X



トップページPCサロン
72コメント245KB
パソコンに詳しいやつに聞きたい [転載禁止]©2ch.net
0022まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/01/10(日) 11:38:05.60ID:???
---_____-__-_--__--_-_-_--_-____--_---___-__--------_-____---_-_-_--_-___-__
_----_--_-----_--_---______-___--_----__---_____________----__--__-___-_----
_-__-_--____--__-----_-_------___-__--__-_____-__-_--_-_---_-__-__--__-_-_--
__--_-_-___-_---_-_---__-_----__-_-_-_-____-__-__----_--_----_-_____-_--_-__
____-____-----_----_--_--__---___--_________---___----_---_-_-__-_--__-__---
____-__-__-__------_----___-____-_-----______-_--_---_--__-_-_---_-_-_-_-_-_
-___-_---_-_--__---_---_------_--____-__---__-__-___-__-___-_---___-___--_-_
___-___--__--_-_--__-_----__--_______-____----_-_--_-_---__-_---_-_-_---_-_-
_-_-__---_----__--_-__-_-_____-_-___---__--___-_-__--_-_--_--__--_-___---_--
-___-_---_--_-_-_--__-_-__-_-__--_---_--_-_-__---__--_-_-_-___-______-_---_-
_____--_-__--__--_---___--_------_________----_____-_-_-__--------_-_-_-_-_-
_-___-_-__-___-___--_-_--_-_-_--_---_______-___-_-_-__--_----_----__---_----
__--_-_--_-_--__-_-_-____----_-___-___-___------_-___-_-_----__-----_-_____-
_-------_-_--__--___-_-_-__-_--____--____---_-____--_-__--__---_-_-_--_-_-__
___--__-____---__----_____-_-__-__----__--_--------_-____-__--___-__----__--
-_------_-__--_--_-_---__----_--___----______-_-_----_-________-_-____-__--_
_--_-__-----_----_-__--__----_---_-____-___--_____-_-__----__---__-____-__-_
_--_____--__---_-_-_---_--_-______-__--_--_-_--_-_---_--__-____--_-__-_-_---
-----_---_--____-_-__-_-_-___-___-__-_-___-_-------_---_-_-___----_-_______-
--__---_-__-__-__-___--_-_----___-__-___-__--__---_-_----_--_-___--_-__-_-_-
---__-_-__--_--_---__-_--____-_---__--------____-__-_-____-__--___--_--_-___
__--_-_-----_--____---____-____---__-_-__------_---__----___-_____-____----_
--__--____--_-_-_-_--_-___-__--_--_--_----__-_-_--__---_-__--__-_--_-___-___
___-_--___-_-_--__---__--___--_-_---__---__----_-_----______-_-_-__-___--_--
-----__--_-___--_----____---------_-________----__-_---______-_---____-___-_
--_--___-_---____-__--_-__-___-__----_-_-___-___--_--__---_--_-_--___--__---
--_-____-___-----_-_-_-----_____-_-_--__--_-__-_--__-___-__---___--__-----__
--_--_-___-___-----_-__-----_-____--__-_-_________-_-_-__-_--_-__------_-_--
_-__-__-----__---_--_-___-___----_--_--__-__---__---__--_____----______-_-_-
-_-__-_-__-----____-____-----_-____--___-_-___--___---__-_-__---_-_--_--_---
--_----__--_--____--___--_-____-_---__-_-___---_---___---_____-_----_--_-___
__---_-_-_-_-_-_--__-_--__-__-_---__--_-_-_------_-__-_-_____--_-_-___-_-_-_
-----__--___---____----_----___--_-_-_-__---_-____-__--_-_-___-_-_--__-__-__
___-__-___--__--__-__-__-__-___--_--_--_----____-___---_-__--_------__--_---
__-_-_-_-_-----_____-__--____----__----__--__-___-_-_----__--_-_---_-___--__
__---_-----_--_-----__-__--__-----_--___-_-_____---__-__--__--______-__--___
_--__--__-__--___--_-_----_-_--__---_---_-___---___--_-_____-__--__-_--_--__
--------_--__----___-__---_-_-_-_-_____-_---_----_--__-_-__-___-______-_-___
__----_-------__--_--_-________-__---_-_-___-___--______-_-_-__-----__---_--
__-_--_-______-_--__--___---_-_---_____-_--_-___-_-_---------_-_--_---__-___
--__----_______--_---_--__--__-_-__--_--___-_-_---__-_-__---__--__--_--__-__
_--_-_---_--_--__-_------_-__------_-__--_--_____----__-________--_____-__-_
_____--___------__-_____----___-_--___----_-__--__---_-__--_-__--__-_-_--_--
-____--_-___-_-_-_-_---____---_-_____--__--_--_--___------____--__---_--_--_
___-____-__-__-_------_-_--_--__-_--_-___---_--_-___-_--_----_-__-_-__-__-_-
___--_-___-__--__--___-------_--_---___-----__-_---_-_-____--____-_--____--_
_________--_-_--__--_-___-_----__--_-_-_---__-_--_-__-_--__--_----_--____---
-__-____-____--__---------_-_-_-__--_---_-__-----__-_--__-_-__-___---____-__
-_____-_---_--__--_-__----_____-____---_-----_--_-_-__-_-_-_---_---_-____-__
---___-_---_-___-__--______-_-_--__-__--_--_-____---_----___----_--__----___
0023まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/01/24(日) 12:24:26.24ID:???
-_-___-_---_--__---__-_--_-_--__-_-___--_-__-----___----_-_-_-__-_-_--______
_____-__-_-_-__--__-_--_--_-_---___---_----_--_----_-_--______-__---_-__-_-_
__-_-----___-_--__-___-_---__---_--_--__--____--_-----_-__-_--___-__-_-_-___
_-_--___--________------____--_-__-__------_-------_--_-__-_-____-__-__-_--_
--___----__--___----_--___-_-_----__-_--___-_-_______-_-_-_-_-_--___-----__-
-__-_____---___-___--___-_-_____-_-_-_----___----__----_-------__-__---_--__
-_-_-_--_----_----__-_-_______---_-_______-_-----_____-_------___-_----__-__
_-___-_--------_-----___-_____--______----___---_____---___-___---_-_--_-_--
--__-__-_-___-___----_--_-__-___--_--___---_---_-_----____--_---___-_-__--__
___-___---_----__-__--_-_----__-_-_-__--__-__--___----_-__-_----_-__-__--___
---__-__--__-_______--_-_--__---_--_-_--__--_--____-_---_---__---_-_-_-___-_
-_-_-__---_-------____-_____-_-__-_____-_-_--__-_-___-_-_-_---_-_--_--__----
___-___-_--___---___-_--___--_-_-__---_--_______-----_-_-_-__-__----_-_-----
-__--_--____-_-_---_--__---____----__--_-_-_--_---_--__-___-_--___--_-__-___
_______-___--_-____-___----------_-_-_------_----_-_-__-_-_---___--_-__-____
__----__--_---__-__--____-_-----_-_--_-_--___-_-_--_-_____----__-_--___--___
_-___-_-__----_--___-__---_____----___--____---_--_____-_------___---_-_-_--
-----__-____--__---_-__--_---___--_-___----___-_---___--_-----____-_-__-____
-_--___-___--_----__-_----__----_-____--_-_--___-______-_-__-_--_--___-_----
_-_--____-__----__---_--____--_-_--_-----_______-_-_____--__--_--___-_------
--__--___---__--____-_--__-_-__--__-_-_--__-_---_-__-_---___--____---___----
_--__-_--_--_----_---_----_-_-_-_____--___--______---_-_-__--___--___--___--
___-_-_-_----_-___----_-_-______-____---_--_-_-_--_--_-_----_--_-_-_-____-_-
---_--___-_-__-_-____-_--__---___-__-_____--___--___------__----_--___--_---
_---_-_--_-___--_--___---__-_---_--_-_-__--_--_-_-____--_--_---______---____
---_---__-_-___-__--_______---___-_____---__---_--_---__-_----__--_-_-__-_--
----_----___--__-____--_-_-__-_----_---__-_----____--_-_____--_-___-_--____-
________---___-_------_-_-_-_-_-___---_-_-----_-___--_-__---____-___-_----_-
-_-_--_--_--____--__-_-__--__--_-__-___-_--__--_-__---_--_-_-__----____---__
_--___--___-_-_-______--__--------_-____-_-_-_-_-_-___----__---_---_-_--__-_
-___----__---__--_---_-__-__----_-_____-_---_--__-_______-_--__--_----____--
__-_----_---_-_------______-_---_-_-___-__---_____-_---_--__---_--_______--_
-_-_-__-_---_-_--__---__-_-____-___--_---_-__-_-______-_--_---_-_-_-_---__--
-_-_--___--_-__--_--_--------_-___---_-_-__----__-_--_-_-____-__--_-________
-__---__-___---___----__--___-_-__---_-_--_---____-_-_-----_-___-_--_-__-___
-_-_--__----_-__----__-____-__---_____----__-_-_---_-__-___--__-__--_-__---_
------___--_-___-______---____-____-_--__---_-_-_-_-_--_-__-_-_-----__--__--
___-___--__-__------__-_____----__-____--_-__----_---_-_-___-_-_-_-__----_--
-___----_--___-_----___--_-_----__-____--_-_-_-______-____-----_-__--__---_-
-_-____-----____-_----_--_-_--_-_--__-_-_-____--_____----_--__---__-__--__-_
--_---_-_-____--_____-__--___--_-_---____-_-_-____--___-_------_-_-_---_-_--
_-__-__----___-_--____-____---_-_-----___---__---_-____--___----_-_--__-__--
_----___--_-_--_---_---___------__-____-__-__---_-__-_--________-_-_--__---_
-_-______--_--------__-_-____--_-_-___--__---_--_-----_--___--__--___-__-___
-____-_-_--__-----__-_-_-__----_-___----__--___-_--____--__-__----__-_-_-__-
-__-__-__-____-_--__-_-_--_____--_-_-----__--___-_--_-_---_-__---__-_-__----
__--_-_-_-----__-_--__-----__________-_--_-__--___--___---___-_--__-----__--
-_-----_-__-____-__-_--_-____-_-____-----__---_--____--__-__----_-___---__--
-____-_-___-__---_-_-___-______-----_-_-_---_---__---_--__-_-_-____-_-----_-
-_-------_-_-__-_--------------_-___--_--_____--_____-_____-_____-__-__-_-__
0024まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/02/21(日) 17:55:55.72ID:???
_--______-__-_-_-_____--_---__-_-____--_-_-_---__-_-_-_--_----___-_---_-----
_-_-_--___--_____-__--___-_-_-_---_-__---------______-_-__-------_-_-_-___-_
----_-__---__--__--___--_--___---__-_--__-__---__----_-___-__-___--______---
__-_____---____-_-_---_-_----____-___-----____-___-----__--_--___----_--_-_-
------_--___-_--_-_____-_-_____-_-____--__--_---___-_---_-__---___--_--_-_--
_-_----_---_---_-_-_-__-_____-____--_-____-__------_-__-_-____---__-----___-
-_-_-___--_---___--___-_---_____-___-_-_-___-_-----___-_----_--_-_--____----
-_-_-_-_--___----__--_----__---_--_--______--__-______--_--_--___----_-____-
-_---_-___--___--_-_--_-___----__---__-___----_--__-___-_---___-__-____-_---
-_--_--__-_-___-_--___-__--_-__-_----_--___--_____-_--_---__-___---__-_-_---
_--__-______----_-_-----____--_--__-_-----__-_-_-_---_---_____---______-_--_
-----____--_---_-__-___-_-____-_-___--_______-_--__---_--_---_-_---____-----
_-_-___-----_-____-__--------_--__-___-___-_----__-___-__--___--_-__----_-__
__-___-_--------_--_--_-_--__---___-__--___-_-____-__--_-__-_-____--___-----
___-_---_-___-----_---_-__------__----_-______---__--_--_-_-_--_-______-____
___-_-__--____-----__-_--------_--__--__-__-__--__--____--_---__-___--___--_
__--_----_-_________---_-_-_--_-_-_--_____-__-----_-_-_-___--_--__---_---__-
-----_-_---_____--_--------_________--___-___--___-_---__--_--_--_---_____-_
__--__-__---__-_--_-__--__-___-___-__---_-___-----_---___-_____----_--_-_---
_-__-_---_-__--___-_---__--____-_-_----__-_-_-----_--___---__-___--__-_-__-_
-___-____--_--___--_-_-_-__----_----__--____-_-___--___-_-___---_---_-_---_-
_-____--__-_------__-_-_--__-______--__----___---___--___--_--__-_---_--_--_
-_-_--________-------____-----_--_____---_-_--___---_-_-__--_--__-_-__---___
----__-__-_----_-__--____----__-_-_--__-_-_----__--__-__--___--_--__-___-___
-____-___________------_-___-____-_----_-----__--_-_-_-__-_---_-___-------_-
____-__--______-____-____-----_-_______--_------_--__-_---__--_-_----------_
__-----_-------_-_-_____--_-_-_-__-_---__-____-_-___--__-_-_---__-_-__-_-_-_
_-____--__--___-_-____--___-_____-___-_----_-_---__---__--_-----__-----_--_-
--____---_----_--_--_-------_-_-___-_-____-____-____-__-____--__-__--_---_--
-___--________-__---_---_---_---_-__--__--____-__---____----_--_-__---__--_-
_-_-_-____-_----___--_-_____--__--_-___-____-__----__-----__----_--__---__--
_----__----__---_-----____-___---_-___-_---__--___--_--_-__-____--_-___-_-__
--__---__---_____-_____-----__-___-___--____----_-------_-_____-_-_-__---_--
---_-_-__-_______-_---___--__-__----____-_-_-_-__-_-_--_-_-----___----_-__--
---_-__--__--_-__-_--_---________--__-_-__-___---__------__------__--_-_____
---___-_---_-_-__-__-__--_-_-__--_-----_-___-_-____-_-___-----_-_-_-_-_-__-_
-___-_-___--__----_------____-_-___-_-_------_-_-_----_-____-_____-_---___-_
--_----_-___--_--___---_---__---___---_---_______----__-__-_-___-_--_-___-__
__-_--____--_----_-_-_---_-_--__-_--_-___--_-----_-___-_-___-___--__---_-___
__-_--__-____-__-___---___---_---_-_-__-___-__---__-_--_--___---__-_-_------
-_--_____---___----_--_-_-_______----_____------_-__---___-----_-_-___-_-_-_
--_---__-___-_---_-___--_---___-__-__--__-__-----___--__--___--__--_-__---__
_-___-__----_-__--__-_-__--___-___-__--__-_-___--_-_------___-__-_-_---_----
--__-_---_____--_-_---_--__---_-_-----_--____-___-__-_-_----___-____-_-__--_
---_---___-___-_--__--_--_____-_____-----__-__-_-___----__-_----__---__-_--_
--_-__-_---__-___----__---_--_-_---_-_____-_--___-_-_----___----______---___
--_-_-___-__-_____-----__-__---__-___-__---_--_____---__--_-__---_---__---_-
----_-_-_--_-_--_-_---------__-___-_-_-__-_______--__-_-_-_____--__---_-__-_
--_____-_----__--_-----__-__--__-_--_-___--_-_-_____-_-_---___-_-_--_-__-_--
_--___-_-___--_--__-___-_---__-_-___--_--__--_--_-___------____-_----_-_-__-
0025まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/02/28(日) 19:07:35.18ID:???
_-___-__--_-_-_-_----__-__-_-_-_--_-___-_----__-____----___------___----____
-___---_-_-_---_-_--___-_-______--_--_-_--___--_--_--_--__-_____----_--__-_-
_-______------__--_-___--_--__-__---_____-___-_--_____-_------_-_--__-----_-
___--__--___-___-_-_-___---_---_-_--_-_-_--_--______--_--__-__-__-_---_-----
__-_______-_-__-__-_--_-__-____-___--_---__-__------_-_---_-_---_-__--_-----
-_--__-__-_---___----_---__--_-__--___---_--_-_____-_______--_----_-_-_--_-_
_-__---_-__-_-__--_-____--_-__-__-----_--__-__-__--___--_-----_____---_-_-_-
-__---_------_--_--__-___-_-__-_-__-___--____---__-__-_-__--_-_---__-__-__--
__-_--__------_-___---_--_---_-__----______-__--_________----_-__-_--__----_
_----__-_-_-__-_-_-_----_____-__-_--_--_---__-__-__-____-___-_--------_-_-__
-_--___-__-__-_--_---_-__-_--------__-__-___-__-_---_-___-_-__---____---___-
_--_-_-_-_-__-___-_--___---___-__--_-----__---_-__-__-_-_-__-__--__-_---__--
_____-__-_--_-_--_-_-__-_--__---_____-___--__--__--__---_--_--_-_-----_--__-
--_-___-__-_-_--__--_-_---_____--_-__-------___--__----____--_-_-__-_-_-_-__
_--__---_--_---_-_---____----__-__-_______--_-----____--___-----_-__-_-___-_
-______--__------_---__------__---____-___-_____--___-__-_-__-_---_-_----__-
_-___-_-_--_-_---_-___-_---_-___-__-_-_---____-_---_-_-____--_-_-__-_----_--
_--___-_--_---_-__-_--__---__-_-_---__--____-_---_-_---_-----_____--__-_____
__-_-__----_--__--____--_-_---_----__--_--______-__-----___--__-____-___----
-_____----_--_-_-----__-----___-_____-_------____-_-_-___-_----__-_-_-____-_
--_-_---__---_-___--_-___-_______-_-__---___-__--__-_-_--_---__-__-------__-
__-__-_----_-__-__---_--_____--_-___---___---__--_-__--____--___--_-_-_-----
--______-__-_--_____------_-____--___-__-___--_--__--_--_--_----____---_----
-__-----_-__----__--___-__-_-___-_-_-_-___-___---___-_-_---_-__--__-_-__----
__-____-_----____-_-____-__--_--_-_--_---___--_-__--__----__-----_-__-__-_--
_----____-_------_-____-_--_-_-_---____-__-_---_-_----_-_-___---___-_-__-___
________-__-__---_----__---_---_--__--__-__-_----__-__-___---_-_____---_----
-_--__--____-------__-__-__-__--___-__-_---_-_-____-__--__-__-_--_---_--__--
-_--_--_----_--__-_-_--__--_-_-_----_----_-__________----_-____-_____--_--__
---___----__---_-___----_-_____________-_-_-___-_---___-_-_---_--_-----_--_-
_---_-_-_--__---_-____-___-_____--_____----___-----_--__-_-___---_---_--__--
----__-_-_---__----___-______-__-_--_---__-_--_-___-___--_-_--_---__-__---__
-_--_____---_------_--__--_-___-_-___-_____-__-------__-----__---__--_______
___----_----_-_--_-_-__-_---_-_---_-_-______-__--_---__-_----__-__-___-__-__
__-_-__-____-_____--__----_-----___-_-_--_--_-_---__-_--___-_--_-_---__-__--
----__---__-----__---___-__---__-__-__-_-_-__-_-_-___-_-___-_---_----____-__
-_-_-_-_-__--_-_--_--_----_____--________---_----_-___---_____----_--____---
-_-___--_--___-___-_--_--_-_-__--___-_--_--_-____-_-_--_-_--__--__-___------
-___-__-___---__--_-_-____-_---_-----__--___-___-_-__-------_-__----__--____
--__-----__--___-_-______--_-_-__----_-_____--_-_--____-__----_-_-__-_-_----
--____-_--__----_-____--_---_-_--______-____-_----_--_-_--__-_-_--__---__-_-
_-_-__--_________-_______---__-------_-----_-_--_-__--____---_--_-_-_-__----
-____--_--___-----_-____--__---_-_-_-____----_--_--__-__-_-_-__-___-_-__----
--__--_---____-----___-_-----_--_-___--_--___---__-___-___-_-____----__--___
_-__-_--_--___--__-_--__-___----__-__-___---------_---_-_____-_-__--___-_--_
___-_---__---___--__-__-_-__--_-___-__-_---__--_--__-__--__---_-__--_---_-_-
__---_--_-_--__-_--___---__--_--_--_-__--_-__-_-__--__----_-___--__-_-___-__
__-_----------___-____-___--_---__-___--___-_--__-__---__--__--_----_-____-_
__--____--_-___-_-_--_--_-_---_--___-____-_____-----___---_--_--_-_-_-_--_--
_---__-__-_-___------_-__---__-_-_-------__-_-___---____--_____---_-_-_-____
0026まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/03/06(日) 19:12:15.82ID:???
__-_--_--_---_-____--__-__--__-_-__---_-_--_-_---_--_-__--_--_-__-______---_
_-_____-__--__---___-_-----_-__-_-__-__--_--_-__----__--_-_--_-_______------
_-____-___--__----___-_-_--___-__-____-_-___----_-----_------_---___----____
_-__-____--__----_---_---__--__-___----_--__----_-_--___-_--__--_-__--______
-_---_---_-_--____-_-___---_--_-___-_-____--_---______--_-_----__--_-_--__-_
_-___-_------__--____-_-______-_----__-__---_----__---_-_-_-___-___--_-__---
__----_-_-__----_-__-___-----_-_-_-_-_-_-___-__-_--___-_--_---_-_-___-___--_
----__-_-__-_----__-_-_--___-____--__-_-___-_----_---_--_---_-___---__-_____
_--__-__-_----_-______-------_-_--__-___-___---_-______-----__-___-----__--_
---_-_-__-__---_-_-_--__-_---____-__-__-_---_-___---_-_-----_----_______-___
-___--__------__-_-_-_-__-_-__--____----__---_--_____---_---____-_-____-_---
----__-__-_-_-_--__-_-_-___-___-______--___-_---__------___-----_--_-__-_-_-
-_--_---_--_---_-__-_--__----_--__--_-_--_-_-_________--_-_____----___---___
____----_---__--___-__--_-___-_-----_________---_--__-------__-__-___--__---
--_-___-__-___--_---__-_-_--_-_----__-_--_--_________----___--____--_-_-----
__--_-_--__-_----__---__-__--_---___-___-_-_-_-______---_-_-__-----____-_---
-____--_-----___-_--___---__--__-_______-_----_--_-_--__--_--_-__---__-___--
_-__--_--_____----____-__-_---_--__--__-_____---___------_____-----___-_----
_---____-_-_--__---_--_-__-_-____-_---__-__-_--_--_--___---_--____--_--_-_-_
---__--__---_-_--_---________--_---_--_-__-_---___-___--_--_-__----__-_-____
-_-_-____-_--__-_--___--_-_____--__--_--__-_-___-__-__-----___-----_----_-_-
---_______-__-_-__--__-_----_---__-__-__-_--_---______---__--------_-____--_
-_--___-_-_--_-__---_-_-__-------__-__-_--____--__------_-_-_-_-__-_-_______
-____---_-___-______---___----_-___---_-_--_--__-______--_-__---_--_----_---
__------__----_-_-__--_----_------___________---_--_-___-_____-___-_-_-_-_--
_-__-__----___-------_-_-____-_-___-_--_----_-_____-_-___-__---_-__--_-_---_
-__--_-___-__-_--_---_-__---___-__----_-------___-_--__--_-_____---___-__-__
__-____---_-_------___--_--__--_-_-__-_-___-_-_-----__-_---_______-___-_----
-_--__--_---___-___--_____---__-_-____-----_-_--_____---_-__-_--___--_----_-
-_---_-__---____---_--___--___-_---__--_-_--_-_--__-_---___-__-__---___--___
-___-----_-_---__--___--__-_______--_________---__-_--__--__-----__-_-------
-_---___-_----_-_-_-_---__-_-__-__--_-_-_-_-____------_-__-_-____--_-_-__-__
-_---__----_----_----_-__-_____-__----_____-_-____-__---_-_______-___-------
_-___--__--_---__-_-_-_-____-____----_--__-_--_--__-_-__-_____--__---_------
_-_---__-_--____--__--_-_-__--_---__-__--_-_--_------___-___-__-_-----______
_--_------__-----_-____-_____-__--_--_--_-___-_-__-__-_---_--_-_____-_----__
-_-__--_--_-_--_-_-__--_-______---_-_---_____-__-_-__-_--__----__-----___-_-
---_-_-_---_-__-_________-_--___--_-_-_---_---_---__-_--_-______-_---___----
----__-___-___-__----_-_-__-___-_-__-_-_-__-___--_-__-__--_-_---__--_--_----
___----__----___---_----___--__-_--__-_------________-_-____--__---__--__-_-
--__-_-__--_----___---_--_-___--_---__-_-__--_-_--__-_-___--_-_-_-__-_-____-
___---____-_-_---_-_-__-__-_-______-____-_--_------__-_--__--------_-_-___--
---_____----_-__-_-_-_-__--_-_--_______--__-_-_-_--_---_-___--___--_-_-_----
_-____-_-___-_-----__-___--_-___-_--____-__---____-_--___------_-_---__-----
____----_--__---_--_--___---_-___-__---__--__--_--__-__--____-_----___-__-_-
--_----_----_________-_-___---__-__-_-____----_------__-____-__-__-----___--
-_-___--__---_-__-__---_---__--_---_----_---__-__-___--_-____-___----___-___
-___-__--__---___----_----_____--_--_-_-___-_----___-______-_--__---__---_--
__-__-------_--_-__-_-__-_-_--_--__-_--__-____------_-___-_--_-_-_____-_-_-_
__-_-----_-_-__---_--_-_-__-_--___-_-_-__-_--_-__--_-_-_--___--__--_-_-_-___
0027まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/06/05(日) 15:24:13.68ID:???
-_-_-___-__-__-_-_---------______---__---_--____---__-_---____--_--__--__-__
--_-_---_____-__-___-_-__---_------___--__----__-_-_-____-_-_---__-__--_-_-_
_------__---_____-_--__-_--_-______--_-__-_-____-_----_--_--_____--_-_---_--
_-______-__-----_-___-____--_-__-----_---_--_-__-__--_---_-_-_-____-_----__-
____-___-___-_-_-_--_-_--___--__--_-_-_-__----__--__-_-__-----_-__--__---_--
__--_____-_-__--_____--_-_---___-_---__-__-----_-__-_-----____-----_-__-_-_-
__--__-_--___-__--___-_-__-_-----___-_--_-____-_----__-__-__--__-----_---_-_
__-__________---_---_--_--_---__-___-________--_--_---____-----__---_-------
__--_-______-__---_-_____---_--___-------_____-_--_--__-_-_---____-_--_-----
_----_------_-_____-___-_-_-_-________-_--_-_-______-----__--_------_-_--_-_
__--___-_--_--__----_---_--_-_-___--_-_-___---_-____--------__-__---________
__--_-_-___---__---____-__--_-___---___-__-_____----__---__--_---__---_--_--
---__---_-___--___-__--_-__---_---_-__-_------_--__-__-_-____-_--___-_-___-_
_--_____--__-_-____-__--____---_-____--____-__-__-___-----------__---_------
_--___--__--_-_---____----__-___--____---_--__-____--_-____-_-_-_---_--_----
-_-____-__---__----__-______-___-___-_------_-____-_--_-_-__-_--_------__---
__-_______--_------_-_---_-----_--__-__-____-_-_-__--__-----___--_--____--__
_--___-__--__-____-_--_---_-_--__-_-_-__--_---_-_-_-_--_-_---_---__-_-____-_
_____--_-_----__--__-__---_-_--__-_-----__-__----_--__--__-____----__--_____
---_--___---____-_-__------_--___----___-__--_--__--__-_--__-_-________-_---
--__-_-__--__-_---__-__-_--____-----_-_---___-_--_-_-_-__-_-___---_-_-_-_-__
--____-_-_-_-__-_---__-_-_-__-___-_----_-____--_---___---__-_---__-_---__-_-
---_-_-_-__-____--___--_--_--____----_-___---__-__--_-__-_-_____-_---_---_--
-_-__-__---___--___-__-_---_--_-___--_____------_-__-__-__-----_-___----__-_
_-_____-_-----___----_____--___--___-_-___---__--_-_------__-____--___------
-__--_-____----_--_-__---____----_-_-_--_-___--_-_-____-_---_---__-_--__-___
__-_------_--_-__-__--__---_--_-____-__--_-__-__-____---__--__-___---___----
-__--_-_-__-__--___-__-_---__-___----_-----__--_-_--___-__-__--____---___---
_-_-_--____-_---_-__--___----____--_-_---__---__--__--__---_-____---___-_--_
__-------_----__-_---__--_-_-__-____----____-___-_--__-_-____-_-_-_---_-__-_
_--__--__-----______--__-_-----_____-_____--_--_----____-__---__-__---_-_---
---___-_-___-----___-_--_-_-__-_--_-_-_-______--_-__-_---__--__------_-_-___
_-___-_-_-----_--_--_-_---_--_--_-___-___-_--_---_______--_-_--_-----_______
--_-__-__-_--____-_-_--__-___----__-___--_-_-___----___--_---_--_--_-_-_-__-
-_-__-___---_-_-_-___-_-____--_-----_-___-__-_----_--_---_-_--__---__-___-__
_-__--__--_-___-__-_---__-__--_-------_-____-_--____-__------_-__---_____--_
-_-___-__-_____-----_-_-____--___---_--_----_-___-__-__--_-_--_--_----____--
____-_-_--_---_-______--____--_____------_-_--_----__-----_-_-__-_-_-_-_-__-
--_-------------_-___---____----_____--_-_-______-____-_-_-______--_-----___
---__-_---__-_--_-_-----_--___-___-__--_--_--_--________-___-_--___---_-_-_-
__----_-____-_-__---_-__--___---____-__---___---_--____-----__---__-_---___-
____-_---_--__-_----____---__----__-___-___---_---_---___--____-_-__--___---
--__-_-_-_---------_-____--_____---___-__-__--____--__--_---___-_-_---_--___
----__-_--___-----___-----_____--__-__--__-_-_-_-__---_--_---____--_-__-____
-__--_--_------__----_-_-_____-__--_--_-________----_--_-__--_--__---_-_____
__-___----_______-_-_--___-----___--__--_-_-_-___-_--___-_-_--___-_---------
---____--___-__--____-_-___-_____----_---__-_--____---_-_-_----------_-__-__
---____-_-___--_---____-_--_-_---__-_-___--____-___-_____-_-_--_------_-----
----__-__-_____-_--__---_--_---___--__---_-___-----_-_--_---_-___-_-_-______
-__--_-__-_-____--__----_---_-__--_-__-_-_-____--_----__--__--_--_--____--__
0028まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/06/12(日) 14:47:29.06ID:???
