~~--~~---~---~~-~--~~~-~--~--~~---~~-~~---
--~-~-------~~--~~-~~-~~~--~~-~----~~~----~~~-~~~---~~~--~~~--~--~~--~~-~~~~
-----~-~-~-~---~~~~~~--~~-~~~--~-~-~-~~~-~~~-~-~--~-~~-----~-~~-~~~--~~~----
-~~~~---~-~~---~-~~~--------~-~-~-~~-~-~~~--~~~~-~-~~~~-~~--~-~--~--~~~---~-
~-~~---~~~-~~--~-~~----~---~---~~-~~-~-~~---~~~-~~~--~-~~~-~~~-~-~-~--~--~--
~~-~--~~-~-~--~--~--~-~~~~~---~----~~--~-~~-~~~~-~~~~~~--~~~~---~----~--~---
--~~---~~~~~~-~~~--~--~~----~~~-~~-~--~---~~~~-~~~-~~-~~----~~-~---~--~--~--
~~~~~-~~~~~--~~~-~~-~~------~-~-~-~----~~~--~~~~~~-~--~~-~-----~------~-~-~-
-~-~-~--~~---~-~~~---~-~~~~~~-~~-~-~-~~~~---~-~--~--~---~-~~~--~--~~~~---~--
~-~~~~-~~~-~--~~~-~-~~-~--~~~~-~~~~----~--~-~-------~~~~----~------~~-~~-~~-
~~~----~~~~-~~----~--~--~----~---~-~~~-~~-~-~~~~~-~~--~~~------~~--~---~~~~~
レスを投稿する


ニューススポーツなんでも実況