-__-_-_---_-____-_-----_-___---__-------______--_--__---_-_______-_---_--___
_--__-_-__-----__--__--__----_-_-_--_--_--__-_-_-___-----_-__-___-__-__-____
_-_-___--------_-_---_--_-____--_-__-______-_-__---_--_-____-__-___--_----_-
_-__----___-__-_-____--__-_--__---_-____--___-_--____-__-_---_-_------_--_--
___-_-__----____-_-_---__---_-__---_---___--_-_____-_-_-_-__----___-__--_---
-_---_-------___----__---__----____-_-____-__-___---_-__---_----________-___
-_---__-__-_-___-___--_---__-_-__-___-_-__-__---__--_-__--_-__----___------_
---__-__-___--___--_-----__---_-_---_-_--__-__-___---__--__-_--__--___--____
-_---_---___-__---___-____---_-_-_-___--_-_-__-______--_--__--_---_--_-_-_--
_--__--_____--__-__----__-_----_______--__---_--_-_---_------___--_--___-___
__--__--------_---_--_-_-_____---_-_--_____-_-_-_---_____-_-_____--__--_-_--
-_-----__-_----___-__----__----_____-_-_-_-____-_-_--_-_-__-_-_--__-_-__--__
_--_-_-__--_-----_-_-___--_--__--__--_--_-__---_-____--__-___-_--_-_-_____--
__-_----_-_____---___--__--___----_--_--___-----_--__-__-_---___-__-_-_--___
-_-____--___-_------__-__-_-____-_----__---__--_-_-___-_--_-_--___-_--_-_-_-
_______-_---__-__--__--_-__------------_-_-----_____--__--_____-____----__-_
_-_---_---__-_--_---__-__---_--__-_____--_--_-__--__--___-_-__-_-_--__--_-__
-_--__----___-__-_--_--_-__-__--_-_---___--_-__--_-___-_-_-_--__-_-__--_-_-_
_____-----_------__-_-___--_-___-____----_--_--_-_-____-_-__---____---_-__--
-_-______-____----__-_--____--__-__-----____-_--__-_-------_--__-_--__-__---
__---__--____--_-_-___--_-___-___-_-___-_-___-----_-____-----_-__-------__--
--_-___-__-_-_-_-_-_---_-_--_-___-_-___--__---__-----_--____-_-_---_-___-__-
--_-_____------__--_--_--__--_----__--__-_---_--__-___-__-___-_-___--__-__-_
-----_---___-__--___--__-----_______-_-__--__-_-_-___---_-_-__--_-_---_-_-__
_____--_--__-_-__---__------__-_-_-__-_-_--__-___-_--__--_--__-_---__--__--_
---_-_--_____-__-__-_-_-__-___-------_--___-__-__--_---_-_---___--___---_-__
---__-_-__---_-__-_-__-___---_-__--____----__-__-_--_--___--__---_-__-_-__--
_----____--____-___----_-____--______------__-__--_-_--___----__-__----__---
---___-_-____-_----_--_---__----__-___-------__-___---_-_---_______-__-___-_
-_------_---______-___-___--__----_-_-__-______-_-----___--___--___-_-_-----
--__----_--__--___-_--___----_-__----____--______---__-____-__-----_____----
---_-___--_____--_-__--_-_--_---_-_-_--__-_-____-__-____--__--_--_----_-__--
-_-____--_-----_---__---___--____-__--_____----____---___--___--_--___--_---
__-_---_____-___-_-__-___-__---_-_-____-_---_-_--_--_-__-----_-_--_----___--
-_-----___-_--_-__-__--_-__-___-__-_-___-_-----__-_---__-_-___-_----__-_-__-
---_-----_-_______----_-_-__--__-------___---___--__-___-__---___-____--__-_
-__-___------_--______-_-_--__----___--_--__----____-_-_____---_-__--___----
____--__----__---__-_-__-__---_-_---____--__-__--__-___--_-_-_-_---_-_----__
_--_-_--_-_-_--_-_-_--_--______---_-__----_---_-_-______--___-_-----__-_-___
_--__--_-__--___-__--__-__--___---_-_---_____----__-----___----_--__-_____--
__-_-______--__-_-_---__-_-_---__-__--______-___--__--_----_-_------__-_----
__-_----__--__-____-____--_---___--_--_--_---_--___------___-__--_-_-__-___-
----_____--____-___----___---__--__----_---_-----_-___--_-_--_-_____-_--____
_--______--___----__-_-_-----_-----___--___----___-----_--_-__-_--_____-____
-_--__---___-__-_-__-__-__--___-_-__----__-_-_-_--__---__-_-__---_---____---
--_-_--------_____----_-_--___--_--___--_-___-___-___---_---_____---_-_-____
______-_--____-_-__-_------_---_-_-_----_-_--_-_-_--_--_-_________------___-
_---_---_-----____---___-_-___-_-____-_-------___-_--_-_---__--_--______-___
------___-__-__--__----_-_______---_----_--__--_-___-___-_--___--_--___--_-_
__-_--____----_____---___-_-__-_-__----__------_-__-__-_---_-__--___-_--_-_-
0029まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/06/16(木) 14:05:38.88ID:7yHAoDfi
ノートパソコンはCDRに書き込みできないって
そういう細工やるんなら買う前にはっきり言えよ
モジモジうっとおしい
0030まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/06/17(金) 11:14:51.45ID:22bhevka
広告スクリプト排除
0031まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/08/28(日) 18:03:11.46ID:???
_--_-_---_-__---__-__-___--___-_--___--___-_-_-_-_----_--____---__-_-_----__
-_---__-_-__-_-_-_-__-----___--__---_-__-----___-_-_____-___-__--_--__--_--_
_---__-_____--_-_-____---__-____---_---__-__--_--_-----_--_-_---_-_--_____-_
__-_-----___-__--____-___---_--__-_-___--_-_--_-_-__--__--__--_--_-___--_---
-_-__-__-_-_-----__-_---__----___-_-_--__---_-_-__-___-__-_-__---___-___---_
_-_------_-__-_-----__-_---____-_-_----____--___-__-_-___-_____----___--_-_-
_-_-_-_-_--_--___-_-_---___-__--___-__-__-__---___--_-___----__-_---__--_---
_-_---__-_-__-__---___--__---_--_-_-___-___---____--__--__----_-__--_--__--_
_---_-___--_____-__-___-___-_-_-_---____-_---_-__---_---_-__--_-__----__----
______--___-__--_----_-_---___--_------____--___--_--_-_--_-_-_-_--__-__--__
---_-----_---_----___--___--__-_--_-____--_-___-__---__-_--___--__--_-______
-__--_-_-___--_-_-_--_---__-____-___-_______---_-----_-_---____-__--_---_---
---_-____--_-_--__--_-_-_--_-_______-_--____-____-_--_---_-___--_---_---_---
_-_--_--___-_----_--_-_-____-----__-----_----____-___------____________--_-_
____----____--_____---_--___---_-__-__---_-_---_----_____---____----_-_--_-_
--_-______-_-_-_--_-__-_--_-__---___-_-__-____------__---__-__---_-___-_----
_-______-__-_-____-----____----___-_-_--_----___--___-_--_--_-_----___-_----
-_--_---__-_-_---______--_-___-_---____-------__-_-__-__-_-_---_--____--__-_
_-_-__--_-_-__-__-----___--___-__----_-_____-_--__-----_-----___-_--___-_-__
_-__-_-_---____--___-___-_--_-_--___-__--___---__--_-___-_-___---_---_------
_--__---_---_-____-__-_____-___-----__-_--_--_---_-__-_-_-__-___--_-__-_----
-_-__-_-----__-_--__----_____-__--_-___-___-_----_____----_--_-_-______-----
-_-_-----__----__--___-_____----_--_-__--___-----____-__--_____-____---__---
__-__---_---__-__-_----___-_--___-___-_-_-_-__-_---_--_---__-__-___-_-__----
---_--___-_-_____-_--_----_----___---_-__-_--__----_-_-___---_____-_-_-__-__
_-_-_-_-_-_--______----__--_----_-_-_-__-_-__-____--_-___-_---_---_--_-___--
_______-__--__-___-__-___---__---____--_----_____-----__-_---_-------_-__---
__-__-____-_-----__-__-_-__---__--_-___-----_-_-_-__---__-__---__--__--___--
-_-_---_-__--_---___-__--___--____--__-__--__--_---___--_-_-_--___--____----
_----_-__--__-__--_---__---_--__-_--__--____---_--_----_---____________-_--_
__-_-_--______----____-_-_--------_--__-_--_-_____----__---_-_-__-_--___-_-_
---__------_-_-__-__-_____--_-___-_--_--_-______-------__-_-_____--_---___--
--_--_-_-------____--__----__--__--__--______-__-_-_--__-_-__-_----___--____
_-_--_----___--_--_-_--___-___-___---___-_-_--_----_--______-__--___-_-_----
---________-_--__-_-_-_--_-_____-_-__-_-_---------_-----_-___-_---___-_-_-__
-___-__-_---_____----__-----_____-_-__--_--_------_---___-_--__-__--_-____-_
--___-_-___-_--_---_-_--____-_-_-____-_---_---_--__--__---_--__---__---_____
_-__-_-_-----_--___-___----__--_---___-__--__-_--__-__-____--_-----__-_-___-
-_--_-_----_-_---__-_----__-_-__--__----_______---____---__-_--___-_-_-__-__
-__--_____--____-___-_____--__--__-_--_-_----__------_-____--_-----__-_---_-
_---_---_----_--_-_-___--___-_----_____--_--___---_--__--___---___-____--___
_----_-_--___-_---__--__-_----_----_-----_-_-_-___-__-__--___--_-__-________
_____-_---__-------____--_______---___---__-_-_-----____-__-----___-___-----
-___----_-__-___---_--__-_--___------_-__--_-_-_-__--_-_____------__--______
----_____-____-_-_--_--___--_____-_-----_-____--__---_-_------_-_--_-____--_
_---_____---__-_-___------_____--__-__----__--___-__---__---_--_--_-__-___--
__-_-_---__-_-___-___-_----____--_---__--_-___-___--_-_--_--__---_-__--_--_-
--_-_______-----_-----__--_----___-__---____-_---____-_-_-_--_----____--____
_-_-----_-_-__-__-__-_--____-_--_-_--___--___-_--_----__--_--___--____-_---_
__-___--__-----__----------__-_--____----__--_____-_____---_---____--___--__
0032まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/09/06(火) 12:22:37.68ID:toOpeDVq
NECのノートパソコンを使用しています。
家で使うことが多いのですがなるべくバッテリーを長持ちさせたいです。
80%以上充電されない設定にしていますが充電完了後はACアダプタは外したほうがいいですか?
0033まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/09/11(日) 18:16:28.10ID:???
--_-_----___---___-_--_-_-__-__-___--____--_-_-_-_--_--___----_____--_-__---
-__---__--____-____-_--_--_-_-__-_--_-_-----____-__--____--_--_-_--_-__--_--
_-__-_-_-_--__-_-__-___----____---_-__---_---_--_-_____-_----___-------_____
-_-__-_-_---__--_------_-----_-_-___-_-___-__-_-__-----___-_-____-___--___-_
---___-___-_-__-__--_-____-_----_-_-__-__-_-_---_--_--____-__---____----_---
__-_-_-__--_-__-_______---____--__--__--_--_--_-----_----_---__----___--____
--___-____-__------_-_---______-_--___--__--___--_-----____-_-_----_-___-_--
__-_-__-___--_--_-_____--_-_----_-_-__--__--_-__-_-__-_---_------___-_-__-_-
--__---_--_--_---_--_-__--_---__-___----___--__-__-_-__--___-_--_____-_-_-__
__------_---__---__---_--____---_-______--_____---___-_-------_---_-________
--___-___-________----_-_--____-_---___--_-_-__-_--_-_-_-__----_-__---_-----
__--_-_-_______-___--_-_-_--_----__---_-_---_-_-____-__--____-__-_--_-------
_________-_--_---___-_-___-_--_--_-_---_-__-__--_-_-___------_---_-_-_-__---
_-_-____---_----__-_-----____-_-_--_---_____-___---__--_-___--_--_--__---___
__--__--___-___---_-------__-_---__-__--__-_-__--_-_____--__---__-_____-----
-_-__-_-----___--------_-__--___-___--____-_-_-_--___-__-__-__-___-_-----_-_
--___----____-_---__-____-____-___-----_--_--_---_-_---_____--____--_---_-_-
_---____-_-__---__-_--__-_----_----_-_---_-_-___-_-__--_____-_-----__-___-__
_-__--__-_--_-_____--__----_-_--_-_--_-__---_--___-_--__-__-___-_-__-_---_--
--_-------__-___---___-__-__-_--___--_----__---_-__---____-_---_-_-____-____
___--_--_----__--------_______-__--_-____-_-___-_-__-_-_----_--_--_-___-__--
--___---____--_--_-_-_-__--_-__----_-_---_-__---____---_-_-__--____----_____
--______-__-__--_-__-__-___-_--_--_---_---_--_--_____--_---___---_--_----___
--_--_---__--_--__-____--____-____--__-_-_-----__--_---____--_____-_--_-_---
_--_--_--_--_---______-_--___---_-___-_-___--_-___-_-_----___---------______
-_-____-__-_--__---____-------___-__________-_-__----_--_-_-_---------____--
-__--__--------_-_--____-___-___-_--__-----_-_--_-_---___--___--__-__-__-___
--_--__-__-----__-----__--_-____--___--___-_---_--___---__---_-_____-__--___
-______-__---___----_----_---_____-_--_-_-_-__--_-__---__--____-_------____-
__-__-----_---_--___--_-____-__----_--____---_----_--__-_________--_-----___
-__--__--__-_-___--_-_----_-_-___-_-_------__----__----_______---___-___-__-
_--___--__--___--__-_-___-_--_-__---___--___----_-__--_-_--_-_-_------___-__
__--_-_--__________---___---_-_----_--__--___-----_---_-_____--__--_----__-_
-----_--__---___-____--__----__--_-_----____----___---_______-__-___-_---__-
_--__----_--_--__-_-____--_-_--___-_-__----__-__--____-_--_---_-____---_--__
----------____--_-_____-_-__-_---________-_-____-_-____---_----_-----___-_--
__-_-_____-_-_-__---__-_-_---___--_---__--_-_--_-_-_-_--_----___---__--_-___
----__-____--_____--_-_-_-__-_-_-_-___--_-_--_--__-_-_---_--_-___----__--_-_
--__-___-_--__---_---_____--____-----__--_-_-_--____-_---____-_-_-_--_----__
---_--_-___--__--------_-----__--_-____-_--___----_--________-____-____---__
---____---_----___-___-_-__-_-_---_____-_-__-__--_--_-____-_---____-----_---
_-_-_-_---_-_----____-_---___----_-__--____-_--_---_--_--____-___--_--_-____
_-_-__-_____-___--__-__---__-_--__---___----__---_-_--__-_----__-___----__--
_--___-_____-_----___-_-__--__-_----_-__-__-_-____------_-_--_--__--_-_-_-_-
_____---____-_---_--_---_-__---_--___---_-__---________----_--_---__-_-_--__
-_-_--_----__-____-_----------____-_______---__-_---_____-__-_--____-_-_----
--_--_----_--_____-_____-_-_----_--_-_---___-_---_-_-_-----__-___-_--_______
--__-_-____-__-_-_--__-___--_-__--_--_-__--_-_--_-__--_-_--__-_--_--____----
--___--____-____-__-_-_-_-___-__-_-_-_-__-_---__------_----____--___------_-
-_-__-__-__-__-_-___-_______---_--_-__-_--_---_-__--_-_--_-_-----___--__----
0034昭和垢版2016/09/12(月) 23:44:59.58ID:igI+Oy4e
叩けよ。
0035昭和垢版2016/09/12(月) 23:47:13.46ID:igI+Oy4e
叩けよ。
0036まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/09/18(日) 18:37:29.10ID:???
__-_---___-_-__----_-__-----____-__-_--_----___--______-____--_-_----_-_-_--
_-_--___---__--__----_-_--_____--_-__-__-----_-__-----__-_-__-_----_____-___
-__-----__-_-__---__---__-----___---__-_--__-_________---__---__-_---_--____
__--_-__-__-_-__--__-__-_-___-__---__--_-_---_-___-_-_-_-__--_-----_-__-_---
_-----________--_---_-_-___-_--_--__--_-__-_-____---__-_-___----_-___--_----
-__--_____-_---_---_-_-_-___--__-___-----___----_-_---_-___---____-___--_-_-
_-_--___-__--__-_---_-----__-_____--__--__----_---__---__-____-___-_--_-_--_
--____-___-__-_-__---__--_--_--__---_--__-_____--_--_-__----____--_------___
---___-__--_-_--__--__-__---_---_-_-_-_-___-_--_------__--___--___-__-__-___
_--_-_--__--_----_______-_---__-_-__--___-_------______--_---_----_-__--____
---___-_-___-_--_--_--___-___-__-_------_---_-___-_-___-_---_---___-_____---
_--__-_--___-_--_----_---__---___-__---_-____-__-_______--___--_-----_----__
-_----_-__---_-____-_-____-_--_-_-----__-_-_--___-__--_____--------__--_____
---_----_---__--_-_-_----___---_____-_-____-__-__--___--__---__-_--____--_-_
_-__--_--_---_--_-_---_--__----____--__--________--_----_-____--_--__-__--__
___--___--_--_-_--___-______---_-__-__---_-___----_-_----___-__---_-_----__-
___---_-_--__-__--_-__-_---____-__--__----__---_-_--_--__-___-____-------___
-_---__-_-____-_-_----_-_______-__--___-_-_--------_----_--_--__-_-____-_-__
-___--___--__-----_-_-_-_-_---______-_----_-_______-_-_---__-__-_-___-------
_-_--_____----_-_--_-____--_---______---_-___---__-_-_----_-_-_-____-----__-
---_--_____--_--__-____---__-__-_---_--_-__---___-_--_---__-_____--__--_--_-
-___-__---_--__-____-__-__-___----_--_-__-----__---_-_--__----_-___-_-___--_
_-------_-__-____---_-___--___-----_-_-_----___-_---___-_--_-_-__-___-_-____
-_---_--_-_-__-__-___-___-----__--_-___---____-_-__-----_-__--__---__--___-_
----_-_--__---__-___-___-_-___--__-_-__-_-__----_-___-_-----_-_-__----____-_
---_---_-_____---__-__---__--__---__-_-_-_-__--_____---__----__---___-__-_-_
-__--_-__-___------__--_-___--_-__----_______-----__---____-_---_-_-_---____
_____------_----_-___---_-----_-_-___---___-____-____-___----_--_-__-__--__-
----___-__-_-_---___-_-___--__---__-__-------__-___-___---_---_-_-___---____
_-__-__----_--___-___-__-_--___-_--___--_-_-_-__-_---_--__-_-__---__---_--_-
---__-___--__-___--___---__-__-___-_----__________-----_--------_-_--__--_-_
-_-_-_-___----____-_----_-__-__-_-_-----_-_-_-__----_______---_---__-_--____
___--_-_-__--_--__-_-_-__--_-_-___-_-__---_-_-_---____-_-__---_---_-__---__-
__-____-_-_---_-_-_-__-_-_---___--_---______--___--____----_-_----_--_--__--
_-_--_--__---_-____--__-____-__-__-__--_-__-_-_-___--_---_-__---_-_---_-_---
-_--____-___-_____-__--_-_-_-_-____---__-__-------_-___-__--_-----_--__--_--
----______--__--___-_---__-___-_---_-_--_-_____----____-_---__--_-_-_--__---
-_---_--__-----_-___--_--_-__---_-__-----__--___--_-__----__-__-____-_______
_____--__--_--___-_---_--___--_----__---__---__-_-_-_---____---__--__-__--__
-_--_---___-__-_-_-____--__-_-----_--____-__-__-_--___-_---____------_---___
__-___-__---_--__--_----__--_---_--_--________---__------------_______-_____
--_---__--_-_-_-_--_______-__----____--_--_--_-_-_--__-_-__---___----_-__-__
_-__----__----_---___----___---_----__-______-__--_-___-_-__--_-_-_---__-___
----___-__-_-_----_-_--____----___-__-__-_-__-_--_------___-__---__-___--___
___-_-___--__---_--____-__-_--__---___--_--____------___-_-_-__-_-__----_---
---__--___--__-_--_-_--_-_-_----_-_--_-_-_---__-___-_____-___-_---____-_---_
-_-__-______--_-__---__--_--_--_-----_-__----_---________-___--_____-_------
_____-__----__-----_--_______-_--__-__---_-____-__-----__-_--_--__-_---__---
-___---_-____--____-_-____--_______--_--__-------_-__---_-__---____-_-------
--_-_-_----___----_-_-__-_-__-__-___---___--___-__----_-_-___---_-_---____-_
0037まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/10/02(日) 18:33:37.20ID:???
__----_-_-_---_-_--___-__--_-_-_---__-___--_--_------___--_--_______-___-__-
-_-_-_-_-----__--_--_-_----__--_----_----_______-_-___-__--_-__--____-____-_
__--___---__--_-__-__-___-_--_---_--___-_-_-___-_--_--_-___-_-_--__----_-_--
---__-_-_-_-__--___-_-_---_-_-____-_--_____-_-_-_--__----_--___---_-_--__-_-
--___-----____-_____-__--___--__-__--_-_-___----_-_-_-___-----__-_-_---_--_-
-_-__-__--____-_-_--_-__-_--_-___-_-___-_--_--_-__-_--_-_---_-__-__-__------
--__-_--_-_--_-_---_-___-__-__-_--___-___-_-_-____-__-__-_-------_-____-----
_-_-_--__-----_--_-__-------_-_--__-_--__-___--_____----_-__-_-_-___-____-__
-_---__--_-----__-___-_--___--_--__----__-___-__--___--_-_-----_--_______-__
__-__-_______---____--_--__-____-_--_-_-----_-_----__-_---_-_-______--------
__-_-_-------__--__---__-------_-__-___-_--__-_--______-_----___-_-__--_____
____---_-_________--_------___-_-_-___-_-_-_---_-___---------_-____--__--_--
--___-___--_-_-----_--_-_-___-__-_----__---__--_-__-___--_-__--_---____-_-__
____---__-_-_--___-_-_--_-______------___-_--_------_-_____-___---_-_-__----
---_-_-_---_---_--__-_---__--___---__--------_____-___-__-____---_______-_-_
-__--_------____-___--__----_-_-____---____-____-_---_-_-_-__--__--_---__-_-
--___--___---_-_--_____--__-_--__-_-____-_------_-_-___--__-___----_--_--__-
_----__-___-----_-___-_----_-_-__-----___-___--_--___---_______-_--__--_--__
__--_-_------__--_--____--___________-_---__-_----___-_-__--_--_-_----__--_-
__-----_-_-_--__-_-__-___--__----_--_-__----___-_-_-_--_---___-__---_____-__
-----_-----_---_---__-___-__-_-__-__-___--_---______--_-__---_-_-___---_____
_-_-__--_--_-_---_--__--_--_--_____---__----_____-____-_--_-_----_-__-_--___
-__-__-_-__-__--_--___----__--_-----_--_-_-__-__-__-____---_-_-_-_---____--_
-_----_-___-__---_-_-____-__-_-_---___--_-_---___------_____--___--_-____---
_-__-_-__-__-_--__--__--__--__--_-_--_-_---___-_---_--_--_-_-__---___---____
-_---_----_-__-__-__--_-----_-__-_-__-___-__-_-_-_-__---_--_-___-__--_--____
__-_---_-_---__-_-__-_--__-____-------_-__-___-----_-_-_--____---_---_______
-__-_---__-___---__--___-_-__---__-______--------_-_-__----_______---__-_---
---_____-___-_-___-_-_--_--_-_--___------_-__-__--____--__-----__-_---____--
_---_-__--_-_-___--_-___----__---__------_--___--__-_-________-__-__-----_-_
_---__-----_--_-----_-__-_---__-__--_--_______-_---_--__--_______-_---___-__
_-__-----__-_--_-___---_-___--_-_---________-_---_-_-_----__-_-__---___-_-_-
--_-_--_______-_---__---__--__-_---_-_--_--_--____-_-----_--__---_______-_-_
--____---_-_--___-_-_-_-_--__-_-_-_____-----_-_---__-_-__---__-_-----_-_____
--_--_-__-___-_--_---_--__-__------__-_-_-_-_--_-_--_____---_-____-_--__-___
_-__---_--____-__--__---_____-__---__---__-___---_---__--__----__--_-__--_-_
__---_-_-___--_---_-_-_--__-___-__-_-_-_-_-_-----__-__--_-__--_-__--__-__-_-
-_-_-______---_____--__-__-----_--_-__--_--___-__----------_______--___-_---
-_-____--_-__--____--_-___--------__-_---__---_--_-__-_--__-__-_-_-__---____
__-_____-__-----__-__-----__--_-___--_-___--_--_-_-_--_-____----_-_____-----
--__-_-_--_--__--__-_--____-_--____-__--__--___-_--_____-__-_-_------_-_----
-__--___---__-_--___-__-_-_---------_-___--_--___----_-_-_-__-_____---____-_
__--___----_--__-______-_-_----_--__--_____--_---__-__-__-_-_---___-----__--
___---_-__--_-___--_-_-_--__-___--__-_-_--_-__-___-_---_--_------_-_-_--____
-----_-----_-__-___-----_-----__-_-__--_--___---______-__--___-___---_______
_-_--__-__-----_--_--___--____-________-----__-_--___-_----___--__-___------
_-___---__-_------__-_-______--____-_-__-_---___-_---_-_-___-_-_----_--__---
___---__-__--_--_____--__-______---_---_-___-__------_-____-_-_-_-_-----_---
_-_-__-______--_---__-_-----_----__-__-_-_-_--___--_--__-___--__-__----__-_-
_-_--___--_--_--__-____--__-_----__--_____-_-_-_-------_--__-___-__--__---__
0038まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/10/16(日) 11:34:18.95ID:???
----__-__-___--__-_---__-_--__----_-___-_-___-_-_---___----_-____-__--_-_
-_--___-_--_--_-_----_--_--____-_--___---____-___--_--_____-----_--_____-
_------_---___-_-____--___---__--____----_--_--_-______-__---_-_-_-_-___-
-___-___----_-----_--___---__-_---__--_---___--_-__-__-____-_--__-___--__
_--_---_____-_---_---____--___-___----___--_-_-_-_--_-_-___-_---_____----
-______-_-_-_--__---__-__-------_--__---____---__-_---_-_---___-__--_____
---__-__-_----__---__---__-_____-____---_--___--__-_-____-__-__-----_--_-
_--_____---__-____---__-__-__---___--__--___-----_-__--_-__-----_____----
--__----__-__-_----__-__-_--_-___---_-----__-__-___-___--_--_-_-__-____-_
-__--_____-----_______--___-__-___----_---__-_-_--_-_---_-_--____-_---_--
_---_-_--___-_----_-_-__-__-_------___---_---__-_____--__-_--___--_____-_
__---____-_-__-_------_____-__-_-_------__-_____-____--_-_---_----_-_--__
_-__-_--____-_-_-___--_--__-_-__-_--_--_----_---_---____--_---___-___--__
-______-_---__-_----________-__----__--___-_-_-_-_--_--___-__-_-_--------
_-__-___-___-_---_--_---___-__--__---___------_-__-_-___-__--_-_---_-_-__
_-_-_--_--_-____--__-__---_-__-_--_------___-__-____-_-----______-__--_--
__-_-_-____--__--_-_-_--____-----__-__----_-_-_-_____-----__-_-___---_-_-
_--_---_----____-_-_-___-_-_-_-_-___-___-------___-_-___-__----_--__-_-__
-_---_____-__--___--_---___--___----_-___-_--__--__-_---_---_---_--______
-_____-____-___------_-__-__---_-_--_-___-_--___-____---_-_-__------_--_-
-__-__-----_---_-____--___--_-___-_-_-__-____------___-___-_-__--_--__---
___-_-_-_-_--_-_-_---_-__-_-_-_-___-_---_____-___-----__--_---___--_-__--
_--_-__-__------_-_---_-_--__-__-___---_-_-_____-__--______---__-_--__---
--_--_-____-_-__-__-----_-___-___-----___-_----__-_-_--_-____-----____-__
-_-__-_-_---___---__-___-__-___-_-_-_----__--_-___-_----___---____--_-_--
_--____-----____----__-__-__--_--_--_--_-__--__---_-___-__----___-__--___
0039まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/10/30(日) 11:44:15.83ID:???
__---__-__-____-_--__-_--_-_-_-_____--_-______---_---_-_---__--_--__-----
__--_-___---__-__----___-_____--_--_-_----_---_-____-_-___---__-___--_---
-___-_-____-__-___--_-_____--_----_-__-__--__-_-__-----_-__--__---_----_-
__-----_--_--_____----__-_-__-_-_-----_--_-_-________-_-_---_---___--____
_---____--_____-__-_---__--__--_-_-_---_----_-__--_-__-_---_-____-_-_-_-_
__-__-_---_-___-----_--_-__--__-_-___--___-_-__-__-_---___-___---_-_-_---
-_-_____-__------___-------_--__-_-_-___-_---___-_---_--____-__---_-_____
-------____-__-__-_--_---_-_-_-_-_--_-_--__--_--_--_-____-_-_-__--_______
_-____------_---___---___------_-__------_--__--__-_____-__-___-_-__-____
-_-__-_-___--_--__---__-_-___-____-__-__----__----___---__---_-_-_---___-
--_-_-__--_-_--_-____--__-_-__-___-_-_-_-_-__--_____--_----__--_--_-__---
_-__---_-______------_-----___---__-_-__---__-__--_______-_--_-_-__--__--
_-_-____-_______--_------___-_-_--_-_----_----_-_-_--__-__--_-_-_-__-_-__
_---__---_-____--_-_-----__--_--__--_-__----_-___---_______-_---_--______
__--_--__--__------_---_-___-___-_-------__-____--__-_-__-_-__--__-_-____
-_--__--__--_____-__--_-_-___-__---_-_---_________--_--_----__-_----_-_--
-__--_-___-------__-----_-__---_-__________-_--_-_--_--__-_-__---_-_-____
-__---__---__---_____-_--___---_-__--__--___--__--___----_--__-_--_--____
____--__-___-_--__--_-_____-_--_----_--_----__-_-____-__-_-__---_---__---
__----_----__-___-__-_-_--___------______-_-___-___-_-------___---_-__-__
-_---____-___-_---_---_--_----_-___-_-_----_____---____-___-_--___-_-_-_-
_---___---__----_-_--_-____-__-__-__---_-___-----__--___-_----_--______-_
__-_--____-__--__----___-__--___-______---____--_----_--_-------__-__--_-
-___--_----_-__-_--_---_-___--__-__--_--_--_---_-_--___--____-_____-__--_
_-_--__-___-_-_-__-_-----_-__--_-_-___----_-_-__----_--___-__---__--_____
___-____------__----____-___--_-__-_-_--__-----__---_-___-_-_-__---_-_-__
0040まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/11/06(日) 11:45:13.22ID:???
-_________-----_____--_---__--_---_----_---_____---_-_-_-__-______----__----
-__-_-_-____-_--__--_-____-__---____--__---_--_-__-----_-__--_--_-____-----_
_-_-_-____---_---__-____-____--____-____-_-_-_---_-_----_---_----_---__--__-
_-____--_-_---_-_-___-_-_-__---_-__-_---_-_-__-__--____---__-----____---_-_-
-_----___---_---_---_-____-____-__-_-__--_-____-___-______---_-_----_---_---
_---_-__-_-----_____----_-_-__-_-_--__--_-__--___-__-_-__---_--_-_-_--_-____
-____-__-_----___-____----__-----_--_-_--___--__--__-___-_--____-_-__-_-----
_____--___--__-__---_---_--_-----__--------_-__-_-___--_--__-_-____-_____--_
-__-__-_-_--_-__---____--_-___--_--_-__-__-__-__---_--___--_---___----_-__--
--______-_-__-___-_--_--___--_-_-_-___-__-__-_---___---_-_--__-_-_------_---
_-_-_--_-__-_---_-__---_-_--__-_---__-__-_--__--_-__--___-_----_---_-_______
-__-___---_-_--_--_----__-----_-_-_--_-_----_-____-____-___-__-___-__-__--_-
__------_-_-____-__--_---_______--___-__-_______----_-_----_-------_-_-___--
_____-_-_-__-_-_---___--__---__-_-____--__-_--__-__--_----_--_-_----___--_--
----_-___---_--_--_-______-_-____-_-----_-___--_--_---_-_--_--_-_____---____
-___-_-_______---_--_-_-_--_--__--_-__---_-__-__--_---_-_-_--__---_____-_---
-_---_--___--_--___-___-_--__-_--_--_____-_-_-__---_____--_--__---_----__--_
--__--____--_--_--__--___---_-_-___---_--_____--_-_-__----__-_-_--_-_-_-_-__
___--__-_-___-_-_----_-_-_---_-----__--_-__--_-_---_____--__-__----___-__-__
--___-______----__-__-___-_____--___---_-____-_---_-_-__--_-_--_--------_---
_-___-_----_--____-_--__-__--_____-__--_-_-_--_--_-_-__-_-_--__-__-_---_----
_-_____---_--_-_---__-__-__--_-___----__----_---_----_--_____-__--_-_-___-__
----_-------___-_-_-_--_-----___--__-___-___---__-_-_---_-_____-___-___-_-__
-__-_-_-___---_-----_-__-__---_-____--____--------_______----_--___----_____
--_-____---_____-_-_-_---------_-__-__--____-_-__-_-___-_____-----___---_---
_---__--__-__-_-__-__-_-__-_--_-_-----_-_____----____--___-_-__--------___-_
___---_---_--__-__-_--___-____---_____---_-__-_---__--__-_-_----_-__--_--__-
_-_-_-__--_____----___-_-_-_--_---_--_-_--_--__-_-_-_-_-__---_--_-__-_-___-_
___---___-_--___--_-__-_-__-_-__-_-__--__-___-__-____---_-------_--_---__---
-_---__-_----_------_--__-__-___--__-____-_---_-____--__-_--__-_--_-__-_-___
-_-___----_-_-_---__---_-_-_____---__---_---_---_____--__---__---_--________
_--__-----_--___-_--_---_---__-_-_--__--_-___-_-__----_____-_-__---__--_____
_-__-_--_--____--_----_-_-_-__----_______-___-__--_-__-----_-_--__---__--_-_
__--__-_-_-_-_-_-__-_--__-__-__-___------_-__-_-___--____-_-_-_---_---_--_--
----__--___--__--____--_-_--___--____-_--_--___-_-_-_--__--__--__-_--__---_-
--___--_-_____--_-____-_-_-----_-__---___--___--_--_--_--_---____--_-___---_
__-_--_-___---_--_--_-___-_-_____---___----_-__-_----_-_-_--_-_---_-_-_____-
_--_-_--___-----_--_-__-_--_-__-__-___--_-_-_--____-___----__-_-_-___--_--_-
__-_-__---__-_-_--_-_-_--_--_-___-_--__-_---__---_-__-__-----_---____-__-___
____---____-___-__-_-____--_---_____--------__--_----_-_-_--_--_---__--___-_
__--_----_--__--_____-__----_-_--___--__--_--_-___--_---__-__-__-_-____-_---
----___-_____---__-__-___------_--__-__---__--_---___--____------_--___-____
_-_-__-__--__--___----_-___-___-_--_--_-____---_----___-____---_-_--___-----
_--____--_-_-__---_-__-----_---_-___-_-__-__--_---___--___--_--____---_-__-_
__-_--_---____--_--__-_-__-________-------_-_____----_----__-___--___---_---
-_----_--_-_---__-------___--_-___----____-___-----___--___-____--___-__-___
_-_-__-_____--_-__-_---__----_-_----_-_---_-___-___--_-____-__-_-_-_-_----_-
__----_---____-__---__-_-__--___--__-_-__------_-___-_-__---_-_-__-__-_-__--
-__-_-___--___---_--_-_------_-______-_--_--_--__-----_____-__--_-_-_--__-__
_-___--_-__-__------__-_-_--_-__--___-_-----__-__-_-_---____---__-_____-_---
0041まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/11/13(日) 12:14:11.74ID:???
-_-__--__-____-_----____--_-_---_--___-_--__-_--_--_--_-_-___-----__-___-__-
-_--____-__-____-__-_-__-_-_---_--____--_-_-__--_--_-_--__--__-_--__---_----
_--_-----_-___----_----__-____---__---_-__-_----____--_-__-___--___--_-_____
-__-_---__________-_-------_--__-_-_--____-_-__--_-_--_----_-_-____---__--_-
__-__-_-______-_-----__-----__--_---_____-__-____----___----_--___--_----__-
-__-__-----_--____-----____--__--_____-_--__---_--__-_-_----_-_____-_-_-_--_
_-_-_--_---_-_-____-_----_-----___---__---___-_____-_--_----__--_-____--____
__--_--__---__---__-_______-_-_-___-__-----_-_-_----__---_-_____---__-_---_-
-_-_____----_-_--______-__-__---____--__-----__-----_-_-_____-___------__---
___-____---___--_____--__-_---___-____--_--_-__--_--_---_-___--_-_--_-------
_-----___-_-_--___-_-_-____-__--______---_--_-___-____----_--_---_-----__-_-
___-_--__-_-___-_--__----____--_--__-_---____-_--___--_-----_-____--__----_-
-__-_-_--_-_--__--___--_--__-___---___-_-_-__--_-__-_-----_____-_----__-_--_
--_-_--__-----_--__-_-__--_-_-_______--__---_-__-_-_---__-_-____-----____--_
__--_-----__-----__-_----_--_-______--___---_--_-__--_-_-__---_______-_-__-_
---__--__---_---_--_----_______--______-____--____---___--___--_---_-_--_---
-______--____-_-__-_-_---_-___-___--_-_--_---___---__-_-_--___----_--__-----
-______---____--_---_____--_--------__-___-----_---_-_---_----___-___-______
-__-------_-_-____--_--_--_---_--_-___--------__------_____--_______________
__-_-__--------_-__----__-__-____--_----____--__-___-_-_--__----___--_-___-_
__--__----_-_--_-_-____---_--_--_---____-_-__--____-__-__---__--_--_--_-___-
_-----__-_-_-_____----____----_-_________---__-----_-__--_-_----__-_--__-_-_
--_-_------_____--__--_--___-_--_-_----_---__-_-_--__--_---___-_-_________-_
__--__--_-_____-_-_--_-_--______-_-_--_-_----____--__----_-____-_----__-----
----_-_-_--__-__-_-__------_-_-_-_--_-__-___---_-__-_-_-_--_---_-___-_______
____-_---_-__-----_-_-___-__-___--___-------_-__--_---__-_--_-___--__-_--___
--_-_-_---_-____--_--_-___--_----_-----___-___-_--__-_--__--_____-___---__-_
---_-_-_-_--_-_-___--_-____---_---_--_--_---__-__-__--____--__-_-__-_-__--__
---___--_--------_--_----_____---_____--______--__-_-_--___---____-_--__-_-_
-_--_--__---__-_--____-_--__-________-__-__--_--__-__--__-_-_-----_-----__--
_-__-_-_____-_--_--_--_-__-_-___-_---_____-_---------__--__-__-___---__-_---
____----------_---_____-_-___-_---_------__--_--_-__-_-______--_-_---_______
-___--____---___-_-__--__-_--_-_-_-_-____---_-_-_-----__-_---__-____-__-----
-_------_--_-____---______---__-__-_-_-___-_-_---__----____-__----___-_-_-_-
___-_-__-_-___-____--_------__----------_--____-_--_-___-______--__--__---_-
-_-___--__----_---_-----_-_-_----_--__-_-____--___-__---____-__-__--___-_-__
____-_-_-_-_-__-_----_---____---__--_-_-_____-__---_-__--___----_-_--__--_--
_-___-__-----__--_-_-___-_-_---_----__-_-_-_-_---_---__-_-____-__----____-__
__-----_--____----_-_---______--___-___-____----__--_-_-_---___-__--_--_--_-
---__-_--__--_____--__-_-_---__---___-_----___--__--_-_-_----___-_--_--_____
----_____--__---_-__--_-------___-_----_____-_-___-__-_-_--_____-----__-_-__
_--__-_-___-_--_--__--__-___--_--_--__--_---_-_-_-__-__-__-_------______--_-
--_---_-__-__--_--_--____--_------__-__-_-_-_-___-__-_--___-____-_-____-----
-___--_-__--_-_---_--________--__---__-_-______------__-_---__-_--__------__
__--_-____---------__--__-___-_-__---___-_-__-_--__-__-_--_-_-_---____-_--_-
-__---_-_-_-__-__---_-__--__--________-__-------_-_---__--_---_-____--___-_-
-_-_-_____--__-_-_-----_-__--___-_--_-____--__--_---_-----_-_-__-_--__-_-___
_--_--__-_--_--_---_-_-_________---__---_-__----__-_--_----_-_--__-_____--__
___-_--_--_-_-_---_----___-_--_-_-----_-_--_--__-___-_____--___-_--___--___-
_________----_-_-_-_-----__-_---___--______--_---__-__--_-___--__--_---_----
0042まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/11/20(日) 13:28:19.62ID:???
-----_--____--_---_____--_--_-___-_-__---__---_--_--____---__-_-___-_---____
--_-_--_-____-__-_----__-__--__-_-----__----__-_-__-____----_--__-___---____
_--__---_--__-___-_--_--_-___-__--_-_-_____-___---___-------___-_---__-_-_--
-_--_------_--___---_-___--___-_-__--_-_----_-__-_____--_-_---___----_______
_-____--___--_--__-__-___-----__-_-_----_----_-__--___-_--_---__-___--_-_-__
--_-___--_-_-_---__----__-_--__--_--___--______--_--____--__-_-_-__-_---_-_-
__-_-___--_-__--_--_--__-_---_----_-__---_--__---_--_--_-____-_--___-____-__
__-_---_--_-_-___-___-_--__-_---__--__---_--_-___------_-____-_-_--__---____
__-_-_--_--__-___---__-_-__--_--____----_-_-__-__--_-_--_--__--___--__-_-_--
-_-_-__-____----_-_--____---_-_--_-_______-_----_----__----__-_-_-_-__--__-_
--_-_-__-__---___-___-__-__-___--__----_--__---__--__--__-----___---__-___--
---______--_-------_-_-_------_____-__-_-_--___-_-___--___--_--_-___--_--___
__-_-__-----___-___--_--____-_____-__-___-_--_-_-___---__-_------_--__------
--__---___-_---____---___--___-__-_--_--_----_-_--_---__--_---__-_-______-__
--_--__--__--_____-_------_---_--_-_-__-__---____-_---_-_-_-__-__-_--_____-_
--_-_-_-_____--____--_--___-_--_--_--_-_-_-__-____-_-__-_---_---_-___--_----
------_____-_--___-_--_-_--____-_-_--_---__--____----____-_--__-_---__-__--_
-___-__--_-_--____----__-----_--_-_-_-__-_-__-----_________-__---__---_--__-
_--____--_---______-__---____-_-_-_-___--_-__-_-----_---___--_-_-_-_---_-_--
-_-_---_---__________----__-_-_-_-___-_-__--_-_-___-__----_-_-_-_----_-_--_-
--____-__--_-------____-----__-_---_-_-_---___--____-_--____-_-_-__-_-_-_-__
-__-_----_---___--_---___---__-___----_--__--_-___--_-_--____-_---____-__-__
-_-_-_--_-__--_-___--__-__-___--__-___-_-__---------_-_-___-__-_--_-__---__-
--______--___-____-____-__--__-__-_--_-_-----_-__--_--_-__---_--_----_-__---
__----__-_-__-__-_______--_____----___-_---__-__----__-_---__-----__-----__-
__-_-____----_-__---___----_____-_--__-_--___-__--__-___--__-_---__---_-----
-__------____--___---_-__-_--_----_----_-________--__-__-__---__---___--__-_
-_-_-_-__-___-_---__----_-____--_-___----__-__-_----_-_--______---_--_--_-__
_____--_-__-_-----_-_-----_-__--__---__-__--_-___--___--_-_--____-__--_--_-_
_-_--___---__--_-__-_--_--___---___--___--___---_--__-----_---___-_-_____--_
-_-_--_____-_-_-__-_-__--__----__---_--____-___---_-_-__--__-_---_--__-_--_-
_-____-___---__--_-----_-----_-__-_-_-_-_-_-___-___-----__----_-___-____--__
----__--_-_--__-_____---__--_______-___--------_---_-___-__--_--_---_____-_-
_--_----_-____--__--_-__-_-___-----_----_--__-__-_____-_-__----_-__--_-__-__
-___----__--_-_----___--__-____-_-___-_-__--_-----_---_____-_-_-__-----_-___
_----_-__--__-_--_-___---_---_-__-_-____--_--______-___--__-__---__--_-_----
--__--__-_-_---___----__-_---_-___--_--___-__---_---__--_-___-_-__--_____--_
__---_-__-__--_-__--_--_----__--__------_-_---____-_-__-____--_-___-_--___-_
---_____-___--_----_____-_----___------___----_-____--___-___-_-_--__--_---_
_-_---__---__-__-_-----_-__-__-___-___-__---_----_____----_---___-___---___-
-_---_--____-_--_--___---_-_______--_-_-__-_-_-___------_---__---_--______--
__---___-_-_-----_--__----___-_-__---___-__-____---__-_----___--__-____-_---
_--_---__---___-______--__--_______---_--_----_-----__-___---_-_--_-_--_-___
--___-__--___--_-_--__-_-_--__-__-_----___-__-_--_____-------_-___-_--_-__--
_-_-_--_-----___-_-_-_--_--_____--____---__-_-_--__--__-_--_-_---__--__-___-
__---_-----__-_-_--__--_--__-__-__---____--___-_-____-----_-_--____----__-__
__-____-____----____-----_-_-_-_-_-__---_--_--__-_-------_--_-____--_____--_
---_--__----__-___--_-__--_-_--_--___-_-__--_-_--_--__-_-_--_____--_--__-___
-__-___-____-_-_----_--__------_-___--___--_--_-__-__-___--____--_--_-_-_---
---___--_____--_--__---__-____-_-___------_-__---_-______---_--_-__-_-_-_---
0043まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/12/11(日) 13:13:38.58ID:???
_---_-_-_-_--____-____-_--_-_____--_-____------_-----____-___-----_____-----
-___----_-______--__----_-_-__-__--_--____--_-----_-_----_--____-_-__-_-__-_
-______-----_-_-________----_-__---__-----___---____-----______-__--_-_-----
-___-__-__-_--_--_---__-__-----____-____-_-_____-__-__---__-_-__-------_----
-___--_----_____---__---_____---_-___-_-_--_--____--______-_---_---__-_-----
-_-_-_---___-__---_-_______-__-__-----__--__--_--_-_--_--__-__-_---_-___--_-
-_---_-_---_-__-_-___-___-___-_-___-_-__---___-_---_--__--_-_--_-_---__-__--
-__--_-_-__-_-___-____---___--__--_-----___-__-_--_-_--_--_-___---__-_-__---
--_--_-__----_-____-__------__--___-_-_______--___------__--_____--___-_----
_-__----_-___--___--__-_-_------__------_-___-__--_-___________-__-----_---_
--__-____-_---_---_____----_-_-__-____-__-__-__-----__-_-_-___---___--_-----
___-__-__----__-_-__-_-__-_-_-__---_--_-__-_____-_---__--_-__----_-_-_--_---
-_----_______-_-_-_--____-___--_--_---__---_-_--_-___--___--_-__-__-_--_----
-_-____-___-_-____-----_--_--____--_--_--_--____-_-_--_---__-_-----____-__--
_----_--____-__--__-__-__----___-_-_--_-_-_---__-__-__-___----__--_--___---_
----_-_--_____--___-_--_--_--_----_-___-_--_----_--__--__--_-___-___-____-__
-__-__-_--_________--__-__-__--_-------__-___---_----_-__--_---_____--_--_--
_-_-__-_-_--__--___--_-_-_-__--__-_---__------__--___-_---_-__-____--_-___--
-__--_----__--_---_--_-_-___-_____--_--_--__-----____-____-___--__-__-__----
-_-__--__-_-___-_--__-__-__--___-----__---____-__--_---_-_---__-_-__--__-_--
--_-_-_--_--_-_-___--____-____--_-----__-__-__-----__-_____---_--_--_-_-__-_
__---_-_____-_-_-_____---____-_---_--__-_--___---_-_--__---_--_-__---__-_---
__-_-_--_____-_-__--___-__-_-_____-----__---_-__--_-_----_---_----_-_-__--__
__-_--_____-__----_----_-_-_-_---____--__--_--_-__--___-_--_-__-_--____--_--
_-----_-_-_--__--_-_-___---__________--__-_------_--_---_----______---_-____
--__---_-____--_-___-_--__-_-___-__---_----__----_-__---___-__-_--_-_-_-___-
_----___--____--_--__-_--_------_____-__-__-_____-------_--_-__---___-_--___
---_-_-______-----____-____----_--_-----__---__-__--___-_-__----_--_-__-____
-_-_---_-_-----_-----__-_----___-_____-_-----__-_-_--_-_-__-___-__-___-_____
-____-_-_-_-_-_-__-------_-_---_-_---_----___-____-____-__--_--___-___-_---_
__----_--_--_--__-__-_-__----__----__-_--_--______-_-_-___--_----______-_--_
-_-__--___-__--_-__-__--_-_-_-__-__--_----_____-___-----___--_--_--_-_-__---
-__-__--_--___--_-_-_-_---_--___---__--_-____--_--_-__---___--__-_--_--___-_
--____--_______---___--__------_-__-_---___--_--_----_-_-__-_-___--__-__-_--
__---___-_-----___-_--___-__--_-____--___----_-_-----_-_--___-_-_____--_--_-
-___----_-____-_----_--_---_-_-_---___-____-__---_-----_____-__-_-_-___-_-_-
_________-_--_----_--__--_---__-_-__-----__-__----___--____-_--_--_--_-___--
-__--__--_--_-_-_-----_--___-___-__--__-_-__--__-----__---___-_--__--__-____
_----_-_-_-___-___-_--___---_-__--____-_-__--___---_---____---__-_-_-__-----
--_---_-_--_-_-__-__--__---_---_-____-___-____--___--__--___-__-__-_--_-----
-__-__-_-_-____-__---_____-___--__---__-_--__-__---__---_-_-_--__--_-------_
-_--__-_--_-__--____-___-___---__-_--_---_--__-----_----__-__---_____-_-__-_
-----_--_-___---___--____---__-----_--__---____---___-_____----__--______--_
_____-_-_-----_-__-__--_---_-_--____-___-_-_-_--_--------_---_-__--__-______
_-_--------__--_-___--____--__-____-_--_--_-__--_-___-_---_-__---_---___-___
_-__-----__--_--_-____--_---_-____-___-____----_---__-_-_--__-_-___----_--__
-_-___-_____-___-----_-_--__--_--__---__--_-----_--_-______----__----_____-_
____---_-_____-_-___-_-___--_-__-_----__---_-_-_--_--__---__-___-_----_--_--
_-___-__-_-_-_-----__------___---___---_-__-__--_-_____-__-_--__--_---___-_-
-_-_-__----___-________----_-__-_-_-_---_-_-___-__-_-_----_-_--__--_--___---
0044まちがって名前消しちゃいました。垢版2016/12/18(日) 14:01:42.47ID:???
--_---_-_____-___-___------_-_---_-___-____--__-__--_-_-__--_-_-___--__-----
--___--____-__---_-__--_-_--__----____-___-_----_-__-__--__----__--__--_-_-_
_____----_-____-_---_--------____-_-__---___---_--_-__-_____---_-_-_-___--_-
--____--_______-_----___--_------___-_--_-__-__--_--__-_--____----___-_-_---
__--_---_---_-__--_-_-_____-----_-____---_____-___-----_--____-__---_-_-_-_-
___---__--_--_--__--__----_-__--__-____-_--__-_-_-_---____---__---_-_-_--___
_--__-_-_____-_-___--_______-_-----_-----___-__-__-_-_----_-_--__-__-_------
___---_--_____-__--__--_--__-_--___---_____-__---__---_-_-__-_---__----__---
_-_---_----__---____-____---_----_-_--_-__-____--_--__------___-____---_____
_----_--__-_--____-_------____-____-_-_---_____--_-_----___-_____--__---_---
___-_-_-_-------___----___--____--____----_-___----_-_----_-__-__--_-___-___
-_--_--_____---____---_---_---_-__----______-_____---_____-__---_----__--_--
-------__--___---_-__-_______-___-_-__-_-_-_---__--__--_----__--__-_-__---__
--_______-__-__--_--_--__-_-_-_-___---___-------_-_-----___-__------______-_
-_--__---__--------___-_-__-__--___--_--_-_____-__--_--__-_-_-_----____-_-__
____-_--_----______-__-_-_--_____----_-_------__-_---___-_-__-__---_-__---_-
---_--_-_-_--___-------_-_-__-__________---_--__-______-_--____------_---_-_
__--____--__-__-__----______-_-___-____---_-_----_--_----_-__----_-_--__--_-
__---_-_--__--_-_-_---_-_-____-__-_---_------___--__-____----______--_--__-_
--__-_-__-_---_-_--___--_---_--_-_----__--__-_--__-_-__-__-______--_--_-_-__
-_-_-----_-__--_-_-_--__-_-__---__-_-----___--_--_-__--_-______--____-__--__
--__-_----_-__-__--____-_--_-__--_-___-_____-____-_--_-_---_-_---_-----_-__-
__--__-----_______-___--__--_--_--_-------_-__--____-___-__-__--_-_-_---__--
---_--___-------_-__---_-__--___-____--__-__---_______-_-_-----___-__---_-__
_--___------___-___---__-__---_----_______---_--_--__-----_-__-_-_-_____-_-_
--__----_-_-_--_--__--_-__-_--__--___--_-_---__________----__----_-___--__-_
-_--_--_-_______--____----__-_-_--_-_______-___---_-_-_---------__-__--__---
--_--__-_-_-__-___-_------------__--__-___--_-___-_-_-___--_____-----_____-_
-_---_-_-_-___---__--___------_-___-_--_--__-_---_-_---____---__--__-_______
-------_____-----__-_----___-___----_-_-__-_____----__--__----_-__-______-__
_----_--____-__----___-__-_-_-_-_---_-____-__--_--_---___-__---_-_--__--_-__
_--_--_---------__---______--___-_--____-_--_____-_--_--____--_--__-_---_-__
__--_---__--__-----_-----_--__--______-_____--___-_-___---__--_-_---_-_--___
___--__-_-_-__-___-_--___-___---_-__--____--__---_-___----___-_---------_-_-
-_--__--_-__--____---__--_-_--_---_-____--_--_-_--__-____-_--__-_____--_----
____----__-_-_--__-_-----_-_-_--_-__-_-__---_--_-_-_-_-____-__--___-----____
----__-____-__-_----_----___-__-_-_--_-------__--_-__-_--_-_-___-______--___
-__--_---_---_-_______--_-_--_---_-____-_-___-_--_-_----_-_-_--_--__-_-__-__
---_-_-___--__-___------_--_----_-_-_-_-_-____-_-________--__-__----__-_--_-
----___---___-___---_-__-_---__---____---_-__--____-_____--_-_---_-__--_--_-
-_____--__--_____-----_-__---__----__--__--_--__--__-__-_---____--__--__---_
__-___-____---__-____---_-_--_--_________---_-___--_---_----__--_------_-_--
__---___-_-_-_-_----__--__-__---__-__-___---__--_---___-_---_-_-___-_--__--_
__------_----__--___-_-_--_-__-_-_-__-_------_-__---___-_-_-_______---__-___
_-_--__-_-__-__--__--___-----_--_---_---__--_-_____--______----__-____-----_
___---_-___-_---_-___-_--__--__-----_----__--__-____--_-----________----_-__
___---_-_----_-____-_----__---_--__-__-_--___--__-__---_---_--__-____--___-_
-_-_-__-_-__--__-----_-_--_-_---__-__-____--___-_-_--_--_---_--__--_--______
-_---___-_--___--_-____-_--____---_-_--_-____-__---_-----_-_--------________
_----_-_____--_-_-____--_-___-----____-_----__-_--____-___-__-------__--__--
0045まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/01/15(日) 13:14:46.28ID:???
__--__-__--__-______--_----_--______----_-____-_--__---_-__------__--_-__---
_--__-_--_---_____-_-____---_____----_----_____-__--_-______-------_-----__-
__-_-_--__------_-_-___--_-_-_----__-__--_-_-----____--___-___-__-___---_-__
_______-_--------__--_-_-_-_--__-----__-_--__-_-_---____-_-_-__--____-_--_-_
---__---__--__--__-___--__-_--_-_--_-_____--__-_------___-_--_-_-_-_-__--___
_-_-_----_-__-_--_-_------__----______--_--_--________-_------____-____--_-_
_-__--__-----_---____-__--_-_-__--__-____-_-__-___-_--_-_----_-----_-__--___
______---_--__-_____-__--_--_----_--_-__-_-_---_-___-___--___-----_-__---_--
-_--__-_-___-__-_-_____--_-__--_----_-___-_-_--___-__---_-_---_-__---_-_-_--
_-_-____--_-_---___-_-_____-----_---__--_-_---__--_-_-__---__-___--_-_--_-__
_--__--_-_-_-_---_-_-__----__--_----_-__-_-_______--_-__--_-__-__--___--_--_
___--___---___-_-_-__-____---_-__--_-----_----__--____-_-_--___-__--__-----_
-_-___-___----__----_----_-_-_-_--__-__-_----_--_-__-__-____-__-----___-____
----__-__-__-_-___-__--_-___-----____----___-_--__-___-__-_-_-_----_-_--__--
--_--_---_--_-__---____________-_-_____-_---___--_----_--_--__--__--_-_--_--
--__---_-_---___-_---___-_-_--_---______---_-__-_----_--_--________----__-__
_-__-_--_-___-----___---_-_-_-____---___-___-----_____-_-_-_-__-_--_---_--_-
_-_-_--__-__--___-___---_-_-____-__-_-___-___-___-----_-_----_-----__----__-
-_--_-_--__--__--____--_-___--__------___-_-_-__-___----_----_________--_---
--___-_-_-_-___-_---_-__---__-_---_-______-------_--__----_-__-__--__-__-___
__--__--_-_-----__-___-_-_--_-_--___----_---_-____-_-__-__---__-____---_-_-_
_-_-____----__---___-_-____----___----_-_-_--__-_--_-__---_----_-_--_____-__
_--------____-_-__---____-___----_____-___-_-___----_---__-_-_-___---__---_-
___-_-__--_-_-_-____---__-___-_____-___----_-__----__-------_-_-__-__----_--
____-___----_---___----__--_---__-_-__-____--_-_----__--__-__---_-___--_--__
___-___-_--------______-_------____--_-_--_-__-_--____-----__-____--_-_-__--
-__-_---_____--___-_-------____---_-__--_-__--_---__-_---_---__-_____-___--_
___-_-_-_--__----_-__---__-__-__-__----_-___--_--__-_--__--_-_-__----__--___
--_-_--__----_---__________-___-__--______--_-----_-___--_--_-__---_--_--_--
__--___-_-__--__-__-_----____---___-__--___-_---_---___--_-__-_-----_-__--_-
-___-_----__-_-__--__-__-_--___-----___--_____---_----_----_____-__--_-__-_-
_--___--_-_-_-_-__-_--__-____--_---_---_-----__--__-_---____--__---__-_-____
______--_--_--_--__---_--__-_-_----_-__-____--_-_---__---____-__--__--__---_
_-_-____-_-__-__--___-_--___---_---_-_--_-----__-_--_--___--_--__--___-__--_
-_-_--____-----_-_----___--__-_-__-__-_-_-___----_-__---_________------__-_-
_--_-____-_-___-_-_-___-_--__-_-_-_---___-_------_-____-_-_--____----_-----_
-__-____-_----_-_--_---___----_-_---_-_---_-____-_____---_-_----___--_-_____
------_____-_---_-_-__-___----_----______----__-____--_--_---_-_--_____-__-_
-__---_-_-___---__-__-_-___-_-____-_-______-__--_--_-_--_---_-_---_----_-_--
__-_-----_-_--___-_--__---______---___-__---_-_---_-_--_-----_-_--_-________
-_--____-__--_---__-----__--______-_-__-_-_____----_----------_-__-____-___-
--_--_---_-__--_---__--___----__--_-_-_____----___--_--__-_--___-_-__-_-____
_____--_-__---_-_--__----____-__-_---_------_---__--_--_-____-_--__---______
--__-----___--_-_--_-_-_-__----__-__-__--_--__-_-___-____-_-__--_-__-_--_-_-
--__-__-_-___--__--____-_--_---__-_____-_----_-_--_-__----_-___---_-_----___
__-_--_____-_---__-_--__-_-_--__--_---__-_-__-_--_---_--_--_-____-__--_---__
_-___--_--_--_-_--_-_-__--_____----_--_-_-_----_-_---_______-----______---__
--_____---__--_--_-_---_-_-___----_---___-_-_-__---_-__-____----___---__-___
-_--_-_____---_----___-_--_-__-__-_---__-_-__--_---___--__-----____-__-__--_
_--_--__-__-___-_-__----_----_-_____-__-__-__--____-_--_--__---_----_-_-__--
0046まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/01/22(日) 13:23:41.00ID:???
-__--_-__----__-__-----_-__---______-__-----___--_--__------____-___--___-__
__----_-__-___--_--_-_--_-__---_-_-_-____----_____-_-_--_-___-__--_-__---_--
---_--_-__-_-----_---____-_-__--_--_-__-_--_---_____-_---____---_--_-_______
-_-___-___---__-___--_-----_-_-_-____---_-__-_---__-__--_-___-___-__-----_--
_-__-----_____-___-_-_---______------_-__-_-___-_---___-------_-___-__-__---
-_-____--_-____----_-_-_----____-_--_---_----____---________------_-__--__-_
-______--------___-__--_--___-_------____--__-_-----_-_________-_---__-_--_-
-_-_---_-__--__--__--_____-__-___--__-____-_-___--_--___--_--_-_---_---_----
____-__-_----__---_-________----__--_-_----_-_-_-______-__-_-----_-__-_-----
-_--_-__---_--_--_____-___--_---_---_-_-__--__---__--_-_-__-_--__--__-__-___
--_____-_-_____---_-_--___--__--_-__-----_---____-_--_---_------_--_-_______
-_-_--_-__--_____-__---_-_--_-_-__--_-_-____--____---_-_-_-_____-_--_-------
_---___---__-_----_______-__-__-_-___-___-_----__-----___---__---_--_-___---
___----_-__---_--_----__--_--__--____---_-_-_--__-_-__--___--__-___-__---___
_-_______--_--__-__--___-_----_--____--_-_----_-_--___-__-_--__---__---_-_--
-____----___--_-_--__-__-_--_--__---_-_-_---_---_-__--__-___-_-_-_---_-_____
----_----__--__-_---__---___-_-_________-__-_--_-_--___--_-_-_--_-___-_-_---
-_-_-___-_____--_-_------_-_-_--__-__-----_--__-___--_--___-_-___-__-_-_---_
_-_----_-----------___-___-__---__-_-_-_-_----___--_____--_-_-__-_-____-____
-_-__-_____---_-___-__-_-_--_---__-_--__-_-----_-_---_---_-___-_----_____-__
__---____---_--_-__---_-__--_-_---______--__-_----___-_-__-_-__----_--__-_-_
_-_----______---____--__-_-___-_---_-_----___-__--___-_--_-_---_-_-_-__--_--
-___--_-__-------_-__--__------_---_-__-____--__-__-__--_--_-_-_______-__--_
-------___---__-_-_-_-____-_-_---__----_-__-_-__---__-__-_-__-_-__-__---____
-_-_-_-_____-__-_--_____----_-__-----__----__-_--___-_---_-__--__-____---_--
_--__--__--_____---__--__-__-_--_--_--_-----___-_-__---_---_-______--_--_-__
_-____---___-_-__---__-__-_-_-_-----___--_-_-__--____--___-_---_---____-----
--_-_-_--_--_--___-___--_--_----__-__-_--__-__-_---____-_-_----_-__-__--____
_---__-__-_-----_--___-___---_-----_-__-_____-_-_--_-----_-_-_-__--_-_______
__--__-_--_-----__-_-_---_-----_----__-___--__--_____-____-__-___--__-___---
_-_---____-_--____-_-_---_---____-__----__-___--_-__-__-----____-_-_--_--_--
__-_--_---__--__--___-__---_____-__-_-----____-__----_------___-___--__-__--
--_----_---_____---_-___-_-_-________--___-__-_-__-_----_---__-----__-___---
---__-_-___--__--_--__----__-____---_--_--__---_--__---_-__-_-_-___-_--_____
--_-_-___----__-______-__-_-_-_---__-_-_---_-_---__--_-____--_-__-___-_-----
-_---__-_____-_--__-_---___-__-__-_-_--__--____-----__-----_--__-_-____-_---
----__---_-_--___-_--_----___---___---___---_-___-___--___---_-__--__-___-__
______--_--__-__-___-____-----_-_-_-----------____--_-______----___--_---__-
-____-_---_____-_------_-_-___-__--_------__---_--_____---_-_-_-__--___--___
-_--___-_--___--___-_---__--_____-_--_--_----_-____------__-__---__-____-_--
_-__-_-____--_-____--_---_---_----_-_-----_-_--__-_-____-__-___-_--_-_-_-_-_
---____-__-_--____---_--_--__-_---------__-___--_-__--____--_--___--____--__
-_--_---_-__-_-___-__--_------_--_-___--_-_-__--__--_---_-__-_____-_-__-_-__
--____-__-_-_-_-_-__--____-__--__-_---_---_-_-----_____---_-----_-_-__--____
__---_---_----___-___-__-_----------_-_-__---______-_---_-__-__-__-__-_-____
--___--_-________--__---____-_----__-_-----_----_--____-_--__-__-_-_--_-_--_
__---_---__-______---__-_-___-_-_----__---_-_-__--__-___-_--_-_-------_-____
--_---__--_-____-__--__---_--__--__--_-_------__-_-___--__--___--___--_-____
-_--_______-__-_--_---_-_-_---_---_____----_-----_---__--__--____-___-__--__
-_-_--_-__---__-_-_-_-_-_--_-____-_-____---__-___--_-____-_-___-_-------_---
0047まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/01/29(日) 14:11:17.86ID:???
--__-__-_-__-_---_-_---_-__-----___-___-_-_-__-_---____--______--__----__---
____--_-__----___--_---_---_-_-__--__-_-___-_____-__-_---_-_--_----_---___-_
--_-_-__---_--___--__-_-__--_--_--___----_-_-__--_-_-_____--__-__-___-----__
-----____-_-__-----__--_-___-----____--__--____--___-_____-_-_------_-_--___
-_------__--_--_--____-__---_-__--_-_---_-__-_-___-_-_-_--___-__-__--___--__
--_--_-____-_---_-____-_------_---____-_____-_---_-_--_--____--___-___-_----
__-_-_---_-__-____-----_--__-__--____--_-__--___---__---____-------__--_-___
_----_----__--____---_-___-__--__----___--__-__-____--__-__-_-___-_-__------
_-__-___-__---_-_----_-_-_-_-_-_-_-_--_-_-_____----____-_----_-__-__-_--__--
_-__-___---___--_---_-_---_--__-_-___--___-__-----____-_-----_-_____--__---_
----__-----_-_-____---____--__---_-__-__----__---_______----_--_--__-_____-_
-__--__-----__---_----___-_-___-__-__-_--__---______-_--___--__-__--_-__----
___--_-___--______---_--_-__---_----__--_----_____----__-____--_-_-----__-__
------___--__-_-_--_-_--_-__--_____--__---___---_-----_--___--_-_-___-______
______---_-_-_-_-___-__--__--_-_-_----_-___-_---____--__----_-_--__-_--_-_--
__-___--_-_-_--___---_---__--__-_--_-__-___--_---__-__-__--_---__-__-_--_-_-
-_-_-_--_-__-__--___--_-__--_-_-_____-_-_-_---____-_-___--__--_-__--------_-
___--_---__-_--_-___--__------__-__---_--_____-__--__-----___-___-_--_-__--_
-__-__-_---_____-_-----__-_--___---__--___---__-----_-___--_--__-_____--__--
_--____-____--_-_-___-___-_--__-_----_------_--__---_---__---_-__-___--_-___
---_-___----_--_-__--__-__-______-_-_--_-_-___----__-__-----_----__--__-____
__-__-___-_-_-__-_----__---_----_--___-_-_--__-_-_-_-_-___-_--_--_--___-_-_-
__-_-__--__---__-_---_--____-__---___----__-_-__---____-_--__-_----_-____---
-_-___-___----_---_-____-_---__-_-__----__-_-----____-_-___--___-----_-___-_
___-__---_-__-__--_-__-_-----__--_-------_--_-__-__-_-_-_--_---______-__-___
__-_____-_----__-____-_______-____-__-_-_--_---___----_--_----__-------_----
-_-_-_--_--_--_--__-__--___-___------___-_-__-_-___-___-_----_-_-_--__---___
---_-_-__-_------___-_-__---________-___-____----_----_--_-_-____--__--_---_
_----_-__---_-____---_-__-____--_---_-____-_-__--_-__-__-__--___----__---_--
-_____--__-_-_----____-__-__---_-__---_____--_-_---__-_-_--__----_-_----_-__
---_-_-______--_--___--_--_---__-___------____-__----_____----__-_----_-____
_-_--__-_--__-_-_-___-_----__-_---___---__-_----_--____-_--___-_--__--___--_
_-__-___--__--_-_-__--_------__-___-_--_---_----_____--_____---_____--_--_--
-__-__---__-_-----__-____-_-___--_____--_------_--_-_---_--___-___-_-___-_--
___---__-_-_-_-_-__--_---_--___-______-__-_____-----___-_--_-__---__--------
___-_--__---_---_-----_--_----_--__________------__----____-___-_-_--___-___
__-----_-______--_--_-_-__--___--__-_-_-_--_---___-_---____---__--_-_-_-__--
-__--_---____-___---_-_---_-_--___-_------___--_---____--_-_-_--_-_-__-_____
--__-_____-_-_____-_-___-__-_-__------_---__---_-_-_-__-___---_---__---__---
-__--__-_____-__-_-__-_-__---_---_---_____-_-_-_--_-_-_--__---__--__-_----_-
___-__--_----____---____--_-----__-_-_-__-_-_-_---__--__--_--__-___----__-__
___-__-__------_----__----_-___-_-_---_-__________---_--__-__--__-__---_--_-
--_-_____----____-_-_-_---_-_____-___-___---_--_--____-_---_--_---_-_-_---_-
-___-_-______-------___--_-____--_____-__---_---___-__---_-_-----__--__-_---
_-_-_-----_-_-_-__-__-_-_--_-_-____--_-_-_-----_--_---__-_-____-__-___-_--__
-_--_--___-__---_----_-_-__-___-----__---_-__-_---__-__-_-__-_--____--__-___
_-_---__-_-----_-__-_-_----_-_-_____-_-__--__-_----____--_-____---_-_-_-_-__
_-____---__--_--____-__-_-___-_-__-__-_-__--___-_---_-___--_---------_--__--
_----__-_-_-_--__---_-_-___--_--_____-___-_--__-____--_--___--_-_----_---__-
_-__---____---_-_--___-_-____-_---_--__-__-__----___-__-_-_----___-_--_--_--
0048まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/02/05(日) 14:05:00.95ID:???
-____-__----___--_-_---____-----_--__-__-_-_--___-____---____--___--__------
--___-__-_-__-_-_--_---_-_--_-_-___-__---____---_--___---_-_----_-_-_-_-____
_--_---__--_--_-_-_--_-__-__-___-----_---_-_-----_--___-___-_-_____-_-_-____
--_------__-__--_-_-_______-_-_____-___-_-___----_-_--_-----___-____---_----
-__--__-_---_-_-_-_--_------_-__---_____-_---_---___---____-_-___--____--___
_---___--_--__-__-----_____----___---_-___-_---_-_--_-__-_-_----___-_--_____
----__-_-_--_------_----_--_-----_-_-____-____--_--________--_--__-__-______
-_--__-_--_---_-__--___-----__-__-_--__--_-__-----_-__-___--____-_---____-__
---____-__-_-___---_-__---__--__--___-____-_-_---_-_---__-_-_-___----__-_---
---_-_-----_-----___-____--___--_--__-_____---___--_-__--__-_____------__-__
-_-_-___-_-_--_---_-_--_-_-____---_-_---___--__---------___-_______-__--__-_
__--_--_-__-___--_-___-___--__-_-____-____---__-_-_---___-_---_-_---_-------
_-_____--______-_--___-____-_-_--__-------__--_-___-_--_-_------____---_----
-__-_------___--_-_--____----____-_--____-__-___-----___----_____---_--_-_-_
-_--_-______---_-_--__--____---___--___--_-_----___------_-_-__-___---____--
_-_-_---__-____-_-_-----_----__--__--__-----____-____---___---_---________--
_-_____-_-_____-___--___--__--_-----_-__-_____--_--_--_-----__----_-_--_-_--
-___--_-__-_-_--_____-__-__--_-______-__-_--_--_----_--_---_---__--__-_-_---
---__--__-----_-_-___-__--___----_-_-_-___-___--_---__-__-_____----_--_--___
__-___-____----__-_-___-_---_-_--_--_--____--_---____---_-__-_---_--__-__---
_-__--_----_--_-_--_-_-_-_----_-__--____----__________------_-___--__-_-_-__
--_-_----__--_-__---__---____--_---____-__----____-_-____-__-_-------_-_____
_--___--__---_-_______-_--_-------______-__---_--__-__-_-_-___--__-_---_----
_-__-_-_-_----_-___-__-____-_---__--_-___-_---__-_-----__-_--___-_-_--__-_--
_-_______-_-___-_-_-_______-__-----___--____-_-_-----_----_--_-----___------
--__-____-__--_--_-_-__-___--_-_--__----_-__-___-----_--____-_-_-___---_-_--
____-______--__-___--______---_----_----_-_--_---_-__----__-__-___-_---_----
___-__--__--__---_--___-__--__-_----_-__---__-___---__--__--_--_-_-_-__--__-
----_--__-_-_-_-__-__-______-____-__-_-_--___-___----_--__------_----____---
__--_--__-_-__-_-__---_-___-_---__-_-----__---_-__-___-__-_-__--_-_____-----
--___-_---__-_----_--__---__-___-_-__-_--__-_--_--_--___--__-_------________
-----_-_____-__--_-_-_--____-___--_--_-__--_--------_--____--_---____--_____
___---__---_-_____---_-________---_--_----__-__---_-_-_--_-____--_-----__-_-
_--__---____---_-___--___-___--_-_--_---_-_-__-__--_-_---_--___-_-_--_-_-_-_
-____-__---___---_--_-_-_-_____-_-_--_---_--_-_--__-__-_--___-__-__-_--_----
-__---___-_---__---____-------__----_-_---__-_-___-__-_-_--__-__---_______-_
_--_--___-__--__-_-_-_---_---_-___-__-_---------__--__-____-_-_-__---_-_____
-__-___----__--__-_-_____--____-_-_-_-_--__---___-__-----_-_----__-_--__---_
-__-__-__-------____-__-__-__---____-----__--------____--_-__--____-___-__--
__---_-_--_-__-_--__--_-----___-----_-_____-__-__-__-_----___-_-___-_-_--_-_
--__-_--_---_-__----___--_____---__-__--__-_----------_--__--________-_-____
-_--_-_------____---_---_-___-____---____--_--_--_--_-__--_-_-__--__-_-_____
____-__-----_-_--_---__--_-_--_---_-__----___-_--_-_-____-_--_--_-______--__
__-_-____-_-__--_-__-_-__--_-_---_-_----_-__-_-_-___-__--_-_-__---_---_--__-
-___-_____--_--_-____--_-__-----_-_---_____-__-_-___-__---------___---_-_-_-
-_---___-_----__---___-_-__-___---____---_--_--_-_-_-__-______------_-__--__
--_--__-----___-____-_-----___-___--_--_-__---_--__--___--_-__-__--_-__-___-
_____-----__--__-___-__-_-__-------____---_--__--_---____--_-_-__-__---_-_-_
--_______-_-_--_-_-_-____-__--___---_---___--_--_--___----_--__-_-_----__--_
__-_--_--____-_------_-___-___-------_-__--_-----_-_-__-_-_-__-_-_____-_-___
0049まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/02/19(日) 14:47:22.35ID:???
--__-------_____-_----__-___-_-___--_--_-_-_-_---_---_-_--_-______--__-___-_
_--___--___-_-_-_-__--__--_--_____--_-___-___-_-___-_---_----__-_--------__-
-_-__--__-__-_-_______-_-____-__------_--_---__--__-_____---_--_-_---__-----
-_-__---___-_-__-_-_-_-_-_----__--__--___-_-____-_--_--_-__-_-___-__----_---
____-_----___-___-_---_____--_--_---_-_----_---_-_--_-__-_______--__-_--_---
---____-__-__-___---_-_-__--_---_----_-__----_-_____-_--_--_-_-____---__--__
__-___-__-_--____-_-_-_-_-----_____-_--____----__--_-_----___-___------_--_-
-_-_--_-_---_------__-___------___-__-__-___--_-__----_--____-____--__--____
__-_-_-___-__--__-_______-_---_--_---_--_----___---__-_---_-___---_____-----
---_______-___-__-__--_--_--___---__--_---__--___--_----_______-_---_----_--
_____-____-_-___-___-_----__---___-__---_----_----_-----__-_---_-__---___-__
_-----__-__-__--_____-_-___--__-_-_-_-_---__-_-_____------__--_--_---___--_-
-_----_----___-_---_--_---___--_-___---__---___-_-__-___-__-__--___--_--____
-_---__-_--_____--_--___-_-____--------_-_______-_-_-_---_-__-_--__-_--_-_--
__--_---------__-_______-___-__-----___---_-____---_-__---___-_--_----___-__
-_-__---_----___----__---__---___-___-_-__-_-_-_--_--__-_---___---_-___-____
-_---___-_--_____--__--____---_---___--_-_-_--_-___-_--_----_--_-_-___---___
--__-____--__--_-_-_-__----_____-__-__--_-_----__---___-____-__--_------_-_-
---_---__-_--__-_----__-__----__---__---__-__-____-_---__-___-_-___--___--__
--____-____-___--_-__---_--____---_---_-__-__-_--_---__-_---__---_-_-__-__--
------___-_---__-__-___--____----_-----_--__-__-_-_-_____-_-----___-_-___-__
--_-_--__-_-_---_-_---_____---___---_-______---_---_---____-----___-_-_-____
_-__--____--_-_-__--__-_-_____----__----__-_-----_-_-__--__--_--__---____-_-
_--___-_-__-_---___-_____-_----_--__-___--_--_____-__-__--_---____----------
-_-__-_---__--_--_---_----_-____-_-_-_-_---_-____--__--__-_--______--____---
-_---____-__-__--___--_--_--____--_-_---____-__--____---__-__-_--_-----_--_-
-______----___--_----_-_----_--_--__---_-_--_____-___-_--__-_-___--_-_--_-__
-__--__--__-__---__-_-__-_--__-_--------___------__-_-__--__-_-_-_-____-____
_-_____--__---___----_--_----_-_--_-_____----_--_---_-_--___-_-__---_-______
___-_--_---___--_--__-__--__-__------_---_-_-_-___---_-_--__-__--______--__-
--_--_-_-__-_---_--____---_-__----_-----____-____-___--_--_--__-___-_--_-___
-__--_-_-_---_---__----_-__-_-___-_-_--_-_--__-__-__-___--_-_-_--__-____---_
_-_-___--___-_-_-__--_-_-_-___-_--_-_-__-__-_-_---_-__--_----___-__-_-----_-
-_-_---__---__---_-_-_---__-____-___---__--__-_--___-_-__-_-_---_--__-_-___-
----__-___--------__--__________----___--__-__--__-___--__-__-----_--_---___
__--__--__-__-___-_-_--_-___--_--_-_-_-__-__-_--_-__--_-_-_--__-_-_-_-----_-
_--_-_-____--__-_---__--_-__-__-____-_--_--___-_--____-------_--_---_____---
_-__-_-_-___---___--_-----_-__-_-_-__----__-____-_------_-_-_-__-__--__-_-__
_---__----______-_-_--___-----__--_-------___-_--___--_--_______---_-_-__-__
-__-______---__--__--__-_--______-----_--__---__-_-___-____----_---_-----__-
---__--__-----____-__--_---__--__--_---_--___-__-___-__-_---_-_-__-___--___-
-__--__-_-_-_-__---_-__---_-_--_-_---_-_-___-_----_______--_---_--_-_-_-____
_--__---------___----__-_-___----_____-___--_-_--_-_--__---___-_-__-_--_____
______-_-_-___--___-_-----_----__-_-_---___-____-_-_-----_---_--__-____---_-
---_-__--_____-----__-__-----_----_--___--__---__-_-_-__-___--_---______-___
___-__--___-_-_-_--_---___--_--___-_-__--__---_-__--_---__-__---_-___-_-_---
-_--_---____-____---_-_-_------_____--_-_--__--_-___-__-__---_-___---_--__-_
_----__-----__--____-_--__-___-_--____-__--_---_-_-_-___--__---_--_---__-___
_-_-__-___---_________-----_-_---_--__----------_--__--___--_-__-___---_____
-_----__-___-__---__--__-__-_-_-_----_---____-_-----____--__-_-__-___-_-__--
0050まちがって名前消しちゃいました。垢版2017/12/19(火) 11:07:59.47ID:LxYhGn6Z
友達がPCで稼げている情報など。参考までに。
⇒ http://dietdiet324.sblo.jp/article/181868184.html

興味がある人のために書きました。

BSCOWI3I10
0052まちがって名前消しちゃいました。垢版2018/05/01(火) 07:08:29.73ID:Xhv/syhE
知り合いから教えてもらったPCさえあれば幸せ小金持ちになれるノウハウ
時間がある方はみてもいいかもしれません
グーグルで検索するといいかも『金持ちになりたい 鎌野介メソッド』

SPR6L
0053まちがって名前消しちゃいました。垢版2018/05/13(日) 10:45:06.37ID:lGyk6YpK
確実にどんな人でも可能なネットで稼げる情報とか
一応書いておきます
グーグルで検索するといいかも『ネットで稼ぐ方法 モニアレフヌノ』

HJVFN
0054まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/05/19(日) 14:10:33.25ID:???
-_-_---____-_---_--__-_--__-_-_-_----_--_-_-_-____-____-----_--__--_______--
-_----__-_-__-___------_-___--__----_-_-_--___-_____--_-__-__--__--___-_-_--
_____-__--_-_-____-__-_-____----_-____-_-___---_-_----__-__-------__-_------
--___-___-__--------_--__-----______-__--___-_--_--_--_---__________--_----_
-_--_-____--_-____-_--_-----_-----_-_-_-_-___-_--_-____-_--_---_--_______--_
____-----__-_-__-______-_-__----_-__-_-__---____---_-_____----_-_---_-_-----
_-_-_------___--__-_--______--__-__-__---_-____-_-_-__-_-_--_--_--__--__----
___--_-__----___---____-----_________------___-_-__--_-_-_-__---_----__-__--
___-___-__-_-_--___---___--_----_-_-__-__-_--_-_-_---_-_--_-_-_--____-__----
_---__--_--____-_----__-_-_------_--__-_-_--__------_-_____-_____---_-______
_----__--__----_-_-___-______---__-_---__-_---____-_-_-_-_----__-_--_-_-___-
_--_---_-_-__-_-_--_-----__-_-___-_--______-_-____-_-__--_--_-__---_-__---_-
__-_____-___-__-_---_--_-_-___--_----___-__--__--_----__--___--_-__---_---_-
---__---_-_____--__-_---___-_-__--__--_-__---_--_-__-__--_-_---_-__-__---___
-_____----_-____---__--_-______-___--__-__--__-_--_--_-_----_--_-_-__-_-----
---__-_-_-_-__--__-__--_--_-__-__-___-__----_____---__----__--_-____--_---_-
--___-_---_-_____------_-______-_-___--_---____-_-__-_--_-_-__--_-----__--_-
--___--_-____---------_____---____----__---__-_----__-___-__-_--_---___-____
_--___-__-___--____-__-_-_-_--__---__--_---____---_--__--_-___---___------_-
_--_-----_____--__-__-____----__----__----___--__--__-----____-____---__--__
--_-__--_-____-_-____-__-_---_-__---_-__-_---_--_-_-_-__--___-----_-__-__-_-
-____-_---_-_--__--_--____-________-____-_-_--_---_---__---_----_-__--_-_---
__--_--_--_-___---_-_--___-___-_--__-_-_-_--___-_--___-_-------_-_-__--_-___
__--__-_____-----_--_-_--__-___---___--___-_____--___-____--__-----_--------
-__---_---_-------_--___-_-__-_---_-___-_-___-__-__--_-_-__--___----____-___
-_-----__-__-______---_-_--_-_-____--_---_--_---______--__-_--_--__--_--_-__
___---_------_____---____-__--__-_-___----__-_-__---__---__---___--__---__-_
__----_--__-_-____---__-___----__--_-_____-__--_-_--_-_-_---_____-_--_-_----
-_-_____------__--_--_-___-___--____---_--_-_-____---___---__-__-_---__--_--
_--__--_--_-_-----_------__--_-----_-________--_____-_--____----_-__-____-__
_--_____-___-_-_-_---_-_--____----_--_-_-___--___-----_-_-___--__-__----_-_-
-__---__--__--___-_-__------_--___--__----___----_-___-___-__---_-__--___-__
_--__-__--__---__--___--_--_-__-_-__---_-_-_---_-____-----___---____----____
_-__-__-_-______--__--_--_-_--_____-__-_---_------__-____-_--------_-____---
--_----------__-__-_-_-___-____----_-__--__-__-__--___--__--___--__--_--____
-_-___---_-_-_--___-_-_---_-_---_-__-_---_-_---_______--____--_-_--__-_---__
---_--__--_---__-__-_---_--_-__--_-__--_________--_--_-___-_-__---____----_-
-___----_-__---_--___-__-___--__-_--_----__--___--__---__-_-__--____-__---_-
__--__-___-_-_-----_-__--_--_____-___-_---___-___--__-_--__---_-_-__---_----
_-_---_--_-_-_-__----__-_--_--___---__---___-_-__----______---_-___---___-__
__-__---___--_____-----_-_--____------__--___-__--___-__---__--__-___--_----
_-_--_-___----_-_-_-_--____--_--_-----_-__-______--_-__--_-_---____-_---_-__
-_---___-__-_---_____-___-_--__-__----_-__--___-_-------____-_-__-_-_----__-
-_-_-_-__--__-__--__--__----_-_-__--__--_--___--_-_-___-_-_---__-___--__-_--
_-_-_-_-_______---_-----___--___-_-------__----__-__--___-_--__--_-_--_-____
_----__---__-__--_----__---__---__-__--_-_---__-_-_-___--_-_-_-____--___-___
--_-_-__-__-_-_-__-_-_-__-_---_-_-___--_-____--_---_-_--___--_-___-_--__----
----_-___-____------_--_---___-----_---__-_-_____-_-_-__---_-___-__-____-__-
----___-----_-___--_--__-_-__---_----____-______-__--_-__--_-_-_--__--__--__
__-_-----_---_-_-_--____-____-----_-______-----_---_-__-__-___---_--__-_-___
0055まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/06/02(日) 14:20:12.74ID:???
-___-_-__--_---_------__-___--_--_-__--___-_--__--_-____--_---_____---____--
-_-_-____--_--_____-_-_---__-__--_--_-___---__----____--_---___-___----__---
_-_-___-_-___---_---__-_-__--------__---__--_-_-___-_-___-___-_---___-__-_--
_-_---__-__-_-___-_-______-_-_-___---__-_--_--___-_----------__---__-__-_-_-
----------_--___--__---__--__--___-___---___-_-_-____--_-__---_-__-__--_____
__-_---_-_-___--__-_--__---_____-__----_---___---__-_--_-_----___-__-_---___
---__-_------____-__-_-___-___---_--_----__-_--____----___--__---_-_____--__
_-_---__--____--_----__-__-_--_-__-_---_--_-____---_------_________--__-_--_
_-_--_-____-_--_-_-_-__-___-__--_-__--_-_____-------_____---___--_----_--_--
_____---__--_--___-_--__-____--___-------_-_-__-__-_--____--__------___--_--
__-_-__-_-_-___----_-----_---____-_--_-__--__----__-____-_--_----___-__-__-_
_-__-____--__--_-----_-___--___----_--_----__--_-_--_---___-_-____-__--_-___
_-__--____-___-_-_-_--____---___--_--_-_----_-----__-__-__--__-____--_-_----
--__--____--___--__-_-_-__-__--__--___---___-----___---___---__-_--_-_----__
__--_---_--___-___--_--__--__-_-___---__-_-_-___-__-_--__---_-__---_----_-__
---__-__-_--_-_--_--__--_-__--_-_-----___-----_---________---____-_--___-___
_--_--___--_--__-_-___-___-__-_--____-__-----_-_____--_--_---_-_-___-----_--
--__--___--_--____------_---_--_----___-__---__-_-_---_-__--_-_______-__-___
__-_---_--_--__-_--__-_-_-_---__---___--_____-___------_-___--__--__-___-_--
__-_-_-____--___--_--_-_-_--_---_--__---__--__-____-___-__-_---_-----__-_-_-
__-_---_-____-_-_-----__---_-____--_-____-_-_-____-----_--_----__--_-_-___-_
--___-___---__--_-__-_--___---___-__---_____-_-_---____--_-_-------__-_-__--
-_--___--_-----_--_-_-_-_--_-_-__-__-_---____---_-__---____-__-___-_---__-__
-_-___--___-__-----___---_-_--_-__-_--_--___-_-_-__----_-_----___-___---____
_----___-__--_-_-_---_----_--_-_-__--__-_-_---___-_-___---_--_--___--_______
-----__--___-__-_-___---_--_-___--____-_-_-__-_--___-__------___-__----_--__
--___--_-___-__-----_--_---______-____-__-------_-_--__--_-____-----___-_-__
__-___-----___-_--_-_-_---_-__-__---_--_----_-_-_--___--_--_--_______-__-_-_
_----_-_-_--___-_-----__--_-_-__--_-__--___-__--__-___-_-_-_--__--_-_____---
_--__--_--_____---_-_--_____-_---___--___----_---_____--_-_-_-_-__---_--__--
-_-_--_----_________-_____---_-_____---_---___--___----_--_-___----__-----_-
___-_-_----_-_-_-___---_--__--_---__--_-------_-__-_-_-_____-___--_-__-___-_
__------___-___---____-___--_----_----__-__-__---___-___-_-__--___----_-__--
---_--_-__-___--___-_-_--_--__--___---__-_-__------__-_____-_-------_-______
_-_-_-_--_-_-_____---_--___--___---_-----____--_---_--_____--_----_-___--___
_-____-_--__--_____----_-_-___-_-_--__-___-_--__--__-_-----_____-_---_------
_-____-_--___-----_-___---__-----_-__-__--___--------_-___---____--___-__-__
_____-_-_----___----_-__-____-__-_--__--__-_--_----__--__-_----_--_-__-__-_-
___-_-_----__-__-_--_--_--__-____--____---___-__-__-__-_----__-_-_---_--_---
---_____-_--___--_-_----_-_____-_-___----_--_--__----__--_-_--_____--_-_-_-_
_-__--___--__--_--_----_-__--_--______----__-___-_---_--___--___--__-_-__---
---___-_----_-_----_-_-____-_-_----_--__-_----____--___--_--_-__--______-___
----___--___--_--_-----____--__--_-__--__-___-_-__----__-_-_-_--_-___--__-__
__---__-_--_-_-_-_-_---_--___-----_-_______----_____-----_--_-_-_-_--_____-_
____-__-_----_--_----__--__-_----_--__-_-_-_-__-__--_--_-___-___-____--_---_
--_-_--_-_-_____-__-___-_--__----_-_---____-__------__-_--___--_-_-_---_-___
-____-----_----______-----__-__-_-_-____-----__-_----___-___--_-__-__-_-__--
__--__-___-____-_----__-__---_--___-______----_--___----__--_--_--_--__---_-
_-_--__-___---__--__-_--__-__-_-_---_---_-__-_-___-_----__--__--_-___---___-
__--_---__----__-_____-_--___--_--_----_____--____--___--_-_--_-----_-____--
0056まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/06/30(日) 14:27:28.08ID:???
_-____-____--__----_----_____---____--_-----_-_--__-_-_---_---__--_____-_--_
-__---__-___-_--_-________-____--_-----_-_----___-_----__-___--_--___---_---
_---_----_-_-___-__--_-__-___-_-__---_-_--_---__--_-_-__-_---___-_-__-__-_-_
-_-__-__---_-_--_--__-___-__--_-____--__-____-__-_------_------___--_--____-
___-__---__--__-__-_-____-_-_--__---_--__-__--_-__---___---_-_--_____-------
___-_-__--_-_-__-__-_-__-_--_--__-_-_--___--__-_-_---_---_--_--_-__-_--_-_-_
----__-_____-____-_--____-__--_-_-_----_----____--__-_-_-_--__--_--_---_-__-
--_---_____-___-_-___---_---___--____--__-----__-__--_--_-_-____-_---_--_-_-
--_--__--___--_-_____-_--__--_--__--_-_-__----__-___--_-_____-__----_-_--_--
_--------_----_---_-_-__-__-_____----_-____--_--__---_-_______-_--_-_-__-___
_-_------_-------_-_--_-____--_----_---_---_____-_-___-____----___-_________
-_-__---------__-_-_--_-_--___----____-__-___-----_---_-_-_--_______-__-____
--__--_---_-_---_-___---_-_-_-_-_---____--_--__-_-_--______--_-___--__--__-_
-_-_--__--_----_-__--_--___--_--_-__--_---____--_____-_-----_--_--_______-__
-__-____---_---_-__-_--___-------__-_--_---_-____----__-_____--__-__----____
--------_-___-_-_-___-_-____--___-_--__-___-----_-----__-__-___-_-_-____--_-
-_--_____--__-_-_-_-_-_-___--_---_--__-_-___---_-__-__--____---_--__---__---
___-------_--_--__---____--_-_-_---_-_--__---_--__--__--_-____--_--_________
-__---_--___-__---______---_-_-----_---__--___-____-_--__-_-_-_-_-__-_-_-_--
_--___--------___-__-___--___-_____-__----_-__-_--_--__-----__--_-__-__-_-_-
_-_______--_-_---___-__-__--__--___--_-__-______-_--_--_----__----_---_-----
__-_-__-_-_----____-__-__-_--_--_-_--__--------_---_-___-_-_--__-_____-__--_
-_---_--__-__-__-__---_-__--_-_-_-_-_---____-__--____--__-_--_---__-__---__-
-_---__-_--_-_--__-_-__-------___---_-_-_--_-__-_-_---_-____--_________--_-_
-__--_--_--__-_-_--__-_______--_-___-__-_-_--__--___-__------__----___----_-
_--_-__---_-----_---_-_--_-__---_____-__-_-_-____--_--___----_-____---___-__
-_--___-_---___---____-____-__-_--__--_------__-_----__-_---_--________-_---
_-___-__-_-____--___-----_-___-_--_-_--____-_-__----_--_-_____-----_-_---_--
_-___-__---_--____--_-_--__-_--__-___--___-_____----_-__-_------------_-____
-_-_-____--_-_-__---__--__--____--_---_-----_-_-__---_---_____-__--__--_-___
---_--____-_____-___-_--_---_-___-_---_-----_--_-___-__-____--___-__-----_--
-_--_--_-__-__---_______--_--_---_--_-___-_--___-----__-__-_-___--___-_---_-
__-__---____--__-_-_-_--------___--___-_-_--__-_-__-_---_---_-___-_---___-__
____-----_--______-_--_-_-_-_-_----_-_-_-___--___-_------___--_-__--_-_--___
_-__-___--___-__-____-__-___--_---_--_-_--_--_-__--_--___--_-_--__-----_-_--
----___--_--_--_-___--_--__---_----___-_-_-___-_-__--___--___-_-__--__-__--_
---___---____-____-_____-_______-_--_------_____-_---__-----_-_--_---_--_---
______-__--_-_--___-_-_--_--___---__----_--_--__--__-_-_--__-_--_-___-_-_---
--_----___-_--_-_-__--__-________-_--__-----__-__--___-_-____-_--___--------
_--____--__-_-__---__-__--_--___-----__-__-___--_-_-____-------__---__---___
___-___---_---_---__---__-_-_-__----_-________-_--_--_-______-----___--_----
----_-_-__-_-____-_____--_____--_-_____-_--_-_-----_-_--_----___-_-_--_--_--
__----___--_--_-__-_--___-__--_--_-_--__-__--____-_--_-______--_--_---_-_---
--_____--__--__--_-___---_-----__---_-___-----_______--_-___-__-__----__-_--
___-___---__-_--__------_-_-_----____-----____--_--_--_-_---_-____-_-__-____
-_____----__--_-___-----_-_------_____-_--__--_--_--_____------__-__--______
----__-----____--___--_-_--____--_-_----__-_-_-_-_-_-_---___--_-______---___
-__-_-__--__--_---_--______-__-_-_--____-_---_---__--_-_--_---_--_--_-__-___
_-___-_---_-_-_-__-_-_-__-_---_-___-__-____-_-___---_--_-----__----_-_-_-_-_
__--_-_--_--___-_----_-_-__-_--_-__-_-_----__--_---_--_-_-_-___-__-______-_-
0057まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/07/21(日) 14:56:12.71ID:???
_-_---___-__----_--_--_--__-__----_____-__-__------____--___-__--_-_---__-__
-__--___-_-----_--__-___--_____----__----_-_---_-___---__--__--__--____-_-__
---_----_-__---__-_--_--_______-_-______-----_-__-----___-_----__-___---____
-__----__--_-_____--_-_-__--__-_--___--__-_--_____--__-__-_--___-_----_-----
_-___-_-_-___-_--__-_---___--___---_-__------__----____--__-__---____-_-_---
--____---_____--__-----_---_-__-__--___-__--_-__-_________-___---------_----
-_-__--___-__-_---_-____-_--___-_____----_--_------__-_-_-__---___-_-_-_--_-
----_----___--_---___-_--_-___--___-__-------_--___--_-__-__-__-____-_-__-__
_-_--_------_---__-___---__--_-_--__----_-_-_-____-__-_-____-_--_-___--__-__
---___-_--_-_-_-__---_-__--_---_____-__---__----__-__-_-_-----_-_-_____-__-_
--_--__-__-_--_--__--__-___-_-__-__-___-__--___-___------__--------_-_-___-_
-_-__-_-____-_-__-__--_--___-_-__--__-_-_-_-_-_-__--___-_--_-_--_-_----_----
----__-_-__-_-_-__-_---_-_--__--_--__-__-_---______---_-_-_-__--___---___--_
_____-_-_-__--___-__------__-__--_-______-_--_--____-__--_--__-----_-_------
--_----_-__--______------______-__-_-___----__--___-_--_---_-_____-_------__
--___-____-_-----___---__-_-__-__---___--__---_------__--___--_--_--_-______
---_----__-_--_--_-----__-_-__-_-__-__--__-_---__---______-__-__-__--_-__-__
--_-__-_---__-_____--____-__--______------___-____-_-__------__--_-__-------
_--__--_______-__--___--_-_-_--_--_----_---_-_--____----_-_____---_---__-_-_
-----__-_----__--_------______-_---_-___-__-____-_-__-_--_-_-__-__-__---_-__
_---____-____----_--___--__---_-__-_-_-_-__-_-----_--_-_---_---_-______--___
___---___-_-----_____--_--_-__-___--_--_-----__-__---_-______-_---__--_---__
-_-------_______-_-__-_---__--______-__-_---_--_-__--_-___-----___---_--_-__
_---___--_-_--_-__-___----__-_--___---------_-_-_-__---___-_-___--__-_-_____
_-__-__-_--_-_-__--_--_--_-_-__-_-__---___----_---__-__-__-__--_--__-____---
_-_-__---__--_---__-_-_---_-___--____--____--___--__-_--_-___-_----__-_---_-
-----_-__-_----_-_-_-----__--_--_-__-_-__-__-__-____-__----_-_____-____--__-
_-_-_-_-_---_____-__--_--___--__-_---____------__-___-_--__-__-_--__-_-----_
___---_-__--__----_---__-__-____----___--__-__----_--_---__----___--__-_____
_-____--_---____--___-___--_-_---__-____---__------_-_-__----___-_-_-_-_-_--
--__-__--__--_--_-_-_--_-__--__-_-_-_---______-_-------____-____-_--____----
--___-_----_--__--_----_-_-_-_-__---___---________-_-__----_-__---_---______
-_-__---___-_-______-___-_-_-__-_----_-__--_-_---__-__--_-_--_---_-__-__----
-_-_-_--_--___-__-_--_--_---__-__--_--____---___-__-_____--_______----------
--__---____-_--___-__---------__-__---_-__--_-__--_--_-__-____--__-_--___-__
___-_--_-_-_--__-------_----____-_-_-_-_--_______-_-__-_-___-_-----___----__
_-_----_-_---___---____--_-_-__-_-____----_-____-__-_--_-_-_-__-__--_--_--_-
--_---___--_-_____-___-__-_-__---_-------__--___-_-_-_-----_____-_-____-_---
__--______-__---_-_----__-_-__-___-_-_--__--_____-_--_----_---____------__--
--___--_---____-___-_--_---__-_-______----_----_-------_-__-_--_-___-____-__
_____----__-_-__-_-_-__-__----_--_-_---__---__---___-_-__-___--_------__-___
-____-__-_--__-_---_--__--___-___-_---___--_----__---_-_-__-----_____-__--_-
-___---__-_____-_---___-_-__-_-_---______------__-__--_--___--_----_--_-_-_-
--_---_-----_-__-__------__-_____-___---_-__---_____-__-----_-_-_-_-____-___
_-_--_-___-__---_-__-___----_-_--_--___--__------_--__---___-_____---_-__-__
_-_---_---_--____----__---_-__-__-__-_-__--_--_-__-_---_--_-__----______-___
_-_-----_---___----__--_-___---_____-__---_____-__-___-_---_--_----_-_--____
_--_-___----____--__-_---_---__-__-_____-----___-_---__-_--_-___----_-_--___
-___-_---_____--__--__--___--__-_--___--____-_---__---__--___-_---_-_--_----
__-__--_-____-_----___-----___----_-_--__--_-_---__--___--__-_-__-_-___-_-_-
0058まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/08/04(日) 14:31:29.67ID:???
-____----__-__-------_--__-_-___-_-___--__-_-_---_--_---_--______---__-__-__
---_-_____-_--____--_-_-_____----__----_---_--___-_-_-_-___-___--__-_-----_-
__---_--__--_-____-_-_____--_-__-_--__-__-------_--___-_-_---____------_-___
-_-_---__--_-_-__--_-_-----_-____--______--______--___-_-_---_---_-___---_--
_--_-___-__--_-__--__-----__-_--_--__-___-__---____----___--___---_-_-__--_-
--_--__-__--_----____-___---__---_-----__---__-_-_-________--__-_-_-__----__
--____-_-_-___---__-____--___----_--_____---------_____--_--_-_---_--__--___
_----_-______-_-___-_--__--__-_-_----_-____-_-_--___--__--_--__---_---_--__-
_-_-___---__---__-___-__-__----__--_----___-_-____--__-_-_-__-_-----____----
---__--____----__--_-_-_____-___-__--__-__---_-----_-__---__-__--____-__----
-_--_-__-__--_----_---_----_-----____-_-_-_-__-__--_-__-___-___--___-_--____
--_-____-_-_-_-___--________-__----_-_-__-__---_-_--_-_-----_-_---__-_----__
__-_-_-__---_----___--______-_---_--_-___-_---_______-----_--__-_--_-_--_-_-
__--_-----_---__--___-__-___-_-_--___-_----_---_____-__-___-_-_-__-----__-_-
-___--_--__-__-____-_---____--_________---__-__----__----_-_--_-_-__--------
-_-_-__-_-___--_-________-_---__--_----____--------__---_-__-_-__-_-_-___---
---_-___--_-___-___--_-----_-__------_--____-_-__---_-____--_-__-____----___
-__-_-___-----_----__-_-___-__-___---_-___--___---_--__-_---_--__-___-___---
--__-____-_-_-___-_--___-__--_-_-----__---___-___---_--------_--_-___-___-__
----___--__---_-__-_-___-----__--_-_-_-_-_-_____-__-_---__----_--_-_--______
___--_--__---_-_--_---_----__---__--__-_-___--_-_----_-_-____-___--__--_____
_-----_-__-----__-__--__-__-_-____--___--_--____-_---_----__-___-__--_-_--__
--____--_-___-__-_--___--_--_-_----____-__-_-_---_-_-_-_-_-_-___--_-___-----
___-_-_-__---_-___-_-_-_-------_-__--___-_-____-_-----_----____-_--___--___-
__-_--_-_-_-__-__----____----____-__-_-_-_--_--___---_____-_-----_-___---_--
__-_-_-___---_-__-__---_----_-_-___-_--_--_-_-_-_-______---_-_----_---___-__
--__-----_--_-_---_-__------_--_-___--__-__-___-_____-_--_-_-___-___---_-___
-___--__-___---_---__-_--___-_-__---__--_--___------_______----_-_-__---_-__
__-___-__-_--__--__-___----__-__---_---_-_--___---_-___---__-__-_---_-___---
__-_---------_--_-_--_-_---_____--_-_--___--__--_--__-___-__--___-_-_-___-__
--___--__-___-__-_----_-___--_--_---__--_--_-_-----_--_----___-____--_______
--__--__--_-_-_-___-_-----___-__-__-____-_-_-__----_-____-_--_--_----___-_--
---_----__-__----___---_-___-_____--__--_--__-----____-_-_-__--___-____--_--
____----_-_-___-_-_-__-_-__-_--_---_-_-_--_-__-_-_---_---__-_--_--___-__-_-_
-__-__------__-_--_-_--_----__-_----___---___-_-__--_-___-_______--__--_--__
-----_-__-------__--___-___----_--_--___-_-_-_--__-____--_-___-_--__-__-____
----__-----__-_--__-___-_-_-_--__-_-_--___--______-__---__---_-_----__-_-___
--_---_-__----___--____--__-_-__--__-____-_-__-__-__-----____-_-_--__--_----
__-__-__------____----_--__-____---___-____-___-----_--__--____--_---__-_---
-_-___-_----_-_____-_--__-__-_-_-_----_--__-___-____-__----__---_-----____--
_--___-_----__-__--__---__-----__-_-____---__---_-_-__--_-_-___----_____-_-_
-___-_---__-___---_--__-_____-___-_-_-_____-_-_--____-_--------_--_-_--_----
__-_--_-_-_---__--___--_---______-__-___-_--__-_-------__--__-_--_-___--__--
-_--_---_____--_-___-_--_-_-__-_-_-____-_-__-___--___--_--__-_-_----_--_----
____-___-__--_------___---_-_-____--_--_--_-___---___--_-__----_--__-__-_-_-
--__--_____-_____-___----_--_---__-__--_-_--_-_-__---_-___-_--____-_---_----
_-_____--_--__---___-_---_-----__---_----___--____-__--_--_____---_-__-_-_-_
--__--_-_____-_-__-____-____--_-_----_---_--_---_-___--__--_-__---____----_-
___-_------____-_-___--_____--_-_-_-_-_--_-_-_----_------__-____---__--___-_
_-_-----_-_-_----_-__-_--______--___-_-_--_-_--_-__---___--__-_-_-_--_-_-___
0059まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/08/25(日) 14:33:13.76ID:???
~---~--~~~-~---~-~------~-~~-~-~~-~--~~~~-~-----~~-~-~-~-~~~-~~-~~--~-~~-~~~
-~~----~~~-~~~~~~--~-~-~~~-~---------~~~-~--~--~~--~-~~~~-~~-~~--~-~~---~~--
~~-~~----~-~~-~~~~~~--~--~~~~--~~---~--~~-~--~~~--------~-~~-~~~~~~---~---~-
~-~~~-~~-~~~~~----~~-~--~--~~~-~~---~~-~-~--~~~--~--~~--~-~-~--~-~~-----~-~-
~~~-----~-~~~-~--~~~-~--~~~--~~~--~-----~~--~~~~~-~~~~---~---~~-~--~~-~-~---
~----~~--~--~-~------~~~~-~-~-~~~~-~--~--~~-~--~-~-~~~-~~~---~~~-~-~~--~--~~
-~~-~~~-~~---~-~--~---~--~~~-~--~-----~-~~~--~~-~---~~-~~-~----~~~~~-~-~~-~~
--~~-~~~--~--~-~-~~--~-~-----~-~---~-~~----~~-~~~~--~--~~~--~~-~~~-~~~-~~--~
-~-~~-~-~-~~~--~-~--~--~--~-~-~~~-~--~---~-~--~~-~~~-~--~~----~~--~~~~~~---~
-~--~~~~~-----~-~~~-~-~~-~~--~---~--------~~~~-~~~~~----~~~--~~~~~-~--~-~--~
-~--~~-~~-~----~~-~~-----~~--~--~~~~~--~~~~~~--~~~--~--~---~--~-~-~~-~~--~-~
~-~~-~--~-~-~~~~-----~-~~~~---~~~~---~~--~~~--~~~-~~~~-~-~~------~~-~-~-----
~-~-~----~---~~-~-~~--~-----~----~~-~~~~-~~-~--~~~~-~---~~~~~-~~-~~-~--~-~-~
~----~~~~--~~~--~~------~-----~~-~~~--~~~~-~-~~-~~--~~-~~~~-~~-~~~----~--~--
-~--~-~-~--~~~-~~~~--~~--~~~--~--~~~~--~~-~~~-----~-~~-~--~-~---~-~-~-~~-~--
---~--~-~-~--~~-~~-~~~--~--~-~~-~~~-~~-~~---~---~~~~------~--~-~-~~--~~~-~~~
-----~~-~~~~~-~~~-~--~--~-~~~-~-~-~----~~---~~-~-~~--~~~-----~~~-~~~--~-~~--
~~~~-~-~~-------~~-~~~-----~-~~-~--~-~-~~~~--~~~~~-~~~~~----~~-~--~~-~------
-~~~~~~---~--~~~~~-~-~--~~-~~~~~---~--~~--~------~~~-~~--~---~~-~-~~-~---~--
--~~~~~-~--~~-~~--~~~----~~~~~~~~~-------~~~--~~~--~-~---~~~--~-~---~-~--~--
-~~-~~~~~~~~-~--~~-----~~-~~---~--~-~~~-~--~----~~~--~-~~~~----~~-~--~~-~---
~-~~-----~~~-~~~~-~~--~-~--~~~~-~----~~-~----~~~-~-~--~-~-~~---~----~~-~-~~~
--~-~-~~~---~-~~-~~~---~~~-~~~~~~~~~---~~--~--~-~--~--~~--~--~~--~-~-~---~--
-~~~~-~~--~~~---~---~--~~~-~~~~-~~~~~--~---~-~~-~---~-~-~--~---~-~-~~~---~--
~-~~~----~~~-~-~~~~------~~~~-~~---~-~~-~--~---~--~~---~-~~---~~---~-~~~-~~~
~--~~~--~~~~~--~~~-~-----~--~-~~-~~-~~-~~~~-~~-~-~-~--~~~-~-~~-~----~-------
~--~-~---~~-~-~~~-~~~---~~~~-----~-~~---~~--~-~~--~--~~~--~~~-~~--~-~--~~-~-
-~-~--~~--~~~~~~-~~-~~-~~-~--~~~~-~~---~----~--~~--~~~~-~--~--~---~~~--~----
~-~---~-~-~~-~~---~-~~~~~-~~-~~~~~---~--~~-~~~-~--~~--~----~~--~-~~~----~---
~~-~~-~-----~~~-~~~-~-~~~-~~-~~-~~-~-~~~~-----~~----~~--~--~~~~-~--~--~-----
~~~~----~----~--~~~~------~-~~~~~~-~~~--~-~~--~~~----~~~~-~-~--~-~--~~~~----
------~---~-~~-~-~-~---~-~~--~-~~-~~--~---~-~-~~-~--~--~-~~~-~~~~-~~~-~~-~~~
~--~--~~---~~----~~~~--~~-~~~-~--~~-~~~~--~--~-------~-~~--~~-~--~~--~-~~~~~
~-~~--~~~~~-~---~-~~-~--~~---~~----~~~~----~~~--~~~~-~~--~~~~~-------~-~--~-
~--~-~~--~~~~~-~~~~-~~-------~--~--~~~--~~-~~~~-~~-~~-~--~---~--~~------~~~-
--~~~~---~~~-~~-~----~~~--~-~~~~--~-~~------~~~~~-~-~~-~~~-----~--~~----~~~-
~~-~~~~~~-~--~~~--~~~-~--~-~~---~-~-~~~-----~--~~~-~~---~~~---~~~-----~-~---
~~~~~~---~--~-~--~~~~-----~--~-~~~-~~~--~~~--~---~~---~~--~-~~-~--~~-~~~----
-~-~---~-~~-~--~-~~~~-~-~-------~~~~-~-~~~-~-~---~~--~---~---~~~~~-~-~~--~~~
-~-~~~-~~--~-~~-~--~--~---~--~~-~---~-~~-~-~~~-~~~-~-~~~~~~---~~----~-~--~--
-~-~~~~~~~~~~--~~~---~~--~~-~--~---~~--~~~-----~~-~-~--~-~-~-~-----~~--~-~~-
~--~~--~~-~~~--~-~---~---~~--~~----~~-~-~---~---~~-~~~-~~~~--~--~~~-~~~-~--~
~~----~~--~~~~-~~~-~~~~--~~----~~-~~--~---~~~--~-~~-~~~~~-~--~--~---~--~----
~--~-----~~~~-~----~~~~-~--~-~---~---~-~--~~~---~~~---~~~~~~~-~--~-~~--~~-~~
--~~~~~-~-~~~--~~-~~~~-~---~---~-~---~-~--~~~----~-~---~~~-~~-~-~~-~~~--~---
-~-~--~--~----~-~-~~--~~---~~~-~~~-~~~~~~~-~-~-~--~--~~-~~---~-~--~~--~--~-~
~---~~~-~---~--~-~~~-~~--~~~~--~--~-~~-~-~-~~---~-~~------~~----~-~~~~~--~~~
-~~----~--~~-~---~--~~-~~~--~~~~--~~--~~-~-----~-~-~---~-~--~~~~-~~-~-~~~-~~
~--~--~~~-~--~~~-----~~--~---~-~~-~--~~~-~-~~~-~-~~~--~---~-~-~-~~~-~-~-~--~
-~~~-~--~~~~~~---~-~----~-~~~-~~--~-~~~----~----~-~-~~~~--~~--~-~--~~-~---~~
0060まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/09/08(日) 14:19:23.60ID:???
-~~-~-~~~-~---~---~---~~-~-~--~~~----~~~~~--~----~~~---~--~~-~~-~~-~~~---~~~
~~--~-~~--~~-~~-~~~~---~~~~~-~~--~-~-----~-~------~~--~-~~~~----~-~~--~-~~~-
~---~~-~~--~-~~-~~~~~--~---~~-~-----~-~-~------~~-~--~~~-~--~---~~~-~~~-~~~~
~-~-~---~--~-~~-~~~~-~-~~-~~~--~-~-------~--~~~~~~-~---~-~-~-~~~~-~-~~---~--
--~~----~~--~~-----~-~~--~~~~-----~--~~-~-~~~~~-~~~-~~----~~~~~----~~--~-~~~
-~-~-~~~~~~~~---~--~----~--~~~-~-~~~-~-~~--~--~-~~~~~---~--~-~-~~-~--~-~----
~~~--~--~-~-~~~~~~---~~--~-~-~-----~-~---~~~~-~~--~~-~--~-----~~~~~--~~-~--~
~-~--~-----~-~~--~~~-~--~~~~-~----~~--~~-~-~~-~-~~~~-~~--~~-~--~-~-~~----~~-
-~~-~-~~----~----~--~-~---~~~--~~~-~~--~-~~~-~---~~~-~-~-~-~-~-~~~-~---~~-~~
~~~~-~~-~~--~~-~-~-~-~---~---~~-~--~-----~~~~---~-~--~-~--~~~~----~~-~-~-~~~
~~~-~~~-~~~~~-~-~-~---~~--~~~~-~--~~~~-~~--~-----~~--~~--------~~~-~~-~-----
~-~------~~-~-~~-~~~~~-~-~~-~~-~----~~~~~~------~~----~~~~-~~--~-~~~---~--~-
-~--~~~-~---~~-~~~~---~~-~~~-~~~---~~~~~~------~---~---~-~-~~--~~~~-~--~--~-
-~-~~~---~----~-~-~~~-~-~~~---~~~~~-~~-~-~--~~~~~--~~----~---~-~--~~---~-~~-
~~---~~--~-------~~~--~-~~~~~~~--~~~~---~~---~~----~~~-~-~~---~~-~--~~--~~~-
~~-~~~~---~----~~-~~~--~~--------~---~~~-~-~~-~~~--~~--~--~~~~~~-~-~--~-~-~-
~-~-~---~~~-~~--~~--~--~~~----~-~~-~---~~--~--~~---~----~-~~~~~-~-~~~--~-~~~
~--~--~--~---~~-~----~~~-~-~-~-~--~~~--~-~~--~-~-~~~-~-~~---~~--~-~~---~~~~~
~-----~--~~~~------~~~--~~~~--~~-~--~~~~-~~~-~-------~-~~~-~~~~~-~--~~~--~--
~~--~-~---------~~~~~~~--~~---~~~~-~~~-~~-~~~----~-~--~--~~~-~-~---~~~--~--~
~~--~-~-------~~-~~~~~--~---~~~~~--~~~~~~--~-~-~~-~---~~-~--~--~-~~~-~~-----
-~~-~--~~~~---~~----~~---~--~-------~~~~-~~~----~~~---~~--~~~--~-~-~~~~~~-~~
-~~~------~~~~~---~-~~--~~~---~-~~~~--~--~-~--~-~~--~~~-~~~-~~--~~-------~~~
~--~-~~-~-~~~-~~~~~--~--~-~--~--~~~-~-----~--~~~~~-~---~-~~--~~-~~-~-~-----~
-~~~~-~-~~-~~~~~--~~~~--~-~--~-~-~~~~------~-~~---~~~--~~-~---~~--------~~-~
~~~--~-~-~-~--~-~~~-~-~--~---~---~----~~~~-~----~~~~-~--~-~~--~~-~~~-~~--~~-
~-~~--~~~~------~-~~~--~-~-~~~-~-~~-~-~~-~~~-~--~~~~~-~----~~--~~-----~-~---
~~--~-~~--~-~----~~-~-----~~---~~~~~--~~~---~~~~~~~~--~~-~~-~-~--~-~~------~
-~-~~---~---~~-~-~~-~-~-~-~~~~-~-~~~--~-~~-~~~~-~~-~--~~~-~-----~-~-~-~-----
-~~~---~-~-~~-~-~--~~~-~~--~-~---~-~-~-~~~~-~~----~~~--~~~----~-----~~~--~~~
~~~--~~~~----~~--~-~~-~~~-----~~---~-~---~~--~---~-~~~-~~~----~~~--~~-~-~~~-
~~----~--~~~~~~-~~--~~~-~~-~~~~--~--~~~-~~--~-~~~~~-~~----~----~-----~-~----
----~~--~~--~~~~~~~~~~~~~~~~~--~~~~----~-~~~~---~~-~--~~~---------~--~------
~~--~--~~~-~------~~~-~-----~~~~~-~-~~-~~-~-~-----~~~--~~~~~---~-~--~~--~~-~
-~~--~--~~~--~~~--~~----~~--~~~---~--~~-~~---~~~-~~--~~~-~~-~-~~~-----~-~~--
-~-~---~----~~~~-~---~-~~--~--~~~~~~--~~~~-~--~~----~~~~-~-~--~~~-~~~--~----
----~-~~-~-~~--~~--~----~~---~-~~-----~~~~~-~-~~-~-~~-~-~~--~~-~-~~-~--~~-~~
~~---~~~-~-~-~-----~~-~-~~~~~~-~~~-~~------~~-~-~-~----~-~~---~---~~~~~---~~
~--~~----~~~~-~~-~~-~~-~-~~-~~-~--~-~--~---~---~--~~~--~---~~-~-~~~--~~-~--~
~-~----~---~~-~---~-~--~---~~~-~--~-~~~~~-~-~~~---~~~~~--~~~----~~~~~-~--~--
-~--------~~~~~~-~~-~~-~-----~~~--~~---~-~~-~~--~---~-~~-~~~--~-~~~---~~~-~~
~--~~~~-~~-~~-~~~-~~~~-~~----~~~~-~----~--~----~-~-~-~~---~---~~~---~-~~-~--
---~-~~~~~-~-~~~~~~~----~~~--~~~~--~-~--~~-----~--~~~--~-~~--~--~~-~-~----~-
~~-~~~~--~~---~-~--~-----~-~-~-~~--~~~-~~~---~----~~~~-~-----~~~~~-~-~~--~~-
-~~~--~~~--~-~--~~-~~~--~~~-~~~~--~-~--~---~-~~---~~-~--~~--~--~~~~-----~~--
~----~~-~~~-~--~-~~---~~~-~-~----~~~-----~~~~-~-~--~-~~~---~--~~~~--~~--~-~~
-~~~-~~~-~~~~-~----~-~-~~~-~-~-----~~-~~~----~-~~~-~~~~---~~~~---~-~~-------
~~~--~~--~~--~----~-----~-~-~-~-~-~~~-~~-~--~~~~-~--~-~---~~--~---~~~~~-~~~-
~~~-~~~-~--~-~-----~--~-~--~-~~~~---~~~-~~-~-~~~----~-----~~~~-~-~---~-~-~~~
-------~-~-~~-~-~--~~~-~-~~~~---~~~~---~-~~~~-~-~-~--~~--~-~-~---~-~~~---~~~
0061まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/09/22(日) 14:16:28.88ID:???
--~--~~-----~-~-~~--~--~---~-~-~~~--~-----~~~~-~~~~~-~-~~~----~-~~~--~-~~~~~
-~--~-~~----~-~---~~~-~--~~~--~-~~~--~---~--~~--~-~~~----~~-~~-~~~~-~~-~--~~
~---~--~-~----~~~-~~--~~~~--~~~---~-~~~~--~~~----~-~~~-----~~--~~--~-~~~-~-~
-~--~-~--~-----~~~~~~-~--~~~-~---~~-~-~~--~~~-~-~~-~~-~----~-~-~-~-~--~-~~-~
--~-~------~~~~-~--~-~----~---~~~~-~~-~~---~~~----~~~---~~-~~~-~-~~~~~---~~~
-~-~-~-~~-~~-~~~--~~~----~-~~~~~~~~~~~-~---~--~-~-~-------~~~~--~~~~--------
-~~~~~-~~~-~~--~~~~-~~~~~~----~-~-~---------~~-~-~~-~-~-----~~-~-~~~--~~----
----~-~-~~-~-~~--~-~-~-~~~~~------~~~-------~-~-~-~~~~-~~--~~~~~-~~-~~-~--~-
-~~~-~--~-~--~---~-~-~~---~~----~-~~~~-~~~~--~~-~~~-~----~~~-~~-~-~~--~----~
~~~~~~------~~~--~--~~-~~--~~--~-~-~--~-~~~~-~~~~~--~~~-~-~--~--~-----~-~---
~~-~--~-~~~~--~~---~~-----~~~--~~~~--~~~-~-~~-~-~~-~~~~~-~~~----~--~--------
--~-~------~-~~~-----~~~~~-~~-~---~---~~-~-~~-----~~~~~----~-~-~-~~-~~~~~~~~
~--~--~-~~-~--~~-~~~-~--~--~---~~~-~~---~~~---~-~~----~~~-~--~--~~-~~~~--~-~
-~---~~-~-----~--~~~~-~~~---~--~~-~~~-~-~-~~~--~~--~~--------~--~~~-~~~-~~~~
---~~----~~--~~---~~-~~~~-~~-~~-~~-----~~---~~~~-~-~~~~~~--~-~-~~~-~----~---
~~~~--~--~~~~-~-~~-~~~--~~-~~~~~~----~~~~-----~-~-~--~~~~---~~---~---~------
---~-~~--~-~~-~~-~--~-~~---~~-~---~---~~--~-~----~--~~~~-~~-~~-~-~~~~~-~~~--
--~~~-~~--~~~-~~---~~---~--~-~-----~~~~-~-~~-~~--~-~~--~-~---~~-~---~~~~-~-~
~-~~~--~--~-~-~~-~-~~---~~~-~-~~-~~~~~--~-~-~-----~~~----~-~~--~~~~~--~-----
~--~~---~~~-~~~------~~~-~~-----~~--~~---~-~~~~-~~~-~~~~-~-~----~-~~~--~--~-
~~--~-~~--~-~~~~-~-~-~-~-~~~~---~-~~----~---~--~--~~---~--~~~~-~-~~-~~--~--~
-~----~-~-~~~---~-~~~~~~--~~----~~-~-~~--~~-~~-~---~~~--~-~~~~~-~~---~-----~
-~-~---~-~~--~-~--~~-~~~~----~~~----~-~~-~~~------~~~~----~~-~-~-~-~~~~--~~~
~--~~--~-~~~--~-~~--~---~--~-~~~~~----~-~--~-~----~~~--~~~~~--~-~-~~~---~-~~
--~~--~--~---~--~~----~~---~---~-~~--~~-~-~--~-~~~~~-~---~~-~~-~-~~~~~~~~--~
--~~-~--~--~~-~-~---~-~~~--~-~~-~~---~~~-~-----~~---~-~--~--~~~~--~-~-~~~~~~
~~--~~~--~~~~----~~---~~~~~~~-----~-~~~-~~-~-~-~-~~~----~~--~-~~-~---~---~--
~---~~~--~~-~--~~~---~---~-~--~~~~~-~~--~~-~--~~---~~~-~~---~--~~~~--~~---~-
~~~-~~-~-~-~-~---~--~~-~-~~-~--~~-~~-~~----~~~-~~-~------~-~-~-~~-~-~-~~~---
----~~~~---~---~~-----~~~~~~~--~~~---~-~~~~~~~~~~--~-~~-~---~--~-~--~~-~----
-~~--~---~~----~~~--~~-~~~~-~~~~~-~-----~~-~~--~-~~-~~~---~--~-~--~~-~~~----
~~--~-~---~--~~----~~~--~---~~--~-~~~~-~--~~-~~~~---~-~~~-~--~~-~~~--~~-~---
-~~-~~-~-~~-~~~-~----~--~~~----~--~--~~~~~~-~--~~-~~--~~~--~-~--~-~~---~-~--
--~--~-~-~-~~~---------~~--~~~-~~~---~~~~--~----~--~--~~-~~-~-~~~~---~~~~~~~
----~~----~~~~~--~-~~~---~~---~~~~~~-~-~-~-~-~--~~~~-~--~-~-~~--~~--~--~-~--
-~--~~-~-----~--~~~~-~~~-~--~----~~~----~~~~~-~~~~---~---~~~--~~~~~-~-~--~--
--~-----~~~~~~-~~--~~-~~-~------~--~~---~-~-~~~---~~----~~~-~-~~~-~~~-~--~~~
~-~~---~~-~-~-~-~~~~-~--~~~~~-~~~~-~--~-~--~-~~---~-~~-~----~~---~---~~~----
--~-~---~~~--~~-----~~~-~~~----~~-~--~-----~~~~---~~--~--~~--~~-~~~~~--~~~~~
~~-~~--~-~-~-~--~~--~-~-~---~~~~~~-~~--~~-~----~~~-~~-----~~~-~-~--~~~---~--
~~-~~-~~-~--~--~-~~~-~--~~-~~--~~---~---~---~~-~-~~~-~~-~---~~~~-~~~---~----
~-~~-~~-~--~-~~--~~~~----~~-~~~------~~~~~-~--~~-~~~~~---~--~--~-~-~-~----~-
~~~-~~~~--~~-~-~~-~~-~---~---~~-~-----~-~--~-~----~~-~~-~---~-~~--~-~-~-~~~~
--~-----~~~-~~---~---~-~~~-~-~-~~-~-------~~~~-~~---~~~-~---~~~-~~--~~~~~~-~
----~~--~--~~-~------~--~~~~~-~~-~-~~---~-~~-~~-~-~~-~~----~~~-~--~~~~~-~~--
-~-----~-~~~-~~--~~-~~~-~--~~-~~-~~-~~~--~~~-~~-~-~~---~~~~~------~---~~----
~~~~~-~~---~~-----~-~~~~~--~~~~~-~~~----~~------~---~~-~-~--~--~~~-~~~--~---
~~~~----~~~-~--~-~-~~~-~~-~-~~-~---~---~-~~~-~~~~-----~~~~~----~--~---~-~~--
--~-~~~~--~-~~~-~~--~~~~-~--~-~------~~~-~-~~~-~-~~--~~~---~~--~~~----~~----
----~-~~~-~----~--~~~~-~~-~~~~~-~----~-~~~~~-~-~~~~~-~--~-~--~--~--~~---~---
0062まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/10/06(日) 14:19:48.30ID:???
~~-~~---~~~--------~~-~~~~~--~~~--~-~--~-~~-~~~---~~~~~~----------~-~-~~~~~-
--~-~-~~~~~----~~--~~~~-~~-~-~---~~~-~---~-~-~~-~~~-~~~-------~~----~~-~~~--
--~---~-~~~-~-~~~-~-~~----~-~~--~-~--~--~--~~~~~~-~---~~~-~~-~~~--~~-~---~--
~-~~~~~-~-~-~~~---~~--~~-----~-~~-~--~~~----~~-~--~~--~-~~-~~---~~~----~-~~-
~-~~-~-~~-~~-~-~--~-----~~-~-~-------~~--~~--~---~--~~~~--~~~~~~~~~~~---~--~
~--~-~-~~~~-~~~~~~~---~---~-~-~~----~~~--~-~~~-~~~--~-~---~~-----~-~-~~-~---
-~~-~~~--~-~-~~-~~-~--~~-~~~-~~------~~-~~~-~--~---~-~---~-~~-~~~--~----~~-~
~~-~--~~---~~~-~~~~~----~--~~-~--~------------~-~~-~-~~~~~~~--~~~--~~-~~-~-~
--~--~---~~--~--~-~~~~-~~--~--~-~~~~-~~-~~--~~~--~---~-~----~~--~--~~~~~-~-~
~~--~~~~~-~---~--~~~~~--~--~~~--~-~----~~----~~~-~~~-~-----~~~-~------~~~-~~
-~-~-------~~-~--~---~--~~~--~--~--~~--~~~~-~~~~~-~~~~-~--~--~---~~~--~~-~~~
--~-~~-~~-~~--~---~-~------~-~~~---~~---~~~~-~--~~-~-~~-~--~~~-~-~--~--~~~~~
~-~~~~-~-~-~-~-~~~-~~~~~~--~~--~~----~----~-~--~-~~--~-~-~~---~~--~~~---~---
--~-~-~-~~-~~----~~--~--~-~~~~-~~~~~~~-------~~--~-~~-~--~~~--~-~~--~-~--~~-
---~--~---~~~~~-~~--~-~--~~-~~~-~--~--~---~~-~~-~~~~~~~----~~~--~~---~--~--~
--~~----~-~~~~--~~-~~~-~-~-~~~~~--~~~---~-----~--~-~~-~-~~-~---~~--~~--~-~~-
~~--~~-~~~~~~--~~~~--~~---~~-~~--~-----~-~~~--~-~-~~---~--~~~~~--~-~---~----
--~-~-~~--~--~---~-~~-~~~~---~-~~-~~---~-~-~~~-~--~~~--~-~-~--~~~~~--~---~-~
~~~~--~-~~-~~------~~-~-~~-~~~-----~-~~--~~~-~-~~-~~~-~~~--~-~-----~----~~~-
-~-----~-~-~-~---~--~~-~~~~--~~~-----~-~~~-~----~~~~-~~~----~~~~-~~--~~-~-~~
--~----~-~-~-~-~-~~-~~~~----~---~~-~-~~-~---~~~~~-~-~~-~~-~~-~-~~~---~--~-~-
--~~---~-~-~-~-~-~~---~~-~~~~-~~-~--~-~--~~~~--~~---~--~~--~~~---~----~~~-~~
~~--~~---~--~--~-~-~~~~-~--~~--~~--~~~~~----~---~--~~~-~--~~-~----~--~~-~~~~
~~-------~-----~~~-~~~-~~-~--~~--~------~~~~-~---~-~~~~~--~~~--~-~~-~~~~~--~
~--~----~-~-~~-~-~~--~------~~--~~~~~-~~---~~-~--~~-~--~---~-~~~-~--~~~~~-~~
~~-~----~~-~-~~~-~-~---~~--~----~-~~~--~~~--~~~---~~~~-~~---~---~~~~~~~-----
~~~~--~~~-~--~~-~~-~~--~--~--~--~~--~-~~~---~~~~-~~---~---~~~-~~---~-~~-----
--~~~~-~~--~----~~~~~~-~-~~-~~-~~-----~~~-~~~~-~--~-~--~~--~--~---~-~---~~--
-~~-----~~~--~~~------~~~--~---~~~--~-~-~~~~-~~~-~--~-~~~~-~--~~-~~-~~---~--
~-~-~--~--~~~-~~-~~~~-~~-~~~~~~-------~----~--~~----~~~--~~--~~~~-~-~-~---~-
-~~-~-~~~--~--~------~--~~-~~~-~----~--~~~-~~~--~~~-~--~~~~--~~~-~~----~-~~-
-~-~~-~-~~-~-~-~~-~--~---~-~-~--~--~~---~--~~~--~~~~-~~-~-~--~~~~~--~-~--~--
--~---~--~-~--~-~~-~~---~-~~~-~~~--~-~~~~--~--~-~-~~~~~----~~--~-~~~--~~--~-
-~~~----~~~~--~---------~~~~~~--~---~~~-~-~~~---~~-~~~~---~~~--~-~~-----~~~~
---~---~~--~--~~---~~~-~-~~~-~~~---~~~~--~~~----------~-~~-~~~~-~~-~-~~-~~-~
~~~-~-~~-~~~-~~~~-~-----~~~--~---~-------~~~~--~~~~~--~~--~-~~--~~~----~-~--
~~~----~-~--~---~-~-~-~~----~-~~----~~~----~~~~~~-~~-~~~-~--~-~~~~~-~~--~---
~-~-~~~~~--~~~~-~-~--~---~-~~~~~---~~~-~-~-~~~~-~~-~--~----~---~-~-----~--~-
~~-------~~~~~~~-~~~-~~-~~~-~-~~--~-~~~-~---~--~~----~-~~--~--~~-~-~~-~-----
-~-~-~----~--~~-~~~-~~~--~~-~--~~~-~-~----~--~-~~~~~-~~~-~~-~------~~--~-~~-
~~~~~~--~--~-~~-~-~-~--~-~-~~~---~~-~~---~-~~~--~~-----~--~~~-~~-~--~-~-~---
--~-~-~--~~---~-~-~--~--~~~~--~--~~~---~~~---~~~~--~-~~----~~~-~-~--~~-~~~~-
-~--~--~~-~~-~~~~--~~-~~~~~~--~-~~----~~-~----~-~--~-~~~~-----~--~-~-~~~~---
---~-~~-~~---~~-----~~~~---~~-~~~~~-~~-~-~~--~~---~~~~--~~---------~-~~~~-~~
~~~---~-~~-~--~~-~-~~~~--~-~--~~~~~~~~~~--~~--~-~-------~~-~--~------~~-~~--
~-----~~~-~-~~~~~--~----~~--~~----~--~~~-~--~~-~~~-~~-~~~~~~--~---~--~-~-~--
~~~~~----~-~~~----~--~~~~---~~-~---~---~--~~~-~~~-~~--~----~~~--~~-~-~~--~~-
~--~-~-~----~~-~~--~~-~----~~-~-~~--~~~~~~---~-~-~-~~-----~-~-~~-~~~~~-~--~-
~~~~-~~~~-~~~-~---~-------~--~-~-~~--~~-~--~~~--~~--~--~~~~-~-~--~~-~--~--~-
~-~~--~---~--~--~--~--~~--~-~--~~-~~~--~~--~~~~~-~~-~~~-~~~----~~~~-------~~
0063まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/11/03(日) 14:28:26.51ID:???
~--~~-----~~-~-~---~-~~~-~~~~~---~~-~-~--~---~-~-~~~-~-~~~~~-----~--~-~~-~~-
~-~--~--~~-~~-----~-~-~~---~~~~-~-~---~~--~~---~~~~~~---~--~-~-~-~~~~--~~-~-
--~~----~~-~--~~~----~~-~--~-~-~~------~-~-~----~-~~~~---~--~~~~~-~~~~-~~~~~
~--~~~---~--~~~---~-~-~~-~-~~~--~~~~~~--~-~~~--~--------~--~~-~~~~~~-~~-----
~--~--~---~~~-~-~-~~-~-~--~~----~~~~~~---~-~~~----~~--~~-~---~~-~-~~--~-~-~~
~--~---~---~~~~--~~~-~~~~~-~-~-~~~~~~~~-~-----~---~~~----~---~-~~--~-~-~--~-
--~~-~---~--~~-~------~~~--~~~-~~---~-~-~-~---~~~~~-~~~~-~---~-~-~-~---~~~~~
~~------~~--~~-~-~---~-----~~~~-~----~~----~~~---~~~~~~~-~~~--~~---~~-~~~~-~
~---~~~~~~--~~-----~~--~--~-~~-~-~---~--~~~~~~-~~-~~~-~-~-~-~--~--~-~-~-~---
~~~-~~--~~~--~--~~-~-~-~---~~~~~~--~--~-~~-----~----~--~-~~~-~-~~~-~---~~~--
---~~--~--~-~-~~-~--~~-~--~~-~-~-~~---~-~-~~--~~-~-~~~--~--~~----~-~~~--~~~~
~--~-------~~~-~-~---~~~~~~-~~---~-~~-~-~~~~~-~-~~~~~~~~-~-----~-~-~----~---
~~~~~--~~~~~--~-----~~~~~~~~~~----~~~~~-~-~-----~~~~--------~~----~~--~--~--
-~~~-~--~----~--~-~~-~~~~-~~---~~~~--~~-~----~~-~-~--~--~~~~~~---~~--~~---~-
~-~-~-~~-~-~-~-~~~~---~~~-~-~~~~~--~-~~~-~-----~--~~------~~--~~-~~---~~-~--
----~~-~~-~-----~~~-~-~---~~-~-~-~~~-~-~~~~~~~~-~~-~~~---~~---~------~--~~-~
~~--~-~~-~-~------~~~~~~-~--~---~--~-~~---~~~---~~~-~~-~--~~~~~~~--~----~--~
-~~------~~-~-~--~-~~~-~--~-~~-~---~-~-~~~~--~~--~~~-~~--~--~~-~--~-~---~~~~
~----~~-~-~------~~~~~---~~----~~---~~---~~~-~-~~~~--~--~~~~-~--~~~~-~~--~-~
~~-~--~~-~-~~~~~~-~-~-~--~----~-~~~-----~~~-~--~~~----~~~-~-~--~---~~~--~~--
--~~-~-~-~-~~~~----~~~-~~~~-~~~~---~-~~-~-~~~-~-~------~~-~~----~--~~~----~-
-~~~~---~~~~-~-~~-~-~~---~--~-~~-~~-~~~-~----~-~~~~~~-~~--~~--~~---------~--
~-----~-~~--~~~~-~-~---~--~--~-~~~-~-~-~~-~~~----~~~-----~~-~--~~-~-~-~~-~~~
~~~-~~~---~-~-~--~-~~-~~~~~------~--~-~~-~~--~~~~~---~--~~~~--~~--~~----~---
-~-~~~~-~~-~~-~~--~-~---~--~-~~~--~-~~----~--~---~~----~~--~---~~-~~-~~~~~~-
~--~----~~~-~--~~~-~~----~~-~~--~---~-~-~~~~~-----~----~~-~~--~~-~~~~-~~--~~
~~-~-~----~-~-~-~~---~-~~~~~~~--~~~~~-~-~~---~~-~--~~-----~~-~--~~--~~--~---
-~~-~-~~~~~~~--~~-~~-~~--~-~~~~---~-----~~~~~-~-~~-------~~---~~----~~~-~---
~----~~--~~-----~~~-~-~~~----~~-~~-~~--~-~-~--~~---~--~-~---~~~~~~-~~-~~--~~
-~~-~~--~~~--~~-~-~-~~~~~~~---~---~-~-~--~-~~~~-~~-----~~--~--~--~~-~~----~-
-~~--~~-~~--~-~~~~-~-~-~~~--~--~--~~-~~-~--~~~--~~--~-----~~--~---~--~-~~-~~
--~------~~--~~-~----~~~--~-~~-~~~~----~----~~~~--~~~~-~-~~~~~~~~~--~--~---~
~~~--~~~-~~~--~~--~~-~---~--~-~---~~~---~--~~-~--~--~~--~-~~~--~~~~-~~-~----
~~~---~~-~~~~-~~~~--~--~--~-~--~-~~-~~---~-~~-~-~~-~-~~~~~~--~-~----~-------
~~-~---~-~--~-~~~-~~~-~~--~-~~~~~~-~~--~-~-~----~~~~-~~~-----~--~-~--~~-----
--~~~~~~~--~~-~~---~---~---~-~--~~~~~--~~~-~-~~~--~-~~~~---------~~~-~-~-~--
--~-~~--~---~---~-~~------~~----~~~~~~---~~~-~~--~--~-~-~~~~----~-~~~-~~~~~~
~~--~~--~~---~~~----~-~~-~-~~~~~----~--~~-~~-~~-----~-----~--~~~-~~-~~-~~-~~
---~~-----~---~--~~~~~~--~~~~-~-~-~---~--~--~--~-~~-~-~-~~~~----~~-~-~~~-~~~
-~--~--~----~~-~---~~---~-~--~~~~~~---~-~~~--~-~~~-~-~-~~-------~-~~-~~~~~~~
-~~~~-~~~~~------~-~--~-~-~---~~-~~~~-~~~~-~-~-~~~~-~----~---~~---~~~----~--
----~~~~~~~~-------~-~~~--~~~~~----~~~~~--~~~~----~-----~-~~--~-~~~~~-~-~---
-~-~~----~~------~~--~~-~-~-----~-~~--~-~~~~~-~~~---~~~~-~~--~~-~--~~~~---~~
-~~-~~~-----~~--~---~~~~~-~--~~-~--~-~~--~-~~~~~~-~-----~-~~~----~~-~~~---~-
-~~-~~~-~---~--------~----~~--~~-~-~-~--~~~~--~--~~~--~-~----~~-~~~-~~~~~~~~
---~--~--~~~-~~~-~~-~~-~~---~~----~~---~~~~~-~~--~--~-~~-~-~~-~-~--~~-~~----
~-~---~~~--~~------~~----~----~-~~-~~~-~-~~--~-~~~-~~-~~~---~~~~~--~--~~--~~
----~~~--~~--~~~-~~--~~----~-~-~-~-~~-~~-~~~-~---~--~~~--~-~~---~---~~~-~-~~
-~-~-~-~~-~~-~---~-~-~~~-~~~-~~~--~-~--~--~~-~~~-~~---~~---~~-~-~-----~~~---
-~~~-~---~------~~-~--~--~-----~~-~~-~-~~---~~~~~---~-~~-~-~-~~-~-~~~-~-~~~~
0064まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/11/17(日) 14:25:56.88ID:???
-~-~--~--~-~-~~~---~-~-----~--~-~~~~---~~-~-~~~~---~-~-~---~-~~~~~~---~~~-~~
~~-~-~~~~~~~--~-~~-~~---~--~-~-~~~~~-~~--~--~-~~-~-----~--~-~---~~-~-~~-----
~--~-~-~~--~-~~-~~-~-~~~--~-~~-~-~-~~---~-~-~--~---~~~~~--~~~--~~--~--~--~--
----~-~-~~---~~~----~~-~~~--~~------~~--~----~~~~~-~~~-~~-~~--~~~~~--~~---~~
--~-~~~~---~----~~~--~--~-~~--~-~----~~-~~-~-~~-~-~-~--~--~~~---~~~-~~--~~~~
~~---~~~-~-~--~~-~~~~--~~-~---~---~--~--~~--~~~-~~-~--~-~---~~~---~-~~-~~-~-
~~-~--~---~~-~~~~---~~~------~~~~----~~~-~-~----~---~~~~-~-~~~--~-~~~~-~---~
~~~~-~~--~--~----~-~------~--~--~-~-~~~~-~-~~-~~~--~--~-~--~-~-~~-~~~-~-~-~~
~--~~~-~-~~~~~-~~~~~~~-----~-~-~----~-~-~---~-~-~----~----~~-~-~~---~-~~~-~~
~--~--~~-~--~--~-~~--~~-~---~-~~~~~-~~--~~~----~-~~---~~~~~~--~--~~--~--~-~-
--~-----~~---~~~~--~~-~~~~-~-~-~--~~~---~-~~-~~-~-~--~~~~-----~~~~~-~-~---~-
~---~~~~~~--~~~~~--~~-~----~---~--~~~-~~~-~~--~-~~~--~~-~~-~-~~-------~--~--
~~~~~~~------~--~~-~-~~~~--~~~-~-------~~~~~----~--~-~~~~~~~-~--~--~----~--~
---~~~~---~~-~--~--~-~-~~~----~~~-~~~~~~--~~-~-~------~-~~--~~~~-~~-~-~--~--
---~----~~--~~~--~~--~~---~-~~~~~--~~--~---~-~~~~~~~-~~~--~--~-~-~--~~~~----
~~-~~--~-~-----~-~~-~~-~--~~--~~-~~~-~~~--~~--~-~--~-~~~--~~-~~~------~~~---
-~~-------~-~~~-~~~-~~~~~~~--~~-~----~--~~~~-~~~--~-~-~~~~~---~---~-~--~----
~-~-~~~~~~~-~-~~~--~-~--~~~--------~---~--~~--~~~~~--~-~--~~-~~---~--~~-~-~-
~-~~-----~--~~~--~~---~~~-~-~~--~~~--~-~~~~~~~-~~~~-~-------~-~~--~~~-~-----
~--~~------~~--~~~-~--~--~~~--~~~--------~~~~-~-~----~~~~-~~-~~~-~~~-~-~--~~
-~~~~-~-----~~~~-~---~---~-~~~~~--~~------~--~~~~~~-~~~--~~~~-~~~-~-----~---
-~~~-~~------~-~~--~-~~~~--~-~--~~~-~--~~-~---~~-~-----~~--~~~~--~~-~~---~~~
-~~~~~~-~-~--~---~--~------~----~~--~~~~-~~~-~~----~~-~-~~~----~-~~-~-~~~-~~
--~~~-~~-~~~~-~~--~---~~~~~~~-~--~---~---~~-~~~-~-~-~~----~--~-~--~--~~--~--
-~~~-~----~-~--~--~-~-~~~---~~~~--~~~--~---~-~~--~--~~~~~---~~-~-~~-~---~~-~
---~-~-~---~~--~-----~~~~--~-~~-~~---~-~-~--~~~~~----~~~~~~-~~~~~--~---~-~-~
~~--~--~----~~-------~-~--~~~~~~---~-~~~--~~~~--~-~~--~-~~---~~-~--~~~~~~-~-
--~-~~~-~-~~--~---~-~-~~----~-~-~---~--~--~~--~~~-~~-~--~-~-~-~~~~~~-~~--~-~
~~~~--~~~--~-~-~-~-~-~----~~---~~-~~-~~~-~~~--~-~~---~----~~-~-~--~~~~--~---
--~-~~~-~----~~~~~~---~~~~~-~~-~~-~---~~------~~~-~--~---~~~--~-~~~-~--~~---
--~~-~~--------~~-~------~--~--~--~~~~~~~~~~-----~~~-~-~-~-~-~~-~~-~~~~-~-~~
-~~~~~-~~-~~~--~~~-~-~~~-~~---~--~--~~--~~-~-~--~-~~~-~----~--~~-----~~~----
~~-~~-~-~~~~--~~--~--~-~~~~--------~~-~~~~~~-~--------~-~~--~~~-~~~-~----~-~
~----~~~~~~~--~~-~~-~~~--~-~-~~-~--~---~--~~~~-~-~-~~---~---~~--~-~--~~---~-
-~~----~~~~-~---~-----~~~---~~~~~~-~~-~----~~----~~~--~--~~~~~--~---~-~~~~-~
~~-~~-----~~~~--~~~-~~--~~~--------~-----~---~~~--~--~~~~--~~-~-~-~-~~~~~-~~
~~-~-~~---~----~-~~~--~~---~~~~-~~-~--~~--------~-~-~-~~~~--~~~~~~-----~~-~~
-~~---~~~-~---~--~~~~~~~~-----~-~~--~----~--~~~--~~-~--~---~~~~~~~~---~~--~-
~~~---~~-~~-----~~~-~~---~-~~~--~~~-~~-~-~-----~-~~~---~--~~~-~-~-~---~~~~--
~~-~----~--~~--~-~-~~--~~-~~----~---~~~-~-~-~~-~-~-~~-~~--~-~~--~~~---~~-~~-
-~~~-~~~-~-~~~--------~--~--~~~~~-~~~~--~~-~-~-----~~~--~~--~~-~--~---~--~~~
~~~~~-~~--~---~~-~~--~~--~-~~-~-~--~-~~--~-----~~~~-~~--~---~~~--~~~-~--~---
-~~-~~~-~----~~--~-~--~~--~~~~~-~-~~-~~~--~-~~-~~---~~--~-------~~----~~-~~~
--~---~~~-~~-~~~~~---~----~-~-~~-~--~~-~~~--~-~-~~~--~--~~-~~-~---~~~--~--~-
-~-~-~-~~-~--~-~-~~----~-~~-~~~~~-~~-~~~~-~-~~----~~~-~---------~-~-~-~-~~-~
~~~-~~----~~~-~-~~----~~~~---~~~--~-~--~-~~--~~---~-~-~--~~~-~~~~-~-~---~---
~~---~~~--~~-~--~~~~~------~~-~~-~---~~-~--~-~~~-~--~~~~--~--~~~~--~~----~--
~~--~-~~--------~-~~~~-~~-~-~---~~-~-~~~~~--~~---~~--~~~-~-~~~--~~~~~-------
~-----~-~-~~~-~-~~--~~--~~~-~~~~~--~--~---~~~--~~~~~~~-~-~--~-~-~---~----~--
-~--~-~-~~~-~--~~--~-~------~~---~--~~-~---~~-~--~~~-~-~-~-~~~~~~~-~-~-~~~--
0065まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/12/01(日) 14:25:20.22ID:???
-~~~-~-~-~~----~-------~~-~~-~~~-----~--~---~~~-~~~~~~-~~--~-~~~~---~-~~-~~-
--~--~-~-~~--~~--~-~---~~---~-~--~---~~~~~~--~--~-~-~---~~---~~~~~~-~-~-~~~~
---~~-------~~~~--~--~~~---~~~---~-~~-~~~~~~---~~~~----~-~--~~--~~--~~~~~-~-
~~-~-------~-~~~~-~~~~~~~~~~~--~~--~----~--~---~~-~-~--~~---~-~~--~~-~----~~
--~----~~~~---~-~~--~~~~~-~~-~~-~--~~-~~~-~--~-------~-~~--~-~~--~--~~-~-~~~
~~~~-~-~-~--~~~----~~~-~~-~~--~--~~-~--~-~~--~--~-~~~~----~-~~-~--~~---~-~--
~~~-~~~~~--~----~-~---~~~~----~~--~--~~~~-~--~-------~~---~-~~~--~-~-~~~-~~~
~~~----~---~~~-~--~~~---~-~--~---~--~~--~~--~-~~~-~-~-~~~----~--~-~~~~~--~~~
~~-~~~-~~~-~~~~----~----~-~~-~--~--~----~~-~-~--~~--~---~~-~-~~--~~-~--~-~~~
--~~-~~-~-~--~-~--~~---~-~--~--~-~~-~~~-~~~-~-~-~~-~~~--~-~-~--~-~--~---~-~~
-~-~~---~-~~-~-~~-~~-~--~-~-~~--~~-~~~~---~---~--~~~~-~~~-----~---~---~~-~~~
~-~-~~-~---~----~--~~--------~--~~~-~-~--~--~~---~~~~-~~-~~-~~~~-~--~-~~~~~~
--~~---~-~~~--~-~-~-~-~---~~-~~---~~~~--~--~~--~~~-~~--~~-~-~-~~~-~~~~------
~~-~~-~-~~-~-~~~--~~--~-~~~-~-----~~---~~~-~-~~-~~~---~~----~-~~-~~~--~-----
--~-~-------~~~~-~~--~~-~~--~--~--~-~-~~~-~~~-~---~~----~~~~~--~~~-~~---~-~~
-----~~------~~-~--~-~~-~~--~~--~~---~~~-~---~~----~~~~---~~~--~~~~~--~~~~~~
-------~--~-~~-~~~-~~-~~--~--~----~----~~-~-~--~~~~----~~~--~~~~---~~~~~~~~~
~~-~-~~-~~---~~~~~--~~----~~-~~----~~----~--~~~-~~--~~-~-~-~~----~-~~~-~--~-
--~~~~~~~~~~~--~--~-~------~--~-~-~--~-----~----~-~~---~~~-~~~-~-~~-~~~-~~-~
----~~~---~~-~--~~-~-~~~----~~~~-~-~-~~-~-~----~-~--~-~~-~-~-~-~~~~-~--~~--~
-~~--~--~-~~~-~---~~~~~--~--~~~---~---~--~~-~~~-----~-~---~-~~~-~~~~~~~-~---
-~-~--~--~--~---~--~-~-~-~--~-~~-~--~-~---~~~~-~~~~~-~-~--~~-~~~--~~-~-~~--~
~----~-~~~~-~-~--~-~--~~---~--~~-~--~~~-~-~~~-~-~~-~--~-~-~~~-~-~-~----~~--~
-~-~~~~-~-~-~--~~---~~------~~--~-~~---~--~~~~---~-~--~--~-~-~--~~-~~~~-~~~~
-~-----~--~---~~--~--~~-~~-~~~~----~~--~--~~-----~~~-~~~--~-~~~~~--~~~~~--~~
~-~~~---~-~~~-~~~~-~---~-~~------~-~~~---~-~-~~-~~-~-~---~---~~~-~~--~~--~-~
----~----~------~---~-~~~-~~~~-~---~-~-~~-~-~~-~~-~-~--~~-~~~-~~~~--~-~~~-~~
~--~~~--~~~-~~-~--~~~-~--~-~~~~--~-~~~~-~----~~~--~~~-~~~---~-----~---~-~---
--------~~--~----~~~---~-~~~~~~-~~~~~~--~-~-~----~~~-~~-~~~~---~--~~~---~~~-
~~----~~~~--~-~-~-~---~~~~-~~-----~--~---~-~~-~-~--~-~--~-~~-~~~~-~~~----~~~
~~~----~~--~~~~--~--~-~-~~-~---~-~----~-~~-~~~~~-~~---~~~--~~--------~~~~-~~
--~~-~--~~~--~----~~~~~-~~-~~~~~--~--~-~---~~~--~~~-~-~~-~-~~--~-~~--~------
-~--~~-~--~~---~-~-~-~--~-~~-~---~~~-~-~-~--~~-~----~~~-~--~~--~---~~~~~~-~~
~~~-----~~~-~~~~--~-~~---~~---~-~-~---~--~~-~~--~~--~------~~~~---~~-~~-~~~~
~~~~~--~~--~~~--~~~~~~~--~~~~---~~-~-~-~~-~-~--~-~~-----~-~--~-~----~--~----
----~-~---~-~-~~-~~-----~~~~-~-~--~---~-~~--~~~---~~-~--~~--~~--~~~~~~~--~~~
~~-~-~~-~~~--~--~~--~~-~~-~-~--~~--~-~-----~-~~-~-~--~--~~~~~-~-~~-~~---~---
~~-~-~~-~~---~~-~-~-~~--~-~--~------~---~-~~~---~~~-~----~---~-~~~-~~~~~~-~~
~-~~-~~-~-~-~~---~-~~-~--~~-----~~--~~~~~---~-~-~----~~~~-------~~-~~~~~--~~
----~~-~--~-~-~-~-~~---~~-~---~~~~-~~~~--~--~~~-~---~-~--~~--~---~~-~~--~~~~
~~---~~-~~~--~---~~~~---~-~~-~-~~-------~~~-~----~~~--~~~~---~---~~~-~-~~-~~
~~~-~-~~-~-~--~---~~-~---~~~---~----~~-~-~~~~-~---~~-~~---~-~-~-~--~~~~-~-~-
~-~----~-~~--~~~~-~~---~--~~-~--~~~~-~~-~-~~--~--~~--~-----~~----~-~~~-~~-~~
-~~~--~~~-~~~--~----~-~~~~~-~~--~--~-~-----~~--~-~-~--~~~~-~~~--~~----~-~~--
---~~~~--~~--~~---~-~--~----~~~-~~~-~~--~---~~~-~~---~~-----~~~--~-~-~~~~~-~
-~~~~~---------~-~~-~~----~-~-~--~-~~~~~~--~~----~~~-~~----~~~--~-~-~~~-~~-~
~~~-~~~~~~---~~~------~-~~-~~-~~-~--~-~-----~~-------~~-~~~~~-~~~--~~---~~--
-~-~~-~~~-~-~-~~~---~-~--~~-----~~~~~~~~-~~---~~~-~---~---~-----~~~--~~-~~--
-~~~---~---~-~-~-~-----~~-~~--~-~-~~~-------------~~~-~~-~~~~-~-~~-~~~~~~~~~
-~-~-~--~~--~--~-~-~--~~~~--~~~~~-~-~-~-~~--~--~--~~--~--~--~~--~~-~~~~--~--
0066まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/12/15(日) 14:31:40.51ID:???
----~--~~--~~~~--~~~-~~-~~-~--~~--~--~--~-~~-~--~~--~~-~~~~-~~-~-~-~--~--~--
~--~~--~~--~--~~-~~~~~--~~~-~---~---~---~-----~-~~~-~~--~~-~--~~~~--~~-~~--~
~-~--~~~-~-~~~----~~~~~~-~-~~--~-~~----~---~-~~-~~~~-~-~~----~-~-~-~~~------
---~--~~-~-~--~-~~~~--~~~~~~~~----~~--~---~~--~~-~---~~-~-~~~--~~--~--~~~---
-~~--~--~~-~~--~-~~~-~~--~~---~-~~~---~~---~-~-~~~----~---~-~~---~--~-~~~~~~
~~~--~~~~--~-~~~~-------~-~----~-~--~--~----~~~--~-~~~~-~~-~-~~~--~-~-~-~~~-
--~~~~--~--~~-~~~-~~--~~---~~-~---~~~-----~-----~~-~~--~-~~--~~~~-~-~~--~~~-
--~-~~~~---~~---~-~-~--~~~~---~~-~-~-~~--~~~~~--~~--~~-~~---~~~~~----~~-----
-~----~~~---~--~~-~~~~-~-~~-~-~~--~--~-~~--~~--~----~~-~--~~-~~--~--~~~-~-~~
-~~---~~~-~-----~~-~-~~~---~~-~---~--~--~~--~~--~~~-~~-~----~~-~~----~~~~~~~
--~~--~-~---~~~~--~~--~--~---~-~~~-~~-~-~~-~-~--~~~--~~-~~-~-~--~~~----~-~-~
~~-~-~~-~-~~~~---~~~---~~-~--~-~----~--~-~-~~~~~~~--~-~~-~~~~~------~~------
--~~---~~--~-~~~-~---~~~--~-~~~~~-~--~-~~-----~-~--~~--~~~~---~~-~----~~~-~~
~~~~~--~-~---~-~~~-~~~~~-~~-----~----~~~-~-~~~~~~~~-~---~-----~-~---~-~-~---
-~~~~--~~--~-~~-~~-~-~~----~~-~-~---~-~~-~--~~-~-~~-~-~~~-~-----~~~~--~-~---
---~~~~--~-~~---~~~~--~~-~~--~-~~~~-~~~~-----~~-~~-~-~~-~~-~--~-----~--~--~-
----~---~--~~--~~~~~~~~----~--~~--~-~---~---~-~~~~~~-~-~--~~--~--~~-~~~~~--~
---~-~-~~--~~~~----~--~-~~~-~~~~~--~~~~~-~~~-~-~~---~--~-~---~--~--~~~---~--
~-~~-~--~~~-~~-~~~~~-----~~---~--~~---~~~~--~~-~~-~--~--~---~-~-~-~-----~~~~
~~--~-------~~~~--~--~---~~~~-~-~~~~--~-~--~--~~--~--~-~-~~~~--~-~-~-~-~~-~~
~--~~~~~~-----~-~--~~--~--~-~~~--~---~-~~--~~~-~~~-~~-~--~--~---~-~--~~--~~~
-~--~-~~~~~--~~-~--~-~~~~-----~-~-~~~-~--~~~~-~~-~~--~~-~~--~~------~---~-~-
~-~~~~~-~-~~-~-~-~~-~--~-~---~~~~--~~-~-~-~--~---~~---~---~--~----~~-~-~~-~~
-~-~~~~~-~-~~--~~--~-~~----~-~~~---~~~----~~~--~~--~~~~~-----~~~---~~--~~---
-~-~-----~~~--~-~--~~-~--~~~~-~-~~~~-~~~----~---~~~--~-~----~~~---~~~--~~-~~
----~~~-~--~~~~~---~~-~~~~--~~--~~~---~~~~--~--~-~~-~-~-~-~--~~~--~-~-~-----
-~~----~---~-~~--~~~~-~-~--~~~--~~----~----~~~~-~~~~-~~~----~--~~-~~~---~~-~
~~-~---~-~~~-~--------~~~~~-~--~---~----~~-~-~~---~--~~-~-~~~~~---~~~-~-~~~~
~-~-~--~-~--~~-----~~-~-~--~~-~~-~-~~-~-~--~-~--~-~~-~~-~~-~~--~----~~~~~-~-
~~~~--~-~~-~~~--~-~-----~--~~--~-~-~~~-----~~~-~~~-~~~~~------~--~~-----~~~~
~----~----~-~~~~~~---~--~-~-~-~~~~~~~~---~-~-~~-~~-~~---~---~-~-~~--~~-~-~--
--~-~~-~-~~--~-~~~~~~----~-~--~~-~~-~---~~~~-~--~~---~-~~--~~--~-~----~-~-~~
-~--~--~--~~~~--~~-~-~-~---~-~--~-~~-~-----~~-~--~~-~~~~-~~-~~~---~-~~---~~~
~~~-~-~--~--~--~---~~~--~--~~-~--~-~~~~-~~~~~~-~----~-~~~---~-~------~~~~--~
-~-~--~-~~~-~~---~--~-~~~~--~--~~-~~-~-~-~~-~~--~~~-~~~~--~----~----~~~~----
~--~~----~~-~~~--~~~-----~-~-~~---~----~~--~~----~~~~--~~-~-~~-~-~~~-~-~-~~~
~-~----~--~~~~-~~-~--~~--~~----~-~~~--~~~----~-~~--~~~--~~-~----~-~~~--~~-~~
--~-~~--~~~~-~-~~---~~~--~~~~-~-~~-------~~~~~~~~~----~~-~---~---~-~---~~~--
~~-~--~-~~~-~-~---~-~--~-~~~-~~~~~--~~-~-~-~-~~-~~~---~--~~--~----~-~~-----~
-~~--~-~~--~~~~--~~~~~-~-----~~~~--~----~~~-~---~-~~-~~-~~-~~-~~----~-~-~---
~~~--~-~-~---~~----~-~~-~~~-------~-~~-~~~~--~-~~-~-~~--~--~--~~~-~--~~~--~~
-~-~~-~-~-~-~~-~----~---~-~~-~-~--~-~-~-~----~--~-~-~~~~-~~-~~--~-~-~-~-~~~~
~-~~-~~~~~~-~~~--~~~~-~~-~-~---~~~-~~-----~-~-~----~---~-~~-~--~--~~-~-~----
~~~-----~~~~-~~-~-~-~----~~~~---~~-~~~-~~~~~~~~-~~-~~----~---~~---~--~------
-~~~~----~----~-~~~~~--~--~---~~~-~~~~~~~-~~-~-------~--~-~~~~----~~~-~~--~-
-~~~~~---~~~~---------~~~--~~-----~~~-~----~-~-~~-~~~~~~-~~~~~~~~--~~-------
~~~~~~~----~-~-~-~--~---~-~-~-----~-~~-~--~--~-~-~-~----~~~~~~--~~~~~-~-~--~
-~---~--~~-~~--~~~-~~~~-~~-~-~~~-~~~~~~--~~--~-~---~---~-~~~~--~------~-~---
-~~~-~~-~--~~-~----~-~~-~-~~-~-~~--~-~~-~~~------~-~~-~~~-~--~~~~-~~----~---
~-~~~~~--~-~--~~---~-~-~~-~-----~-~~~~~-~~---~~-~-~~~--~---~-~-~~-~----~~~--
0067まちがって名前消しちゃいました。垢版2019/12/22(日) 14:21:54.93ID:???
~~--~~~~-~~-~~-------~-~~--~--~~~~----~--~-~~-~~---~-~~-~-~~-~~~------~~~~-~
~~~-~------~~~-~~~--~~~~-~----~~-~----~~-~-~~-~-~~---~~-~---~----~~~~~-~--~~
~-~--~-~~~-~~-~~~-~--~~--~~-~-~-~~~--~~---~------~~~~--~~-~-~~~~~--~-----~--
~-~-~----~~~-----~~~~-~-----~----~~~-~~~-~--~--~--~--~~~~-~~~~~~~~~-~~---~--
-~~~~-~~~-~~-------~~-~~----~~-~~---~~~~-~~~~---~-~--~-~~-~--~~~---~-~~~----
~-~~~---~~----~~-~-----~~----~-~~~~~--~~---~-~~-~--~-~-~-~~~~----~-~~-~-~~~~
~-~-~-~~~~~-~---~~-~~~---~-----~~-~--~~---~-~~-~~~-~-~~-~~~--~~-~-~--~---~--
~~~---~~~--~~~~-~--~--~------~~--~-~~--~~--~-~--~~--~~--~-~---~~~~~--~~--~~~
--~~--~-~~~-~~--~~---~~~~------~~-~-~---~~-~-~---~~-~--~-~-~~~-~~---~-~~~-~~
--~---~-~~~-~-~~~~~~---~-~~-~--~-------~-~~--~~~~-~-~~-~--~~~~-~~--~--~~-~--
-~~~~--~-~--~~-~-~-~-~-~~-~-~~--~-~~-~~~-~~-~~--~----~~--~~~--~----~~~--~---
~~-~~---~----~~-~--~~~-~~~~---~----~--~~~~-~-~~--~-~-~-~~----~-~--~-~~~~~--~
~--~-~~--~-~---~-~~---~~~---~-~-~~~-~-~~~--~~~~~---~-~--~~~--~~---~~~~----~-
~-~~-----~~~-~~-~~~-~---~~~-~----~~~-~--~~-~~--~-~--~~--~~--~--~~~----~~~--~
-~---~--~~~---~----~-~~~-~~~~~-~~~~~-~--~-~-~-~~--~~--~----~-~~---~~~-~--~-~
~--~~~~~~~--~~-~---~-~-~~-~~-~-~~---~-~~--~~-~--~-----~-~--~~~~-~~~--~~-----
~~-~~-~~~~--~~--~-~-~-~~~~-~~~~--~----~~-~~-----~-~~~--~~-~~~---~~---~------
~~-~-~-~-~-~~---------~~-~~~~-~~~-~~~-~~~------~-~--~~~~-----~---~~~-~~-~-~~
~-~-~~~--~~~~~---~-~~~---~----~-~-~~~~~~~---~~--~-~--~~~----~-~~-~---~~--~--
-~~-~-~~~-~~---~~~~---~~~-~---~----~~-~-~~~~--~~--~~~-~--------~-~-~~-~-~-~~
~-~--~~-~-~--~~~-----~~-~~---~-~-~~~~~----~-~~-~---~--~-~----~~-~~~~~--~~-~~
~----------~---~~~--~~-~-~~~--~~---~~~-~-~~~-~---~~--~~~~-~-~--~-~~-~--~~~~~
-~~-~---~-~~--~--~-~~-~~~--~~~~~-~~--~~-~~--~-~~---~~--~--~~-~-~--~-~~-~----
~~~--~------~~----~~~---~-~---~---~~-~~-~~--~~~~---~-~--~~~~~--~~---~~-~~~~~
-~~-~-~~-----~~--~~-~-~~-~-~-~---~~-~--~~------~~~~-------~~~~~-~~~~~-~-~~-~
~~---~--~-~--~-~~----~----~-~---~-~~-~-~~-~~-~~~-~~--~--~-~~----~~~~~-~~~-~~
~~~--~~--~~-~~---~-~---~~~---~-~---~----~~~--~--~--~~~~-~-~~~---~~--~~-~~~-~
--~-~~--~~~-~~~---~~-~~-~~~~-----~~-~~~-~~-~-~~--~~----~--~--~~--~~~~-----~-
--~~------~~-~~~~--~--~~~-~~~-~--~~--~--~~~---~--~--~~--~-~--~-~~---~~~~-~~~
~~~-~-~~~-~-~-~-~~-~--~-~--------~~---~~-~-~---~~~--~-~~---~~-~-~-~~---~~~~~
~--~~~~~~~-~~~----~-~-~--~-~~-~~~~--~----~-~--~-~----~~~-~-~~~-~~~--~-~-----
---------~~~-~-~---~~----~--~~-~-~~~~----~~~--~~~~~--~~~-----~~~~-~~-~-~~~~~
~~-~~--~~-~-~~--~~-~~~~~----~~~~--~~~~~-~--~--~~~~----------~~----~~-~~--~--
--~-~~~----~-~--~---~~~-~~~~~~~-~--~---~-~-~~--~~-~~-~--~--~~~~-~~-~~~------
--~-~-~-~----~---~-~-~~~~~--~~~~----~-~~~-~-~-~~~-~--~~~---~-~~---~-~~~~-~--
~~~~~~-~-----~-~-~--~~-~---~~-~~--~~~~~~----~-~~-~--~----~--~~-~--~~~~-~-~--
~~----~~---~~~---~~~----~~~~--~--~-~-~---~--~~----~----~~~---~~~~-~~~~~-~~~~
~----~-~--~~-~~~-----~-~--~-~~-~--~-~----~---~~~~-~~~~~--~--~~-~~~~--~~~-~-~
-~~-~~~--~--~~-----~~-~---~~-~-~-~---~~----~-~-~~~~-~~--~----~-~~~~~~~-~-~-~
~~~--~~-~~~-----~~~-~~-~~-~---~~-~-~~~---~-~---~-~~~-~~~----~~~~--~---~--~--
~~----~~---~~~~-~~~~~--~-~--~-~-~-~~----~--~---~~~~-~~-~-~~----~~--~-~--~-~~
~--~~~~~--~-~~~~~-~~~-~~~---~--~-~~~----~~--~~~~--~--~-~-~---~--~---~~~-----
--~--~--~~~-~--~~-~~~--~~-~~~--~---~~~~----~---~---~~-~~~~-~~--~~----~~-~-~~
-~~~~---~~~----~-~~~~-----~~-----~-~~--~-~-~~-~--~~~----~--~~~~--~-~-~~~~~~-
~--~-~~~-~--~--~---~-~--~-~~~-~-~~~~~---~~--~--~~--~-~--~~~~---~-~~~--~-~-~-
~~-~-~--~----~-~-~-----~-~-~--~~--~~~~~--~~~-~-~-~~--~--~~~--~~~~~---~~---~~
~-~~~~~~---~-~---~---~~~-~~~~~~~---~---~~-~--~~-~----~~~~~-----~-~~-~~--~---
~-~~-~-~-~--~~-~--~-~~-~---~---~--~~-~~~~----~~~-~----~~-~-~----~~~~-~~~~--~
~---~---~--~~----~~--~~~--~~------~-~~~---~~~~--~----~~~-~~~~~---~~~~~~~--~~
~~--~~~~~~-~--~~~~---~---~-~--~~-~~~-~----~~---~~--~----~~~-~~-~-----~~~--~~
0068まちがって名前消しちゃいました。垢版2020/01/05(日) 14:23:09.18ID:???
-~-~--~~~~----------~~--~~-~~--~~~~~---~~~~----~~~~~~~--~-~~~----~~~-~~----~
~~-~~--~-~~~-~~~~~-~~-~-~~-~-~-~-~----~~----~---~~~--~-~~-----~---~-~~---~~~
--~~~~~~~-~----~-~~~-~-~~~~-~~-~----~~--~--~-~-~~~---~--------~-~-~-~~--~~~~
~~~----~-~~--~~-~-~~~~-~--~~~~~-~--~~-~-~~~~~--~~~~-----~---~--~-~--~--~----
~~~~-~---~~~~--~-~-~--~-~-~--~~~~-~~~--~-----~---~~~~----~---~~~---~-~~~--~~
---~--~---~-~~--~~--~~~~-~~~~~~--~~-~~~-~~-~-~--~----~~-~-~~-----~~-~~--~~--
~~-----~-~~--~---~--~-~~-~--~~~~~~--~-~--~--~~-~-~---~~-~--~~---~~~-~--~~~~~
-~--~--~---~~~~-~~~~-~-~~-~------~~~~-----~~~~-~~~-~~--~~~----~~~-~~~----~--
----~~-~~--~~-~-~~~-----~~-~~~~-~~~~-~-~~-~~~-~----~~~~~----~-~--~---~~----~
--~---~-~~~--~~--~-~~~-~-~~~--~-~~~~~~------~-~-~~~~~~~~~~~-----~----~-~----
--~~~~~-~~-~-----~-~~-~~~~~-~--~--------~~~~~~---~~--~~--~---~-~~--~~-~-~~-~
--~~-~~~---~-~~~--~-~--~~--~----~--~~-~---~~~---~~--~--~~---~~~~~~~~--~~~--~
--~--~~~~~~---~~~~-~~~--~~~---------~-~~~~-~-~-~~-~-~---~~~~~~--~-~----~~---
--~~--~~~---~~--~--~~~~----~~~~~--~~~~~~~-~~~~-~----~---~---~-~~-~~--~--~---
~----~----~~~----~~~~~~~~--~~--~----~~~-~~-~---~~--~~-~---~-~-~~-~~~~-~-~~--
-~~---~~~~~~---~~~~~--------~-~-----~--~~~-~~-~-~--~~~~-~~~--~~-~---~--~~~-~
----~--~-~~-~-~~---~----~---~~--~~--~--~~~~-~~~~~~-~--~~~-~~~~~~-~----~~---~
---~~--~---~~~-~~~-~~--~--~-~~~-~--~-----~~~-------~-~~~~--~~~~~--~~--~~~~-~
~---~~-~~-~~-~~~-~--~~~--~-------~-~-~~~--~-~-~-~~---~~~~--~~------~~~-~-~~~
--~~~-~~~~~~-~-~~-~~~~---~~---~~-~---~-~~~~~~~~~--~--~--~------~-~-----~--~-
~~-~---~--~~--~~~~~------~-~--~-~-~~--~---~~-~---~~-----~~-~~-~~~~--~~-~~~~~
~~----~~~---~~---~---~~~-~~--~---~-~~-~--~-~~~-~~-----~~~~---~-~~~~~-~~--~-~
~~~~~~~~-~~-~----~~~~---~-~---~-~~----~~~-~~---~~-~--~~--~---~~~~~~----~----
--~-~-~~~~~~~--~-~~~~--~~-~--~--~-~~---~-~-~------~~-~~~-~~-~~----~----~~~-~
~~~--~~~--------~~~~-~~~~-~---~--~--~-~~--~-~--~-~~-~-~~--~--~-~~~~-~--~~-~-
-~--~~-~~~~~---~---~~-~~~---~-~-~-~~---~--~~~--~-~---~--~-~--~~~--~~~---~~~~
-~------~~----~~~-~~~-----~~~~~~~-~-~--~~-~~~-~~-~---~~-~---~~~-~~~---~-~--~
-~~~~-~~----~-~~---~-~--~-~--~~~~---~-~~-~-~--~~~-~~~~~----~-~~~--~-~~~-----
--~-~--~-~~-~~----~~~~~~~~-~~~-~-~---~---~~~-~-~~~~~-~-~--~~~---~-----~-~---
-~--~----~----~-~---~----~~~~---~-~-~~-~~~~~~-~~---~--~-~~--~-~~~-~~~-~~-~~~
--~~--~~~-~~--~--~~~-~~~-~~~-~--~--~-~~---~~-~---~~~----~~--~--~-~~--~-~~--~
~--------~---~-~-~~--~~---~~--~-~~~-~~-~--~-~~~~--~--~~~~-~-~~~~--~--~~--~~~
------~~~--~~--~~~-~~---~--~-~--~-~~--~--~~-~~~~--~~~~~-~~~~--~-----~~--~-~~
~--~-~~~----~~~~~~~~~--~~~--~--~---------~-~~-~~-~~-~~--~~--~--~~-~~~--~~---
--~-~~~----~~--~-~~~-~-~~~--~~-~-~-~~-~~--~~--~~~-~~~~-~~~--~--~~----~------
--~~-~--~----~~----~~~~~-~~-~~~~--~~~~~-~~~~-~~~~~-~------~-----~-~-~~--~---
~~~~-~--~-~-~~-----~-~~---~~~---~~-~~--~~~~~~~----~~---~-~-~-~-~-~~-~---~~--
~-~~-~--~~~-~~--~~----~~~~~~~--~~-~-~-~~--~-~~~--~~----~~~---~~--~-~~-------
~~--~~~---~~~---~~--~-~---~~-~~--~~-~~--~~--~--~~---~-~--~~-~-~--~~--~~~-~-~
----~~~~-----~~--~~~~-~--~-~~~-~~-~-~----~~~~~~~-~-----~~--~~~-~-~-~~~~-----
~---~-~~~---~--~---~------~-~~~~----~~-~~~~~---~~~---~~~--~--~-~~~--~~-~~~~~
~-~----~-~~~~~~----~~---~-----~~~--~-~~~~~~--~~-~---~~~~~~-~-~~--~----~-~--~
~--~~-~~~~--~-~-~-~---~~--~-~--~------~~~-~--~-~~-~~~--~~~~-~--~---~-~-~-~~~
~~~-~~~-~~------~~~-~~~-~-----~~--~-~--~--~~~~-~---~~~~-~~~~---~~---~--~~---
~---~~~~~--~-~~~-~~~--~-~--~-~-~~~~---~--~-~~~~-~----~------~-~~--~-~--~-~~~
~-~~----~~~~---~--~----~-~-~-------~--~--~~~~~~~---~-~~-~--~~--~-~~~~-~~~~~~
-~~-~~--~--~~-~~~-~~---~--~--~--~-~~~-~---~--~~~-~~-~~~---~~-~--~~--~-~--~~-
~~~~-~--~-~-~~---~--~-~--~~----~---~-~-~~--~~--~~----~~~-~-~-~~~-~~~~--~-~-~
~-~~--~--~-~-~~~~---~~-~---~~~-~~-~----~~---~-~~--~-------~-~-~~~~-~-~~~~-~~
~~---~~~~--~~---~---~----~-~~-~~-~-~-~~---~~~~~--~-~~-~~--~~~--~------~~-~~~
0069まちがって名前消しちゃいました。垢版2020/01/19(日) 14:12:23.71ID:???
~-~~~-~-~--~-~---~~~--~---~-~-~~-----~~-~~----~---~~-~~-~~~~-~-~-~~-~-~-~-~~
---~--~---~--~-~~-~~--~--~-~~--~~~~-~~~--~~--~~-~~----~-~~--~~~~~--~~--~-~-~
-~~~--~----~~~-~~-~-~~~-~~~~---~~~-~~-~-------~-~---~-~-~~-~~~--~--~~-~-~~--
~--~-~-~~~-~~-~~~--~~-~----~~~~~~-~-~~-~~--~~~----~~-----~-~~~---~-~---~~---
~~~-~-~~-~~~-~~-~~~--~~--~-~---~~~~~-~----~~--~~--~--~--~---~~--~-----~~-~-~
-~~~~~-~~~~-----~-~~-~~~-~--~~~--~----~~~--~--~~-~--~~~--~~-~-~~------~~--~-
~~~~-~~-~~~--~-~~~--~-~~~-~--~-----~~~--~~--~-~---~~~--~~~~-~~-~-----~-~----
--~-~-~-~~-~-~---~~~~-~----~~~~-~-~-~--~-~~~~-~~~~-~--~--~~~----~~--~----~~-
~~~~~-~---~-~~~-~-~-~-~~----~~~----~--~-~---~~-~--~--~~~~--~-~----~---~~~~~~
~-~-~----~-~~--~~-~---~-~~--~---~-~~~~~~---~~~-~----~~-~-~--~--~~-~~-~-~~~-~
-~--~-~~~~-~-~---~~~~~~~~~--~-~~-----~~-~------~----~~~-~~~~~----~~-~-~~--~-
--~-~~~---~----~-~~-~~--~-~-~~~--~~~~------~--~~~~~---~--~~~~~~---~--~~-~-~~
----~~~-~-------~-~~~~-~~-~---~~-~~~-~~~-~-~-~---~--~-~~~~-~~~~--~-~~--~-~--
~-~~~-~--~~~---~---~--~-~~-~~~---~~~-~-~-~---~~----~-~--~~~~-~--~----~~~~~-~
-~~~~~~--~-~---~~~---~~~~~-~~~------~--~-~---~-~-~~~--~-~-~---~~-~-~--~~--~~
-~~-~-~~~--~--~~~~--~~-~--~~-~-~~-~--~----~---~~------~-~-~-~~~--~~~~--~~-~~
~~---~~~-~~-~----~-~-~~~~~~~--~--~-~~---~~-~-~-~~~~-~~~~~----~-~--~-------~-
~-~~~~-----~~~~~---------~~~~~~~------~-~---~-~--~~--~--~--~~-~~~~~~--~-~~~~
~-~-----~----~~~~~--~--~~-~~~-~~~----~~~~--~~~~--~~--~~~~~----~~---~-~-~~---
~~--~~~-~~~-~~~~-~~~~~-~~~~-----~--~--~-----~~-----~--------~~---~~~-~~~-~~~
-~~-~~~-~-~~~--~-~--~~-~~----~-~~--~~-~-~----~~~-~~~---~~--~--~--~--~~---~~~
-----~-~-----~~-~~~-~---~~~---~~--~--~~~----~~~-~--~--~~~~--~~-~-~~-~~~~-~~~
~--~--~--~---~~~-----~~--~~~~~~-~~~----~---~--~-~-~~-~~--~~~---~--~~-~~~~-~~
-~-~~-~~~~-~~~--~--~~~~~-~--~-~-~~----~-----~~----~~~~~--~--~-~-~-~----~~~~-
~-~~-~--~~-~~~-~----~~---~~---~--~--~~-~---~~~~-~~~---~--~----~---~~~-~~~~~~
--~~~--~~~~~~-~~~~~~~-~-~---~-~~~~-~--~-~~--~~---------~--~-~--~-~~~-~-~----
~-~-~------~~~~---~~~---~~~-~-~-~~--~~----~---~~~~~-~~~~-~--~~~--~----~~--~~
~-~~~~--~-~~~---~-----~-~~---~--~~~-~-~-~~-~--~-~~-~-~~~----~~-~--~--~~-~~-~
---~~~-~-----~--~-~~~~~~-~~-~-~-~~~~----~~~~-~~--~~---~-~----~~~-~-~---~~~--
---~-~-~-~~~~~-~-~--~-~----~~~-~---~--~~~~-~-~----~--~~-~-~~~~-~~~---~~-~~--
~-~~~~-~~~~-----~~--~~-~-~~~~--~-~---~-~--~~~--~-~-~-~~-~~-~~-~----~--~--~--
---~--~--~-~~~--~~~-~--~-----~~-~---~~~--~--~-~--~--~~~~~~~-~~~~~---~-~~~--~
~----~~--~~---~--~~---~--~~--~--~~--~~-~~~~~--~~~~---~~~-~----~~~-~-~~-~~--~
--~~~~----~-~~-~~~~~~~~~~~~~---~~--~-----~--~-~~~-~-~-~-~~-----~---~--~~~---
-~~~~---~-~----~-~~---~~~-~~~~--~~--~------~~-~~~-~------~~~~-~~~--~-~~-~~~-
-------~~--~-~-~-~---~--~--~~~---~~~--~~~~~~---~-~~~~-~~~~-~~---~~---~~-~-~~
-~---~-~~---~-~~---~-~-~~---~~-~--~-~~~~-~-~-~--~---~~-~~~-~~--~-~~~~---~-~~
~~-~-~~-~---~-~~-~-~~-~~~~--~-~-~~-~-~~--~~-~-~--~-~---~--~-~~~---~~---~-~--
---~~~-~~~~~--~~~-~--~-~-~-~~~---~-~---~-~-~~~-~-~~--~--~-~-~~-------~-~~-~~
~~~-~-~-----~---~~-~-~-~---~----~----~-~~-~-~~~-~~~~~~~--~-~--~~~~-----~~~~~
~~-~~~-~----~---~---~-----~-~~~--~--~~--~~-~~--~~--~-~--~~~~~--~~~~-~~~~~---
~-~-~~--~-----~~~~~-~-~~~~~----~~---~~~~---~-~------~-~--~~-~-~~-~--~~--~~~~
----------~~~--~-~~---~~--~--~~------~~~-~~~~~~--~~--~-~----~-~~~~~~~~~~~~~-
~---~~~-~~-~~---~--~-~-~~~~~~-~-~~--~~-------~~~-~~~~--~-~--~----~-~-~~-~-~-
-~---~~--~~~~~~---~~--~~~~-~-~~--~~-~----~~--~~-~-~~~-~~~----~~~-~--~~------
--~~~-~-~~~~~--~~-~-~~~~~~--~-----~--~~~---~~--~~~---~~-~-~-~-~-~-~~------~-
--~-~-~~~--~---~~------~~~-~-~~~~--~~~~-~~~--~~--~-~-~--~-~---~-~~~~~---~--~
~~-~~-~-~-~~-~~-~--~---~~~-----~~~~----~-~-~---~-~~--~--~~-~~----~~--~~-~~~~
-~-~-~~~-~-~~-~--~--~--~---~---~---~~-~---~~~~~-~--~~--~~~-~~~---~-~~~-~~--~
----~~~----~~~~~~-~--~~~~-~~-~-~-~--~-~~-~-~---~~-~----~~-~~-~~--~~~~----~--
0070まちがって名前消しちゃいました。垢版2020/02/09(日) 15:22:27.30ID:???
-~-----~~~-~---~~~~~-~-~------~-~~-~-~~~~--~~-~~---~-~-~~--~~~----~~--~~~-~~
~~--~--~--~--~~~--~--~~~~~~~-~-~-~-~~~~~~~---~-~-~~-~-~-~---~----~--~-~~----
---~---~~~-~~~~--~~-----~-~--~~-~~~-~-~-~-~-~~-~-~~---~--~-~-~~-~----~~~-~~~
~--~-~~~-~~--~~-~--~~~~~~------~~~-~~----~-~-~~~--~---~-~~--~--~--~~~--~~--~
---~-~-~--~-~~~~-~~--~~~-----~~~~-~------~-~~~~--~-~-~~-~----~~~~~--~~--~-~~
~~~~~~--~~--~----~-~~~-~~~---~~---~~~-~-~~~~~--~--~~---~-~-~----~--~--~--~-~
--~~~-~-~~-~~-~----~--~~~--~--~~---~-~~-~~-~~----~~~-~---~--~--~-~-~--~~~~~~
~~--~-~~-----~~--~~~--~~~-~~~--~~~~--~----~~-~-~~-~--~~---~~---~~~-~---~-~-~
~~-~~~~~---~--~--~~-~-~-~~-~~~-~-~-~~--~~~---~---~~--~-~~~~--~~--~-----~--~-
~-~-~--~-~--~~~~~----~~~~~-~~~-~--~~--~~~~-~--~-------~~-~~--~----~~~---~~~-
~~--~~~--~~--~~~--~~~~-~--~-~---~~~-~--~~~~~~~-~~-----~-----~---~-~~~~~-----
~~--~-~-~--~-~~~--~~----~~~~--~~-~~--~~-~~~-------~~~-~~---~~---~--~--~-~~~~
~-~~-~-~~~~~-~-~-~~-~--~~~--~-~-~~~-~~-~--~~----~--~~------~~~~~-~~-~-------
~~~--~~~-~~~~----~--~~-~~-~---~~~~~----~-~--~-~~~~--~-------~~~~~~----~~~---
--~~~~-~~~----~~--~--~--~~---~~-~-~~~---~~-~~-~~-~~-------~~-~~~~~-----~~~-~
--~-~~~~---~---~~-~--~~~~~--~---~~-----~-~-~----~~~---~~~--~~~-~-~-~~~~~~~--
-~--~-~~~-~~-~---~----~~--~-~~---~~~~-~---~--~-~~--~~-~--~~~--~~-~-~~~--~~~-
~--~----~~~~-~~-~~~-~~-~--~~-~~------~~-~~---~----------~-~~~---~~~~~~~~-~~~
-~-~-~~~----~~--~-~~-~-~-~---~-~~~~--~--~-~~-~~-~~-~~~-~-~~------~---~~~~-~-
---~~~~-~~-~-~~~-~~--~--~--~---~-----~~----~-~-~~~~~-~~~~~~--~--~~----~~-~-~
-~~~~-~~~~---~--~-~~-~--~----~~~~-~-~--~-~~~~-~-~-----~~~~~-~-----~~---~-~-~
~-~--~-~~---~~-~-~~~-~-~~~~-~~---~~-~~--~~---~-~-~~--~~--~--~-~~~-----~--~~-
--~~~~----~-~--~~~~~~--~-~--~-~-~--~~~~~~----~~~-~-~~----~-~~-~--~-~~--~~---
-~~-~-~-~~~---~-~~-~~~~--~~--~-------~~-~-~~-~-~~~~---~----~~-~~-~~---~--~~~
~~-~~-~-~~~~---~--~~~~~~--~~-----~-~-~~~-~~~-~~-----~-~~---~~~~~-~---~------
--~---~~~~-~~-~-~--~--~~-~-~~~~~~--~-~--~~~-~~-~~----~~-~--~---~--~~-~~--~--
-~~-~--~~-~-~--~-~--~-------~----~~~~~~~~---~~--~~~~~~~-~~~--~-~-~-~--~~-~--
~---~-~--~~---~~~---~-~-~~~~-~-~~~-~---~-~~~~-~--~~--~-~-~-~---~~-~-~-~~-~--
-~-~~~~~---~-~-~~~---~~~----~~---~-~~~--~--~~~~-~-~-~~---~~~-~---~---~~~-~--
~~--~--~~~-~~~-~-~--~~~-~---~-~-~~-~~-~-~~-~~-~~~-~--~~--~-~~---~--~--~-----
~-~~-~~~--~~~~--~-~~-~--~--~~~~~~-~---~~~------~~-~-~--~--~-~~--~----~~-~~--
-~-~~~-~-~-~~~~--~--~~-~~~~~-~-~---~-~--~--~~-~~--~~-~-~~--~~--~~--~--~-----
~---~--~-~~~~~---~~-~~-~-~~-~-~-~~-~~--~--~-~-----~~~~--~~~-~-~-~--~~----~~-
------~-~-~~~--~~--~-~-~~--~~--~~~~-~-~-~~~~~-~--~~~--~~----~~~---~~-~-~-~--
~~---~~-~~--~-~~-~~-~-~---~~-------~~-~~---~~---~-~~~--~~---~~--~~~--~~~~~-~
~---~~-~--~-~-~---~~--~~~-~~~~-~~~~----~~-~-~--~-~-~-~---~---~--~-~-~~~~--~~
~~~-~-~-~~----~---~~~-~~-~~-~~--~----------~~~-~~~~--~-~~-~--~~~----~-~~~-~~
~~--~~~-~-~~~---~~-~~--~--~~-~---~~--~-~~-~--~~~-------~-~~~~~~-~~---~~-~---
-~~--~-~-~~~~-~~-----~-~-~-~~~~-~~---~~~~---~----~~~--~-~-~----~~---~~~--~~~
----~~----~--~~~---~~~~~~~-~--~-----~----~-~~-~~~~~--~--~-~--~~~~~~--~~~-~~-
~--~~~---~~---~~~~-~---~---~-~~~~~~~--~--~--~~~------~---~-~-~~--~~~--~~~-~~
~-~~----~---~~~-~~~~~~---~~~-~--~-~----~----~--~~~-~~~-~--~~-~-~~----~~~~--~
~-~-~~~--~~--~~-~~-~-~~~~-----~----~~~--~-~-~~---~-~~~~~~~---~-~-~~-~--~----
~~--~--~--~-~-~-~-~--~--~~----~~-~--~~~-~-~~~~~-~-~~-~-----~--~----~-~~~~~~~
~~---~~----~----~----~~-~~--~~-----~~~-~-~~---~~-~~~~~~~-~~~~--~~---~--~~~-~
-~~-~~-~~--~---~~---~~--~~~--~~------~-~~~----~~--~~~-~~~-~-~~-~~~~-~-~~----
--~~--~--~~~~-~-~-~--~~~~--~~---~--~~-~---~~-~~-~-~---~~--~~-~~~--~~-~~~----
~~--~--~~~~-~-~~~-~~~-----~-~~--~~-~-~-----~-~~~~~---~--~----~-~--~-~-~~~-~~
~~~~~~-~~---~--~-~~-~-~~~~~----~-~~--~~~~-~-~------~-~--~-~--~---~~~~~----~-
-~--~~-~----~~~-~~--~~--~-~~--~~--~~~-~-~~-----~~~-~----~-~~~-~----~~~-~-~~~
0071まちがって名前消しちゃいました。垢版2020/02/23(日) 15:30:50.83ID:???
~~--~--~~~~~---~~----~~~~~-~~~~-~---~~--------~~~-~-----~-~~~--~-~-~-~-~~~-~
~~~-~~-~~-----~--------~~~-~~-~-~---~~-~~-~-~~-~~-~~-------~-~~~~~-~-~~--~~~
~~-~~--~--~-~---~~-~~-~~~--~~-~~--~---~~---~--~~~-~--~~~~-~~~-~--~-~----~~--
-~-~~~~~---~--~----~~~-~--~---~---~~~~~--~-~--~---~~~-~-~---~~-~~~~~~---~-~~
----~~----~-~~~~~-~-~~-~~~~~~~~~-----~~~~~---------~~-~~~~~~~-~---~--~-~----
~~-~-~~~-~----~-~--~~-~~-~---------~--~-~-~~~-~--~--~-~~~--~-~~--~-~~~~~~-~~
-~~~~~---~---~~--~-~-~~---~-~--~----~--~~-~----~~~~~~-~~-~~-~--~~--~~~~-~-~-
~---~-~~~-~~-~-~--~~---~--~-~-------~-~~-~~-~~~~----~--~--~~~~~~--~~-~~~--~~
-~---~~~~-~~--~-~--~---~~~~---~~~--~-~-~--~-~--~-~~~~-~---~~-~-~~~--~-~--~~-
----~-~~-~--~~~-~---~~--~-~~---~~~~~~-----~~-~~-~-~~~-~---~~-~~-~~--~~~-~---
---~-~--~~~~~~~~----~~--~-~~~--~~~~----~-~--~---~-~~--~~---~~--~-~~~-~-~~~--
~-~~-~--~~~~~-~~-~-~--~~-~-~~-~-~---~~-~---~---~-----~-~~-~~~~--~~----~~~-~-
--~---~~~~~--~~--~--~~-~~-~--~~-~~---~~-~-~~~~~~~----~~-~~----~~-~-~---~-~--
~-~-~~--~~-~~~-~~~-~---~~~-~----~~~-----~~~~~--------~~~~-~~--~~~-~---~~-~--
-~-~-~--~~-~-~~-~----~~--~~~~~-~--~--~~~-~~~--~----~~~~--~---~~~-~---~~~~---
~~---~~-~-~-~~~-~~~-~~-~~---~~-~---~----~--~-~~~-~~~----~-----~~~-~---~~~~~-
~~~~~-----~~~---~~----~~-~~----~~~-~~~-~--~--~~~~--~~-----~~-~~~~~--~~-~----
~~-~~~----~-~--~-~--~~-~~-~~--~~--~-~~~--~-~~~~-~~~-~----~----~-~--~-~~~---~
~-----~~~--~-~~~-~--~-~-~-------~~-~~-~---~---~~~~~~~-~--~~-~-~~---~~-~-~~~~
~~-~----~~----~~~~-~~~~~----~~--~~~~-~~~~-~--~-~~~-~~--~~~-~-~--~---~-------
--~~-~-~--~~-~~--~~~~-~~-~~--~-~--~~~---~~--~--~-~---~-~--~----~~~~~----~~~~
~~~-~~-~--~~~-~--~---~-------~~~--~-~~--~~-~---~~~--~--~~~~~-~--~--~~~-~--~~
~-~~-~--------~-~~~----~--~~--~-~~~-~~-~~~-~~-~~---~~-~~~~--~-~~~-~~-----~-~
-~-~--~~-~~~-~-~--~----~~~~-~--~--~~~-~-~~-~~~~~--~~-~---~--~~~~~------~--~-
~--~-~-~------~--~~-~~-~-~~-~~~-~-~--~~~---~-~~~~--~------~~---~~~~--~-~~~~~
---~~~---~-~--~-~--~--~~-~-~~~~~-~--~~---~-~~-~-~~--~-~~~---~~--~-~-~--~~~-~
--~~~--~------~--~--~~~~~~-~-~~--~~-~~~~~-~~~-~~~---~-~-~--~~-~~~~--------~-
~--~-~--~~~~----~~-~-~--~--~-----~~-~-~~-~--~~---~----~---~~~~~~--~~~~~~-~~~
~~---~---~-~--~~~~--~--~~-~~~-~~---~-~~---~~~~~-~~~~-~----~-~-~---~~-~~-~---
~~~-~-~-~-~-~--~-~~~-~--~~--~---~~~~-~-~-~----~-~-~----~~~~~~--~--~-~~~--~--
-~~-~--~-~~~~-~~-~~~--~--~---~~~--~---~~-~-~---~-----~~~~~~~-~~~------~~~-~-
---~--~~~~--~-~~~~-~-~-~~~-~~-~-~-~--~--~---~-~~-~--~~--~--~~~--~--~~~-~~---
~-~-~----~~----~~~~~------~~~~~~-~~~--~~-~~--~~------~-~~~-~---~-~~-~~-~-~-~
~~~~--~--~-~-~-~----~-~-~~~--~~~--~~--~-~----~~--~-----~-~-~-~~~--~~-~-~~~~~
~~~-~~~-~---~~~-~~---~--~--~-~----~~~-~--~--~-~-~----~~~-~-~~~-~--~-~-~~--~~
~-~~~~-~~-~-~~--~-~~-~~-~--~~--~~~~-~~-~------~~-~~~--~---~~--~--~~---~-~---
~~~-~~~~~~---~-~-~~~---~~~------~~~~---~-~~~~~~~----~~---~---~----~~-~~-~---
~--~~~~-~~--~---~~-~-~--~--~~-~~--~-~~--~~~~~~-~~---~--~-~-~~-~-~~~--~------
~~-----~-~--~-~~-~~-~~-~~~--~~------~~~---~---~-~~~--~~~~~------~~~~--~~~~-~
~~-~---~~~~-~----~~-~~~~~-~~-~--~---~~~---~--~--~~~------~-~-~~~~-~~-~~~----
--~~-~~~~-----~~-~-~~~-~--~--~-~~--~~~-~--~~--~~-~--~-~--~-~-~--~-~-~~~-~-~-
--~~--~-~~-~~---~~--~~~---~~~-~~---~~~~~~-~--~~-~--~----~~-~-~--~~~~~~------
~-~~-~~~~--~~~~~--~~~~~~-~~----~---~~--~~~~~--~--~-----~---~-~----~~-~-~--~-
-~~~~-~~-~-~-~--~--~~~~---~-~-~~~~--~~~-~~---~-~--~--~~-----~--~~---~-~~~-~-
~~-----~~~~~~---~~~~---~---~~--~~~~---~--~--~~~---~---~-~-~~-~---~~--~~~~-~~
~~~~--~----~~---~-~--~-~~-~~~~--~~~~~---~-~~-~-~~-~~~----~---~~--~~~~--~----
----~--~~-~--~~~~-~-~--~~~~-~~~-~-----~-~~-~~~-~~----~-----~~-~~--~~-~~-~~-~
-~~-~~--~~-~-~---~-~-~--~~~~--~~-~~~~~~~~---------~~~--~-~~---~-~-~----~-~~~
----~~--~-~-~-~~~----~----~~~~-----~~---~-~~-~--~~~~--~---~~~~~~--~~~~~-~-~~
-~~~~---~---~--~~~-~--~--~~~~~-~~-----~~~~~--~~-~--~~~~~------~-~~-~---~~~--
レスを投稿する


ニューススポーツなんでも実況